रविवार, 26 जनवरी 2020

वन-विभाग टीम ने पकड़ा दुर्लभ कोबरा

लखना रेंजर विवेकानन्द दुबे ने अपनी टीम के साथ बिना किसी संसाधन के पकड़ा खतरनाक कोबरा सांप


सनत तिवारी


सूचना पर ग्राम महिपालपुर पहुंची वन विभाग की टीम उस वक्त हैरत में पड़ गयी जब उन्होंने वहाँ  खतरनाक कोबरा सांप देखा।


इटावा। लखना रेंजर विवेकानन्द दुबे ने ग्राम महिपालपुर पहुँचकर कड़ी मशक्कत के बाद एक खतरनाक कोबरा सांप को पकड़ लिया। रेंजर व उनकी टीम ने बिना किसी संशाधन के खतरनाक कोबरा को सफलतापूर्वक पकड़ लिया।
वन विभाग की टीम को लगभग 1 घण्टे की कड़ी मशक्कत करनी पड़ी तब कहीं जाकर खतरनाक कोबरा सांप को पकड़ने में वन विभाग की टीम को सफलता हाथ लगी।ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि बिना किसी संशाधन की खतरनाक कोबरा सांप को पकड़ना किसी बड़ी चुनोती से कम नही।


10 साल के बेटे ने किया मां का अंंगदान

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में अंगदान का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसके बारे में जिसने भी सुना उसकी आंखें भर आईं। यहां एक ब्रेन डेड घोषित महिला के अंगों को उसके बेटे ने डोनेट करने का फैसला किया है। बेटे की उम्र महज 10 साल है। हैरान करने वाली बात यह है कि 7 साल पहले बच्चे के सिर से पिता का भी साया उठ चुका है। इन मुसीबतों के बाद भी बेटे ने अपनी मां के अंगदान का फैसला किया है।


5वीं कक्षा में पढ़ने वाले मयंक का उसकी मां दिशा साथ छोड़ गई है। दो दिन पहले एक्सीडेंट में घायल हुई दिशा को डॉक्टरों ने शनिवार को ब्रेन डेड घोषित कर दिया। मयंक पर जैसे पहाड़ टूट गया हो क्योंकि जब वो सिर्फ 3 साल का था तब आज से 7 साल पहले पिता का साया उसके सिर से उठ गया और अब उसकी मां ने भी उसका साथ छोड़ दिया। लेकिन इस 10 साल के बेटे ने ऐसे मुश्किल समय में भी ऐसा फैसला किया जिसके बारे में सुनकर हर किसी की आंख भर आई।


परिवार के लोग फैसले का कर रहे स्वागत


मयंक ने अपनी प्यारी मां के अंगदान का फैसला किया है। अब परिवार के लोग मयंक के इस फैसले का भीगी आंखों से स्वागत कर रहे हैं।‘आजतक’ से बात करते हुए मयंक के ताऊजी जगदीश छावानी ने बताया कि ‘बच्चा छोटा है लेकिन जब हम सबने उससे पूछा तो वो यही बोला कि अगर इनको जला दोगे तो सबकुछ खत्म हो जाएगा, इससे अच्छा इनके ऑर्गन डोनेट कर दिए जाएं जिससे वो अलग-अलग लोगों के जरिए अपनी मां को महसूस कर सकेगा’


हादसे में ब्रेन डेड हुई थी महिला


दरअसल, इसी 23 जनवरी को भोपाल में बस से उतरते समय दिशा घायल हो गई थी। डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर के ज़रिए बचाने की कोशिश तो की लेकिन शनिवार सुबह डॉक्टरों ने दिशा को ब्रेन डेड घोषित कर दिया। इसके बाद ही परिवार के बड़े-बुजुर्गों ने मयंक से मां के अंगदान के बारे में बात की तो उस मासूम ने बिना देर किए अंगदान के लिए हामी भर दी।


अंगदान की कागजी कार्रवाई पूरी


अब मयंक की मां के ऑर्गन्स को निकालकर अलग-अलग लोगों में ट्रांसप्लांट किया जाएगा। ऑर्गन डोनेशन की जानकारी मिलने पर किरण फाउंडेशन के डॉक्टर राकेश भार्गव भी हमीदिया अस्पताल पहुंचे थे और अंगदान से जुड़े ज़रूरी कागज़ी कार्यवाही को पूरा किया।


इसके बाद मयंक की मां को हमीदिया में वेंटिलेटर से हटाकर अब दूसरे हॉस्पिटल ले जाया गया है, जहां उनके शरीर से ऑर्गन्स निकाल लिए जाएंगे। जिस तरह से महज 10 साल के बेटे ने ये कदम उठाया है, उसके बाद अब परिवार के अन्य लोग भी अपनी मौत के बाद अंगदान के बारे में मन बना चुके हैं। जाहिर है मां की मौत के बाद भी इस बेटे ने समाज को एक बड़ा संदेश जरूर दे दिया है।


गणतंत्र दिवस पर गंगा स्वच्छता अभियान

गणतंत्र दिवस के साथ गंगा स्वच्छता अभियान की शपथ


गंगा टाक्स फोर्स के जवानों के साथ गंगा सुरक्षा दल जलीय जीवो व गंगा की करेगी सुरक्षा


कानपुर। बिठूर तीर्थ पर जलीय जीवो की सुरक्षा, मां गंगा की स्वच्छता ही सेवा के तहत वर्षों से निस्वार्थ सेवा करते आ रहे हैं। गंगा सुरक्षा दल के सदस्यों ने आज प्रत्येक रविवार की तरह बिठूर तीर्थ के गंगा घाटों पर चलाया स्वच्छता एवं जागरूकता अभियान। इस महा अभियान में ब्रह्मा व्रत घाट, तुलसी राम घाट, महिला घाट, बारादरी घाट, पत्थर घाट, भज्जू घाट, गोदारा घाट सहित गंगा में पड़ा कूड़ा कचरा आदि की की गई साफ-सफाई। गंगा घाटों पर मौजूद तीर्थ यात्रियों व पंडा समाज के लोगों से मां गंगा में किसी भी प्रकार की गंदगी ना करने की अपील भी की गई। वही सदस्यों का कहना है मां गंगा की स्वच्छता को लेकर सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही हैं। सफाई कर्मचारी तो नियुक्त हैं लेकिन गंगा घाटों पर गंदगी ही गंदगी बनी रहती है। गंगा में टनो  कूड़ा समा रहा है। लेकिन जिम्मेदार बेखबर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी नमामि गंगे स्वच्छता अभियान योजना। इस मौके पर बच्चा तिवारी, राजू बाबा, कल्लू मिश्रा, गोलू सिंह, लालजी अवस्थी, क्षमा शशांक शुक्ला, अखिलेश, रजनीश, रामविलास, अनिल निषाद, सौरभ, सुनील पांडे, गोलू सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।


जेल में दरिंदे ने बनाई 'दरिंदगी की फोटो'

कविता गर्ग


नई दिल्ली। निर्भया के 4 गुनहगाराें में से एक विनय तिहाड़ जेल में पेंटिंग और शायरी लिखकर समय काट रहा है। उसने एक पेंटिंग निर्भया के साथ 16 दिसंबर 2012 की रात हुई दरिंदगी पर बनाई है। इसमें एक असहाय लड़की को दरिंदे के चंगुल में फंसा दिखाया गया है। इस पर 16 दिसंबर 2012 लिखा है। इसके नीचे फांसी के 4 फंदे भी बने हैं।


पेंटिंग को देखने से प्रतीत होता है कि असहाय लड़की के साथ जो दरिंदगी हुई, उसका अंजाम फांसी है। विनय ने दरिंदा नाम से भी एक पेंटिंग बनाई है। विनय की मांग पर जेल प्रशासन ने उसे कागज, पेंसिल और ब्रश मुहैया कराया था। इनकी मदद से उसने 19 से भी ज्यादा पेंटिंग बनाई हैं। दैनिक भास्कर के पास उसकी पेंटिंग की तस्वीर है। उसने अपनी मां और स्वर्गीय दादा की भी पेंटिंग बनाई है। अपनी मां के लिए बनाई गई पेंटिंग में उसने लिखा है कि आपको बहुत याद करता हूं। जेल सूत्राें के अनुसार विनय जेल में रातभर अपनी मां को याद कर रोता है।


दोस्तों के नाम चिट्‌ठी में दी नसीहत


विनय ने अपने चार दोस्तों के नाम एक चिट्ठी भी लिखी है। इसमें उसने दोस्तों को अच्छा व्यवहार करने की नसीहत दी है। दोस्ताें- राजू, कमल, रोहित सिंह और दिनेश के नाम लिखी चिट्ठी में उसने कहा है- मैं आप सभी दोस्तों को याद करता हूं और आपको प्यार करता हूं। मेरे सभी दोस्तों को मेरा एक पैगाम है। कभी भी किसी को वह मत कहना, जिसे तुम खुद बर्दाश्त न कर सको। अपने पत्र में विनय शर्मा ने कुछ शेर भी लिखे हैं।


‘दरिंदा’ की फाेटाे वकील काे दी गई


दिल्ली की पटियाला हाउस सेशन काेर्ट के निर्देश पर तिहाड़ जेल प्रशासन ने निर्भया के गुनहगार विनय कुमार की जेल में लिखी डायरी ‘दरिंदा’ की फाेटाे और अन्य दस्तावेज उसके वकील एपी सिंह काे दे दिए हैं। इसके साथ ही कोर्ट 3 गुनहगाराें की याचिका का निपटारा किया।


17 हजार फिट ऊंचाई पर फहराया तिरंगा

17 हजार फीट ऊंचाई पर लद्दाख में ITBP के जवानों ने लहराया तिरंगा
 
कविता गर्ग


लद्दाख। देशभर में आज 71वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। इस बीच भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों ने 17 हजार फीट की ऊंचाई पर लद्दाख में तिरंगा फहराया। ITBP के जवानों का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें जवान मानइस 20 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान में तिरंगा थामे हुए भारत मात की जय और वन्दे मातरम् के नारे लगाते नजर आ रहे हैं।


बता दें कि यह पहली बार है जब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद अलग केंद्रशासित प्रदेश बने लद्दाख में गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। मानइस 20 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान में लोकतंत्र के इस त्योहार को आईटीबीपी के जवानों ने पूरे जोश के साथ मनाया। इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने एक रैली के दौरान कहा था कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार घाटी में घुल मन और जोश से गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। पीएम मेदी ने गणतंत्र दिवस की दी शुभकामनाएं।


बता दें, गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों में ध्वजारोहण हुए। वहीं, राजपथ पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद परेड की सलामी ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ ब्राजील के राष्ट्रपति जे बोलसनारो भी परेड देखने राजपथ पहुंचे। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा, ‘सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की बहुत-बहुत बधाई. जय हिंद!’


यूपी पुलिस कमिश्नर ने ध्वजारोहण किया

पुलिस कमिश्नर लखनऊ श्री सुजीत पाण्डेय महोदय द्वारा 71 वें गणतंत्र दिवस के महापर्व पर रिजर्व पुलिस लाइन लखनऊ में ध्वजारोहण कर पुलिसकर्मियों को दी गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं


पुलिस कमिश्नर लखनऊ महोदय को अपने बीच पाकर खिले नौनिहालों के चेहरे
पुलिस कमिश्नर लखनऊ महोदय द्वारा बच्चों को मिष्ठान वितरण कर दी गणतंत्र दिवस के महापर्व की शुभकामनाएं


उत्कृष्ट कार्य करने व अपने कार्य के प्रति ईमानदार रहने वाले पुलिसकर्मियों को किया पुरस्कृत


 लखनऊ। 26 जनवरी 2020 को 71वें गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर श्रीमान पुलिस कमिश्नर लखनऊ श्री सुजीत पाण्डेय द्वारा रिजर्व पुलिस लाइन्स लखनऊ मे ध्वजारोहण किया गया, ध्वजारोहण कार्यक्रम में श्रीमान पुलिस कमिश्नर लखनऊ श्री सुजीत पाण्डेय महोदय द्वारा उपस्थित सभी पुलिसकर्मियों को भारतवर्ष के गौरवशाली इतिहास से अवगत कराया गया तथा यह शपथ दिलायी गयी कि सभी पुलिसकर्मी अपने-अपने कार्यो का पूरे मनोयोग व ईमानदारी से निर्वाहन करते हुये देश की एकता व अखण्डता को बनाये रखेंगे। उत्कृष्ट कार्य करने व अपने कार्य के प्रति ईमानदार रहने वाले पुलिसकर्मियों को किया पुरस्कृत करते हुए पुलिस मार्डन स्कूल के बच्चों को मिठाई वितरित किया।


आंखों के संक्रमण पर विस्तृत चर्चा

एम्स में आयोजित संगोष्ठी में विशेषज्ञों ने आंखों को सुरक्षित रखने व संक्रमण की रोकथाम को लेकर विस्तृत चर्चा की।।


चिकित्सक को अपने विषय में दक्षता के साथ साथ व्यवहारिक ज्ञान का होना भी जरुरी :- प्रो. रवि कांत


ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में नेत्र रोग विभाग की ओर से आयोजित संगोष्ठी में विशेषज्ञों ने आंखों को सुरक्षित रखने व संक्रमण से आंखों की रोकथाम को लेकर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने व्याख्यानमाला के माध्यम से नेत्र संक्रमण के लक्षण, सावधानियां व उपचार आदि के बारे में जानकारी दी। संगोष्ठी में राज्यभर से सरकारी, गैर सरकारी नेत्र चिकित्सकों ने प्रतिभाग किया।
शनिवार को उत्तराखंड ऑप्थोमोलॉजी सोसाइटी व ऑल इंडिया ऑप्थोमोलॉजी सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित संगोष्ठी का बतौर मुख्य अतिथि एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर निदेशक एम्स ने संगोष्ठी में उपस्थित नेत्र विशेषज्ञों से उत्तराखंड को दृष्टिबाधिता से मुक्ति दिलाने को सामुहिक प्रयास का आह्वान किया। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने आंखों के संक्रमण को लेकर जन सामान्य को जागरुक करने पर जोर दिया, जिससे लोगों को आंखों की सुरक्षा संबंधी जानकारियों से रूबरू हो सकें। निदेशक एम्स ने कहा कि चिकित्सक को अपने विषय में दक्षता के साथ साथ व्यवहारिक ज्ञान का होना भी जरुरी है। पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने कहा कि मरीज व उनके तीमारदारों के प्रति कुशल व्यवहार चिकित्सक को लोकप्रिय बनाते हैं।
संगोष्ठी में मुख्यवक्ता एलवी प्रसाद आई इंस्टीट्यूट हैदराबाद की वरिष्ठ माईक्रो बायोलाॅजिस्ट डा. सावित्री शर्मा ने नेत्रों में होने वाले विभिन्न प्रकार के  संक्रमण की जानकारी दी। उन्होंने इसके लक्षण, कारण और निदान विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि यदि किसी की आंखों में पानी आने, दर्द होने या रोशनी कम होने जैसे लक्षण नजर आएं तो उस व्यक्ति की आंखों में संक्रमण हो सकता है। ऐसी स्थिति में उसे नेत्र सुरक्षा के लिए अति शीघ्र विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
संस्थान के नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डा. संजीव मित्तल ने बताया कि आंखों में संक्रमण के लक्षण पाए जाने पर तत्काल उपचार शुरू कर लेना चाहिए, अन्यथा संक्रमण के फैलने पर आंखों में दृष्टि दोष उत्पन्न होने लगता है और आंखें खराब हो जाती हैं। संगोष्ठी में डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता, डीन एलुमिनाई प्रोफेसर बीना रवि, यूएसओएस के अध्यक्ष डा. सौरभ लूथरा, प्रोफेसर केपीएस मलिक, डा. अजय अग्रवाल, डा. विनीता गुप्ता, डा. अनुपम, रेटिना स्पेशलिस्ट डा. रामानुज, डा. देवेश, कॉर्निया स्पेशलिस्ट डा. नीति गुप्ता, माइक्रो बाॅयालाॅजी विभाग की डा. नीलम, अरूप मोहंती आदि ने व्याख्यान दिया। इस अवसर पर महंत इंद्रेश अस्पताल देहरादून, निर्मल आश्रम अस्पताल ऋषिकेश आदि के नेत्र चिकित्सकों ने भी प्रतिभाग किया।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...