गुरुवार, 6 फ़रवरी 2020

भाजपा ही जलियांंवाला बाग बना देगी

नई दिल्ली। एआईएमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को आशंका जताई है कि मतदान के बाद दिल्ली के शाहीन बाग को भाजपा जलियांवाला बाग बना देगी। शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ पिछले 50 दिनों से धरने पर बैठे हैं। बुधवार को संसद की कार्यवाही में भाग लेने के बाद बाहर निकले असदुद्दीन ओवैसी ने मीडिया के पूछने पर कहा कि दिल्ली में 8 फरवरी को मतदान है। इसके बाद भाजपा शाहीन बाग में गोलियां चलवा देगी। वह शाहीन बाग को जलियावालां बाग में बदल देंगे। भाजपा के एक मंत्री ने ही गोली मारने के नारे लगवाए हैं। इसलिए सरकार को इस मामले पर जवाब देना चाहिए।
ओवैसी का इशारा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की ओर था। हाल ही में रिठाला क्षेत्र में हुई एक चुनावी सभा के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के मंच से नारे लगवाने के बाद से शाहीन बाग दिल्ली की राजनीति का केंद्र बन गया है। एआईएमआईएम नेता ने पूछा कि सरकार को बताना चाहिए कि कौन भड़का रहा है। सीएए के खिलाफ शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन और लंबे समय से दिल्ली-नोएडा मार्ग बंद रहने पर भाजपा नेताओं ने आक्रामक रुख अपना रखा है। अनुराग ठाकुर के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, सांसद प्रवेश वर्मा, मॉडल टाउन से प्रत्याशी कपिल मिश्रा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आदि इस प्रदर्शन की मंशा पर सवाल उठा चुके हैं।


मॉब लीचिंगः पांच गंभीर, एक की मौत

धार। एमपी के धार जिले के मनावर में मॉब लिंचिंग का इल दहलाने वाली मामला सामने आया था। यहां बच्चा चोरी की अफवाह के चलते भीड़ ने गाड़ियों में आए 6 लोगों को घेरकर उनकी लाठी और पत्थर मारकर पिटाई की। इसमें से 1 की मौत हो गई और 5 गंभीर रूप से घायल हो गए। दिल दहलाने वाली घटना के बाद एक थाना प्रभारी और सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। मॉब लिंचिंग के मामले में बनी स्पेशल टीम ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने धारा 307, 147, 435 में केस दर्ज किया है। कमलनाथ ने अपने ट्‍वीट में कहा कि पूरे मा मामले में प्रशासन को जांच के आदेश दे दिए गए हैं। दोषियों पर सख्त कदम उठाया जाएगा। खबरों के अनुसार इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मंत्री जीतू पटवारी घटना में मारे गए एक किसान के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। इसके साथ ही वे इंदौर के अस्पताल में भर्ती घायलों से भी मिलेंगे। बेकाबू भीड़ ने लाठी-डंडों और पत्थरों के साथ इन लोगों पर हमला बोल दिया। लोगों ने गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। धार के एसपी आदित्य प्रताप सिंह के मुताबिक पूरा विवाद पैसों के लेन-देन जुड़ा है। पुलिस के अनुसार पैसों के लेन-देन के लिए जब ये लोग पहुंचे, तो दूसरे पक्ष के लोगों ने इन्हें घेरकर पिटाई की।


संतः ट्रस्ट निर्माण में की गई उपेक्षा

अयोध्या। संत समाज में इसका विरोध शुरू हो गया है। मामले में अयोध्या के संतों ने गुरुवार शाम तीन बजे अहम बैठक बुलाई है। यह बैठक महंत नृत्य गोपाल दास की आवास मणिराम राम दास छावनी में होनी है। महंत नृत्य गोपाल दास के नेतृत्व में होने वाली इस बैठक में अयोध्या के संत आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे। 
बता दें कि ट्रस्ट के गठन के बाद राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने आरोप लगाया है, कि अयोध्यावासी संत-महंतों का ट्रस्ट के माध्यम से अपमान किया गया है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए अपना पूरा जीवन कुर्बान कर दिया, उनका इस ट्रस्ट में कहीं कोई नामो-निशान तक नहीं है। नृत्य गोपाल दास ने कहा कि जो ट्रस्ट बना है, उसमें अयोध्यावासी संत-महंतों की अवहेलना की गई है। गुरुवार को दोपहर तीन बजे संत समाज की बैठक होगी। इस बैठक में हम निर्णय लेंगे। इससे पहले महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी कमल नयन दास ने कहा कि हम इस ट्रस्ट को मानने के लिए तैयार नहीं हैं। इस ट्रस्ट में वैष्णव समाज के संतों का अपमान किया गया है। इसके अलावा उन्होंने आंदोलन की भी चेतावनी दी. ट्रस्ट में शामिल हुए अयोध्या राजपरिवार के विमलेश मोहन प्रताप मिश्रा को उन्होंने राजनीतिक व्यक्ति बताया। उन्होंने कहा कि ये तो बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं।इनका राम जन्म भूमि से कोई लेना-देना नहीं है। ऐसे लोगों को क्यों राम जन्मभूमि ट्रस्ट में जगह दी गई है। कमल नयन दास ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन के समय ही कानून बना था कि वैष्णव ही राम जन्म भूमि का अध्यक्ष होगा।


नयना देवी न्यास के व्यवस्थापक की मौत

 नैनीताल। सरोवरनगरी नैनीताल की आराध्य देवी माता नयना के मंदिर की व्यवस्थाएं संभालने वाले श्री मां नैना देवी मंदिर अमर उदय ट्रस्ट के संस्थापक न्यासी व कोषाध्यक्ष जेपी साह का बृहस्पतिवार शाम असामयिक निधन हो गया है। मंदिर ट्रस्ट से प्राप्त जानकारी के अनुसार 84 वर्षीय साह ने शाम करीब चार बजे अपने कैलाखान स्थित आवास पर हृदयाघात होने के बाद अंतिम सांस ली। स्वर्गीय साह राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रहे थे तथा उनकी उत्तराखंड राज्य आंदोलन में भी प्रमुख भूमिका रही थी। उनकी अंतिम यात्रा शुक्रवार सुबह 11 बजे उनके आवास से प्रारंभ होगी। स्वर्गीय साह अपने पीछे एक पुत्र सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। वे 1984 में श्री मां नैना देवी मंदिर अमर उदय ट्रस्ट स्थापना से ही न्यास में विभिन्न व्यवस्थाओं से जुड़े हुए थे, तथा धार्मिक परंपराओं के काफी जानकार थे। उनके बड़े भाई विश्वंभर नाथ साह ‘सखा दाज्यू’ भी कर्मचारी नेता एवं रंगकर्मी एवं शिल्पी हैं।


सुरक्षा को मजबूत करने की प्रतिबद्धता

लखनऊ। भारत ने समुद्री सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए मेडागास्कर के साथ अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने डिफेंस एक्सपो के दूसरे दिन मेडागास्कर के रक्षामंत्री लेफ्टिनेंट जनरल आर. रिचर्ड के साथ इस बाबत मंथन किया। चर्चा के दौरान दोनों रक्षामंत्रियों ने एक बार फिर से समुद्री सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों देशों की समुद्री सीमा जुड़ी होने के मद्देनजर दोनों की जिम्मेदारी बनती है कि वे समुद्री क्षेत्र में सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करें, जिससे कि व्यापार संबंधी गतिविधियां सुचारु ढंग से चल सके। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की गत वर्ष मार्च में मेडागास्कर की यात्रा का जिक्र करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “इस ऐतिहासिक यात्रा से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध और मजबूत हुए हैं। इस दौरान हुए करारों से दोनों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने का फ्रेमवर्क तैयार हुआ है।” रक्षामंत्री ने एक बार फिर भरोसा जताते हुए कहा कि यह रक्षा प्रदर्शनी दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को बढ़ाने में मददगार साबित होगी और परस्पर सहयोग की संभावानाओं के अन्य क्षेत्रों का भी इसके माध्यम से पता चलेगा। मेडागास्कर के रक्षामंत्री रिचर्ड ने कहा, “हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा का माहौल बनाए रखने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने चक्रवाती तूफान डियाने के दौरान भारतीय नौसेना द्वारा की गई मदद के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को 26 जून को मेडागास्कर के स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होंने का न्यौता भी दिया है।


तनाव से आर्थिक विकास संभव नहीं

नई दिल्ली। कांग्रेस ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) से उत्पन्न हालात और गहराते आर्थिक संकट पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सामाजिक तनाव के कारण आर्थिक विकास संभव नहीं है। कांग्रेस के मनीष तिवारी ने बजट पर चर्चा की शुुरुआत करते हुए गुरुवार को कहा कि सरकार सीएए, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) जैसे कानून लाएगी तो इससे देश की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ेगा। उन्होंने कहा देश की अर्थव्यस्था को बेहतर करने के लिए सरकार को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करना होगा। सामाजिक तनाव के साथ आर्थिक विकास की परिकल्पना करना संभव नहीं है। मनीष तिवारी ने कहा कि सात दशक पहले संविधान को अपनाया गया जिसमें लोगों को सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक न्याय देने वादा किया था और सामाजिक एवं राजनीति न्याय तो कुछ हद तक मिल गया है लेकिन आर्थिक न्याय अब भी सही मायने में नहीं मिल पा रहा है। देश का 73 प्रतिशत धन एक प्रतिशत लोगों को पास है। देश के आर्थिक ढांचे को बेहतर करने के लिए गंभीरता से विचार करना चाहिए। सरकार ने 125 करोड़ देशवासियों के लिए जो आर्थिक ढांचा अपनाया है वह सही नहीं है इसलिए इस पर पुनर्विचार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार 1990 के दशक के नवउदारवाद के सिद्धातों को पुन: अपनाकर अर्थव्यवस्था को ठीक करना चाहती है जबकि इसके जनक देश ने इस सिद्धांत को नकार दिया है। देश की अर्थव्यवस्था कोरोना जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में हैं और उसे जुकाम की दवाई देने की कोशिश की जा रही है। देश का सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) 11 साल के सबसे कम स्तर पर पहुंच गया है। इसी प्रकार कृषि, निवेश सभी क्षेत्रों में गिरावट दर्ज की गयी है। मनीष तिवारी ने कहा कि देश की गाढ़ी कमाई से सार्वजनिक उपक्रमों को बनाया गया लेकिन सरकार अब इन उपक्रमों एक एक करके बेचने की योजना बना रही है ताकि वित्तीय घाटे को कम किया जा सके। सरकार को यह समझना होगा कि इन्हीं सार्वजनिक उपक्रमों ने आर्थिक मंदी के दौर से उबारा था और इन उपक्रमों की वजह से अर्थव्यस्था मजबूत बनी रही थी। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की एक प्रोफेसर ने कहा कि बजट में दिया गया एक एक आंकड़ा झूठा है। उन्होंने कहा कि वह उनकी बातों से पूरी तरह से सहमत नहीं हैं लेकिन अर्थशास्त्र की एक प्रोफेसर के द्वारा इस प्रकार की बात करना वैश्विक स्तर पर देश का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वहीं, मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वित्त राज्य मंत्री रहे जयंत सिन्हा ने गुरुवार को कहा कि सरकार की सोच आगे की तरफ है, जबकि विपक्ष पीछे देख रहा है। और इसलिए उसे बजट के वे आंकड़े नजर नहीं आते जहां सरकार ने अर्थव्यवस्था को गति देने का काम किया है। वित्त वर्ष 2020-21 के लिए संसद में 01 फरवरी को पेश बजट पर लोकसभा में आज शुरू हुई चर्चा को आगे बढ़ाते हुए सिन्हा ने कहा कि 50 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य तो पूरा हो जायेगा, हो ही रहा है। पचास खरब डॉलर हो गया। अब हमें 100 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था पर ध्यान देना चाहिये।


कर्नाटक में किया मंत्रिमंडल का विस्तार

बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने गुरुवार को मंत्रिमंडल में उन 10 नव-निर्वाचित विधायकों को शामिल किया है। जो पिछले वर्ष जनता दल सेक्युलर (जदएस)-कांग्रेस गठबंधन को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे। येदियुरप्पा ने आज 10 नव-निर्वाचित विधायकों को शामिल कर छह महीने पुराने मंत्रिमडल का विस्तार किया है। कर्नाटक के राज्यपाल वजूभाई वाला ने राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह में इन विधायकों को शपथ दिलायी। विधायकों में बी. बासवाराज, एस. टी. सोमशेखर, के. गोपालैयाह, रमेश जराकीहोली, आनंद सिंह, शिवराम हैब्बार, के. नारायणागौडा, बी. सी. पाटिल, डॉ. के. सुधाकर और श्रीमंथा बालासाहेब पाटिल शामिल हैं। इस अवसर पर राज्य के गृह मंत्री बोम्मामी, लोक निर्माण विभाग मंत्री गोविंद काराजो, कर्नाटक के मुख्य सचिव विजयभाष्कर, वरिष्ठ पुलिस अधिकािरियों सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। 10 नये मंत्रियों के शामिल हाेने के साथ येदियुरप्पा के मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या 27 हो गयी है लेकिन छह और पद अभी भी रिक्त हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार येदियुरप्पा की योजना मंत्रिमंडल में आज 13 विधायकों को शामिल करने की थी लेकिन अंतिम समय में उन्होंने अपना इरादा बदलकर 10 विधायकों को ही शामिल किया।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...