शनिवार, 5 सितंबर 2020

परीक्षा स्थगित करने वाली याचिका खारिज

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) परीक्षा टालने को लेकर गैर भाजपा शासित 6 राज्यों की तरफ से दायर पुनर्विचार याचिका शुक्रवार को खारिज कर दी।सुप्रीम कोर्ट के पुनर्विचार याचिका खारिज करने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि अब जेईई और नीट की परीक्षा नहीं टलेगी।


न्यायाधीश अशोक भूषण, न्यायाधीश बीआर गवई और न्यायाधीश कृष्णमुरारी की पीठ ने 6 गैर-भाजपा शासित राज्यों के कैबिनेट मंत्रियों की तरफ से दायर पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी। पुनर्विचार याचिका पश्चिम बंगाल के मलय घटक, झारखंड के रामेश्वर ओरांव, राजस्थान के रघु शर्मा, छत्तीसगढ़ के अमरजीत भगत, पंजाब के बीएस सिद्धू और महाराष्ट्र के उदय रवीन्द्र सावंत की तरफ से दायर की गई थी। गैर-भाजपा शासित 6 राज्यों के कैबिनेट मंत्रियों ने नीट और जेईई परीक्षा को टालने के लिए पुनर्विचार याचिका दाखिल की थी। यह याचिका न्यायालय के 17 अगस्त को दिए गए आदेश पर पुनर्विचार करने का आग्रह करने के लिये दायर की गई थी।


17 अगस्त को शीर्ष न्यायालय ने नीट और जेईई परीक्षा स्थगित करने की याचिका खारिज कर दी थी। उस दिन पीठ की अध्यक्षता कर रहे न्यायाधीश अरुण मिश्रा ने कहा था कि परीक्षा स्थगित करने से छात्रों का जीवन संकट में आ जाएगा। जीवन को कोविड-19 में भी आगे बढ़ना चाहिए, क्या हम सिर्फ परीक्षा रोक सकते हैं? हमें आगे बढ़ना चाहिए। अगर परीक्षा नहीं हुई तो क्या यह देश के लिए नुकसान नहीं होगा? छात्र शैक्षणिक वर्ष खो देंगे।


17 अगस्त को याचिका खारिज होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में परीक्षा टालने को लेकर एक बैठक हुई थी। इसमें पुनर्विचार याचिका दायर करने का निर्णय लिया गया था                 


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण




यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)









 सितंबर 6, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-23 (साल-02)
2. रविवार, अगस्त 6, 2020
3. शक-1943, अश्विन, कृृष्ण-पक्ष, श्राद्ध पक्ष, तिथि- चतुर्थी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:28, सूर्यास्त 07:10


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-33+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


www.universalexpress.in


https://universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :-935030275                                


(सर्वाधिकार सुरक्षित)                            







शुक्रवार, 4 सितंबर 2020

नवंबर तक अमेरिका में आएगी 'वैक्सीन'

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने राज्य के सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों से कहा है कि अक्टूबर के अंत तक उच्च-जोखिम वाले लोगों को संभावित कोरोना वायरस वैक्सीन देने के लिए तैयारी करें। बुधवार को एजेंसी की ओर से प्रकाशित दस्तावेज में यह बात सामने आई।


वैक्सीन देने के समय को राजनीतिक महत्व के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने COVID-19 को रोकने के लिए वैक्सीन बनाने का ऐलान किया। उन्होंने अरबों डॉलर का कमिटमेंट करने के बाद लोगों से नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में खुद को जिताने की मांग की।राष्ट्रपति ट्रंप कोरोना वैक्सीन को लेकर शुरू से मुखर रहे हैं क्योंकि इस बीमारी ने अब तक 180,000 से अधिक अमेरिकियों की जान ले ली है।           


अर्थव्यवस्था को उभारना, युद्ध संकट से बचना

पेरिस। फ्रांस की सरकार ने कोरोना वायरस महामारी से अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए गुरुवार को 100 अरब यूरो (118 अरब डॉलर) की भारी-भरकम आर्थिक योजना पेश की। इसका लक्ष्य रोजगार का सृजन करना, संकट में फंसे व्यवसायों को उबारना और देश को दूसरे विश्वयुद्ध के बाद के सबसे गंभीर आर्थिक संकट से बाहर निकालना है।


पैकेज में चिकित्सा संबंधी सामानों का विनिर्माण वापस फ्रांस लाने, हाइड्रोजन ईंधन विकसित करने, संग्रहालयों व सिनेमा उद्योग की मदद करने, 21वीं सदी के लायक रोजगार के लिये युवाओं को प्रशिक्षित करने और बेरोजगारी कार्यालयों में अधिक लोगों को बहाल करने के लिए पैसे का प्रावधान किया गया है। फ्रांस के प्रधानमंत्री ज्यां कास्ते ने कहा, 'यह फ्रांस के समक्ष उपस्थित संकट के आर्थिक व सामाजिक दुष्परिणामों के खिलाफ हमारे संघर्ष की रणनीति का एक महत्वपूर्ण कदम है। 'उल्लेखनीय है कि महामारी से फ्रांस में अब तक 30,600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यह ब्रिटेन और इटली के बाद किसी भी यूरोपीय देश में हुई सर्वाधिक मौतें हैं। फ्रांस की सरकार अर्थव्यवस्था को उबारने के लिये पहले ही हजारों अरब यूरो खर्च कर चुकी है।


कास्ते ने कहा, 'फ्रांस ने इस संकट का सामना किया और टिका रहा, लेकिन इसने देश को बहुत कमजोर कर दिया है। अब फ्रांस को बेहद अचानक उपस्थित हुई गंभीर आर्थिक मंदी से भी बाहर निकलना होगा।' फ्रांस की अर्थव्यवस्था में जून तिमाही में 13.8 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है।                


चीन अंतरराष्ट्रीय कानून से बाहर हो चुका है

नई दिल्‍ली/ बीजिंग। भारत समेत अन्य पड़ोसियों की भूमि पर नजर गड़ाने वाला भूमाफिया चीन कोरोना संक्रमण की वैश्विक लड़ाई में भी खलनायक के रूप में उभर रहा है। कोरोना वायरस को मात देने के लिए दुनियाभर के देश परस्पर सहयोग व जानकारियों का आदान-प्रदान कर रहे हैं, लेकिन चीन ने बंदरों का निर्यात रोककर अमेरिका में कोरोना वैक्सीन के निर्माण के रास्ते में अड़ंगा खड़ा कर दिया है।


चीन से गत वर्ष मंगाए 60 फीसद बंदर: अमेरिका में बंदरों की कमी के तीन प्रमुख कारण हैं। एक, कोरोना संक्रमण के कारण बंदरों की मांग में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। दूसरा, चीन ने आपूर्ति बंद कर दी है, क्योंकि वह खुद भी वैक्सीन का विकास कर रहा है। अमेरिका ने पिछले साल चीन से 60 फीसद यानी करीब 35,000 बंदर आयात किए थे। तीसरा, कोरोना संक्रमण से पहले परीक्षण के लिए बंदरों की कमी पर ध्यान नहीं दिया गया और चीन की तरफ से आपूर्ति बंद किए जाने के बाद स्थिति बदतर हो गई।               


रिकॉर्डः 3,300 अरब डॉलर पहुंचेगा घाटा

वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी सरकार का बजट घाटा रिकार्ड 3,300 अरब डॉलर पहुंच जाने का अनुमान है। कोविड-19 से निपटने के लिए जारी उपायों पर हो रहे खर्च और अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए 2,000 अरब डॉलर से अधिक के प्रोत्साहन उपायों को देखते हुए बजट घाटा रिकार्ड स्तर पर पहुंचने की आशंका है। कांग्रेस बजट कार्यालय ने यह अनुमान जताया है। घाटे में वृद्धि का मतलब है कि संघीय कर्ज अगले साल सालाना सकल घरेलू उत्पाद को पार कर जाएगा। यह स्थिति ठीक वैसी ही होगी जैसा कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद हुई थी। उस समय संचयी कर्ज अर्थव्यवस्था के आकार से भी अधिक हो गया था। 2019 के घाटे से तीन गुना से भी अधिकः बुधवार को जारी 3,300 अरब डॉलर का अनुमान 2019 के घाटे से तीन गुना से भी अधिक है। वहीं 2008-09 में आयी नरमी के स्तर से दो गुना है। एक तरफ जहां सरकार के खर्च बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ मंदी के कारण कर राजस्व कम हुआ है। व्यक्तिगत आयकर संग्रह पिछले साल के मुकाबले 11 प्रतिशत कम है जबकि कंपनी कर संग्रह 34 प्रतिशत कम चल रही है। अर्थव्यवस्था और लोगों के रोजगार पर पड़ी कोरोना की मारः कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए अर्थव्यवस्था को बंद किया गया था। इसका असर अर्थव्यवस्था और लोगों के रोजगार पर पड़ा। रोजगार से हाथ धने वालों को राहत देने के लिए 1,200 डॉलर का सीधे भुगतान और प्रोत्साहन उपायों की घोषणा की गयी। इससे अल्पकाल में अर्थव्यवस्था को राहत मिली।               


टी-20 विश्व कप 1 साल के लिए स्थगित

सिडनी। कोविड-19 महामारी के कारण इस साल का टी-20 विश्व कप एक साल के लिए स्थगित हो गया है। लॉकडाउन और संक्रमण के खतरे को देखते हुए दर्शकों को कम ही क्रिकेट देखने को मिल रहा है। हालांकि इंग्लैंड द्वारा लगातार दो टीमों की मेजबानी करने के बाद अब क्रिकेट वापस से पटरी पर लौटने लगा है। इसी कड़ी में अब आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच टी-20 क्रिकेट का नया रोमांच देखने को मिलेगा।
टी-20 विश्व रैंकिंग में शीर्ष दो टीमों के बीच होने वाली इस श्रृंखला के काफी रोमांचक होने की उम्मीद है। आस्ट्रेलिया दुनिया की नंबर एक टीम है और इंग्लैंड के साथ उनकी प्रतिद्वंद्विता जगजाहिर है। दोनों टीमों के पास दुनिया के कुछ सबसे आक्रामक बल्लेबाज और तेज गेंदबाज हैं।
अगला टी-20 विश्व कप अब अक्तूबर-नवंबर 2021 में भारत में होगा, ऐसे में आस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फिंच ने इंग्लैंड के साथ सीरीज को लेकर कहा, ‘उम्मीद करता हूं कि यह फाइनल की झलक होगा।’ उन्होंने कहा, ‘इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के बीच प्रतिद्वंद्विता हमेशा रोमांचक होती है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की आप किसके सामने खेल रहे हैं या कहां खेल रहे हैं। अगर आप सड़क पर भी खेल रहे हैं तो भी रोमांच होगा।             


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...