मंगलवार, 31 दिसंबर 2019

बर्फबारी के साथ होगा नए साल का स्वागत

नई दिल्‍ली। पूरे उत्तर भारत से लेकर मध्‍य एवं पूर्वी भारत में हा़ड़ कंपा देने वाली कड़ाके की ठंड ने लोगों को हलाकान कर रखा है। नए साल में शीत लहर की आफत के बाद अब बारिश, ओलावृष्टि एवं बर्फबारी से लोगों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। उत्तर पाकिस्‍तान और इससे सटे जम्‍मू-कश्‍मीर के करीब एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है जो उत्‍तर भारत के पहाड़ी इलाकों को प्रभावित कर रहा है। इससे जम्‍मू-कश्‍मीर के उत्तरी एवं पश्चिमी भागों में बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। मौसम विभाग की मानें तो नए साल के पहले दिन पश्चिमी विक्षोभ के और आगे बढ़ने की वजह से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में भी बारिश के साथ ओले पड़ेंगे। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कई जिलों में न्यूनतम तापमान शिमला, मसूरी और मनाली से भी कम दर्ज किए गए। दिल्ली में दिसंबर माह में सबसे कम औसतन अधिकतम तापमान का 119 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। राजस्थान के पांच शहरों में रविवार को न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे रहा, जबकि हरियाणा के हिसार में कई दिनों से न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है। दिल्ली का न्यूनतम तापमान भी 2.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। 
कड़ाके की ठंड से लोगों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। सोमवार को उत्तर प्रदेश में 63 और पंजाब में तीन लोगों की मौत हो गई। कोहरे कारण हुए हादसों में उत्तर प्रदेश में सात और पंजाब में दो लोगों की जान गई। ठंड के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। ठंड से लोगों को ज्यादातर सांस से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस मामला में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि ओपीडी में 20 फीसद की वृद्धि हुई है। इनमें ज्यादातर लोग सांस की बीमारियों से पीड़ित हैं। कड़ाके की ठंड के कारण मध्य भारत में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में तापमान में भारी गिरावट आई है और कई शहरों में शीतलहर चल रही है। मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्काइमेट की मानें तो पिछले कुछ दिनों से मध्य प्रदेश में कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान गिरकर 3 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है। मध्य प्रदेश के सीधी, खजुराहो, दतिया, ग्वालियर और सतना जैसे कई क्षेत्रों में सर्द दिन की स्थिति बनी हुई है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो पश्चिमी हिमालय से उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं के चलने की वजह से ऐसी भीषण सर्दी देखने को मिल रही है। 
प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र, दिल्ली के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने ऐसी परिस्थितियों के लिए जलवायु परिवर्तन को जिम्‍मेदार ठहराया है। उन्‍होंने बताया कि जलवायु परिवर्तन से मौसमी गतिविधियां अब चरम पर पहुंचने लगी हैं। गर्मी में तापमान बहुत अधिक चला जाता है तो मानसून में बारिश का रिकॉर्ड टूटने लगा है और सर्दियों में शीतलहर भी ज्यादा ही लंबी चल रही है। पिछले लगभग एक पखवाड़े से बादल महज 200 से 300 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद हैं। नमी, धूल और प्रदूषण ने बादलों की परत को और मोटा कर दिया है जिससे सूरज की किरणों धरती तक नहीं पहुंच पा रही हैं। नतीजतन ठंड बढ़ गई है। कोहरे के चलते दिल्ली से होकर आने-जाने वाली 34 ट्रेनें देर से चल रही हैं। इसके साथ ही दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण में भी इजाफा हुआ है। राष्‍ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता का स्‍तर मंगलवार को खतरनाक श्रेणी 431 पर पहुंच गया। मौसम विभाग ने बताया है कि उत्तर प्रदेश में कोहरे की समस्‍या बरकरार है। बहराइच, लखनऊ और गोरखपुर में विजिबिलिटी  25 मीटर दर्ज की गई। पटियाला, चुरू, जैसलमेर, झांसी, सुल्‍तानपुर, वाराणसी, पटना, गया और पुर्णिया में विजिबिलिटी 50 मीटर दर्ज की गई।


योगी आदित्यनाथ ने भी किया पलटवार

लखनऊ। प्रियंका गांधी के भगवा बयान पर डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के बाद अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पलटवार किया है। सीएम योगी ने बिना नाम लिये प्रियंका पर निशाना साधते हुए कहा कि विरासत में राजनीति पाने वाले और देश को भुलाकर तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले लोकसेवा का मतलब नहीं समझ सकते हैं। सीएम योगी ऑफिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, 'श्री मुख्यमंत्री ने भगवा लोक सेवा के लिए धारण किया है। सब कुछ त्याग कर। वे न केवल भगवा धारण करते हैं, बल्कि उसका प्रतिनिधित्व भी करते हैं। भगवा वेशभूषा लोक कल्याण और राष्ट्र निर्माण के लिए है और योगी जी उस पथ के पथिक हैं।


लकडी के बिना नही जल रही है,आग

लखनऊ। गोसाईगंज के अधिकांश पंचायतों ने कस्बे चौराहों व विशेष कर सार्वजनिक स्थानों पर पंचायत की ओर से अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। गांव के लोग खुद ही लकड़ी का इंतजाम कर हांड कपाती ठंड में किसी तरह जीवन बसर कर रहे हैं। बता दें कि, सोमवार को सरसवां, अहिमामऊ, मलौली, चांदसराय, रानीखेड़ा, बक्कस व मस्तेमऊ सहित लगभग दो दर्जन से अधिक पंचायतों का सर्वे किया गया। लेकिन कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं दिखी। ग्रामीणों की मानें तो ठंड के चलते लकड़ियों का इंतजाम नहीं हो पा रहा है। पंचायत की ओर से अलाव की व्यवस्था होती तो लोगों को राहत मिल जाती। चेयरमैन ने गरीबों को बांटे कम्बल गोसाईगंज के नगर पंचायत अमेठी के चेयरमैन मोहम्मद वहीद द्वारा अपने निजी खर्च पर कम्बल वितरण कार्यक्रम का आयोजन अपने आवास पर किया गया। कम्बल वितरण के दौरान क्षेत्रीय विधायक अम्बरीष पुष्कर, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष जय सिंह जयंत, वसीम, रशीद मंत्री, सहित समस्त सभासद लोग उपस्थित रहे। इस दौरान क्षेत्र के गरीबों के बीच तीन हजार कंबलों का वितरण किया गया। कम्बल वितरण के दौरान नगर पंचायत अमेठी के सभी वार्डो के लोग कम्बल लेने पहुंचे थे।


सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोप मे किया बर्खास्त

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक्शन में हैं। भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है। इस बार सीएम योगी का चाबुक संभल जनपद के डिप्टी कलेक्टर ओमवीर सिंह यदुवंशी पर चला है। प्रदेश सरकार ने डिप्टी कलेक्टर को भ्रष्टाचार के आरोप में बर्खास्त कर दिया है। डिप्टी कलेक्टर पर जनपद संभल के तहसीलदार, कोल तहसीलदार के पद पर रहते हुए वर्ष 2013 से 2015 के बीच पांच करोड़ रुपये की सार्वजनकि भूमि को निजी व्यक्ति को अनियमित रूप से देने का आरोप था। इसके साथ ही उन पर कुछ अन्य आरोप भी थे।


योगी सरकार पर प्रियंका ने हमला बोला

लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर भले ही अब विरोध प्रदर्शन लगभग थम गए हों, लेकिन इस पर राजनीति नहीं रुकी है। सोमवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उत्तर प्रदेश में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन में हुए हिंसा को लेकर यूपी पुलिस के रवैये पर सवाल उठाए। साथ ही योगी सरकार पर अन्य बातों को लेकर भी प्रियंका ने जमकर हमला बोला। अब यूपी में भाजपा के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने प्रियंका पर पलटवार किया है। 


शर्मा ने कहा कि प्रियंका हिंदुत्व से अंजान हैं। उन्होंने हिंदुओं की बेइज्जती की है। प्रियंका ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथजी के भगवा चोले पर आक्षेप किया हैं। भगवा पहनावे और परंपरा के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। आज 20-20 मैच चल रहा है। कांग्रेस, सपा और बसपा इसी में लगे हैं। ये विपक्षियों का आपस का द्वंद है कि कौन ज्यादा वोट खींचता है। वे भगवा को कलंकित करने का काम कर रहे हैं। विपक्ष प्रदेश की शांति को नष्ट करने का काम कर रहा। कानून तोडऩा कांग्रेस का काम है। सीआरपीएफ ने भी साफ किया है कि प्रियंका ने प्रोटोकॉल तोड़ा था। एसपी और कांग्रेस के लोगों को लोकसभा चुनाव में हार के बाद वोट बैंक खिसकता दिखाई दिया।


नया जिला कहलाएगा गौरेला-पेंड्रा-मरवाही

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से 15 अगस्त को राजधानी के पुलिस ग्राउंड में नए जिले की घोषणा जल्द ही पूरी होने जा रही है, प्रदेश के जिलों की सूची में गौरेला-पेंड्रा-मरवाही नया जिला जुड़ने जा रहा है। इसके लिए राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। नया जिला 10 फरवरी 2020 को अस्तित्व में आ जाएगा, जिसके बाद प्रदेश में जिलों की संख्या 28 हो जाएगी। इस नए जिले की सीमाएं उत्तर में कोरिया जिले की मनेंद्रगढ़ तहसील, दक्षिण में बिलासपुर जिले की कोटा तहसील, मुंगेली जिले की लोरमी तहसील,  पूर्व में कोरबा की कटघोरा तहसील और पश्चिम में मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले की सोहागपुर एवं पुष्पराजगढ़ से जुड़ेगी।


102 लाख करोड़ का प्रोजेक्ट का किया ऐलान

नई दिल्‍ली। वित्‍तमंत्री निर्मला सीतारमण ने साल के अंतिम दिन बुनियादी ढांचा क्षेत्र में 102 लाख करोड़ रुपये के प्रोजेक्‍ट लाने का ऐलान किया। सीतारमण ने यहां पत्रकार वार्ता में मंगलवार को कहा कि बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं को चिह्नित करने के लिए गठित कार्यदल ने 102 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं की पहचान करके ये सिफारिश की है, जिसका लक्ष्य एक मात्र इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर सेक्‍टर (बुनियादी ढांचा) क्षेत्र को बढ़ावा देना है। वित्तमंत्री ने कहा कि चिह्नित बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को मॉनीटर करने के लिए राष्ट्रीय अवसंरचना परियोजनाओं के लिए समन्वय प्रणाली की शुरुआत की जाएगी। केंद्र और राज्यों ने पिछले छह साल के दौरान बुनियादी परियोजनाओं पर 51 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जिसमें अगले 5 साल में 100 लाख करोड़ रुपये और निवेश किए जाएंगे।उल्‍लेखनीय है कि देशभर में जारी आर्थिक सुस्ती के माहौल को देखते हुए इस बात की उम्मीद की जा रही है कि केंद्र सरकार इस बार आम बजट में खपत बढ़ाने के लिए सख्‍त कदम उठा सकती है। इसके लिए व्‍यक्तिगत आयकर में कटौती करने जैसे कदम उठाए जा सकते हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी, 2020 को अपना दूसरा बजट पेश कर सकती हैं। इससे पहले सरकार के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद उन्होंने 5 जुलाई, 2019 को अपना पहला बजट पेश किया था।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...