रविवार, 28 जून 2020

महाराष्ट्र और दिल्ली की स्थिति खतरनाक

नई दिल्ली। वैश्वि महामारी कोरोना कोरोना वायरस (कोविड-19) की वजह से महाराष्ट्र और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की स्थिति भयावह होती जा रही है तथा इन दोनों जगहों पर इससे अब तक 239321 लोग प्रभावित हो चुके हैं, जो देश में इस जानलेवा विषाणु की चपेट में आई कुल आबादी का 45.26 प्रतिशत है।


महाराष्ट्र में जहां कोविड-19 से 159133 लोग संक्रमित हुए हैं, वहीं दिल्ली में अब तक 80188 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार को जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 19906 नये मामले दर्ज किये गये हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 528859 हो गई है। देश में अब तक इस महामारी से कुल 1695 लोगों की मौत हुई है तथा 309713 लोग स्वस्थ हुए हैं। देश में इस समय कोरोना के 203051 सक्रिय मामले हैं।


डीजल-पेट्रोल के बढ़ते रेट पर लगा ब्रेक

नई दिल्ली। डीजल और पेट्रोल की महंगाई पर ब्रेक लग गया है। तेल विपणन कंपनियों ने रविवार को 21 दिन बाद डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया और पेट्रोल के दाम को भी स्थिर रखा है। बीते तीन सप्ताह में दूसरी बार पेट्रोल के दाम में स्थिरता दर्ज की गई है। इस दौरान देश की राजधानी दिल्ली में डीजल 11.01 रुपये लीटर महंगा हो गया है, जबकि पेट्रोल का दाम 9.12 रुपये लीटर बढ़ गया है।


इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का भाव बिना किसी बदलाव के क्रमश: 80.38 रुपये, 82.05 रुपये, 87.14 रुपये और 83.59 रुपये प्रति लीटर पर बना हुआ है। डीजल का दाम भी चारों महानगरों में पूर्ववत क्रमश: 80.40 रुपये, 75.52 रुपये, 78.71 रुपये और 77.61 रुपये प्रति लीटर बना हुआ है।


इससे पहले शनिवार को तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल का भाव दिल्ली में 25 पैसे, कोलकाता और मुंबई में 23 पैसे, जबकि चेन्नई में 22 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दिया था। डीजल की कीमत भी एक दिन पहले दिल्ली में 21 पैसे, कोलकाता में 18 पैसे, मुंबई में 20 पैसे और चेन्नई में 17 पैसे प्रति लीटर बढ़ गई थी।


जुलाई में नहीं होंगे यूनिवर्सिटी एग्जाम

नई दिल्ली। देशभर में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इसको देखते हुए राज्य सरकारें अपने राज्यों में फिर से लॉकडाउन का ऐलान कर रही हैं। अब सरकार ने यूनिवर्सिटी में जुलाई माह में कोई भी परीक्षा ना कराने का फैसला लिया है। कोरोना के देश भर में बढ़ते संक्रमण और जुलाई में इसके चरम पर पहुंचने को लेकर लगाए जा रहे अनुमानों को देखते हुए देश की किसी यूनिवर्सिटी में फिलहाल जुलाई में अब कोई भी परीक्षा नहीं होगी। सीबीएसई की बाकी बची परीक्षाओं को रद करने के ऐलान के बाद एचआरडी मंत्रालय ने जुलाई में प्रस्तावित अन्य परीक्षाओं को लेकर भी अपनी मंशा साफ कर दी है। अब परीक्षाओं को फिर से कराने के लिए नई तारीखों के बारे में मंत्रालय में मंथन जारी है।


एचआरडी मंत्रालय ने सोमवार को जुलाई में प्रस्तावित परीक्षाओं को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक भी बुलाई है, जिसमें इन्हें टालने या रद करने के बारे में फैसले का ऐलान किया जाएगा।  एचआरडी मंत्रालय अब यूनिवर्सिटी में बाकी बची परीक्षाओं को पूरा करने के लिए नए सिरे से रणनीति बनाने में जुट गया है। माना जा रहा है कि सोमवार को मंत्रालय इस बारे में कोई बड़ी घोषणा कर सकता है।


'सरेंडर मोदी' के खिलाफ एकजुट भाजपा

नई दिल्ली। एक तरफ जहां चीन के साथ तनाव जारी है वहीं दूसरी तरफ इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच सियासी घमासान भी मचा हुआ है। लद्दाख में LAC पर गलवान घाटी में चीन से झड़प में 20 भारतीय जवानों की शहादत के बाद से सियासत भी जोरों पर है।


गलवान घाटी में झड़प पर भारत की प्रतिक्रिया को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर लगातार सवाल उठाए। यहां तक कि राहुल गांधी ने “Surender Modi” तक ट्वीट कर डाला। इस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि पार्लियामेंट होनी है। चर्चा करनी है तो आएं, करेंगे। 1962 से आजतक दो-दो हाथ हो जाए। समाचार एजेंसी एएनआई के साथ एक इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा कि चर्चा से कोई नहीं डरता है। मगर जब देश के जवान संघर्ष कर रहे हों, सरकार स्टैंड लेकर ठीक कदम उठा रही है, उस वक्त पाकिस्तान और चीन को खुश हो इस प्रकार के बयान ठीक नहीं है।कोरोना और लद्दाख की गलवान घाटी में चीन से तनाव के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दोनों जंग जीतने जा रहा है।


गृह मंत्री ने कहा कि भारत सरकार ने कोरोना के खिलाफ अच्छी लड़ाई लड़ी है। मैं राहुल गांधी को सलाह नहीं दे सकता, यह उनकी पार्टी के नेताओं का काम है। कुछ लोग ‘वक्रद्रष्टा’ हैं, वे सही चीजों में भी गलत देखते हैं। भारत ने कोरोना के खिलाफ अच्छा संघर्ष किया और हमारे आंकड़े दुनिया की तुलना में बहुत बेहतर हैं।


कोरोनाः तीसरे नंबर पर लगातार बढ़त

नई दिल्ली।  भारत में कोरोना वायरस के आंकड़े हर दिन नया रिकॉर्ड बना कर रहे हैं। देश में अब संक्रमितों की कुल संख्या पांच लाख के पार पहुंच चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अबतक 5 लाख 28 हजार लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इसमें से 16095 की मौत हो चुकी है, जबकि तीन लाख से ज्यादा ठीक भी हुए हैं। पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 19,906 नए मामले सामने आए और 410 मरीजों की मौत हुई है।


कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया का चौथा सबसे प्रभावित देश है। अमेरिका, ब्राजील, रूस के बाद कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में भारत चौथे स्थान पर है। भारत से अधिक मामले अमेरिका (2,596,403), ब्राजील (1,315,941), रूस (627,646) में हैं। वहीं भारत में मामले बढ़ने की रफ्तार दुनिया में तीसरे नंबर पर बनी हुई है। अमेरिका और ब्राजील के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा मामले भारत में दर्ज किए जा रहे हैं।


देश में इस वक्त दो लाख कोरोना के एक्टिव केस हैं. सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं। महाराष्ट्र में 66 हजार से ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इसके बाद दूसरे नंबर पर दिल्ली, तीसरे नंबर पर तमिलनाडु, चौथे नंबर पर गुजरात और पांचवे नंबर पर पश्चिम बंगाल है। इन पांच राज्यों में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं।


एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का चौथा स्थान है। यानी कि भारत ऐसा चौथा देश है, जहां फिलहाल सबसे ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है।


 अब तक देश में कोरोना के 82,27,802 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं। इसमें से 2,31,095 सैंपल कल टेस्ट किए गए


तनाव के बीच शंघाई में मना 'योग दिवस'

शंघाई/नई दिल्ली। भारत-चीन संबंधों में उतार-चढ़ाव के बीच 27 जून को शंघाई में छठा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। चीन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोग इस मौके पर महावाणिज्य दूतावास में आयोजित योग दिवस कार्यक्रम के हिस्सा बने। कार्यक्रम की शुरुआत शंघाई स्थित महावाणिज्य दूतावास में भारतीय कंसुलेट जेनरल अनिल राय के संबोधन से हुई।


बता दें कि 21 जून को छुट्टी नहीं होने की वजह से वहां आज यानी शनिवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम का आयोजन ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों मोड में किया गया। भारत और चीन सहित दुनिया भर के योग विशेषज्ञ और उत्साही ऑनलाइन मंच के माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए।


समारोह की शुरुआत महावाणिज्य दूत अनिल कुमार राय के संबोधन के साथ हुई, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर दिए गए भाषण को प्ले किया गया। इस मौके पर महावाणिज्य दूत ने योग की उत्पत्ति और पतंजलि योग के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला, जिसमें अस्तंगयोग भी शामिल है. उन्होंने योग दर्शन में ध्यान के महत्व और वर्तमान महामारी से निपटने में इसकी भूमिका पर भी जोर दिया। संबोधन के बाद योग प्रोटोकॉल था, जिसे ए सी देशमुख के मार्गदर्शन में किया गया था। उन्होंने भारत से ऑनलाइन प्रोटोकॉल दिया। इस मौके पर एक पैनल चर्चा का भी आयोजन किया गया, जिसमें योग विशेषज्ञों और उत्साही लोगों ने योगिक दर्शन पर अपने विचार व्यक्त किए, साथ ही अपने अनुभवों को साझा किया कि कैसे योग ने उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए।


कार्यक्रम के अंत में पुरस्कार वितरण समारोह भी आयोजित किया गया. महावाणिज्य दूतावास ने शंघाई के एक युवा कलाकार को सम्मानित किया, जिसने ICCR ग्लोबल आर्ट प्रतियोगिता ‘यूनाइटेड अगेंस्ट कोरोना-एक्सप्रेस थ्रू आर्ट’ के डिजिटल और न्यू एज आर्ट श्रेणी में पुरस्कार जीता।


सीजीआई शंघाई की ओर से 6वीं आईडीवाई का आयोजन करने के लिए आयोजित ‘योग फोटो प्रतियोगिता’ के लिए तीन सर्वश्रेष्ठ तस्वीरों को पुरस्कार भी दिए गए। फोटो प्रतियोगिता के पुरस्कार विजेता भी ऑनलाइन मोड के माध्यम से इस आयोजन में शामिल हुए।


वायरस से 200 देश प्रभावित, कहर जारी


  • कोरोना का पहला मामला पिछले साल 31 दिसंबर को सामने आया, इसके तीन महीने में ही 200 से ज्यादा देशों की लगभग पूरी आबादी वायरस की चपेट में आई

  • दुनिया में संक्रमण के सबसे ज्यादा 25 लाख 52 हजार मामले अमेरिका में सामने आए, यहां मरने वालों की संख्या भी 1 लाख 27 हजार


वॉशिंगटन। दुनियाभर में कोरोनावायरस के एक करोड़ मामले हो गए़। 180 दिन से पूरी दुनिया इसकी गिरफ्त में हैं। इस वायरस के बारे में चीन ने पहली बार 31 दिसंबर को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन को जानकारी दी थी। तब चीन में 54 मामले थे। इसके तीन महीने बाद ही 200 से ज्यादा देशों की लगभग पूरी आबादी इसकी चपेट में आ गई।


महामारी की शुरुआत बेशक चीन से हुई थी, लेकिन आज अमेरिका, ब्राजील, रूस, भारत और ब्रिटेन दुनिया के पांच सबसे संक्रमित देश हैं। इन देशों में संक्रमण के 53% यानी 53 लाख 28 हजार 449 मामले हैं। चीन में रोजाना मिलने वाले कोरोना के मामले 6 मार्च के बाद 100 से कम हो गए। तीन महीने में ही चीन ने करीब-करीब महामारी पर काबू पा लिया। यहां अब तक 83 हजार से ज्यादा मामले मिल चुके हैं, जबकि केवल 4634 लोगों की ही जान गई है।


67 दिनों में कोरोना के 75 लाख मामले सामने आए, शुरुआती 25 लाख मामले 111 दिन में 
संक्रमण की रफ्तार देखें तो पहले 25 लाख मामले आने में 111 दिन लगे। फिर मात्र 67 दिन में 75 लाख मामले सामने आए। यानी एक दिन में एक लाख से ज्यादा मामले। दुनियाभर में संक्रमण के मामले इतने हैं कि कई देशों की आबादी भी इससे कम है। पूरी दुनिया में 144 देश ऐसे हैं, जिनकी आबादी एक करोड़ से कम है। इसमें इजराइल, यूएई, ऑस्ट्रिया, बेलारूस जैसे देश शामिल हैं।


10 जिलों में टिड्डी दल का आतंक, अलर्ट

 कनौजिया की खास रिपोर्ट


लखनऊ।  उत्तर प्रदेश में टिड्डी दलों का आतंक फैला है। किसान परेशान हैं तो प्रशासन के भी हाथ पांव फूले हुए हैं। यूपी के 10 जिलों के अलग-अलग ब्लॉक में टिड्डियों के छोटे-छोटे दलों ने किसानों की फसलों पर हमला किया है। सभी जिलों में कृषि विभाग की टीम टिड्डी दलों को भगाने में जुट गई हैं।


इन जिलों में टिड्डी दल का हमला


जिन जिलों में टिड्डियों ने हमला किया है, उनमें झांसी, चित्रकूट, प्रयागराज, प्रतापगढ़, भदोही, जौनपुर, आजमगढ़ और अम्बेडकरनगर, सुलतानपुर और गोरखपुर हैं। कृषि विभाग ने तय किया है कि जिन-जिन जिलों में टिड्डी दल बैठेंगे वहां कीटनाशक छिड़का जाएगा।


इन जिलों में अलर्ट जारी


टिड्डियों के हमलों के मद्देनजर इन जिलों के साथ ही उनकी सीमा से सटे हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी, मीरजापुर, सुलतानपुर, मऊ और बलिया जिलों के कृषि विभाग के अधिकारियों को अलर्ट किया गया है।


'वंदे भारत मिशन' यूएई ने किया विरोध

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारत सरकार विदेशों से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए वंदे भारत मिशन चला रही है, जिस पर अमेरिका द्वारा प्रतिबंध लगा दिया गया था, अब यूएई ने भी आपत्ति जताई है। यूएई ने मिशन को भेदभावपूर्ण बताया है।अमेरिका ने पहले कहा था कि एयर इंडिया वंदे भारत मिशन के तहत उड़ान भर रहा था, लेकिन अमेरिकी एयरलाइंस के चार्टर्ड विमानों को भारत-अमेरिका मार्ग पर काम करने की अनुमति नहीं दे रहा था। संयुक्त राज्य अमेरिका ने 22 जुलाई से वांडा इंडिया मिशन के तहत उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब संयुक्त अरब अमीरात ने एआई उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है, इसी तरह के आरोप लगाए हैं।


यूएई ने उन सभी एयर इंडिया उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिनमें यूएई के नागरिक भारत से अपने देश जा रहे थे। यूएई की ओर से कहा गया है कि वंदे भारत मिशन के तहत यहां आने के लिए हर व्यक्ति को नई दिल्ली में हमारे दूतावास से मंजूरी लेनी होगी। अनुमति मांग रहा है।अमेरिका के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि एयर इंडिया के किसी भी चार्टर्ड विमान को 22 जुलाई से भारत-अमेरिका मार्ग पर उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जब तक कि विभाग विशेष रूप से इसे मंजूरी नहीं देता है।


आपको बता दें कि वंदे भारत मिशन की शुरुआत 6 मई से हुई थी। कोरोना वायरस के कारण सभी निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 25 मार्च से रद्द कर दी गई हैं। यह देखा जाना बाकी है कि ये देश कब तक इस मिशन को मंजूरी देते हैं।


10 मेधावियों को योगी करेंगे सम्मानित


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, यूपी बोर्ड के टॉप-10 मेधावियों को सम्मानित करेगी सरकार


 विक्रम सिंह यादव






लखनऊ। माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं में सफल सभी विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बधाई दी है। उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए सीएम योगी ने कहा कि इन छात्र-छात्राओं की मेधा का लाभ प्रदेश व देश को मिलेगा। सीएम योगी ने टॉप-10 मेधावियों को सम्मानित करने की भी घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं को मास्क या फेस कवर लगाकर घर से निकलने और शारीरिक दूरी का पालन करने की हिदायत भी दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के दौरान समय पर परीक्षा कराने और लॉकडाउन के बावजूद समय से परीक्षा परिणाम घोषित किए जाने पर उप मुख्यमंत्री व माध्यमिक शिक्षा मंत्री डॉ.दिनेश शर्मा के साथ ही विभाग के अधिकारियों और कर्मियों की सराहना की। कुशल मार्गदर्शन देकर मेधावी छात्र-छात्राओं को इस योग्य बनाने के लिए उन्होंने सभी विद्यालयों, आचार्यों, माता-पिता, अभिभावक और परिवार के सभी सदस्यों को भी बधाई दी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि मेधावी विद्यार्थियों की प्रतिभा का लाभ प्रदेश और देश को मिलेगा।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बालिकाओं का उत्तीर्ण फीसद अधिक रहा, जो सराहनीय है। प्रसन्नता का विषय है कि कोविड-19 के बावजूद हाईस्कूल का परिणाम 83.31 फीसद और इंटरमीडिएट का 74.63 फीसद रहा है, जो पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर है। उन्होंने कहा कि एक जुलाई से मार्कशीट वितरित होंगी। मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं को मास्क या फेस कवर लगाकर घर से निकलने और शारीरिक दूरी का पालन करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 को देखते हुए राज्य सरकार शिक्षा के संबंध में आगे की कार्ययोजना पर काम कर रही है। भारत सरकार द्वारा जो भी दिशा-निर्देश दिए जाएंगे, उनके आधार पर सभी संबंधित संस्थाओं के साथ विचार-विमर्श कर आगे की व्यवस्था तय की जाएगी।मेरिट में स्थान पाकर बढ़ाया माता-पिता व गुरु का सम्मान : सफल छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी बधाई दी है। उन्होंने विषम परिस्थितियों में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पूरा कराकर समय से परीक्षाफल घोषित करने पर प्रशंसा की है। शुभकामनाएं देते हुए राज्यपाल ने कहा कि विद्याॢथयों ने कड़ी मेहनत से मेरिट में स्थान प्राप्त कर अपने माता-पिता और गुरुओं के सम्मान को बढ़ाया है। हाईस्कूल परीक्षा में छात्रा के टॉप करने पर राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि बेटियों के अच्छे प्रदर्शन से गर्व की अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी सफल नहीं हो सके हैं, वे निराश न हों। अपनी कमियों का आत्मविश्लेषण करें और मेहनत कर प्रयास करें, सफलता अवश्य मिलेगी। उपमुख्यमंत्री व लोक निर्माण विभाग के मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि यूपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं परीक्षा में सफल सभी टॉप-20 छात्र-छात्राओं के घरों व स्कूलों तक डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम गौरव पथ के नाम से पक्की सड़कें बनाई जाएंगी। वहां पर एक बड़ा बोर्ड लगाकर विद्यार्थी के बारे में पूरा विवरण लिखा जाएगा। इससे छात्रों का मनोबल बढ़ेगा और उनके गांव व स्कूलों का भी नाम रोशन होगा। वह आगे की शिक्षा के लिए और अधिक प्रेरित होंगे। उन्होंने कहा कि आइसीएससी और सीबीएसई बोर्ड में सफल होने वाले सभी टॉप-20 छात्र-छात्राओं के घरों तक भी पक्की सड़कें बनवाई जाएंगी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017 के 24 मेधावी छात्रों के घरों तक 7.40 करोड़ रुपये से सड़कों का निर्माण व मरम्मत कराई गई। वर्ष 2018 के 89 मेधावियों के घर तक 23.17 करोड़ की लागत से सड़कें बनवाईं या मरम्मत कराई गई। इसी तरह 2019 के मेधावी छात्रों के घर तक 9.89 करोड़ रुपये की लागत से सड़कों का काम चल रहा है।





बेटे की चाहत में 9 बेटियां पैदा की

सुखविंदर सिंह की रिपोर्ट






भोपाल। बेटे की चाहत में इस किसान के घर में 9 बेटियां पैदा हो गईं। लेकिन उसकी इच्छा फिर भी अधूरी रह गई। ग्रामीण अंचलों में अभी भी बेटा और बेटी को लेकर भेदभाव पूरी तरह से मिटा नहीं है। यह मामला मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के एक गांव का है। अपनी अधूरी ख्वाहिश को लेकर जी रहे इस किसान के सामने एक समस्या और आकर खड़ी हो गई। किसान का कहना है कि उसके भाई जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं। यह किसान इसकी शिकायत लेकर एसपी कार्यालय पहुंचा था। उसके साथ 5 बेटियां भी थीं। किसान का आरोप है कि पुलिस ने उसकी बात तो सुनी नहीं, उल्टा उसे ही मारपीट करके भगा दिया।

पुलिस ने कहा किसान ज्यादा जमीन चाहता है


यह हैं छतरपुर जिले के मातगवां थाना क्षेत्र के रहने वाले मोतीलाल राजपूत। इनके पास कोई बड़ी जागीर नहीं है। थोड़ी-बहुत खेती है, जिसके जरिये इनके परिवार का गुजारा चल रहा है। इनका कहना है कि बेटे की चाहत तो पूरी हुई नहीं, उनके भाई जमीन के पीछे पड़ गए हैं। अपने भाइयों की शिकायत लेकर ये एसपी आफिस आए थे। साथ में अपनी 5 बेटियां और पत्नी को भी लेकर आए थे। अब ये पुलिस पर मारपीट का आरोप लगा रहे हैं। इनका कहना है कि इनके पास जो खेत है, उस पर वे और दो अन्य भाई फसल उगाते हैं। भाई पूरी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं।उधर, माततगंवा थाना प्रभारी कमलजीत सिंह का कहना है कि भाइयों में मामूली विवाद है। सबको बैठाकर समझा दिया गया था। लेकिन मोतीलाल चाहता है कि वो पूरे खेत पर खेती करे। इसी बात को लेकर झगड़ा हो रहा है।







'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...