शनिवार, 27 जून 2020
फलावदा स्मार्ट नगर पंचायत बनाऊंगा
फीस माफी को लेकर 'हस्ताक्षर अभियान'
घटिया निर्माण के खिलाफ खड़े हुए ग्रामीण
प्रेमी के साथ भागी बालिका की मौज
प्रेमी के साथ भागी बालिका कर रही मौज पुलिस परेशान कौशाम्बी। चरवा थाना क्षेत्र के चरवा खुर्द गांव की एक बालिका बीस दिनों पूर्व अपने प्रेमी के साथ घर छोड़कर भाग गई बालिका प्रेमी के साथ मौज मस्ती कर रही है। लेकिन उसकी मां पुलिस को तहरीर देकर बालिका को खोजने की फरियाद कर रही है। प्रेमी के साथ फरार बालिका के मामा की शादी 25 जून को थी जिसमें बालिका अपने प्रेमी के साथ शादी समारोह में शामिल हुई यहां पर उसकी मां और तमाम अन्य रिश्तेदार भी मौजूद थे। शादी का कार्यक्रम समाप्त होने के बाद बालिका फिर अपने प्रेमी के साथ बाहों में बाहें डाल कर फुर्र हो गई और बेटी के प्रेमी के साथ दुबारा भी भाग जाने के बाद मां ने पुलिस पर ही कहानी करनी शुरू कर दी है कि बेटी की बरामदगी पुलिस नहीं कर रही है। अब सवाल उठता है कि जब खुद अपना प्रेमी चुनने के लिए बेटी बेताब है तो इसमें पुलिस क्या हस्तक्षेप कर सकती है मां का आरोप है कि 26 जून को बेटी शादी में रिश्तेदार के घर गई थी और अपने घर भी आई थी और घर से अपना आधार कार्ड जेवर और नगदी रुपया भी उठा ले गई है। फरार बेटी की मां का नाटक लोगों को नहीं समझ में आ रहा है बृजेंद्र केसरवानी |
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346 करोड की सौगात दे गए डिप्टी सीएम
फरीदाबादः सीएमओ भी संक्रमण का शिकार
फरीदाबाद। शहर कोरोना को लेकर किन हालातों में है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बादशाह खान अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। कोरोना के नोडल अधिकारी डा. रामभगत ने इसकी पुष्टि की है। सीएमओ कृष्ण कुमार ने हाल ही में अपना कोरोना टेस्ट करवाया था ,जिसमें शनिवार को आई रिपोर्ट में वह पॉजीटिव पाए गए हैं। इससे पहले हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के प्रशासक व उनके परिजन भी कोरोना ग्रस्त पाए जा चुके हैं। हुडा प्रशासक के घरेलू नौकर को पहले कोरोना हुआ, जिसके बाद प्रशासक सहित घर के बाकि सदस्य भी उसकी चपेट में आ गए। लेकिन अब मुख्य चिकित्सा अधिकारी के चपेट में आने के बाद अंदाजा लगाया जा सकता है कि फरीदाबाद में कोरोना की स्थिति कितनी बदहाल होती जा रही है। फरीदाबाद में कोरोना का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। हर रोज नए नए मामले सामने आने से प्रशासन की चिंता बढ़ती जा रही है। शहर का ऐसा कोई कोना नहीं है, जहां से कोरोना के केस सामने नहीं आ रहे हों। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पॉजीटिव पाए जाने के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में जुटे डाक्टर व कर्मचारी भी कहीं ना कहीं अपनी सतर्कता को लेकर चितिंत दिखाई देने लगे हैं। जबकि दूसरी ओर बाजारों में बढ़ती भीड़ को देखकर सोशल डिस्टेंस के सभी मायने फेल होते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि प्रशासन ने कोरोना के प्रति सतर्कता बरतते हुए अभी तक जिले में धार्मिक स्थल, शिक्षण संस्थान एवं शापिंग मॉल पर लगाया गया प्रतिबंध नहीं हटाया है। इसके साथ ही रात को नौ बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक का कफ्र्यू भी अभी जारी है। प्रशासन के अनुसार इन प्रतिबंधों की वजह से लोग एक जगह अधिक संख्या में एकत्रित नहीं हो पा रहे हैं, जिसका असर कोरोना की चेन पर पड़ रहा है। लेकिन फिर भी लोगों को अधिक से अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। वहीं दूसरी ओर बादशाह खान अस्पताल में पहले भी कई कोरोना के केस सामने आ चुके हैं। कोरोना टेस्ट करने वाली लैब भी बंद रह चुकी है, जिसके चलते कई दिनों तक कोरोना के टेस्ट नहीं किए जा सके थे। मौजूदा स्थिति तक भी इस लैब में यह कार्य तेज रफ्तार नहीं पकड़ पाया है।
फिर सजने लगी भू-माफियाओं की मंडी
कानपुर। चकेरी थाना क्षेत्र के सजारी में फिर सजने लगी है भू माफियाओं की मंडी, इस क्षेत्र में सैकड़ो बीघों के हिसाब से पड़ी कानपुर विकास प्राधिकरण की जमीन पर भू माफियाओं ने कर डाली है प्लाटिंग,, भोलेभाले किसानों को कुछ रकम देकर और रंगीन सपने दिखाकर उनकी जमीनों का एग्रीमेंट कराकर इन माफियाओं ने कानपुर विकास प्राधिकरण की जमीनों को निशाना बनाया, किसान की जमीन की आड़ में आस पास पड़ी सरकारी जमीन को गलत तरीके से रजिस्ट्री भी करवाई जा रही है।इसी क्षेत्र के एक चर्चित भू माफिया ने सैकड़ो साल पुराने पीपल के पेड़ को कटवाकरउस स्थान पर मौजूद ग्राम समाज के कुएं तक को बंद करवा दिया और उस जमीन पर अपनी नजर गड़ा दी।क्षेत्र में सरकारी जमीनों पर बड़े बड़े कार्यालय,, मार्केट,, गेस्ट हाउस,, व अन्य प्रतिष्ठानों का निर्माण जोरो से चल रहा है।इस महान कार्य मे इन माफियाओं को सहयोग करने वाले कानपुर विकास प्राधिकरण के कुछ बड़े अधिकारियों की भूमिका भी है।जो इन माफियाओं से मिलने वाली मलाई को खाकर उन्हें सहयोग दे रहें हैं और यहाँ से लेकर मोतीझील ( कार्यालय कानपुर विकास प्राधिकरण) तक उनकी मदद की जाती है। अब देखना यह। है कि जिम्मेदार इन भू माफियाओं के सामने घुटने टेकती है या कार्यवाही करते हैं।
डरे बिना सच बताएं पीएम मोदीः गांधी
चीन ने 3 जगह छीनी जमीन,सच बताएं PM…
कार्रवाई में हम आपके साथ: राहुल गांधी…
नई दिल्ली/ बिजिंग। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चीन विवाद को लेकर निशाना साधा है,लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए,तभी से हालात तनावपूर्ण हैं। शुक्रवार को राहुल ने एक वीडियो जारी किया,राहुल गांधी ने कहा कि पीएम बिना डरे,बिना घबराए सच बताएं कि चीन ने जमीन ली है और हम कार्रवाई करने जा रहे हैं,इस स्थिति में पूरा देश आपके साथ खड़ा है।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पूरा देश एक होकर सेना और सरकार के साथ खड़ा है,लेकिन एक जरूरी सवाल उठा है, कुछ दिन पहले हमारे प्रधानमंत्री ने कहा था कि कोई हिंदुस्तान में नहीं आया,किसी ने हमारी जमीन नहीं ली है।
राहुल गांधी ने कहा कि सैटेलाइट तस्वीर में दिख रहा है,सेना के पूर्व जनरल कह रहे हैं और लद्दाख के लोग कह रहे हैं कि चीन ने हमारी जमीन एक नहीं बल्कि तीन जगह छीनी है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री जी आपको सच बोलना पड़ेगा,घबराने की जरूरत नहीं है,अगर आप कहेंगे कि जमीन नहीं गई,लेकिन चीन ने जमीन ली है तो चीन का फायदा होगा,हमें मिलकर इनसे लड़ना है और उठाकर फेंकना है। इसी वीडियो में राहुल गांधी ने कहा कि हमारे शहीद जवानों को आखिर बिना हथियार के बॉर्डर पर किसने भेजा और क्यों भेजा?
आपको बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर चीन के मसले पर हमलावर हैं,इससे पहले भी राहुल ने सवाल खड़ा किया था कि जवान निहत्थे होकर बॉर्डर पर क्यों गए थे। जिसपर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने उन्हें जवाब दिया था।
ऑल पार्टी मीटिंग में पीएम मोदी ने कहा था कि चीन ने घुसपैठ नहीं की है,जिसके बाद विपक्ष ने सवाल खड़े किए थे। हालांकि,बाद में प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से सफाई जारी करते हुए कहा गया था कि पीएम ने सिर्फ झड़प वाली जगह की बात की थी।
सोनिया-प्रियंका ने भी जारी किया संदेश
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी इस मसले पर एक संदेश जारी किया,सोनिया गांधी ने कहा कि आज जब भारत और चीन सीमा पर संकट की स्थिति है,तो केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हट सकती। प्रधानमंत्री कहते हैं कि हमारी सीमा में कोई घुसपैठ नहीं हुई,पर दूसरी और रक्षा मंत्री और विदेश मंत्रालय बड़ी संख्या में चीनी सैनिकों की मौजूदगी और घुसपैठ की चर्चा करते हैं।
सोनिया गांधी के अलावा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी वीडियो संदेश जारी किया,उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी लगातार चीन के नेताओं के साथ दोस्ती कर रहे थे,लेकिन चीन ने हमें धोखा दिया है।प्रियंका ने अपने ट्वीट में लिखा कि हमारी फौज के बहादुर सैनिक देश की अखंडता व देश की रक्षा के लिए शहीद हुए,उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देना है. प्रियंका बोलीं किदेश की एक इंच भी जमीन नहीं जाने देंगे,देश सच जानना चाहता है।
दरअसल, चीन के साथ बॉर्डर पर मई महीने से ही तनाव चल रहा है,लेकिन 15 जून को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में भारत के बीस जवान शहीद हो गए, इसके बाद स्थिति बिगड़ गई।अब भी खबर है कि गलवान घाटी,पैंगोंग लेक के पास चीन ने अपने सैनिकों की संख्या बढ़ाई है, साथ ही कुछ इंफ्रास्ट्रक्चर भी बना लिया है।
पेट्रोल-डीजल के दाम में 21वीं बढ़ोतरी
नई दिल्ली। देश में पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार 21वें दिन बढ़े हैं। आज पेट्रोल के दाम में 25 पैसे और डीजल के दाम में 21 पैसे की बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली में अब पेट्रोल 80.38 रुपए और डीजल 80.40 रुपए प्रति लीटर हो गई है। देश में पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। लगातार 21वें दिन यानी आज (शनिवार) एक बार फिर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। आज दिल्ली में पेट्रोल पर 25 पैसे प्रति लीटर और डीजल पर 21 पैसे प्रति लीटर इजाफा हुआ है। जिसके बाद राष्ट्रीय राजधानी में एक लीटर पेट्रोल के लिए आपको 80.38 रुपए और डीजल के लिए 80.40 पैसे चुकाने होंगे. शुक्रवार को पेट्रोल पर 21 पैसे प्रति लीटर और डीजल पर 17 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी।
भूटान ने भारत को राहत भरी खबर दी
नई दिल्ली/ थिंपू। पड़ोसी देशों से चल रहे तनाव के बीच भूटान ने भारत को राहत भरी खबर दी है। असम में भूटान की तरफ से नदियों का पानी रोके जाने की खबरों को खारिज करते हुए भूटान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर भारत को आश्वस्त किया है। भूटान के विदेश मंत्रालय ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज से स्पष्टीकरण दिया है। इसमें कहा गया है, “ये परेशान करने वाला आरोप है और विदेश मंत्रालय स्पष्ट करना चाहेगा कि इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। इस मुश्किल वक्त में पानी रोकने की कोई वजह ही नहीं है। भूटान और असम के दोस्तों के बीच गलतफहमी पैदा करने के लिए ऐसी सूचनाएं फैलाई जा रही हैं।
भूटान सरकार ने कहा, असम के बक्शा और उदलगिरी जिले कई सालों से भूटान के पानी का इस्तेमाल करते आ रहे हैं और जब हम कोरोना महामारी का सामना कर रहे हैं और एक मुश्किल वक्त से गुजर रहे हैं तो भी ये सहयोग जारी रहेगा।भूटान के विदेश मंत्रालय ने कहा, “कोरोना वायरस महामारी में लागू प्रतिबंधों की वजह से असम के किसान भूटान में प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं जिससे उन्हें सिंचाई के लिए पानी लाने में दिक्कतें हो रही हैं. हालांकि, असम के किसानों की मुश्किलों को समझते हुए समद्रूप जोंगखार जिले के अधिकारियों और लोगों ने सिंचाई चैनलों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है ताकि असम की तरफ पानी के बहाव में कोई समस्या ना हो।असम के चीफ सेक्रटरी कुमार संजय कृष्ण ने एएनआई से बताया, सिंचाई का पानी भूटान की पहाड़ियों से बहते हुए असम में आता है लेकिन रास्ते में कुछ पत्थरों की वजह से बहाव रुक गया था। हमने भूटान से बातचीत की और तुरंत रास्ता क्लियर कराया। इसे लेकर कोई विवाद नहीं है और ये कहना गलत है कि भूटान ने असम की तरफ आने वाला पानी रोक दिया। इसी सप्ताह, असम के कई ग्रामीणों ने सिंचाई के लिए जल-आपूर्ति बाधित होने को लेकर भूटान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारी किसानों ने केंद्र सरकार से मांग की थी कि जल्द से जल्द भूटान सरकार के साथ बातचीत कर इस मुद्दे को सुलझाया जाए।
सेना प्रमुख ने की रक्षा मंत्री से मीटिंग
लद्दाख। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास चीनी सैनिकों की हलचल बढ़ने के बाद सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने रात रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। बैठक में कहा गया कि ड्रैगन बातचीत की आड़ में घुसपैठ बढ़ाने की साजिश रच रहा है लेकिन भारत भी उनके मंसूबों से निपटने के लिए तैयार है। चीन को किसी भी हाल में सबक सिखाने को लेकर रक्षा मंत्रालय में सहमति बनी है। बैठक में वायुसेना प्रमुख आर. के. सिंह भदौरिया भी उपस्थित थे। दोनों दलों के प्रमुखों ने चीन की तुलना में भारतीय सेना और वायुसेना दल की ताकत की जानकारी सिंह को दी।
उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प को लेकर अब तक खुलासा नहीं हो पाया है।चीनी सैनिकों की वास्तविक नियंत्रण रेखा को चार किलोमीटर बदलने की साजिश को भारतीय जवानों ने नाकाम कर ड्रैगन को उसकी औकात दिखा दी है। इसके पहले भी नरवणे ने गलवान घाटी में तैनात अधिकारियों से चर्चा की थी। उस चर्चा से सामने आई जानकारी के आधार पर रक्षा मंत्री के साथ हुई इस बैठक में रणनीति तय की गई। रणनीति के तहत रूस से जल्द ही लड़ाकू विमानों की खरीदी की जाएगी। आगामी 15 दिनों में हवाई गश्त भी बढ़ाई जाएगी।
हालांकि, चीन अब भी बातचीत की रट लगाए हुए है। चीन ने उसके सैन्य अधिकारियों की ओर से बेसिर-पैर के दावों के साथ विदेश मंत्रालय की ओर सकारात्मक चर्चा का प्रस्ताव पेश करने की कुटिल नीति अपनाई है। भारत अब चीन के बातचीत के झांसे से गुमराह नहीं होगा। गलवान घाटी और पैंगोंग नदी परिसर में बड़ी संख्या में सेना तैनात है अक्तूबर तक इसमें और बढ़ोत्तरी की जाएगी। फिलहाल उस इलाके में सैनिकों के लिए जरूरी सुविधाओं वाले कैंप बनाए जाएंगे।कड़ाके की ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों की खरीदी की जाएगी। लड़ाकू नौकाएं खरीदने का प्रस्वात तैयार किया जाएगाः सैन्य क्षमता बढ़ाने के लिए जल्द ही फिलीपींस, इंडोनेशिया, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से लड़ाकू नौकाएं खरीदने का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। आर्थिक झटका चीन को सबसे पहली आर्थिक चुनौती मिली है ऊर्जा मंत्रालय से. सौर ऊर्जा उपकरणों के कलपुर्जों के निर्यात पर ऊर्जा मंत्रालय ने निर्यात शुल्क बढ़ाने का फैसला किया है। इस वर्ष 15 फीसदी जबकि अगले वर्ष इसे बढ़ाकर 40 फीसदी तक कर दिया जाएगा. इसके पीछे का मकसद भारतीय उद्यमियों को बढ़ावा देकर चीन पर निर्भरता कम करना है। केंद्रीय मंत्री आर. के. सिंह ने इस फैसले की घोषणा की। ‘लोकमत’ ने 22 जून को इस संदर्भ में खबर प्रकाशित की थी। उन्होंने यह भी बताया कि चीन पर निर्भरता कम करने के लिए नई सौर ऊर्जा नीति तैयार की जाएगी।
किन्नर में मुख्यमंत्री योगी से लगाई गुहार
अब आपके खाने में आई लाल भिंडी
नारायण सिंह रावत
सितारगंज। काले, नीले, पर्पल गेहू व काला, लाल चावल के बाद तिगड़ी फ्रॉम बिजट्टी के बराड़ फ्रॉम के किसान अनिलदीप सिँह महाल ने लाल रंग की भिंडी की सब्जी की पैदावार की लोगों में खासी चर्चा है। मालूम हो कि भारतीय लोग द्वारा भिंडी की सब्जी को बहुत ज्यादा पसंद किया जाता है। इसकी तरी वाली सब्जी के अलावा
प्याज के साथ सूखी सब्जी ज्यादातर लोगों की मनपसंद सब्जी है और कलौंजी वाली भरवां भिंडी की तो अपनी अलग पहचान है। ऐसे में हरी भिंडी की जगह लोग अपने स्वाद को और बेहत्तर बनाने के लिए लाल भिंडी का उपयोग कर सकेंगे।
जैसा कि हम सब जानते हैं कि भारत में लगभग हर प्रदेश में भिंडी की सब्जी लोगों को बहुत प्रिय है। इसे तरी के साथ सुखी सब्जी के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। कुल मिला कर शादी विवाह जैसे समारोहों तक की शान बनने वाली भिंडी की मांग साल भर बरकरार रहती है। आप लोगो ने भिंडी तो खाई ही होगी और उसका रंग हरा होता है यह भी जानते होगे, लेकिन क्या आपने कभी लाल भिंडी खाई है? अगर नहीं, तो जल्द ही आपको लाल भिंडी की बेहतरीन किस्म मिलने वाली है, क्योंकि वाराणसी के भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान ने कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार भिंडी की नई प्रजाति ‘काशी लालिमा’ विकसित कर ली है जिसका रंग बैगनी-लाल है, इसकी लम्बाई सामान्य भिंडी जैसी ही है।
तिगड़ी फ्रॉम बिजट्टी के बराड़ फ्रॉम के किसान अनिलदीप सिँह महाल ने बताया कि भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के पूर्व निदेशक डॉक्टर बिजेंद्र जी के नेतृत्व में लाल भिंडी की प्रजाति पर वर्ष 1995-96 में शोध कार्य प्रारम्भ हो गया था। इसके बाद काशी लालिमा का विकास शुरू हुआ। इसमें डॉ. एस के सानवाल, डॉ. जी पी मिश्रा और तकनीकी सहायक सुभाष चंद्र ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस नई प्रजाति ‘काशी लालिमा’ विकसित लाल रंग की यह भिंडी एंटी ऑक्सीडेंट, आयरन और कैल्शियम सहित अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है खास बात तो यह है कि ये भिंडी गर्भवती महिलाओं के लिए तथा शुगर और दिल की बीमारियों के लिए सबसे ज्यादा स्वास्थ वर्धक है। महिलाओं के गर्भ में जो शिशु पलता है, उसके मस्तिष्क के विकास के लिए ये बहुत उपयोगी है गर्भवती महिलाएं इस लाल भिंडी का सेवन करें तो उनके अंदर जो फोलिक एसिड की कमी है वो दूर हो जाती है।
किसान अनिलदीप सिँह महाल ने लाल भिंडी के बारे में बताया कि पहले छत्तीसगढ़ के कुछ जनजाति इलाकों में छात्र लाल भिंडी पैदा कर रहे हैं लेकिन सबसे पहले भारत में इसको परिष्कृत रूप में भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान वाराणसी में उगाया गया है। इससे पहले अमेरिका के क्लीमसन विश्व विद्यालय में भी लाल भिंडी को उगाया जा चुका है अमेरिका में इस लाल भिड़ी की पैदावार हुई, पर भारत में यह पैदा नहीं हो पाया था लाल रंग की भिंडी अभी तक पश्चिमी देशों में ही उगाई जा रही है और यह भारत में आयात होती है। इसकी विभिन्न प्रजातियों की कीमत 150 से 600 रुपये किलो तक है। इसके बाद 1995 से भिंडी की नयी प्रजाति पर रिसर्च चल रहा था और पिछले कुछ वर्षों में हमने लाल भिंडी पर विशेष ध्यान दिया और इसे विकसित किया है।
अब इस देशी प्रजाति के विकसित होने के बाद भारत के किसान भी इसका उत्पादन कर सकेंगे। संस्थान में इसका बीज आम लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगा। पोषक तत्वों से भरपूर इस भिंडी के उत्पादन से भारतीय किसानों को फायदा मिलेगा। इसकी मांग अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में भी है भारत के साथ ही अमेरिका, मिस्र, मोरक्को, अफ्रीका, में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। महाल के अनुसार इस भिंडी का रंग बैगनी और लाल रंग का होता है इस भिंडी की लंबाई 11-14 सेमी और व्यास 1.5 और 1.6 सेमी होती है और यह 130 से 140 क्विंटल प्रति हेक्टेयर ये उपज देती है। भविष्य में शहरी क्षेत्र में इसकी भारी मांग होगी और इसका उत्पादन करने वाले किसानों को बहुत लाभ होगा। तिगड़ी फ्रॉम बिजट्टी के बराड़ फ्रॉम के किसान अनिलदीप सिँह महाल ने इस लाल रंग की भिंडी का अपने बराड़ फार्म में उत्पादन कर तहलका मचा दिया है। मालूम हो कि इसस पूर्व अनिलदीप सिंह महाल काले, नीले, पर्पल गेहू व काला, लाल चावल की भी बड़े पैमाने पर खेती कर रहे हैं। महाल एक इलाके के एक वैज्ञानिक सोच पर कृषि करने वाले किसान है। जो हर रोज कुछ नया करने का जज्बा रखते हैं। तमाम लोग भिंडी की लाल फसल को देखने उनके फार्म हाउस पर आ रहे हैं।
विदेशी पूंजी भंडार 2 अरब डॉलर घटा
मुंबई। भारत का विदेशी पूंजी भंडार 19 जून को समाप्त सप्ताह में 2.078 अरब डॉलर घट गया। आरबीआई के साप्ताहिक पूरक आंकड़े के अनुसार, सकल विदेशी पूंजी भंडार 12 जून को समाप्त सप्ताह के 507.644 अरब डॉलर से घटकर 505.566 अरब डॉलर हो गया। भारत के विदेशी पूंजी भंडार में विदेशी मुद्रा भंडार (एफसीए), स्वर्ण भंडार, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में भारतीय भंडार शामिल होते हैं। विदेशी पूंजी भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा भंडार साप्ताहिक आधार पर 1.698 अरब डॉलर घटकर 467.039 अरब डॉलर पर आ गया। इसी तरह देश के स्वर्ण भंडार का मूल्य 35.80 करोड़ डॉलर घटकर 32.815 अरब डॉलर हो गया। इसके अलावा एसडीआर का मूल्य 60 लाख डॉलर नीचे फिसल कर 1.447 अरब डॉलर हो गया। आईएमएफ में देश का भंडार 1.60 करोड़ डॉलर घटकर 4.264 अरब डॉलर पर आ गया।
यूपी बोर्ड के परिणाम किए सार्वजनिक
लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद शनिवार दोपहर साढ़े बारह बजे दसवीं और बारहवीं कक्षा के नतीजे घोषित हो गए। 56 लाख विद्यार्थियों का इंतजार खत्म करते हुए सूबे के उप मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा लखनऊ स्थिति लोक भवन में प्रेस वार्ता के जरिए दसवीं और बारहवीं कक्षा के परिणाम जारी करेंगे। 10वीं और 12वीं कक्षा के नतीजे बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी होंगे। इस साल दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं 18 फरवरी में शुरू हुई थीं और 6 मार्च तक चली थी। बोर्ड की परीक्षाएं कोरोना वायरस के कहर से पहले ही पूरी हो गई थीं। लेकिन कोरोना वायरस से रोकथाम के लिए लगे लॉकडाउन की वजह से उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन प्रक्रिया में देरी हुई थी। जिसकी वजह से इस साल रिजल्ट की घोषणा में भी देरी हुई है। दूसरी बात इस साल ऐसा पहली बार हो रहा है, जब यूपी बोर्ड के दसवीं और बारहवीं के नतीजे प्रयागराज की बजाय लखनऊ से जारी होंगे। परिणाम की घोषणा भी माध्यमिक शिक्षा निदेशक की जगह माध्यमिक शिक्षा मंत्री जारी करेंगे।
15685 लोगों की मौत, 508253 संक्रमित
नई दिल्ली। देश भर में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 5,08,953 पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में 18,552 मामले बढ़े वहीं 384 लोगों की मौत हुई। बीते 24 घंटे में 10,244 लोग ठीक हुए हैं। ICMR के अनुसार देश भर में अब तक 79,96,707 लोगों की जांच हो चुकी है। बीते 24 घंटे में 2,20,479 सैंपल्स की जांच हुई।स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में फिलहाल 1,97,387 एक्टिव केस, 2,95,880 लोग डिस्चार्ज और 15,685 लोगों की मौत हो गई है। भारत में कुल जांच किये गये सैंपल्स में से अब तक 5,08,953 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। ऐसे में देश में पॉजिटिविटी रेट 8.41 फीसदी है. वहीं एक्टिव केस और डिस्चार्ज्ड लोगों की संख्या में 98,493 मामलों का अंतर है। मंत्रालय द्वारा जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार अंडमान निकाबोर द्वीप में 72, आंध्र प्रदेश में 11,489, अरुणाचल प्रदेश में 172, असम में 6607, बिहार में 8716, चंडीगढ़ में 425, छत्तीसगढ़ में 2545, दादरा नगर हवेली और दमन दीव में 163, दिल्ली में 77,240, गोवा में 1,039, गुजरात में 30,095, हरियाणा में 12,884, हिमाचल प्रदेश में 864, जम्मू-कश्मीर में 6,762, झारखंड में 2290. कर्नाटक में 11,005, केरल में 3876, लद्दाख में 946, मध्य प्रदेश में 12,798, महाराष्ट्र में 1,52,765, मणिपुर में 1075, मेघालय में 47, मिजोरम में 145, नागालैंड में 371, ओडिशा में 6,180, पुड्डुचेरी में 502, पंजाब में 4957, राजस्थान में 16660, तेलंगाना में 12,349, तमिलनाडु में 74,622, सिक्किम में 86, त्रिपुरा में 1325, उत्तराखंड में 2725, उत्तर प्रदेश में 20,943 और पश्चिम बंगाल में 16,190 मामले पुष्ट पाए गए हैं। वहीं शनिवार के आंकड़ों में 8023 मामले राज्यों को रिअसाइन किए गए हैं। आंकड़ों के अनुसार अंडमान निकाबोर द्वीप में 29, आंध्र प्रदेश में 6145, अरुणाचल प्रदेश में 129, असम में 2339, बिहार में1896, चंडीगढ़ में 84 , छत्तीसगढ़ में 618 , दादरा नगर हवेली और दमन दीव में 122, दिल्ली में 27,657, गोवा में 667, गुजरात में 6294, हरियाणा में 4657, हिमाचल प्रदेश में 353, जम्मू-कश्मीर में 2591, झारखंड में 635. कर्नाटक में 3909, केरल में 1846, लद्दाख में 587, मध्य प्रदेश में 2448, महाराष्ट्र में 65, 844, मणिपुर में 682, मेघालय में 4, मिजोरम में 115, नागालैंड में 209, ओडिशा में 1741, पुड्डुचेरी में 306, पंजाब में 1634, राजस्थान में 3218, तेलंगाना में 7346, तमिलनाडु में 32808, सिक्किम में 47, त्रिपुरा में 269, उत्तराखंड में 866, उत्तर प्रदेश में 6730 और पश्चिम बंगाल में 5039 मामले एक्टिव हैं। मंत्रालय के अनुसार अंडमान निकाबोर द्वीप में 0, आंध्र प्रदेश में 148, अरुणाचल प्रदेश में 1, असम में 9, बिहार में 58, चंडीगढ़ में 6 , छत्तीसगढ़ में 13 , दादरा नगर हवेली और दमन दीव में 0, दिल्ली में 2492, गोवा में 2, गुजरात में 1771, हरियाणा में 211, हिमाचल प्रदेश में 9, जम्मू-कश्मीर में 91, झारखंड में 12, कर्नाटक में 180, केरल में 22, लद्दाख में 1, मध्य प्रदेश में 546, महाराष्ट्र में 7106, मणिपुर में 0, मेघालय में 1, मिजोरम में 0, नागालैंड में 0, ओडिशा में 417, पुड्डुचेरी में 9, पंजाब में 122, राजस्थान में 1380, तेलंगाना में 237, तमिलनाडु में 957, सिक्किम में 0, त्रिपुरा में 1 , उत्तराखंड में 37, उत्तर प्रदेश में 630 और पश्चिम बंगाल में 616 लोगों की मौत हो चुकी है।
विदेश मंत्री ने फौज बढ़ाने का ब्यान दिया
नई दिल्ली/ बीजिंग। भारत-चीन में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जारी तनाव के बीच जैसे ही अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने चीन से निपटने के लिए फौज बढ़ाने का बयान दिया, वैसे ही चीन के सुर बदल गए। चीन को ये डर सताने लगा कि अगर हिंद-प्रशांत में भारत और अमेरिका मिल गए तो उसकी मुश्किल बढ़ जाएगी. लिहाजा, चीन का मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स अब भारत की तारीफ कर रहा है। उसका कहना है कि भारत अमेरिका के साथ नहीं जाएगा क्योंकि वो कूटनीतिक स्वतंत्रता पसंद करता है। अमेरिका के ताजा बयान के बाद भारत के साथ लद्दाख में भिड़े चीन को इस बात की चिंता सताने लगी है कि कहीं भारत और अमेरिका उसके खिलाफ लामबंद ना हो जाएंं। चीन के इस डर को फाइनेंशियल टाइम्स के एक स्तंभकार गिडोन रैचमैन ने बढ़ा दिया है। उन्होंने लिखा कि भारत ने नए शीत युद्ध में एक पक्ष को चुन लिया है। ये चीन की मूर्खता है कि वो अपने प्रतिद्वंद्वी को अमेरिका के पाले में डाल रहा है। इस बयान से चीन तिलमिला गया. उसे एहसास हो गया कि अमेरिका की एक चाल से पूरा समीकरण उसके खिलाफ बनने लगा है।उसका सरकारी मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स इस दलील को खारिज करने में जुट गया।
ग्लोबल टाइम्स में लिखा गया है कि एक वक्त था जब भारत-चीन के बीच तनाव एक बड़ा खतरा था। भारत उस वक्त भी किसी देश पर निर्भर नहीं हुआ इसलिए ये तर्क बिल्कुल गलत है कि मौजूदा सीमा तनाव में भारत किसी एक गुट के साथ जाने के लिए मजबूर हो जाएगा। चीन की पूरी कोशिश है कि भारत किसी भी सूरत में अमेरिका से हाथ ना मिलाए। चीन को अच्छी तरह मालूम है कि भारत और अमेरिका साथ आए तो दक्षिण एशिया और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में वो बुरी तरह घिर जाएगा। चीन को भारत और अमेरिका की दोस्ती का डर इस कदर सता रहा है कि वो उसमें दरार डालने के लिए रूस का जिक्र कर रहा है। चीन के सरकारी मुखपत्र का कहना है कि रूस से हथियारों का सौदा कर भारत ने अमेरिका को बता दिया है कि वो उसे कितनी अहमियत देता है। यही नहीं उसने यहां तक कह दिया कि भारत और अमेरिका एक दूसरे का महज इस्तेमाल करते हैं। भारत पाकिस्तान पर काबू पाने के लिए अमेरिका से करीबी बढ़ाता है दूसरी तरफ अमेरिका हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की नकेल कसने के लिए भारत का इस्तेमाल करता है।भारत-अमेरिका की दोस्ती में दरार डालने की बेचैनी में चीन के सरकारी मुखपत्र ने यहां तक लिख दिया कि भारत को अच्छी तरह मालूम है कि अमेरिका उसके लक्ष्य को पूरा करने में उसकी मदद नहीं करेगा। साफ है कि चीन अब अपने आप को बेहद असुरक्षित महसूस करने लगा है। एक तरफ भारत ने रूस के साथ हथियारों की डील कर चीन की चिंता बढ़ा दी है तो दूसरी तरफ भारत समेत अपने मित्र देशों के समर्थन में अमेरिका के ऐलान ने उसकी नींद उड़ा दी है।
1 बार फिर डब्लूएचओ ने आगाह किया
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण को लेकर एक बार फिर WHO ने लोगों को आगाह किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि अगर कोरोना वायरस की दूसरी लहर आई तो लाखों लोगों की मौत हो सकती है। WHO के असिस्टेंट डायरेक्टर जनरल रनीरी गुएरा ने अंदेशा जाहिर किया है कि वायरस अभी भी काफी देशों में कहर बरपाएगा। उन्होंने स्पेनिश फ्लू का जिक्र करते हुए कहा कि महामारी सितंबर-अक्टूबर के ठंडे मौसम में बढ़ गई थी। ऐसे में कोरोना वायरस का प्रभाव भी इस मौसम में दिखाई दे सकता है। रनीरी गुएरा ने कहा कि करीब 100 साल पहले आए स्पेनिश फ्लू की दूसरी लहर में करोड़ों लोगों की मौत हो गई थी। उनके मुताबिक स्पेनिश फ्लू भी कोविड की तरह ही बर्ताव कर रहा था। इस दौरान गर्मियों में उसका संक्रमण घट गया था। लेकिन बाद में ठंड आने पर बढ़ गया।यूरोपियन सेंट्रल बैंक के प्रमुख क्रिस्टीन लगार्डे ने भी कहा था कि अगर हमने 1918-19 के स्पेनिश फ्लू से कुछ भी सीखा है तो निश्चित तौर से कोरोना की दूसरी लहर आ सकती है।
इससे पहले कुछ स्टडी में ये बात सामने आई थी कि अधिक गर्मी में कोरोना वायरस का प्रसार धीमा हो जाता है, लेकिन ये इतना कम नहीं दिखाई दिया कि संक्रमण रुक गया हो.खासकर भारत जैसे देश में जहाँ गर्मी में तापमान 45 से लेकर 49 डिग्री तक कई इलाकों में दर्ज किया गया था। इसके बावजूद भी बढे तापमान में कोरोना का संक्रमण तथावत रहा। उधर महामारी रोग विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर को लेकर कोई तय परिभाषा नहीं है। फ़िलहाल दुनियाभर में कोरोना के 97.7 लाख मामलों की पुष्टि हो चुकी है। जबकि इससे दुनियाभर में 4.9 लाख लोगों की मौत दर्ज की गई है। जानकारों को अंदेशा है कि कई देशों में इसकी दूसरी लहर भी खतरनाक साबित हो सकती है।
घरों में प्रदान करने की सुविधा 'मुहैया' करायी
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के छात्र-छात्राओं और आमजनों को एक बड़ी राहत देते हुए अब जाति और निवास प्रमाण पत्र उनके घरों में ही प्रदान करने की सुविधा मुहैया करायी है। मुख्यमंत्री श्री बघेल के निर्देश पर राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जाति और निवास प्रमाण पत्र के वितरण को सरलीकरण करते हुए प्रमाण पत्रों को आवेदकों के घर पहुंच सुविधा उपलब्ध कराने का आदेश सभी जिला कलेक्टरों को जारी किया गया है। जारी आदेश के तहत जाति एवं निवास प्रमाण पत्र जारी होने के पश्चात संबंधित आवेदकों से डाक रजिस्ट्री शुल्क लेकर प्रमाण पत्र उनके घर के पते पर भेजा जाएगा। इसके लिए लोक सेवा केन्द्रों तथा तहसील कार्यालयों द्वारा आवेदकों से डाक रजिस्ट्री व्यय शुल्क लेकर और व्यय शुल्क की पावती देते हुए आवेदकों के निवास के पते पर प्रमाण पत्र भेजने की सुविधा दी जाएगी।
30 साल की महिला जांच में पुरुष निकली
जेल में छापे से प्रशासन में मचा हड़कंप
राम कुमार मौर्या
रुड़की। जेल में वीडियो वायरल का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अभी जेल अधीक्षक द्वारा जांच पूरी हुई ही थी कि आईजी जेल के देर शाम जेल में छापा मारने से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जहां उन्हें बड़े पैमाने पर खामियां मिली। इस दौरान उन्होंने रूडकी जेलर को भी जमकर फटकार लगाई।
गौरतलब है कि 21 जून को जेल के अंदर का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमे बंदी जेल प्रशासन पर मारपीट और नशे के इंजेक्शन देने के गंभीर आरोप लगाते दिखाई दे रहे थे। इतना ही नहीं जेल प्रशासन के खिलाफ भी बंदियों ने मुर्दाबाद के नारे लगाए थे, जिसमें कुख्यात चीनू पंडित के साथ-साथ अन्य बंदी भी वीडियो में नज़र आ रहे हैं।
आई जी जेल के मीडिया में सुर्खियों में आने के बाद ज़िलाधिकारी ने आनन फानन में पूरे मामले की जांच ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल को सौंप दी थी, जिसके चलते जेल अधीक्षक की जांच में बंदियों के बीच मारपीट का होना नहीं पाया गया था। वीडियो वायरल के बाद देर शाम आईजी जेल डॉ. पीवीके प्रसाद अचानक रूडकी जेल में पहुंच गए। जहां उन्होंने खामियां मिलने पर जेलर को भी जमकर फटकार लगाई। वहीं जेल की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों और कुछ बंदियों के भी उन्होंने बयान दर्ज किए। इतना ही नहीं आईजी जेल ने जेल परिसर का बारीकी से मुआयना किया। इस दौरान आईजी जेल पीवीके प्रसाद ने बताया कि जेल में दो बंदियों के गुटों का विवाद था जिसकी जांच की जा रही है। जेल में बंद चीनू पंडित को जल्द ही दूसरी जेल में शिफ़्ट किया जाएगा।
हालांकि रूडकी जेल के बाद जेल आई जी हरिद्वार जेल का निरीक्षण करने भी पहुंचे। दरअसल रूडकी जेल के बंदियों का वीडियो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन में लगातार हड़कंप मचा हुआ था जिसमें आई जी जेल के आने की संभावनाएं बढ़ गईं थीं।
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