रविवार, 17 मई 2020

बंगाल में 400 नर्सों ने दिया इस्तीफा

कोलकाता। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी की चुनौती के बीच पश्चिम बंगाल के अस्पतालों की 400 नर्सें इस्तीफा देकर अपने गृह राज्यों को लौट गई।


 यहां रविवार को प्राप्त रिपोर्टो के अनुसार शनिवार को मणिपुर की 185 नर्से अपने गृह प्रदेश लौट गई जबकि ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों की 186 नर्से अपने राज्यों को चली गई है। ये सभी नर्सें कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न निजी अस्पतालों में सेवाएं दे रही थीं।


नर्सों के सामूहिक इस्तीफे के वास्तविक कारणों को अभी खुलासा नहीं हुआ है। पश्चिम बंगाल सरकार ने इसके कारणों का पता लगाने के लिए केन्द्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। राज्य में कोरोना वायरस से अब तक 232 लोगों की मौत हो चुकी है।


बांग्लादेश की तरफ बढ़ा 'चक्रवर्ती तूफान'

ढाका। बांग्लादेश में रविवार को स्थानीय सतर्कता संकेत संख्या 4 के तूफान की चेतावनी दी। चक्रवात ‘अम्फान’ देश के उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ रहा है। बीडीन्यूज24 ने मौसम वैज्ञानिकों का हवाले देते हुए कहा कि चक्रवाती तूफान धीरे-धीरे तेज हो गया है और भारत में पश्चिम ओडिशा और पश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है।


बांग्लादेश के मौसम विभाग के एक मौसम वैज्ञानिक मोनवर हुसैन ने कहा, “जिस रफ्तार से तूफान आगे बढ़ रहा है, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि तूफान को दो दिनों में तट से टकराने की आशंका है।” बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरा दवाब ने शनिवार को लगभग 9 बजे चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ का रूप लिया।


यह चक्रवात रविवार की सुबह 6 बजे दक्षिण-पूर्व की खाड़ी में केंद्रित था, जो 6 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा रहा है।


आधुनिकीकरण करे सरकार: कांग्रेस

नई दिल्ली। कांग्रेस ने सरकार पर रक्षा क्षेत्र की आर्डिनेंस फैक्ट्री को निजी हाथों में सौपने का आरोप लगाते हुए इस प्रयास को राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ बताया और कहा कि रणनीतिक महत्व के उपक्रम का निजीकरण करने की बजाय उसका आधुनिकीकरण किया जाना चाहिए।


कांग्रेस प्रवक्ता गौरव बल्लभ तथा प्रवीण चक्रवर्ती ने शनिवार को यहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आर्डिनेंस फैक्टरी में निवेश कर उसमें आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल होना चाहिये ताकि उसे समय के अनुकूल ज्यादा प्रतिस्पररधी बनाया जा सके। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कंपनी के निजीकरण का कोई भी प्रयास देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ होगा।


उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित मंत्री निर्मल सीतारमण ने आज जिस आर्थिक पैकेज का जिक्र किया है उसमें प्रवासी मज़दूरों, किसानों तथा आम करदाताओ को रियायत देने की कोई घोषणा नही की गई है। हज़ारो प्रवासी श्रमिक सड़को पर है लेकिन उनकी चिंता नही की गई है।


प्रवक्ताओं ने कहा कि सरकार जिसे 20 लाख करोड़ का पैकेज बात रही है दरअसल वह पुराने पैकेज को नए ढंग से पेश किया जा रहा है और इस पैकेज में कुछ भी नया नही है। उन्होंने सवाल किया कि क्या इस राहत पैकेज से प्रवासी श्रमिकों के खाते में एक पैसा भी जाएगा।


मुंबई: 31097.73 अंक पर टिका सेंसेक्स

मुंबई। सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था में गति लाने के उद्देश्य से 20 लाख करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर भारत अभियान शुरू करने की घोषणा के बावजूद बीते सप्ताह भी शेयर बाजार पर कोरोना वायरस का प्रकोप बना रहा है और अगले सप्ताह भी बाजार में तेजी आने की संभावना बहुत कम दिख रही है। समीक्षाधीन अवधि में बीएसई का सेंसेक्स 1.72 प्रतिशत अर्थात 544.97 अंक टूटकर 31097.73 अंक पर टिका। 


इस दौरान एनएसई का निफ्टी 114.65 अंक अर्थात 1.24 प्रतिशत गिरकर 9136.85 अंक पर रहा। दिग्गज कंपनियों में जहां गिरावट देखी गयी वहीं छोटी और मझौली कंपनियों में लिवाली हुयी। बीएसई का मिडकैप 0.67 प्रतिशत बढ़कर 11500.32 अंक पर और स्मॉलकैप 0.47 प्रतिशत बढ़कर 10688.86 अंक पर रहा।


विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक स्तर पर काेरोना वायरस का प्रभाव का अब भारतीय बाजार पर कम हो रहा है बल्कि घरेलू स्तर पर कोरोना वायरस के मामलों में हो रही बढोतरी से शेयर बाजार पर अधिक दबाव बना है। यहीं कारण है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 20लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के साथ ही कई नियमाें को उदार बनाये जाने के बावजूद भी निवेशधारणा को बल नहीं मिल पर रहा है।


विश्लेषकों ने कहा कि अगले सप्ताह भी शेयर बाजार पर कोरोना वायरस का असर बना रह सकता है क्योंकि अब जहां जहां प्रवासी मजदूर पहुंच रहें वहां संक्रमण के अधिक मामले सामने आने लगे हैं। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले चीन से अधिक हो गये हैं। हालांकि कुछ कंपनियों के तिमाही परिणाम आने से बाजार को कुछ गति मिलने की उम्मीद है।


समस्या को लेकर राज्यो से बात करेंगे केंद्र

नई दिल्ली। देशभर में मजदूरों की स्थिति को लेकर दिल्ली के श्रम मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि केंद्र सरकार को सिस्टम को व्यावहारिक बनाने की जरूरत है। केवल 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान करने से काम नहीं चलेगा। मजदूरों को सीधा फायदा मिलना चाहिए।


गोपाल राय ने कहा, 'केंद्र सरकार गाइडलाइंस तो जारी कर देती है, लेकिन उसकी व्यावहारिकता का अंदाजा नहीं होता। कई राज्य सरकारें मजदूरों के जाने का खर्चा उठा रही हैं और दिल्ली सरकार भी यह खर्च उठा रही है लेकिन केंद्र सरकार को सारा खर्चा वहन करना चाहिए। केंद्र सभी मजदूरों के खर्चे का वहन कर ले, तो काफी समस्या खत्म हो सकती है।'


गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के अंदर तो पहले से ही शेल्टर होम में लोगों को रखा जा रहा है और काफी लोगों को उनके राज्यों में पहुंचाया जा चुका है। दिल्ली की तरफ से व्यवस्था की जा रही है, लेकिन पूरे देश में जो स्थिति दिख रही है, उसका असर दिल्ली पर भी पड़ रहा है। केंद्र को सभी राज्यों के साथ बात करके कोई स्पष्ट नीति बनानी चाहिए ताकि मजदूरों की समस्याएं दूर हों। उन्होंने कहा कि अब दिल्ली में भी कामकाज शुरू होना चाहिए ताकि मजदूरों को रोजगार मिले और उनका पलायन रोका जा सके।


दिल्ली के अंदर तीन तरह से लोगों को रोजगार मिलता है। इंडस्ट्रियल एरिया में रोजगार मिलता है। मार्केट और सर्विस सेक्टर में रोजगार मिलता है। इन चीजों को पटरी पर लाया जाए तो मजदूरों को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।


प्रस्तावः ठीक रहने पर होगे 'एंट्रेंस एग्जाम'

शासन को भेजा प्रस्ताव, स्थिति ठीक रहने पर ही एंट्रेंस एग्जाम होंगे


लखनऊ। डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय इस बार यूजी और पीजी में मेरिट के आधार पर दाखिला लेने का विचार कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, इसका प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। वहां से अप्रूवल मिलते ही आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि अगर हालात काबू में आ गए तो एंट्रेंस एग्जाम भी करवाए भी जा सकते हैं।


मनोज सिंह ठाकुर


सभी को मिलेगा समानता का आधिकार

शिया पीजी कॉलेज में हुए वेबिनार में बोले


प्रो. रवि श्रीवास्तव


लखनऊ। 'वर्तमान दौर पूंजीवादी और नव उदारवाद का है, जिसका आधारभूत ढांचा ही गैर बराबरी का है। हमें कोरोना महामारी से सबक लेना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति बड़ा-छोटा नहीं होता, सभी को समानता का अधिकार मिलना चाहिए।' यह बात प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और जेएनयू के प्रो. रवि श्रीवास्तव ने शिया पीजी कॉलेज में शनिवार को हुए दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार में कही। इसका उद्‌घाटन एलयू के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने किया। वेबीनार का मुख्य विषय ''अवसरों की असमानता और लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियां' था।


पंजाब-चंडीगढ़ बस भेजें सरकारःमाया

नई दिल्ली/लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने रविवार को कहा कि कांग्रेस को अपनी 1000 बसें उत्तरप्रदेश भेजने की बजाय पंजाब और चंडीगढ़ भेजनी चाहिए ताकि प्रवासी मजदूर यमुना नदी के जरिए यात्रा करने की बजाय इन वाहनों से अपने गृह राज्य जा सके। मायावती ने एक ट्वीट श्रृंखला में कहा, “कांग्रेस पार्टी अपनी 1,000 बसें यूपी भेजने के बजाए, उन्हें पहले पंजाब एवं चंडीगढ़ ही भेज दें, ताकि वे पीड़ित श्रमिकगण यमुना नदी में अपनी जान जोखिम में डालने के बजाए सड़क के जरिये सुरक्षित यूपी पहुँच सकें।”


गौरतलब है कि कांग्रेस ने राजस्थान के विभिन्न शहरों से प्रवासी मजदूरों को उत्तरप्रदेश की सीमा तक लाने के लिए 1000 बसें निजी बसें लगाने की घोषणा की है।


पश्चिम बंगालः 400 नर्सों ने दिया इस्तीफा

नई दिल्ली/कोलकाता। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी की चुनौती के बीच पश्चिम बंगाल के अस्पतालों की 400 नर्सें इस्तीफा देकर अपने गृह राज्यों को लौट गई है।यहां रविवार को प्राप्त रिपोर्टो के अनुसार शनिवार को मणिपुर की 185 नर्से अपने गृह प्रदेश लौट गई जबकि ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों की 186 नर्से अपने राज्यों को चली गई है। ये सभी नर्सें कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न निजी अस्पतालों में सेवाएं दे रही थीं।


नर्सों के सामूहिक इस्तीफे के वास्तविक कारणों को अभी खुलासा नहीं हुआ है। पश्चिम बंगाल सरकार ने इसके कारणों का पता लगाने के लिए केन्द्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। राज्य में कोरोना वायरस से अब तक 232 लोगों की मौत हो चुकी है।


हादसाः परिवार के 4 लोगों की मौत, घायल

बड़वानी। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा ग्रामीण थाना क्षेत्र के अंतर्गत आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज बिजासन घाट पर ऑइल से भरे टैंकर और दुपहिया वाहन में भिड़ंत के चलते पति पत्नी और दो बच्चियों की मृत्यु हो गई तथा उनके दो बच्चों समेत चार लोग घायल हो गए। सेंधवा ग्रामीण थाना के नगर निरीक्षक विश्वदीप सिंह परिहार के अनुसार मंदसौर से लिनसीड ऑइल भरकर तमिलनाडु के उडुपी ले जा रहा टैंकर तकनीकी त्रुटि के चलते मध्यप्रदेश महाराज सीमा पर बीजासन से कुछ दूर राष्ट्रीय राजमार्ग के डिवाइडर से टकराकर दूसरी लेन में जाकर पलट गया, जिसके चलते सामने से आ रहा दुपहिया वाहन पर सवार परिवार उसके नीचे दब गया।


घटना में पति, पत्नी और उनकी 5 व 3 वर्ष की पुत्रियों की मृत्यु हो गई तथा 2 माह का पुत्र व 2 वर्ष की पुत्री घायल हो गए। इसके अलावा टैंकर चालक व सहचालक भी घायल हुआ है। उन्हें घटनास्थल से 18 किलोमीटर दूर सेंधवा स्थित शासकीय सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल हताहतों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। घटना के चलते कुछ देर के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवागमन भी बाधित हुआ।


 


महाराष्ट्र गुजरात और तमिलनाडु में बढत

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु में काफी तेजी से पैर पसार रहा है और इन तीनों राज्यों में संक्रमितों की संख्या सर्वाधिक क्रमश: 30706 और 10988 तथा 10585 हो गई है तथा कुल 1834 लोगों की मौत हो चुकी है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार सुबह जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार देश में कोविड-19 से अब तक 90927 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 2872 लोगों की मौत हुई है। वहीं 34109 लोग इस जानलेवा विषाणु से निजात पाने में कामयाब हुए हैं।


किन रास्तों से गुजरेगा 'अम्फान' तूफान

नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग ने बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी और उसके आसपास के क्षेत्र में चक्रवाती तूफान की चेतावनी दी है। विभाग ने कहा कि अगले 12 घंटों के दौरान बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी और पड़ोस में तीव्र चक्रवाती तूफान अम्फान आने की संभावना है ये कल सुबह तक भयानक रूप ले लेगा। बता दें कि ओडिशा में चक्रवाती तूफान की आशंका के मद्देनजर मछुआरों को गहरे समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिणपूर्व में कम दबाव वाला क्षेत्र शनिवार की सुबह अधिक दबाव वाले क्षेत्र में बदल गया और यह ओडिशा के पारादीप से लगभग 1,100 किलोमीटर दूर दक्षिण में केन्द्रित है। इस बीच राज्य सरकार ने 12 तटीय जिलों को सतर्क किया है और जिलाधिकारियों को वहां लोगों को वैकल्पिक स्थानों पर ले जाने के प्रबंध करने के लिए कहा है। भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एच आर विश्वास ने बताया कि अधिक दबाव वाला क्षेत्र के शनिवार की शाम तक एक चक्रवाती तूफान में और फिर बाद के 24 घंटे के दौरान भयंकर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। शुरूआत में इसके 17 मई तक उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने और फिर 18 मई से 20 मई के बीच पश्चिम बंगाल तट पर उत्तरपश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ने की संभावना है। विश्वास ने बताया कि इसके प्रभाव से तटीय ओडिशा में 18 मई की शाम को दूरदराज के क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने और 19 मई को कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है 20 मई को उत्तरी ओडिशा में भारी बारिश होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि मछुआरों को समुद्र में मछली नहीं पकड़ने की सलाह दी गई है।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...