गुरुवार, 26 मार्च 2020

तरह-तरह की परेशानी आई सामने

लखनऊ। देश में जारी लॉकडाउन के दौरान लोगों को तरह-तरह की परेशानी उठानी पड़ रही है। कई लोगों के भूखे रहने की भी सूचनाएं मिल रही है। कई लोग सख्त कार्रवाई और बंदिशों से घबराए हुए भी है। इमरजेंसी नंबर यूपी 112 पर बुधवार दोपहर तक 1100 से अधिक फोन कॉल सिर्फ कालाबाजारी को लेकर आ चुकी हैं। इसमें सबसे अधिक शिकायतें लखनऊ और नोएडा से हैं।


एडीजी यूपी 112 असीम अरुण ने बताया कि यूपी में लॉकडाउन 23 मार्च से लागू है। पहले दिन जिन 16 जिलों में लॉकडाउन था वहां से 75 लोगों ने कालाबाजारी की शिकायत की थी। दूसरे दिन यह आंकड़ा 350 से अधिक रहा और बुधवार को यह आंकड़ा 700 के करीब पहुंच गया।


उन्होंने बताया कि लगातार लोग जरूरत के सामान को महंगा बेचने की शिकायत कर रहे हैं। फिलहाल मौके पर पुलिस पहुंच कर लोगों को समझा रही है और लोगों से एमआरपी से अधिक रेट पर सामान न बेचने को कह रही है। वहीं, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी का कहना है कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती की जाएगी और रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी।


सऊदी से आई महिला, 8 को संक्रमण

नई दिल्ली। दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक के एक डॉक्टर समेत 5 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं। ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि क्या दिल्ली के मोहल्ला क्लनिक से कोरोना फैला? सऊदी से आई एक महिला मोहल्ला क्लनिक के डॉक्टर से मिली और यह वायरस डॉक्टर, उनकी पत्नी और बेटी समेत कुल 8 लोगों को संक्रमित कर गया।


आजतक से बातचीत में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने माना कि इस मामले में 900 लोगों को निगरानी में रखा गया है। इन लोगों को क्वारनटीन में रखा गया है। बता दें कि गुरुवार दोपहर तक दिल्ली में कोरोना के कुल 35 मामले सामने आ चुके हैं। जैन ने बताया कि सऊदी से आई महिला के संपर्क में आने के बाद डॉक्टर की 12 मार्च को तबीयत खराब हुई। डॉक्टर फिलहाल अस्पताल में हैं और आईसीयू से बाहर आ चुके हैं।


सपा ने 50 करोड़ का सहयोग किया

संतकबीरनगर। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक अब्दुल कलाम ने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सहित सपा के नेताओ ने 50 करोड़ रूपये आर्थिक सहायता भारत सरकार को दिया है। श्री कलाम बृहस्पतिवार को अपने आवास पर मीडिया से वार्ता करते हुए उक्त बातें कही। उन्होने कहा कि कोरोना वायरस महामारी बीमारी से देशवासी बचाव करें लाॅक डाउन में हिस्सा ले। उन्होने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई देते हुए उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि देशवासियो के लिए उन्होने जो 21 दिन लाॅक डाउन का निर्णय लिया है। उसका वह सम्मान करते है लेकिन जनता की सुख सुविधाओ के लिए व्यापक स्तर पर व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होने कहा कि पूरा विश्व परेशान है लेकिन दुर्भाग्य यह है कि लाॅक डाउन का उल्लघन स्वंय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर रहे है। पिछले दिनो उन्होने अयोध्या में राम लला का शिला पूजन किया जिसमें सैकड़ो की भीड़ दिखाई दे रही थी कही भी दूरी नही दिखी। जब खुशहाली रहता है तब ईश्वर भी प्रसन्न रहता है प्रधानमंत्री को इस पर कार्यवाही करनी चाहिए। उन्होने कहा कि जनता के पास राशन नही है पशुओ को खिलाने के लिए चारा नही है। आम नागरिक भूखा रहने पर मजबूर है। मुख्यमंत्री को इंसानियत दिखाते हुए सबसे पहले जनता जनार्दन की सेवा करनी चाहिए। शिलान्यास की प्रक्रिया बाद में भी हो सकती थी। लाॅक डाउन के समय वह चुनाव की तैयारी कर रहे है जो बहुत ही निन्दनीय है। उन्होने कहा कि वर्तमान समय में कोरोना वायरस से निपटने के लिए मुख्यमंत्री के रूप में अखिलेश यादव को रहना चाहिए। समाजवादी पार्टी ने यह बता दिया है कि जनता के लिए अखिलेश यादव ही है। समाजवादी पार्टी ने 50 करोड़ रूपये आर्थिक दान देकर देशहित में कार्य किया है। पूर्व विधायक अब्दुल कलाम ने कहा कि आज किसा़न भूखा है गांव की जनता परेशान है। लाॅक डाउन के समय जनता के लिए महत्वपूर्ण सुविधाए होनी चाहिए जब देश बचेगा जनता बचेगी तब मन्दिर, मस्जिद, गुरूद्वारा व चर्च रहेगा। उन्होने कहा कि रिक्शा, ठेला चालक परेशान है पाबन्दी लगनी चाहिए लेकिन इसके साथ उसके लिए प्रबन्ध किया जाय।


अमेरिका में 700 की मौत, 54000 संक्रमित

वाशिंगटन। अमेरिका में कोरोना वायरस के एक दिन में ही करीब 10,000 मामले सामने आए हैं जबकि 150 अमेरिकियों ने इस संक्रमण से अपनी जान गंवा दी है। वहीं, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 12 अप्रैल यानी ईस्टर तक देश की अर्थव्यवस्था के पटरी पर आने की उम्मीद जताई है। लाखों अमेरिकियों के लॉकडाउन होने, नेशनल गार्ड और सैन्य बलों की कई राज्यों में तैनाती के बावजूद न्यूयॉर्क में ही कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई और मंगलवार को कम से कम 5,000 नए मामले सामने आए। न्यूयॉर्क में अभी तक कोविड-19 के 25,000 से अधिक मामले सामने आए हैं और 210 लोगों की मौत हो चुकी है।


विड-19 के मामलों की जानकारी देने वाली वेबसाइट वर्ल्डोमीटर के अनुसार, अकेले मंगलवार को देशभर में संक्रमण के करीब 10,000 नए मामले सामने आए जिससे कोरोना वायरस के मामलों की कुल संख्या करीब 54,000 पहुंच गई जबकि एक ही दिन में 150 लोगों की मौत से मृतकों की कुल संख्या करीब 700 पर हो गई। न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी के अलावा कैलिफोर्निया, मिशिगन, इलिनोइस और फ्लोरिडा भी कोरोना वायरस के केंद्र बन चुके हैं। हालांकि इस बीमारी की चपेट में सबसे पहले आए वाशिंगटन राज्य में कोई नया मामला या मौत की खबर नहीं आई है।
ट्रम्प ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि करीब तीन हफ्तों यानी ईस्टर तक स्थिति सामान्य हो जाएगी। ईस्टर 12 अप्रैल को है। राष्ट्रपति ने कहा, ”मैं हर किसी को सामाजिक दूरी बनाने, बड़ी संख्या में एकत्रित होने से बचने, हाथ धोने और अन्य चीजों का पालन करने के लिए प्रेरित करना चाहता हूं। अंतत: हमारा लक्ष्य दिशा निर्देशों में ढील देना और देश के बड़े वर्ग के लिए चीजें सामान्य करना है।ÓÓ उन्होंने कहा, ”मुझे उम्मीद है कि हम ईस्टर तक यह कर सकते हैं। मुझे लगता है कि यह हमारे देश के लिए बड़ी चीज होगी और हम इसे सच्चाई में बदलने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।ÓÓ साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि कांग्रेस दो हजार अरब डॉलर के उस विधेयक को जल्द ही पारित कर देगी जिससे संघर्षरत अमेरिकियों को सीधे नकद भुगतान किया जा सकेगा।


व्हाइट हाउस कोरोना वायरस कार्य बल की संयोजक देबराह एल बिर्क्स ने पत्रकारों को बताया कि अभी तक 3,70,000 जांच की जा चुकी है जिनमें से 2,20000 लोगों की जांच पिछले आठ दिनों में की गई। उन्होंने कहा कि जांच बढ़ेगी क्योंकि सरकार अब भी पिछले नमूनों की जांच पर काम कर रही है। इस बीच, अमेरिका में कोरोना वायरस से जिस पहले बच्चे की मौत की खबर आई थी असल में वह एक किशोर था जिसकी संक्रामक रोग की चपेट में आने से पहले अच्छी सेहत थी। लॉस एंजिलिस के उत्तर में लैनकास्टर के किशोर की मौत से कुछ घंटों पहले जन स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि यह बीमारी नाबालिग लोगों के लिए उतनी गंभीर नहीं है।
लॉस एंजिलिस के मेयर एरिक गारसेत्ती ने कहा, ”अच्छी सेहत वाले एक किशोर की इस विषाणु से मौत हो गई।ÓÓ उन्होंने कहा, ”युवा लोगों को भी यह निशाना बना सकता है। जानिए कि आपके रवैये से जान बच सकती है और जान जा भी सकती है। और वह जान आपकी हो सकती है।ÓÓ मृतक की पहचान और वह लड़का है या लड़की, इसका खुलासा नहीं किया गया है।


निर्देश, आवाजाही पर रखे निगरानी

ग्राम प्रधान व पंचायत सचिवों को सख्त निर्देश, गांव में बाहर से व्यक्ति आए तो प्रसाशन को दें सूचना
 विक्रम सिंह यादव
लखनऊ। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए बाहरी लोगों की आवाजाही पर निगरानी की जा रही है। अन्य स्थानों खासकर विदेश और दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की सूचना जिला प्रशासन को देने के निर्देश दिए गए है। ग्राम प्रधानों व पंचायत सचिवों को कहा गया है कि इस कार्य में कोई ढिलाई न बरतें। जिला पंचायतीराज अधिकारियों को अपने क्षेत्र में नियमित निगरानी करने को कहा गया है। उधर, मुख्यमंत्री कार्यालय से भी ग्राम प्रधानों से सीधे बात करके कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी उपाय करने के निर्देश देते हुए स्थानीय हालात की जानकारी भी जुटाई जा रही है।पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में गली मोहल्लों व नालियों आदि की नियमित सफाई के अलावा सार्वजनिक स्थानों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है। लोगों में जागरूकता फैलाने के साथ समूह में एकत्र न होने देने को कहा गया है। बाहर से आने वाले व्यक्ति की तत्काल सूचना देने के अलावा उसकी सेहत की निगरानी भी करनी होगी। बुखार खांसी होने पर तुरंत जिला चिकित्साधिकारी या प्रशासनिक अधिकारी को सूचना देनी होगी। पंचायत प्रतिनिधि संघ के संयोजक राम सिंह वर्मा व राममेहर सिंह का कहना है कि जिला पंचायत, ब्लाक व ग्राम पंचायत सदस्य भी इस आपातकाल में सक्रियता से बचाव कार्य में जुटे हैं।



प्रदेश की वित्तीय सेहत पर नजर

विक्रम सिंह यादव
लखनऊ। सरकार के निशाने पर कोरोना वायरस और प्राथमिकता पर जनता का स्वास्थ्य और सहूलियत है, लेकिन इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर प्रदेश की वित्तीय सेहत पर भी है। गुरुवार को लॉकडाउन की समीक्षा बैठक में सीएम योगी का जोर आवश्यक वस्तुओं की व्यवस्थित होम डिलीवरी पर था। अधिकारियों को उन्होंने कालाबाजारी और मुनाफाखोरी करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के सख्त निर्देश दिए। जरूरत पड़ने पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई करने को भी कहा। मुख्यमंत्री ने अतिवृष्टि, ओलावृष्टि और लॉकडाउन से हुए आर्थिक नुकसान के आकलन और उसकी भरपाई का रोडमैप बनाने के लिए उच्चस्तरीय समिति भी गठित कर दी है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर समीक्षा बैठक में होम डिलीवरी सिस्टम को मजबूत करने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ समन्वय कर वॉलेंटियर्स तैयार करने के निर्देश दिए। सब्जी, दूध, दवा आदि की होम डिलीवरी में 14 हजार से अधिक वाहन लगाए गए हैं। जरूरत पड़ने पर लोग 112, 108 और 102 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। 108 और 102 सेवा की एंबुलेंस से घरों में दवा पहुंचाने के लिए भी कहा गया है। मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती जिलों के प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि जो भी व्यक्ति प्रदेश में आश्रय स्थलों, रैन बसेरों आदि में रुके हैं, उनके लिए भोजन और पानी की व्यवस्था की जाए।सीएम हेल्पलाइन के जरिये 60 हजार से अधिक ग्राम प्रधानों को कोरोना से बचाव और इलाज की जानकारी देने के साथ ही ग्राम पंचायतों की जानकारी भी ली जा रही है। सीएम योगी ने कोरोना की आपदा से निपटने के लिए गठित कमेटियों से पारस्परिक समन्वय के साथ काम करने को कहा है। चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मियों के मानदेय का भुगतान भी जल्द करने के निर्देश दिए गए हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने अपर मुख्य सचिव वित्त की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी विगत दिनों प्रदेश में हुई अतिवृष्टि, ओलावृष्टि और लॉकडाउन के दौरान उद्योगों के बंद होने से अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन कर इससे निपटने के लिए भविष्य का रोडमैप बनाने का कार्य करेगी। वहीं, प्रमुख सचिव पंचायती राज व ग्राम्य विकास की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है, जो शहर और ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता कार्यक्रम का जिम्मा संभालेगी। बैठक में मुख्य सचिव आरके तिवारी सहित विभिन्न विभागों के शीर्ष अधिकारी उपस्थित थे।किसानों की राहत के लिए लॉकडाउन के दौरान तैयार हो रही गेहूं व आलू की फसल के लिए प्रोक्योरमेंट की कार्ययोजना बनाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव कृषि तथा प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद को दिए हैं। अधिकारियों से ऐसी व्यवस्था बनाने को कहा गया है कि जिससे मंडियों में सब्जी आदि की आवक बनी रहे और घरों तक उसका वितरण भी किया जा सके। उन्होंने प्रमुख सचिव पशुपालन को दूध की आवक और वितरण तथा पशुओं के चारे की आपूर्ति व्यवस्था बनाए रखने के भी निर्देश दिए।


गेहूं के आटे की मिले चालू रहनी चाहिए

ज़रूरतमंदों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाए


देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने देर सांय वीडियो कांफ्रेंसिग द्वारा प्रदेश में कोरोना वायरस की अद्यतन स्थिति और इसके संक्रमण को कम करने के लिए की गई तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि गेहूं की आटा मिलें चलती रहें, ये सुनिश्चित कर लिया जाए। पंजीकृत और अन्य श्रमिकों व अन्य ज़रूरतमंदों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाए। आवश्यक सावधानियां बरतते हुए फार्मा इंडस्ट्री चलती रहें। जो लोग बाहर से आ रहे हैं, उनको होम क्वारेंटाईन कराया जाए। कोरोना संदिग्ध लोगों जिनकी रिपोर्ट लम्बित है, को सख्ती के साथ घर पर क्वारेंटाईन किया जाए। इस पर लगातार चैकिंग भी की जाए। जिलाधिकारी इनको क्रास चेक करा लें। जिलों में होम डिलीवरी व्यवस्था को मजबूत करें। सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने अभी तक की स्थिति पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इसी प्रकार आपसी समन्वय से आगे भी काम करना है। कोई  छोटी से छोटी कोताही भी नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यकता होने पर देहरादून व हल्द्वानी में 500 बेड के प्री फैब कोरोना अस्पताल बनाए जा सकते हैं, इसके लिए संबंधित जिलाधिकारी 5 एकङ भूमि चयनित कर लें। जिन भी सीएमओ व अन्य अधिकारियों के नम्बर सार्वजनिक कर रहे हैं उन्हें सहायक भी दे दे। छोटी आटा चक्कियो को चलने दे। थोक सप्लाई को न रोके। दुकानों पर रेट लिस्ट अवश्य लगें। फूड प्रोसेसिंग से संबंधित फेक्ट्री चलती रहें।  कल मार्केट आवश्यक वस्तुओं के लिए सुबह 7 से दोपहर 1 बजे तक खुले रहेंगे। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि कम समय होने पर भीङ एक साथ आ जाती है। फल सब्जी, दूध दिनभर उपलब्ध होगी। सब्जियों की ठेलिया चल सकती हैं। चार पहिया वाहन पूरी तरह बंद रहेंगे। दोपहिया वाहन सुबह 7 से दोपहर 1 बजे तक चलेंगे परंतु इनपर एक ही व्यक्ति बैठेगा।  बैठक में सचिव नितेश झा ने बताया कि अभी उत्तराखंड कोरोना के फेज एक में ही है। यहां पाए गए पाजिटिव केस बाहर से आए हुए हैं। स्थानीय संक्रमण नहीं हुआ है। सोशल डिस्टेंसिंग रखने में सफल रहे तो राज्य में कोरोना मामलों को रोकने में अवश्य कामयाब रहेंगे। आयुष चिकित्सकों की सेवाएं भी ली जाएंगी। जिला चिकित्सालयों में कोरोना स्पेसिफिक अस्पताल स्थापित कर रहे हैं। आवश्यक दवाओं और उपकरणों की व्यवस्था की गई है। सचिव सुशील कुमार ने बताया कि खाद्यान्न पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। बैठक में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, डीजीपी अनिल कुमार रतूङी, सचिव अमित नेगी अन्य शासन के वरिष्ठ अधिकारी, जिलाधिकारी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।



इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...