गुरुवार, 1 अक्तूबर 2020

पिकअप-ट्रक की भिड़ंत 4 लोगों की मौत

दर्दनाक सड़क हादसा: पिकअप और ट्रक की आमने सामने की भिड़ंत, 4 की मौत।


रायगढ़। रायगढ़ के खरसिया थाना क्षेत्र में हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे में गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। मामला रात्रि 9ः30 बजे के आसपास का है। एसपी संतोष सिंह ने बताया कि  कि छाल रोड पर भालुनारा के पास तेज रफ्तार ट्रक व पिकप में आमने- सामने की टक्कर हो गई। विद्युत विभाग की पिकअप सोल्ड महेन्द्रा में चार लोग सवार थे। हादसे में दो व्यक्तियों की घटनास्थल पर मौत हो गयी। वहीं दो व्यक्ति गंभीर रुप से घायल हो गए थे, जिन्हें इलाज के लिए खरसिया अस्पताल ले जाया गया। जहा उनकी मौत हो गई। हादसा कितना भयानक था इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिकअप के परखच्चे उड़ गए। वहीं ट्रक के भी सामने का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस हादसे में जिन लोगों की मौत हुई है उनमें (1) सुशील सिदार, जे.ई, खरसिया, विद्युत विभाग, उम्र करीब 42 वर्ष। निवासी चंद्रपुर । (2) अमल एक्का, 30 वर्ष, जे ई टुरेकेला। निवासी कोरबा। ( 3) राजेन्द्र सिदार, 43 वर्ष, ग्राम परस्कोल, लाइन मेन । (4) भार्गव वैष्णव, 28 वर्ष। पिकप चालक, खरसिया पुरानी बस्ती शामिल हैं।               


पुरुषों की सेहत के लिए बेस्ट है यह फूड्स

पुरुषों की सेहत के लिए बेस्ट माने जाते हैं ये 5 फूड्स।


यहां पर आपको कुछ ऐसे सुपरफूड्स के बारे में बताया जाएगा जो पुरुषों की सेहत के लिए बेहतरीन रूप से फायदेमंद होते हैं। इनका नियमित रूप से सेवन करने के कारण पुरुषों को जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति भी होती है।
पुरुषों को अपनी सेहत का खास ख्याल रखने के लिए विभिन्न प्रकार के फूड्स का सेवन करना चाहिए। सामान्य तौर पर देखा जाए तो पुरुषों के शरीर को विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यकता महिलाओं की अपेक्षा अधिक मात्रा में होती है। इसलिए डायट को विभिन्न प्रकार के फूड्स से मेंटेन करते हुए पुरुषों को इनका सेवन करना चाहिए।
यहां पर आपको ऐसे ही फूड्स के बारे में जानकारी दी जा रही है। इनका नियमित रूप से सेवन करने के कारण आपके शरीर को कई प्रकार की बीमारियों का खतरा भी काफी हद तक कम हो जाता है।
1. एवोकाडो
एवोकाडो एक ऐसा फल है जो बॉडीबिल्डिंग के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के पौष्टिक तत्वों की भी पूर्ति करता है। इसमें मौजूद प्रोटीन की मात्रा नई मांसपेशियों के निर्माण में भी काफी सहायता प्रदान करती है। वहीं, शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को संतुलित बनाए रखने के लिए भी एवोकाडो का सेवन फायदेमंद माना जाता है।
2. शहद
शहद एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ त्वचा को निखारने के लिए भी काम आता है। एक सुपरफूड के रूप में इसका नियमित रूप से किया गया सेवन कई प्रकार की बीमारियों के जोखिम को कम कर देता है। इसलिए शहद का सेवन भी नियमित रूप से कर सकते हैं।
3. शिलाजीत
जिन पुरुषों की पौरुष शक्ति काफी कमजोर होती है, उन्हें ऐसे फूड का सेवन करना चाहिए जिसके कारण टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को बढ़ाने में मदद मिले। शिलाजीत एक ऐसा ही खाद्य पदार्थ है जो पौरुष शक्ति को मजबूत करने और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को बढ़ाने के लिए प्रभावी रूप से कार्य करता है। इसलिए पुरुषों को शिलाजीत का सेवन करने के बारे में भी जरूर सोचना चाहिए।
4. अंडा
पौष्टिक तत्वों से भरपूर होने के साथ-साथ सेहत के लिए विभिन्न प्रकार से फायदेमंद अंडे का सेवन करने की सलाह डॉक्टर के द्वारा भी दी जाती है। वहीं, जिन पुरुषों को बॉडीबिल्डिंग का शौक है, उनके लिए अंडा डायट का आवश्यक हिस्सा होता है। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन-डी हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है।


5. सेब


इस फल का सेवन ना केवल पुरुषों को बल्कि बच्चों से लेकर महिलाओं को भी प्रतिदिन करना चाहिए। डॉक्टरों के द्वारा भी सेब का सेवन नियमित रूप से करने की सलाह दी जाती है। यह एक बेहतरीन फल के रूप में हमारे शरीर को लगभग सभी प्रकार के पौष्टिक तत्वों को प्रदान करने की क्षमता रखता है। इसलिए नाश्ते में सेब को भी अपनी डायट का हिस्सा बनाएं।               


वाल्मीकि महासभा का एसडीएम को ज्ञापन

पालूराम


गाजियाबाद। अखिल भारतीय बाल्मीकि महासभा ने की हाथरस के बेटी मनीषा के लिए न्याय की मांग। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले की तहसील लोनी में अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा एवं सर्वभौमिक मानव अधिकार परिषद के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उपजिलाधिकारी लोनी के द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के लिए ज्ञापन दिया।
जिसमे ज़िला हाथरस के गांव गढ़ी में अमानवीय और मार्मिक सामूहिक रेप हत्याकांड के संबंध में अवगत कराया।
संगठन के पदाधिकारियों ने आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की।
जिसका समर्थन सार्वभौमिक मानव अधिकार परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष रिज़वान अली तंवर ने भी साथ में ज्ञापन देकर मांग की। घटना की सीबीआई जांच कराई जाए। पीड़ित परिवार के सदस्य को क्षति पूर्ति हेतु एक करोड़ की धनराशि दी जाए। भयभीत परिवार की सुरक्षा व्यवस्था कराई जाए।
मौके पर अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय गहलोत, भौमिक मानव अधिकार परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष रिजवान अली तंवर, जिलामंत्री वाल्मीकि महासभा कमल गहलोत,सुनील पीवल, संतोष तोमर,अध्यक्ष अखिल भारतीय खटीक महासभा लोनी, प्रदीप गहलौत समाज सेवी,आदर्श निठौरा, नवेतज प्रधान, चंदन प्रधान, गोलू राणा, राहुल उपाध्याय, अनीस अली, चिराग, आजम इदरीसी, एड. तुफैल, लेलेश, अरविंद, राजा, आकिल,अरुण याना, अंकित आदि लोग मौजूद रहे।               


कानपुर के छोटे से गांव से राष्ट्रपति पद तक

कानपुर के एक छोटे से गांव से राष्ट्रपति बनने तक का सफर


नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का आज जन्मदिन है। उनका जन्म 1 अक्तूबर 1945 को  उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में हुआ था। इनके पिता जी का नाम स्वर्गीय माईकू लाल और माता जी का नाम स्वर्गीय कलावती कोविंद है। इनकी पत्नी का नाम सविता कोविंद है। कोविंद जी 20 जुलाई 2017 को देश के राष्ट्रपति चुने गए थे। आइए हम आपको बताते हैं कि कौन हैं रामनाथ कोविंद और कैसा रहा उनका राष्ट्रपति बनने तक का सफर। जन्म और पालन पोषणः14वें राष्ट्र्रपति रामनाथ कोविन्द का जन्म 1 अक्टूबर 1945 में उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले की (वर्तमान में कानपुर देहात जिला), तहसील डेरापुर के एक छोटे से गांव परौंख में हुआ था। उनका सम्बन्ध कोरी या कोली जाति से है जो उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती है। भूमिहीन रामनाथ कोविंद के पिता ने एक छोटी सी किराना की दुकान से इन्हें पढ़ाया लिखाया। जब ये 5 वर्ष के थे तब इनके घर में आग लग गई थी। इनकी मां का देहांत आग में जलने से हो गया था। इनके सभी भाई-बहनों का पालन-पोषण इनके पिता ने किया।वकालत से राजनीति तक का सफरः गवर्नर ऑफ बिहार की वेबसाइट के मुताबिक कोविंद दिल्ली हाई कोर्ट में 1977 से 1979 तक कोविंद केंद्र सरकार के वकील रहे थे। 1980 से 1993 तक केंद्र सरकार के स्टैंडिग काउंसिल में थे। 1994 में कोविंद उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए सांसद चुने गए। वह 12 साल तक राज्यसभा सांसद रहे। वे कई संसदीय समितियों के सदस्य भी रहे हैं। 16 साल वकालत करने के बाद उन्होंने राजनीति में पदार्पण किया। इस पृष्‍ठभूमि में जानें उनसे जुड़ी 5 अहम बातें। सिविल सर्विसेजः डिग्री हासिल करने के बाद सिविल सर्विसेस परीक्षा दी। पहले और दूसरे प्रयास में नाकाम रहने के बाद तीसरी बार में उन्‍होंने कामयाबी हासिल की। कोविंद ने आईएएस जॉब इसलिए ठुकरा दिया क्‍योंकि मुख्‍य सेवा के बजाय उनका एलाइड सेवा में चयन हुआ था। मोरारजी से नाताः वर्ष 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनने के बादवे तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरार जी देसाई के निजी सचिव भी रहे। बाद में वे बीजेपी से जुड़े। पार्टी की टिकट से वे 2 बार चुनाव भी लड़ चुके हैं। लेकिन दुर्भाग्‍य से दोनों ही बार उन्‍हें हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी से जुड़ावः1991 में बीजेपी में शामिल हुए। पार्टी के प्रवक्‍ता का पद भी उन्‍होंने संभाला है। कोविंद बीजेपी के दलित मोर्चे के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष का पद भी संभाल चुके हैं। कुष्‍ठ रोगियों के लिए काम करने वाली संस्‍था दिव्‍य प्रेम सेवा मिशन के कोविंद संरक्षक हैं।राज्‍यसभा से नाताः उच्‍च सदन राज्‍यसभा में 12 वर्ष तक कोविंद बीजेपी का प्रतिनिधित्‍व कर चुके हैं। वर्ष 1994 में पहली बार राज्‍यसभा के लिए चुने गए थे। उनके परिवार में एक पुत्र और एक पुत्री हैं। बिहार से राज्‍यपाालः में बिहार के राज्‍यपाल चुने गए। इस दौरान राज्‍य के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बेहतर तालमेल रहा। यही वजह रही कि जब एनडीए ने राष्‍ट्रपति पद के लिए कोविंद की उम्‍मीदवारी की घोषणा की तो नीतीश कुमार ने बेझिझक उनको समर्थन देने की घोषणा की। यूपी से आने वाले पहले राष्ट्रपति कोविंदः बीजेपी दलित मोर्चा और अखिल भारतीय कोली समाज के अध्यक्ष रह चुके कोविंद बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के तौर पर भी सेवाएं दे चुके हैं। अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी युग के रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश में बीजेपी के सबसे बड़े दलित चेहरा माने जाते थे। कोविंद उत्तर प्रदेश से आने वाले पहले राष्ट्रपति हैं। कानपुर शहर से 80 किलोमीटर दूर कानपुर देहात के रनौख-परौख जुड़वां गांव हैं। यहीं परौख में जन्मे रामनाथ अब देश की सबसे बड़ी कुर्सी पर विराजमान हैं।                 


13 अक्टूबर तक अंतरराष्ट्रीय उड़ाने बंद

31 अक्टूबर तक बढ़ाया गया अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध।


नई दिल्ली। सरकार ने कोरोना के चलते अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं पर लगे प्रतिबंध को 31 अक्तूबर तक के लिए बढ़ा दिया है। अब इस तारीख तक आप हवाई यात्रा नहीं कर पाएंगे। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय यानि डीजीसीए ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर जारी प्रतिबंध को 31 अक्तूबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। गौरतलब है कि विदेशी हवाई यात्रा पर काफी लंबे समय से प्रतिबंध चला आ रहा है। जिसके चलते विदेश यात्रा करनेवाले लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि देश में 25 मार्च को लॉकडाउन की शुरुआत हुई थी और इससे पहले ही 23 मार्च को सभी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू हवाई यात्रा सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। 25 मई से घरेलू हवाई यात्रा सेवाएं तो शुरू कर दी गई थी लेकिन अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा सेवाएं अभी भी बहाल नहीं हो पाई हैं। ऐसे में हजारों लोग देश और विदेश में महीनों से फंसे हुए हैं।                       


फीस वसूलने पर 9 अक्टूबर तक लगाई रोक

जयपुर। राजस्थान हाईकोर्ट ने एकल पीठ के निजी स्कूलों को ट्यूशन फीस वसूलने के आदेश पर 9 अक्टूबर तक के लिए रोक लगा दी है। चीफ जस्टिस इंद्रजीत महांति और जस्टिस महेंद्र गोयल की बेंच ने गुरुवार को इस मामले की सुनवाई करते हुए रोक लगा दी। अब हाईकोर्ट सोमवार को सभी मामलों की एकसाथ सुनवाई करेगा। इस मामले में अधिवक्ता सुनील समदरिया ने अपील दायर की है।


एनएचआरसी ने योगी सरकार को दिया नोटिस

हाथरस की घटना पर एनएचआरसी ने योगी सरकार को दिया नोटिस।


लखनऊ। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने हाथरस में 19 साल की लड़की से हुए सामूहिक दुष्कर्म और बेहरमी से हत्या करने की घटना का संज्ञान लेते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार को नोटिस जारी किया है। आयोग ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि मामला दो समुदायों के बीच का है इसलिए मामले की गंभीरता को देखते हुए मृतका के परिवार और गवाहों को पर्याप्त सुरक्षा दें। सरकार को 4 हफ्तों के अंदर नोटिस का जवाब देने के लिए कहा गया है।
डीजीपी को व्यक्तिगत रूप से इस मामले को देखने के लिए कहा गया है ताकि शीघ्र सुनवाई सुनिश्चित की जा सके और दोषियों को बिना देरी के अदालत द्वारा दंडित किया जा सके। नोटिस में यह भी कहा गया है कि मौजूदा हालात को देखते हुए मृतका के परिवार के साथ-साथ गांव में रहने वाले अनुसूचित जाति के अन्य सदस्यों को भी उचित सुरक्षा दी जाए।
बता दें कि 14 सितंबर को अनुसूचित जाति की 19 वर्षीय लड़की के साथ कथित रूप से दुष्कर्म कर क्रूरता बरती गई थी। पहले उसे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया और फिर सोमवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां उसने मंगलवार को दम तोड़ दिया।
महानिरीक्षक पीयूष मोर्डिया ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए दुष्कर्म की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने युवती का गला घोंटा था। उन्होंने कहा कि पीड़िता ने जिन 4 आरोपियों के नाम लिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस ने कथित तौर पर देर रात अंतिम संस्कार कर दिया और इससे राष्ट्रीय आक्रोश फैल गया।
परिवार ने दावा किया कि उन्हें आखिरी बार लड़की का चेहरा देखने और विधि-विधान से दाह संस्कार करने की अनुमति नहीं दी गई। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी ने पीड़िता के पिता से बात कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। साथ ही परिवार के लिए 25 लाख रुपये मुआवजे और एक सदस्य के लिए नौकरी की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने इस घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया है।                 


हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...