बुधवार, 1 अप्रैल 2020

संक्रमण में अमेरिका ने चीन को पछाड़ा

वाशिंगटन। दुनिया भर में कोरोना वायरस थमने का नाम नहीं ले रहा है। विश्व भर के 199 देश कोरोना की चपेट में हैं। वहीं अमेरिका में भी कोरोना वायरस का आंतक बढ़ता जा रहा है। चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना का अब सबसे ज्यादा संक्रमण अमेरिका में हो रहा है। यहां कोरोना संक्रमित पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अमेरिका में कोरोना कन्फर्म केस की संख्या 85,000 के पार पहुंच चुकी है। जबकि पूरी दुनिया में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 5 लाख के पार पहुंच गई है।


इटली, स्पेन और अमेरिका में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है। अमेरिका कोरोना संक्रमण के मामले में चीन से आगे निकल गया है। अबतक कोरोना की चपेट में आकर दुनिया में 24,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में अमेरिका में 16,000 लोग कोरोना की चपेट में आ गए हैं और वहां कुल आंकड़ा 85,000 के पार पहुंच चुका है। अमेरिका में पिछले 24 घंटे में 263 लोगों की मौत हुई है, जो एक दिन में अमेरिका में कोरोना से मौत का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इस तरह अमेरिका में गुरुवार तक कुल 1,290 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। जबकि करीब 2,000 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। ऐसे में आने वाले दिनों में अमेरिका में मौत और कन्फर्म केस का संख्या में इजाफा की आशंका बनी हुई है।


इटली में कोरोना का सबसे ज्यादा कहर

रोम। कोरोना का सबसे ज्यादा कहर अब इटली में टूटता दिख रहा है। वहां एक ही दिन में 1000 से ज्यादा लोगों ने कोरोना से पीड़ित होकर दम तोड़ दिया है। वहां मरने वालों की संख्या 9000 पार हो चुकी है। अमेरिका में भी कोरोना पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है और आंकड़ा एक लाख पार कर गया है। अमेरिका से कई गुना ज्यादा आबादी वाले भारत में यदि फैलता है तो बेहद चिंता का विषय हो जाएगा। स्वास्थ्य सुविधाएं हमारे देश में अमेरिका और इटली जैसे उपलब्ध नहीं है उसके बावजूद आत्म अनुशासन और सरकारी सख्ती के कारण कुछ हद तक कोरोना के संक्रमण की गति पर नियंत्रण पाने की कोशिश सफल होती नजर आ रही है। लेकिन इतना काफी नहीं है। कोरोना से बचने के तमाम उपाय बेहद जरूरी है। इटली की हालत बेहद खराब है। यही हाल अमेरिका का भी है। अमेरिका और इटली की तुलना में हमारे देश मे आंकड़े बहुत तेजी से नहीं बढ़ रहे हैं लेकिन फिर भी कल 3 लोगों की मौत और मरीजों की संख्या 834 तक पहुंचना चिंता को बढ़ाने के लिए काफी है।


स्पेनः 24 घंटे में रिकॉर्ड 838 मौत

मेड्रिड। दुनिया भर में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। कोरोना वायरस के कारण स्पेन देश को तबाही की कगार पर पहुंचा दिया है। स्पेन में कोरोना वायरस से अभी तक 6500 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।


स्पेन में कोरोना से 24 घंटे में रिकॉर्ड 838 मौतें दर्ज की गई है। स्पेन ने रविवार को गत 24 घंटों में रिकॉर्ड 838 लोगों की कोरोना के संक्रमण से मौत की पुष्टि की। इसके साथ ही देश में इस संक्रमण से मरने वालों की तादाद 6,528 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि स्पेन में अबतक 78,797 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इस प्रकार देश में 24 घंटे के भीतर संक्रमितों की संख्या में 9.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कोरोना वायरस से इटली के बाद स्पेन दूसरा देश है जहां पर सबसे अधिक मौतें हुई हैं।


महाराष्ट्र में संक्रमितो का आंकड़ा 300

मुंबई। देश में कोरोना वायरस का कहर जारी है। देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। कोरोना वायरस से देश में हाहकार मचा हुआ है। इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन है।


आज लॉक डाउन का आठवां दिन है। देश में कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है। राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 300 के पार पहुंच गया है।महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना वायरस के 18 नए मामले दर्ज किए गए हैं,जिससे कुल आंकड़ा 320 पहुंच गया है। मिली जानकारी के अनुसार खतरनाक कोविड-19 महामारी से अब तक राज्य में 12 लोगों की मौत भी हो चुकी है। स्वास्थ्य अधिकारी ने बुधवार को कहा महाराष्ट्र में मंगलवार रात तक कोविड-19 के 302 मामले थे। आज यानि बुधवार को 18 और लोग इससे संक्रमित पाए गए। राज्य में अब इसके कुल 320 मामले हैं। उन्होंने बताया कि 18 नए मामलों में से 16 मुम्बई और दो पुणे से है। महाराष्ट्र के बाद सबसे अधिक मामले केरल में सामने आए हैं।


यूपी में वायरस ने ले ली दूसरी जान

मेरठ। कोरोना वायरस से संक्रमित 72 साल के वृद्ध की मेरठ में बुधवार को मौत हो गई। एक ही दिन में यूपी में दूसरी मौत हुई है। मेरठ के लाला जी लाजपत राय स्मारक चिकित्सा महाविद्यालय के प्रचार्य आर.सी. गुप्ता ने बताया, “मृतक मेरठ के पहले संक्रमित मरीज इकरामुल हसन के ससुर थे। मृतक की उम्र 72 साल थी। वह 29 मार्च को एडमिट हुए थे।”


मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने बताया, “अभी तक संक्रमित मरीज ऑक्सीजन पर था। लेकिन मंगलवार रात वह 75 फीसदी ऑक्सीजन पर भी सर्वाइव नहीं कर पा रहे थे। देर रात एक बजे मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया। आईसीयू के डॉक्टरों ने लगातार हालात बिगड़ना बताया। बुधवार सुबह आठ बजे से हालात और ज्यादा बिगड़नी शुरू हो गई।”


प्रो. गुप्ता ने बताया कि “इस मरीज के साथ कुछ रिस्क फैक्टर भी था। जैसे मरीज को शुगर भी था और उम्र भी ज्यादा थी। बुधवार सुबह आठ बजे के करीब इनकी हालत ज्यादा खराब हो गई। 11 बजे के करीब अब्दुल अहमद की मौत हो गई।” उन्होंने बताया कि “कोरोनावायरस संक्रमित मरीज की मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार ही होगा। इस बारे कार्रवाई शुरू कर दी गई है। अन्य प्रोटोकॉल का भी पालन किया जा रहा है।”


ज्ञात हो कि 27 मार्च को अमरावती महाराष्ट्र से मेरठ आए एक 50 साल के व्यक्ति में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई थी। 28 मार्च को इसी शख्स की पत्नी और तीन अन्य रिश्तेदारों में भी कोरोना की पुष्टि हुई थी और बाद में 29 मार्च को इसी परिवार के 11 अन्य रिश्तेदारों में भी कोरोना की पुष्टि हुई थी। इन्हीं में से एक कोरोना संक्रमित यह बुजुर्ग भी थे। कोरोना से मेरठ में यह पहली और प्रदेश में दूसरी मौत है। इससे पहले एक मौत गोरखपुर में हो चुकी है।


स्वास्थ्य कर्मी की मौत, मिलेगा एक 1 करोड़

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने कहा है कि कोरोना वायरस ‘कोविड-19′ के संक्रमितों के उपचार में लगे स्वास्थ्य कर्मियों की मौत हो जाने पर उनके परिवार को एक करोड़ रुपये की राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को यह एलान किया।


केजरीवाल ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों के इलाज में जो भी कर्मचारी जुटा है चाहे वह डाॅक्टर, नर्स या सफाई कर्मचारी हो यदि उसकी मौत हो जाती है तो दिल्ली सरकार उसके परिवार को सम्मान के तौर पर एक करोड़ रुपये की राशि देगी।


खौफः डॉक्टर ने काटी गले की नस

पिथौरागढ़- कोरोना वायरस के वहम में सरकारी कर्मचारी ने उठाया यह खौफनाक कदम…

पिथौरागढ़। कहते हैं वहम का कोई इलाज नहीं होता और वहम अंदर से इंसान को कमजोर कर देता है ऐसा ही कुछ पिथौरागढ़ में भी देखने को मिला जब वैश्विक महामारी कोरोनावायरस को लेकर एक सरकारी कर्मचारी ने मन ही मन में भ्रम पाल लिया कि पिछले 3 दिनों से उसके गले में दर्द है तो उसे कोरोना तो नहीं हो गया और इसी वहम ने उसे खुद की जान लेने पर मजबूर कर दिया उसकी हालत अभी गंभीर बताई जा रही है।


गंगोलीहाट पशु अस्पताल में कार्यरत 45 वर्षीय जीवन सिंह ने कोरोना के वहम के चलते धारदार हथियार से अपने गले की नस काट ली। जीवन को पिछले कुछ दिनों से गले में दर्द की शिकायत थी। जीवन मन मे वहम पाले हुए था कि वो कोरोना वायरस के चपेट में है। जिस कारण वो तनाव में चल रहा था। कही उसका परिवार कोरोना के संक्रमण की चपेट में ना आ जाये इस वजह से अवसाद में था। अपने परिवार को संक्रमण के बचाने के लिए जीवन ने खुद को कमरे को बंद कर अपना गला रेत डाला। जीवन को गम्भीर हालत में हायर सेंटर पहुंचाया जा रहा है।


गोरखपुर में वायरस से पहली मौत

लखनऊ। यूपी में कोरोना से पहली मौत हुई है। यह मौत गोरखपुर में हुई है। यहां एक युवक का लंबे समय से सर्दी-जुखाम और फेफड़े के संक्रमण का इलाज चल रहा था। उसका मेडिसिन विभाग के जनरल वार्ड में इलाज चल रहा था।


युवक की मौत के बाद यहां सतर्कता बढ़ा दी गई है। अब सभी डॉक्टर और वार्ड के बाकी मरीजों का भी टेस्ट कराया जा रहा है। बताया जा रहा है कि युवक का काफी दिनों से इलाज चल रहा था। उसकी सेहत में शुरुआत में सुधार हुआ, लेकिन धीरे-धीरे उसकी तबियत खराब होती चली गई। बुधवार को उसकी मौत हो गई।


रेलवे के 25 कर्मचारी क्वॉरेंटाइन भेजे

मुरादाबाद। जंक्शन के 12 और बरेली जंक्शन के 13 रेल कर्मियों को क्वारंटाइन में भेजा गया है। दरअसल एक युवक को कोरोना हुआ था, जिसके बाद युवक की मां और पत्नी भी कोरोना की चपेट में आ गए थे। युवक के पिता लोको पायलट हैं।


बरेली के कोरोना पॉजिटिव युवक के परिवार के पांच सदस्यों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आने से रेलवे में हड़कंप मच गया। संक्रमित युवक के पिता रेलवे में हैं। बताया गया है कि वे विभाग के 27 लोगों के संपर्क में आये जिसकी वजह से सभी लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। रेल प्रशासन ने रेल कर्मी की डयूटी के दौरान संपर्क में आए कर्मियों को मेडिकल टेस्ट कराने को कहा है। इसके बाद मुरादाबाबाद में 12 लोगों का मेडिकल टेस्ट कराया गया। सभी को रेलवे के रेस्ट रूम में क्वारंटाइन करके रखा गया है।


युवक नोएडा की सीज फायर कंपनी में काम करता था। 21 की शाम को बरेली अपने घर लौटा था। अगले दिन उसकी हालत बिगड़ने पर टेस्ट कराया गया जिसमें कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके बाद युवक को क्वारंटाइन कर दिया गया। मगर तब तक पिता समेत घर के अन्य पांच सदस्यों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई। हालांकि युवक का दो साल साल का बेटा इससे मुक्त है। युवक के पिता रेल कर्मचारी है और इस दौरान वे ड्यूटी पर भी गए, जिससे बरेली से मुरादाबाद तक हड़कंप मच गया।


विभाग का कहना है कि 25 मार्च को वह आला हजरत एक्सप्रेस से बरेली गए। वहां दफ्तर और बरेली स्टेशन पर कई लोगों के संपर्क में आए। मंगलवार को युवक के पिता समेत पांच सदस्यों में संक्रमण की पुष्टि से बरेली व मुरादाबाद में रेल कर्मियों की तलाश होने लगी। बरेली में सीसीटीवी खंगाले गए जबकि यहां लॉबी में उस दिन मौजूद सभी रेल कर्मियों का ब्योरा लिया गया। रेल प्रशासन ने बिना देर किए सभी की मेडिकल जांच कराने के आदेश दे दिया है। जानकारों की माने तो मुरादाबाद के 12 और बरेली में 13 लोगों को टेस्ट के बाद रेल विभाग ने क्वारंटाइन कर दिया है और दो कर्मियों से संपर्क किया जा रहा है।


मरकज में शामिल 157 को क्वॉरेंटाइन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा दिल्ली मरकज में शामिल उत्तर प्रदेश के सभी लोगों को क्वॉरेंटाइन करने का आदेश दिया। दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी मरकज में पहुंचे श्रद्धालुओं के द्वारा लापरवाही बरतने से कोरोनावायरस का उत्तर-प्रदेश के कई जिलों में  फैलने का खतरा बढ़ गया है।  जिसको नियंत्रित करने के लिए  सभी जिला अधिकारियों को एवं प्रशासनिक स्तर पर सभी प्रकार की सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं। उत्तर प्रदेश के 157 लोग ऐसे हैं जो उस मरकज में शामिल हुए थे। उनके नाम फोन नंबर और कहां के रहने वाले हैं। लिस्ट के द्वारा जो सरकार द्वारा जारी की गयी है। अगर आपके आसपास इनमे से कोई छिपा हो तो तुरन्त नजदीकी थाने मे सूचना दे।


मरकज से लौटे सभी 93 लोग संक्रमित

नई दिल्ली। दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज से लौटे लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। यहां से लौटे अब तक 93 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। सभी का सैंपल पॉजिटिव निकला है। इसमें से 45 तमिलनाडु, 9 अंडमान और 24 केस दिल्ली के हैं। वहीं, 303 ऐसे लोग हैं जिनमें कोरोना के लक्षण हैं।


इसके अलावा आंध्र प्रदेश से 4 और केस सामने आए हैं जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री मरकज की रही है। विशाखापट्टनम से भी 21 केस सामने आए हैं। वहीं, सरकार ने अब तक 740 लोगों की पहचान की है जो तबलीगी जमात के मरकज में हिस्सा लेने आए थे। उधर, मरकज से लौटे 10 लोगों को गाजियाबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये सभी गाजियाबाद के थाना मसूरी इलाके के मसूरी कस्बे में मिले थे। मरकज से लौटे लोग देश के अलग-अलग हिस्से में मिल रहे हैं जो कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। तेलंगाना में भी 15 लोगों का कोरोना का टेस्ट पॉजिटिव निकला है, जिसके बाद राज्य में मरीजों की संख्या 77 हो गई है।


जमात कार्यकर्ताओं की मेडिकल जांच


मरकज में रहने वाले जमात कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने मेडिकल स्क्रीनिंग के लिए अनुरोध किया। 29 मार्च तक, लगभग 162 जमात कार्यकर्ताओं को चिकित्सकीय रूप से जांचा गया और क्वारनटीन केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया गया।


निजामुद्दीन मरकज मामले में 6 पर केस

नई दिल्ली। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मरकज दिल्ली के चीफ मौलाना साद 28 तारीख से लापता हैं। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।


निज़ामुद्दीन मरकज़ मामले के FIR में इन 6 लोगों का नाम शामिल- मौलाना साद, डॉ. ज़ीशान, मुफ्ती शहज़ाद, एम. सैफी, यूनुस और मोहम्मद सलमान है। मोहम्मद अशरफ का भी नाम निज़ामुद्दीन मरकज़ मामले के FIR में शामिल है। मरकज़ को आज सुबह लगभग 3:30 बजे खाली किया गया। यहां लगभग 2100 लोग थे। इस जगह को खाली करने में 5 दिन लगे।


 


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