शुक्रवार, 27 मार्च 2020

भारतीय सेना का 'ऑपरेशन नमस्ते'

नई दिल्ली। देश पर जब-जब भी संकट आया है, सेना ने सबसे आगे आकर मोर्चा संभाला है और हर संकट से मुक्ति दिलाने में अपनी प्रभावी भूमिका निभाई है। आज जब देश के सामने कोरोना वायरस के महा-संकट से पार पाने की गंभीर चुनौती है तो आर्मी फिर से मोर्चे पर तैनात हो गई है। भारतीय सेना ने कोरोना के खिलाफ ‘ऑपरेशन नमस्ते’ छेड़ दिया है।


आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने ऑपरेशन नमस्ते के बारे में बताते हुए कहा, ‘छुट्टी पर पाबंदी लगाई गई है। 2001 में ऑपरेशन पराक्रम के दौरान 8-10 महीने में कोई छुट्टी पर नहीं गया था। पराक्रम में भी हम विजयी निकले हैं, ऑपरेशन नमस्ते में भी कामयाब रहेंगे।’ आर्मी चीफ के मुताबिक भारतीय सेना की आंतरिक खूबी है कि हम अपने सांगठनिक ढांचे और ट्रेनिंग की बदौलत तरह-तरह की आपातकालीन परिस्थितियों से उबल जाते हैं। हम कोविड-19 से निपटने में भी अपनी इसी क्षमता का इस्तेमाल करेंगे।


उन्होंने कहा, ‘कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सरकार और सामान्य प्रशासन की मदद करना हमारा दायित्व है। बतौर आर्मी चीफ सैन्य बलों को चुस्त-दुरुस्त रखना मेरी जिम्मेदारी है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘देश की रक्षा के लिए हमें खुद को सेफ और फिट रखना काफी महत्वपूर्ण है। इसे ध्यान में रखते हुए हमने पिछले कुछ हफ्तों में 2-3 अडवाइजरी जारी की है।’ आर्मी चीफ ने कहा कि सेना ने पहले भी सभी अभियानों में सफलता पाई थी और ऑपरेशन नमस्ते को भी सफलतापूर्वक अंजाम देगी। सेना की ओर से देशभर में अब तक आठ क्वारेंटाइन सेंटर्स स्थापित किए जा चुके हैं।


सेना की ओर से हेल्प लाइन नंबर भी जारी किया गया है। इसके लिए सेना के साउर्थन कमांड, ईस्टर्न कमांड, वेस्टर्न कमांड, सेंट्रल कमांड, नॉदर्न कमांड, साउथ वेस्टर्न कमांड और दिल्ली हेडक्वॉर्टर में कोरोना हेल्प लाइन सेंटर्स बनाए गए हैं। इसके जरिए कोरोना वायरस की चपेट में आए लोगों की मदद की जाएगी। साथ ही, आम नागरिकों को इस संकट से जुड़ी जानकारियां भी दी जाएंगी। निगरानी और आइसोलेशन की क्षमता बढ़ाई जा रही है।


सभी आर्मी हॉस्पिटलों को छह घंटों की सूचना पर सिर्फ कोविड-19 मरीजों के लिए 45 बेड का आइसोलेशन वार्ड और 10 बेड का आइसीयू वॉर्ड तैयार करने का निर्देश दिया गया है। जिन इलाकों में कोरोना का असर ज्यादा है, वहां के 30 प्रतिशत फिल्ड हॉस्पिटलों को स्टैंडबाय मोड में रखा गया है। क्विक रिएक्शन मेडिकल टीमें गठित होंगी जो सूचना मिलने के छह घंटे के अंदर मरीज को अस्पतालों में पहुंचाने को तैयारी कर लेगी।


दिसंबर 2001 में संसद पर हमले में पाकिस्तान के हाथ होने के कुछ अहम सबूत मिले तो भारत ने उसके खिला ऑपरेशन पराक्रम चलाया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सेना को सीमा की ओर कूच करने का आदेश दिया था और दिसंबर 2001 से जून 2002 तक भारत और पाकिस्तान दोनों देशों की सेना धीरे-धीरे नियंत्रण रेखा (एलओसी) की ओर बढ़ती रही। इसका असर यह हुआ कि पाकिस्तानी सेना ने दबाव में आकर आतंकवादी समूहों को समर्थन देना बंद कर दिया। आर्मी चीफ नरवणे ने इसी का उदाहरण देते हुए बताया कि तब भी सेना के जवान लंबे वक्त तक छुट्टियों पर नहीं गए थे।


कोरोनाः एसबीआई ने लिए बड़े फैसले

नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने कोरोना वायरस के चलते देश में लागू किए गए 21 दिन के लॉकडाउन को देखते हुए बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत बैंक ने अपनी शाखाओं में कामकाज का समय बदल दिया है। सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है।


एसबीआई के प्रबंध निदेशक पी के गुप्ता ने कहा कि उन्होंने राज्य सरकारों के परामर्श से पूरे देश में बैंकिंग सेवाओं के लिए टाइम स्लॉट लागू किए हैं। गुप्ता ने कहा कि कई राज्यों में हमने अपनी शाखा खोलने के समय को सीमित रखा है। कुछ राज्यों में यह सुबह 7 बजे से 10 बजे तक है, जबकि कुछ राज्यों में यह समय सुबह 8 बजे से 11 बजे तक और कुछ राज्यों में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक है। इस बीच एसबीआई की ओर से बैंक शाखाओं में काम कर रहे उसके कर्मचारियों को मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जबकि कतार में कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखी जा रही है। प्रशासन विभाग के लोग वैकल्पिक दिनों में काम कर रहे हैं।


बैंक मोबाइल एटीएम सेवाएं भी चला रहा है ताकि ग्राहक बिना एटीएम शाखाओं में आए आसानी से पैसा निकाल सकें। पीके गुप्ता ने ग्राहकों की सुविधा के लिए बैंक की ओर से चलाए जा रहे एक ऐसे मोबाइल एटीएम का वीडियो भी साझा किया। एसबीआई ने नकदी निकालने के लिए एटीएम का उपयोग करने वाले सभी बैंक ग्राहकों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने को लेकर 7 टिप्स भी साझा किए हैं। एसबीआई के अलावा एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, स्टैंडर्ड चार्टर्ड, सिंडिकेट बैंक, इंडियन बैंक और अन्य कई बैंकों ने देश में कोरोना वारयर सके बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अपनी शाखाओं के परिचालन के समय में संशोधन किया है। साथ ही गैर जरूरी बैंकिंग सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है।


बैंकिंग सेवाओं जैसे पासबुक अपडेट, काउंटर चेक संग्रह प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। सभी बैंकों ने अपने ग्राहकों से अपनी बैंकिंग आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिजिटल और ऑनलाइन माध्यमों का उपयोग करने का आग्रह किया है। नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने भी भारतीय नागरिकों से सामाजिक संपर्क को कम करने के लिए डिजिटल भुगतान का उपयोग करने का आग्रह किया है। एनपीसीआई के एमडी और सीईओ दिलीप असबे ने कहा कि वर्तमान लॉक-डाउन की स्थिति में हम सभी नागरिकों से घर पर रहने का अनुरोध करते हैं। हम सभी सेवा प्रदाताओं और उपभोक्ताओं को डिजिटल भुगतान के तरीकों का इस्तेमाल करने का आग्रह भी करते हैं।


हाई रेट में पुलिस की लाठी हुई तेज

तौबा मेरे तौबा पिटाई क्या बताऊँ ?
क्या क्या हुआ इनके उनके साथ रे !
मिर्जापुर। लाकडाउन में टेम्परामेंट डाउन की अनेकानेक कहानियाँ पिछले 48 घण्टे में सुनने को मिलीं । ड्यूटीरत सिपाही-दरोगा का टेम्परामेंट जो डाउन हुआ है तो उनकी जुबान और साथ ड्यूटीमें लगे सिपाही ही नहीं होमगार्डों की लाठी की चोट हाई है । हाई में वीआईपी शामिल हैं तो जरूरत के सामानों के रेट भी हाई है । इसी हाई-लो बोल्टेज में लाकडाउन चल रहा है ।
संकटमोचनपर बैठे शराफत के दुश्मन---
लाकडाउन में नगर के संकटमोचन मंदिर से दुर्व्यहार की खबरें ज्यादा मिलीं । यहां गुरुवार को नगरपालिका के जलकल के एक आपरेटर को तब ठोक दिया, जब वह DM के आदेश पर सड़कों पर दवायुक्त पानी के छिड़काव के लिए सिटी मजिस्ट्रेट के यहां पास लेने जा रहा था । पास न होने से अनेक ट्यूबबेलों पर ड्यूटी दे रहे आपरेटर पुलिस के गाली-गलौज के शिकार हुए । तिवराने टोला में भी ट्यूबबेल चलाने जा रहे आपरेटर को पुलिस ने हड़काया । इसके अलावा संकटमोचन पर कतिपय मीडियाकर्मियों के साथ भी बदसलूकी की बातें सुनने को मिली लेकिन परिस्थितियों को देखकर मीडियाकर्मी ने मामले को तूल नहीं दिया ।


निर्देश देते होमगार्ड---
सिटी कोतवाली के पास कतिपय होमगार्ड एक चाय की दुकान खुलवाए थे । चाय पी रहे थे तभी एक पत्रकार ने जब फोटो खींच लिया तब उसी में से एक होमगार्ड चिल्लाकर बोला-'ऐ पत्रकार साहब, इधर आइए ।  चाय पीते फोटो मत लीजिए । हम लोगों ने थाने के कतिपय कर्मियों के लिए दुकान खुलवा रखा है ।' इस प्रकार पहलीबार होमगार्ड भी आदेशात्मक मूड में दिखाई पड़े ।
 वीआईपीसुन नहीं रहे---
सर्वाधिक दिक्कत कुछ बीमार लोगों की रही । जिनको गम्भीर बीमारी के लिए वाराणसी जाना था । ADM से सम्पर्क करने पर उन्होंने तो भरोसा दिया और सिटी मजिस्ट्रेट से पास लेने का सुझाव दिया लेकिन सिटी मजिस्ट्रेट से आधे पर ही फोन कट गया फिर लगा नहीं । इस तरह और भी कई बीमारों की स्थिति सुनने को मिली ।
 गांवों की स्थिति---
गांवों में यदि कोई देश के ही किसी हिस्से से अपने घर किसी प्रकार लौट रहा है तो बमचक मच जा रहा है । लौटा व्यक्ति कह रहा है कि वह स्वस्थ है जबकि उसके परिवार के विरोधी पुलिस को फोन कर दे रहे हैं । कतिपय लोग इसे गांव की सतर्कता कह रहे हैं तो कुछ लोग आपसी मनमुटाव का परिणाम बताते सुने गए ।
अर्धनारी श्वररूप--
घर से बाहर निकलने पर प्रतिबन्ध के चलते बहुत से घरों में पुरुष वर्ग महिलाओं के जिम्मे वाला काम करते सुने गए । कोई किचेन में बैठकर सब्जी काट रहा है, तो कोई झाड़ू लगा रहा है । दाई न आने से कोई बर्तन माँज रहा तो कोई कपड़ा साफ कर रहा है । इस प्रकार 'समय बिताने के लिए करना है कुछ काम' की स्थिति है । कहा जाए तो पुरुष आधे नारी रूप में आ गया है ।
 बड़े ऑफिसरों पर बोझ ज्यादा--
मंडल के तीनों जनपदों की निगरानी के लिए कमिश्नर एवं आईजी तथा जिले पर डीएम, एसपी रात दिन दौड़ते नजर आ रहे हैं । एक पैर कहीं तो दूसरा पैर कहीं की हालत है। अतः अपने अपने क्षेत्र में संजीदगी से लोग ड्यूटी दें तो लाकडाउन के लिए नागरिक धीरे धीरे अभ्यस्त होते दिख रहे हैं ।



-सलिल पांडेय


चौकी प्रभारी ने कराया भूखों को भोजन

बजरडीहा में चौकीप्रभारी अजय प्रताप यादव ने बटवाया भूखो को भोजन
वाराणसी। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र भेलूपुर थाना के बजरडीहा में विभिन्न प्रदेशो से जीविकोपार्जन के लिए आये सैकड़ो गरीब व निर्धन परिवारों की लाकडाउन होने के कारण रोजी-रोटी अधर में पड़ गयी जिसके कारण लाकडाउन के पांचवें दिन दिहाड़ी मजदूरो के सम्मुख भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी। तेज तर्रार चौकी प्रभारी बजरडीहा अजय कुमार यादव को जब पता चला तो आनन-फानन में उपनिरीक्षक धनन्जय यादव व अपने मातहतो के साथ भूख से जूझ रहे दर्जनो निर्धन व गरीब परिवारों को तत्काल भोजन का प्रबन्ध किया और अपने मातहतो के साथ बजरडीहा के विभिन्न क्षेत्रो में भूख से पीड़ितो को भोजन बटवाते हुए नसीहत दिया कि सरकार आपके सुरक्षा के लिए लाकडाउन जैसा निर्णय लिया है, जिससे किसी को घबराने या भयभीत होने की आवश्यकता नही है। सभी लोग संयम से आपस में सामन्जस्य बनाकर साफ सुथरे ढंग से रहे और मास्क का प्रयोग करें, अनावश्यक घरो से बाहर न निकले। उन्होने आश्वासन दिया कि सम्भव प्रयास कर भूखो को भोजन की कमी महसूस नही होने दिया जायेगा। समय-समय पर किसी न किसी तरीके से भोजन का प्रबन्ध होता रहेगा। भोजन पाकर गरीब व निर्धन परिवारो ने स्थानीय पुलिस की कार्यशैली को खूब सराहा, जिसकी पूरे दिन क्षेत्र में जबरदस्त चर्चा रही।


अलीगढ़ प्रशासन द्वारा गरीबों की मदद

अन्नू सोनी


अलीगढ़ में प्रशासन लॉक डाउन के चलते कर रही घरों तक खाद्य पदार्थों की आपूर्ति की पूर्तिती। जनता से अपील है कि बाजारों में दिए समय को भीड़ न लगाकर उस समय का ऐसे पीड़ित व लाचार परिवारों की सहायतार्थ समय का उपयोग करें व समाज सेवा करें।



अलीगढ़। थाना सासनीगेट क्षेत्र के कबीर नगर में एक महिला का परिवार चार दिन से भूख से बेहाल थी। तब उस महिला ने 112 नम्बर पर पुलिस को कॉल कर अपने घर की स्तिथि का हाल बताया और पुलिस द्वारा सहायता का लिए निवेदन किया। महिला के घर जाकर पला चौकी इंचार्ज सतीश कुमार ने अपने साथी पुलिसकर्मियों के साथ जाकर खाद्य वस्तुएं देकर सहायता पहुँचायी।
सबसे बड़ा सवाल यहाँ इस बात का है कि क्यों हर इंसान को पुलिस प्रशासन की सहायता की जरूरत पड़ रही है क्यों पुलिसकर्मियों को ही हर बात के लिए जिम्मेदार बनाया जाता है क्या आम जनता की कोई जिम्मेदारी नहीं जनता कर्फ़्यू व लॉक डाउन तोड़ने पर आमादा जनता बस नियम तोड़ने के लिए ही उतारू है क्या इस तरह की समस्याओं को हल करने के लिए उनकी कोई जिम्मेदारी नहीँ जनता से अपील है कि पुलिस प्रशासन आपकी हर सुरक्षा को लेकर पूरी तरह लगा हुआ है इस समय हालात इतने खराब है कि पुलिस प्रशासन के लिए हर जगह एक समस्या मुँह उबाये खड़ी है कृपया धैर्य बनाये रखकर पुलिस विभाग की सहायता करें न कि उनपर ही निशाना साधे।
जनता से अपील है कि बाजारों में दिए समय को भीड़ न लगाकर उस समय का ऐसे पीड़ित व लाचार परिवारों की सहायतार्थ समय का उपयोग करें व समाज सेवा करें।


1 लाख का दान, फैंस ने सुनाई खरी-खोटी

नई दिल्ली। देश में कोरोनावायरस से निपटने में सरकार के साथ साथ उद्योगपति, खिलाड़ी और हर खासोआम आदमी अपने अपने तरीके से लगा है। इस बीच मदद के नाम पर क्रिकेट खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी ने ऐसा काम किया कि लोगों के साथ साथ अपने फैंस के गुस्से का शिकार हो गए।
दरअसल, कोरोनावायरस जैसी आपदा से निपटने के लिए देश के अमीर तबके ने अपने खजाने खोल दिये हैं। क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने इस आपदा के पीड़ितों के लिए पचास लाख की रकम देने का ऐलान किया है तो कई उद्योगपतियों ने करोड़ों की मदद दे डाली है। ऐसे में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मदद के नाम पर शर्मनाक कारनामा किया है।
धोनी ने पुणे के दिहाड़ी मजदूरों के लिए एक लाख रुपये दान देने की घोषणा की। उनकी इस आर्थिक मदद की घोषणा के बाद उनके फैंस सोशल मीडिया पर भड़क गए। लोगों ने धोनी को सोशल मीडिया पर जमकर खरी खोटी सुनाई।  फैंस ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सालाना 800 करोड़ रुपये कमाने वाले धोनी मदद के नाम पर सिर्फ एक लाख रुपये की मदद कर भद्दा मजाक कर रहे हैं। इससे बेहतर था कि वो मदद ही नहीं करते। धोनी इस शर्मनाक कारनामे की वजह से सोशल मीडिया पर खूब खरी खोटी सुन रहे हैं।


आईसीसी ने सभी टूर्नामेंट किए स्थगित

नई दिल्ली। कोरोना वायरस को लेकर जहां पूरी दुनिया में अफरा तफरी मची हुई है तो वहीं दूसरी ओर खेल जगत में भी इसका खासा असर पड़ा है, दुनिया भर के छोटे से लेकर बड़े टूर्नामेंट इस खतरनाक महामारी के चलते या तो रद्द कर दिए गए हैं या फिर स्थगित कर दिए गए हैं। आईपीएल को लेकर पहले ही बीसीसीआई पशोपेश में है कि आखिर वो करे तो करे क्या और जिस तरह से हालात अभी देश में दिख रहे हैं उसे देखते हुए तो यही लग रहा है कि आईपीएल सीजन-13 को कहीं रद्द न कना पड़ जाए।


इस बीच आईसीसी ने अब बड़ा फैसला कर लिया है, और कोरोना वायरस के इस कहर को देखते हुए 30 जून से पहले होने वाले अपने सभी क्लीफाइंग टूर्नामेंट को स्थगित कर दिया है। आईसीसी के टूर्नामेंट प्रमुख क्रिस टेटली ने कहा है कि दुनिया भर में ट्रेवल को लेकर पाबंदियों और मौजूदा माहौल में सेहत को लेकर चिंताओं को देखते हुए आईसीसी ने आगामी समीक्षा तक जून के आखिर तक सारे टूर्नामेंट स्थगित करने का फैसला किया है। उन्होंने आगे कहा कि खिलाड़ियों, अधिकारियों, स्टाप और प्रशंसकों की सेहत और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, हमें सभी संबंधित पक्षों के हितों को ध्यान में ऱखकर फैसला लेना है। हमारा मानना है कि ये समझदारी भरा फैसला लेने का समय है।


वाहन खाई में गिरा 6 की मौत, 4 घायल

देहरादून। उत्तराखंड के टिहरी जनपद में शुक्रवार को एक वाहन के गहरी खाई में गिरने से उसमें सवार तीन महिलाओं सहित छह लोगों की मौत हो गई और चार गम्भीर रूप से घायल हो गये। टिहरी के जिला आपदा परिचालन केंद्र प्रभारी एस.के. भट्ट ने बताया कि ज्वारना-बंगियाल मोटर मार्ग पर देवीधार के पास एक वाहन लगभग 300 मीटर गहरी खाई में गिर गया।


इस हादसे में फूलचंद पाल (42) पुत्र सब्बल, निवासी ग्राम नेरी, गुड्डी देवी (36) पत्नी रमेशी, पार्वती देवी पत्नी केसर सिंह दोनों ग्राम बरनू निवासी, नत्थे सिंह (60) पुत्र दयालु, ग्राम तिरोहन, क्वांरा देवी (65) पत्नी इंदर सिंह, ग्राम तिरोहन और बीर सिंह (60) पुत्र मंगल सिंह, निवासी ग्राम डांग की घटनास्थल पर मौत हो गई। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।


ऑनलाइन बिजली बिल पर शुल्क नहीं

लखनऊ। बिजली बिलों के ऑनलाइन भुगतान पर उपभोक्ताओं को अब किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा। कोरोना लॉकडाउन को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशों के अनुक्रम में यूपीपीसीएल ने उपभोक्ताओं के हित में नए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं।


अभी तक डेबिट व क्रेडिट कार्ड के जरिये भुगतान पर बैंकिंग कंपनियों द्वारा शुल्क लिया जा रहा था। अब इस शुल्क का भुगतान यूपीपीसीएल करेगा। विद्युत उपभोक्ता अपने बिलों का ऑनलाइन भुगतान ई-निवारण ऐप के जरिये कर सकते हैं। इसे गूगल प्ले स्टोर डाउनलोड किया जा सकता है। किसी भी कठिनाई पर उपभोक्ता हेल्पलाइन 1912 पर फोन कर समस्या का समाधान पा सकते हैं। उपभोक्ताओं को एसएमएस द्वारा भी बिलों के भुगतान का लिंक साझा किया जा रहा है। विषम परिस्थितियों में भी कारपोरेशन उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए प्रयासरत है।कारपोरेशन उपभोक्ताओं से अपील भी करता है कि वह अपना बिल ऑनलाइन माध्यमों के जरिये जमा करें जिससे विद्युत उत्पादकों का ससमय भुगतान किया जा सके।


3 बच्चों को कुएं में फेंका, 2 की मौत

सोनभद्र। उत्तर प्रदेश में सोनभद्र जिले के बीजपुर थाना क्षेत्र में बुधवार रात एक मानसिक बीमार महिला ने अपने तीन मासूम बच्चों को कथित रूप से कुंए में फेंक दिया। इनमें दो बच्चों की मौत हो गई है। बीजपुर के थाना प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) श्यामबहादुर यादव ने गुरुवार को बताया कि पिंडारी गांव पंचायत के कोहरमरा टोला निवासी मानसिक बीमार महिला देवंती देवी बुधवार रात करीब 10 बजे अपने तीन बच्चों अन्नू (6) अनुज (3) और दीपांशु (1) को घर से कुछ दूरी पर बने कुंए में फेंक दिया और बच्चों के कुंए में गिरने की अफवाह फैलाकर गांव से फरार हो गई है।


उन्होंने बताया, “ग्रामीणों की मदद से तीनों बच्चों को कुंए से बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने अनुज और दीपांशु को मृत घोषित कर दिया और प्राथमिक उपचार के बाद अन्नू को घर भेज दिए हैं।” उन्होंने बताया, “महिला मानसिक रूप से बीमार बताई जा रही है। महिला का पति विजय चेन्नई में एक निजी कंपनी में काम करता है और महिला घर में अपने बुजुर्ग सास-ससुर व बच्चों संग रहती है।” यादव ने बताया कि इस संबंध में महिला के खिलाफ एक मुकदमा दर्जकर दोनों बच्चों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे गए हैं, फरार महिला की तलाश की जा रही है।


हरियाणा में शराब के ठेके हुए बंद

चंडीगढ़। हरियाणा में शराब के सभी ठेके शुक्रवार से बंद रहेंगे। कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में जारी लॉकडाउन के बावजूद हरियाणा में शराब के ठेके अभी तक लगातार खुले रहे। हरियाणा के सभी जिलों में लॉकडाउन घोषित किया जा चुका है। लेकिन यहां शराब की दुकानों को खोलने की इजाजत दी गई थी।


हालांकि, अब सरकार ने शराब के ठेकों को बंद करने का आदेश जारी किया है। हरियाणा सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हरियाणा सरकार द्वारा दिए गए आदेश के मुताबिक शराब के सभी ठेके गुरुवार रात 12 बजे के बाद नहीं खोले जा सकेंगे, इसके बाद शराब के ठेके खोलने वाले दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।” इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्य हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, रोहतक सहित सभी जिलों में शराब की दुकाने खुली थीं। प्रधानमंत्री ने 24 मार्च की रात को देश में 21 के दिन के लॉकडाउन का ऐलान करते हुए यह स्पष्ट किया था कि इस दौरान सिर्फ आवश्यवक वस्तुओं और सेवाओं से संबंधित लोग ही घरों से बाहर निकल सकेंगे। इन आवश्यक वस्तुओं में राशन, दूध, दवा, सब्जी आदि शामिल की गई हैं और शराब के ठेके इसमें शामिल नहीं हैं। इसके बावजूद यहां शराब की दुकाने खुलना हैरान करने वाला है। हालांकि, हरियाणा में सभी पब, बीयर बार, रेस्टोरेंट्स बंद हैं। कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने हरियाणा में शराब के ठेके खुले रखने पर कहा, “प्रधानमंत्री जी के 21 के लॉकडाउन अनुरोध का पूर्ण पालन कराने की बजाय हरियाणा की सरकार शराब के ठेको को खोलकर जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही है। आखिर किसकी शह पर शराब के ठेके खुले हुए हैं? सरकार के जिम्मेदार लोग निजी स्वार्थ-धन लोलुपता से ऊपर उठकर देशहित मे काम करें।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...