गुरुवार, 18 जून 2020

युवक की मौत से गुस्साए, चौकी पर पथराव

नीमका जेल में युवक की मौत से गुस्साए परिजनों ने किया चौकी पर पथराव



जेल के बाहर ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन, टॉर्चर करके युवक की हत्या करने का पुलिस पर लगाया आरोप


फरीदाबाद। वीरवार को फरीदाबाद की नीमका जेल में एक युवक की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। जिसकी खबर मृतक के परिजनों व गांव शाहजहांपुर को लगी, जिसके बाद ग्रामीणों ने चांदपुर चौकी पर पथराव कर दिया। इसके साथ-साथ कुछ ग्रामीणों ने जेल के बाहर एकत्रित होकर चक्का जाम किया। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उनका आरोप है कि जेल में पुलिस ने युवक का टॉर्चर किया जिससे उसकी मौत हो गई, लेकिन अब पुलिस इसे आत्महत्या कह रही है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस युवक के कोरोना पॉजिटिव होने की बात कह रही है।


मामले बारे जानकारी देते हुए गांव शाहजहांपुर के सरपंच नाहर सिंह ने बताया कि गत 10 जून को शाहजहांपुर गांव व चांदपुर गांव के युवाओं के लिए एक दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था, जिसमें दोनों गांवों के युवाओं में किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। गांव के बुजुर्गों के दखल के बाद मामला शांत हो गया। आरोप है कि जब गांव शाहजहांपुर के युवा शाम को गांव में घूम रहे थे, तभी सिविल वर्दी में आए दो पुलिस कर्मचारियों ने उनके साथ मारपीट की और उन पर मुकदमा दर्ज करके गांव शाहजहांपुर के सोनू नामक युवक को 14 जून को गिरफ्तार कर उसका मेडिकल कर उसे जेल भेज दिया। मृतक के परिजनों ने बताया कि पुलिस का कहना है कि सोनू ने जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है और मृतक के घर के बाहर कोविड-19 की चेतावनी का स्टीकर भी चिपका दिया। ग्रामीणों ने कहा कि यह सारा षड्यंत्र पुलिस द्वारा रचा गया है, सोनू की मौत आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या और उसे कोरोना वायरस नहीं था क्योंकि उनके गांव में किसी को यह बीमारी नहीं है।


ये कहना है एसपी जेल का


एसपी जेल संजीव कुमार का कहना है कि मृतक सोनू ने बैरक के जंगले में अपने लोअर के नाड़े से फांसी लगाई है। उन्होंने बताया कि 16 जून को सोनू नीमका जेल में लाया गया था और 17 की रात में ही उसने आत्महत्या कर ली। उसका कोविड-19 टेस्ट भी कराया गया था गुरुवार को जब उसकी रिपोर्ट आई तो वह रिपोर्ट में पॉजिटिव पाया गया था।



दृष्टिबाधित बहनों ने किया स्वयं को स्थापित

शिमला। कहते हैं ना कि अगर आपके मन में किसी लक्ष्य को हासिल करने का जज्बा हो तो आप किसी भी मुश्किल को पार पाकर अपने लक्ष्य को बड़ी आसानी से हासिल कर सकते हैं। इसी बात को साकार कियाहिमाचल प्रदेश की दो दृष्टिबाधित बेटियों ने, जिन्होंने अपनी शारीरिक अक्षमता को अपने लक्षय के आड़े नहीं आने दिया और वे दोनों आज सफल हैं। जैसा की हम सब को पता है हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से 12वीं कक्षा का रिजल्ट घोषितकर दिया गया है। इस बार रिजल्ट 76.07 फीसदी रहा। 12 वीं की परीक्षा पास करने वाले इन 76.07 फीसदी छात्रों में दो छात्राएं ऐसी हैं दृष्टिबाधित होने के बावजूद अच्छे नम्बरों से जमा दो की परीक्षा पास की है।


एक एचएएस ऑफिसर तो दूसरी म्यूजिक टीचर बनना चाहती है


मिली जानकारी के अनुसार राजधानी शिमला के प्रतिष्ठित पोर्टमोर स्कूल की दो दृष्टिबाधित छात्राओं- शालिनी और रजनी नेगी ने बहुत अच्छे नम्बरों से जमा दो की परीक्षा पास करते हुए अपने स्कूल और परिवार वालों का नाम रौशन किया है। शालिनी ने 84.80 प्रतिशत और रजनी ने 82.60 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। दोनों कम्प्यूटर से पढ़ाई करने में सक्षम हैं। एक एचएएस ऑफिसर तो दूसरी म्यूजिक टीचर बनना चाहती है। अब उमंग फाउंडेशन उनके सपनों को साकार करने के लिए उन्हें छात्रवृत्ति देगा। उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रो. अजय श्रीवास्तव ने बताया कि चम्बा की पंचायत चैला के गांव बेहीलोला की रहने वाली शालिनी को फाउंडेशन द्वारा दिए गए लैपटॉप से पढ़ाई में मदद मिली।


दसवीं की परीक्षा भी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की थी


उसने सुन्दर नगर स्थित सीआरसी से एक महीने का कम्प्यूटर कोर्स भी किया है। उसका सपना हिमाचल प्रशासनिक सेवा में जाना है। उधर कुमारसैन की रहने वाली रजनी नेगी म्यूजिक टीचर बनना चाहती है। वह कंप्यूटर में दक्ष है और उसने भी सीआरसी सुंदर नगर से कंप्यूटर का कोर्स किया है। उन्होंने सुंदरनगर स्थित दृष्टिबाधित छात्राओं के विशेष विद्यालय से दसवीं की परीक्षा भी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की थी। उमंग फाउंडेशन से जुड़ी दोनों दृष्टिबाधित बेटियां अब आरकेएमवी कॉलेज से बीए करना चाहती हैं। श्रीवास्तव ने बताया कि कि फाउंडेशन उन्हें उच्च शिक्षा हेतु छात्रवृत्ति देगा ताकि वे अपने सपने पूरे कर सकें।


नायाब तहसीलदार रिश्वत लेते हुए अरेस्ट

धर्मशाला। जिला कांगड़ा के भवारना सब तहसील के नायब तहसीलदार को तीन हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। नायब तहसीलदार दवेंद्र कुमार ने यह रिश्वत राजस्व रिकॉर्ड में नाम दुरुस्त करवाने की एवज में मांगी थी। स्टेट विजिलेंस व एंटी क्रप्शन ब्यूरो की टीम ने नायब तहसीलदार को उनके कार्यालय से गिरफ्तार किया है। रिश्वत का यह विजिलेंस थाना धर्मशाला में दर्ज किया गया है।


मिली जानकारी के अनुसार हलदरा के रहने वाले संजय गुलेरिया एक अन्य व्यक्ति पंकज के साथ सब तहसील कार्यालय गए थे। संजय को राजस्व रिकॉर्ड में अपना नाम दुरुस्त करवाना था, जबकि पंकज को अपने पिता का नाम सही करवाना था। इस दौरान नायब तहसीलदार दवेंद्र कुमार ने दोनों से एक-एक हजार रुपए लिए। इसके बाद दोनों से ही 2500 रुपए की अतिरिक्त मांग की गई। इन पैसों के लेन देने के लिए दोनों को आज गुरुवार को कार्यालय (Office) बुलाया गया था। जिसकी सूचना मिलने के बाद विजिलेंस (Vigilance) ने जाल बिछाया और नायब तहसीलदार को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार (Arrest) कर लिया। एसपी विजिलेंस धर्मशाला अरूल कुमार ने मामले की पुष्टि की है।


छत्तीसगढ़ः 148 डिस्चार्ज, 71 नए मरीज


  • 17 जून को 148 डिस्चार्ज हुए, 71 नये मरीज भी मिले

  • अब तक कुल 1099 डिस्चार्ज हो चुके है और 09 की मौ


रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक दिन पूर्व 17 जून को 71 नये संक्रमित मरीजों के मिलने के बाद राज्य में कोरोना संक्रमितों का आकड़ा 1864 पहुंच गया है। हालांकि कल संक्रमित मरीजों में 148 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज भी किया गया है, जिसके बाद वर्तमान में 756 सक्रिय मरीज है जिनका ईलाज जारी है। कोरोना से अब तक 09 लोगों की मौत भी हुई है जिसके बाद यह आकड़ा थमा हुआ है।


स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार रात में जारी किए गए बुलेटिन के अनुसार राज्य में अब तक कुल 113613 संभावित लोगों का सैंपल लेकर जांच किया गया है, जिनमें 1864 लोग कोरोना संक्रमित पाये गये है। इनमें अब तक कुल 1099 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है, जबकि 09 लोगों की जान भी जा चुकी है। जिसके बाद राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या 756 है।


योगी सरकार में ज्यादा घोटाले और भ्रष्टाचार

भागवत पुर गांव में शौचालय निर्माण में हुए घोटाले को दबाने में लगे अधिकारी

कौशाम्बी। योगी सरकार में सरकारी धन में बड़े पैमाने पर हेराफेरी कर अधिकारी और योजना से जुड़े लोग मालामाल हो रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन और स्वच्छता अभियान के तहत जिले की ग्राम पंचायतों में भेजे गए शौचालय निर्माण की रकम में बैंक खातों से करोड़ों की रकम तो निकाल ली गई है। लेकिन शौचालय भवन का निर्माण नहीं कराया गया है।

इस बात की पुष्टि जांच अधिकारियों ने भी की है लेकिन सरकारी धन को लूटने वाले लोगों पर विभागीय अधिकारी मेहरबान है जिससे इन लुटेरों पर वर्षो बीत जाने के बाद कार्रवाई नहीं हो सकी है जो व्यवस्था पर बड़ा सवाल है सरसवां विकासखंड के भगवतपुर गांव में बीते वर्षो में शौचालय निर्माण की रकम में बड़े पैमाने पर हेराफेरी की गई है। शिकायत के बाद जांच अधिकारियों ने भगवतपुर गांव में घोटाले की रिपोर्ट भी जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय को सौंप दी है। लेकिन महीनों बीत जाने के बाद घोटाले में लिप्त ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी पर जिम्मेदारों ने कार्यवाही नहीं की है। जिससे इन अधिकारियों की मंशा साफ समझ में नहीं आती है।

भगवतपुर ग्राम पंचायत में शौचालय निर्माण योजना में यदि सरकारी रकम के घोटाले के बाबत शासन प्रशासन ने संज्ञान लिया तो ग्राम प्रधान सिंगरेट्री खण्ड बिकास अधिकारी के साथ साथ जिला पंचायत राज अधिकारी के भ्रष्ट कारनामे जहां be उजागर होंगे वही भ्रष्टाचार में लिप्त इन जिम्मेदारों को कठोर दंड भी मिल सकता है। लेकिन क्या घोटाले की निष्पक्ष जांच हो पाएगी।

गब्बर सिंह 

334 लोगों की मौत, 366946 संक्रमित

नई दिल्ली।  पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस के 12881 केस मिले हैं इसके साथ ही देश में अब कुल 366946 केस हो गए हैं। कल 334 लोगों की मौत हो गई और मृतकों की कुल संख्या 12237 हो गई है। इस दौरान देश में 7390 लोग रिकवर हुए और अब तक कुल 194325 लोग इस बीमारी को मात दे चुके हैं। देश में अब 160384  एक्टिव केस हैं।


मंत्रालय के अनुसार, संक्रमण के सर्वाधिक मामले महाराष्ट्र में हैं। इसके बाद तमिलनाडु, दिल्ली, गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश जैसे राज्य हैं।


महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 116752 हो गई है। वहीं 59166 कोरोना को मात दे चुके हैं और 5651 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। वहीं महाराष्ट्र के बाद तमिलनाडु का नंबर आता है जहां कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 50193 हो गई है। यहां 576 लोगों की मौत हुई है और 27624 मरीज रिकवर हो चुके हैं।


तमिलनाडु के बाद तीसरे पायदान पर दिल्ली और चौथे पर गुजरात है। दिल्ली में कोरोना से महाराष्ट्र के बाद सबसे ज्यादा 1904 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं कोरोना के 47102 मामले हैं जिसमें से 17457 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। गुजरात में कोरोना के 25093 कुल मामले में हैं जिनमें से 6103 एक्टिव केस हैं। यहां 1560 लोगों की कोविड 19 से मौत हो चुकी है और 17457 लोग इस बीमारी को मात दे चुके हैं। अमेरिका, ब्राजील और रूस के बाद इस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में भारत चौथे स्थान पर है। पूरी दुनिया से कोविड-19 के आंकड़ों का संकलन कर रहे जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार इस बीमारी से मरने वालों की संख्या के मामले में भारत 8वें स्थान पर है।


एंकर के खिलाफ उलेमा-ए-हिंद ने की मांग

जमीयत उलेमा-ए-हिंद सुप्रीम कोर्ट में पक्षपाती मीडिया के खिलाफ मामले में इस शर्मनाक घटना को भी शामिल करेगी: मौलाना अरशद मदनी तरन्नुम अतहर

 

नई दिल्ली। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेरी रहमतुल्ला अलैह की शान में अपशब्द कहने वाले न्यूज़ एंकर की कठोर शब्दों में निंदा करते हुए उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए जमीअत उलमा हिंद के अध्यक्ष मौलाना सय्यद अरशद मदनी ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट में इस संबंध में पहले से ही मामला विचाराधीन है इसके बावजूद टीवी एंकर मुसलमानों के दिल को चोट पहुंचाने से बाज नहीं आ रहे हैं। मौलाना मदनी ने कहा कि सत्ताधारी लोगों के संरक्षण की वजह से न्यू एंकरों की हिम्मत इतनी बढ़ गई है कि मुसलमान इस्लाम मुसलमानों के तौर तरीके पर उंगली उठाते हुए अब मसाजिद मदारिस और ख़ानक़ाहों तक पहुंच गए हैं।

 

उन्होंने कहा कि मोईनुल हिन्द हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेरी की शान में एक टीवी चैनल के एंकर ने जिस तरह से अपशब्द कहे और उनको अक्रांता और लुटेरा तक कह डाला है उस से भारत ही नहीं पूरी दुनिया में सभी धर्मों के लोग जो ख्वाजा साहब में अपनी आस्था रखते हैं उनके दिल को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि हजरत ख्वाजा अजमेरी सिर्फ मुसलमान ही नहीं बल्कि दुनिया में पाए जाने वाले सभी जात धर्म और समुदायों के एक बड़े हिस्से को प्रिय हैं। उन्होंने कहा कि हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती इस्लामिक शिक्षा और मानवीय मूल्यों के एक महान वकील और एक निर्विवादित आध्यात्मिक गुरु के रूप में हिंदू-पाक उपमहाद्वीप में एक अद्वितीय स्थान रखते हैं। इस तरह के एक निर्विवाद आध्यात्मिक गुरु का अपमान करना और उन के खिलाफ बोलना संवैधानिक रूप से गलत है। इसलिए, सरकार को तुरंत इस चैनल और विशेष रूप से एंकर के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। ज्ञात रहे कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने मुस्लिमों को चोट पहुंचाने, उनके खिलाफ गलत प्रचार करने और उनको कोरोना के लिए दोषी देने के मीडिया के प्रचार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मामला दायर किया है। जिस पर शुक्रवार 19 जून सुनवाई होगी। जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने हजरत ख्वाजा अजमेरी के अपमान की इस शर्मनाक घटना को भी इसमें शामिल किया है। इस पर सुप्रीम कोर्ट बार काउंसिल के अध्यक्ष दुष्यंत दवे जिरह करेंगे।

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पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...