शनिवार, 18 जुलाई 2020

गांव, घर, स्कूल, सड़क सब डूब गया

दरभंगा। जिले में बागमती नदी उफान पर है तो कमला बलान नदी अपना रौद्र रूप दिखा रही है। कमला में पानी बढ़ने से दरभंगा के कुशेश्वरस्थान प्रखंड में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। कुशेस्वरस्थान के पूर्वी इलाके में तो पानी लोगों के लिए तबाही है। पूरा इलाका किसी समंदर से कम नहीं लगता। चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी और इस बाढ़ के पानी में लोगों की जिंदगी नाव पर सवार होकर डगमगाते मंजिल की ओर चलती जाती है। नदी के इस रौद्र रूप को देखकर गाव की महिलाएं नदी में नाव पर सवार होकर कमला मइया के गीत गाकर उसके इस विकराल रूप को शांत करने का टोटका भी कर रही हैं।


बाढ़ के पानी के कारण कुशेश्वरस्थान के इठहर और सुघराईं पंचायत के हाल बेहद खराब है। स्कूल के अन्दर तक़रीबन चार से पांच फीट तक  पानी भरा है। स्कूल के कमरे में पानी भरा है स्कूल की खिड़कियां पानी में डूबी है तो गांव घर के हाल भी बुरे हैं. पूरा गांव पानी से घिरा है, घरों में पानी है, गरीबों की झोपड़ियां पानी में डूब चुकी हैं। सड़कें भी नजर नहीं आतीं।


बेपटरी हो चुकी जिन्दगी को पटरी पर लाने के लिए लोग जान बचाकर ऊंचे बांध पर अपने पशुओं के साथ शरण ले चुके हैं।  पशु और इंसान में फर्क मिट गया है। पेट की आग बुझाने के लिए बांध पर ही चूल्हे की आग जला कर सरकारी मदद की आस में जिंदगी की सांस बचा रहे है। खुद जैसे तैसे अपना पेट भर रहे इन बाढ़ पीड़ितों की समस्या इतने पर ही नहीं थमती बल्कि चारो तरफ पानी होने के कारण इनके लिए पशु की चारा एक बड़ी समस्या है।


इ लुकाछिपी से कोरोना ना भागीः लालू

पटना। राजद प्रमुख लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने शुक्रवार को सरकार पर हमला करने के लिए भोजपुरी का इस्तेमाल किया है। राजद प्रमुख ने कहा है कि बिहार का हाल देख हमार दिल रो रहा है। राजद प्रमुख ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संबोधित करते हुए कहा है कि ‘ई लुकाछिपी से कोरोना ना भागी। जब सेनापति मैदान छोड़ के भागऽल रही त लड़ाई के लड़ी।’ आरोप लगाया है कि बेरोजगारी, भुखमरी और अपराध से जनता परेशान है। सरकार अपना चेहरा रंगने में लगी है। लगभग चार महीने हो गये। लोगों को रोजी-रोटी पर आफत है। ऐसे में सीएम चार महीने में चार बार भी बंगले से बाहर नहीं निकले।


उधर, राबड़ी देवी ने भी आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री ‘अतिथि भूमिका’ में हैं। बाढ़, कोरोना, इलाज का अभाव, जल जमाव, ग़रीबी, पलायन, बेरोज़गारी समेत अनेक समस्याओं से बिहार त्राहिमाम कर रहा है लेकिन सूबे के मुखिया का कहीं पता नहीं है। संकट की घड़ी में उन्हें राज्यवासियों के बीच रहना चाहिए।


लालू जी चिंता न करें, बिहार सुरक्षित हाथों में : जदयू
प्रदेश जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने शुक्रवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को उन्हीं की भाषा भोजपुरी में जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि जब सत्ता में थे तो कुछ नहीं किए, आज भोजपुरी में बोलकर इस भाषा का मजाक उड़ा रहे हैं। संजय सिंह ने कहा कि लालू जी आप वहीं हैं न जहां आपको आपके नाम नहीं नम्बर से जाना जाता है। आपको बिहार की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि बिहार एकदम सुरक्षित हाथ में है। घबराने की कोई जरूरत नहीं है, नीतीश कुमार सभी मर्ज की दवा हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार घर से कितनी बार निकलते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। बिहार की जनता के लिए काम हो रहा या नहीं, इससे फर्क पड़ता है। आपलोगों को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा कि बिहार में इतना बेहतर तरीके से सबकुछ ठीक कैसे चल रहा है। कोरोना और बाढ़ में सीएम दिन-रात एक करके मेहनत कर रहे हैं। सभी जगह सुचारू रूप से काम चल रहा है।              


लक्ष्मण वालों को जांच की सुविधा दिलाएं

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि वैसे मरीज जिनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण हैं, उन्हें किसी भी निर्धारित स्वास्थ्य संस्थान पर अपनी जांच कराने की सुविधा दिलाएं। इसके लिए संस्थान तय कर दें। स्वास्थ्य विभाग इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करे।पटना में इस तरह की व्यवस्था अविलंब प्रारंभ करा दें। साथ ही विज्ञापन एवं अन्य माध्यमों से लोगों को यह सूचना दी जाय कि कहां पर और किस प्रकार से जांच की यह व्यवस्था की जा रही है।


मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को मुख्य सचिव के साथ कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की और कई निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि एंटीजन जांच की व्यवस्था का विस्तार सुनिशित किया जाय, ताकि जांच कार्य एवं इसकी रिपोर्ट आने में और तेजी आ सके। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों की लगातार मॉनिटरिंग करें। उन्हें किसी प्रकार की चिकित्सा सुविधा की जरूरत होने पर अविलंब उपलब्ध करायी जाय। उनका मनोबल भी लगातार बनाये रखने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने अपील की है कि लोग धैर्य रखें, सचेत रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। अत्यंत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें और घर से बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग अवश्य करें।               


पीलीभीतः 6 पुलिसकर्मी संक्रमित, थाना सील

राजेश गुप्ता


पीलीभीत। जनपद के एक थाने में एक साथ 6 पुलिसकर्मियों को कोरोना संक्रमित पाए जाने से जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है।जानकारी के अनुसार जनपद पीलीभीत के थाना अमरिया में पुलिसकर्मियों की रैंडम चेकिंग की गई थी जिसके अंतर्गत रेंडम चेकिंग कि आई रिपोर्ट में 6 पुलिसकर्मियों को कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि सीएससी अधीक्षक अमरिया लोकेश कुमार गंगवार ने की है। उन्होंने मीडिया को बताया है थाना अमरिया में तैनात 6 पुलिसकर्मियों को कोरोना संक्रमित पाया गया है।सभी कोरोना संक्रमित पुलिसकर्मियों को पीलीभीत के L1 फैसिलिटी आयुर्वेदिक विद्यालय में भर्ती करा दिया गया है।इसी के साथही थाने में तैनात 66 पुलिसकर्मियों को क्वॉरेंटाइन करते हुए प्रशासन के द्वारा थाना अमरिया का 500 मीटर का एरिया भी सील करा दिया गया है।पूरे थाना को सैनिटाइजिंग किया जा रहा है। अधीक्षक लोकेश गंगवार ने आगे बताया है थाने के सभी लगभग 60 से 70 पुलिस कर्मियों का चेकअप किया जा रहा है।             


बनारस में एक साथ 51 संक्रमित मिले

मो0 सलीम


वाराणसी। सुबह-ए-बनारस और नियमो के तहत एक तरफ की खुलती दुकानों के बीच आज सुबह-ए-बनारस ने अपनी अलसाई आँखे खोली ही थी कि कोरोना ने भी शहर में अंगडाई ले डाली और एक एक साथ 51 नए संक्रमण के मामले सामने आने के बाद कोरोना के खौफ ने शहर बनारस को अपने आगोश में ले लिया है। इसके बाद भी सडको पर बेमतलब टहलने वालो की कमी भी नहीं है। बाज़ार थोड़ी ही सही खुली हुई है। सड़के भले तंग है मगर आप अपनी बाइक से बेमतलब निकल जाए। कोई काम हो न हो सिर्फ घूमना मकसद हो। चंद फुल लेने भी कम से कम तीन किलोमीटर दूर जाये। मगर इसके पहले आप एक बार गौरफरमाए कि हुजुर बनारस में कोरोना संक्रमण के मामलो ने एक हज़ार की तायदात पार कर दिया है।


बहरहाल, साहब जीवन आपका है। आपको सुरक्षित रखना है। हम अपनी खबर को पूरा कर दे रहे है कि यहाँ शहर बनारस जो अपनी मस्ती मौज में चलता रहता है, अब कोरोना के कहर से खौफज़दा हो रहा है। हर रोज नए मरीजों का मिलना बदस्तूर जारी है। आज शनिवार को सुबह 11 बजे तक आई रिपोर्ट में 51 लोग पॉजिटिव पाए गए है। वाराणसी में इस खतरनाक बीमारी से अबतक कुल 31 लोगों की जान भी जा चुकी है। जिले में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 1169 हो गया है। जबकि 513 मरीज स्वस्थ होकर अपने अपने घरों के लिए डिस्चार्ज हो चुके हैं। वर्तमान में एक्टिव कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 625 है।


आप इस आकड़ो पर नज़र दौडाए। शहर में बने हॉटस्पॉट को आप कलम से नही बल्कि टहलते घूमते खुद देख रहे है। यह सिलसिला बदस्तूर जारी रहेगा तो एक वक्त ऐसा भी आ सकता है कि गलियों के शहर बनारस में हर दो गलियों के बाद एक हॉटस्पॉट मिलेगा। आखिर प्रशासन भी आपको कब तक चिल्ला चिल्ला कर कहेगा कि सोशल डिस्टेंस बना कर रखे। आपकी मर्ज़ी है। इस भीड़ का आप हिस्सा बने रहना चाहते है या फिर खुद को और खुद के परिवार को सुरक्षित रखना चाहते है। घरो में रहे सुरक्षित रहे।             


रिकवरी दर 63.33 प्रतिशत तक पहुंची



नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत में कोविद -19 के मौजूदा 3.42 लाख रोगियों में से 1.94 प्रतिशत आईसीयू में हैं और 0.35 प्रतिशत वेंटिलेटर पर हैं। 2.81 प्रतिशत लोगों को ऑक्सीजन दी जा रही है जबकि रिकवरी दर 63.33 प्रतिशत तक पहुंच गई है। मंत्रालय ने कहा कि देश में कोविद -19 का वास्तविक आंकड़ा तीन लाख 42 हजार 756 है जबकि 6.35 लाख से अधिक लोग इस बीमारी से ठीक हुए हैं। पिछले 24 घंटों में 22,942 लोग बरामद हुए और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई।




मंत्रालय ने कहा कि वसूली दर को बढ़ाकर 63.33 प्रतिशत कर दिया गया है। देश में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। गुरुवार को इलाज की दर 63.25 प्रतिशत थी। मंत्रालय ने कहा कि दुनिया के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले देश भारत में प्रति मिलियन 727.4 मामले हैं, जो कुछ यूरोपीय देशों की तुलना में चार से आठ गुना कम है।


इसके साथ, देश में महामारी की मृत्यु दर प्रति मिलियन 18.6 है, जो दुनिया में सबसे कम है। मंत्रालय ने कहा, "यह भी उल्लेखनीय है कि 1.94 प्रतिशत मरीज आईसीयू में हैं, 0.35 प्रतिशत वेंटिलेटर पर हैं और 2.81 प्रतिशत ऑक्सीजन बिस्तर पर हैं।" कुल मामलों में से 63.33 प्रतिशत ठीक हो गए हैं।


मंत्रालय ने कहा कि यह सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के समन्वित प्रयासों, डोर-टू-डोर सर्वेक्षण, संपर्क का पता लगाने, अलग-अलग क्षेत्रों की निगरानी, ​​निरंतर जांच और समय पर उपचार के कारण संभव हुआ है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत ने कोविद -19 रोगियों की विभिन्न श्रेणियों के लिए देखभाल के मानक प्रोटोकॉल का अनुपालन किया है। प्रभावी नैदानिक ​​प्रबंधन नीतियों ने सकारात्मक परिणाम भी दिए हैं।


मंत्रालय ने यह भी कहा कि एन 95 मास्क और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों की भी कोई कमी नहीं है। यह बताया गया कि केंद्र ने राज्य, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय संस्थानों को 235.58 लाख एन 95 मास्क और 124.26 लाख पीपीई किट प्रदान किए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, कोविद -19 की संख्या शुक्रवार को एक मिलियन से अधिक हो गई, जिसमें एक ही दिन में सबसे अधिक 34,956 मामले दर्ज किए गए। महज तीन दिन पहले यह आंकड़ा नौ लाख को पार कर गया था। शुक्रवार की सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस के मामलों की कुल संख्या एक लाख तीन हजार 832 हो गई है, जबकि मरने वालों की संख्या बढ़कर 25,602 हो गई है और एक दिन में मरने वालों की अधिकतम संख्या 687 तक पहुँच गया है।



मौत के खौफ से गैंगस्टर ने किया सरेंडर

एनकाउंटर के खौफ से थाने में सरेंडर करने पहुंचा गैंगस्टर.



सहारनपुर। सीएम योगी की सरकार में बदमाशों के अंदर पुलिस का खौफ साफ नजर आने लगा है। इसका ताजा उदाहरण सहारनपुर के थाना देवबंद में तब देखने को मिला जब एक गैंगस्टर में निरुद्ध बदमाश छोटन निवासी गांव लबक़री अपनी गिरफ्तारी देने खुद ही थाने पहुंच गया।आए दिन हो रहे पुलिस-बदमाशों के बीच एनकाउंटर से भयभीत बदमाश ने कहा वर्तमान में जिस तरह पुलिस आफत बनकर अपराधियों पर टूट रही है, इससे उसे भी डर सताने लगा है। गैंगस्टर में वांछित छोटन हाथ मे तख्ती लिए हुए था जिस पर लिखा हुआ था कि मेरा नाम छोटन है और में लबकरी गांव का रहने वाला हूं और मैं कभी भी भविष्य में अपराध नहीं करूंगा।
रिपोर्ट:अंकुर गर्ग/आस मोहम्मद


दिल्ली में बिना मास्क ₹500 का जुर्माना

प्रदीप उज्जैनी


उत्तरी बाहरी दिल्ली।अलीपुर थाना पुलिस ने बगैर मास्क लगाए लोगों के चालान काटे जिसमें दुपहिया वाहन कार चालक टेंपो चालक सवार थे।


कोरोना महामारी के चलते दिल्ली पुलिस भी लगातार सक्रिय है और लोगों के चालान काट रही है लेकिन उसके बावजूद भी लोग बगैर मास्क लगाए घर से बाहर निकल आते हैं। जिसके चलते दिल्ली पुलिस सब लोगों के चालान काट रही है चालान के दौरान लोगों से 500 रुपये का जुर्माना लिया जा रहा है। जिसके चलते अलीपुर थाना पुलिस ने कल शाम करीब 42 लोगों के चालान काटे हैं। इससे पहले भी इसी तरह की मुहिम अलीपुर थाना पुलिस ने चलाई थी और लोगों के चालान काटे थे।               


छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन पर विचार-विमर्श

रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना से जुड़ी एक बड़ी खबर आ रही है। आज रात से राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन लग सकता है। आज शाम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंत्रियों की बैठक बुलाय़ी है। बैठक में प्रदेश में 15 दिन का लॉकडाउन लागू करने का फैसला किया जा सकता है। राज्य सरकार ने अपने स्तर से इसकी पूरी तैयारी कर ली है। आज मंत्रियों की बैठक के बाद संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया जा सकता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शाम 4 बजे सीएम हाउस में ये बैठक बुलायी है। इस बैठक का पूरा एजेंडा ही कोरोना से जुड़ा है। लिहाजा कोरोना के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा के साथ-साथ लॉकडाउन पर चर्चा की जायेगी।


आपको बता दें कि प्रदेश में लगातार कोरोना के आंकड़े बढ़ रहे हैं। खासकर राजधानी रायपुर में पिछले एक महीने से कोरोना की जो रफ्तार हुई है, वो धीमी पड़ती नहीं दिख रही है। कल तो प्रदेश ने कोरोना के सारे रिकार्ड तोड़ दिये, एक ही दिन में कोरोना से 242 मरीज मिले थे, जिसमें से 127 मरीज सिर्फ राजधानी रायपुर से थे। कोरोना के बढ़े खतरे और कोरोना के साइकिल को तोड़ने के लिए राज्य सरकार एक और लॉकडाउन प्रदेश में लागू करने जा रही है।


हालांकि लॉकडाउन का स्तर किस तरह का होगा ? किस तरह की सेवाओं को छूट दी जायेगी? बाजार में किन-किन दुकानों को खोलने की इजाजत दी जायेगी, इसे लेकर बैठक में चर्चा की जायेगी। हालांकि विश्वस्त सूत्र ने इस बात की पुष्टि की है कि प्रदेश में लाकडाउन 15 दिन का किया जा सकता है।               


मंदिर ट्रस्ट, पुजारीयों सहित 140 संक्रमित

आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में कोरोना का कहर तेजी से बढ़ रहा है। अभी तक मंदिर के 14 पुजारी समेत ट्रस्ट के 140 से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।



तिरुपति। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब कुछ दिन के लिए मंदिर में दर्शन बंद करने की मांग की जा रही है। हालांकि, ट्रस्ट ने फिलहाल इस पर कोई फैसला नहीं लिया है।


 बता दें कि अनलॉक-1 के तहत 8 जून को मंदिर फिर से खोला गया था। 11 जून से आम लोगों के लिए खोला गया। 13 जून से मंदिर के स्टाफ में कोरोना के मामले सामने आने लगे थे। शुरुआत में यहां श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ी लेकिन मंदिर में कोरोना का असर देखते हुए अब भीड़ कम होने लगी है। अभी हर दिन 8 से 9 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं।


मंदिर में कोरोना बढ़ने के बाद अब दर्शन बंद करने की मांग उठ रही है। कर्मचारी संगठनों ने भी ट्रस्ट से मांग की है, संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए फिलहाल मंदिर को बंद किया जाए। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने भी आंध्र प्रदेश सरकार से मांग की है कि स्थिति बिगड़ने से पहले जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए। वहीं तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड के अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी ने कहा है कि, फिलहाल मंदिर में सार्वजनिक दर्शन को रोकने की कोई योजना नहीं। स्थिति अभी नियंत्रण में है, इसलिए मंदिर फिर से बंद करने का कोई मतलब नहीं। जो कर्मचारी संक्रमित पाए गए हैं, उन्हें क्वारंटाइन किया गया है।               




आईआईटी में प्रवेश लेना होगा आसान

प्रमोद मिश्रा


नई दिल्ली। दिन की शुरुआत अच्छी खबरों से होनी चाहिए। आज की अच्छी खबर यह है कि अब इस बार IIT में एडमिशन और भी आसानी से होगी इसकी जानकारी खुद केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर दी है ।


मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने शुक्रवार को घोषणा की कि कोरोना के चलते विभिन्न बोर्डों द्वारा 12वीं कक्षा की परीक्षा को आंशिक रूप से रद्द करने की वजह से इस साल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) ने प्रवेश मानदंडों में छूट देने का निर्णय किया है।
एचआरडी मंत्री निशंक ने इसको लेकर ट्वीट किया है। निशंक ने अपने ट्वीट में लिखा है कि आईआईटी में दाखिले के लिए जेईई एडवांस में पास होने होने के अलावा 12वीं बोर्ड की परीक्षा में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होते थे या फिर पात्रता परीक्षा में शीर्ष 20 पर्सेंटाइल में स्थान बनाना होता था। निशंक ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “बोर्डो द्वारा 12वीं कक्षा की परीक्षा को आंशिक रूप से रद्द करने के मद्देनजर संयुक्त नामांकन बोर्ड (जेएबी) ने इस बार जेईई एडवांस 2020 पास छात्रों के लिए प्रवेश मानदंडों में छूट देने का फैसला किया है।
देश-दुनिया के किस हिस्से में कितना है कोरोना का कहर?
एक अन्य ट्वीट में निशंक ने लिखा, “ऐसे पात्र उम्मीदवार जिन्होंने 12वीं कक्षा की परीक्षा पास की है, वे दाखिला लेने के पात्र होंगे और उन्हें मिले अंकों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
बता दें कि इससे पहले जानकारी सामने आई थी कि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) जेईई एडवांस परीक्षा के सिलेबस को कम करने और प्रवेश परीक्षा फॉर्मेट को बदलने पर चर्चा करेगा। बता दें कि इस साल, आईआईटी दिल्ली जेईई एडवांस परीक्षा का आयोजन कर रहा है।             


11 संक्रमित, एसएसपी ने मेस बंद कराया

रायबरेली। महराजगंज में कोरोना संक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को 11 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इनमें चार पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। एक संक्रमित पुलिस कर्मी एसपी कार्यालय में डायल-112 के टेलीफोन ड्यूटी में तैनात था। वहीं दो संक्रमित सिपाही कोतवाली में तैनात थे। वे दोनों बाहर रहते थे। एसपी आवास में बने उसी गारद के मेस में भोजन करते थे, जहां का कुक कोरोना पॉजिटिव मिला था। एसपी ने एहतियात के तौर पर गारद के मेस को बंद करा दिया है। पुलिस कार्यालय और कोतवाली में तीन पुलिस कर्मियों के संक्रमित मिलने से महकमे में हड़कंप मच गया है। कोतवाली के पुलिस कर्मी संदेह में अपना कोरोना टेस्ट खुद ही कराए थे, लेकिन वह सूचना नहीं दिए थे। नियमित रूप से ड्यूटी कर रहे थे। यह भी बताया जा रहा है कि शुक्रवार को दोनों की वीआईपी ड्यूटी भी लगी थी। उसी दौरान रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद दोनों के अलावा पुलिस कार्यालय में डायल-112 के टेलीफोन ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मियों को इलाज के लिए कोविड केयर हॉस्पिटल भेज दिया गया। चौथा संक्रमित पुलिस लाइन में तैनात था। उसे भी इलाज के लिए भेजा गया है। खांसी ना बुखार, पर जांच में मिल रहे संक्रमित बिना मास्क लगाए घर से बाहर निकलने वाले व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वाले अब चेत जाएं। क्योंकि कोरोना संक्रमित ऐसे लोग भी मिल रहे हैं जिनको न तो सर्दी-जुखाम हुआ है और ना ही खांसी या बुखार से पीड़ित हैं। देखने में पूरी तरह स्वस्थ हैं। लेकिन जांच में संक्रमित मिल रहे हैं। शुक्रवार को आई जांच रिपोर्ट में चार पुलिस कर्मी संक्रमित मिले हैं। सभी को इलाज के लिए कोविड केयर हॉस्पिटल पुरैना भेज दिया गया है। पुलिस कर्मियों की नियमित जांच कराई जा रही है। एहतियात के तौर पर गारद के मेस को बंद करा दिया गया है।              


महिला पार्षद ने आयुक्त पर चप्पल उठाई

मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक पार्षद ने बीच बैठक में नगर आयुक्त को ही चप्पल मार दी। शुक्रवार को मथुरा नगर निगम की बैठक में किसी बात से खफा होकर भाजपा पार्षद दीपिका रानी सिंह ने नगर आयुक्त रविंद्र कुमार को चप्पल मारी। हालांकि चपप्ल नगर आयुक्त को ना लगकर उनके पीए को जाकर लगी। बैठक में मौजूद दूसरे नेताओं और कर्मचारियों ने किसी तरह बीच-बचाव किया।


मथुरा के मुकुंद पैलेस में शुक्रवार को मथुरा वृन्दावन नगर निगम की बजट बोर्ड बैठक बुलाई गई थी। पार्षद अपने अपने वार्डों में प्रस्तावित और हुए विकास कार्यों को लेकर हंगामा करने लगे। इसी बीच वार्ड 24 की पार्षद दीपिका रानी सिंह मंच पर बैठे नगर आयुक्त रविंद्र कुमार मांदड़ के पास पहुंचीं। दीपिका रानी का कहना है कि, उन्होंने वार्ड में हुए कार्यां की सूची और कुछ अन्य समस्याओं को लेकर नगर आयुक्त से बात की तो उन्होंने हाथ पकड़कर झटका और कहा कि चल बैठ जा।इस पर मुझे गुस्सा आ गया।


नगर आयुक्त ने पार्षद पर एफआईआर के लिए तहरीर दी है। नगर आयुक्त ने कहा कि बैठक शुरू होने से पहले ही पार्षद दीपिका रानी ने हंगामा शुरू कर दिया था। उन्होंने मुझसे और अन्य अधिकारियों से गाली गलौच भी की। जब पीए ने समझाया तो उसको चपल्लों से पीटा गया। इस मामले में एफआईआर दर्ज करा कर वैधानिक कार्रवाई कराई जाएगी।               


राजस्थान में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए


  • मायावती ने कहा- राजस्थान के राज्यपाल को मसले को खुद नोटिस में लेकर राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए

  • मायावती इससे पहले भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमलावर रहीं, बसपा विधायकाें को कांग्रेस में शामिल कराने पर विरोध जताया था


लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने राजस्थान की सियासी उठापटक पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को निशाने पर लिया है। मायावती ने राजस्थान की राजनीतिक अस्थिरता को लेकर वहां राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि राजस्थान में राजनीतिक गतिरोध और सियासी उठापटक काे राज्यपाल खुद नोटिस में लाएं। उन्हें राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए, ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो।


बसपा प्रमुख ने ट्वीट में कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहले दलबदल कानून का खुला उल्लंघन किया। बसपा के साथ लगातार दूसरी बार धोखेबाजी की और हमारी पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया। अब जगजाहिर तौर पर फोन टेप कराके इन्होंने एक और गैर-कानूनी और असंवैधानिक काम किया है।


कोटा में 105 बच्चों की मौत पर गहलोत को हटाने की मांग की थी
इससे पहले मायावती ने दिसंबर में कोटा के अस्पताल में लगातार बच्चों की मौतों पर सवाल उठाया था। उन्होंने कांग्रेस से गहलोत को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने की भी मांग की थी। मायावती ने ट्वीट कर लिखा था- 100 माताओं की कोख उजड़ने के मामले में कांग्रेस को केवल अपनी नाराजगी जताना ही काफी नहीं है। कांग्रेस को चाहिए कि वहां के मुख्यमंत्री को तुरंत हटाकर किसी सही व्यक्ति को सत्ता में बैठाया जाए।


2018 में भी गहलोत से नाराजगी जताई थी
बसपा प्रमुख मायावती मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर पहले भी नाराजगी जता चुकी हैं। 2018 में राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 200 सीटों में 100 पर जीत मिली थी। उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल का एक विधायक जीता था। इससे राज्य में सरकार गिरने का खतरा मंडरा रहा था। वहीं, बसपा के 6 विधायक चुनाव जीते थे। इन सभी विधायकों ने बसपा छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ले ली। इससे मायावती ने कांग्रेस और गहलोत पर खासी नाराजगी जताई थी।


राजस्थान में इन विधायकों ने कांग्रेस जॉइन की थी
बसपा से चुनाव जीते राजेन्द्र गुढा (उदयपुरवाटी, झुंझुनूं), जोगेंद्र सिंह अवाना (नदबई, भरतपुर), वाजिब अली (भरतपुर), लाखन सिंह मीणा (करौली), संदीप यादव (तिजारा, अलवर) और दीपचंद खेरिया (किशनगढ़बास, अलवर) ने सितंबर 2018 में पार्टी छोड़ दी थी।             


ओडीएफ के विरुद्ध शुरू घूंघट से बगावत

धर्मेन्द्र कुमार कन्नौजिया की रिपोर्ट


लखनऊ। वर्ष 2018 में उत्तर प्रदेश राज्य का कुशीनगर जनपद ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) घोषित कर दिया गया लेकिन जमीनी हकीकत सरकारी दावे से कोसों दूर है। शौचालय नहीं होने से जंगल जगदीशपुर टोला भरपटिया में लगभग डेढ़ दर्जन बहुएं ससुराल छोड़कर मायके चली गयीं हैं। दुल्हनों का कहना है कि शौचालय के बगैर उन्हें काफी दिक्कत हो रही थी। दुल्हनों का कहना है कि जबतक ससुराल में शौचालय नहीं बन जाता है तबतक मायके में ही रहेगी. ‘घुंघट’ की इस बगावत ने स्वच्छ भारत मिशन की सारी पोल खोलकर रख दी है।


जानकारी के मुताबिक, जिले के साथ ही जंगल जगदीशपुर गांव भी ओडीएफ हुआ था लेकिन इस गांव के टोला भरपटिया के अधिकतर गरीबों के पास आज भी शौचालय नहीं है। गांव के ग्राम प्रधान और जिला पंचायतराज अधिकारी एमआईएस और सूची का हवाला दे रहे हैं लेकिन सवाल ये है कि किन परिस्थितियों में इन गरीबों का नाम सूची में नहीं शामिल हुआ है इसका जबाब किसी के पास नहीं है।


स्वच्छ भारत मिशन के तहत कुशीनगर जनपद में तकरीबन 4 लाख शौचालय बनने थे। कुशीनगर जनपद को 30 नवंबर 2018 को ओडीएफ घोषित कर दिया गया। ओडीएफ मतलब सभी शौचालयों का निर्माण शत प्रतिशत करा दिया गया है। परंतु इस सरकारी दावे पर से पडरौना विकास खंड के जंगल जगदीशपुर टोला भरपटिया की लगभग डेढ़ दर्जन बहुओं ने पर्दा हटा दिया है। भरपटिया टोले की यह बहुएं ससुराल छोड़कर मायके इसलिए चली गईं है क्योंकि घर में शौचालय नहीं है और उन्हें नित्य जरूरत के लिये तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। शौचालय निर्माण का सच सामने लाने वाली इन बहुओं का कहना है कि गांव के एक तरफ नाला है तो दूसरी तरफ नहर। चारों तरफ पानी लगता है. जिससे बहुत दिक्कतें आती हैं। जबतक ससुराल में शौचालय नहीं बन जाता है तबतक मायके में ही रहेंगी। बता दें कि टोला भरपटिया की आबादी तकरीबन 1000 है और यहां गरीब तपके के लोग निवास करते हैं। गरीबों की बस्ती होने के बाद भी अधिकतर के पास शौचालय नहीं है।


जिला पंचायतराज अधिकारी राघवेंद्र द्विवेदी और ग्राम प्रधान दोनों का कहना है जितने लोगों का एमआईएस हुआ था और जितने लोगों का नाम सूची में था, सबका शौचालय बन गया है। लेकिन सच्चाई यह है कि एमआईएस कराने की जिम्मेदारी भी ग्राम प्रधान, ब्लॉक और डीपीआरओ के ही कंधों पर होती है। सूची भी इन्हीं की देखरख में बनी है।


मायके गई गांव की बहू रीना का कहना है कि हमारे ससुराल में शौचालय नहीं बना है जिसके कारण दिक्कत हो रही थी इसलिए मायके चले आएं हैं। शौचालय बन जायेगा तो ससुराल चले जायेंगे। वहीं, मायके गई बहू ज्योति का कहना है कि ससुराल में शौचालय न होने के कारण मायके आई हूं। शौचालय बनेगा तो वापस जाऊंगी नहीं बनेगा तो नहीं जाऊंगी। जिला पंचायत अधिकारी राघवेंद्र द्विवेदी का कहना है कि जानकारी मिलने के बाद गांव में पहुंचकर जांच की तो दो बहुएं नार्मल तरीके से मायके गई हैं। हां, कह सकते हैं कि उनके पास शौचालय नहीं था। कुछ गांववालों का लाइन सर्वे में नाम न होने के कारण उनका शौचालय नहीं बन पाया था।


यूपीबोर्डः 30 फ़ीसदी पाठ्यक्रम किया कम

नई दिल्ली/लखनऊ। कोरोना वायरस के चलते बिजनेस से लेकर पढ़ाई तक सब प्रभावित हुई है। इसके कारण बच्चों की पढ़ाई काफी प्रभावित हुई है। ऐसे में यूपी बोर्ड ने छात्रों को राहत देने के लिए बड़ा कदम उठाया है।


दरअसल, कोरोना महामारी के चलते देशभर में स्कूल अभी तक खुले नहीं हैं। यूपी बोर्ड के स्कूल भी अभी तक बंद हैं। इनके आने वाले दिनों में भी खुलने की उम्मीद नहीं के बराबर है। ऐसे में यूपी बोर्ड ने स्टूडेंट्स के सिर से पढ़ाई का बोझ कम करने का फैसला लिया है। इसके कारण यूपी बोर्ड ने नौवीं क्लास से बारहवीं क्लास तक के सिलेबस में 30 फीसदी की कटौती कर दी है।


यूपी बोर्ड ने कोरोना के चलते छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होने के चलते हालात की गंभीरता को देखते हुए 9वीं से 12वीं क्लास तक के सिलेबस 30 फीसदी कम कर दिए हैं। बाकी बचे 70 फीसदी सिलेबस को अब तीन भाग में पढ़ाया जाएगा। उत्तर प्रदेश बोर्ड की नियामक संस्था माध्यमिक शिक्षा परिषद ने नियमित कक्षाएं न शुरू हो पाने की समस्या को देखते हुए सरकार से सिलेबस कम करने की अपील की थी और प्रस्ताव भेजा था। जिस प्रस्ताव पर शासन ने अपनी मुहर लगा दी है। अब छात्रों को तीस फीसदी कम सिलेबस पढ़ना होगा।             


सितंबर से आईपीएल शुरू होने की कवायद

नई दिल्ल। कोरोना वायरस की वजह से आईपीएल के आयोजन को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया था, लेकिन इसके बाद आईपीएल के आयोजन को लेकर कयासों का बाजार गर्म हो गया, और ये कहा जाने लगा कि बीसीसीआई आईपीएल से होने वाले नुकसान को झेलने की स्थिति में नहीं है, और इस साल आईपीएल का आयोजन कराने की सोच रहा है। फिर चाहे वो दूसरे देश में ही क्यों न कराना पड़ा। और अब मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो  बीसीसीआई ने आईपीएल के आयोजन का शेड्यूल बना लिया है, और इसका आयोजन इस बार भारत से बाहर होने वाला है, जो मीडिया रिपोर्ट्स आ रही है उसके मुताबिक आईपीएल यूएई में खेला जाएगा, भारत में लगातार कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के कारण ये फैसला लेना पड़ा है।


मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बीसीसीआई इस बार आईपीएल का आयोजन यूएई में कराने जा रहा है, और वहां कराने के लिए बीसीसीआई अब मंजूरी लेने में लगा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीसीसीआई ने तो आईपीएल का पूरा शेड्यूल भी तैयार कर लिया है, टूर्नामेंट यूएई में 26 सितंबर को शुरू होगा, और 6 नवंबर को आईपीएल का फाइनल मैच खेला जाएगा। आईपीएल का पूरा शेड्य़ूल अगस्त के पहले हफ्ते में जारी किया जा सकता है। इससे पहले गुरुवार को ऐसी खबरें भी आईं थी कि आईपीएल में हिस्सा लेने वाले सभी भारतीय क्रिकेटर 5 हफ्ते की ट्रेनिंग के लिए यूएई जा सकते हैं। ट्रेनिंग कैंप खत्म होने के बाद आईपीएल फ्रेंचाइजियों को अपने ट्रेनिंग कैंप लगाने का मौका दिया जाएगा।


गौरतलब है कि अगर यूएई में आईपीएल का ये सीजन आयोजित किया जाता है, ऐसा दूसरी बार होगा, इससे पहले साल 2014 में आईपीएल का पहला राउंड खेला गया था, तब अबु धाबी, दुबई और शारजाह में मुकाबले हुए थे, और तब आम चुनाव की वजह से फैसला लिया गया था। लेकिन इस बार भारत में लगातार बढ़ते कोरोना वायरस की वजह से ये फैसला लिया जा रहा है, यूएई में आईपीएल के आयोजन का स्थल चुनने की वजह ये माना जा रहा है कि दुबई पूरी दुनिया से जुड़ा हुआ है, वहां पूरी दुनिया की उड़ानें आती हैं, इसलिए विदेशी खिलाड़ियों को ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका, वेस्टइंडीज से यूएई लाना आसान होगा। बहरहाल ये तो मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित खबर है, अब देखना ये है कि बीसीसीआई इसका औपचारिक ऐलान कब करता है।           


सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को मार गिराया

श्रीनगर। आतंकियों के खिलाफ जारी अभियान में सुरक्षाबलों को आज फिर कामयाबी मिली है। जम्मू-कश्मीर में शोपियां के अमशिपोरा इलाके में सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को मार गिराया है। 24 घंटे में जवानों ने कुल 6 आतंकियों को ढेर कर दिया। एनकाउंटर अभी जारी है।


दहशतगर्दों के छिपे होने के इनपुट पर आर्मी और पुलिस के जवानों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। इस बीच आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। 24 घंटे में सिक्योरिटी फोर्सेज ने 6 आतंकी ढेर कर दिए हैं। शुक्रवार को कुलगाम जिले के नागनाद शिमर इलाके में जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकी मार गिराए थे, इनमें एक पाकिस्तानी था। सेना ने शुक्रवार को बताया कि आतंकी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं, लेकिन हमारे जवान उन्हें कामयाब नहीं होने देंगे।


ऐश्वर्या-आराध्या की तबीयत बिगड़ी, भर्ती

मुंबई। कोरोना वायरस के चलते ऐश्वर्या और आराध्या बच्चन को शुक्रवार देर रात मुंबई स्थित नानावटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हाल ही में बच्चन परिवार के चार सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके बाद अमिताभ बच्चन और अभिषेक बच्चन को अस्पताल में एडमिट कराया गया। अभी तक ऐश्वर्या और आराध्या होम क्वारंटाइन थीं और कोरोना का इलाज कर रही थीं।


बता दें कि इससे पहले अभिषेक ने ट्वीट कर बताया था, ‘ऐश्वर्या और आराध्या बच्चन का भी कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव आया है। वह लोग घर पर ही सेल्फ क्वारंटाइन हैं। पूरी परिस्थिति की जानकारी दे दी गई है और वह सभी चीजों का ध्यान रख रहे हैं। बाकी परिवार में मां को मिलाकर सभी के टेस्ट नकारात्मक आए हैं। आप की चिंताओं और प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद’।


एक्टर के चारों बंगले- जलसा, जनक, वत्सा और प्रतीक्षा, सभी को बीएमसी ने सील कर दिया है। बाहर कंटेनमेंट जोन का बोर्ड लगा दिया है। अमिताभ बच्चन के 26 स्टाफ मेंबर्स का स्वैब टेस्ट हुआ। बताया जा रहा है कि सभी की रिपोर्ट्स नेगेटिव आई हैं।                  


कांग्रेस विधायक भाजपा में हुई शामिल

भोपाल। नेपानगर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बनी सुमित्रा कासडेकर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के 6 घंटे के अंदर भाजपा में शामिल हो गई हैं। पार्टी के प्रदेश कार्यालय पं. दीनदयाल परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने उन्हें पार्टी का दुपट्टा पहनाकर विधिवत पार्टी में शामिल किया।
इस मौके पर कासडेकर ने कहा कि कांग्रेस ने विकास के कामों में रुचि नहीं ली और हमेशा उनकी उपेक्षा की। क्षेत्र के विकास के लिए विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रही हैं।


विधायकों से मिलते नहीं थे कमलनाथ


भाजपा में शामिल होते ही सुमित्रा कासडेकर ने कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जब कांग्रेस की 15 महीने की सरकार थी, तब विधायक होने के नाते क्षेत्र के विकास को लेकर मैं मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने भोपाल जाती थी लेकिन मुख्यमंत्री को विधायकों से मिलने की फुरसत ही नहीं होती थी। क्षेत्र में विकास कार्य ठप्प थे। हमारी कोई सुनवाई नहीं होती थी। कासडेकर ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा मेरे साथ उपेक्षा का व्यवहार किया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए ही मैंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है।


कांग्रेस डूबता हुआ सूरज


सदस्यता ग्रहण समारोह में संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी विकास के मंत्र को लेकर चल रही है और अब हम सब मिलकर प्रदेश के विकास के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में जनप्रतिनिधियों का दम घुट रहा था, क्योंकि विकास कार्य ठप थे। जनता का कल्याण और क्षेत्र के विकास की तड़प उनके मन में रही है, कांग्रेस डूबता हुआ सूरज है। इसमें वर्षों से एक ही परिवार का नेतृत्व रहा है। एक नेता अध्यक्ष, सीएम और नेता प्रतिपक्ष सभी पदों पर कब्जा जमाते हैं। विकास और जनकल्याण भारतीय जनता पार्टी सरकार की प्राथमिकता रही है और सुमित्रा देवी कासडेकर ने क्षेत्र के विकास को लेकर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दल न होकर परिवार है और सुमित्रा देवी कासडेकर ने विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देकर जिस भावना और संकल्प के साथ भाजपा की सदस्यता ली है, उस भावना का इस परिवार में सदैव सम्मान किया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के 15 महीने के कुशासन से जनप्रतिनिधि त्रस्त थे। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने प्रदेश को गर्त में ले जाने का काम किया। जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र के विकास के लिए जो कल्पना की थी, उसे कांग्रेस सरकार ने पूरा नहीं किया, जिससे जनप्रतिनिधियों का कांग्रेस से मोह भंग होता गया।              


गहलोत ने पायलट गुट को चौतरफा घेरा

जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के बागी विधायकों या सचिन पायलट को हाईकोर्ट से शुक्रवार को भले ही अंतरिम राहत मिली हो लेकिन प्रदेश के अशोक गहलोत सरकार ने उन्हें चौतरफा घेरना शुरू कर दिया है। सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने शुक्रवार को एसओजी (SOG) में एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) में भी एफआईआर दर्ज करा दी है। इस बारे में एसओजी के डीजी आलोक त्रिपाठी की ओर कहा गया है कि ब्यूरों में जो एफआईआर दर्ज की गई है वो भ्रष्टाचार को लेकर हुई है। हॉर्स ट्रेडिंग मामले दोनों जांच एजेंसियों में पहले से ही जांच कर रही है और अब सरकार ऑडियो क्लिप्स मामले में भी कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी में है।


ऑडियो क्लिप मामले में संजय जैन की गिरफ्तारी
राजस्थान पुलिस के विशेष कार्यबल यानी एसओजी ने शुक्रवार को राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार को अस्थिर करने के लिये विधायकों की खरीद फरोख्त वाले ओडियो टेप में कथित रूप से नाम आने पर संजय जैन को गिरफ्तार कर लिया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एटीएस एवं एसओजी) अशोक राठौड के अनुसार जैन को सोशल मीडिया पर वायरल हुई ऑडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर दर्ज प्राथमिकी के सिलसिले में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया है।


2 दिन तक पूछताछ फिर गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार जैन को बृहस्पतिवार और शुक्रवार को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है। गहलोत सरकार को गिराने के कथित षडयंत्र वाले सोशल मीडिया पर वायरल हुए तीन ओडियो टेप में से एक टेप में कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा, गजेन्द्र सिंह और संजय जैन के बीच कथित बातचीत के खिलाफ जांच की मांग को लेकर कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी की ओर से देशद्रोह का मामला दर्ज करवाया गया था। एसओजी ने विधायकों की कथित खरीद फरोख्त और कथित ओडियो टेप रिकार्डिंग मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 124 ए (देशद्रोह) और 120 बी (षड़यंत्र)के तहत शुक्रवार को दो प्राथमिकी दर्ज की।


पायलट गुट को हाईकोर्ट से 4 दिन की राहत
राजस्थान हाईकोर्ट ने विधानसभा अध्यक्ष के नोटिस के खिलाफ बागी विधायकों की याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई के बाद आगे की कार्रवाई सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी थी। इससे सचिन पायलट और कांग्रेस के 18 अन्य बागी विधायकों को जारी अयोग्यता नोटिसों पर विधानसभा अध्यक्ष की किसी कार्रवाई से शुक्रवार को चार दिनों के लिए राहत मिल गई। हालांकि, सोमवार को सुबह दस बजे स्पीकर की ओर से वकील अभिषेक मनु सिंघवी पैरवी करेंगे और इसके बाद ही हाईकोर्ट कोई फैसला सुनाएगी।            


हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...