मंगलवार, 15 दिसंबर 2020
आरबीआई: चालू खाता नियमों में राहतों का ऐलान
आर्थिक पैकेज भी जुमला साबित हुआ: राहुल
सच: परिवहन निगम ने अधिनियम अभियान चलाया
गाजियाबादः मेन्यू लेबलिंग का नियम तैयार किया है
तीनों कृषि कानून किसानों के हित में हैं: गडकरी
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि नये कृषि कानून किसानों के हित में हैं। लेकिन इस बारे में भ्रम फैलाया जा रहा है। किसानों को तीनों कानूनों पर चर्चा करनी चाहिए। हमारे कृषि मंत्री इसके लिए तैयार हैं। कुछ तत्व ऐसे हैं। जो इस आंदोलन का फायदा लेकर किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में गडकरी ने यह भी कहा, ‘हमारी सरकार गांव, गरीब, मज़दूर, किसान के हितों के लिए समर्पित है। जो भी नए सुझाव वो(किसान) देंगे उसे स्वीकारने के लिए तैयार है। हमारी सरकार में किसानों के साथ कोई अन्याय नहीं होगा।’
चंद्रमौलेश्वर शिवांशु 'निर्भयपुत्र'
यूके: हरियाणा वासी महानिदेशक के पद पर नियुक्त
गोवंशों का तांडव, महिला को किया गंभीर घायल
स्कॉर्पियो-डंपर की टक्कर, महिला सहित 3 की मौत
विजय भाटी
गौतमबुध नगर। दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर जिले के जेवर थाना इलाके के यमुना एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार तड़के स्कॉर्पियो कार और डंपर की टक्कर में दो महिला सहित तीन लोगाें मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। घायलों का एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। इस हादसे की सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद स्कॉर्पियो कार की खिड़की को तोड़कर शवों को बाहर निकाला। स्कॉर्पियो कार सवार आगरा से नोएडा की तरफ आ रहे थे। तेज रफ्तार डंपर आगरा की तरफ जा रहा था। घायलों की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
उन्हाेंने बताया की स्कॉर्पियो कार सवार सुभाष, पवन दुबे, रिंकी, अनिता, सुमन शोहरतगढ़ सिद्धार्थनगर से नोएडा आ रहे थे जैसे ही उनकी स्कॉर्पियो जेवर थाना क्षेत्र स्थित यमुना एक्सप्रेस वे पर रामपुर बांगर पुल के पास पहुंची तो उसी दौरान एक तेज रफ़्तार डंपर अनियंत्रित होकर डिवाइडर को तोड़ते हुए कार से टकराया। इस हादसे में स्कॉर्पियो के परखच्चे उड़ गए। इस हादसे में पवन दुबे, रिंकी, अनिता की मौके पर मौत हो गई जबकि सुभाष, सुमन गंभीर रूप से घायल हो गए।
आत़क: बंदरों ने कारों से चुराएं 5 लाख रुपए
लखनऊ। पेड़ से अचानक 500-500 के नोट गिरने लगा। जिसके बाद पैसे लेने की होड़ मच गई। जब लोगों ने पेड़ पर देखा तो एक बंदर नोट गिरा रहा है।
बैग में रखा था 5 लाख रुपए
एक शख्स जमीन रजिस्ट्री कराने को लेकर 5 लाख रुपए लेकर गया था। इस दौरान कार में ही बैग में छोड़ किसी से बात करने लगे। इस दौरान एक बंदर खुले कार के शीशे से कार के अंदर गया और 50 हजार नोट लेकर फरार हो गया। वह पेड़ पर चढ़ गया। इसकी जानकारी शख्स को भी नहीं हुई।
पुलिस की मदद से मिला पैसा
जब पेड़ से नोट गिरने की बात सामने आई तो कार मालिक का ध्यान पैसा पर गया। देखा की बैग खुला हुआ है।जिसके बाद जिस जगह पर भीड़ लगी थी। वहां पर पहुंचा और देखा की बंदर उसका पैसा गिरा रहा है। परेशान होकर चौबेपुर के रहने वाले राकेश ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची और सभी नोटों को इकठ्ठा कर लिया। पुलिस ने छानबीन कर सभी नोट कार मालिक राकेश को दे दिए। राकेश ने सभी नोटों को गिना और कुछ पैसा नहीं मिले। लेकिन जितना मिला उससे राकेश रख लिया।
बेगूसराय: अज्ञात वाहन ने दो को रौंदा, मौत
बेगूसराय। बेगूसराय में एक बार फिर तेज रफ्तार का कहर देखने को मिला है। जहां अज्ञात वाहन ने दो लोगों को रौंद दिया। इस हादसे में एक शख्स की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा शख्स गंभीर रुप से घायल है।
झारखंड: दो नाबालिग बहनों के साथ किया रेप
रांची। झारखंड में रेप और गैंगरेप की लगातार घटनाएं सामने आ रही है। एक बार फिर बंधक बनाकर दो नाबालिग बहनों के साथ रेप करने की घटना सामने आई है। इस घटना को दो युवकों ने अंजाम दिया है। यह घटना रंका थाना क्षेत्र की है। घटना के बारे में बताया जा रहा है कि दोनों चचेरी बहनें साग तोड़ने के लिए अपने खेत गई थी।इस दौरान ही दोनों को दो युवकों ने अगवा कर लिया और पूरेगाड़ा जंगल ले जाकर दोनों के साथ रेप किया। 6 घंटे तक दोनों को बंधक बनाए रखा। घटना की जानकारी किसी को देने पर जाने से मारने की धमकी भी दी। दोनों युवकों ने कहा कि पूरे परिवार को खत्म कर देंगे।
छत्तीसगढ़ में 1615 कोरोना के नए मरीज मिलें
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमित और कोरोना से मौत दोनों की रफ्तार एक बार फिर बढ़ गई है। प्रदेश में सोमवार को 1615 कोरोना के नये मरीज मिले हैं। वहीं 19 मरीजों की कोरोना से पिछले 24 घंटे में मौत हुई है। छत्तीसगढ़ में 1440 कोरोना संक्रमित स्वस्थ्य भी हुए हैं। प्रदेश में अभी कोरोना के कुल एक्टिव 18931 केस हैं।रायपुर में सबसे अधिक 211 मरीज सोमवार को मिले हैं, वहीं दुर्ग में 150, राजनांदगांव में 90, बालोद में 98, बेमेतरा में 33, कबीरधाम में 15, धमतरी में 41, बलौदाबाजार में 103, महासमुंद में 69, गरियाबंद में 12, बिलासपुर में 133, रायगढ में 116, कोरबा में 106, जांजगीर में 155, मुंगेली में 14, जीपीएम में 12, सरगुजा में 57, कोरिया में 35, सूरजपुर में 36, बलरामपुर में 33, जशपुर में 21, बस्तर में 13, कोंडागांव में 30, दंतेवाड़ा में 8, सुकमा में 2, कांकेर में 16, नारायणपुर में 0, बीजापुर में 2 नये केस आये हैं।
नोकिया के लेपटॉप ने भारत में मचाया धमाल
लैपटॉप को भारत में लॉन्च कर दिया गया है और इसकी बिक्री फ्लिपकार्ट के जरिए की जाएगी। ये नोकिया का पहला लैपटॉप है। इसमें Intel 10th-जेनरेशन प्रोसेसर दिया गया है और Windows 10 प्री-इंस्टॉल्ड है। इसे मॉडल नंबर NKi510UL85S के साथ सिंगल कॉन्फिगरेशन में उतारा गया है। इसे मैट ब्लैक फिनिशिंग के साथ पेश किया गया है। इसकी स्क्रीन में साइड्स में स्लिम बेजल्स हैं और इसमें बड़ा टच पैड मौजूद है।
भारत: 24 घंटें में 22 हजार 65 नए मामले
क्षेत्राधिकारी कार्यालय के पीछे सेक्स रैकेट का धंधा
होटल मालिक का बेटा गिरफ्तार
पुलिस ने होटल सिद्धि विनायक होटल के मालिक के बेटे को भी गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि इस होटल में कई साल से सेक्स रैकेट का धंधा चल रहा था। इस छापेमारी में तीन लड़के और तीन लड़़कियां होटल के कमरों में मिले। छापेमारी के दौरान होटल का मालिक फरार हो गया। इस छापेमारी के बाद होटल कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही समस्तीपुर के स्टेशन रोड में भी पुलिस ने होटलों में छापेमारी की थी। वहां पर भी सेक्स रैकेट का धंधा चल रहा था।
अमेरिका ने तुर्की पर लगाएं कई प्रतिबन्ध
छोड़ कर गई नेपाली पत्नी, युवक ने की आत्महत्या
एन.के.मिश्रा
लखीमपुर खीरी। मैलानी भीरा रोड से ग्राम चांदपुर को जाने वाले मार्ग पर लगभग 50 मीटर की दूरी पर सड़क के बायीं ओर बिल्लाह तालाब के किनारे लगे नीम के पेड़ पर एक युवक का शव लटकता मिला।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की शिनाख्त की।उप निरीक्षक अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि चांदपुर रोड पर मिले शव की शिनाख्त हो गई है शव की पहचान मनोज कुमार पुत्र सुरेश उम्र लगभग(32 वर्ष)निवासी वार्ड नंबर एक मैलानी के रूप में हुई है। मृतक के पिता सुरेश ने बताया कि उनके पुत्र मनोज ने एक नेपाली लड़की के साथ विवाह किया था जो कि कुछ दिनों पूर्व उसे छोड़ कर चली गई। जिस कारण वह काफी समय से डिप्रेशन में रहता था और हमेशा घर से बाहर ही रहता था शनिवार को वह घर पर आया था व रविवार को सुबह लगभग 8 बजे बिना बताए नशे की हालत में कहीं चला गया,सोमवार को उसके आत्महत्या करने की सूचना मिली है।
मलेशिया में 200 करोड़ का ड्रग पकड़ाया
कुआलालंपुर। मलेशिया के तटरक्षक ने 2.12 टन मेथमफेटामाइन ड्रग जब्त की है। इसकी कीमत 26.2 मिलियन अमेरीकी डॉलर यानी कि लगभग 2 अरब रुपये है। माना जा रहा है कि म्यांमार से आए एक शिपमेंट में ड्रग्स को चाय के रूप में बदलकर लाया जा रहा था। कोस्टगार्ड के प्रमुख जुबिल माट सोम ने कहा कि उत्तरी पेनांग राज्य में एक बोट पर मिली ड्रग्स की कीमत लगभग 105.9 रिंगिट ($26.2 मिलियन) है। मामले में एक स्थानीय संदिग्ध तस्कर को गिरफ्तार किया गया है। सोम ने कहा, 'इतने बड़े पैमाने पर हुई जब्ती ने पिछले 15 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
अखिलेश बेहतर पिता, पति व पुत्र, राजनीतिज्ञ नहीं
मोहम्मद जाहिद
पटना/लखनऊ। अखिलेश यादव की राजनीती भाजपा और योगी के सामने समर्पण की हो चुकी है। मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद उनके व्यवहार आचरण और राजनीति की यदि विवेचना की जाए तो यह व्यक्ति एक पार्ट टाईम पाॅलिटीशियन से अधिक कुछ नहीं। अखिलेश यादव एक नेता से अधिक बेहतर पति और पिता हैं, और मुझे लगता है कि उनको राजनीति में औरों के लिए रास्ता छोड़ कर अपना परिवार ही संभालना चाहिए। वैसे भी अखिलेश यादव की राजनीति , समाजवादी पार्टी के संस्थापक लोगों को ठिकाने लगाने की ही रही है , समाजवादी पार्टी का वजूद जिन लोगों ने बनाया , अखिलेश उनको ठिकाने लगा चुके हैं। सत्ता में रहते , अपने पिता को ठिकाने लगाया तो उनकी खुद की परवरिश करने वाले शिवपाल यादव को भी उन्होंने ठिखाने लगाया। उनका विवाह करवाने वाले अमर सिंह को ठिकाने लगाया। अतीक अहमद से लेकर मुख्तार अहमद अंसारी और राजा भैय्या तक को अखिलेश ने ठिकाने लगा दिया। जबकि समाजवादी पार्टी के सत्ता का इतिहास इन लोगों के ही कंधे पर ही रहा है। यही लोग जहाँ खड़े हो जाते थे समाजवादी पार्टी का खूटा गड़ जाता था। ऐसे ही दबंग लोगों के सहारे भाजपा भी आज सत्ता में है। बल्कि कुछ का इतिहास तो इनसे भी बुरा है। दरअसल उत्तर प्रदेश और बिहार में बाहुबली ही जनता का आकर्षण होते हैं। उनके समर्थन का एक महत्व होता है। राजनीति में बाहुबलियों की भागीदारी एक अलग बहस का विषय है , पर जनता इनसे प्रभावित होकर कई सीटों पर फर्क पैदा कर देती है यह यथार्थ है। विरोधी का मनोबल भी भी इनके कारण टूटता है और वह कुछ गलत या हेरफेर नहीं कर पाते।
यद्धपि राजनीति में ऐसे तत्वों का मैं समर्थक नहीं पर यथार्थ यही है , सच यही है कि ऐसे लोग हर दल में हैं और विशेषकर भाजपा में तो बहुत हैं , इसीलिए वह सत्ता में है। अखिलेश यादव , आज जो लिजलिजहे और पिलपिलहे नेता इसी कारण बन गये क्युँकि उनके इर्द गिर्द कोई मज़बूत और दबंग नेता ना होकर ब्राम्हणों का जमावड़ा है। आप अखिलेश की पूरी राजनीति पर गौर करिए , कभी किसी के साथ खड़े नहीं मिलेंगे, जबकि मुलायम सिंह यादव की राजनीति देखिए, वह फूलन देवी जैसी शख्सियत को जेल से बाहर कराकर उनको बेटी बनाया और सांसद में पहुँचा दिया। अखिलेश यादव एक डरपोक व्यक्ति हैं। और मेरा आरोप है कि आज़म खान का सपरिवार जेल में होना भाजपा सरकार से उनकी किसी डील के कारण ही है। और इस तरह अखिलेश यादव ने आज़मखान को निबटा दिया। आज़म खान के साथ ना उस तरह पार्टी खड़ी हो सकी ना अखिलेश यादव। यह योगी जी की अखिलेश यादव के दिल में बैठी दहशत का उदाहरण है। बताईए , एक पार्टी के दो सांसद और एक विधायक किताब और बकरी चोरी के आरीप में जेल में डाल दिए गये और पार्टी चुप , उसका नेता चुप। वैसे भी , बात केवल आज़मखान की नहीं है , मुसलमान भारत की राजनीति में हमेशा ठगा ही गया है। ऊपर से "मुस्लिम तुष्टिकरण" के आरोप का भाजपा के खड़े किए गये हौव्वे से नेताओं और पार्टियों में मुसलमान नाम लेने तक से डर बैठ गया है। जबकि "मुस्लिम तुष्टिकरण" की हकीकत एकदम विपरीत है। मुसलमान के लिए सरकार तो छोड़िए गठबंधन का कोर वोटर ही उसका वोटर नहीं।
आईए एक उदाहरण देखिए
बिहार विधानसभा चुनाव में जिन जिन मुस्लिम-यादव बाहुल्य सीट पर "मुस्लिम" प्रत्याशी हारे हैं, उन सब सीटों पर यादव जाति के लोगों ने महागठबंधन के मुस्लिम प्रत्याशी को वोट नही दिया है। बिहार और उत्तर प्रदेश के कथित मुस्लिम-यादव समीकरण की यही हकीकत है, यह अजीबो गरीब हैरत अंगेज़ समीकरण है कि जिस यादव जाति का वोट 12% है उसके इसी मुस्लिम-यादव समीकरण से उत्तर प्रदेश और बिहार में विधायक जीत कर सरकार बनाते रहे हैं और जिस मुस्लिम समुदाय का वोट 18% है उसके 9 विधायक बनते हैं। यह कैसा मुस्लिम यादव समीकरण है भाई ? मुस्लिम-यादव समीकरण का यही यथार्थ है। और मुसलमानों को इसी समीकरण के नाम से ठगा जा रहा है। पहले तो एक आज़मखान को इसका मुआवजा मिल जाता था तो भी मुसलमान सब्र कर लेता था , अब वह भी सपरिवार जेल में ठूस दिए गये।
राजद के कद्दावर नेता "अब्दुल बारी सिद्दीक़ी" इस बार बिहार के केवटी विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे, गठबंधन की सरकार बनती तो वह निश्चित रूप से उपमुख्यमंत्री बनते। केवटी विधानसभा सीट मुस्लिम बाहुल्य है, यानी मुस्लिम, ब्राह्मण और यादव की आबादी इस सीट पर ज़्यादा है, बावजूद इसके बिहार के कद्दावर नेता अब्दुल बारी साहब चुनाव हार गए। वह उपमुख्यमंत्री ना बनें इसलिए उनको हरवा दिया गया। क्युँ हार गये ? इसकी विवेचना होगी तो पता चलेगा कि यादव लोग "भाजपा" को वोट दे दिए। ऐसी सिर्फ एक यही सीट नही है, एक दर्जन से ज़्यादा ऐसी सीटें हैं जहां से महागठबंधन के "मुस्लिम प्रत्याशी" चुनाव हारे हैं। जबकि महागठबंधन के मुस्लिम प्रत्याशियों की हारी हुई उन सीटों की आप समीक्षा करेंगे तो हर सीट या तो मुस्लिम बाहुल्य है या मुस्लिम-यादव बाहुल्य है, बावजूद इसके उन सभी सीटों पर "मुस्लिम" प्रत्याशी चुनाव हारे हैं।
आखिर कैसे?
जिन यादव-मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर यादव प्रत्याशी थे उन सीटों पर यादव चुनाव जीत गये क्युँकि "मुसलमानों" ने गठबंधन को वोट किया, लेकिन जिन मुस्लिम-यादव बाहुल्य सीटों पर "मुस्लिम प्रत्याशी" थे वहां के यादव भाजपा को वोट दिए। यही काम आज़मगढ़ में मुसलमान कर दे तो अखिलेश और उनके अब्बा की लोकसभा में लुटिया डूब गयी होती पर यह लोग वहाँ से लगातार जीतते रहे हैं। सिद्दीकी साहब के चुनाव हारने के बाद राजद के दरभंगा के जिलाध्यक्ष राम नरेश यादव का एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमे वह कहते हैं। "सिद्दिकिया मुसलमान बा ओकरा चुनाव हरवावे के बा" यही स्थीति उत्तर प्रदेश की भी है। और अफसोस कि इसे दूर करने के लिए नेतृत्व की तरफ से कोई प्रयास नहीं हुआ। ना तेजस्वी ने किया ना अखिलेश ने।
तेजस्वी तो अंजाम भुगत गये हैं , अब एक साल बाद फिर से अखिलेश की बारी अंजाम भुगतने की है। इससे निबटने की बजाय वह जिस तरह "डीएसएलआर" कैमरे के सामने दावत उड़ा रहे हैं , सोशलमीडिया पर शेर ओ शायरी कर रहे हैं उससे आभास होता है कि वह अब अंत में पार्टी को ही ठिकाने लगाने में लग गये हैं।इंतज़ार करिए तब तक।
20 निरीक्षक,127 उप-निरीक्षको का तबादला किया
प्रयागराज/बांदा। प्रयागराज जोन के अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश ने चित्रकूटधाम मंडल के चारों जिलों के 20 इंस्पेक्टरों और 127 सब इंस्पेक्टरों का मंडल के बाहर तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया है। अधिकतर इंस्पेक्टर प्रयागराज भेजे गए हैं। सब इंस्पेक्टरों में प्रयागराज, फतेहपुर और प्रतापगढ़ के लिए तबादले किए गए हैं।
अपर महानिदेशक ने पुलिस स्थापना बोर्ड के अनुमोदन का हवाला देकर तबादला सूची जारी की है। स्थानांतरित किए गए इंस्पेक्टरों में बांदा जनपद के 8, हमीरपुर के 7 और महोबा के 5 इंस्पेक्टर शामिल हैं। सब इंस्पेक्टरों में सबसे ज्यादा 52 के तबादले बांदा से हुए हैं।
चित्रकूट से 47, महोबा के 18 और हमीरपुर के 10 सब इंस्पेक्टर हटाए गए हैं। अपर महानिदेशक ने जनपदों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि स्थानांतरित इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टरों को तत्काल नई तैनाती स्थल के लिए कार्यमुक्त करते हुए अपर पुलिस महानिदेशक कार्यालय को रिपोर्ट भेजने को कहा है।
स्थानांतरित इंस्पेक्टर
बांदा : विनोद कुमार सिंह, दिनेश सिंह, जितेंद्र कुमार, बलजीत सिंह, रामाश्रय, राजीव कुमार यादव, रणंजय सिंह (सभी प्रयागराज स्थानांतरित)। राकेश कुमार पांडेय (फतेहपुर)। महोबा : राजेश कुमार यादव, रविंद्र कुमार तिवारी, कुमारी रचना, कैलाशनाथ यादव, शशि कुमार पांडेय (सभी प्रयागराज)। हमीरपुर : कुशल पाल सिंह, अजय कुमार यादव, अखिलेश कुमार यादव, राजेश कुमार वर्मा, विनोद कुमार राय, मान सिंह, गिरेंद्र पाल सिंह (सभी प्रयागराज)।
स्थानांतरित सब इंस्पेक्टर
बांदा : प्रेमचंद्र, चंद्रपाल सिंह, कमलेश सिंह, शिवपाल सिंह यादव, हीरालाल, राजनारायण नायक, वीरेंद्र कुमार कुशवाहा, पन्नालाल, हरिश्चंद्र शर्मा, भगवानदीन, संतोष कुमार सिंह, सुजीत कुमार सिंह, सुरजीत कुमार, अर्जुन सिंह, ताराचंद्र, अवनेंद्र सिंह, नीरज कुमार यादव, आकाश सचान, अभिषेक कुमार, दिनेश कुमार, कीरत कुमार, राजकुमार, हेमंत पटेरिया, धर्मेंद्र सिंह, राधा मोहन, सत्यवेंद्र सिंह, भानु प्रताप, बृजेश कुमार यादव, वीरेंद्र कुमार पांडेय, अनीस कुमार सिंह, सत्यदेव, राय साहब यादव, गोपाल जी दुबे, भानु प्रताप यादव, राजेश कुमार वर्मा, सत्यपाल सिंह, वीर प्रताप सिंह, रोशन गुप्ता, संजीव कुमार, शालिनी सिंह, प्रेमचंद्र यादव, अनुपमा तिवारी, उदयवीर सिंह, ओमप्रकाश यादव, राहुल सिंह, जगदीश प्रसाद सिंह, प्रेमशंकर सिंह, हरीशरण सिंह, पंकज कुमार सिंह, नारायण सिंह, राजेश कुमार, सुरेंद्र सिंह।
महोबा : आनंद कुमार, अमित द्विवेदी, पुरुषोत्तम विश्वकर्मा, सचिन कुमार, अविनाश कुमार मिश्र, अश्वनी कुमार सिंह, प्रभाकर उपाध्याय, बलवंत सिंह, राघवेंद्र सिंह, शिवरतन गुप्ता, सुनील कुमार, लक्ष्मीकांत शर्मा, विनोद सिंह, प्रेमनारायण, अनमोल सिंह, सुशील कुमार कटियार, विपिन प्रकाश सिंह, सुमित नारायण।
हमीरपुर : योगेश कुमार, कैलाश नारायण, बृजेश कुमार, संजय सिंह, इंद्रपाल सिंह, सुशील यादव, महेंद्र कुमार, पवन कुमार शर्मा, सुनील कुमार सिंह, रोहित कुमार।
चित्रकूट : दिनेश कुमार सिंह, हरी सिंह, सत्यदेव सिंह, दयाल दास, संजय कुमार सरोज, ज्ञानेंद्र कुमार, इंदल यादव, अखिलेश राय, राजकपूर यादव, देवीदयाल, राम सिंह यादव, गणेश कुमार गुप्ता, अजय कुमार, राहुल कुमार, अरविंद कुमार, गुलाबचंद्र मौर्य, आनंद कुमार मिश्र, सुख शेखर राही, संदीप कुमार सिंह, अजय कुमार, जनार्दन प्रताप सिंह, आलोक कुमार सिंह, शिवकुमार यादव, अनिल कुमार साहू, प्रमोद कुमार मौर्य, वारिज, रोहित तिवारी, राकेश कुमार यादव, शिवपूजन यादव, योगेंद्र सिंह, रामकृपाल, रज्जन राव, धनंजय राय, बैजनाथ सिंह, दीपक यादव, अमृता सिंह, अमित कुमार चौहान, शेषनाथ यादव, असलम खां, सुरेश कुमार यादव, विवेक प्रताप सिंह, बृजेश कुमार, सत्यमपति त्रिपाठी, जमाल अशरफ, राजेश यादव, राजीव कुमार, रामनारायण यादव।
विधानसभा चुनाव लड़ेगी केजरीवाल सरकार
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। पिछले आठ सालों में आप ने दिल्ली में तीन बार सरकार बनाई है। पंजाब में पार्टी मुख्य विपक्षी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन आज मैं एक अहम घोषणा करने जा रहा हूं।पार्टी 2022 के उत्तर प्रदेश विधासनभा चुनावों भी ही लड़ेगी। केजरीवाल ने कहा कि ‘दिल्ली में यूपी के बहुत भाई-बहन रहते हैं। आप की सरकार बनने के साथ यूपी के कई लोग और संगठन मेरे पास आए।उनका कहना है कि पार्टी को यूपी में चुनाव लड़ना चाहिए। जो सुविधाएं दिल्ली में दी हैं। वो यूपी में रहने वाले परिवारों को भी मिलना चाहिए,उन्होंने कहा कि इन लोगों ने उनसे कहा कि ‘यूपी की जनता इन पुरानी पार्टियों से त्रस्त हो गई है और लोग खुद आगे आएंगे और यूपी को अपनी जागीर समझने वाली पार्टियों को हराएंगे।
'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन
'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...
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महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
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55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...
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वर्षा: पानी में डूबी दिल्ली, बाढ़ के हालात बनें इकबाल अंसारी नई दिल्ली। इन दिनों उत्तर भारत में हो रही भारी बारिश ने कहर बर...