सोमवार, 29 जून 2020

वायरस एंटी एक्टिव, एडीएम संक्रमित


अश्वनी उपाध्याय 


गाजियाबाद। जनपद में जब से कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुई थी, एडीएम सिटी शैलेंद्र सिंह तभी से लगातार संक्रमण के खिलाफ चल रहे अभियान में अत्यधिक रूप से सक्रिय रहे हैं।गाज़ियाबाद के एडीएम सिटी शैलेंद्र सिंह और उनकी पत्नी गुंजा सिंह कोविड 19 वायरस के शिकार हो गए हैं।  प्राप्त जानकारी के अनुसार उनके बच्चों और परिजनों को भी क्वारंटाइन में भेज दिया गया है।  गुंजा सिंह जेवर में एसडीएम पद पर कार्यरत हैं। जिलाधिकारी डॉ. अजय शंकर पाण्डेय ने बताया कि एडीएम सिटी कार्यालय परिसर को 24 घंटों के लिए सील कर दिया जाएगा।  





कोरोना योद्धा हैं शैलेंद्र सिंह


गाज़ियाबाद में जब से कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुई थी,  एडीएम सिटी शैलेंद्र सिंह तभी से लगातार संक्रमण के खिलाफ चल रहे अभियान में अत्यधिक रूप से सक्रिय रहे हैं।  चाहे वह कंटेनमेंट ज़ोन को सील करने से लेकर वहाँ रह रहे लोगों की परेशानियाँ दूर करना हो या फिर लॉकडाउन शहर के दूकानदारों की समस्याएँ,  एक जिम्मेदार अधिकारी के रूप में वे हर फ्रंट पर सक्रिय रहे हैं।




जीडीए में अधिक भ्रष्टाचार-लापरवाही

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। गाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण के बोर्ड सदस्य हिमांशु मित्तल ने फरवरी महीने में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भवनों के ड्रॉ पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि इस ड्रॉ में ढाई सौ से अधिक ऐसे लोगों को आवास आवंटित कर दिया गया जिनका आय एवं जाति प्रमाणपत्र आवेदनों के साथ संलग्न नहीं था। ऐसी परिस्थिति में ऐसे आवंटन की जांच होनी चाहिए। इस मामले में प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है।


बोर्ड सदस्य हिमांशु मित्तल ने बताया कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा मधुबन बापूधाम योजना में पीएम आवास योजना के तहत 856 मकान बनवाए थे। इन भवनों के आवंटन के लिए प्राधिकरण ने आवेदन मंगाए जिनमें कुल 3885 आवेदन मिले थे। इन भवनों का आवंटन ड्रॉ के माध्यम से 7 फरवरी 2020 को किया गया। इस ड्रॉ में सफल 856 आवेदनों में से 253 लोग ऐसे चयनित हुए जिनके आवदेनों के साथ जाति प्रमाण पत्र एवं आय प्रमाण पत्र नहीं लगा था। हिमांशु मित्तल ने कहा कि उन्होंने इस मामले में आवेदनों में हुई हेराफेरी के बारे में एक फरवरी को जीडीए के अपर सचिव को अवगत करा दिया था। तीन फरवरी को इस मामले में अपर सचिव के साथ जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अनियमितताओं को अवगत कराया गया था।



हिमांशु मित्तल का कहना है कि इन भवनों के आवंटन के लिए कुल 7 हजार आवेदन मिल थे। इनमें से छांटकर 3895 लोगों को ड्रॉ के लिए चयनित किया गया था। इनमें 653 ऐसे लोगों के नाम थे जिनके आय प्रमाण पत्र नहीं लगे हुए थे। वहीं अनुसूचित जनजाति श्रेणी के 160 आवेदनों में आय प्रमाण पत्र संलग्न नहीं था। अनुसूचित जनजाति श्रेणी-3 के 35 आवेदन ऐसे थे जिनका जाति प्रमाणपत्र आवेदन के साथ नहीं लगा था। इसी प्रकार 256 आवेदन ऐसे थे जिसमें पिछड़ी जाति का प्रमाण पत्र संलग्न नहीं था। इनमें वरिष्ठ नागरिक वर्ग के आवेदनों को ठीक से देखा नहीं गया। इनमें 26 वर्ष के लोगों को वरिष्ठ नगारिक वर्ग में शामिल कर दिया गया। इसी प्रकार विकलांग श्रेणी के आवेदनों में तय मानकों का ध्यान नहीं रखा गया। इनमें भी प्रमाण पत्र नहीं लगाए गए थे। हिमांशु मित्तल ने इस मामले में मुख्य सचिव को पत्र लिखकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। पत्र की कापी प्रमुख सचिव, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी को भी भेजी गई है।


बैंक्विट हॉल, होटलो पर होगी कार्रवाई


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने बताया कि काफी दिनों से शिकायत मिल रही थीं कि बैंक्वेट हॉल और होटल प्रबंधक लॉकडाउन के दौरान निरस्त हुई शादियों के एडवांस पेमेंट संबंधी मामलों में मनमानी कर रहे हैं। बैंक्वेट हॉल व होटल प्रबंधक अब शादी विवाह के नाम पर मनमानी नहीं कर सकेंगे। इस संबंध में जिला प्रशासन ने बेहद कड़ा रुख अपनाते हुए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। आदेशों की अवहेलना करने पर बैंक्वेट हॉल एवं होटल प्रबंधकों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की बात कही गई है।





जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने बताया कि काफी दिनों से शिकायत मिल रही थीं कि बैंक्वेट हॉल और होटल प्रबंधक लॉकडाउन के दौरान निरस्त हुई शादियों के एडवांस पेमेंट संबंधी मामलों में मनमानी कर रहे हैं। इस वजह से लोगों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिलाधिकारी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए अपर जिलाधिकारी नगर शैलेंन्द्र सिंह को लॉकडाउन शुरू होने की तिथि और अनलॉक होने की घोषणा के बीच की अवधि के दौरान बैंक्वेट हॉल एवं होटल प्रबंधकों से विस्तृत जानकारी लेने के आदेश दिए हैं। इसके अंतर्गत बैंक्वेट हॉल एवं होटल प्रबंधकों को बुकिंग करने वाले का नाम, पता व मोबाइल नंबर, बुकिंग किस आयोजन के लिए की गई थी, बुकिंग कब की गई थी, किस तारीख को समारोह का आयोजन होना था, कितनी धनराशि अग्रिम जमा कराई गई थी, समारोह का आयोजन हुआ या नहीं हुआ, क्या भविष्य में समारोह के आयोजन की सहमति बनी है, क्या कोई धनराशि रिफंड की गई है सहित अन्य जानकारियां अब जिला प्रशासन को देनी होंगी।


बता दें कि इस संबंध में अब तक जिलाधिकारी के पास 11 शिकायतें आ गई हैं, जहां अब जिला प्रशासन द्वारा इस बात पता लगाएगा कि जिन लोगों ने विवाह आदि समारोह के लिए बैंक्वेट हॉल, होटल में बुकिंग कराई थी और उनका समारोह आयोजित नहीं हो सका तो उन्हें किस प्रकार की राहत दी जाए एवं रिफंड राशि आदि के संबंध में न्याय संगत फैसला कर दोनों पक्षों के हितों की रक्षा की जाए। 




विवाद को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। जिले के मुरादनगर थाना क्षेत्र में मामूली विवाद को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। संघर्ष में एक महिला समेत चार लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आधा दर्जन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि संघर्ष के दौरान गोलियां भी चलाई गईं थी। देर रात में हुए संघर्ष के चलते गांव में अफरातफरी मच गई।


प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव ढिंडार में जितेन्द्र चौधरी का गाँव के ही एक दूसरे पक्ष से कोई पुराना विवाद चला आ रहा है। कल रात को भी शराब को लेकर दोनों पक्षों में विवाद बहसबाजी से शुरू होकर मारपीट में बदल गया। मुरादनगर थाना प्रभारी ओपी सिंह ने बताया कि शराब पीकर गाली-गलौच को लेकर विवाद हुआ था। एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर हमला बोल दिया। हमले में एक महिला समेत चार लोग घायल हो गए। घायलों को गाजियाबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों ने दो लोगों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी है। थाना प्रभारी ने बताया कि जितेन्द्र चौधरी की ओर से आधा दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ तहरीर दी गई है। तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। उन्होंने बताया कि आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा। गांव में कानून व्यवस्था को भंग करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती से पेश आएगी। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल को तैनात किया गया है।


हॉटस्पॉट क्षेत्र में स्वास्थ्य टीम ने की जांच

हॉट स्पॉट क्षेत्र में जांच करने पहुंची स्वास्थ्य केंद्र की टीम


अझुवा कौशाम्बी। अझुवा कस्बे के एक ब्यक्ति को इलाज के दौरान कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर उस क्षेत्र को प्रशासन ने सील कर दिया है जिस पर आज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कड़ा की चिकित्सकीय टीम ने दर्जनों घर के लोगो के सेम्पल लेकर जांच के लिए भेज दिया है


नगर पंचायत अझुवा वार्ड नं 8 जीटी रोड गांधीनगर के होरीलाल पड़ोस की दुकान से शैम्पू लाने गए सीढ़ियों से फिसलने पर उनके कुल्हा की हड्डी फ्रैक्चर हो गया था जिन्हें प्रयागराज के निजी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया था वहां कोरोना जांच 26 जून को पॉजिटिव आयी थी जिस पर आनन फानन नगर पंचायत प्रशासन और पुलिसकर्मियों ने उस क्षेत्र को सील करवा दिया था डॉक्टरों की टीम ने जांच भी किया था । आज 3 दिन बाद कड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर मो.आसिफ ने जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी पी एन चतुर्वेदी के निर्देशानुसार अशोक कुमार,सीमा देवी,रोहित दिलीप सीवी सिंह धर्मेंद्र कुमार जितेंद्र कुमार के साथ रैंडम जांच के लिए कोरोना संक्रमण से पीड़ित घर पहुंच कर पड़ोस के कई घरों से आधा सैकड़ा लोगों का सैम्पल लिया! लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि सरकार की गाइडलाइंस को फॉलो करने से काफी हद तक कोरोना के संक्रमण से बंचा जा सकता है।।


सन्तलाल मौर्य


योजनाओं के अभाव में झूजते पात्र लोग

जाको राखै साईंया मार सकै ना कोय


कच्चे मकान पर गिरा बड़ा सा पेड़


बाल बाल बचा 7 लोगों का परिवार


जरूरत मंदों को आवास देने की मुंह चिढ़ाती योजना


अझुवा कौशाम्बी। एक तरफ कोरोना का कहर तो दूसरी तरफ प्रकृति का कहर जरूरत मंदों गरीबों आम और खास पर कहर बन कर टूट रहा है! बीती रात नगर पंचायत अझुवा के वार्ड नं 2 अम्बेडकर नगर दलित बस्ती निवासी शरीफ पुत्र लल्लू के कच्चे घर के ऊपर  एक विशालकाय यूकेलिप्टस का बृक्ष गिर गया झोपड़ पट्टी डालकर रह रहे शरीफ का  परिवार जिनमे 4 पुत्रियां और 2 पुत्र पति और पत्नी दबने से बाल बाल बच गए। हलांकि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सबको आवास की नगर पंचायत अझुवा में जोर शोर से चलाई गई थी फिर क्या वजह रही कि शरीफ और उसके पात्र परिवार में किसी को भी प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नही दिया गया!


सूत्रों के अनुसार नगर पंचायत अझुवा में जिम्मेदारों ने प्रधानमंत्री आवास योजना में जमकर धांधली की है  अपात्रों को आवास का लाभ देकर महत्वाकांक्षी योजना की  धज्जियां उड़ाई गयी हैं इसकी शिकायत मुख्यमंत्री के पोर्टल समेत कई बार समाचार पत्रों के माध्यम से उठाया गया किंतु कोई जांच नही हुई! बड़ा सवाल यही की तेज तर्रार जिलाधिकारी क्या इसकी जांच कराएंगे?


सन्तलाल मौर्य 


सैनिटाइजर ने ली 3 की जान, अन्य गंभीर

हाल ही में अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने लोगों से अपील की थी कि वे मैक्सिको की कंपनी Eskbiochem SA के बनाए सैनिटाइजर का इस्तेमाल नहीं करें


डी.नंदनी


मैक्सिको। कोरोना का कहर पूरी दुनिया में जारी है। इससे बचाव का तरीका है लगातार हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना। लेकिन हाल ही में एक घटना सामने आई है कि हैंड सैनिटाइजर ने लोगों की जान ही ले ली। यह घटना है मेक्सिको की, जहां हैंड सैनिटाइजर पीने से तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक शख्स की आंखों की रोशनी चली गई। न्यू मेक्सिको के स्वास्थ्य अधिकारियों ने ये जानकारी दी है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, हैंड सैनिटाइजर पीने की घटना के बाद तीन अन्य लोग गंभीर स्थिति में हैं। ऐसा समझा जाता है कि सभी सातों लोगों ने जो हैंड सैनिटाइजर पिया था, उसमें मेथनॉल था।


मेक्सिको के हेल्थ सेक्रेटरी केथी कुंकेल ने कहा कि अगर आपको लगता है कि आपने मेथनॉल वाला हैंड सैनिटाइजर पी लिया है तो मेडिकल हेल्प लें। ऐसा समझा जाता है कि कुछ लोगों ने शराब के विकल्प के तौर पर सैनिटाइजर पिया था। केथी कुंकेल ने कहा कि मेथनॉल पीने वाले लोगों को बचाने के लिए दवा मौजूद है। लेकिन लोग जितनी जल्दी हॉस्पिटल आएंगे, रिकवरी के मौके उतने अधिक होंगे। बता दें कि मेथनॉल की अधिक मात्रा के संपर्क में आने से मिचली, सिर दर्द, वोमिटिंग, साफ दिखाई नहीं देने, कोमा में जाने या नर्वस सिस्टम को स्थाई क्षति पहुंचने की समस्या और मौत भी हो सकती है।


कई जेलों में था सैनिटाइजर बैन


कोरोना महामारी से पहले कई जेलों में सैनिटाइजर का उपयोग बैन था। जेल में ये डर बना रहता था कि कैदी इसे पी जाएंगे या आग लगाने में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। हाल ही में अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने लोगों से अपील की थी कि वे मैक्सिको की कंपनी Eskbiochem SA के बनाए सैनिटाइजर का इस्तेमाल नहीं करें। इस सैनिटाइजर में टॉक्सिक केमिकल बताया गया था। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, Eskbiochem SA सैनिटाइजर की जांच के दौरान पता चला कि स्किन के मेथनॉल सोखने पर नुकसान पहुंच सकता है। यह साफ नहीं हो पाया है कि मृत लोगों ने किस कंपनी के सैनिटाइजर का इस्तेमाल किया था।


बिजली का बिल देख हैरान हुई तापसी

मनोज कुमार


मुंबई। तापसी पन्नू बॉलीवुड की शानदार अभिनेत्रियों में से एक हैं। ‘जुड़वा 2’, ‘मिशन मंगल’, ‘पिंक’ और ‘थप्पड़’ जैसी फिल्मों में अपने दमदार अभिनय से तापसी ने हर दिल में जगह बना ली है। तापसी सोशल मीडिया पर बेबाकी से देश से जुड़े मुद्दों पर अपनी बातें रखती हैं। हालांकि इस बार का माजरा कुछ अलग है, क्योंकि इस बार तापसी पन्नू को अपना बिजली का बिल देखकर झटका लगा है। अपने घर के बिजली का बिल देखकर हैरान और परेशान हो गई हैं। इस बात की जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया के द्वारा दी है। तापसी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “लॉकडाउन को तीन महीने हो गए और मैं यही सोच रही हूं कि मैंने अपार्टमेंट में पिछले महीने ऐसा कौन-सा उपकरण इस्तेमाल करना शुरू किया है या लाई हूं जिससे मेरा बिजली बिल इतना बढ़कर आया है।” इसके साथ ही तापसी ने अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई को टैग करते हुए पूछा कि आप कितना चार्ज करते हैं।


गिलानी ने हुर्रियत कांफ्रेंस से दिया इस्तीफा

श्रीनगर। इस वक़्त की बड़ी खबर जम्मू-कश्मीर से आ रही है। जहां सीनियर हुर्रियत नेता सैयद अली गिलानी ने ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से इस्तीफा दे दिया है। जारी ऑडियो संदेश में उन्होंने इसका ऐलान किया। सैयद अली शाह गिलानी ने कहा कि उन्होंने हुर्रियत से खुद को दूर कर लिया है।


सैयद अली शाह गिलानी ने कहा, “वर्तमान स्थिति को देखते हुए, मैं ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से इस्तीफा देता हूं। मैंने हुर्रियत के सभी घटकों को फैसले के बारे में सूचित कर दिया है। अपने ऑडियो संदेश में उन्होंने कहा है कि मौजूदा हालात में मैं आल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस से इस्तीफा देता हूं। मैने हुर्रियत के सभी घटक दलों को भी अपने फैसले से अवगत करा दिया है।


90 साल के सैयद अली शाह गिलानी कई सालों से घर के भीतर नजरबंद हैं और पिछले कुछ महीनों से उनकी तबीयत बहुत नाजुक बताई जा रही है। बता दें कि पांच अगस्त 2019 के बाद जम्मू-कश्मीर में लगातार बदल रहे राजनीतिक हालात के बीच यह अलगाववादी धड़े की सियासत का यह सबसे बड़ा घटनाक्रम है।


16487 की मौत, 50,49,048 संक्रमित

एकाउंट्स उपाध्याय


नई दिल्ली। अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ रही है। भारत में संक्रमित लोगों की कुल संख्या साढ़ें पांच लाख के करीब पहुंच चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अबतक 5 लाख 49 हजार 48 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इसमें से 16,487 की मौत हो चुकी है, जबकि तीन लाख 20 हजार लोग ठीक भी हुए हैं। पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 14 हजार 516 नए मामले सामने आए और 375 मौतें हुईं।


कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया का चौथा सबसे प्रभावित देश है। अमेरिका, ब्राजील, रूस के बाद कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में भारत चौथे स्थान पर है। भारत से अधिक मामले अमेरिका (2,637,039), ब्राजील (1,345,254), रूस (634,437) में हैं। लेकिन भारत में मामले बढ़ने की रफ्तार दुनिया में तीसरे नंबर पर बनी हुई है। अमेरिका और ब्राजील के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा मामले भारत में दर्ज किए जा रहे हैं।


आंकड़ों के मुताबिक, देश में इस वक्त 2 लाख 10 हजार कोरोना के एक्टिव केस हैं। सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं। महाराष्ट्र में 68 हजार से ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इसके बाद दूसरे नंबर पर दिल्ली, तीसरे नंबर पर तमिलनाडु, चौथे नंबर पर गुजरात और पांचवे नंबर पर पश्चिम बंगाल है. इन पांच राज्यों में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं। एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का चौथा स्थान है। यानी कि भारत ऐसा चौथा देश है, जहां फिलहाल सबसे ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है।


पूरे देश में भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन

नई दिल्ली। कोरोना की त्रासदी के चलते दुनियाभर के देश आर्थिक संकट में घिरे हैं। इस बीच राजस्व बढ़ाने के चक्कर में सरकारें तेल की कीमत लगातार बढ़ा रही हैं। जिसको लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई है। दरअसल, देश में पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों ने जनता की कमर तोड़ दी है। जिसका विरोध देश के लगभग हर हिस्से में हो रहा है। पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों के विरोध में आज कांग्रेस ने देशभर में विरोध प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया। इस कड़ी में कांग्रेस कार्यकर्ता पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करने में जुटे हैं।


इसी कड़ी में आज दिल्ली कांग्रेस के कार्यकर्ता पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल के घर के बाहर प्रदर्शन करने जा रहे थे तभी दिल्ली पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया। देश के अलग-अलग हिस्सों में कांग्रेस का प्रदर्शन जारी है, कर्नाटक में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार साइकिल पर विरोध करने निकले जबकि पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने भी साइकिल चलाकर विरोध जताया।


विदेशी महिला से जन्मा राष्ट्रभक्त: प्रज्ञा

नई दिल्ली। भाजपा की फायरब्रांड नेता और भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक बयान से फिर एक नए राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है। इस बयान पर बवाल मचना तय है।









भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में पहुंचीं साध्वी ने कांग्रेस द्वारा लगातार चीन के मामले को लेकर सरकार से किए जा रहे सवाल पर मीडिया से कहा कि विदेशी महिला के गर्भ से जन्मा कोई भी व्यक्ति राष्ट्र भक्त नहीं हो सकता। उन्होंने अपने बयान में चाणक्य का हवाला देते हुए कहा कि चाणक्य ने था कि इस भूमि का पुत्र ही देश की रक्षा कर सकता है। साध्वी ने अपने बयान से कांग्रेस नेता सोनिया गांधी व राहुल गांधी पर हमला किया।








अपने विवादित बयानों के लिए मशहूर साध्वी प्रज्ञा यहीं नहीं रूकी। उन्होंने कहा कि ‘कांग्रेस पार्टी में न बोलने की सभ्यता है न संस्कार और न ही देश भक्ति है। मैं कहती हूं कि देश भक्ति आएगी भी कहां से, जब इसके नेता दो-दो देश की सदस्यता लेकर रहेंगे।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शान में कसीदे पढ़ते हुए साध्वी ने कहाकि मोदी के नेतृत्व में चीन से निपटने के लिए देश तैयार है। केंद्र की मजबूत सरकार चीन को पूरी ताकत से जवाब देगी। भारत की एक इंच जमीन पर भी चीन कब्जा नहीं कर पाएगा।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...