सोमवार, 23 नवंबर 2020

मुंबई: 10 दिनों में होगा लॉकडाउन का फैसला

महाराष्ट्र कोरोना की दूसरी लहर! अगले 10 दिनों में होगा लॉकडाउन का फैसला


नितिन तोरस्कर
मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने रविवार को इस बात के संकेत दिए हैं, कि आने वाले दिनों में लॉकडाउन के आदेश जारी किया जा सकता है। अजित पवार ने कहा है। कि यह हाल ही में संपन्न त्यौहारों के दौरान बाजारों और सार्वजनिक जगहों पर दिखे भीड़ के कारण है। अजित पवार ने कहा, कि “आने वाले 8-10 दिनों में हालात की समीक्षा की जाएगी, परिस्थितियों के अनुसार लॉकडाउन का फैसला लिया जाएगा।  खबर के मुताबिक, पुणे में राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा दीपावली के दौरान काफी भीड़ थी! गणेश चतुर्थी के दौरान भी हमने भीड़ को देखा! हम संबंधित विभागों से बात कर रहे हैं। अगले 8-10 दिन स्थिति की समीक्षा किया जाएगा, इसके बाद लॉकडाउन के बारे में आगे निर्णय लिया जाएगा।
अजित पवार ने जानकारी देते हुए कहा, कि “दीपावली के दौरान भारी भीड़ थी। मानो भीड़ से कोरोना की ही मौत हो गई हो। अब ऐसी भविष्यवाणियां हैं। कि दूसरी लहर आ सकती है! स्कूलों को शुरू करने के लिए सरकार ने बहुत सारे नियम बनाए गए हैं। जिसमें अलग-अलग बचाव के नियम शामिल हैं। इसमें स्वच्छता का पूरा ख्याल रखा जाना जरुरी है। 
आप को बता देंकि राज्य सरकार ने स्थानिय क्षेत्रों में लोगों के स्वास्थ्य और कोविड-19 की स्थिति के आधार पर कल यानी सोमवार से कक्षा 9 से लेकर 12 तक के बच्चों के लिए स्कूलों, फिर से खोलने की अनुमति दे दी है। वहीं कुछ इलाकों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया गया है। जिसमें पिंपरी चिंचवाड़ भी शामिल है।  अजित पवार का बयान ऐसे समय में आया है। जब देश की राजधानी दिल्ली में बढ़ते ‘कोरोनो वॉयरस’ के मामलों के मद्देनजर, इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं। कि दिल्ली से आने-जाने वाले गाडियों। ट्रेन और फ्लाइट पर केजरीवाल सरकार रोक लगाने का फैसला कर सकती है।
आप को और अधिक जानकारी देते हुए बता दें कि महाराष्ट्र उन राज्यों में हैं। जहां लगातार कोरोना वॉयरस’ के मामले देश में सबसे ज्यादा बडे हैं। स्वास्थ्य विभाग से राज्य के मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि रविवार को महाराष्ट्र में 5, 753 कोरोना वॉयरस’ के नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। जिसके बाद राज्य में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 17, 80, 208 हो गई है। रविवार को 50 लोगों ने ‘कोरोना के कारण अपनी जान गंवाई। इन ऑकडों के बाद राज्य में कोरोना के कारण हुई मौतों की संख्या 46, 623 हो गई है। आशा करते हैं। कि मंदीरो और मस्जिदों तथा धार्मिक स्थानों को बंदकर, घरों में दिया जलाया गया ताली और थाली बजाकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई में घंटी बजा चूके आम जनता को कम-से-कम अब तो समझ जाना चाहिए कि लोगों का जीवन अब खतरे में है। अपने और आस-पास के लोगों का खयाल करें बे-वजह लोगों के संपर्क में न आएं। फिल्हाल कोरोना का वायरस अब भी हमारे जीवन के लिए खतरा बना हुआ है।                           


मुंबई: एक्ट्रेस कैटरीना का हुआ कोरोना टेस्ट

कटरीना कैफ का हुआ कोरोना टेस्ट, जल्द शुरू करेंगी शूटिंग


मनोज सिंह ठाकुर


मुंबई। दुनियाभर में कोरोना वायरस के बाद लॉकडाउन हुआ था और फिल्म इंडस्ट्री भी इससे अछूती नहीं रही। हालांकि अब धीरे-धीरे फिल्म इंडस्ट्री फिर से लाइन पर आ रही है एवं दोबारा फिल्मों की शूटिंग शुरू हो रही हैं। हालांकि शूटिंग में सरकार की गाइडलाइंस का पालन किया जा रहा है। और कोरोना के चलते काफी एहतियात बरता जा रहा है। अब कटरीना कैफ अपनी अगली फिल्म शूटिंग करने जा रही हैं। तो उनका भी पहले कोरोना टेस्ट हुआ है।
कटरीना कैफ ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर कोरोना टेस्ट कराते हुए वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो के साथ उन्होंने लिखा यह किया जाना चाहिए, शूट के लिए टेस्टिंग (डैनी की तरफ से बेहद जरूरी निर्देश हमेशा मुस्कुराइये। वीडियो में दिखाई दे रहा है। कि टेस्ट कर रहे मेडिकल प्रफेशनल ने पीपीई किट पहनी हुई है। बता दें कि कटरीना कैफ आने वाले दिनों में भारत के डायरेक्टर रहे अली अब्बास जफर की एक फिल्म में काम करने जा रही हैं। जिसमें वह एक सुपरवुमन का किरदार निभाएंगी। कटरीना की आने वाली फिल्म सूर्यवंशी भी रिलीज के लिए तैयार है। जिसमें वह लंबे समय बाद अक्षय कुमार के साथ दिखाई देंगी। इसके अलावा वह सिद्धांत चतुर्वेदी और ईशान खट्टर के साथ फिल्म फोन भूत में दिखाई देंगी।


अभिषेक की हरकत से गोविंदा ने तोड़ी चुप्पी

कृष्णा अभिषेक की हरकत से गोविंदा ने तोड़ी चुप्पी


मुंबई। गोविंदा और उनके भांजे कृष्णा अभिषेक के बीच दरार आए दो साल हो गए लेकिन अब तक उनकी सुलह नहीं हो पाई है। बात कृष्णा की पत्नी कश्मीरा के ट्वीट से शुरू हुई थी। इसमें उन्होंने लिखा था कि कुछ लोग पैसे के लिए नाचते हैं। इस पर गोविंदा की पत्नी बुरा मान गईं। कृष्णा ने रीसेंटली कपिल शर्मा के शो पर परफॉर्म नहीं किया क्योंकि वहां गोविंदा पहुंचे थे। अब गोविंदा ने इस विवाद पर चुप्पी तोड़ी है। एक इंटरव्यू के दौरान गोविंदा ने कहा- इस मामले में पब्लिक पर बोलने में बहुत दुख हो रहा है। लेकिन अब बहुत हो गया सच सामने आना चाहिए। मैंने रिपोर्ट पढ़ी कि मेरे भांजे ने उस टीवी शो पर परफॉर्म नहीं किया क्योंकि मैं वहां गेस्ट था। उसने हमारे रिश्ते पर भी बात की। उनके स्टेटमेंट में कई नाम खराब करने वाले और बेकार के कॉमेंट्स थे। गोविंदा ने यह भी कहा कि कृष्णा बचपन से उनके परिवार के बेहद करीब रहे हैं। पता नहीं पब्लिक में ये सब बोलकर उनको क्या मिल रहा है।                             


भाजपा ने वेस्ट बंगाल की घेराबंदी की, मॉडल

वेस्ट बंगाल में बीजेपी का गुजरात मॉडल 


कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मिथिला विजय के बाद अब पूरी तरह से पश्चिम बंगाल की घेराबंदी कर दी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने घोषणा कर दी है। कि वे हर महीने पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे। इसी के साथ यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल में गुजरात मॉडल लागू किया जाएगा। अब इसको लेकर बहस छिड़ गयी है। कि यह माडल कैसा होगा। एक टीवी चैनल पर बहस के दौरान भाजपा के एक समर्थक ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हिन्दुओं के अपमान को वर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल को कश्मीर नहीं बनने दिया जाएगा। इस तरह पश्चिम बंगाल में गुजरात मॉडल के अलग अलग मतलब निकाले जाने लगे हैं। तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी का इससे मतलब है। बाहरी लोगों का वर्चस्व, जबकि कांग्रेस और वामपंथी दलों के लिए गुजरात मॉडल का मतलब है। दंगे वाला गुजरात। इत्तेफाक से 19 नवम्बर की शाम को गुजरात के मॉडल शहर अहमदाबाद में तीन दिन का कर्फ्यू लगा दिया गया। यह कर्फ्यू कोरोना संक्रमण के दोबारा बढते प्रकोप के चलते लगाया गया। कर्फ्यू लगने से एक दिन पहले ही कोरोना गाइड लाइन्स की जिस तरह धज्जियां उड़ाई गयीं उसे भी एक तरह का गुजरात मॉडल बताया जा रहा है।
पश्चिम बंगाल में भाजपा और संघ को बाहरी लोग और विभाजनकारी ताकत बताते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें हराने की आवश्यकता है। ममता बनर्जी ने इससे पहले भी कई मौकों पर भाजपा को बाहरी लोगों की पार्टी बताया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ लोग दूसरे राज्यों से गुंडे लेकर आ रहे हैं। ताकि 2021 के विधानसभा चुनावों से पहले राज्य की शांति भंग की जा सके। ममता बनर्जी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा ने कहा देश के बाकी हिस्सों से आने वाले भारतीयों का तृणमूल कांग्रेस सरकार स्वागत नहीं करती है। लेकिन बांग्लादेशी घुसपैठियों का दिल खोलकर स्वागत किया जाता है। हिन्दी भाषी बहुल क्षेत्र पोस्ता बाजार में जगधात्री पूजा के शुभारंभ के अवसर पर बनर्जी ने लोगों से कहा कि वे राज्य में अशांति फैलाने वाले गुंडों और बाहरी लोगों का प्रतिकार करें। उन्होंने कहा अगर बाहर से कुछ गुंडे हमारे राज्य में आकर आपको आतंकित करते हैं। तो आप सभी को एकजुट होकर उनका प्रतिकार करना चाहिए। मैं वादा करती हूं कि हम आपके साथ होंगे। हम शांति में विश्वास करते हैं। लेकिन कुछ लोग सिर्फ चुनाव के दौरान दूसरों को आतंकित करने आते हैं। हम उन्हें यहां मनमर्जी नहीं करने देंगे। इन बाहरी लोगों को विभाजनकारी ताकत बताते हुए बनर्जी ने कहा कि उन्हें हराने की आवश्यकता है।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने इससे पहले भी कई मौकों पर भाजपा को बाहरी लोगों की पार्टी बताया है। बनर्जी के बयान पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख का बयान राज्य में भाजपा की बढ़ती पकड़ पर पार्टी की हताशा व्यक्त कर रहा है। उन्होंने कहा, ऐसे बयान तृणमूल कांग्रेस और उसके नेतृत्व के गुस्से और हताशा को दर्शाते हैं। बहरहाल, पश्चिम बंगाल में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है। वैसे वैसे सियासी जंग भी तेज होती जा रही है। खासकर राज्यपाल धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच जुबानी जंग जारी है। पश्चिम बंगाल की राजनीति में दिलचस्पी रखने वाले तो यहां तक कहते हैं। कि ममता बनर्जी एक तरफ हैं। और भाजपा, कांग्रेस व माकपा के साथ राज्यपाल दूसरी तरफ से मोर्चा संभाले हैं। राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर जहां राज्यपाल ने ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोला है। वहीं, मुख्यमंत्री ने बिना किसी का नाम लिए तीखी भाषा में जवाब दिया है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सुरक्षा मुहैया कराने को लेकर कथित तौर पर राजनीति करने पर सतारूढ़ तृणमूल कांग्रेस सरकार की जमकर आलोचना की। राज्य सरकार ने हाल ही में तृणमूल कांग्रेस के मंत्री सुवेंदु अधिकारी के तीन करीबी सहयोगियों को दी गई सुरक्षा वापस ले ली है। अधिकारी ने हाल ही में एक रैली में पार्टी के खिलाफ बोला था। धनखड़ ने यह भी दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस के इशारे पर स्थानीय अधिकारियों ने शहीद सैनिक के परिवार से मिलने नहीं दिया और भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार की यात्रा में रुकावट डाली। राज्यपाल ने कहा कि बार-बार चेतावनी के बावजूद कुछ अधिकारी राजनीतिक कार्यकर्ताओं की तरह काम कर रहे हैं। मुर्शिदाबाद यात्रा के दौरान धनखड़ ने पत्रकारों से कहा सुरक्षा मुहैया कराने जैसे मुद्दे पर राजनीतिक दबाव में आकर काम करना लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाने जैसा है। उन्होंने यह जानना चाहा कि क्या राज्य की स्थिति ऐसी हो गई है। कि किसी व्यक्ति को सुरक्षा देने के लिए उसकी राजनीतिक आस्था पर ध्यान दिया जा रहा है। शहीद को श्रद्धांजलि देने जा रहे सरकार को कुछ अधिकारियों द्वारा इंतजार कराए जाने' के विवाद के सदर्भ में धनखड़ ने कहा कि ऐसे व्यवहार के बारे में जानकर कोई भी हैरान हो सकता है। ऐसे हालात में पश्चिम बंगाल के लिए भाजपा का गुजरात माडल क्या हो सकता है, यह समझना मुश्किल नहीं रह जाता। माजरा तब और साफ हो जाता है। जब भाजपा के नेता अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की हत्या के आंकड़े पेश करते हैं। और हत्या का आरोप तृणमूल कांग्रेस पर लगाते हैं। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को सत्ता से बेदखल करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा देने वाली भारतीय जनता पार्टी ने राज्य के प्रभारियों को टास्क देना शुरू कर दिया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने अपनी नयी टीम के राज्य प्रभारियों के साथ बैठकें शुरू कर दी हैं। भाजपा फिलहाल पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार से सत्ता छीनने की कोशिशों में जुटी हुई है। इस राज्य में उसे अभी तक सत्ता नहीं मिली है। पिछले लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन के बाद पार्टी वहां एक मजबूत ताकत के रूप में उभरी है। इसलिए वर्ष 2021 के विधानसभा चुनावों में पार्टी को बहुमत हासिल करने की उम्मीद है। भाजपा पूर्वी भारत में धीरे-धीरे पैर जमा रही है। असम में भाजपा इस वक्त सत्ता में है। और वहां उसके सामने अपनी सत्ता को बचाये रखने की चुनौती है। वर्ष 2021 में कई राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं। और इसकी तैयारी भाजपा ने अभी से शुरू कर दी है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्यों के प्रभारियों के साथ 19 नवम्बर को पहली बैठक की और उन्हें अपने-अपने क्षेत्रों का व्यापक दौरा करने और संगठनात्मक गतिविधियों को लगातार जारी रखने को कहा। सूत्रों की मानें तो जेपी नड्डा ने सभी राज्यों के प्रभारियों को अपने-अपने जिम्मे वाले राज्यों में अधिक से अधिक सक्रिय रहने के लिए कहा लेकिन ज्यादा जोर उन राज्यों के प्रभारियों पर रहा जहां अगले साल विधानसभा के चुनाव हैं। ऐसे प्रभारियों को उन्होंने विशेष जोश के साथ काम करने की सलाह दी। पश्चिम बंगाल ऐसा ही राज्य है। भाजपा में महासचिवों, उपाध्यक्षों और सचिवों को विभिन्न राज्यों का जिम्मा दिया जाता है। पार्टी की भाषा में उसे प्रभारी कहते हैं। प्रभारियों का मुख्य काम राज्यों के नेताओं और केंद्रीय नेतृत्व के बीच एक कड़ी की भूमिका निभाना होता है। राजनीतिक निर्णयों में उनके सुझाव अहम होते हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से यह बैठक ऐसे समय में हुई है। जब अगले साल पश्चिम बंगाल, केरल, असम, तमिलनाडु, और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। बैठक के दौरान भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने प्रभारियों को उनकी भूमिका और भावी कार्ययोजना को लेकर एक प्रस्तुति भी दी। नड्डा ने पिछले सप्ताह पार्टी के केंद्रीय पदाधिकारियों को राज्यों और संघशासित प्रदेशों का प्रभार सौंपा था।


कोविड-19 ने लगाया पुनर्वास प्रक्रिया पर ब्रेक

कोविड-19 ने लगाया शरणार्थियों की पुनर्वास प्रक्रिया पर ब्रेक


नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी की एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक इस बात की जानकारी सामने आई है कि इस वर्ष के शुरुआती 9 माह के दौरान पुनर्वासितों की संख्या में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी की एक ताजा रिपोर्ट में इस बात की जानकारी सामने आई है। यूएनएचसीआर के मुताबिक वर्ष 2019 के शुरुआती नौ माह में जहां 50 से अधिक शरणार्थियों को पुनर्वासित किया गया था वहीं इस बार ये संख्या महज 15425 है। एजेंसी में इस काम का जिम्मा संभाल रही असिसटेंट हाई कमिश्नर गिलियन ट्रिग्गस का कहना है कि मौजूदा आंकड़े दो दशकों में सबसे कम हैं। ये संगठन के उन प्रयासों को जबरदस्त झटका है। जो शरणार्थियों के तौर पर जीने वाले और जोखिमों का सामना करने वालों का जीवन बचाने में जुटा है। यूएनएचसीआर के आंकड़े बताते हैं। कि मौजूदा वर्ष में सबसे अधिक सीरियाई नागरिकों को पुनर्वासित किया गया है। जो करीब 40 फीसद से कुछ अधिक हैं। इसके बाद अफ्रीकी देश कांगो के लोग हैं। जिनकी तादाद करीब 16 फीसद है। इसके बाद आने वालों में इराक म्यांमार और अफगानिस्तान से आए शरणार्थियों को पुनर्वासित किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार जनवरी-सितंबर के बीच करीब 15 हजार लोगों को हिंसा का शिकार होना पड़ा है। वहीं वैश्विक महामारी कोविड-19 की वजह पुनर्वासितों की संख्या में गिरावट की बात सामने आई है।                               


दिल्ली: लॉकडाउन लगाने की याचिका खारिज

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने उस याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया। जिसमें कोविड-19 के बढ़ते मामलों तथा वायु प्रदूषण के स्तर के मद्देनजर आप सरकार को शहर में तत्काल ‘लॉकडाउन’ लगाने का निर्देश देने की मांग की गई थी। अदालत ने याचिका को ‘आधी-अधूरी’ तथा ‘अनावश्यक’ बताया। मुख्य न्यायाधीश डी.एन. पटेल और न्यायमूर्ति प्रतीक जालान की पीठ ने कहा कि याचिका बिना किसी पूर्व तैयारी के दायर की गई है। इसे अस्वीकार करने के साथ-साथ इसपर जुर्माना भी लगाया जाना चाहिए।                                    


यूपीः सीएम योगी को धमकी भरा संदेश, अरेस्ट

हरिओम उपाध्याय


लखनऊ। उत्‍तर-प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को वाट़्सएप पर धमकी भरा संदेश भेजने वाले एक 16 वर्षीय नाबालिग को लखनऊ पुलिस ने अपनी अभिरक्षा में लेकर उसके खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।पुलिस के अनुसार नाबालिग ने पुलिस के डायल-112 सेवा के वाट़्सएप पर मुख्‍यमंत्री के लिए धमकी भरे संदेश भेजे। जिसकी सूचना सुशांत गोल्‍फ सिटी थाने को दी गई। सुशांत गोल्‍फ सिटी थाने में उसके खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया। इसके बाद लखनऊ के पुलिस कमिश्‍नर डीके ठाकुर ने बताया कि सर्विलांस, साइबर और आगरा पुलिस की मदद से नाबालिग का लोकेशन पता कर उसको आगरा से लखनऊ पुलिस ने रविवार को अपनी अभिरक्षा में ले लिया। पुलिस के अनुसार उसके कब्‍जे से मोबाइल और सिम बरामद किया गया है। मोइाबल से उसने मैसेज डिलीट कर दिए थे जिसकी रिकवरी के लिए साइबर फोरेंसिक टीम के पास भेजा गया है। विधिक कार्यवाही पूर्ण कर उसे बाल न्‍यायालय में पेश किया जा रहा है।                                         


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...