गुरुवार, 19 नवंबर 2020

टमाटर स्वाद नहीं, स्वास्थ्य के लिए लाभकारी

जानिए आपके लिए कितना गुणकारी हैं टमाटर


टमाटर न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है। बल्कि इसके अंदर पाए जाने वाले विटामिन-ए और विटामिन-सी जैसे कई गुणकारी तत्व हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं। सब्जी की टोकरी में सामान्य-सा दिखाई देने वाला टमाटर, कई असामान्य गुणों से भरपूर होता है। तो आइये जानते है। टमाटर से होने वाले फायदों के बारे मे
-टमाटर एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है। टमाटर में विटामिन सी, लाइकोपीन, विटामिन पोटैशियम पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। साथ ही इसमें कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाले तत्व भी पर्याप्त मात्रा में होते हैं। जिन लोगों को वजन कम करना है। उनके लिए भी ये काफी फायदेमंद है।
-पोषक तत्वों से भरपूर टमाटर गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। एक स्वस्थ शिशु के लिए गर्भवती महिला को प्रचुर मात्रा में पोषक तत्वों और विटामिन्स की आवश्यकता होती है। जिसके लिए टमाटर बेहतर विकल्प है। विटामिन सी मां और बच्चें दोनों को स्वस्थ रखने का कार्य करता है। जो टमाटर में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
-बाजार में प्रचलित ब्यूटी प्रोडक्ट्स के बारे में आप अमूमन सुनते ही होंगे कि इनमे टमाटर का लीकोपीन मौजूद है। टमाटरों का यह गुण आपको सूर्य की हानिकारण यूवी किरणों के प्रभाव से बचाता है। जिससे आपकी त्वचा आसानी से झुलसती नहीं है। इसके अलावा टमाटर में एंटी ऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं। जो आपको समय से पहले बूढ़ा नहीं दिखने देते।
-टमाटर का सेवन हमारे पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है। यह दस्त और कब्ज दोनों से ही हमारे पाचन तनरत की रक्षा करते हैं।
-टमाटर में विटामिन के और कैल्शियम की उपस्थिति के कारण यह आपकी हड्डियों के लिए एक बहुत अच्छा आहार है। दोनों ही तत्व हड्डियों को मजबूत बनाने और उनकी मरम्मत करने के लिए लाभदायक हैं। इसमें निहित लाइकोपीन नामक एंटी-ऑक्सिडेंट भी हड्डियों को बेहतर बनाने के लिए जाना जाता है। जो ऑस्टियोपोरोसिस से लडऩे का एक प्रभावी तरीका है। ऑस्टियोपोरोसिस एक बीमारी है। जो हड्डी के फ्रैक्चर विकलांगता और विकृति का कारण बन सकती है।                                   


यूट्यूब पर धनुष के गाने ने मचाया धमाल

धनुष के इस गाने ने मचाया धमाल, यूट्यूब पर 1 अरब के पार हुए व्यूज


चेन्नई। सुपरस्टार धनुष और साई पल्लवी के गाने राउडी बेबी ने यूट्यूब पर धमाल मचा दिया है। राउडी बेबी के यूट्यूब पर 1 अरब व्यूज पूरे कर लिए हैं। यह गाना फिल्म मारी 2 का है। धनुष द्वारा गाए गए इस गाने को म्यूजिक शंकर राजा ने दिया है। और लिरिक्स पोएटू धनुष ने लिखे हैं। वैसे धनुष के साथ धी ने भी गाना गाया है।
दिलचस्प बात यह है। कि आज ही के दिन धनुष का पॉप्युलर गाना कोलावरी डी रिलीज हुआ था। जिसने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए थे। धनुष ने इस खुशी को फैन्स के साथ शेयर करते हुए लिखा क्या संयोग है। राउडी बेबी एक अरब व्यूज को पार कर चुका है। और वह भी उसी दिन जिस दिन कोलावरी डी की 9वीं एनिवर्सरी है।
धनुष ने आगे लिखा हमारे लिए यह सम्मान की बात है। कि यह पहला साउथ इंडियन सॉन्ग है। जिसको यूट्यूब पर एक अरब बार देखा जा चुका है। हमारी पूरी टीम आपको दिल से धन्यवाद कहती है। बता दें कि इससे पहले धनुष के गाने कोलावरी डी ने भी धमाल मचाया था। जो साल 2011 में आई साइकोलॉजिकल थ्रिलर 3 का था।
धनुष के अपकमिंग प्रोजेक्ट की बात करें तो वह जल्द ही आनंद एल रॉय की फिल्म अतरंगी रे में नजर आने वाले हैं। फिल्म में धनुष के साथ अक्षय कुमार और सारा अली खान लीड रोल में हैं।रिपोर्ट्स के मुताबिक सारा फिल्म में डबल रोल में नजर आने वाली हैं। वह फिल्म में अक्षय और धनुष दोनों के साथ रोमांस करेंगी।                                      


स्वास्थ्य वर्धक, ठंड में जमकर खाए गाजर

ठंड के दिनों में जमकर खाएं गाजर, होते हैं ये हैरान कर देने वाले फायदे


सब्जिय़ों की तुलना में गाजर स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम आहार में से एक है। गाजर खाने के फायदे जानकर आप गाजर खाना आज से ही शुरू कर देंगे। अच्छे स्वास्थ्य के लिए हर कोई पौष्टिक भोजन का सेवन करते हैं। जो आपको तंदरुस्त बनाता हैं। इन दिनों मार्किट में गाजर हैं। गाजर सर्दी में काफी अहम माना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, गाजर स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम आहार है। इसके स्वास्थ्य लाभों को देखते हुए इसे ‘सुपरफूडÓ भी कहा जाता है। बेहतर पाचन तंत्र के लिए इसका सेवन जूस या सलाद के रूप में किया जा सकता है। गाजर कैरोटेनॉइड और डाइटरी फाइबर जैसे बायोएक्टिव कंपाउड से समृद्ध होती है।जो शरीर के लिए काफी फायदेमंद माने जाते हैं।
गाजर में विटामिन्स प्रचुर मात्रा में होते हैं। इसमें प्रमुख रूप से विटामिन ए, विटामिन सी, विटाएमिन के और विटामिन बी-8 मौजूद होते हैं। इसके अलावा गाजर में फोलेट, पोटैशियम, पैंटोथेनिक एसिड, आयरन, तांबा और मैंगनीज जैसे और भी कई मिनरल्स पाए जाते हैं। गाजर में काफी मात्रा में फाइबर और बीटा-कैरोटिन पाया जाता है। जो स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने के लिए काफी उपयोगी माना जाता है। तो चलिए आपको बताते हैं। कि गाजर किन-किन तरीकों से आपको स्वस्थ रखता है।
दिल की बीमारियों में सहायक । अगर आप हफ्ते में छह गाजर खाते हैं। तो आपको दिल का रोग नहीं होगा। ह्दय की कमजोरी अथवा घड़कनें बढ़ जाने पर गाजर को भूनकर खाने पर लाभ होता है। जो लोग रोजाना गाजर का सेवन करते हैं। उन लोगों में स्ट्रोक ग्रस्त होने की संभालना लगभग 68 प्रतिशत तक कम हो जाती है। रोजाना एक गाजर का सेवन करने से 68 प्रतिशत तक दिल के दौरे का खतरा कम होता है। साथ ही ये कई तरह के दिल की बीमारियों से आपको दूर रखता है।
आंखों के लिए फायदेमंद। यह आंखों के लिए इसलिए फायदेमंद होता है। क्योंकि इँसमें बीटा केरोटीन पाया जाता है जो कि लीवर में जा कर विटामिन ए में बदल जाता है। विटामिन ए रेटीना के अंदर ट्रासंफॉम होता है। और फिर यह बैगनी से दिखने वाले पिग्मेंट में इतनी शक्ती होती है कि रतौन्धी जैसा रोक दूर-दूर तक नहीं हो पाता। इसके अलावा गाजर में बीटा कैरोटीन मौजूद होता है। जो मोतियाबिंद से आंखों की रक्षा करता है। साथ ही गाजर में ल्यूटिन और जेक्सैथिन भी मौजूद होता है।जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरुरी है।
लिवर रखे सुरक्षित। गाजर दिल और ब्लड प्रेशर (रक्तचाप) के मरीजों के लिए अत्यधित फायदेमंद होता है। इसमें बीटा-कैरोटीन, अल्फा-कैरोटीन और लुटेइन भरपूर मात्रा में होता है जो बहुत ही ऐंटीऑक्सिडेंट है। गाजर में मौजूद पोटैशियम, रक्त वाहिकाओं और धमनियों को फैलाकर रक्त-प्रवाह को बढ़ाता है। जिससे दिल के प्रणाली पर कम तनाव पड़ता है।
मुंह भी रखे स्वस्थ। मुहं में बदबू ना आए और मसूड़ों में सडन ना पैदा हो इसलिये उन्हें गाजर खानी चाहिये। गाजर में त्वचा और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होने के साथ-साथ मौखिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। गाजर को चबाकर खाने से दांतों में फंसा मैल और उसमें फंसे भोजन के कण निकल जाते हैं। इसके अलावा गाजर लार (सलाइवा) के उत्पादन को बढ़ाता है। साथ ही स्वाभाविक रूप से यह क्षारीय होने के कारण मुंह में एसिड के प्रभाव को संतुलित करता है।
रक्त चाप को रखें सामान्य। गाजर बीपी के मरीजों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। गाजर में काफी मात्रा में विटामिन ए मौजूद होता है। जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में अहम भूमिका निभाता है। इसके अलावा गाजर लिवर में पित्त और जमे हुए वसा को कम करने में अत्यधिक मदद करता है।
त्वचा को निखारता है। गाजर सेहत के साथ आपकी त्वचा को भी बेहतर बनाता है। गाजर विटामिन ए और ऐंटीऑक्सीडेंट का अच्छा सोर्स होता है। जिस वजह से ये त्वचा को निखारने में काफी उपयोगी होता है। साथ ही ये सूर्य की हानिकारक अल्ट्रावाइलेट किरणों से त्वचा की रक्षा करता है। जिससे त्वचा संबंधी समस्या नहीं होती हैं। इसके अलावा ये क्षतिग्रस्त त्वचा के ऊतकों के सुधार में भी सहायक है।                                       


सलमान के ड्राइवर सहित दो अन्य स्टाफ संक्रमित

सलमान खान के पर्सनल ड्राइवर और 2 स्टाफ को हुआ कोरोना, ऐक्टर ने खुद को किया आइसोलेट


मुंबई। कोरोना वायरस ने इस साल पूरी दुनिया को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस खतरनाक वायरस से अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है। तो कई ने इसे हराया भी है। अब रिपोर्ट्स हैं। कि सलमान खान के पर्सनल ड्राइवर अशोक का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है।
उनके ड्राइवर के अलावा उनके घर के 2 स्टाफ मेंबर्स के भी कोविड पॉजिटिव होने की खबर है। खबरें हैं कि इसके बाद सलमान ने खुद को 14 दिन के लिए आइसोलेट कर लिया है।
परिवार के भी आइसोलेट होने की खबर
जानकारी के अनुसार सिर्फ सलमान ही नहीं बल्कि उनके घर के सदस्यों ने भी खुद को 14 दिन के लिए खुद को आइसोलेट कर लिया है। बताया जा रहा है। कि संक्रमित स्टाफ मेंबर्स को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हालांकि सलमान या उनके परिवार के किसी सदस्य ने इस बात की पुष्टि नहीं की है।
स्टाफ के इलाज का रखा पूरा ध्यान
सलमान बिग बॉस के वीकेंड का वार में नजर आते हैं तो सवाल उठता है। कि अब वह आने वाले वीक में कैसे आ पाएंगे। वहीं पिंकविला की रिपोर्ट के मुताबिक, सलमान ने इस बात का ध्यान रखा है। कि उनके स्टाफ को बेहतरीन इलाज मिले। वहीं उनका परिवार सलीम खान और सलमा खान की वेडिंग ऐनिवर्सी की तैयारी भी कर रहा था। लेकिन इस सिचुएशन को देखकर इसके कैंसल होने की खबर आ रही है।                                   


बेबाक रवैया के कारण मिला दूसरा नाम

रानी लक्ष्मीबाई जयंती विशेष : विवाह से पहले इस नाम से मशहूर थी लक्ष्मीबाई बेबाक रवैये से मिला नया नाम


आज महारानी लक्ष्मी बाई की जयंती है। उनके राष्ट्र प्रेम साहस और बलिदान की अमर कहानी बुन्देलखण्ड के इतिहास को गौरान्वित कर महिलाओं के लिए आज भी प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है। वीरागंनाओं के पारस्परिक सहयोग त्याग और आत्मविश्वास दलित सवर्ण का अमिट प्रेम भी राष्ट्रीय एकता सामाजिक सद्भाव का प्रतीक बना हुआ है।
देश की आजादी के लिए वर्ष 1857 की पहली लड़ाई में जहां राजाओं नवाबों, देशभक्त साधन सम्पन्न साहसिक नागरिकों ने संघर्ष किया वहीं रानी लक्ष्मीबाई का राष्ट्र प्रेम संघर्ष आज भी यादगार बना हुआ है।
19 नवम्बर 1828 को काशी के सुप्रसिद्ध महाविद्वान ब्राह्मण परिवार में जन्मी रानी लक्ष्मीबाई का पालन पोषण, शिक्षा-दीक्षा, बिठूर, कानपुर में हुई बिठूर में वह मनु और छबीली के नाम से विख्यात थी। उन्होंने युद्ध कौशल की शिक्षा बिठूर में ही ली झांसी के गंगाधर राव से विवाहोपरान्त वह लक्ष्मीबाई के नाम से विख्यात हुई।
उन्होंने एक पुत्र को जन्म दिया लेकिन कुछ माह उपरांत उसकी मृत्यु हो गई। पुत्र के गम में राजा भी चल बसे भारत देश की इस विरांगना ने 17 जून 1858 को ग्वालियर में सदा के लिए आंखें बंद कर ली थी। अल्प आयु में ही उन्होंने सेनापति के साथ-साथ कुशल प्रशासक की अमिट छाप छोड़ी है।
जीवनसंगी और संतान
राजा गंगाधर राव ने अपने जीवनकाल में ही अपने परिवार के बालक दामोदर राव को दत्तक पुत्र मानकर अंग्रेजी सरकार को सूचना दे दी थी। परंतु ईस्ट इंडिया कंपनी की सरकार ने दत्तक पुत्र को अस्वीकार कर दिया रानी ने अंग्रेजों के विरुद्ध युद्ध का बिगुल बजा दिया और घोषणा कर दी कि मैं अपनी झांसी अंग्रेजों को नही दूंगी। यहीं से पहले प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का आरंभ हुआ।
बेबाक रवैया
झांसी की रानी लक्ष्मीबाई बेबाक अपनी बात रखती थी। एक बार वह एक कथावाचक के यहां पहुंचीं। उस समय वहां कथा चल रही थी। वह बाल विधवा होने के बावजूद कांच की चूडिय़ों की बजाय सोने की चूडिय़ां पहने हुई थीं। उनके हाथों में चूडिय़ों को देखकर पंडित जी ने व्यंगात्मक लहजे से कहा घोर कलियुग है। धर्म-कर्म की सारी मर्यादाएं टूट गई हैं। विवाहित स्त्रियां पहले कांच की चूडिय़ां पहनती थीं वे अब विधवा होने के बाद सोने की चूडिय़ां पहन रही हैं।
जब यह बात कही गई, तब काफी लोग वहां मौजूद थे। यह सुनकर लक्ष्मीबाई ने कहा महाराज आप क्या जानें कि हमने सोने की चूडिय़ां क्यों पहन रखी हैं। पति के जीते जी कांच की चूडिय़ां इसलिए पहनती थी। ताकि हमारा सुहाग कांच की तरह नाशवान रहे और जब उन्होंने शरीर त्याग दिया तब सोने की चूडिय़ां इसलिए पहनी हैं। ताकि हमारा सुहाग सोने की तरह चमकता रहे। वह पंडित लक्ष्मीबाई के इस उत्तर को सुनकर ठगा-सा रह गया।                                       


पथरी निकलवाने गया शख्स, निकाल ली किडनी

स्टोन निकलवाने गया शख्स डॉक्टर्स ने निकाल ली किडनी परिजनों का हंगामा


नई दिल्ली/पटना। आज के समय में अस्पताल से कई चौकाने वाले मामले सामने आते हैं। ऐसे में हाल ही में भी एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसे जानने के बाद आपके होश उड़ जाएंगे। मिडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मामला कंकड़बाग के अशोकनगर का है। यहाँ एक निजी अस्पताल पर किडनी निकालने का आरोप लगाया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले के बारे में पता चलते ही परिजनों ने जमकर बवाल किया है। इस मामले में बेगूसराय के रहने वाले मरीज के परिजनों ने यह आरोप लगाया है। कि पीड़ित अस्पताल में स्टोन का ऑपरेशन कराने के लिए भर्ती हुआ था। लेकिन डॉक्टरों ने उसकी किडनी ही निकाल ली।
वहीं उसके बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया। जैसे ही इस घटना के बारे में सूचना पुलिस को मिली तुरंत पुलिस पहुंची और पुलिस ने मामले की जांच-पड़ताल की। इस मामले में थानेदार का कहना है। कि ‘अभी कोई लिखित आवेदन नहीं मिला है। अगर मिलता है। तो केस दर्ज करते हुए कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं अगर पुलिस अधिकारियों की मानें तो ‘किडनी निकाली गई है। या नहीं यह मेडिकल जांच में ही पता चलेगा। मिली जानकारी के मुताबिक बेगूसराय के रहने वाले पीड़ित मरीज के परिजनों का कहना है। युवक को कुछ दिनों से पेट में दर्द हो रहा था। अल्ट्रासाउंड कराया गया तो पेट में स्टोन निकला।
वहीं आगे परिजनों ने बताया कि दो दिन पूर्व कंकड़बाग के अशोकनगर रोड स्थित अस्पताल में पीड़ित को एडमिट कराया गया था। ऑपरेशन के बाद परिजन हंगामा करने लगे। अब परिजनों ने यह आरोप लगाया है। कि डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर बाईं किडनी निकाल ली है। मरीज उसी अस्पताल में भर्ती है। जहां ऑपरेशन कराया गया था। पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की और बाद में उनके आरोपों के आधार पर अस्पताल प्रबंधन के अलावा वहां के कर्मचारियों से बातचीत की।                                 


इंदिरा को दी श्रद्धांजलि, बताया शक्ति स्वरूप

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ने इंदिरा गांधी की जयंती पर दी श्रद्धांजलि दादी को बताया ‘शक्ति का स्वरूप


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। आज देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती है। इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शक्ति स्थल’ पर पहुंच उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। अपनी दादी को याद करते हुए राहुल ने कहा कि वो शक्ति का स्वरूप थीं। उनकी सिखाई बातें मुझे आज भी प्रेरित करती हैं।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दादी इंदिरा को शक्ति स्वरूप बताते एक ट्वीट भी किया। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा एक कार्यकुशल प्रधानमंत्री और शक्ति स्वरूप श्रीमती इंदिरा गांधी जी की जयंती पर श्रद्धांजलि। पूरा देश उनके प्रभावशाली नेतृत्व की आज भी मिसाल देता है। लेकिन मैं उन्हें हमेशा अपनी प्यारी दादी के रूप में याद करता हूं। उनकी सिखाई हुई बातें मुझे निरंतर प्रेरित करती हैं।
कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा इंदिरा गांधी एक नाम- शक्ति समर्पण साहस और संकल्प का। उनके लौह इरादों ने हिन्द का गौरव बढ़ाया था। पाकर उनके साहस को नया हिंद मुस्काया था।। दुनिया का भूगोल और हिन्दुस्तान की किस्मत बदलने वाली पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी का पुण्य स्मरण।
राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा दृण संकल्प दूर दृष्टि और पक्के इरादे की धनी अद्धभुत प्रशासनिक क्षमता वाली अभूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व इंदिरा गांधी जी की जयंती पर सादर नमन।
आनंद शर्मा ने कहा कि उनकी जयंती पर एक कृतज्ञ राष्ट्र अपनी सबसे बहादुर बेटी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को याद करता है। उन्हें न केवल उनके साहस और धैर्य के लिए बल्कि करुणा और दया के लिए भी याद किया जाएगा। उनकी उपलब्धियां हमारी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेंगी।
जबकि महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुष्मिता देव ने इंदिरा जी को याद करते हुए कहा कि मेरी आदर्श और पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी को श्रद्धांजलि। राष्ट्र की सेवा के लिए करुणा से भरी वो सबसे मजबूत नेता थीं।
उल्लेखनीय है। कि स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की बेटी इंदिरा का जन्म 19 नवम्बर 1917 को इलाहाबाद में हुआ था। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान अपनी वानर सेना बनाई और सेनानियों के साथ काम किया था। साल 1959 को उन्हें कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था। पंडित नेहरू के निधन के बाद जब लालबहादुर शास्त्री प्रधानमंत्री बने तो इंदिरा ने उनके अनुरोध पर चुनाव लड़ा और सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनीं। साल 1966 से 1977 और 1980 से 1984 के बीच उन्होंने प्रधानमंत्री के तौर पर भारत की सत्ता संभाली। ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद वे सिख अलगाववादियों के निशाने पर आ गई थीं। 31 अक्टूबर,1984 को उनके दो सिख अंगरक्षकों ने ही उनकी हत्या कर दी थी।                                          


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...