रविवार, 26 जुलाई 2020

पत्रकार की शहादत पर श्रद्धांजलि अर्पित की

अतुल त्यागी


पत्रकार की निर्मल हत्या पर राष्ट्रीय सैनिक संस्था के पदाधिकारियों ने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर सरकार से चौथे स्तंभ के विषय के अंदर सोचने की बात रखी। तथा ठोस ठोस कदम उठाने की बात मांग पत्र के द्वारा भेजी गई।


हापुड़। समाज के चौथे स्तंभ पत्रकारिता पर अपराधियों का टूट रहा है तांडव यानी पत्रकार विक्रम जोशी की निर्मल हत्या पर पूर्व सैनिकों ने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर 26 जुलाई 2020 को गढ़मुक्तेश्वर के सिंभावली के चौधरी फार्म हाउस में किया श्रद्धांजलि सभा में गाजियाबाद के पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या प्रदेश सरकार पर उठाती है। सवाल और निशान चौथा स्तंभ पत्रकारिता समाज का वह चौथा स्तंभ है जो कार्यपालिका न्यायपालिका और व्यवस्था पालिका पर भी नजर रख कर समाज के हर पहलू को सारे देश दुनिया में प्रकाशित करता है तथा सभी के साथ रहता है सच लिखने पर आतंकी और भ्रष्टाचारी लोगों की नजरों में वह दुश्मनी चमकती है मगर वह सच्चाई सामने लाता है जो कलम का इस्तेमाल करता है। उसकी हकीकत बयां करता है और यही वजह है जिसके कारण पत्रकार कलमकार विक्रम जोशी की हत्या की गई संस्था के पदाधिकारियों ने प्रदेश के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री आदित्यनाथ जी योगी जी को मांग पत्र भेजकर पत्रकार की हत्या करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की तथा आर्थिक सहायता और पत्रकार को सुरक्षा प्रदान की जाने की बात रखी इस सभा में श्रद्धांजलि देने वाले चौधरी मनवीर सिंह, उपाध्यक्ष पश्चिम मध्य प्रदेश राष्ट्रीय सैनिक संस्था के कैप्टन राजेश, प्रवक्ता आशीष चौधरी, श्रीमती राजेश, प्रीति, अनीता ,कुसुम, विजेंद्र, विनोद ,अमित विजये आदि मौजूद रहे।              


शहीद को फूल अर्जित कर दी श्रद्धांजलि

अतुल त्यागी, मुकेश सैन


शहीद सतपाल की प्रतिमा पर माला अर्पण कर राष्ट्रीय सैनिक संस्था के पदाधिकारी और पूर्व सैनिकों ने दी सलामी


हापुड़। शहीद सतपाल के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर राष्ट्रीय सैनिक संस्था के पदाधिकारियों पूर्व सैनिकों ने दी सलामी, 26 जुलाई का दिन कारगिल विजय दिवस के रूप में पूरे देश भर में शहीदों को सम्मान देने के रूप में मनाया जाता है, दुश्मनों से जंग में देश के जवानों ने शहादत की थी जिस मैं जनपद हापुड़ के तहसील गढ़मुक्तेश्वर स्थित गांव लुहारी निवासी चौधरी सतपाल ने भी जंग के अंदर की थी जंगे मैदानी दुश्मनों से लोहा लेने में देश के प्रति त्याग दिए थे प्राण मगर दुश्मनों के किए थे दांत खट्टे दिया था मुंहतोड़ जवाब, शहीद सतपाल सिंह का देश के लिए बलिदान होने पर जहां क्षेत्र भर की आंखें रोए वहीं परिवार ने सपूत खोने के बाद बेटे का देश पर बलिदान पर गर्व महसूस किया जिस के बाद शहीद सतपाल की प्रतिमा पर गांव में स्थित किया माला अर्पण, आज 26 जुलाई 2020 को राष्ट्रीय सैनिक संस्था के अधिकारी पूर्व सैनिकों ने गांव लुहारी पहुंच कर शहीद सतपाल सिंह की प्रतिमा पर की माला अर्पण सभी की आंखें नम दी सलामी, जिसके बाद चौधरी मनवीर सिंह पूर्व सैनिक ने ग्राम प्रधान लुहारी अय्यूब अली ने कहा कि डहरा कुटी वैट रोड पर लुहारी मोड पर एक बोर्ड सहित सतपाल मार्ग नाम से स्थापित कराया जाए जिससे के लिए ग्राम प्रधान ने इसे हर्ष स्वीकार कर कार्य अंजाम का वादा किया, इस अवसर पर कैप्टन राजेश, कपिल देव, हवलदार जयप्रकाश, ब्रह्मपाल दफेदार, नरेंद्र सिंह ,हनी चौधरी ,कृपाल चौधरी, आशीष शर्मा ने भी माला अर्पण कर दी शहीद सतपाल सिंह को सलामी।


संकट में रेलवे ने खर्चों में कटौती की

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने कोरोना संकट के बीच खर्चों में कटौती के मद्देनजर गोपनीय दस्तावेजों के लिए इस्तेमाल होने वाली डाक संदेशवाहक सेवा को बंद करने का निर्णय किया है। 
रेलवे बोर्ड के संयुक्त सचिव बी मजूमदार ने डाक संदेशवाहक सेवा के स्थान पर वीडियो कांफ्रेंस के इस्तेमाल की सलाह दी है। उन्होंने सभी रेलवे जोन के महाप्रबंधकों को इस संबंध में 24 जुलाई को एक पत्र भी भेजा है। पत्र में स्थापना से संबंधित व्यय पर लागत को कम करने और बचत बढ़ाने के उपाय के रूप में, बोर्ड ने चाहा है कि रेलवे पीएसयू और रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के बीच सभी चर्चाएं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये होनी चाहिए। निजी संदेशवाहक या डाक संदेशवाहक की व्यवस्था को तुरंत रोका जाना चाहिए। पत्र में कहा गया है कि इन तमाम उपायों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे भत्ते, स्टेशनरी, फैक्स आदि के खर्चे में महत्वपूर्ण बचत होगी।
उल्लेखनीय है कि अब तक रेलवे के गोपनीय दस्तावेजों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने के लिए डाक संदेशवाहक का सहयोग लिया जाता था। इंटरनेट क्रांति के इस डिजिटल युग में अब वीडियो कॉन्फ्रेंस और ईमेल आदि के माध्यम से संवाद बेहद सुगम और तीव्र हो गया है। इससे ना केवल समय की बचत होती है बल्कि अनावश्यक खर्चों में भी कटौती होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने यह कदम उठाया है।           


पीएम के एजेंडे में रक्षा सर्वोपरिः नड्डा

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के एजेंडे में रक्षा का विषय सर्वोपरि रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का फौज के प्रति काफी लगाव है। उनकी हर दीवाली फौज के जवानों के साथ बॉर्डर पर मनती है। इसके पीछे ये संदेश रहता है कि त्योहारों पर भी जो देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं, उनके साथ देश का प्रधानमंत्री खड़ा है। 
भाजपा मुख्यालय में ‘कारगिल विजय दिवस’ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि लद्दाख स्टैंड ऑफ में भी प्रधानमंत्री खुद गए थे, उन्होंने बैठकें भी कीं, जवानों का हालचाल भी पूछा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के एजेंडा में रक्षा का विषय फोकस पर रहा है। नड्डा ने कहा कि पूर्व सैनिकों की वन रैंक-वन पेंशन (ओआरओपी) की मांग को पूरा करने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। करीब 33,000 करोड़ रुपये देकर उन्होंने सभी भुगतान पूरे कराए। उन्होंने कहा कि 40 वर्ष से ओआरओपी का मामला चल रहा था, लेकिन इसके साथ हमेशा राजनीति हुई।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के समय लगभग 72 प्रोजेक्ट देश की सीमाओं के लिए थे लेकिन किसी पर काम नहीं हुआ। आज वो सभी72 प्रोजेक्ट पूरे होने वाले हैं। वर्ष 2008 से लेकर 2014 तक 3,610 किमी सड़कें बनी। जबकि 2014 से 2020 तक 4,764 किमी सड़कें बॉर्डर एरिया में बनाई जा चुकी हैं। नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद करीब 36 राफेल और 28 अपाचे विमान मंगाए गए। बुलेट प्रूफ जैकेट आज भारत बना रहा है और एक्सपोर्ट भी कर रहा है। उन्होंने कहा कि हर तरह से चिंता की गई कि फौज को फोकस में रखकर सभी जरूरी कार्य पूरे किए जाएं। 
भाजपा अध्यक्ष ने कारगिल युद्ध के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का ज़िक्र करते हुए कहा कि जब कारगिल की लड़ाई फौज बॉर्डर पर लड़ रही थी, तो राजनीतिक नेतृत्व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लड़ाई लड़ रही था। नवाज शरीफ ने बिल क्लिंटन से बीच बचाव का आग्रह किया था। कई संदेश अटल जी के पास आए थे लेकिन अटल जी ने स्पष्ट कहा कि भारत युद्ध विराम तब तक नहीं करेगा, जब तब हम पाकिस्तान को पछाड़कर अपनी सीमाओं को सुरक्षित नहीं कर लेते।             


राष्ट्रपति ने आर्मी हॉस्पिटल को दिया अनुदान

कोरोना से निपटने के लिए खरीदे जाएंगे चिकित्सा उपकरण
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को विजय दिवस के मौके पर कारगिल युद्ध में बहादुरी से लड़ने और सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि के रूप में आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल) दिल्ली को 20 लाख रुपये का चेक प्रदान किया। इस राशि को चिकित्सा उपकरण खरीदने पर खर्च किया जाएगा जिससे डॉक्टरों और पैरामेडिक्स को कोविड-19 महामारी का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने में मदद मिलेगी। 
राष्ट्रपति सचिवालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक कोरोना के मद्देनजर राष्ट्रपति भवन के खर्चों में कटौती के कारण सेना अस्पताल के लिए राष्ट्रपति का योगदान संभव हुआ है। राष्ट्रपति ने पिछले दिनों राष्ट्रपति भवन के खर्चों में कटौती करने के संबंध में निर्देश जारी किए थे। इस पहल की अगली कड़ी के रूप में उन्होंने अपने लिए एक लिमोज़ीन कार खरीदने के प्रस्ताव को टाल दिया था जिसे औपचारिक अवसरों के लिए इस्तेमाल किया जाना था। सशस्त्र बलों के सुप्रीम कमांडर के रूप में राष्ट्रपति का यह कदम आर्मी अस्पताल के अग्रिम पंक्ति के कोविड वारियर्स का मनोबल बढ़ाएगा। उम्मीद है कि अन्य लोग और संगठन भी इससे प्रेरणा लेकर कोरोना योद्धाओं की सहायता के लिए आगे आएंगे। 
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इससे पहले आज कारगिल युद्ध में विजय की 21 वीं वर्षगांठ के मौके पर युद्ध में अपने प्राणों की बाजी लगाने वाले सैनिकों को नमन किया। उन्होंने एक ट्वीट संदेश में कहा, कारगिल विजय दिवस हमारे सशस्त्र बलों की निडरता, दृढ़ संकल्प और असाधारण वीरता का प्रतीक है। उन्होंने कहा मैं उन सैनिकों को नमन करता हूं जिन्होंने दुश्मन का मुकाबला किया और भारत माता की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। राष्ट्र सदा के लिए उनका और उनके परिवारजनों का कृतज्ञ है। 
उल्लेखनीय है कि आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल) भारत के सशस्त्र बलों के लिए शीर्ष चिकित्सा देखभाल केंद्र है। कार्यवाहक कमांडेंट मेजर जनरल शरत चंद्र दास स्वयं ऑपरेशन विजय में शामिल रहे थे, जिसके लिए उन्हें युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया गया था। मौजूदा स्थिति में, इसके डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ लगातार चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं और अपने स्वयं के जीवन को सबसे अधिक जोखिम में डालकर चिकित्सा देखभाल की उच्चतम गुणवत्ता प्रदान कर रहे हैं।             


संभ्रात लोगों के साथ पीस कमेटी की बैठक

कोतवाली कांट में पीस कमेटी की बैठक हुई संपन्न


शाहजहांपुर। कोतवाली कांट (कोतवाल) के द्वारा पीस कमेटी की बैठक संपन्न की गई! जिसमें कि सभी लोगों को पता होगा बकरीद और सावन मास के समाप्ति और रक्षाबंधन त्यौहार आने वाले हैं, इसी के उपलक्ष में थाना अध्यक्ष और उप निरीक्षक ने बैठक के दौरान वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर सचेत रहने की बात कही और बताया बकरीद और रक्षाबंधन त्योहार को मनाते हुए आपसी भाईचारा रखें! जिसमें की संपूर्ण तरीके से शांति के साथ त्यौहार को धूमधाम से मनाएं! बैठक में सभी मुस्लिम समुदाय के सदस्यों को यह भी बताया कि ईद की जो भी कुर्बानी करें, वह खुले में ना करें क्योंकि सावन मास का महीना भी चल रहा है,ताकि किसी भी प्रकार का विवाद उत्पन्न ना हो! त्यौहार को आपसी भाईचारा के साथ मनाया जाए! बकरीद के त्यौहार में ईद की कुर्बानी के पश्चात गंदगी इधर-उधर ना डालें! स्वच्छता का वातावरण बनाए रखने का प्रावधान दिया ! यदि त्यौहार के समय किसी भी प्रकार की समस्या होती है,तो सीधे थाना कांट में संपर्क कर सकता है, पूरी तरीके से पुलिस जनता की सेवा में तत्पर है! सभी को पता है,कोविड-19 के चलते प्रतिदिन अधिक से अधिक मरीजों की संख्या बढ़ रही है, ऐसे में कोई भी घर से बाहर ना निकले यदि बहुत ही अति आवश्यक कार्य है, तभी अपने घरों से बाहर निकले हैं,क्योंकि हम सभी लोगों को कोविड-19 से योद्धा बनकर लड़ना है! ताकि हमारा देश इस महामारी से सुरक्षित हो सके! इस पीस कमेटी की बैठक में कांट के चेयरमैन व कांट नगरवासी मुस्लिम समुदाय के सदस्य तथा पत्रकार जलालुद्दीन,वाहिद अली, शिवम शर्मा गौरव शुक्ला,थानेश्वर आदि तमाम पत्रकार मौजूद रहे!         


बेलगाम भाजपाइयों ने गार्ड को खूब पीटा

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। मुरादनगर में सत्ता के नशे में चूर भाजपाई इस समय बेलगाम हो गए। जिले में आए दिन पदाधिकारी और कार्यकर्ता का नाम किसी न किसी विवाद से जुडा ही मिलता है। लगता है खासकर युवा मोर्चा और विवादों को तो जैसे चोली दामन का साथ है जो छुटने का नाम ही नहीं ले रहा। शनिवार शाम को दिल्ली मेरठ रोड़ के असालतनगर हनुमान मंदिर के पास स्थित सीएनजी पंप पर गार्ड द्वारा मास्क लगाने के लिए टोकने पर भाजयुमों के महानगर उपाध्यक्ष समेत आधा दर्जन लोगों ने गार्ड को दौडा-दौडा कर डंडों से पीटा। इतना ही नहीं उस गार्ड के कपड़े तक फाड दिए। उसके बाद उन्होंने सेल्स मैन के साथ भी मारपीट की। जब ये लोग मारपीट कर रहे थे तो अपने आपको भाजपा नेता बता रहे थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी को मौके ही पकड़ लिया। लेकिन सत्ताधारियों के दवाब में रात तक मामले में टाल मटोल करती रही। वहीं पकडे गए लोगों में से एक पूर्व जिलाध्यक्षक का भांजा भी बताया जा रहा है। उधर वीडियों वायरल होने के बाद रविवार सुबह तीन लोगों की गिरफ्तरी दिखा दी गयी। जबकि बताया जा रहा है कि जब ये मामला हुआ उस वक्त वहा आधा दर्जन के करीब लोग मौजूद थे। पंप मैनेजर महेंद्र सिंह कसाना ने बताया कि शनिवार शाम पंप पर एक कार में कुछ युवक सीएनजी भरवाने आए। उन्होंने मास्क नहीं लगाया हुआ था। गार्ड ने मास्क लगाने को कहा तो कार सवारों ने खुद को भाजपा नेता बताते हुए धमकाना शुरू कर दिया। जब गार्ड ने मास्क लगाने का दबाव डाला तो कार सवारों ने गाली-गलौज करते हुए उससे मारपीट शुरू कर दी। दबंगों ने गार्ड को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। शोर-शराबा सुनकर सेल्समैन नवल बीच-बचाव कराने पहुंचा तो हमलावरों ने उसके साथ भी जमकर मारपीट की। आरोप है कि कार सवार हमलावरों ने फोन करके अपने अन्य साथियों को भी पंप पर बुला लिया। जिसके बाद गार्ड और बीच-बचाव करने गए सेल्समैन के साथ भी मारपीट की। इसके बाद जो सामने आया उसके साथ मारपीट होती गयी। घटना में कई कर्मचारियों के कपड़े भी फट गए। पंप पर मौजूद लोग आपराधिक घटना की आशंका से डर गए और इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस पहुंची तो कार सवार युवकों ने उसके सामने भी दबंगई दिखाई और मारपीट की।


पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। भाजपा नेता का नाम आने के बाद पुलिस भी पूरे मामले पर चुप्पी साध रही थी, लेकिन जैसे ही घटना की वीडियो वायरल हुई तो आनन-फानन में इस मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई। थाना प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि मारपीट की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। जिस में मारपीट करने वालों को पकड़ थाने ले आई थी। पंप मैनेजर की शिकायत पर 269, 270, 323, 336, 504 की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। इस मामले में मोनू त्यागी, शुभम त्यागी, गौरव त्यागी निवासी गुलधर को गिरफ्तार किया गया है। एसएचओं का कहना है कि मारपीट करने वालों में भाजपा नेता कौन है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। वही बताया गया है कि सीएनजी पंप पर मारपीट करने वाला मोनू त्यागी भाजपा युवा मोर्चा का उपाध्यक्ष है। जिसने मारपीट करते समय भी कहा था कि हम भाजपा नेता हैं। उसकी यह बातें भी सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई हैं भाजपा नेता की गुंडागर्दी से आम आदमी ही नहीं टोल टैक्स आदि कर्मचारी भी काफी परेशान हैं। आए दिन इस तरह की घटनाएं हो रही हैं लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेता चुप्पी साधे हुए हैं।           


हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...