सोमवार, 30 दिसंबर 2019

शराब में स्नान करती है यह महिला

इस्लामाबाद। हर इंसान का शौक अलग होता है। किसी को महंगी महंगी गाड़ियों में घुमने के शौक होता है तो कोई करोड़ो की ज्‍वैलरी रखने का शौक फरमाता है। अपने शौक को पूरा करने के लिए ये लोग करोड़ो खर्च कर देतें है। ऐसे ही एक महिला के शौक के बारें में आपको बताने जा रहे है जिसकों जान कर आप भी चौक जाओगे।


हम बात कर रहे है पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश अरबपति मोहम्मद जहूर की वाइफ कमालिया की। इनको नहाने का शौक है। अब आप सोच रहे होंगे की इसमें नया क्या है यह भी कोई शौक हुआ। दरहसल, इनको पानी की बजह शैंपेन से नहाने का शौक है। इसके लिए वह कई महंगी शैंपेन की बोतलें खाली कर देती हैं। वे खुद को खूबसूरत बनाने के लिए सिर्फ नहाने पर ही 1 करोड़ रुपए खर्च कर देती हैं। हर दिन 18-20 बोतालें से नहाती हैं और एक शैंपेन की बोतल की कीमत 5 हजार की होती है। इसका मतलब एक दिन के नहाने में यह महिला तक़रीबन 1 लाख रुपए की शैंपेन का इस्तेमाल करती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी सेवा में दिन-रात 22 नौकर लगे रहते हैं। कमालिया के पति इन नौकरों की सैलरी पर ही सालाना 1.94 करोड़ रुपए खर्च कर देते हैं।


शादी से पहले कमालिया का नाम नताल्या शमरेनकोवा था। बाद में उन्होंने अपना नाम बदल लिया। कमालिया मॉडल और सिंगर भी रह चुकी हैं। उनका जन्म यूक्रेन में हुआ और वे लंबे वक्त तक रूस में रह चुकी हैं। पाकिस्तान में समय बिताते हुए उन्होंने वहां के चैरिटी प्रोग्राम में भी काम किया है। कमालिया हीरे जड़ी हुई घड़ियां पहनती है जिनकी कीमत 40 लाख रुपए से भी ज्यादा है। उनके एक चश्मे की कीमत 4 लाख रुपए है। अगर बात की जाए उनकी हैंडबैग की तो उसकी कीमत 90 लाख रुपए है और वह सालाना अपने जूतों पर 20 लाख से ज्यादा खर्च कर देती हैं।


यूं तो कमालिया को पेरिस के मशहूर और सबसे बड़े होटल सूट इंपेरियल रिट्ज में रुकने का शौक है। इस होटल में एक रात रुकने का ही खर्च करीब 20 लाख रुपए तक है। इसके अलावा खाने-पीने और अन्य खर्च अलग से होते हैं। लेकिन विदेश टूर के लिए उनके पास अलग-अलग देशों में 14 घर और 2 प्राइवेट जेट हैं।


कंकर पत्थर का भोजन करते हैं ये संत

अमेठी। एक सन्त किस-किस तरह की चीजें खाकर अपना पेट भरते है। यह सुनकर आप यकीनन हैरत में पड़ जाएंगे। ये सन्त मिट्टी बालू पत्‍थर जैसी चीजें न केवल खाते हैं। बल्‍कि उसे आसानी से हजम भी कर जाते हैं। कहने को तो हम सभी का अपना कोई न कोई पसंदीदा खाना जरूर होता है। उसे खाने के लिए हम हमेशा तैयार रहते हैं। लेकिन इससे हट के इस सन्त की कहानी है। उसकी पसंद खाना नहीं बल्कि खाने के तौर पर मिट्टी बालू और पत्थर है। उसे ईट पत्थर बालू घोलकर पीना और मिट्टी चाटना इतना पसंद है कि वो दिन भर में करीब किलोभर तक कंकड़-पत्थर खा जाते है।


मामला अमेठी जिले के गौरा प्राणी गांव का है। करीब 100 वर्ष के सती प्रसाद को किशोरावस्था से ही पत्थर खाना पसंद था। कंकड़ पत्थर खाने और बालू घोलकर पीने की हरकत कब उसकी आदत बन गई, उसको पता ही नहीं चला। यहीं नहीं वो ईंटें भी खाने लगे थे। ग्रामीणों ने बताया की बहुत कहने पर ही वह भोजन करते है। यही नही सन्त सती प्रसाद पूरे भारत वर्ष सहित कई देशों की पैदल यात्रा कर चुके है।


करीब बीस वर्ष की उम्र से ही सती प्रसाद ने कंकड़ पत्थर सहित बालू खाना शुरू कर दिया और 100 वर्ष की उम्र में भी यह जारी है हैरानी की बात है कि वो हर रोज करीब किलो भर कंकड़ पत्थर और बालू घोलकर पीने के बाद भी ठीक है। अपने अजब खाने की आदत की वजह से उसे कभी भी पेट दर्द या कोई गंभीर बीमारी की शिकायत आज तक नहीं हुई है। बेहद शौक से ईंट-पत्थर खाने और बालू घोलकर पीने वाला इस सन्त के दांत अब बिल्कुल नही हैं ।


67 का दूल्हा, 66 की दुल्हन ने रचाई शादी

केरल। कहते हैं प्यार करने की कोई उम्र नहीं होती है। उम्र के किसी पड़ाव में प्यार हो सकता है। प्यार के बंधन में कोई भी किसी उम्र में बंध सकता है। केरल से भी ऐसा ही मामले सामने आाया है, जहां एक अनोखी शादी देखने को मिली है।


केरल के एक सरकारी वृद्धा आश्रम में एक बुजुर्ग जोड़ा शादी के बंधन में बंध गया है। 67 साल के कोचानियन मेनन और 66 साल की लक्ष्मी अम्मल त्रिशूर जिले के रामावर्मापुरम के वृद्ध आश्रम में मिले। वृद्धा आश्रम में ही दोनों बुजुर्गों को आपस में प्यार हो गया, फिर क्या था दोनों ने उम्र के इस पड़ाव में किसी की परवाह किये बगैर शादी रचा ली।


जैसे ही मेनन (67) और लक्ष्मी (65) ने शादी की, सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें वायरल हो गई। शादी के फोटोज में दोनों बुजुर्ग बेहद खूबसूरत और खुश नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर दोनों को लोग ढेर सारी बधाईयां भी दे रहे हैं।


प्रशांत किशोर ने नीतीश पर बोला हमला

पटना। जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने एक बार फिर से सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला है। नागरिकता संशोधन कानून को समर्थन देने पर एक बार फिर से प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के फैसले पर सवाल खड़े किये हैं। संसद में जेडीयू की ओर से नागरिकता संशोधन कानून को समर्थन देने पर प्रशांत किशोर ने अपना गुस्सा एक बार फिर से जाहिर किया है।


प्रशांत किशोर ने कहा है कि नीतीश कुमार ही बता सकते हैं कि आखिर किन परिस्थितियों में जेडीयू ने नागरिकता संशोधन कानून को संसद के दोनों सदनों में समर्थन दिया। आपको बता दें कि जबसे जेडीयू ने नागरिकता संशोधन कानून को संसद के दोनों सदनों में अपना समर्थन दिया है, तबसे प्रशांत किशोर पार्टी से नाराज चल रहे हैं। बिल को समर्थन देने के विरोध में प्रशांत किशोर पहले भी नीतीश कुमार के फैसले पर नाराजगी जता चुके हैं। 


पार्टी लाइन से अलग जाकर प्रशांत किशोर ने इसके लिए सीएम नीतीश की आलोचना भी की थी। हालांकि नीतीश कुमार से प्रशांत किशोर की मुलाकात के बाद ये मामला शांत हो गया था, जिसके बाद नीतीश कुमार ने भी सार्वजनिक तौर पर ये ऐलान किया था कि बिहार में NRC लागू नहीं किया जाएगा। लेकिन CAA पर एक बार फिर प्रशांत किशोर ने नीतीश के फैसले पर सवाल खड़ा किया है।


पत्रकारों का शोषण नहीं होगा बर्दाश्त

 अजय मिश्रा


प्रयागराज ,कोरांव। तहसील कोरांव अन्तर्गत क्षेत्र के लेड़ियारी बाजार में स्थित शिवजियावन इंटर कॉलेज के प्रांगण में शनिवार को ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन की बैठक एसोसिएशन के जिला महामंत्री दिगंबर त्रिपाठी की अध्यक्षता में आहूत की गई । उक्त बैठक में बतौर मुख्य अतिथि ग्रापए एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष अयोध्या प्रसाद केसरवानी ने हिस्सा लिया । इस दौरान उन्होने कहा कि पत्रकारों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पत्रकारों की हर समस्या की लड़ाई जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक लड़ी जाएगी । इस दौरान जिलाध्यक्ष ने वार्षिक प्रगति रिपोर्ट की जानकारी मौजूदा तहसील अध्यक्ष ईश्वर चंद्र मिश्र से ली। एसोसिएशन के महामंत्री दिगंबर त्रिपाठी ने एसोसिएशन के नियम कायदे एवं संगठनात्मक ढांचे को विस्तार से सभी पदाधिकारियों को बताया और वार्षिक सदस्यता शुल्क प्रांतीय सम्मेलन के साथ कई बिंदुओं पर अहम चर्चा की। उक्त बैठक में तहसील अध्यक्ष कोरांव का मनोनयन किया जाना था किंतु संगठन के अगुवाकारों के द्वारा यह निर्णय लिया गया कि 5 तारीख की जिले की बैठक में कोरांव तहसील के अध्यक्ष के नाम की घोषणा की जाएगी। उक्त बैठक में प्रमुख रूप से वरिष्ठ पत्रकार सुखलाल विश्वकर्मा, कृष्ण शंकर पांडे, लक्ष्मण प्रसाद द्विवेदी ,केके मिश्रा, श्री कृष्ण केसरी, अजय मिश्रा, राजेश सिंह, मनीष वर्मा, जनेश्वर तिवारी, सरस्वती प्रसाद मिश्र, सोमधर शुक्ला ,साहब लाल कुशवाहा, सचिन केसरी ,अनुज कुशवाहा, जयशंकर भास्कर, खेमराज सिंह, अरविंद कुमार सिंह, मुकेश द्विवेदी, मनोकामना पांडेय सहित भारी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे।


भाजपा के 300 विधायक योगी के खिलाफ

भाजपा के 300 विधायक मुख्यमंत्री योगी के खिलाफ, अखिलेश यादव ने किया दावा                           


लखनऊ। युवाओं को संबोधित करते अखिलेश यादव सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी कुर्सी बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। भाजपा के 200 से ज्यादा विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गए थे। हालत ये है कि भाजपा के करीब 300 विधायक सरकार के खिलाफ हैं इसलिए जानबूझकर प्रदेश में बवाल के बहाने मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है।


अखिलेश यादव रविवार को लखनऊ में सपा मुख्यालय पर पार्टी नेताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है भाजपा को हटाना है। भाजपा के लोग समाज में भेदभाव बढ़ाकर उसका लाभ लेने की कोशिश करते हैं। हम संविधान का सम्मान करते हैं और वो संविधान को नहीं मानते। आज जब देश की अर्थव्यवस्था आईसीयू में पहुंच गई है और इनके पास देश को दिखाने के लिए कुछ नहीं है तो समाज में एक दूसरे को लड़वाना चाहते हैं।


अखिलेश ने कहा कि समाजवादी लोग अन्याय के खिलाफ हैं। हम उनसे संघर्ष करेंगे। भाजपा सरकार को बताना चाहिए कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों में हुई हिंसा में कितने लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई? आज सभी फोटो और वीडियो मौजूद हैं उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए जो जनता को धमकी दे रहे हैं लेकिन ये मुख्यमंत्री ऐसे हैं जिन्होंने खुद पर ही चल रहे मुकदमों को हटवा दिया और अब कुर्सी बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं


'एनआरसी व एनपीआर हर गरीब के खिलाफ हर मुसलमान के खिलाफ'
अखिलेश यादव ने कहा कि हम सरकार को कोई दस्तावेज नहीं दिखाएंगे। हम इसी देश के नागरिक हैं। भाजपा के लोग बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था से लोगों का ध्यान हटाने के लिए ये सब कर रहे हैं। गांवों में लोगों के पास दस्तावेज नहीं हैं वो कैसे प्रमाणित करेंगे कि वो इसी देश के रहने वाले हैं। मैं अपना कोई भी दस्तावेज नहीं दिखाऊंगा।


अखिलेश ने कहा कि राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर देश के गरीब, मुसलमान और माइनॉरिटी के खिलाफ है।


दूसरों की चिंता छोड़ मंथन करे कांग्रेस

बहिन मायावती जी का प्रियंका वाड्रा  को जबाव कहा-दूसरों की चिंता करने के बजाए आत्म-चिंतन करे कांग्रेस


लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की तीखी टिप्पणी पर बसपा सुप्रीमो बहिन मायावती जी ने ट्वीट कर जवाब दिया है :- कांग्रेस के 135वें स्थापना दिवस समारोह में शनिवार को राजधानी लखनऊ पहुंची प्रियंका ने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी पर हमला बोला था उन्होंने कहा था कि दोनों पार्टियां सरकार से डर रही हैं, वह कुछ नहीं कर रही हैं लेकिन कांग्रेस को संघर्ष की चुनौती स्वीकार है कार्यकर्ताओं के दिल में भय और हिंसा नहीं इस पर बहिन मायावती जी ने ट्वीट कर कहा :- कांग्रेस को दूसरों की चिंता के बजाए आत्म-चिंतन करने की सलाह दी है।


बहिन मायावती जी  ने ट्वीट किया है :- कांग्रेस आज अपनी पार्टी के स्थापना दिवस को 'भारत बचाओ, संविधान बचाओ' के रूप में मना रही है इस मौके पर दूसरों पर चिन्ता व्यक्त करने के बजाए कांग्रेस स्वयं अपनी स्थिति पर आत्म-चिन्तन करती है, तो यह बेहतर हो


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...