शुक्रवार, 7 फ़रवरी 2020

कानून के नाम पर भाजपा कर रही गुमराह

काले क़ानून के नाम पर भाजपा कर रही लोगों को गुमराह


प्रयागराज। देश का अधिकांश तबक़ा सीएए एनआरसी और एनपीआर के विरोध मे मुठ़ठी भर भाजपाई विरोध का सुर अलाप रहे तीन तलाक़ और बुरके़ से आज़ादी की बात करने वाली भाजपा अपने खास समर्थकों को बुरक़ा पहना कर महिलाओं के बीच भेज कर करा रही मुखबिरी समाजवादी पार्टी के महानगर मीडिया प्रभारी व प्रवक्ता सै०मो०अस्करी ने कहा की देश का अधिकांश तबक़ा इस वक़्त एनआरसी,एनपीआर और सीएए के खिलाफ मुस्लिम महिलाओं के हक़ की लड़ाई में भागीदार बना हुआ है लेकिन चंद मुठ़ठी भर भाजपाई इस काले क़ानून को सही ठहराने के लिए लोगों को गुमराह कर रहे हैं।भाजपा आर एस एस के सिद्धान्त को आगे बढ़ाने की खातिर विभाजनकारी नीति पर चलते हुए देश का टुकड़ा टुकड़ा करना चाहती है लेकिन देश का सेकुलर और अमन पसन्द तबक़ा इस मंसूबे को सफल नहीं होने देगा।प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह इस क़ानून को लेकर लोगों मे भ्रम पैदा कर रहे हैं।आज इस क़ानून के विरोध में मुस्लिमों के साथ दलित समाज,पिछड़ा वर्ग,मज़दूर,आदिवासी,संत समाज,बुद्धिजीवी वर्ग,अधिवक्ता यहाँ तक की सेकुलर सोच रखने वाले अपर कास्ट के लोग भी विरोध में खड़े हैं । लेकिन सत्ता के मद में चूर और कुछ अंधभक्तों की मुठठी भर टोली ही इस क़ानून के पक्ष में राजनीत का गंदा खेल खेलते हुए लोगों को गुमराह कर रही है। देश भर में एनआरसी एनपीआर और सीएए के खिलाफ चल रहे धरन प्रदर्शन को दो माह होने वाले हैं लेकिन कोई भी सरकार का नूमाईन्दा इस पर चर्चा करना तो दूर हालात को समझने तक को नहीं आया।तीन तलाक़ और मुस्लिम औरतों के बुरक़ा पहन्ने पर  मुस्लिम बहनों की हमदर्दी दिखाने भाजपा आज उनहे सड़को पर खड़ा करने पर मजबूर कर तमाशा देख रही है।भाजपा का घिनौना चेहरा बेनक़ाब हो गया है।वह अपनी ही समर्थक महिलाओं को बुरक़ा पहना कर आन्दोलनकारीयों की मुखबिरी करवा रही है।अस्करी ने कहा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साफ कर दिया है की हम इस काले क़ानून को नहीं मानते और हमारी पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता न तो फार्म भरेगा और न ही किसी कागज़ को दिखाएगा और न ही किसी काग़ज़ पर हस्ताक्षर करेगा ।हम संविधान विरोधी और विभाजनकारी नीतियों व काले क़ानून को नहीं मानेंगे।.


चोरों के हौसले बुलंद, पुलिस को दिखाया ठेंगा

अतुल त्यागी जिला प्रभारी, प्रवीण कुमार रिपोर्टर, पिलखुआ रिंकू सैनी रिपोर्टर    


हापुड़ के पिलखुवा में चोरों के हौसले हुए बुलंद चौकी के सामने बेखौफ चोरों ने मोबाइल की दुकान को बनाया अपना निशाना दुकानदारों में दहशत का माहौल पुलिस चौकी के सामने दुकान में चोरी बनी चर्चा का विषय।


हापुड़। मोबाइल की दुकान का ताला तोड़कर 8,835  रुपये की नगदी मोबाइल फोन और कीमती सामान लेकर फिल्मी अंदाज में बड़े ही शातिर तरीके से ले उड़े चोर अफसोस की बात तो यह है पुलिस के कानों तक खबर नहीं पहुंची जबकि दुकान का शटर चौकी के गेट के बिल्कुल सामने है पिलखुवा पुलिस हुई लापरवाह। पिलखुवा में चौकी के चंद कदमों की दूरी पर चोरी होने का पहला मामला नहीं है अबसे पहले भी 8 दुकानों को चोरों ने बनाया था अपना निशाना हापुड़ कप्तान ने किया था घटनास्थल का दौरा चौकी सहित थाने के कई पुलिस कर्मियों को कर दिया था सस्पेंड और इधर से उधर।


गैंगस्टर में वांछित अभियुक्त को दबोचा

अतुल त्यागी जिला प्रभारी


थाना बाबूगढ़ जनपद हापुड़ के मुकदमा अपराध संख्या 25/2020 धारा 2/3 उत्तर प्रदेश


हापुड़। गैंगस्टर अधिनियम में वांछित चल रहे अभियुक्त लुफ्तअली उर्फ लुकमान पुत्र हिसामुद्दीन निवासी चंदपुरा थाना गुलावठी जनपद बुलंदशहर को गुलावठी बस अड्डे से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त लुफ्तअली उर्फ लुकमान पुत्र हिसामुद्दीन निवासी चंदपुरा थाना गुलावठी जनपद बुलंदशहर ने अपने तीन साथियों प्रमोद उर्फ ट्विंकल व जगत तथा मोनू के साथ मिल कर डंपर लूट को अंजाम दिया था और थाना बाबूगढ़ की पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था अपराधियों पर अंकुश लगाने हेतु चारों अभियुक्तों पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई थी तीन अभियुक्त गैंगस्टर एक्ट में जेल में निरुद्ध है यह अभियुक्त जमानत पर रिहा होकर अन्यत्र प्रदेश भागने की फिराक में था जिससे उसकी गिरफ्तारी ना हो सके। परंतु थाना बाबूगढ़ की क्राइम टीम द्वारा अभियुक्त को गुलावठी बस अड्डे से गिरफ्तार कर लिया गया।


पतित-पावन 'उपन्यास'

पतित-पावन     'उपन्यास' 
गतांक से...
 जया क्रोधित होकर बोली- मेरे माता-पिता हर रोज मुझसे कहते रहे हैं कि कल्पना तुम्हारी सहेली बनने योग्य नहीं है। प्रतिदिन मना करते थे कि उससे मिलना-झुलना तुम्हारा ठीक नहीं है। लेकिन मैंने कभी नहीं मानी कि कल्पना जैसी दिखती है वैसी है। सोचती थी कल्पना महान लड़कियों में से है जो ढूंढने से भी नहीं मिलते। इस सारे गांव में एक भी लड़की से मैंने तुम्हारी तुलना नहीं की। लेकिन अफसोस मेरे माता-पिता के अनुभव ठीक थे। उनकी बात बिल्कुल सही थी। तुम्हें तो अपनी जात दिखानी ही थी। मेरे पिताजी कहा करते थे कि जब भी हमारे यहां कोई कार्यक्रम होता है। तुम कल्पना को बुला लेती हो और तुम्हें उसे मित्र कहते लज्जा भी नहीं आती है। जबकि वह तुम्हारे किसी भी प्रकार से योग्य नहीं है। मैं सुंदर-संसाधनों से युक्त रहती हूं और तुम प्रत्येक प्रकार से अभावग्रस्त जीवन जीती हो। तुम मुझसे दूर रहना चाहती हो, तो फिर मुझे क्यों एतराज होगा? तुम चाहती हो कि हम दोनों अलग रहे। तो ठीक है। 
कल्पना ने न लरजती आवाज में कहा- मैं भी यही सोचती थी कम से कम तुमने अपनी परीक्षा तो पास की। तुम्हारा बहुत-बहुत शुक्रिया। तुम्हारे और मेरे विचार कितने मिलते हैं।
( कल्पना कुछ समय तो खेत में काम करती रही परंतु आज उसके कदम डगमगा गए थे वह लड़खड़ाते हुए कदमों से घर आ गई और एक कमरे में चारपाई लेकर लेट गई। पता नहीं क्यों उसकी आत्मीयता उसे टीस कर रही थी। रह-रहकर उसकी आंखों में आंसू आ रहे थे। कल्पना सोच रही थी कि बिल्कुल भी ठीक नहीं हुआ है। लेकिन इसके विपरीत कल्पना यह भी समझ रही थी। जया के वास्तविक स्वरूप में अभिमान पनपने लगा है। जिसके ताप से जया का विवेक स्थिर हो गया था। अकस्मात ही जया को तेज ज्वर हो गया। जया को खेत में ततैंया ने काट लिया था। जिसके विष से उसको बहुत तेज ज्वर हो गया था। रोती-चिल्लाती  जया को खेत से लाते-लाते, ज्वार बहुत अधिक तेज हो गया था। कई लोग उसकी आव-भगत में लगे हुए थे। कई वैद उपचार में लगे थे। कई प्रकार की दवाइयां उस पर व्यर्थ साबित हो रही थी। गांव के पुराने वैद्य ने भरकस प्रयास किया। किंतु जया को कोई आराम नहीं हो रहा था। ज्वार का साम्राज्य तो स्थापित था। जया का शरीर किसी अंगार की भांति दहक रहा था। कई मुल्ला-मौलवी भी अपना इलम दिखा चुके थे। किंतु जया पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा था। वह पूरा दिन मूर्छित ही पड़ी रही। 3 दिन हो चले थे किंतु जया की तबीयत में जरा भी सुधार नहीं था। 
अपरिचित कल्पना ने अपने घर के आंगन में लगी नीम बेल देखी सोचा शायद किसी ने इसे पानी नहीं दिया। किंतु जब कल्पना ने देखा की बेल जड़ से सूख रही है। तब उसने अपने पिता से कहा जय की तबीयत ठीक है या कुछ गड़बड़ है?
रतिराम ने कहा- ठीक नहीं है कल्पना ने इतना ही सुना वह वापस अपने कक्ष में आकर मुंह ढक कर रोने लगी। अज्ञात दुख से वह पीड़ित थी। अकारण ही मन मस्तिष्क पर इतना बोझ हो गया था। कल्पना कुछ समय के बाद बेसुध हो गई। क्योंकि कल्पना के आत्मसम्मान को अत्यधिक ठेस पहुंचाई थी। परंतु कल्पना में विचित्र व्याधा थी। एक अज्ञात स्नेह और उसी में एक सहानुभूति उमड़ रही थी। वही उपकारी मित्र भी शह कर रह जाए, इस प्रकार का उपकार उसके भीतर उमड़ रहा था। गहरी सोच में डूबी कल्पना चारपाई से उठकर खेत की ओर चल दी। 
कल्पना ने पूछा- बापू जया की तबीयत अच्छी नहीं हुई है। क्या हुआ है उसे?
 रतिराम ने आश्चर्य से कहा- नहीं अभी नहीं। पर तू यहां क्यों आई है तूने तो यहां ना आने की कसम खाई है और कई दिन से बंद भी कर रखा था। तुझे नसीहत नहीं होना पड़ा अपने प्रण को तोड़कर तू यहां आई। क्या सोचकर आई क्या मतलब है?
 कल्पना ने अधीरता से कहा- बापू जया के प्रति प्रणय भाव अभी भी मेरे हृदय में है। हम दोनों एक दूसरे से रुष्ट हो गए हैं तो क्या हुआ, हमारी मित्रता तो हमारे हृदय में व्याप्त है। और स्त्री का ममत्व सदैव उसके साथ रहता है और वह समय-समय पर आकृष्ट भी होता रहता है। मैं भी जानती हूं कि मैं अपने सामर्थ्य के अनुरूप नहीं हूं। मगर मैं अपनी कामना और संवेदना को क्रिया विहीन तो नहीं कर सकती हूं। मैं जानना चाहती हूं जया पर क्या बिपता है, उस पर कैसा प्रकोप है?
 रतिराम में भावुकता से कहा- वह बुखार में अंगार होकर तप रही है। उसे होश भी नहीं है ना खाती है ना पीती है। बस बिस्तर पर एक लाश की तरह पड़ी रहती है। अब उसकी संवेदना भी कम हो रही है।अलाप तो मेरे हृदय में भी उमड़ा था लेकिन गरीब और मजदूर होने के कारण मैं उसकी खबर भी नहीं ला सका। रिश्तेदारों का तांता लगा हुआ है। सभी लोग जया का पता लेने आ रहे हैं। मैं भी कठोर नहीं हूं लेकिन विवश तो हूं। बेमेल संबंध ही सही ,उसने हम पर कई एहसान भी किए है। पर हम तो उसे धन्यवाद भी नहीं दे सके। घर जाते समय यह गुड ले जाना भगवान ने चाहा जया को शाम तक जरूर आराम पड़ जाएगा।


 


कृतः- चंद्रमौलेश्वर शिवांशु 'निर्भयपुत्र'


भू-माफियाओं के खिलाफ डीएम की सख्ती

राकेश चौहान 
गौतमबुद्धनगर। जनपद के भू माफियाओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी बीएन सिंह के द्वारा कलेक्ट्रेट के सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक करते हुए संबंधित अधिकारियों को चिन्हित भूमाफियाओं एवं टॉप टेन भूमाफिया के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी एंटी भू माफिया की बैठक में अध्यक्षता करते हुए वर्तमान तक भू माफियाओं के विरुद्ध की गई कार्रवाई के संबंध में गहन समीक्षा कर रहे थे। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने सभी विभागों के संबंधित अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि वर्तमान तक 98 भूमाफियों की सूची तैयार की गयी है, समस्त सम्बन्धित अधिकारीगण अपने अपने क्षेत्र में अभियान चलाकर यह सुनिश्चित कर लें की उनके क्षेत्र में अब भू-माफिया शेष नही है और यदि किसी भी क्षेत्र मंे भूमाफिया है तो उसका नाम सूची में दर्ज कराते हुये तथा उनके विरूद्ध कार्यवाही करते हुये तत्काल अपनी रिपोर्ट प्रशासन को प्रेषित करें। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के द्वारा भू-माफियाओं के सम्बन्ध की गयी कार्यवाही से असंतोष प्रकट करते हुये एवं सिंचाई विभाग के अधिकारी के उपस्थित न होने पर नोडल अधिकारी के द्वारा संतोष जनक जबाव न देने पर उनके विरूद्ध उच्च स्तरीय कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
बैठक में समीक्षा करते हुये जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि उनके द्वारा ऐसे लोंगो पर भी अभियान चलाकर कार्यवाही सुनिश्चित की जायें जिनके द्वारा डूब क्षेत्र में आवासीय कालोनी बताकर भोली भाॅली जनता को प्लाॅट विक्रय किये जा रहे है। ऐसे भू-स्वामियों को चिन्हित करते हुये उनकी रिपोर्ट सम्बन्धित प्राधिकरण को उपलब्ध करायी जायें, ताकि उनके विरूद्ध कठोरतम कानूनी कार्यवाही कि जा सकें। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देश देते हुये कहा कि इस सम्बन्ध में तीनों प्राधिकरणों को शासकीय पत्र लिखा जायें और प्राधिकरण से इस सम्बन्ध में जवाब प्राप्त करते शासन को रिपोर्ट उपलब्ध करायी जायें। इस बैठक में समीक्षा करते हुये जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि एंटी भू-माफिया पोर्टल पर लम्बित प्रकरणों का निस्तारण जल्द से जल्द कराकर उसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन दिवाकर सिंह, उप जिलाधिकारी सदर प्रसून द्विवेदी, दादरी राजीव राॅय, जेवर गुंजा सिंह, एसीपी क्राइम नितिन सिंह एवं सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के द्वारा भाग लिया गया।


प्रधानाध्यापक की ज्यादती पर फूटा गुस्सा

सरताज खान


गाजियाबाद। लोनी तहसील के गढ़ी कटैया गांव स्थित कम्पोजिट विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर छात्र व छात्राओं ने मारपीट ,गाली गलौच व अश्लील हरकत जैसे गम्भीर आरोप लगाए है। पीड़ित छात्र छात्राओं में गुरुवार को गुस्सा फूट पड़ा और दर्जनो छात्र छात्राएं तहसील लोनी पहुंच गये। जहाँ उन्होंने एसडीएम से मिलने की इच्छा जाहिर की। जैसे ही मीडिया में मामला पहुंचा तो जनपद तक प्रशासन में हड़कम्प मच गया तथा आनन फानन में जिला बेसिक अधिकारी ने खण्ड शिक्षा अधिकारी को मौके पर भेजकर रिपोर्ट तलब की और रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए आरोपी 52 वर्षीय प्रधानाध्यापक को निलंबित करते हुए प्रकरण की जांच शुरू की।


हालांकि मामले में हैरतअंगेज मोड़ तब आया जब प्रधानाध्यापक के बचाव में भी स्कूली छात्राओं ने पीड़ित बच्चों पर ही छेड़छाड़ का आरोप लगाना शुरू कर दिया। पीड़ित बच्चों व उनके परिजनों का आरोप है कि प्रधानाध्यापक बहुत ही प्रभावशाली है और उनकी जान पहिचान के बहुत लोग क्षेत्र में रहते है। जिनके साथ मिलकर स्कूल प्रबंधन नाटकीय अंदाज में प्रधानाध्यापक को बचाने के लिये बेबुनियाद आरोप लगा रहे है। वही आरोपी प्रधानाध्यापक ने उनके ऊपर बच्चों द्वारा लगाए गए आरोपो को खारिज कर दिया।


दरअसल ,गुरुवार सुबह कक्षा 8 में पढ़ने वाले एक छात्र की प्रधानाध्यापक ने पिटाई कर दी। आरोप है कि कई दिनों से प्रताड़ित बच्चों के सब्र का बांध उसी समय फुट गया और एकमत होकर दर्जनो छात्र छात्राएं नजदीक तहसील में जा पहुंचे और एसडीएम से मिलने के लिये उनके आने का इंतजार करने लगे। जिनमे से करीब आधा दर्जन छात्राओं ने प्रधानाध्यापक पर अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया। वही छात्रों का आरोप है कि उन्होंने कई बार छात्राओं के साथ किये गए व्यवहार का विरोध किया तो उन्हें नाम काटने की धमकी देंकर मारपीट की जाती थी। वही बच्चों का आरोप है कि प्रधानाध्यापक कई सालों से ऐसी हरकत कर रहे है। जिनके बारे में अध्यापिकाओं को भी जानकारी है और उन्होंने भी अध्यापिकाओं से शिकायत की थी। जिन्होंने बच्चों को खुद आवाज उठाने की बात कहकर पल्ला झाड़ दिया।


प्रकरण में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार श्रीवाश ने गम्भीरता दिखाते हुए खण्ड शिक्षा अधिकारी लोनी से रिपोर्ट मांगी। रिपोर्ट मिलते ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने आरोपी प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है और लैंगिक उत्पीड़न परिवाद समिति को 15 दिनों में जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिये तथा जांच होने तक आरोपी प्रधानाध्यापक को बीआरसी लोनी से संबंद्ध किया गया है।


सुरक्षा को लेकर एसएसपी का ऑपरेशन नकेल

अविनाश श्रीवास्तव


गाजियाबाद। श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री कलानिधि नैथानी के कुशल निर्देशन में जनपद में आमजन/ महिलाओं/ बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था  को दृष्टिगत रखते हुए आॅपरेशन नकेल के तहत जनपद में चलने वाले सभी विक्रम ऑटो /टेंपो पर नंबरिंग शुरू की जा रही है , सभी विक्रम ऑटो /टेंपो को एक यूनिक आईडी /नंबर दिया जाएगा ताकि उस विक्रम ऑटो / टेंपो में  किसी भी अपराध की घटना होने पर  आसानी से उसकी पहचान की जा सकें ।
ट्रैफिक पुलिस द्वारा - विक्रम/ऑटो/टेंपो पर 4 जगह"4 डिजिट का यूनिक सुरक्षा नंबर" लिखा जाएगा-इनमें कोई अपराध/छेड़खानी/ सामान खोता है तो आसानी से पहचान कर  शीघ्र कार्यवाही होगी। इस अभियान से जनपद में न केवल अपराधियों पर लगाम लगेगी  बल्कि यातायात व्यवस्था में भी सुधार आएगा । एक ही रजिस्ट्रेशन नंबर पर चलने वाले एक से अधिक विक्रम ऑटो/ टेंपो भी पकड़ में आएंगे।


एसएसपी द्वारा सभी क्षेत्राधिकारी /थाना प्रभारी /यातायात कर्मियों को सभी विक्रम ऑटो / टेंपो पर यूनिक आईडी नंबर  लिखने की कार्यवाही जल्द से जल्द पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया है।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...