शुक्रवार, 29 मई 2020

यमुना से खनन के विरोध में उतरे किसान

दीपक कुमार

शामली। यमुना नदी का सीना चीर कर चल रहे रेत खनन को लेकर किसानों को हो रही समस्या से किसान बेहद परेशान हैं। किसानों ने प्रदर्शन कर रेत खनन पर कार्यवाही की मांग की है। किसानों ने कहा है कि रेत खनन को लेकर उनकी फसल बर्बाद हो रही है। जिसको लेकर उन्हें कई मर्तबा संबंधित अधिकारियों को भी शिकायत की परंतु कोई भी कार्यवाही नहीं हो पाई है।

दरअसल आपको बता दें मामला जनपद शामली के कैराना क्षेत्र के गांव नगलाराई का है। जहां पर खादर के यमुना नदी में खनन माफियाओं द्वारा यमुना का सीना चीर कर भारी मात्रा में रेत निकाला जा रहा है। जिससे किसान व ग्रामीण बेहद परेशान है। जिसको लेकर उन्होंने के मर्तबा संबंधित अधिकारियों को भी शिकायत की परंतु कोई भी कार्यवाही नहीं हो पा रही है। यमुना में चल रहे रेत खनन को लेकर प्रशासन द्वारा परमिशन मिली हुई है। जिसको लेकर नियम अनुसार खनन करने की आज्ञा प्रशासन ने दे रखी है। परंतु सभी नियमों को ताक पर रखकर भारी मात्रा में यमुना का सीना चीर कर रेत निकाला जा रहा है। वहीं किसानों ने खनन माफियाओं पर आरोप लगाते हुए बताया कि रेत खनन के चलते उनकी फसल बर्बाद हो रही है। जिसमें वह पहले ही लॉक डाउन के चलते कर्ज में डूब कर भुखमरी की कगार पर आ रहे है। ऊपर से यमुना में चल रहे रेत खनन के कारण उनकी फसल बर्बाद हो रही है। जिसमें वह भूखमरी के कगार पर आने पर मजबूर है। इस संबंध में किसानों ने कई मर्तबा संबंधित अधिकारियों को शिकायत की परंतु कोई भी कार्यवाही नहीं हो पा रही है। किसानों ने आरोप लगाया कि यमुना नदी के अंदर से मशीन व पॉर्कलेन  जेसीबी मशीनों द्वारा भारी मात्रा में रेत निकाला जा रहा है। जिसमें 10 से 15 फुट गहरे गड्ढे कर कर रेत निकाला जा रहा है। जिसको लेकर आने वाले समय में किसानों व ग्रामीणों को बाढ़ का खतरा बना हुआ है। जिसमें यमुना नदी में पानी आने के बाद कटान शुरू हो जाएगा जिससे यमुना के किनारे लगने वाले सभी छोटे-छोटे किसानों की फसल यमुना के आगोश में समा जाएगी। लॉकडाउन के कारन पहले ही किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। और ऊपर से रेत खनन माफियाओं की मनमानी के आगे उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही है। सिक्कों कि चमक के आगे अधिकारी भी किसानों की सुध नहीं ले रहे हैं। किसानों ने प्रदर्शन करते हुए मांग की है। कि चल रहे रेत खनन पर जल्द से जल्द कार्यवाही की जाये जिससे वह अपनी फसल व अपने आप को भुखमरी की कगार से बचा सके परंतु लाचार और मजबूर किसान खनन माफियाओं व अधिकारियों की मनमानी के आगे कुछ भी कर नहीं पा रहे हैं। किसान खून के आंसू रोने पर मजबूर है वहीं अब सवाल यह उठता है। कि जो देश को रोटी देने वाला किसान हैं। आज वही किसान कुछ खनन माफियाओं की मनमानी के आगे मजबूर-बेबस नजर आ रहा है। प्रदर्शन के दौरन दर्जनों किसान मोजूद रहे।

नमकीन के पैसे मांगने पर घातक हमला

शामली। कैराना में एक दबंग की दबंग गिरी सामने आई है एक दबंग ने एक पीड़ित रेहड़ी पर नमकीन बेचने वाले दुकानदार के साथ उसकी नमकीन खा कर उल्टा रुपए मांगने पर डंडों से पीटकर घायल कर दिया पीड़ित ने कोतवाली पहुंचकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है पुलिस ने मेडिकल परीक्षण कराने के बाद मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।दरअसल यह पूरा मामला जनपद शामली के कोतवाली कैराना के मोहल्ला अफगानान है. जहां मोहल्ला निवासी चुन्नू नाम का एक गरीब रेहड़ी पर नमकीन बेचकर अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करता है।आरोप है कि मोहल्ले का ही एक के दबंग ने पहले तो उसकी रेहड़ी पर खड़े होकर जमकर नमकीन खाई और लुफ्त उठाया आरोप है कि आरोपी बार-बार नमकीन खाता रहा जब पीड़ित दुकानदार ने आरोपी दबंग से अपनी नमकीन के रुपयों की मांग की तो आरोपी ने डंडों से पीटकर दुकानदार को घायल कर दिया और पीड़ित ने जब दबंग के सामने रहम की दुहाई दी तो आरोपी ने डंडों से और हमला करते हुए जान से मारने की धमकी दे डाली पीड़ित दुकानदार ने घायल अवस्था में कैराना कोतवाली में पहुंचकर आरोपी के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस नें घायल का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद मामले की जांच पड़ताल शुरू करते हुए आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।


आगराः तीन की मौत, 7 नए संक्रमित

आगरा । आगरा में कोरोना पॉजिटिव तीन मरीजों की मौत हुई है, अब तक आगरा में 38 मौत हो चुकी हैं। वहीँ कोरोना के 7 नए मामले आए हैं। कोरोना पॉजिटिव की संख्या 882 हो गई है, मरीज ठीक होकर अपने घर भी जा चुके हैं। अब आगरा में एक्टिव केस 70 रह गए हैं। आगरा के कोरोना संक्रमित दो महिला मरीजों की तबीयत बिगडने पर सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था, वहां उनकी मौत हो गई, एक मरीज की एसएन मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हुई है। इस तरह तीन मौत से कोरोना संक्रमित 38 मरीजों की मौत हो चुकी है।


गुरुवार को कोरोना के 7 नए केस आए। इसमें 95 साल के बुजुर्ग मरीज भी हैं। हरीपर्वत क्षेत्र निवासी बुजुर्ग मरीज को कई दिनों से बुखार था, जांच में कोरोना की पुष्टि हुई है। लेडी लॉयल महिला चिकित्सालय में भर्ती 25 साल की रामबाग निवासी गर्भवती महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। एसएन इमरजेंसी में भर्ती 55 साल के टेढी बगिया निवासी मरीज में कोरोना की पुष्टि हुई है। ताजगंज निवासी 60 साल के मरीज, कागारौल निवासी 22 साल के युवक, सैंया निवासी मरीज की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।


774 मरीज ठीक हो जा चुके हैं घर, 70 मरीज भर्ती
आगरा में कोरोना के केस बढकर 882 पहुंच गए हैं। इसमें से 774 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया, गुरुवार को चार मरीज डिस्चार्ज किए गए। अब आगरा में कोरोना पॉजिटिव 70 मरीज ही भर्ती हैं, इनका एसएन मेडिकल कॉलेज और हिंदुस्तान कॉलेज में इलाज चल रहा है।


दो कंटेनमेंट जोन और बढे
आगरा में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद उस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया जाता है, अभी तक 36 कंटेनमेंट जोन थे, अब इसकी संख्या बढाकर 38 कर दी गई है, अब आगरा में 38 कंटेनमेंट जोन हैं।


बाबरी विध्वंसः 4 जून को बयान दर्ज

लखनऊ। बाबरी मस्जिद विध्वंस की सुनवाई कर रही विशेष सीबीआई अदालत 4 जून को आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 313 के तहत आरोपियों के बयान दर्ज करेगी। अदालत अधिक से अधिक 32 आरोपियों के बयान दर्ज करेगी, जिसमें उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, भाजपा नेता एमएम जोशी, उमा भारती, विनय कटियार, साध्वी ऋतंभरा, साक्षी महाराज, रामविलास वेदांती और बृजभूषण शरण सिंह शामिल हैं।


आडवाणी की उपस्थिति के चलते जोशी और उमा भारती को अगले निर्देश तक छूट प्रदान कर दी गई है और इसके साथ ही लॉकडाउन के दौरान होने वाली कठिनाइयों का हवाला देते हुए अन्य आरोपियों ने भी गुरुवार को अपने लिए छूट की दलील दी है। अदालत के एक अधिकारी ने कहा कि यदि लॉकडाउन बढ़ाया जाता है, तो आरोपी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत के समक्ष पेश होने के लिए कहा जा सकता है। इस सुनवाई से अभियुक्तों को उनकी बेगुनाही को साबित करने का मौका मिलेगा और उनके खिलाफ अभियोजन एजेंसी सीबीआई के नेतृत्व में सबूतों में मौजूद भयावह परिस्थितियों को भी स्पष्ट करने में मदद मिलेगी। इससे पहले, विशेष न्यायाधीश एस के यादव ने अपने आदेश में दर्ज किया था कि सीबीआई ने अपने अभियोजन साक्ष्य को समाप्त कर दिया है और किसी भी अभियोजन साक्ष्य का नेतृत्व नहीं किया गया।


वास्तव में यह अभियोजन साक्ष्य 6 मार्च, 2020 को अपने आप ही पूरा हो गया और अदालत ने चंपत राय, लल्लू सिंह और प्रकाश शर्मा सहित कुछ आरोपियों को धारा 313 सीआरपीसी के तहत बयान दर्ज करने के लिए 24 मार्च को पेश होने के लिए कहा था, लेकिन लॉकडाउन के कारण कोर्ट बंद होने के चलते कार्यवाही नहीं हो सकी। इस बीच, जब 18 मई को अदालत को फिर से खोला गया, तो बचाव पक्ष के वकील ने उन्हें जिरह करने के लिए तीन अभियोजन पक्ष के गवाहों को बुलाने के लिए अर्जी दी। अदालत ने आवेदन को स्वीकारा और बुधवार को कार्यवाही पूरी की गई।


पाकिस्तान के मंसूबों पर फिर पानी फिरा

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में पुलवामा जैसे ही एक और हमले की साजिश विफल रहने की रिपोर्ट के बीच भारत पर निशाना साधने के लिए पाकिस्तान की ओर से संयुक्त राष्ट्र में ‘इस्लामोफािबिया’ पर इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) राजनयिकों का अनौपचारिक समूह बनाने की कोशिश संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और मालदीव ने विफल कर दी।


पाकिस्तान के समाचारपत्र ‘डाॅन’ की रिपोर्ट के मुताबिक यूएई और मालदीव ने पाकिस्तान के इस कदम का यह कहते हुए समर्थन नहीं किया कि केवल विदेशी मंत्री ही ऐसा समूह बना सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक दोनों देशों ने पाकिस्तान के इस कदम को दक्षिण एशिया में धार्मिक सद्भाव के लिए हानिकारक बताते हुए भारत के खिलाफ किसी भी कार्रवाई का समर्थन करने से इनकार कर दिया।


तीन मरीजों के सैंपल खा गए बंदर

मेरठ। क्या बंदर कोविड-19 से संक्रमित हो सकते हैं ? यदि हो गये तो इसका इंसानों पर ​क्या और कितना प्रभाव पड़ेगा ! जी हां, आप सोच रहे होंगे कि हम यह कैसे सवाल कर रहे हैं ? दरअसल, बात यह है कि मेरठ में बंदरों ने जांच को ले जाये जा रहे तीन मरीजों के सैम्पल छीन कर खा लिये हैं। ऐसी ख़बरें मीडिया में आने के बाद हड़कंप मच गया है।
प्राप्ज जानकारी के अनुसार आज से दो—तीन दिन पूर्व मेरठ मेडिकल कालेज को लेकर एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि ऊंचे पेड़ों पर चढ़े बंदर कोरोना सैम्पल किट को चबा रहे हैं। इस संबंध में मेडिकल के प्राचार्य डॉ. एसके गर्ग से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनके पास भी इस तरह का वीडियो आया था, जिसमें कुछ स्पष्ट नहीं हो रहा है। उन्होंने पड़ताल के लिए प्रमुख अधीक्षक डॉ. धीरज बालियान को इसे भेजा था। वहीं डॉ. धीरज बालियान का कहना है कि लैब टेक्नीशियन ने उन्हें यह जानकारी दी थी। बंदर ने स्वास्थ्य कर्मियों से सैंपल छीन ले गए थे। उन्होंने किट फाड़कर सैंपल नष्ट कर दिए थे। बाद में दोबारा मरीजों के सैंपल लिए गए।
उन्होंने बताया कि बंदर पेड़ पर चढ़ गए थे। उसके बाद क्या हुआ यह निश्चित तौर पर नही कहा जा सकता है। अलबत्ता इस तरह का वीडियो वायरल होने के बाद तरह—तरह की चर्चाएं हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यदि बंदर कोविड—19 संक्रमित हुए तो वह इंसानों को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं। चूंकि बंदर पहले तो किसी लॉकडाउन को नही मानेंगे, दूसरा यदि वह किसी इंसान को काट लें तो रक्त के जरिये सीधे वायरस पहुंचा सकते हैं तीसरा एक बंदर यदि दूसरे बंदर तक कोरोना संक्रमण फैला दे तो स्थिति​ भयानक हो सकती हैं। अलबत्ता इस विषय में किसी बड़े अधिकारी ने कोई टिप्पणी नही की है।


तीन राज्यों में वायरस ने जड़े जमाई

नई दिल्ली। देश में महाराष्ट्र, तमिलनाडु और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) ने सबसे ज्यादा कहर बरपाया है तथा अब तक इन तीनों राज्य में इससे 95199 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जो देश में अब तक इस जानलेवा विषाणु से प्रभावित हुई कुल आबादी का 57.42 प्रतिशत हैं। इन तीनों राज्यों में अब तक इस महामारी से 2443 लोगों की जान जा चुकी है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 7466 नये मामले सामने आये हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 165799 पर पहुंच गयी है। देश में इस संक्रमण से कुल 4706 लोगों की मौत हुई है तथा 71106 लोग स्वस्थ हुए हैं।


दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...