गुरुवार, 9 अप्रैल 2020

वायरसः कच्चे तेल की घटती मांग

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था पर मंदी के खतरे की आशंकाओं के कारण कच्चे तेल की घटती मांग के बीच तेल बाजार पर वर्चस्व की लड़ाई एक बार फिर तेज हो गई है। तेल निर्यातक देशों के समूह ओपेक द्वारा कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती कर बाजार में संतुलन बनाने के लिए रूस को मनाने में विफल रहने के बाद ओपेक के प्रमुख सदस्य सऊदी अरब ने सस्ते दाम पर तेल बेचने का फैसला लिया, जिसके कारण दाम सोमवार को टूटकर फरवरी 2016 के निचले स्तर पर आ गया। हालांकि जानकार बताते हैं कि तेल के इस खेल में असल किरदार अमेरिका और रूस हैं।


ऊर्जा विशेषज्ञ नरेंद्र तनेजा ने बताया कि तेल के दाम में गिरावट का सबसे ज्यादा असर अमेरिका पर होगा, जिसके शेल से तेल का उत्पादन महंगा होता है। उन्होंने कहा कि तेल बाजार पर वर्चस्व की लड़ाई असल में अमेरिका और रूस के बीच है, क्योंकि रूस में तेल की औसत उत्पादन लागत कम है, जबकि अमेरिका की औसत उत्पादन लागत अधिक है और अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा तेल उत्पादक बनकर उभरा है। उन्होंने बताया कि अमेरिका में शेल से तेल उत्पादन की औसत लागत करीब 40 डॉलर प्रति बैरल है, जबकि रूस में उत्पादन लागत इससे काफी कम है। उन्होंने बताया कि दुनिया में तेल की उत्पादन लागत सबसे कम है, लेकिन अमेरिका में तेल की उत्पादन लागत अधिक होने से वहां के उत्पादकों को तेल के दाम में गिरावट से नुकसान होगा। तनेजा ने कहा, “रूस में तेल के कुंए जमीन और समुद्र दोनों में हैं, जबकि सऊदी अरब में ज्यादातर तेल जमीन से आता है। समुद्र से तेल का उत्पादन महंगा होता है, जबकि जमीन से उत्पादन सस्ता होता है।” केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि तेल बाजार पर वर्चस्व की लड़ाई में असल तकरार अमेरिका और रूस के बीच है, क्योंकि दाम घटने का सबसे बड़ा नुकसान अमेरिका को ही होने वाला है। ऊर्जा विशेषज्ञ बताते हैं कि सऊदी अरब द्वारा तेल की कीमतों को लेकर छेड़ी गई जंग में ओपेक के अन्य सदस्य देशों को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा, जहां तेल की उत्पादन लागत अधिक है। कोरोना वायरस का प्रकोप चीन के बाहर दुनिया के अन्य देशों में फैलने से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर मंदी का खतरा बना हुआ है। चीन तेल का एक बड़ा उपभोक्ता है, जहां कोरोना वायरस ने इस कदर कहर बरपाया है कि वहां के उद्योग-धंधे और परिवहन व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। लिहाजा तेल की मांग घटने और कीमत जंग छिड़ने के कारण सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में पिछले सत्र के मुकाबले 30 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई, जोकि 1991 के खाड़ी युद्ध के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) ब्रेंट क्रूड के मई अनुबंध में पिछले सत्र से 21.69 फीसदी की गिरावट के साथ 35.45 डॉलर पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले ब्रेंट क्रूड का दाम 31.27 डॉलर प्रति बैरल तक गिरा, जोकि 12 फरवरी, 2016 के बाद का सबसे निचला स्तर है जब भाव 30.85 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया था। बता दें कि 11 फरवरी, 2016 को ब्रेंट क्रूड का भाव 29.92 डॉलर प्रति बैरल तक टूटा था। न्यूयॉर्क मर्के टाइल एक्सचेंज यानी नायमैक्स पर अप्रैल डिलीवरी अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) के अनुबंध में 22.65 फीसदी की गिरावट के साथ 31.93 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले डब्ल्यूटीआई का भाव 27.34 डॉलर प्रति बैरल तक गिरा। बता दें कि 11 फरवरी, 2016 को डब्ल्यूटीआई का दाम 26.05 डॉलर प्रति बैरल तक गिरा था। एंजेल ब्रोकिंग के (एनर्जी व करेंसी रिसर्च) के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता ने बताया कि तेल के उत्पादन में कटौती को लेकर ओपेक और रूस के बीच सहमति नहीं बनने के बाद सऊदी ने प्राइस वार छेड़ दिया है। उन्होंने बताया कि मौजूदा परिस्थिति में कच्चे तेल के दाम में और गिरावट देखने को मिल सकती है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम में आई इस गिरावट के कारण भारतीय वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर कच्चे तेल के मार्च अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 762 रुपए यानी 24.12 फीसदी की गिरावट के साथ 2397 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले एमसीएक्स पर कच्चे तेल का दाम 2,151 रुपये प्रति बैरल तक गिरा।


रूस-ब्रिटेन ने चार्टर्ड प्लेन चीन भेजें

बीजिंग। हाल में ब्रिटेन और रूस ने एंटी-महामारी सामग्री का परिवहन करने के लिए चीन में चार्टर प्लेन भेजे। ब्रिटेन ने वर्जिन एयरवेज के माध्यम से और रूस ने सीधे वायु सेना के विमानों का प्रयोग किया है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने कहा कि वर्जिन एयरवेज ने चीन से 300 वेंटिलेटर, 3.3 करोड़ मास्क, तथा 10 लाख जोड़े मेडिकल दस्तानों का परिवहन किया।


इससे पहले रूस ने भी विमान से चीन से चिकित्सा सामग्रियों का परिवहन किया। 21 मार्च को रूस के एएन-124 विमान ने चीन से 2 करोड़ 55 लाख मास्क का परिवहन किया और 24 मार्च को दूसरे रूसी विमान ने चीन से मास्क, परीक्षण अभिकर्मक तथा सुरक्षा कपड़े का परिवहन किया।


1 अप्रैल को एक और रूसी विमान ने एक बार फिर पेइचिंग से चिकित्सा सामग्रियों का परिवहन किया। विश्व में सबसे शक्तिवान विनिर्माण देश होने के नाते चीन चिकित्सा सामग्रियों का केंद्र बना हुआ है। महामारी के बाद चीन ने एंटी-महामारी सामग्रियों के उत्पादन पर जोर दिया है। देश में मास्क की उत्पादन क्षमता प्रति दिन 80 लाख से बढ़कर 40 करोड़ तक जा पहुंची है। अनेक मशहूर कंपनियों ने भी मास्क का उत्पादन करना शुरू किया है।


योगी ने किए सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्णतया सील किये गये हाॅटस्पाट क्षेत्रों को सेक्टरवार विभाजित कर प्रत्येक इलाके में मजिस्ट्रेट की तैनाती किये जाने के निर्देश दिये है। योगी ने गुरूवार को अपने सरकारी आवास पर वरिष्ठ अधिकारियो के साथ राज्य में लागू लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि हाॅटस्पाट क्षेत्रों को सेक्टरवार विभाजित करते हुए प्रत्येक क्षेत्र में मजिस्ट्रेट की तैनाती की जाए।


 उन्होंने सील किए गए क्षेत्रों में सर्विलांस गतिविधियों को बढ़ाए जाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि सील किए गए सभी कोरोना प्रभावित हाॅटस्पाट क्षेत्रों में केवल मेडिकल, सेनिटाइजेशन व डोर स्टेप डिलीवरी टीमों काे आने जाने दिया जाय। हाॅटस्पाट क्षेत्रों में मेडिकल टीम द्वारा घर-घर जाकर गहन स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए। सेनिटाइजेशन टीम द्वारा पूरे इलाके में सघन रूप से स्वच्छता कार्यक्रम संचालित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाॅटस्पाट क्षेत्रों में सभी तरह के प्रतिष्ठान पूर्णतया बन्द रहेंगे। इन इलाकों के निवासियों को आवश्यक वस्तुएं सुलभ कराने के लिए डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था को सुदृढ़ और प्रभावी बनाया जाए। उन्होंने कहा कि सभी राजकीय अस्पतालों एवं मेडिकल काॅलेजों में उपलब्ध वेन्टिलेटर्स का ऑडिट करा लिया जाए। सभी वेन्टिलेटर्स को क्रियाशील स्थिति में रखा जाए। पीपीई किट, इन्फ्रारेड थर्मामीटर, आइसोलेशन बेड, क्वारेंटाइन बेड, सेनिटाइजर, एन-95 मास्क, ट्रिपल लेयर मास्क आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत 15 जिलों के हॉटस्पाट इलाकों को बुधवार आधीरात से पूर्णतया सील कर दिया गया है। जिन जिलों में छह अथवा इससे अधिक कोरोना संक्रमित मरीज पाये गये है, वहां के चुने हुये इलाकों को सील कर सैनीटाइजेशन समेत अन्य एहतियाती कदम उठाये जा रहे है। हाॅटस्पाट के तौर पर चिन्हित आगरा में 22, गाजियाबाद में 12, आगरा में 13, कानपुर में 12, बस्ती में तीन, गौतमबुद्धनगर में 12, वाराणसी में चार, शामली में तीन, मेरठ में सात, बुलंदशहर में तीन, फिरोजाबाद में तीन, सीतापुर में एक, सहारनपुर में चार, महाराजगं में चार इलाके पूरी तरह सील किये गये है। इसके अलावा लखनऊ के आठ इलाकों को बड़े और चार को छोटे हाॅटस्पाट के रूप में चिन्हित किया गया है। इन इलाकों को बुधवार रात 12 बजे से सील कर दिया गया है जो 13,14 अप्रैल की मध्यरात्रि तक जारी रहेगा। इन इलाकों में लोगों को घरों के अंदर रहने के निर्देश दिये गये है। उनकी जरूरत का सामान डोर स्टेप में मुहैया कराया जा रहा है। इन इलाकों में आवागमन पूरी तरह अवरूद्ध किया गया है। राहत कार्य में लगे कर्मचारी और चिकित्साकर्मियों को लाने ले जाने के लिये वाहन की व्यवस्था की गयी है। योगी ने कहा कि राज्य में क्वारेंटाइन किए गए सभी व्यक्तियों से सीएम हेल्प लाइन ‘1076′ के माध्यम से सम्पर्क स्थापित कर उनके कुशलक्षेम की जानकारी ली जाए। घर से बाहर निकलने पर हर व्यक्ति द्वारा फेस कवर/मास्क का प्रयोग अथवा चेहरे को कपड़े, रुमाल, गमछा, दुपट्टा से ढके जाने को अनिवार्य करने सम्बन्धी आदेश एवं हर व्यक्ति ‘आरोग्य सेतु’ मोबाइल ऐप डाउनलोड कर अपने को सुरक्षित रखें, इसका व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। उन्होंने नगर निकायों, पंचायत संस्थाओं, जल निगम, फायर ब्रिगेड तथा अन्य सभी संस्थाओं के वाहनों से प्रदेश के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सघन रूप से स्वच्छता/सेनिटाइजेशन अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। योगी ने कहा कि राज्य में इन उपकरणों का पर्याप्त मात्रा में उत्पादन सुनिश्चित किए जाने के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान जनता को सुविधाएं सुलभ कराने के लिए गठित 11 कमेटियों के अध्यक्ष अपने स्तर पर नियमित समीक्षा करें। इस अवसर पर मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव कुमार मित्तल, अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा श्रीमती रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल तथा संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर समेत कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।


रामानंद रामायण के सुग्रीव का निधन

नई दिल्ली। रामानंद सागर कृत रामायण में सुग्रीव का किरदार निभाने वाले श्याम कलानी का निधन हो गया। रामायण के सुग्रीव यानी ‌श्याम कलानी का निधन 6 अप्रैल को पंचकूला के नजदीक कालका में हो गया।


उनके परिजन के मुताबिक वे लंबे समय से कैंसर से लड़ रहे थे। धारावाहिक में लक्ष्मण बने सुनील लेहरी उन्हें श्रद्धांजलि दी। वहीं रामायण में भगवान राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल ने भी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ट्वीट किया है कि श्याम सुंदर के निधन की ख़बर सुनकर दुखी हूं। उन्होंने रामानंद सागर की रामायण में सुग्रीव का किरदार निभाया था। बहुत अच्छी शख़्सियत और सज्जन व्यक्ति। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। लॉकडाउन की वजह से बीते दिनों रामायण का प्रसारण दोबारा शुरू हुआ। जिसके बाद रामायण ने टीआरपी के मामले में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। रामानंद सागर के पौराणिक धारावाहिक 'रामायण' तीन दशक से अधिक पुराना है। सीरियल में काम करने वाले कलाकार अरुण गोविल (राम), दीपिका (सीता) को लोग भगवान की तरह पूजते थे। इस धारावाहिक में दारा सिंह हनुमान की भूमिका में थे।


बेसहारा गोवंश की सेवा एवं जागरूकता

गोपीचंद


बागपत। बड़ौत में कल्याण भारती सेवा संस्थान के तत्वावधान में बेसहारा गोवंश सेवा का आयोजन किया गया, जिस में संस्थान के प्रबन्ध निदेशक गोपी चन्द सैनी ने बताया कि बेसहारा गोवंश सेवा के माध्यम से संस्थान का प्रयास भारतीय समाज में गोवंश की दयनिय स्थिति पर समाज को जागरूक करना है। क्योंकि आज का स्वार्थी मानव समाज भरतीय संस्कृती में गोवंश के स्थान को भूलता जा रहा है, और भारतीय संस्कृती का पूजनीय गोवंश बेसहारा होकर सड़को, गलियों, चौराहों, कूड़ा स्थलों पर कूड़ा करकट खाकर अपनी भूख मिटाने के लिये मजबूर है। जिससे भारतीय समाज व संस्कृती अपमानित हो रही है, और कोरोना जैसी भयानक महामारी के चलते आज बेसहारा गोवंश की स्थिति ज्यादा खराब हो गयी है। अतः आपात के इस सामाजिक संकट के समय समाज के सक्षम व संवेदनशील व बुद्धिजीवियों का सामाजिक दायित्व है, कि अपनी भूख के साथ-साथ अपने आसपास के बेसहारा पशूओं व भूखे व्यक्तियों के विषय में भी चिंता करें, क्योंकि निष्काम भाव से किया गया कोई भी लोक कल्याणकारी कार्य हजारों लाखों गुणा हो कर कर्ता के पास वापस आता है। गोवंश सेवा का आयोजन संस्थान की ओर से लगभग 6 माह से किया जा रहा है, जिसमें आज के सेवा आयोजन में संस्थान के प्रबन्ध निदेशक गोपी चन्द सैनी के नेतृत्व में बड़ौत नगर के मुख मार्गों पर भूखे गोवंश को हरा चारा खिला कर धर्म लाभ लिया गया, जिसमें प्रमोद कुमार, हेमचंद जैन, चीनू जैन उपस्थित रहें।


सम्मानः सफाई कर्मियों पर पुष्प वर्षा

प्रयागराज। स्थानीय पार्षद ने लोगों के साथ मिलकर अपने इलाकों के उन सफाईकर्मियों को सलाम करते हुए उन पे फूल बरसाकर उनका सम्मान किया और उन्हे सेनेटाइजर, मास्क और सर्टिफिकेट देकर उनका मान बढ़ाया गया। सफाईकर्मियों का इस तरह से फूलों की बरसा से सम्मान होने से सभी गदगद नज़र आए। और सभी ने स्थानीय पार्षद किरन जायसवाल और उनकी पूरी टीम को धन्यवाद दिया। 


पीएम मोदी ने महाकुंभ 2019 के सफल आयोजन के बाद सफाईकर्मियों के पांव धूलकर एक मिसाल पेश की थी जिसके बाद एक बार से कोरोना के चलते लाँकडाउन में जिस तरह से सफाईकर्मी बढ़ी शिद्दत के साथ अपनी जान को जोखिम में डालकर काम को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में उनके ऊपर फूलों की वर्षा व उनकी जय जयकार करके उनके मनोबल को बढ़ाने का काम कीडगंज की पार्षद किरन जायसवाल ने किया जिन्होंने सोशल डिस्टेंश को ध्यान में रखकर सभी को कोरोना के प्रति जागरूक किया और फिर बारी बारी से एक एक करके उनके ऊपर फूलों की बारिश की गई। 
बृजेश केसरवानी


समाजसेवी बांट रहे हैं राहत सामग्री

अतुल त्यागी जिला प्रभारी


घर-घर जाकर बांट रहे राहत सामग्री समाजसेवी संजय पाल धनगर


हापुड़। हापुड़ के विभिन्न संगठन इस लॉक डाउन में आर्थिक रूप से तंगी झेल रहे परिवारों को सहयोग देने वालों की भी कमी नहीं है। समाजसेवी लोग घर-घर जाकर लोगों को राहत सामग्री पहुंचा रहे हैं। आज हापुड के एक समाजसेवी संजय पाल धनकर ने कुछ लोगों को उनके घर पर जाकर राहत सामग्री भेंट की संजय पाल धनगर का कहना है की संकट के इस समय में हमारी जिम्मेदारी बनती है की अपने पडोस में कोई भूखा ना रहे। लाँकडाउन का आज 16 वां दिन है। संजय पाल जी का कहना है की हमें हमारे देश के प्रधानमँत्री जी के दिशानिर्देश का पालन करना है। घर की लक्ष्मण रेखा को हमें पार नही करना है। हमें बस एक ही काम करना है। घर में रहना है सिर्फ घर में ही रहना है और शौशल डिस्टेंस का पालन करना है और साफ सफाई रखनी है।


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...