रविवार, 13 दिसंबर 2020

ट्रंप के समर्थन में हजारों लोग सडको पर उतरे

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को पलटने की डोनाल्ड ट्रंप की कोशिशों के समर्थन में हजारों लोगों ने वाशिंगटन में रैलियां की। बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार बाइडन ने जीत हासिल की है। न्यूयॉर्क के वेस्ट प्वाइंट में थलसेना-नौसेना के बीच फुटबाल मैच देखने के लिए जा रहे ट्रंप का मरीन वन हेलीकॉप्टर एक रैली के ऊपर से गुजरा, जिसके देखकर उनके समर्थक उत्साहित हो गए। इन रैलियां में ट्रंप के अधिकतर समर्थकों ने मास्क नहीं पहना था। ऐसा माना जा रहा है कि बाइडन को 46वें राष्ट्रपति के तौर पर औपचारिक रूप से निर्वाचित करने के लिए ‘इलेक्ट्रॉरल कॉलेज’ की बैठक से मात्र दो दिन पहले अपनी ताकत दिखाने के लिए ये रैलियां की जा रही हैं।

संसद पर हुए हमले को कभी नहीं भूलेंगे: मोदी

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ट्वीट करके कहा कि देश संसद पर किए गए कायराना हमले को कभी नहीं भूलेगा और इसकी रक्षा करने वाले शहीदों के प्रति हमेशा ऋणी रहेगा। वर्ष 2001 में हमारी संसद पर किए गए हमले को हम कभी नहीं भूलेंगे। संसद की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की बाजी लगाने वाले शहीदों की बहादुरी को हम याद करते हैं।

खरमास: शुभ कार्यों के मुहूर्त, हो जाते हैं निषेध

हरिओम उपाध्याय   

सनातन परंपरा में मुहूर्त का विशेष महत्त्व रहता है। हमारे सनातन धर्म में हरेक कार्य के लिए एक अभीष्ट मुहूर्त निर्धारित है। वहीं कुछ अवधि ऐसी भी होती है जब शुभकार्य के मुहूर्त का निषेध होता है। इस अवधि में सभी शुभ कार्य वर्जित होते हैं। ऐसी ही एक अवधि है-मलमास जिसे खरमास भी कहा जाता है।

जानिए कैसे होता है मलमास- जब सूर्य गोचरवश धनु और मीन में प्रवेश करते हैं तो इसे क्रमश: धनु संक्रांति व मीन संक्रांति कहा जाता है। सूर्य किसी भी राशि में लगभग 1 माह तक रहते हैं। सूर्य के धनु राशि व मीन राशि में स्थित होने की अवधि को ही मलमास या खरमास कहा जाता है। मलमास में सभी प्रकार के शुभ कार्य जैसे विवाह,मुंडन,सगाई,गृहारंभ व गृहप्रवेश के साथ व्रतारंभ एवं व्रत उद्यापन आदि वर्जित रहते हैं।

जानिए कब तक रहेगा मलमास- इस माह दिनांक 15 दिसंबर 2020, मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से मलमास प्रारंभ होगा जो दिनांक 14 जनवरी 2021 पौष शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि तक रहेगा। मलमास प्रभावी होने के कारण इस अवधि में समस्त शुभकार्यों का निषेध रहेगा।

खाली पेट लहसुन की चाय पीने के अनेक फायदे

राहुल चौबे 

इंडियन फुड में लहसुन का उपयोग बेहद तादात में किया जाता है। लहसुन खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ ही सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। इसके लिए सबसे पहले लहसुन की कुछ कलियां छील लें। एक बर्तन में 3 कप पानी लें और इसे उबलने दें। अब इस पानी में लहसुन को काट कर डालें। इसे कुछ मिनट तक उबलने दें। इसे गैस से निकाल लें और इसमें कुछ बूंदे शहद और नींबू की डालें। अब तैयार है आपकी गार्लिक टी । 

लहसुन की चाय के फायदे : लहसुन की चाय को खाली पेट पीने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है। इसके अलावा यह पाचन के लिए काफी फायदेमंद होती है। शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ लहसुन की चाय पीने से बाहर निकल जाते हैं। कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए लहसुन की चाय काफी फायदेमंद होती है। स्वस्थ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बनाए रखने में मदद करती है। यह शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को बराबर रखने में मदद करती है।

जुखाम व खांसी हो सकता है साइनस रोग

नई दिल्ली। साइनस नाक का एक रोग है। सर्दी के मौसम में नाक बंद होना, सिर में दर्द होना, आधे सिर में बहुत तेज दर्द होना, नाक से पानी गिरना इस रोग के लक्षण हैं। इसमें रोगी को हल्का बुखार, आंखों में पलकों के ऊपर या दोनों किनारों पर दर्द रहता है। तनाव, निराशा के साथ ही चेहरे पर सूजन आ जाती है। इसके मरीज की नाक और गले में कफ जमता रहता है। 

साइनस के घरेलू उपाय :
-अदरक साइनस के उपचार में फायदेमंद
-लहसुन और प्याज का सेवन साइनस के उपचार में फायदेमंद
-हल्दी साइनस के उपचार में फायदेमंद 
-काली मिर्च साइनस के उपचार में फायदेमंद
-दालचीनी साइनस के उपचार में फायदेमंद
-तुलसी साइनस के उपचार में फायदेमंद

पेट्रोल कारों की बिक्री पर लगाया जाएगा 'प्रतिबंध'

पेट्रोल कारों की बिक्री पर लगाया जाएगा प्रतिबंध 

लंदन। वैश्विक घटनाक्रम में यूनाइटेड किंगडम के प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ने एक हरित औद्योगिक क्रांति के लिए प्रतिज्ञा ली है। उनके नेतृत्व में ली गयी इस प्रतिज्ञा का दावा है कि यूके में न सिर्फ़ ऊर्जा, परिवहन और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में 250,000 नौकरियों का सृजन होगा बल्कि 2030 तक वहां नयी डीजल और पेट्रोल करों की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध लग जायेगा।
साथ ही, उसके बाद अगले पाँच सालों में सभी नए निवेश, कारोबार, हीटिंग सिस्टम, और कारों को शून्य कार्बन उत्सर्जन के अनुरूप होना पड़ेगा। यहीं नहीं, 2021 तक ट्रेजरी को सभी निवेश निर्णयों की समीक्षा करनी होगी और ये सुनिश्चित करना होगा कि सभी निवेश शुद्ध शून्य कार्बन के अनुसार हों। और सरकार की जलवायु अनुकूलन टीमों की सभी योजनाएं, विश्व तापमान वर्ष 2100 तक 4c  को ध्यान मैं रखकर बनाना शुरू कर देना चाहिए। इसी क्रम में यह फ़ैसला भी लिया गया कि सभी तरह के व्यवसायों को 'नेट शून्य कार्बन के अनुसार निगरानी और सत्यापन' के लिए बाध्य किया जाना चाहिए। इस बात की भी उम्मीद है कि यूके नए एनडीसी कंट्रीब्यूशन को दिसंबर 2020/जनवरी 2021 तक  प्रस्तुत करेगा।

प्रत्येक माह मनाईं जाती है 'महाशिवरात्रि'

यामिनी दुबे

हिन्दू पंचांग के अनुसार हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस दिन शिव पूजा की जाती है। मासिक शिवरात्रि रविवार को मनाई जा रही है। मासिक शिवरात्रि के व्रत का बहुत अधिक महत्व होता है। मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा से कोई भी मुश्किल और असम्भव कार्य पूरा किया जा सकता है।

मासिक शिवरात्रि का महत्व :
मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है। क्योंकि इस व्रत में व्यक्ति को अपने अवगुणों का त्याग करना होता है। इस व्रत को करके देवी-देवताओं ने मनचाहा वरदान पाया है। भगवान शिव के पूजन के लिए उचित समय प्रदोष काल माना जाता है। शिव पुराण के अनुसार, इस दिन व्रत करके भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। जीवन की मुश्किलें दूर होती है।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...