गुरुवार, 27 फ़रवरी 2020

न्यायपालिका को कमजोर करना दुर्भाग्यपूर्ण

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र सरकार पर न्यायपालिका को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एस मुरलीधर का स्थानांतरण कर न्याय व्यवस्था को कमजोर करने की यह कोशिश बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। गहलोत ने आज सोशल मीडिया के जरिए कहा कि लोगों का न्यायपालिका पर इतना विश्वास है और न्याय व्यवस्था को कमजोर करने की सरकार की कोशिश बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।


उन्होंने कहा कि जस्टिस एस मुरलीधर का ट्रांसफर कर केंद्र सरकार क्या संदेश देना चाहती है, जिन्होंने दिल्ली हिंसा के दौरान पुलिस की निष्क्रियता और भाजपा के नेताओं के भड़काऊ भाषणों पर पुलिस के कार्रवाई करने में असफल रहने पर नाराजगी जताई थी। उल्लेखनीय है कि जस्टिस मुरलीधर ने दिल्ली हिंसा मामले की सुनवाई में दिल्ली पुलिस को फटकार लगाई थी। उनका पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में तबादला किया गया है।


शवों के संग्रह पर शुक्रवार को सुनवाई

नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट गुरुवार को एक याचिका पर सुनवाई पर तैयार हो गया, जिसमें दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान मारे गए लोगों के शवों को संग्रह करने की मांग की गई थी। अधिवक्ता महमूद पारचा द्वारा मामले का उल्लेख करने पर मुख्य न्यायाधीश डी.एन. पटेल की पीठ ने शुक्रवार को सुनवाई की मंजूरी दे दी।


उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर और गोकुलपुरी में रविवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसा पैदा हो गई थी, जिसमें अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 200 लोग घायल हो चुके हैं। हिंसा के बाद मृतकों के परिजनों को हिंसाग्रस्त क्षेत्रों से शव निकालने, शवों को अस्पताल पहुंचाने या पोस्टमार्टम के बाद शव लेने तक में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।


आईबी कर्मचारी की मौत, बेगुनाही का दावा

नई दिल्ली। खुफिया ब्यूरो (आईबी) के कर्मचारी अंकित शर्मा की मौत पर आम आदमी पार्टी (आप) के नेता ताहिर हुसैन ने एक वीडियो जारी कर अपनी बेगुनाही का दावा किया है। आप नेता ताहिर हुसैन पर दिल्ली हिंसा के दौरान अंकित की मौत के मामले में उंगली उठाई गई थी। अंकित का शव बुधवार को बरामद किया गया था। बुधवार को जारी किए गए वीडियो में ताहिर हुसैन ने दावा किया कि वह भी पूर्वोत्तर दिल्ली के कई हिस्सों में हुई हिंसा का शिकार हैं।


वीडियो में आप नेता ने अपनी पहचान बताते हुए दावा किया, “मैं यह कहना चाहता हूं कि मेरे बारे में जो भी खबरें फैलाई और दिखाई जा रही हैं, वह पूरी तरह से झूठी हैं। यह सब मेरे खिलाफ गंदी राजनीति है। जब से कपिल मिश्रा ने भड़काऊ भाषण दिया है, तब से दिल्ली में स्थिति खराब हो गई है। कई जगहों पर पथराव हो रहा है और कई अन्य चीजों के बारे में भी बताया गया है। यह सब यहां भी हुआ और हमने तेजी से प्रतिक्रिया दी और पुलिस को बुलाया। भारी भीड़ ने मेरा कार्यालय का गेट तोड़ दिया और मेरी छत पर चढ़ गए। मैंने पुलिस से मदद मांगी और वे कुछ घंटे बाद पहुंचे गए और फिर स्थिति को नियंत्रण में लाया गया।”


आईबी के कर्मचारी अंकित शर्मा के शव को बुधवार को जाफराबाद के एक नाले से बरामद किया गया था। मृत आईबी के कर्मचारी के परिवार ने ताहिर हुसैन के समर्थकों पर शर्मा की बेरहमी से पिटाई व हत्या करने का आरोप लगाया है। आस-पड़ोस के लोगों ने आरोप लगाया है कि आप नेता ने रविवार से उस इलाके में हुई हिंसा में सक्रिय भूमिका निभाई।


तबादले पर भी कांग्रेस की राजनीति

नई दिल्ली। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एस मुरलीधर के तबादले पर राजनीति किए जाने को लेकर कांग्रेस की गुरुवार को कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि तबादले की अधिसूचना निर्धारित प्रक्रिया के तहत जारी की गई है। प्रसाद ने कांग्रेस के आरोपों पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि न्यायमूर्ति मुरलीधर का तबादला सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की अनुशंसा के बाद कानूनी प्रक्रिया के तहत किया गया है। इसके लिए सभी कानूनी प्रक्रिया का इस्तेमाल किया गया। विधि एवं न्याय मंत्री ने कहा कि रूटीन तबादले का राजनीतिकरण करके कांग्रेस ने न्यायपालिका का एक बार फिर अपमान किया है।


भारत के लोगों ने कांग्रेस पार्टी को ठुकरा दिया है, इसलिए उसने देश के हर संस्थान को नीचा दिखाने का बीड़ा उठा लिया है। उन्होंने कहा कि डिस्ट्रिक्ट जज बी एच लोया की मौत मामले का निपटारा उच्चतम न्यायालय ने कर दिया है। जो इस मामले में फैसले पर सवाल उठा रहे हैं उनके मन में शीर्ष अदालत के प्रति कोई सम्मान नहीं है। उन्होंने कहा, “क्या राहुल गांधी खुद को उच्चतम न्यायालय से ऊपर मानते हैं?” कानून मंत्री ने कहा, “हम न्यायपालिका का सम्मान करते हैं लेकिन न्यायपालिका की आजादी से समझौते का कांग्रेस का पुराना रिकॉर्ड रहा है। आपातकाल के दौरान उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों की वरीयता को दरकिनार कर दिया गया था।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल तभी खुश होती है, जब उसके मन में मुताबिक फैसला होता है अन्यथा वह न्यायपालिका का अपमान करती है।


हरीश रावत को ढूंढने के लिए लालटेन यात्रा

हल्द्वानी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कांग्रेस की लालटेन यात्रा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश की राजनीति से लापता हो चुके हरीश रावत को ढूंढने के लिए कांग्रेस को लालटेन यात्रा निकालनी पड़ी, तब कहीं जाकर हरीश रावत कांग्रेस को मिल सके। उन्होंने यहां पत्रकारों से संक्षिप्त वार्ता में कहा कि हरीश रावत दोहरी राजनीति कर रहे हैं। केदारनाथ में जाकर वे कहते हैं कि प्रदेश सरकार ठीक काम कर रही है और मैदान में उलटबासी करने लगते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कुछ समय बाद इंदिरा हृदयेश भी उनके काम की सराहना करने लगेंगी।


धीरे-धीरे माहौल में हो रहा है बदलाव

नई दिल्ली। धीरे-धीरे दिल्ली अपने पुराने मिजाज पर वापस लौटने के लिए जद्दोजहद करती दिख रही है। दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट इलाके में हिंसा के 4 दिनों के बाद हिंसाग्रत रहे इलाके अब रोजमर्रा के कामों में मशगूल दिखने लगे हैं। ऐसे ही उत्तर पूर्व दिल्ली का इलाका गोकुलपुरी है, जहां सोमवार की रात को जबरदस्त हिंसा हुई थी। इस क्षेत्र का गंगा विहार मुहल्ला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था। हिंसा के दौरान कई मकानों और दुकानों में आग लगा दी गई थी, लेकिन दो दिन बाद गुरुवार को इस इलाके में शांति है। पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान लगातार पेट्रोलिग कर रहे हैं।


पूछताछ के बाद पता चला कि इस इलाके में हिंसा मामूली सी बात पर शुरू हुई थी। सालों से एक साथ रहने के बावजूद यहां हिंसा की चिंगारी कैसे फैली, इस पर इस शख्स ने बताया, “सोमवार की शाम कुछ असामाजिक तत्वों ने बिना उकसावे के गंगा विहार वरिष्ठ नागरिक कल्याण केंद्र पर कुछ बोतलें फेंक दी। जिसके बाद आसपास के लोग उत्तेजित हो गए। उसके बाद जिसको जो समझ में आया उसने किया। बाद में इस इलाके में कई दुकानों और मकानों को आग के हवाले कर दिए गया। नतीजा लगभग 100 परिवार को इस इलाके से जान बचाकर भागना पड़ा।”


लेकिन अब यहां शांति है किसी प्रकार का कोई तनाव नहीं है। लोग पिछली बातों को भुलाना चाहते हैं। मंगलवार शाम से इलाके में अर्धसैनिक बल की एक कंपनी तैनात है। इलाके में तैनात एक पुलिस अधिकारी ने नाम नहीं लेने की शर्त पर बताया, “यहां पिछले 35 सालों में ऐसी कोई घटना नहीं घटी, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों के उकसावे के बाद यह घटना हो गई, लिहाजा अब यहां स्थिति कंट्रोल में है। सोमवार को घटना के बाद आज गुरुवार को गंगा विहार इलाके में दुकानें खुलने लगी है और रेहड़ी पटरी वाले अपना काम शुरू कर रहे हैं। लोग बड़ी संख्या में घरों से बाहर निकल रहे हैं और खरीदारी करते देखे जा सकते हैं ।


ट्रंप की दिल्ली यात्रा न करने की अपील

नई दिल्ली। अभी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत यात्रा से अमेरिका वापस लौटे हैं। उनके भारत से जाते ही अमेरिका ने अपने नागरिकों को दिल्ली न जाने की एडवायजरी जारी की है। दरअसल, नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दिल्ली में हुई जबरदस्त हिंसा के बाद दिल्ली दुनियाभर में चर्चा का केंद्र बन गई। इसके बाद सरकार दिल्ली में शांति का माहौल बनाने की पूरी कोशिश कर रही है। इसी बीच अमेरिका ने हैरानी भरा फैसला लेते हुए अपने नागरिकों को दिल्ली के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी है।


अमेरिकी दूतावास ने अमेरिकी नागरिकों को सलाह देते हुए एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में अमेरिका ने अपने नागरिकों से कहा है कि वो प्रदर्शन और संभावित कर्फ्यू के संबंध में जानकारी हासिल करने के लिए स्थानीय मीडिया की खबरों पर नजर रखें एवं दिल्ली के उन इलाकों में जाने से परहेज करें।


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