सोमवार, 7 दिसंबर 2020

सीएम योगी करेंगे लेस यूनिट का उद्घाटन

योगी करेंगे चीनी मिल में सल्फर लेस यूनिट का उद्घाटन


हरिओम उपाध्याय


लखनऊ। उत्तर-प्रदेश के मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ नौ दिसम्बर को मुण्डेरवा चीनी मिल के सल्फर लेस यूनिट का उद्घाटन करेगे। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सदर विधायक दयाराम चौधरी ने सोमवार को यहां कहा कि मुण्डेरवा चीनी मिल के सल्फर लेस यूनिट का उद्घाटन बुद्धवार को योगी आदित्यनाथ करेंगे जिसकी तैयारी तेजी से चल रही है। उन्होने बताया कि मुण्डेरवा चीनी मिल परिसर में कार्यक्रम की तैयारी के सम्बंध मे अधिकारियो,कर्मचारियो को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किया गया है।                                


'भारत बंद' में व्यापारियों से मांगा समर्थन

किसान यूनियन ने 8 दिसंबर को भारत बंद में व्यापारियों से मांगा समर्थन


गदरपुर। भारतीय किसान यूनियन ने एक मीटिंग का आयोजन किया जिसमें गदरपुर व्यापार मंडल राइस मिल एसोसिएशन और अनाज मंडी समेत अन्य संगठनों से भारत बंद का समर्थन मांगा। इस दौरान व्यापारियों ने भारतीय किसानों के 8 दिसंबर को भारत बंद के ऐलान को पूर्ण समर्थन दिया। गदरपुर भारतीय किसान यूनियन के ब्लॉक अध्यक्ष राजेंदर सिंह मक्कड़ और किसान यूनियन से जुड़े किसानों ने व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष राजकुमार भुड्डी एवं गदरपुर के अन्य संगठनों से भारत बंद का समर्थन मांगा। सभी संगठनों ने एकमत होकर किसानों के मांगों को सही ठहराते हुए आठ दिसंबर भारत बंद में पूर्ण समर्थन दिया। उन्होंने कहा अन्नदाता के वजह से चलता है। व्यापार। यहां व्यापार मंडल अध्यक्ष पंकज सेतिया, राइस मिल एसोसिएशन अध्यक्ष अनिल नारंग कांग्रेस नगरअध्यक्ष सिद्धार्थ भूसरी, सुभाष बेहड़, प्रीत ग्रोवर, किशन लाल सुधा टीकम खेड़ा, विनोद भूसरी, मनु चौधरी, विनोद गुंबर आदि रहे।                                                       


सरकार के पास किसानों के लिए पैसा नहीं

सरकार के पास गन्ना किसानों के लिए पैसा नहीं: प्रियंका


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है। कि मोदी सरकार अनाप-शनाप खर्चा कर रही है। लेकिन उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों के भुगतान के लिए उसके पास पैसा नहीं है।
उन्होंने कहा कि आश्चर्य यह है। कि सरकार पूंजीपतियों के बारे में खूब सोचती है। और उनको लाभ देने की योजनाएं बनाती है। लेकिन अन्नदाता के बारे में विचार के लिए उसे फुर्सत ही नहीं है। इसलिए गन्ना किसानों के बकाया का भुगतान भी नहीं किया जा रहा है। प्रियंका गांधी ने सोमवार को ट्वीट कर कहा भाजपा सरकार के पास 20,000 करोड़ का नया संसद कॉरिडोर बनाने, 16,000 करोड़ का पीएम के लिए स्पेशल जहाज खरीदने का पैसा है। लेकिन उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों को 14,000 करोड़ भुगतान कराने का पैसा नहीं है। 2017 से गन्ने का मूल्य नहीं बढ़ा है। ये सरकार केवल अरबपतियों के बारे में सोचती है।
उन्होंने गांव कैंनेक्शन नाम से एक पोस्टर भी लिंक किया है। जिसमें लिखा है। गन्ना किसानों का 12,994 करोड़ रुपए का बकाया जिनमें सबसे ज्यादा 10 हजार करोड़ रुपए का बकाया उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों का रुका है।


                                                                                   


योगदान के लिए नाहटा को अवार्ड्स से नवाजा

लीजेंड दादा साहब फाल्के अवार्ड्स से ज्योतिष दिलीप नाहटा सम्मानित


ज्योतिष के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए नाहटा को अवार्ड्स से नवाजा


ब्यावर। राजस्थान के अजमेर जिले में स्थित ब्यावर शहर के ज्योतिषी दिलीप नाहटा को ज्योतिष के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए 5 दिसंबर 2020 को मुंबई में आयोजित बॉलीवुड फिल्म फेस्टिबल अवार्ड्स के सम्मान समारोह में लीजेंड दादा साहब फाल्के अवार्ड्स से सम्मानित किया गया है। मुंबई के अंधेरी स्थित मयुर हॉल में 05 दिसंबर 2020 को आयोजित बॉलीवुड फिल्म फेस्टिबल अवार्ड्स के सम्मान समारोह में भारत के एकमात्र ज्योतिषी दिलीप नाहटा को ज्योतिष में हस्तरेखा के क्षेत्र में विश्व की पहली पोर्टेबल साइंटिफिक हस्तरेखा मशीन बनाने पर एवं 2011 से लेकर 2020 तक राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की 250 से अधिक भविष्यवाणियां सत्य साबित होने पर एवं देशभर में कई जगहों पर निशुल्क कैंप देने पर बॉलीवुड फिल्म जगत के सर्वोच्च सम्मान कृष्णा चौहान फाउंडेशन के बैनर के अंतर्गत लीजेंड दादा साहब फाल्के अवार्ड्स से नवाजा गया है। 
गौरतलब है। कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। कि मुंबई फिल्म जगत ने फिल्मी दुनिया से हटकर देश के किसी ज्योतिषी को ज्योतिष के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए इस अवार्ड्स से नवाजा हो इस अवार्ड कार्यक्रम में मुम्बई फिल्मी जगत की कई बड़ी-बड़ी हस्तियां मौजूद थी। लेकिन देश में बढ़ते कोविड-19 के संक्रमण के कारण सरकारी निर्देशों की पालना करते हुए एवं सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए इतना बड़ा अवार्ड मिलने के बावजूद भी नाहटा ने 05 दिसंबर 2020 को मुंबई में आयोजित बॉलीवुड फिल्म फेस्टिबल के इस अवार्ड कार्यक्रम में ब्यावर से मुंबई जाकर इस आयोजन में शामिल होना अनुकल नहीं समझा अत नाहटा की अनुपस्थिति में म्यूजिक डायरेक्टर दिलीप सेन ने उनके नॉमिनी के तौर पर फिल्म अभिनेत्री अनु कश्यप एवं राजस्थानी फिल्म के सुपरस्टार अरविंद वाघेला को यह अवार्ड प्रदान किया एवं बॉलीवुड की इन हस्तियों ने दादा साहब फाल्के अवार्ड्स को अपने हाथों में लेकर नाहटा को मिले इस अवार्ड्स का न केवल सम्मान बढ़ाया है। अपितु पूरे ब्यावर शहर वासियों का सम्मान बढ़ाकर राजस्थान का नाम देश भर में रोशन किया है। नाहटा फिल्म अभिनेत्री अनू कश्यप एवं राजस्थानी फिल्म के सुपरस्टार अरविंद वाघेला का तह दिल से एवं हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करते हैं। इसके अलावा पूर्व में कुछ महत्वपूर्ण  सम्मान एवं अवार्ड्स भी नाहटा को मिल चुके हैं। जैसे 2015 में चंडीगढ़ के राज्यपाल  कप्तान सिंह सोलंकी से सम्मान मिलना 2017 में गाजियाबाद में विदेश राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह से सम्मान मिलना , 26 जनवरी 2018 को गणतंत्र दिवस पर अजमेर जिला कलेक्टर  गौरव गोयल से सम्मान मिलना , 2019 में जयपुर में राजस्थान राज्य परिवहन मंत्री  प्रताप सिंह खाचरियावास से सम्मान मिलना एवं 2020 में कुरुक्षेत्र में नास्त्रेदमस अवार्ड मिलना , अंतिम कड़ी में नाहटा ने इस अवार्ड्स को अपने ईस्ट गुरु जैन आचार्य 1008  हस्ती मल जी महाराज साहब के चरण कमलों में एवं उनके निमाज गांव स्थित पावन-धाम पर यानी उनके समाधि-स्थल पर समर्पित किया है।                             


शहरवासी कर रहे प्रवासी पक्षियों का इन्तजार

अठखेलियां देखने को उत्सुक अजमेर शहरवासी, कर रहे हैं प्रवासी पक्षियों का इन्तजार


अजमेर। सर्दी का समय है और दिसम्बर माह शुरू हो चुका है। लेकिन अब भी जिले में प्रवासी पक्षियों का इंतजार है। अजमेर की आना सागर और फायसागर झील समेत किशनगढ की गुंदोलाव झील, ब्यावर के बिचड़ली तालाब में हर साल इस समय प्रवासी पक्षियों की आवक हो जाती थी। लेकिन इस बार नहीं हुई है। हाल ही में तैयार किया गया बर्ड पार्क भी सूना ही है। पर्यावरण विदों की माने तो इस साल सर्दी देरी से शुरू हुई है। और उतनी सर्द भी नहीं है। साथ ही जलाशयों का जल स्तर अन्य सालों के मुकाबले इस बार ज्यादा है। यही कारण है। कि प्रवासी पक्षियों की आवक नहीं हुई। लेकिन माह के अन्त तक प्रवासी पक्षियों की आवक होने की उम्मीद है।
ये प्रवासी पक्षी आते है यहां
अजमेर की आनासागर व फायसागर झील सहित किशनगढ के गुंदोलाव झील व ब्यावर के बिचडली तालाब में जिले में मुख्यत हवासील (ग्रेट व्हाइट व डेल​मेशियन पेलिकन), किंगफिशर (पाइड), पनडुब्बी (डेवचिक) टिकडी आरी (कूट), सीखपर (पिनटेल), राजहंस (फ्लेमिगो), बगुला, जल चिडिय़ा (जेकाना पिहूया), सारसक्रेन, टिटहरी, स्टाईल्ड, पेटेड स्टॉर्क (जान्हिल), क्रेन (कुरजां) एवं डोमेसायल क्रेन आदि प्रवासी पक्षी आते है।
लगभग तैयार है बर्ड पार्क
सर्द मौसम में अजमेर की ऐतिहासिक आनासागर झील में आने वाले प्रवासी पक्षियों के लिए बर्ड पार्क भी लगभग तैयार है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत वैशाली नगर स्थित सागर विहार कॉलोनी के पीछे 90 लाख रूपये की लागत 26 हजार 400 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बर्ड पार्क में मिट्टी के सात – आठ प्राकृतिक टीलों का निर्माण किया गया है। बर्ड पार्क में चारों तरफ पांच फीट ऊंचाई की चार दीवारी का निर्माण, इस पर दो फीट रेलिंग लगाई गई है। पार्क का मुख्य द्वार भी तैयार किया गया है। वर्तमान में पार्क की कच्ची भूमि पर घास लगाने का काम जारी है। बर्ड पार्क में सौ से अधिक विभिन्न किस्म के पेड़-पौधे लगाए जाएंगे।
मौसम में बदलाव के साथ आते है पक्षी
यहां पक्षी बारिश के बाद सर्दियों में आना प्रारंभ होते है। यह पक्षी पूर्वी यूरोप, साइबेरिया, मंगोलिया, पोलैण्ड सहित अन्य देशों से आते है। झीलों में पक्षियों को भोजन भी आसानी से मिल जाता है। मौसम भी पक्षियों के लिए अनुकूल है। शिकार की संभावना भी नगण्य है। अक्टूबर से ही मेहमान पक्षी यहां आना शुरू होते हैं। और फरवरी में वापसी शुरू होती है। पक्षी विशेषज्ञों ने बताया कि यूरोप सहित विदेशों में अक्टूबर, नवंबर में बर्फ जम जाती है। ऐसे में पक्षियों को सबसे बड़ी समस्या भोजन की हो जाती है। ऐसे में ये हजारों किलोमीटर की उड़ान भरकर भारत की तरफ आते हैं।                                                                                                                              


सालों पुरानी बुद्ध की प्रतिमा लौटाने के आदेश

चीन की अदालत ने दिए 1000 साल पुरानी बुद्ध की प्रतिमा लौटाने के आदेश


जिनचेंग। 2015 में हंगरी के एक प्रदर्शनी में यह मूर्ति दिखाई दी था। चीन के सैंमिंग इंटरमीडिएट पीपुल्स कोर्ट ने डच कलेक्टर को 1995 में गायब हुई बुद्ध की प्रतिमा को वापस करने का आदेश दिया है। चीन की अदालत ने डच कलेक्टर ऑस्कर वैन ओवरिम के नाम आदेश जारी करते हुए 30 दिनों के भीतर प्रतिमा वापस करने को कहा है।
फुजियान के दक्षिण-पूर्व में स्थित यांगचुन गांव के लोगों का कहना है। कि यह मूर्ति 1000 साल पुरानी है। जो साल 1995 में चोरी हो गई थी। वहीं डच कलेक्टर का कहना है। कि उन्होंने यह मूर्ति हांगकांग से साल 1996 में खरीदी थी। यह वो मूर्ति नहीं है। जिसके मालिकाना हक का दावा यांगचुन गांव लोग कर रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक, गायब हुई प्रतिमा में झांग गोंग झूशी और पैट्रिआर्क झांग गोंग के अवशेष हैं। जो सोंग राजवंश के दौरान बीमारियों के इलाज में मदद करने के लिए इस्तेमाल होते थे। सिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार 2015 में हंगरी के एक प्रदर्शनी में यह मूर्ति दिखाई दी थी। 3 साल तक चली इस कानूनी लड़ाई के बाद यह फैसला लिया गया कि यांगचुन गांव के लोगों को मूर्ति का मालिकाना हक दिया जा सकता है।                                   


कानूनों के खिलाफ ब्रिटेन में प्रदर्शन, कई अरेस्ट

भारत के कृषि कानूनों के खिलाफ लंदन में प्रदर्शन, कई गिरफ्तार


लंदन। ब्रिटेन के मध्य लंदन में रविवार को भारतीय उच्चायोग के बाहर भारत में तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में किए गए प्रदर्शन के दौरान स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया।
स्कॉटलैंड यार्ड ने भारतीय उच्चायोग के बाहर ब्रिटेन के अलग-अलग हिस्सों से प्रदर्शनकारियों के जमा होने से पहले चेतावनी दी थी। मध्य लंदन में हम पंजाब के किसानों के साथ खड़े है।प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए कई पुलिसकर्मी सड़क पर उतरे और चेताया कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कड़े नियम लागू हैं। और अगर 30 से ज्यादा लोग जमा होते हैं तो गिरफ्तारी की जा सकती है। और जुर्माना लगाया जा सकता है। मेट्रोपोलिटन पुलिस के कमांडर पॉल ब्रोगडेन ने कहा कि अगर आप निर्धारित 30 लोगों से अधिक की संख्या में एकत्र होकर नियम तोड़ते हैं। तो आप अपराध कर रहे हैं। जो दंडनीय है। और जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने लोगों से प्रदर्शन में शामिल नहीं होने की अपील भी की।
प्रदर्शन में मुख्य रूप से ब्रिटिश सिख शामिल थे। जो तख्तियां पकड़े हुए थे। जिनपर किसानों के लिए न्याय जैसे संदेश लिखे थे। भारतीय उच्चायोग के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह जल्द स्पष्ट हो गया कि लोगों के जमवाड़े की अगुवाई भारत विरोधी अलगाववादी कर रहे थे। जिन्होंने भारत में किसानों के प्रदर्शन का समर्थन करने के नाम पर भारत विरोधी अपना एजेंडा चलाया। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन भारत का आंतरिक मामला है और भारत सरकार प्रदर्शनकारियों से बात कर रही है।                               


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...