शुक्रवार, 3 जुलाई 2020

नौकरी छूटी, घुटनों के बल पहुंचे मंदिर

बस्तर। कोविड-19 महामारी के दौर में दंतेवाड़ा जिले में पदस्थ एकम फाउंडेशन के 29 कर्मचारियों को स्वास्थ्य विभाग ने नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। नौकरी बचाने की गुहार लेकर सभी कर्मचारी गुरूवार को मांई दंतेश्वरी के दरबार में घुटनों के बल चलकर पहुंचे।


बता दें कि साल 2017 से जिला अस्पताल दंतेवाड़ा के शिशु वार्ड, मेडिकल वार्ड, कैजुअल्टी वार्ड, प्रसूति वार्ड, ऑपरेशन थिएटर व एक्सरे वार्ड जैसी अत्यावश्यक सेवाओं में ये कर्मचारी स्टाफ नर्स, ओटी टेक्नीशियन, लैब टेक्नीशियन के रूप में लगातार अपनी सेवाएं दे रहे थे। इसी बीच कोरोना संकट काल में इन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। नौकरी गंवाने वाले कर्मचारियों का कहना है कि कोरोना महामारी के संकटकाल में वे अपना जीवन यापन कैसे करेंगे। यदि इनकी नौकरी चली जाती है तो इनके परिवारजनों का भरण पोषण संभव नहीं है। क्योंकि कई कर्मचारी ऐसे हैं, जिनकी आय से ही इनके परिवार का गुजर बसर चलता है। स्वास्थ्य कर्मियों का आरोप है कि जब तक इनकी आवश्यकता थी सीएमएचओ और सिविल सर्जन द्वारा झूठा आश्वासन देकर इनसे काम लिया गया, लेकिन अब काम निकलने के बाद इन कर्मचारियों को काम से बाहर निकाल दिया गया है। ऐसी स्थिति में यह सभी कर्मचारी मां दंतेश्वरी के शरण में पहुंचे और मांईजी से अपनी नौकरी बचाने की दरखास्त की।


इस बारे में सीईओ जिला पंचायत अश्विनी देवांगन ने बताया कि कर्मचारियों को नौकरी से निकाला नहीं गया है। एकम फाउंडेशन व स्वास्थ्य विभाग के बीच 3 साल पहले कान्ट्रैक्ट हुआ जिसके तहत ये 29 कर्मचारी रखे गए थे। साल भर पहले इनका कान्ट्रैक्ट खत्म हुआ है। इसके बावजूद इनसे अभी तक सेवाएं ली जा रही थी। सीईओ ने बताया कि तात्कालिक परिस्थितियों के मद्देनजर एकम फाउंडेशन की सेवाएं ली गई। मौजूदा स्थिति में स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न पदों पर भर्तियां की जा चुकी है। वहीं एकम फाउंडेशन से करार भी खत्म हो चुका है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने इन कर्मचारियों को काम से नहीं निकाला है।                 


खदान में दबें 110 मजदूरों की मौत

म्यांमार। कचिन में एक खादान में भारी बारिश की वजह से लैंडस्लाइड हो गया। हादसे में 110 लोगों की मौत हो गई। घटना सुबह 8 बजे की बताई जा रही है। कई मजदूरों के अभी भी दबे होने की आशंका है। बताया जा रहा है कि मजदूर 250 फीट की ऊंचाई पर काम कर रहे थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मजदूर खदान में ऊपर  250 फीट की ऊंचाई पर काम कर रहे थे। लगातार हो रही बारिश के चलते भूस्खलन हो गया। कुछ मजदूरों की मिट्टी में दबकर मौत हुई। वहीं, कुछ मजदूरों की डूबने से मौत हुई।


बताया जा रहा है कि तेज बारिश के चलते खदान के आसपास पानी भर गया था। वाई खार जिले के प्रशासक यू क्वॉ मिन ने बताया, हादसे में कम से कम 200 लोगों के मारे जाने की आशंका है। जहां यह हादसा हुआ, वहां पिछले 1 हफ्ते से बारिश हो रही है। बारिश के चलते राहत और बचाव कार्य में भी परेशानी आ रही है।


म्यांमार में पिछले साल अगस्त में भूस्खलन हुआ था। इस हादसे में 59 लोगों की जान चली गई थी। यह हादसा भी बारिश की वजह से हुआ था। जेड की खदानों में हर साल इस मौसम में ऐसे हादसे होते हैं। हादसे के चश्मदीद ने बताया, लोग मलबे के ढेर पर थे। यह ढहने के कगार पर था। थोड़ी देर में पहाड़ी से पूरा मलबा भरभराकर नीचे आ गया। इसमे दबकर लोगों की मौत हो गई।


पिछले साल भूस्खलन में हुई थी 59 की मौत
पिछले साल अगस्त में दक्षिण-पूर्वी म्यांमार में भूस्खलन हुआ था। इसमें 59 लोगों की जान चली गई थी। यह हादसा भी भारी बारिश की वजह से हुआ था। उस वक्त बाढ़ और बारिश से 80 हजार लोग बेघर हो गए थे।            


प्रेमिका व उसकी बहन को मारी गोली

नई दिल्ली।  दिल्ली के कापसहेड़ा इलाके में गुरुवार शाम शादी करने से मना करने पर एक नाबालिग ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपनी नाबालिग प्रेमिका और उसकी बहन को घर में घुसकर गोली मार दी। वारदात के बाद आरोपी ने खुद ही थाने पहुंच कर सरेंडर कर दिया। कापसहेड़ा थाना पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया और आरोपी के बयान पर उसे गिरफ्तार कर लिया। खबर लिखे जाने तक पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही थी।


पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी और पीड़ित दोनों के परिवार कापसहेड़ा गांव में किराये के मकान में रहते हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुरुवार रात नाबालिग आरोपी अपने एक दोस्त के साथ पीड़िता के घर जा पहुंचा, जहां लड़की अपनी बहन के साथ खाना बना रही थी। आरोपी ने पीड़िता से शादी करने की बात शुरू की, लेकिन लड़की ने शादी से मना कर दिया, जिसके बाद दोनों का झगड़ा हो गया। झगड़े के दौरान आरोपी ने पीड़िता पर पिस्तौल से फायरिंग कर दी। फायरिंग की चपेट में पीड़िता और उसकी बहन दोनों आ गए। पीड़िता को पेट और कंधे पर गोली लगी, जबकि उसकी बहन को पैर में गोली लगी है।वारदात के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए और कुछ देर बाद आरोपी ने खुद ही थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया।         


प्रशांत कुमार       


आधा दर्जन गांवो मे बिजली आपूर्ति ठप

मिर्जापुर में बिजली ना होने से मचा हाहाकार-पिछले 1 माह से बिजली की समस्या से जूझ रहे ग्रामीण-बिजली विभाग के प्रति ग्रामीणों में पनप रहा रोष

 सहारनपुर। मिर्जापुर बिजली घर से जुड़े करीब आधा दर्जन से अधिक गांवो में रात से बिजली ना होने के कारण चिलचिलाती गर्मी के मौसम में ग्रामीणों में मचा हाहाकार-पिछले 1 माह से मिर्जापुर बिजली घर से जुड़े गांवो में बिजली ने हाहाकार मचवा रखा है-और दिन भर कट पर कट लगे रहते हैं-ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली दिन भर परेशान करती है-और जब आती है तो उसके तुरंत बाद कट मार दिया जाता है जिससे ग्रामीणों को बहुत कम बिजली मिल रही है-ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों से बिजली की समस्या से जल्द निजात दिलाने की मांग की है-अगर समय रहते ग्रामीणों की इस समस्या का समाधान ना किया गया तो ग्रामीण बिजली विभाग के खिलाफ आंदोलन करने को मजबूर होंगे-बिजली न होने पर मिर्ज़ापुर में तैनात कर्मचारियों से जब बात की जाती है तो उनका जवाब एक ही है। 33 में फाल्ट आ गया इसलिए बिजली नहीं मिल पा रही-ग्रामीणों ने जिलाधिकारी अखिलेश सिंह से भी समस्या का समाधान कराने की मांग की है।

     रिपोर्ट: नवाज़िश खान/ उस्मान अली                

चीन से बिजली उपकरणों का आयात बंद

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारत सरकार सीमा पर ही नहीं, हर मोर्चे पर चीन की चालबाजी से निपटने के लिए तैयार है। इसी दिशा में अहम कदम बढ़ाते हुए चीन से आने वाले सभी बिजली उपकरणों के आयात को अब बंद किया जाएगा। केंद्रीय बिजली मंत्री आर के सिंह ने बड़ा बयान दिया है। शुक्रवार को राज्यों के बिजली और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रियों के साथ बैठक करते हुए आर के सिंह ने साफ कर दिया है चीन और पाकिस्तान से पावर इक्विपमेंट के इंपोर्ट की इजाजत नहीं होगी। आपको बता दें कि बीते दिनों सरकार ने यह फैसला इसलिए किया था कि चीन से भारत आने वाले पावर उपकरणों की पूरी जांच होगी। क्योंकि ऐसी आशंका जताई जा रही है कि चीन इन बिजली उपकरणों में मालवेयर व ट्रोजन हॉर्स जैसे वायरस के जरिये साइबर हमला कर सकता है। इनकी मदद से वह भारत के इलेक्ट्रिसिटी ग्रिड को फेल करने की साजिश रच सकता है और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकता है।


केंद्रीय मंत्री ने कहा भारत में बिजली के उपकरणों की पर्याप्त मैन्युफैक्चरिंग हो रही है। ऐसे में कोई भी सामान से बाहर से लाने की जरुरत नहीं है। अगर कोई ऐसा उपरकरण है जिसकी हम मैन्युफैक्चरिंग हम नहीं करते हैं तो उसका इंपोर्ट हो सकता है। लेकिन वो भी सीमित समय के लिए होगा। केंद्रीय मंत्री ने हाल में कहा था हमें ऐसी जानकारी मिली है कि बिजली उपकरणों में ऐसे वायरस इंस्टॉल किए जा सकते हैं, जिन्हें कहीं दूर बैठकर एक्टिव करना संभव है। इनकी मदद से पूरे पावर सेक्टर और उसके साथ-साथ अर्थव्यवस्था को ठप किया जा सकता है। इसलिए हमने फैसला किया है कि इस सेक्टर की संवेदनशीलता को देखते हुए जो भी उपकरण भारत में बनते हैं, उन्हें यहीं से खरीदा जाएगा। इनके अतिरिक्त जो उपकरण नहीं बनते हैं, उनका आयात होगा, लेकिन किसी भी वायरस को लेकर उनकी पूरी जांच की जाएगी।            


350 हाथियों को जहर देकर मार डाला

जिंबावे। अफ्रीका महाद्वीप के बोत्सवाना देश में सैकड़ों हाथियों के तालाब किनारे मृत अवस्था में मिलने से हड़कंप मच गया है।यहां एक तालाब के किनारे करीब 350 हाथियों के शव मिलने की हृदयविदारक घटना सामने आई है। इस देश में मौत के मुंह में समाने वाले ज्यादातर हाथियों के शव तालाब और उसके आस-पास मिले हैं। इसलिए इन्हें घात से मारा गया है या ये किसी प्रकार की बीमारी है इसकी जांच की जा रही है। हाथीदांत के लिए इनकी हत्या की गई हो ऐसी संभावना भी व्यक्त की जा रही है।बोत्सवाना सरकार ने इस मामले पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि हाथीदांत के लिए हाथियों को जहर देकर मारने का मामला जिंबावे में सामने आया था।              


हनी की बॉडी ट्रांसफॉरमेशन की तस्वीरें




कविता गर्ग

 मुंबई। बॉलीवुड के फेमस रैपर हनी सिंह अपने बेहतरीन गानों और रैप के लिए ​जाने जाते हैं। हनी सिंह अपने गानों के साथ ही अपनी फिटनेस का भी ध्यान रखते हैं। वहीं लॉकडाउन में हनी सिंह ने अपनी फिजीक को तेजी से ​इंप्रूव किया है। हनी सिंह के ट्रांसफॉर्मेशन की तस्वीरें आपको यकीनन हैरान कर देंगी। उनकी ट्रांसफॉर्मेशन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।कई तस्वीरों में हनी सिंह शर्टलेस होकर अपनी मस्कुलर बॉडी को फ्लॉन्ट करते दिखाई दे रहे हैं। तस्वीरों को सोशल मीडिया पर जमकर लाइक और शेयर किया जा रहा है। फोटोज शेयर करते हुए हनी सिंह ने कैप्शन में लिखा, “देखिए मेरे लेटेस्ट बॉडी ट्रान्सफॉर्मेशन की तस्वीरें। लॉकडाउन में की गई मेहनत।”           





दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...