गुरुवार, 16 अप्रैल 2020

राहुल की गरीबों को पैसा देने की मांग

राजकुमार भट्ट


नई दिल्ली/रायपुर। काँग्रेस नेता राहुल गांधी आज वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के ज़रिए देश के लोगों से बात की। राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना से पैदा हुई मुश्किलों से ये देश बहुत बड़ा है। देश ने इससे भी बड़ी-बड़ी मुश्किलें देखीं हैं और निपटा है। भारत कोरोना के संकट से भी पार पा जाएगा।


राहुल ने केंद्र से न्याय योजना की तरह 20% गरीब लोगों को सीधे पैसा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि गरीबों को दिक्कत हो रही है और होने वाली है। इसलिए ये ज़रुरी है। उन्होंने मोदी से कहा कि न्याय योजना की जगह कोई और नाम रख लें। राहुल गांधी ने कहा कि संकट के समय एकजुट रहना है जाति और धर्म के आधार पर हममे बंटवारा हुआ तो दिक्कत होगी। राहुल गांधी ने कहा कि भारत में इस बीमारी से मिडिल ऐज और युवाओ को भी खतरा है क्योंकि यहां वो बड़ी संख्या में शुगर, बीपी और हार्ट की समस्या से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें ये बात बतानी पड़ेगी और इस आबादी के लिए अलग से योजना बनानी पड़ेगी।


राहल गांधी ने कहा कि लॉकडाउन के बाद की रणनीति पर अब ध्यान देना जरूरी है। अब इन बातों पर विचार करना है कि टेस्टिंग, मेडिकल की रणनीति क्या होगी? प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और हॉस्पिटल को कैसे तैयार करेंगे? राहुल ने कहा कि लॉकडाउन के बाद बीमारी बढ़ने की आशंका है इसलिए एक्शन में देरी नहीं होनी चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि बेरोजगारी शुरू हो गई है और इसका बहुत बुरा रूप आने वाला है। केंद्र को।रोजगार देने वाले SMEs और बड़ी कंपनियों के लिए पैकेज तैयार करना चाहिए।


देश के 400 जनपद संक्रमण मुक्त

नई दिल्ली। पूरी दुनियाभर के देशों के साथ भारत में भी कोरोना वायरस का प्रकोप चरम पर है। सरकार इससे लोगों को बचाने में हरसंभव तरीके से लगी है। इसबीच कोरोना के संकट के दौरान एक खुशखबरी भी सामने आई है।


दरअसल, देश में कोरोनावायरस का संकट कायम है। इस बीच गुड न्यूज ये है कि देश के 718 जिलों में से 400 जिले कोरोना के संक्रमण से मुक्त हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने जानकारी देते हुए बताया कि 718 जिलों में से 400 जिले कोरोना मुक्त हैं जहां अभी तक कोरोना पहुंचा नहीं है। सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है कि इन 400 जिलों को कोरोना से दूर रखा जाय व ये वायरस किसी भी तरह से इन जिलों में ना पहुंच पाय।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर खासकर भारत के लिए अगले दो-तीन हफ्ते में बेहद महत्वपूर्ण होने वाले हैंं। सरकार हालात पर पैनी नजर रखे हुए है। हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि कोरोना से संक्रमित जिलों को भी जल्द से जल्द संक्रमण से मुक्त करके कोरोना मुक्त जिलों की संख्या को और बढ़ाया जाय।


चीता हेलीकॉप्टर की आपात लैंडिंग

नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के चीता हेलीकॉप्टर की गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी के बाहरी रिंग रोड पर आपात लैंडिंग हुई। वायु सेना के प्रवक्ता विंग कमांडर इन्द्रनील नंदी के अनुसार हेलीकॉप्टर उस समय हिंडन हवाई अड्डे की ओर लौट रहा था। प्रवक्ता ने कहा, “ हेलीकॉप्टर कोविड-19 के नमूनों को लाने के लिए हिंडन से चंडीगढ़ की ओर जा रहा था। हिंडन से लगभग तीन नाॅटिकल माइल (एनएम) पर हेलीकॉप्टर में अचानक तकनीकी खराबी आयी जिसके बाद राजधानी के बाहरी रिंग रोड राजमार्ग पर हेलीकॉप्टर को सुरक्षित उतार लिया गया।


उन्होेंने कहा कि पायलटों ने बिना समय गंवाये तुरंत सही कार्रवाई की थी। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर को आपात स्थिति में उतारने के दौरान किसी भी संपत्ति को काेई नुकसान नहीं हुआ है। हेलीकाॅप्टर में आई खराबी को ठीक करने के लिए रिकवरी विमान हिंडन से भेजा गया। हेलीकॉप्टर को ठीक करने के बाद उससे तुरंत सुरक्षित रूप से हिंडन वापस लाया गया। इस हेलीकॉप्टर को अपनी डिजाइन की वजह से रडार आसानी से पकड़ नहीं पाता है। करीब पौने तीन घंटे तक उड़ान भरने वाला ये अटैक हेलीकॉप्टर दुश्मन पर जब टूट पड़ता है तो उसकी शामत आ जाती है। इससे दुश्मन के आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप से टैंक तक तबाह किये जा सकते हैं। इससे पहले फरवरी में चीता हेलीकॉप्टर जम्मू के रियासी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। लेकिन दोनों पायलट हेलीकॉप्टर से सुरक्षित बाहर निकल आये थे। उस समय इस हेलीकॉप्टर ने ऊधमपुर से उड़ान भरी थी।


एमपी सरकार देगी मजदूरों को ₹1000

भोपाल। आपदा के बीच मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने एक अहम फैसला किया है। सरकार अन्य राज्यों में फंसे मध्यप्रदेश के मजदूरों के खाते में पैसा जमा कराएगी। शुरुआती तौर पर एक-एक हजार रुपए खाते में डाले जाएंगे। उसके बाद भी अगर जरूरत हुई तो खाते में और राशि भेजी जाएगी। सरकार ने एक और फैसला किया है। इसके अलावा राशन कार्ड धारकों को अब दो महीने का राशन फ्री में दिया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि उन्होंने अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से लॉकडाउन के कारण उनके प्रदेश में रुके मध्यप्रदेश के मजदूरों के रुकने और राशन की व्यवस्था करने के लिए कहा है। प्रदेश के सांसदों और विधायकों से कहा गया है कि उनके क्षेत्र के ऐसे प्रभावित मजदूरों की सूची भेजें। जैसे-जैसे सूची आती जायेगी, नाम आते जाएंगे मजदूरों के खातों में राशि जमा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ हुई बैठक में तय किया है कि प्रदेश में फसल कटाई के बाद मजदूरों के पास काम खत्म हो चुका है।लिहाजा कलेक्टर्स को ऐसे मजदूरों के रुकने और राशन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए जाएं। मजदूरों की व्यवस्था के लिए उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भी चर्चा की है। इसके अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि राशन कार्ड धारकों को इस माह से दो माह के लिए प्रति व्यक्ति 5 किलो राशन नि:शुल्क देने की व्यवस्था की जाए। इसमें एक किलो दाल और गेहूंं-चावल दिया जाएगा। इसके अलावा जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उनके राशन की व्यवस्था की जा रही है।


भारत ने दिया बुद्धिमानी का परिचय

संयुक्त राष्ट्र। कोरोना वायरस की रोकथाम के मद्देनजर भारत द्वारा लागू किए गए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के फैसले का समर्थन करते हुए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा कि आर्थिक कीमत पर लॉकडाउन का यह निर्णय बुद्धिमानी भरा कदम है।


ऑगेर्नाइजेशन के एशिया एंड पैसिफिक डिपार्टमेंट के डायरेक्टर चंगयोंग राई ने बुधवार को एक न्यूज कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “स्लोडाउन के बीच भारत में महामारी का प्रसार हुआ और ऐसे में इसके रिक्वरी की संभावना अधिक अनिश्चित हो जाती है।” आईएमएफ ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की विकास दर के अनुमान को संशोधित कर जनवरी में किए गए 5.8 प्रतिशत से 1.9 प्रतिशत कर दिया, जो पहले अक्टूबर में किए गए 7 प्रतिशत से कम था। राई ने कहा, “कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ भारत की सख्त कार्रवाई आर्थिक गतिविधि में गिरावट का कारण बन सकती है, विकास दर निश्चित रूप से नीचे जाएगी, लेकिन मुझे लगता है कि इस बीमारी के फैलने की दीर्घकालिक क्षति को कम करने के लिए लिया गया यह एक बुद्धिमान भरा और महत्वपूर्ण निर्णय है।”


उन्होंने कहा कि राजकोषीय प्रोत्साहन और साथ ही भारत सरकार और रिजर्व बैंक द्वारा अपनाई गई मॉनेटरी पॉलिसी सही दिशा में है, लेकिन क्या वे पर्याप्त होंगे यह इस बात पर निर्भर करता है कि कन्टेंटमेंट पॉलिसी कैसे अपनाई जाती है और यह कितनी सफल होगी। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत के प्रयास सफल होंगे। हालांकि, ऐसा नहीं होने पर उन्होंने कहा, “लेकिन अगर स्थिति गंभीर होती है, तो मुझे लगता है कि छोटी अवधि में उनके पास अर्थव्यवस्था में मंदी को रोकने के लिए अधिक राजकोषीय और मॉनेटरी पॉलिसी का उपयोग करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।”


दो सगी बहनों के 10 दिन पुराने शव

कानपुर। पनकी थाना क्षेत्र के शिवालिक अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर-14 में दो सगी बहनें मृत पाई गईं। शव दीवार के सहारे टिके थे और गले में दुपट्टे का फंदा था, जो खिड़की से बंधा था। शव आठ से 10 दिन पुराने बताए जा रहे हैं। दरवाजे का अंदर से बंद होना, मौके से मिले कुछ और साक्ष्य आत्महत्या की ओर इशारा कर रहे हैं लेकिन सुसाइड नोट न मिलने की वजह से पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों बिंदुओं पर जांच कर रही है।


कल्याणपुर सीओ अजय कुमार ने बताया कि दिल्ली में बीएसएफ दफ्तर में हेड क्लर्क विकास पांडेय का सी ब्लॉक स्थित अपार्टमेंट में फ्लैट है। मूल रूप से कौशांबी की रहने वाली दो बहनों रेखा शुक्ला (30) और आभा शुक्ला (25) ने विकास का फ्लैट 12 मार्च को किराये पर लिया था। रेखा प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती थी, जबकि आभा घर में ही रहती थी। विकास ने बुधवार को किराया लेने के लिए रेखा के नंबर पर कई बार फोन किया पर नंबर बंद जाता रहा।


इस पर उन्होंने मोहल्ले में ही रहने वाले सोनू नाम के लड़के को फ्लैट पर भेजा। सोनू जब पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद था। खटखटाने के बाद भी नहीं खुला। कुछ देर रुकने के बाद उसे अंदर से बदबू आने का अहसास हुआ। इस पर सोनू ने विकास को जानकारी दी। विकास ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। इस पर पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची तो दोनों के शव दीवार से टिके मिले। पुलिस के मुताबिक दोनों बहनें अनाथ थीं। माता-पिता की उत्तराखंड त्रासदी में मौत हो गई थी और भाई की इसी साल जनवरी में मौत हुई है।


पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्पष्ट होगी घटनाःएसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया घटना खुदकुशी की लग रही है। चूंकि सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, इसलिए कुछ कहना ठीक नहीं होगा। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। गुरुवार को रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पता चल जाएगा। उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।


केवल एक टैबलेट मिला, मोबाइल का पता नहींः फ्लैट मालिक विकास ने बताया था कि उसकी फोन पर रेखा से बातचीत होती थी। पुलिस ने जब छानबीन की तो मौके से कोई मोबाइल बरामद नहीं हुआ। सीओ ने बताया कि टैबलेट मिला है। हो सकता है कि रेखा टैबलेट से ही बात करती हो। पुलिस नंबर की सीडीआर निकाल रही है।


सीआरपीएफ कैंप के पास से मिला बम

पंकज भदौरिया


दंतेवाड़ा। जिले के कोंडासावली कैम्प के नजदीक सीआरपीएफ के जवानों ने 5-5 किलो का दो आईईडी बम बरामद किया है। नक्सलियों ने जवानों को निशाना बनाने कैम्प के पास में ही बम लगा रखा था। लेकिन जवानों ने इनकी साजिश को नाकाम करते हुए बम को डिफ्यूज कर दिया है। घटना अरनपुर थाना क्षेत्र का है, जिसकी पुष्टि CRPF डीआईजी डीएन लाल ने की है।दरअसल कोंडासावली स्थित सीआरपीएफ 231 बटालियन का कैम्प अरनपुर और जगरगुंडा के बीच घने जंगलों में पड़ता है। जहाँ मलंगीर एरिया कमेटी के नक्सलियों और जगरगुंडा इलाके के नक्सली दोनों की पकड़ मजबूत है। नक्सली लगातार बम प्लांट कर जवानों को फंसाने की रणनीति भी बनाते रहते हैं। नक्सलियों ने पेड़ भी गिरा रखा है। इलाके में जवान अब सर्चिंग में लगे हुए है। सेटेलाइट फोन से जवानों ने डीआईजी को सूचना दी है।


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'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...