गुरुवार, 10 सितंबर 2020

यूरोपीय देशों ने रूस को चेतावनी दी

मास्को। रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी पर हमले को लेकर यूरोपीय देशों ने रूस को चेतावनी दी है। रूस के नेता नवलनी को जहर देने के मामले में व्लादिमीर पुतिन की मुसीबतें बढ़ती ही जा रही हैं। इस मामले को लेकर यूरोप के कई देश पुतिन के खिलाफ सीधे तौर पर सामने आकर उनकी आलोचना कर रहे हैं। वहीं जर्मनी रूस पर कुछ प्रतिबंध लगाने की सोच रहा है। जर्मनी फिलहाल यूरोपीय यूनियन का प्रमुख है। जर्मनी के विदेश मंत्री हीको मास ने इस मामले पर साफ कहा है कि मॉस्को की ओर से इस बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं आता है तो हम जर्मनी पर कुछ प्रतिबंध लगाने का विचार करेंगे। जिसमें जर्मन-रूसी गैस पाइपलाइन परियोजना पर पुनर्विचार कर सकता है।  नवालनी के मामले में जर्मनी  डॉक्टर न कहा है कि इनको मारने में नोविचोक नर्व एजेंट जैसा रासायनिक पदार्थ उपयोग किया जा सकता है। फिर यूरोपीय यूनियन ने पिछले सप्ताह रासायनिक हथियार के इस्तेमाल की कड़ी निंदा की थी। और इसको अंतरराष्ट्रीय नियम का गंभीर उल्लंघन बताया था।


एक राजनायिक ने बताया कि यूरोपीय यूनियन ने जिन प्रतिबंधात्मक उपायों की बात कर रहा है इसका मतलब कुछ व्यक्तियों पर प्रतिबंध से है। अगर इसे लागू किया गया तो इन लोगों पर ईयू यात्रा पर रोक लगा दी जाएगी साथ ही क्षेत्र में उनकी किसी भी संपत्ति को जब्त कर लिया जाएगा।               


फ्रांस ने भारत को सामरिक साझेदार बताया

नई दिल्ली/ पेरिस। फ्रांंस ने बुधवार को भारत को एशिया में अपना ‘‘अग्रणी'' सामरिक साझेदार करार देते हुए कहा है कि उनकी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली की आसन्न यात्रा का मकसद भारत के साथ ‘दूरगामी' प्रभाव वाले रक्षा सहयोग को और मजबूत बनाना है।


पार्ली गुरुवार को भारत आ रही हैं जहां वह अंबाला में एक समारोह में हिस्सा लेंगी जिसमें पांच राफेल विमान के पहले दस्ते को भारतीय वायु सेना में शामिल किया जाएगा। फ्रांस की रक्षा मंत्री अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ वार्ता भी करेंगी।             


अमेरिका में 'राष्ट्रपति चुनाव' आए करीब

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव अब करीब है, प्रचार और बयानबाजी चरम पर है। संपूर्ण विश्व का आकर्षण भी इस चुनाव में निहित समझें तो गलत नहीं होगा, क्योंकि विश्व जानता है कि अमेरिका के नेतृत्व परिवर्तन से विश्व के कई निर्णयों में परिवर्तन भी संभव है। जहां वर्तमान राष्ट्रपति ट्रंप अपनी ताकत बढ़ाने में लगे हैं और इसके लिए वे हर पक्ष और समूह से संपर्क में हैं, उसी तरह डेमोक्रेटिक पार्टी के बाइडेन भी अपनी दावेदारी मजबूत कर रहे हैं।


हाल ही में विस्कॉन्सिन प्रांत की केनशा में हुए एक कार्यक्रम में बाइडेन ने तिब्बत के विषय में स्पष्ट मत रखते हुए यह कहा कि अगर वे सत्ता में आए तो तिब्बत में चीनी अधिकारियों द्वारा मानवाधिकार के उल्लंघन पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास करेंगे। साथ ही एक नया विशेष समन्वयक नियुक्त करेंगे जो इस बात पर जोर देगा कि चीनी सरकार अमेरिकी राजनयिकों, पत्रकारों और अमेरिकी नागरिकों को तिब्बत पहुंचने में कोई समस्या खड़ी न करे, ताकि तिब्बत के स्थानीय नागरिकों के मानवाधिकारों की रक्षा हो सके और उनकी मूल संस्कृति और परंपराओं पर कोई चीनी प्रतिबंध न रहे। यह बयान तब विशेष महत्व रखता है जबकि भारत व चीन सीमाओं पर आमने सामने है, कई स्तर की बातचीत, रक्षामंत्रियों की वार्ता, सैन्य अधिकारियों की वार्ता के बाद भी चीन की मानसिकता में कोई सुधार नहीं आया।


इतिहास के घटनाक्रम को देखें तो समझ मे आएगा कि अतिक्रमण चीन का चरित्र रहा है। वर्तमान में हम चीन देख रहे है, वह तिब्बत, मंगोलिया, हांगकांग आदि कई देश व द्वीपों पर जबरन अतिक्रमण के बाद बना है। ऐसी स्थिति में किसी अमेरिकी प्रतिनिधि द्वारा तिब्बत के विषय में उठाया गया यह व्यापक विचार ही माना जाएगा। हालांकि इसे भारतीय मूल के मतदाताओं को आकर्षित करने की योजना भी माना जा सकता है। यों विश्व जानता है कि चीन ने अपने आसपास के कई देशों में अतिक्रमण किया और उनके भूभाग पर कब्जा किया है। लेकिन अब स्थितियां बदल रही हैं। पिछले कुछ समय से सीमा पर चले आ रहे विवादों में भी भारतीय सेना ने विपरीत परिस्थिति और भौगोलिक चुनौतियों के बावजूद चीनी सैनिक घुसपैठियों को कई बार पटखनी दी। बहरहाल, अमेरिका में चुनावों के बाद नेतृत्व जो भी आए, अब अमेरिका भारत के सहयोगी के रूप में खड़ा रहेगा, ऐसी उम्मीद है।           


मुकाबले में धोनी ने मेरा मनोबल बढ़ाया

दुबई। टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपने पदार्पण मुकाबले को याद करते हुए कहा कि उस मैच में टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उनका मनोबल बढ़ाया था। बुमराह ने 2016 में भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की वनडे सीरीज के शुरु के चार मुकाबले हार चुकी थी और सिडनी में खेले गए पांचवें मुकाबले में बुमराह को खेलाया गया। इस मुकाबले में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया हराया।


बुमराह ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, “अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला धोनी का निजी निर्णय था और सभी इसका सम्मान करते हैं। लेकिन निजी तौर पर मैंने 2016 में उनके नेतृत्व में पदार्पण किया था और उन्होंने मेरा मनोबल काफी बढ़ाया था। कई लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होगी कि धोनी ने इससे पहले तक मुझे किसी स्तर में गेंदबाजी करते नहीं देखा था।” उन्होंने कहा, “मेरे पदार्पण मुकाबले में जब मैं डेथ ओवर में गेंदबाजी करने गया तो मैंने धोनी से पूछा कि क्या में यार्कर फेंक सकता हूं। उन्होंने मुझसे कहा नहीं, आप यार्कर नहीं करेंगे। धोनी को उस वक्त लगा कि यह कठिन डिलेवरी है और मैं ऐसा नहीं कर पाऊंगा।” तेज गेंदबाज ने कहा, “मैं धोनी से कहा कि डेथ ओवरों में मुझे यार्कर के सिवाए अन्य गेंदबाजी के बारे में नहीं पता है। इसके बाद मैंने यार्कर ही फेंकी और धोनी मेरे पास आए और उन्होंने कहा कि तुम्हें पहले टीम में आना चाहिए था, हम सीरीज जीत सकते थे। एक तरफ जहां मैं पदार्पण के कारण काफी बैचेन था वहीं दूसरी ओर कप्तान का मुझे ऐसा कहना मेरे लिए सुखद था। उन्होंने मुझे खुलकर गेंदबाजी की इजाजत दी।”


आईपीएल में मुंबई इंडियंस की ओर से खेलने को लेकर उन्होंने कहा, “जब आप सफल फ्रेंचाइजी के लिए खेलते हैं तो उम्मीदें भी रहती हैं। हमारी टीम बेहद अच्छी है। ट्रेंट बोल्ट के टीम में शामिल होने से मुझे उनके साथ गेंदबाजी का अवसर मिलेगा। मुंबई इंडियंस के हौसले काफी बुलंद हैं।” इस साल के अंत में होने वाले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बुमराह ने कहा, “जब हम पिछली बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए थे तो यह काफी चुनौतीपूर्ण दौरा था लेकिन इसके नतीजे से हमें काफी खुशी हुई और यह हम सभी के लिए विशेष था। हर क्रिकेटर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर इसलिए भी जाना चाहता है क्योंकि उसे पता होता है कि वहां चीजें आसान नहीं होंगी।”               


रेप के बाद जलाई गई 'हजारों महिलाएं'

यंगून। म्यांमार की सेना छोड़कर भागे दो सैनिकों ने अल्पसंख्यक रोहिंग्या के खिलाफ रखाइन प्रांत में हुए नरसंहार की बात कबूल की है। दो सैनिकों ने एक वीडियो में कबूल किया है कि अगस्त 2017 में उन्हें आदेश मिले थे कि जिन भी गांवों में अल्पसंख्यक रोहिंग्या रहते हैं, वहां 'जितने भी दिखें या जिनके बारे में पता चले उन सभी को गोलियां चला कर मार डालो।' इसके अलावा रोहिंग्या औरतों के रेप और जलाकर मारने जैसे वीभत्स जुर्म भी कबूल किये गए है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इन दो सैनिकों ने एक वीडियो गवाही में रखाइन प्रांत में रोहिंग्या मुसलमानों को फांसी देने, सामूहिक तौर पर दफनाने, गांवों को तबाह करने और बलात्कार की बात स्वीकार की है।         


पाकिस्तानियों की किडनी चुरा रहा 'चीन'

बीजिंग/इस्लामाबाद। जिस चीन को पाकिस्तान अपना सबसे बड़ा हमदर्द बताता है, वो पाकिस्तान के ही लोगों के अंगों का कारोबार कर रहा है। चीन के बाजार में पाकिस्तान के लोगों की किडनी और लीवर सरेआम बिक रहे हैं। इमरान सरकार की कंगाली का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दो जून की रोटी के लिए वो गधों और घोड़ों तक का सौदा कर चुकी है। मगर अब बात इससे भी दो कदम आगे बढ़ चुकी है।


दरअसल, पाकिस्तान को उम्मीद थी कि चीन की सरकार उसे इस कंगाली से उबरने में मदद करेगी। मगर ड्रैगन ने उसे ऐसा दगा दिया कि जिसकी उम्मीद पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम ने सपने में भी नहीं की होगी। मदद करने के बजाए चीन पाकिस्तान के लोगों की किडनी निकालने में जुटा है।             


भरपाई मुश्किल, टीम मजबूत हैः वाटसन

अबु धाबी। चेन्नई सुपर किंग्स के अनुभवी ऑलराउंडर शेन वाटसन का कहना है कि टीम को साथी खिलाड़ी सुरेश रैना की कमी खलेगी और उनकी भरपाई कर पाना मुश्किल होगा लेकिन उनकी टीम मजबूत है। चेन्नई के ऑलराउंडर रैना निजी कारणों के चलते संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 19 सितंबर से 10 नवंबर तक होने वाले आईपीएल के 13वें सत्र से हट गए थे। रैना हालांकि गत 21 अगस्त को टीम के साथ यूएई आए थे लेकिन कुछ दिनों बाद वह निजी कारणों का हवाला देकर स्वदेश लौट गए थे।  रैना के बाद टीम के ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने भी निजी कारणों के चलते आईपीएल के इस सत्र से हटने का फैसला किया था।


वाटसन ने नबील हाशमी के यूट्यूब कार्यक्रम में कहा, “हमें रैना और हरभजन की अनुपस्थिति से पार पाना होगा। लेकिन चेन्नई के लिए राहत भी बात यह है कि वह भी अन्य टीमों की तरह मजबूत है। रैना की भरपाई करना मुश्किल है, आप ऐसा नहीं कर सकते।” उन्होंने कहा, “वह आईपीएल के ऐसे दूसरे खिलाड़ी हैं जिन्होंने टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाए हैं। आईपीएल के इतिहास में रैना ने सबसे ज्यादा मुकाबले खेले हैं। रैना की कमी वाकई खलेगी। यूएई का वातावरण गर्म है और ऐसे में पिच काफी सूखी होगी जहां गेंद टर्न होगी। रैना स्पिन को बेहतर तरीके से खेलना जानते हैं।”


वाटसन का कहना है कि इसमें कोई शक नहीं कि टीम में रैना की कमी खलेगी लेकिन उनकी अनुपस्थिति में मुरली विजय और पीयूष चावला जैसे बेहतरीन खिलाड़ियों को ज्यादा अवसर मिलेंगे। वाटसन ने कहा, “इसमें कोई शक नहीं कि रैना का टूर्नामेंट से हटना हमारे लिए काफी नुकसान भरा है लेकिन हमारे पास टीम में मुरली विजय हैं जो बेहतरीन खिलाड़ी हैं। पिछले कुछ वर्षों में उन्हें टी-20 में ज्यादा अवसर नहीं मिले हैं लेकिन वह वाकई एक अच्छे बल्लेबाज हैं। मुरली को इस साल ज्यादा अवसर मिलने की उम्मीद है।”           


हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...