सोमवार, 13 जनवरी 2020

'छपाक' देख महिलाओं के छलके आंसू

छलक पड़े आंसू ‘छपाक’ देख कर पंजाब की तेजाबी हमले से पीडि़ता महिलाओं के


अमित शर्मा


चंडीगढ़। पंजाब की एसिड पीडि़ताओं के दीपिका पादुकोण की फिल्म 'छपाक' देख कर आंसू छलक आए। कैबिनेट मंत्री अरुणा चौधरी ने उन्हें बड़ी मुश्किल से चुप करवाया। फिल्म देख कर थियेटर से बाहर निकली तेजाबी हमले की पीडि़त महिलाओं का कहना था कि दीपिका ने उनके दर्द को बहुत ही शानदार तरीक़े से पर्दे पर उभारा है। हालांकि, इस दर्द को सही मायने में वही समझ सकता है, जिसने इसे झेला है, लेकिन दीपिका ने उनके दर्द को न केवल समझा है, बल्कि सही मायने में साकार भी  किया है। पंजाब की एसिड पीडि़ताओं के लिए अमरिंदर सरकार की तरफ से छपाक का विशेष शो रखा गया था। पंजाब में तेजाबी हमले की शिकार महिलाओं की तादाद 40 है और इनमें से 15 महिलाओं ने सामाजिक सुरक्षा मंत्री अरुणा चौधरी के साथ यह फिल्म देखी। लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी पर आधारित यह फिल्म देख कर, जब एक महिला दलजीत कौर दहाड़ेंं मार कर रोने लगी तो अरुणा चौधरी ने उठ कर उसे अपने गले लगा लिया। इस मौके पर पीडि़ता दलजीत कौर का कहना था, एसिड अटैक के बाद ऐसा लगने लगा कि हम इस समाज का हिस्सा ही नहीं हैं। फिल्म देखने के बाद हमारा हौसला अब और मजबूत हुआ है। यहां यह उल्लेखनीय है कि पंजाब में तेजाबी हमले के 40 मामलों में से 11 के आरोपियों को सजा मिल चुकी है।


बेटियां हर क्षेत्र में आगे, लोहड़ी की बधाई

बेटियां हर क्षेत्र में आगे : मनप्रीत बादल


अमित शर्मा
बठिंडा। पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने यहां माडल टाउन में आयोजित लोहड़ी धीयां दी कार्यक्रम मेंं शहर निवासियों को लोहड़ी वधाई देते हुये कहाकि समाज में बेटियां हर क्षेत्र में आगे आ रही हैं। उन्होंने कहाकि बेटियां को उसी तरह सम्मान दें जिस प्रकार बेटों को दिया जाता है। बेटे-बेटी में पक्षपात न करें। 


मनप्रीत बादल ने आर्य गल्र्ज सीनियर सकेंडरी स्कूल, एसएसडी सीनियर सकेंडरी स्कूल व अन्य जगहों पर लोहड़ी कार्यक्रम में भाग लिया। वित्त मंत्री ने कहाकि हमें सभी त्योहार मिलजुल कर प्यार से मनाने चाहियें ताकि आपसी भाईचारा बना रहे। इस अवसर पर नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन के के अग्रवाल, अरूण वधावन, वरिष्ट कांग्रेसी नेता टहल सिंह संधू, जगरूप गिल एडवोकेट, राजन गर्ग एडवोकेट, पवन मानी,  अशोक प्रधान, कई नगर निगम पार्षद व कांग्रेसी वर्कर भी उपस्थित थे। बाद में मनप्रीत बादल ने अपने पंचायत भवन स्थित कार्यालय में लोगों की समस्यायें सुनीं।


घाटी में बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित

कश्मीर घाटी में बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित


अमित शर्मा


श्रीनगर। कश्मीर घाटी सोमवार को बर्फ की मोटी चादर में लिपटी हुई है और भारी बर्फबारी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हालांकि, मौसम विभाग के अधिकारी ने मंगलवार से राहत की संभावना व्यक्त की है। घाटी के मैदानी और ऊंची पहाड़ी वाले इलाकों में भारी बर्फबारी हुई है। श्रीनगर में 12 सेंटीमीटर, गुलमर्ग में 27 सेंटीमीटर और पहलगाम में 21.5 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है।बर्फबारी के कारण कश्मीर घाटी में तापमान में गिरावट आई है। श्रीनगर में रात का तापमान शून्य से 1.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। गुलमर्ग में शून्य से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.7 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ। मौसम विभाग ने अपने अनुमान में सोमवार को और अधिक बर्फबारी होने की बात कही है, जबकि मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से सामान्य बर्फबारी होने के आसार हैं। श्रीनगर में मौसम कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा, "आज बर्फबारी होगी, हम सिर्फ कल से मौसम में सुधार देखेंगे।" बर्फबारी के कारण सड़क संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो जाने के बाद बड़ी संख्या में घाटी के कई गांवों का संपर्क टूट गया है। गुरेज और तंगधार जैसे दूरदराज के इलाके भी अलग-थलग पड़ गए हैं। सड़कों पर बर्फ जमा होने के कारण यात्रियों को यात्रा करने में कठिनाई हो रही है। अब्दुल अहद, श्रीनगर में जिनका ऑफिस उनके घर से महज दो किलोमीटर दूर है, ने कहा, "इतनी बर्फ जमा होने से मैं सोच रहा हूं कि अपने दफ्तर तक कैसे पहुंच सकूंगा।" बर्फबारी के कारण कश्मीर घाटी में कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। श्रीनगर के लाल बाजार में आदिल अहमद ने कहा, "रात में बिजली चली गई। हमें उम्मीद है कि इसे जल्द ही बहाल कर दिया जाएगा।" इस साल कश्मीर में कई दौर की बर्फबारी हुई है। नवंबर में हुई बेमौसम बर्फबारी ने तबाही मचाई और दक्षिण कश्मीर के ऊपरी इलाकों में सेब के बागों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया था।


8 पहाड़ी जिलों पर बर्फबारी,अलर्ट जारी

पहाड़ों पर बर्फ़बारी, 8 जिलों के लिए आरेंज आलर्ट जारी


शिमला। प्रदेश में फिर एक बार मौसम ने करवट बदल ली है। कल से फिर बर्फ़बारी शुरु हो गई है। जिला लाहौल-स्पीति, किन्नौर और कुल्लू के आउटर सिराज में फिर बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। ऊपरी इलाको में ताजा बर्फ़बारी को कारण ठंड औऱ बढ़ गई है। चंबा के सलूणी-लंगेरा, खज्जियार, लक्कड़ मंडी सहित जनजातीय क्षेत्र पांगी के आधा दर्जन रास्ते वाहनों की आवाजाही के लिए ठप हैं। प्रदेश भर में अब भी दो एनएच शिमला-रामपुर और कुल्लू-आनी समेत 470 सड़कें बंद हैं। हालांकी 5 दिन बाद शिमला शहर सहित जिले के कुछ क्षेत्रों में बस सेवा बहाल हुई है। 14 और 15 जनवरी को मौसम में सुधार होगा और इसलिए केवल पृथक स्थानों पर वर्षा होगी। इसके बाद, 16 और 17 जनवरी  को एचपी राज्य में मौसम की गतिविधि बढ़ने की संभावना है। राजधानी शिमला में दिन भर आसमान पर बादल छाये रहे और बाजारों में पर्यटकों की भीड़ उमड़ी रही। मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल में18 तक मौसम फिर सताएगा। 13 को मैदानी इलाकों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और सोलन में येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि मध्यम और ऊंचाई वाले जिलों चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, किन्नौर और लाहौल-स्पीति में आरेंज अलर्ट जारी किया है। केलांग का न्यूनतम तापमान - 11.3 डिग्री सेल्सियस और बिलासपुर का सबसे अधिक अधिकतम तापमान 19.0 डिग्री दर्ज किया है। प्रदेश में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में किन्नौर, लाहुल स्पीति में हिमखंड गिरने की भी आशंका बनी हुई है। 16 जनवरी को पूरे प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया है।


एक्सप्रेस-वे पर पलटी बस, दो की मौत

नई दिल्ली। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर सोमवार की सुबह बड़ा हादसा हो गया। आगरा के फतेहाबाद थाना क्षेत्र में एक्सप्रेस वे पर अनियंत्रित हुई उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की एसी बस 20 फीट नीचे सर्विस रोड पर जाकर पलट गई। हादसे में दो यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 12 से अधिक लोग घायल हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। जहां दो यात्रियों की हालत नाजुक बताई जा रही है। एसी बस आगरा से लखनऊ जा रही थी। फतेहाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम सिकरारा के पास एक्सप्रेस वे पर ट्रक खड़ा था, जिसका टायर फट गया था। कोहरे की वजह से बस चालक को दूर से ट्रक नहीं दिखा।


कोहरे की वजह से हुआ हादसाः पास आने पर ट्रक दिखा तो चालक ने बस को बचाने का प्रयास किया। इससे बस अनियंत्रित होकर 20 फीट नीचे सर्विस रोड पर जाकर पलट गई। बस पलटने ही चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोग घटनास्थल की और दौड़ पड़े। सूचना मिलते ही थाना पुलिस और यूपीडा के कर्मचारी पहुंच गए। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मौत से घायलों को बस से बाहर निकाला। सभी घायलों को अस्पताल में भेजा गया, जिनमें दो लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस के अनुसार खड़े ट्रक को बचाने के प्रयास में हादसा हुआ है। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है। मृतकों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। वहीं क्रेन से एसी बस को सर्विस रोड से हटवाया गया है।


सब्जी विवादः पति-पत्नी ने की आत्महत्या

पेंड्रा। मरवाही थाना क्षेत्र के धनोरा गांव में पति-पत्नी के बीच हुआ विवाद दोनों की मौत का कारण बन गया। दरअसल विवाद के बाद गुस्साए पति पत्नी ने कुंए में छलांग लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी के बीच अंडे की सब्जी नहीं बनाने को लेकर विवाद हो गया। जिसके बाद गुस्से में पत्नी कुएं में छलांग लगा दी। और पत्नी को बचाने पति भी कुएं में कूद गया। औऱ दोनों की कुएं में डूबने से मौत हो गई। घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। वहीं पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।


मिली जानकारी के मुताबिक पूरा मामला शनिवार का है, लेकिन असल मौत खुलासा रविवार को हुआ है। पति शंकर नागवंशी रात में अंडे लेकर घर पहुंचा और पत्नी शशि नागवंशी को अंडे की सब्जी बनाने की बात कही। रात ज्यादा होने के चलते पत्नी ने सब्जी बनाने से इंकार कर दिया। इसी बात को लेकर दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ। दोनों को आपस में झगड़ते देख भतीजी ने अंडे की सब्जी बनाकर शंकर को दे दिया। रात में खाना खाने के बाद दोनों सो गए। सुबह जब दोनों उठे तब पत्नी शशि खेत की तरफ शौच के लिए चली गई। पति भी पीछे-पीछे खेत की ओर गया। उसी दौरान पत्नी अचानक खेत में बने कुएं में कूद गई। जिसे देख पति शंकर भी उसे बचाने के लिए कुए में छलांग लगा दी। इस तरह दोनों की कुएं में डूबने से मौत हो गई। मौत की वजह अंडे की सब्जी बनाने को लेकर हुए विवाद बनी। परिजन दोनों के वापस नहीं लौटने पर उनकी खोज खबर करने लगे। तभी खेत में कुए के नजदीक शशि का चप्पल घर वालों ने देखा और घटना की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने कुए में कांट डलवाया, तब दोनों का शव बरामद हुआ। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।


13 की सुरक्षा से हटेंगे 'ब्लैक कैट कमांडो'

नई दिल्ली। गांधी परिवार से एसपीजी कवर वापस लेने और वीआईपी सुरक्षा में व्यापक कटौती के बाद केंद्र सरकार ने एनएसजी कमांडो को पूरी तरह इस काम से हटाने का फैसला किया है। अब रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत 13 वीआईपी हस्तियों को एनएसजी के ‘ब्लैक कैट’ कमांडो सुरक्षा नहीं देंगे। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, करीब दो दशक बाद ऐसा होगा जब एनएसजी कमांडो को वीआईपी सुरक्षा ड्यूटी से हटाया जाएगा। वीआईपी सुरक्षा से एनएसजी को हटाने से करीब 450 कमांडो मुक्त हो जाएंगे, जिनका इस्तेमाल देश में बने इनके पांच ठिकानों में इनकी मौजूदगी को और मजबूत करने में किया जाएगा। 1984 में जब एनएसजी का गठन हुआ था, तब वीआईपी ड्यूटी इसके मूल कामों में शामिल नहीं थी। एनएसजी ‘जेड प्लस’ श्रेणी सुरक्षा प्राप्त 13 वीआईपी हस्तियों को सुरक्षा देता है। प्रत्येक के साथ दो दर्जन एनएसजी कमांडो होते हैं। गृहमंत्रालय का मानना है कि एनएसजी को आतंकवाद और विमान अपहरण जैसी गतिविधियों के खिलाफ अभियान के अपने मूल काम पर ध्यान लगाना चाहिए।


सीआरपीएफ और सीआईएसएफ को मिलेगा जिम्मा


सुरक्षा प्रबंधों में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि जल्द एनएसजी से इन वीआईपी का सुरक्षा जिम्मा वापस लेकर सीआरपीएफ और सीआईएसएफ को सौंपी जा सकता है, जो पहले ही 130 विशिष्ट लोगों को सुरक्षा मुहैया करा रही है। सीआरपीएफ पूर्व पीएम मनमोहन सिंह व उनकी पत्नी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सुरक्षा दे रही है। वहीं, सीआईएसएफ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत अन्य प्रमुख लोगों की सुरक्षा दे रही है।


इन्हें मिला है एनएसजी कवरः राजनाथ और योगी आदित्यनाथ के अलावा यूपी की पूर्व सीएम मायावती, मुलायम सिंह, आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू, पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला, असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भी एनएसजी कवर मिला है।


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...