मंगलवार, 10 दिसंबर 2019

मेघा गुलजार की 'छपाक' का पहला टेलर

मुंबई! यह फिल्म डायरेक्टर मेघा गुलजार के निर्देशन में बनाई जा रही है और इसको लेकर वे काफी सुर्खियों में हैं! दीपिका फिल्म में एसिड अटैक पीड़िता लक्ष्मी अग्रवाल का रोल प्ले कर रही हैं, इस फिल्म के लुक को देखकर दीपिका का चेहरा वाकई में जला हुआ लग रहा है! दीपिका और लक्ष्मी को देख पहचानना मुश्किल है कि असली कौन है! 'छपाक' को लेकर लक्ष्मी अग्रवाल का भी बयान पिछले दिनों आ चुका है! उन्होंने कहा था कि, 'मैं खुश हूं कि पर्दे पर मेरा किरदार दीपिका पादुकोण निभा रही हैं! मुझे उन्हें जज करने का कोई हक नहीं है, मुझे विश्वास है वो बहुत अच्छा करेंगी!


बता दे कि लक्ष्मी एक एसिड अटैक पीड़िता हैं! लक्ष्मी का जन्म दिल्ली के एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था! 15 साल की उम्र में लक्ष्मी ने गायक बनने का ख्वाब देखा था! और 32 साल का नदीम खान नाम का एक लड़का उनसे शादी करना चाहता था! लेकिन लक्ष्मी को ये रिश्ता बिल्कुल मंजूर नहीं था! नईम अक्सर लक्ष्मी का पीछा करता था! लक्ष्मी ने कई बार उसे मना किया लेकिन वो नहीं माना! साल 2005 में लक्ष्मी, खान मार्केट में एक किताब की दुकान की ओर जा रही थीं! यहीं पर नईम ने लक्ष्मी के चेहरे पर तेजाब फेंक दिया! लक्ष्मी सड़क पर ही गिर गईं!  वो दर्द से तड़प रही थीं!तब एक टैक्सी ड्राइवर वहां आया और लक्ष्मी को पास में स्थित सफदरजंग अस्पताल में ले गया! लक्ष्मी ने एक इंटरव्यू में अपनी दर्दनाक कहानी सुनाई थी! उन्होंने बताया था, 'उस वक्त ऐसा लगा जैसे मेरे पूरे शरीर पर किसी ने आग लगा दी हो! मेरी सारी खाल निकलकर बाहर आ गई थी! मेरे हाथ और चेहरे से खाल अलग होकर चूने लगी थी! इस अटैक के बाद लक्ष्मी को कई सर्जरी करवानी पड़ी, वो तीन महीने तक अस्पताल में भर्ती रही थीं!


नागरिकता विधायक के बाद, बड़ा विरोध

असम! लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास होने के बाद इस पर विरोध प्रदर्शन भी होने लगे हैं। असम में कुछ संगठनों ने 12 घंटे का बंद का आह्वान किया है। इनमें कुछ छात्र संगठन भी शामिल हैं। बंद को देखते हुए जगह-जगह सुरक्षा व्यवस्था सख्त की गई है। गुवाहाटी में सुबह के समय ज्यादातर दुकाने बंद है। डिब्रूगढ़ में छात्र संगठनों ने सड़क पर टायर जलाकर अपना रोष दिखाया। बता दें कि नॉर्थ-ईस्ट स्टूडेंट यूनियन और ऑल इंडिया स्टूडेंट यूनियन ने आज 12 घंटों का असम बंद बुलाया है।
पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों को इस बात का डर है कि नागरिकता बिल के पारित हो जाने से जिन शरणार्थियों को नागरिकता मिलेगी उनसे उनकी पहचान, भाषा और संस्कृति ख़तरे में पड़ जाएगी। सबसे ज्यादा विरोध असम में हो रहा है। असम के डिब्रूगढ़, तिनसुकिया, धेमाजी, शिवसागर और जोरहाट ज़िले में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रोड जाम कर दी, रेल यातायात भी ठप कर दिया गया।
पूर्वोत्तर के लोगों की चिंता ये है कि नागरिकता संसोधन बिल की वजह से असम समझौता 1985 के प्रावधान निरस्त हो जाएंगे। इसमें बिना धार्मिक भेदभाव के अवैध शरणार्थियों को वापस भेजे जाने की अंतिम तिथि 24 मार्च 1971 तय है जबकि मौजूदा बिल के तहत उन शरणार्थियों को भारत की नागरिकता मिल जाएगी, जो 2014 से पहले तक भारत में रह रहे हैं।


'रेप इन इंडिया' बन रहा है 'देश'

नई दिल्ली। लोकसभा में शीतकालीन सत्र के 17वें दिन प्रश्नकाल के दौरान हंगामा देखने को मिला। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने सदन में महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा- 'पीएम नरेंद्र मोदी हर मुद्दे पर बोलते हैं, लेकिन महिलाओं के खिलाफ अपराध पर वह शांत हैं। उन्होंने कहा- भारत मेक इन इंडिया से रेप इन इंडिया बनता जा रहा है।


कांग्रेस सांसद अधीर रंजन एक बयान के जवाब में अमित शाह ने कहा- 'कश्मीर में हालात सामान्य हैं। हमें बताया गया था कि स्थिति खराब हो सकती है। वहां खून की नदियां बहेंगी। हिंसा होगी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। एक भी गोली नहीं चली। गृह मंत्री ने कहा कि 99.5 प्रतिशत छात्रों ने परीक्षा में हिस्सा लिया। 7 लाख मरीजों का इलाज किया गया। सभी थाने सही से काम कर रहे हैं। धारा 144 हटा ली गई है। उन्होंने कहा कि हम नेताओं को ज्यादा दिन जेल में नहीं रखना चाहते हैं। प्रशासन को जब उचित लगेगा उन्हें रिहा कर दिया जाएगा।'


पहली बार देखा महंगाई का रौद्र रूप

शिमला। पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा है कि उन्होंने अपने राजनीतिक जीवनकाल में महंगाई का ऐसा रौद्र रूप पहले कभी नहीं देखा है। देश की आर्थिक परिस्थितियों को सुधारने की बजाए बदतर बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में निराशाजनक माहौल बना हुआ है। घर-घर के अजीज रहे प्याज की कीमतें ही दोहरा शतक पार करने जा रही है। ऐसी परिस्थितियों से देश की बीजेपी बीजेपी सरकार ने भी प्रदेश की जनता को निराश ही किया है जबकि धरातल पर कोई काम नहीं हो रहा है। हिमाचल में भी स्कूल वर्दी खरीद में बड़े स्तर पर गोलमाल की आशंका जताई जा रही है जिस पर कांग्रेस पार्टी द्वारा मामला उठाने के बाद जांच बिठाई जा रही है। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि जनता के पैसे से इन्वेस्टर्स मीट जैसा मैगा इवेन्ट करवाने के बावजूद प्रदेश सरकार के हाथ खाली रह गए हैं, जबकि इस पर सरकार ने खूब शोर-शराबा किया।


उन्होंने कहा कि सरकार को अब इन्वेस्टर्स मीट पर कितना निवेश हुआ, विधानसभा सत्र में इसका जवाब देना ही होगा। उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामियां उजागर हो रही हैं तथा अब ऐसा भी नहीं कह सकते हैं कि कोई नई-नवेली सरकार बनी हुई है जिसे संभलने का और ज्यादा अवसर दिया जाए। वीरभद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने अपनी जिंदगी का आधे से ज्यादा सफर राजनीति में ही बिताया है लेकिन ऐसी परिस्थितियां पहले कभी नहीं देखी, जब जनता के मन में ही सरकार के खिलाफ इस तरह का आक्रोश हो। पूरा देश सरकार की चालाकियां व नामाकियों से अवगत हो चुका है। ना तो किसी विजन से काम किया जा रहा है और ना ही नीयत सही है। अन्य राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ सरकार द्वेष की भावना से मामले दर्ज करवाने में लगी हुई है।


तिहाड़ जेल में फांसी का ट्रायल शुरू

नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप केस के चारों दोषियों को फांसी पर लटकाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। सूत्रों का कहना है कि 16 दिसंबर को चारों दोषियों को फांसी पर लटका दिया जाएगा इसलिए जिस जगह पर फांसी देनी है, वहां साफ-सफाई का काम भी शुरू हो गया है। इसी बीच तिहाड़ जेल प्रशासन ने तख्त तैयार करके एक डमी का ट्रायल किया है। हालांकि अभी तक फांसी देने को लेकर जेल प्रशासन के पास कोई लेटर नहीं आया है। निर्भया से दुष्कर्म और हत्या के जुर्म में मौत की सजा पाए तिहाड़ में बंद दोषियों की दया याचिका खारिज हो चुकी है।


बता दें कि तिहाड़ जेल नंबर दो में बंद निर्भया से सामूहिक दुष्कर्म के दोषियों अक्षय, मुकेश और पवन पर नजर रखने के लिए जेल प्रशासन ने तत्काल छह सीसीटीवी कैमरे खरीदकर लगाने का निर्णय लिया है ताकि, 24 घंटे दोषियों की गतिविधियों पर नजर बनी रहे। उधर, जेल नंबर चार में बंद विनय शर्मा पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। जेल सूत्रों का कहना है कि हैदराबाद में सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों की मुठभेड़ में मारे जाने व इस घटना को लेकर देश में दुष्कर्म के दोषियों को तत्काल फांसी देेने की मांग किए जाने से निर्भया के दोषियों में भी डर का माहौल है।
ऐसे में कोई भी दोषी किसी तरह का गलत कदम न उठाए, इसके लिए जेल प्रशासन ने तत्काल छह सीसीटीवी कैमरे खरीदने का निर्णय लिया है। राष्ट्रपति के पास भेजी गई दोषी विनय शर्मा की दया याचिका खारिज होने पर सभी दोषियों को फांसी देने का रास्ता साफ हो जाएगा।
ऐसे में माना जा रहा है कि निर्भया कांड के दोषियों को एक ही दिन फांसी दी जाएगी। इस मामले में दोषी पवन को तिहाड़ जेल लाया गया है। उसे जेल संख्या दो में रखा गया है।
माना जा रहा है कि एक ही दिन चारों दोषियों को फांसी देने के लिए जेल प्रशासन ने यह कदम उठाया है। हालांकि, जेल प्रशासन समय-समय पर दोषियों की काउंसिलिंग कर रही है ताकि वह कोई गलत कदम न उठा सके।


हिसार की "भैंस" ने बनाया 'वर्ल्ड रिकॉर्ड'

लुधियाना! हरियाणा के हिसार की मुर्रा नस्ल की भैंस ने दूध के उत्पादन में वर्ल्ड रेकॉर्ड कायम किया है। लुधियाना के जगरांव में आयोजित इंटरनैशनल डेअरी ऐंड एग्रो एक्सपो में सरस्वती ने रोज 32 किलो से ज्यादा दूध का प्रडक्शन करते हुए विश्व कीर्तिमान बनाया है। तीन दिन तक चले प्रग्रेसिव डेअरी फार्मर्स असोसिएशन के इस एक्सपो का रिजल्ट सोमवार को घोषित किया गया।


असोसिएशन के अध्यक्ष दलजीत सिंह सरदारपुरा का कहना है, 'सरस्वती (भैंस) ने रोजाना औसतन 32.066 किलो दूध देते हुए नवंबर 2018 में पाकिस्तान के फैसलाबाद की मुर्रा भैंस का बनाया विश्व रेकॉर्ड तोड़ दिया। सरस्वती एक उपहार है और भैंस के मालिक इसके भ्रूण को बेचकर अच्छी आमदनी कर सकते हैं।'


असोसिएशन का इंटरनैशनल डेअरी ऐंड एग्री एक्सपो दुनियाभर में भैंसों, गायों और बछड़े के प्रमुख कॉम्पिटिशन के रूप में मशहूर है। एक्सपो के दौरान 20 प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। सरदारपुरा का कहना है, 'हम खुश हैं कि हमारे एक्सपो में वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाया गया।'


भैंस के मालिक ने अपनी मां को दिया श्रेय
भैंस के मालिक सुखबीर ढांडा हरियाणा के हिसार जिले में स्थित लिटानी के निवासी हैं। रिजल्ट घोषित होने के बाद वह बहुत खुश हैं। ढांडा ने कहा, 'यह न केवल मेरे, बल्कि पूरे देश के लिए फख्र की बात है कि सरस्वती ने एक दिन में सबसे ज्यादा दूध देने का विश्व रेकॉर्ड बनाया है। इसका श्रेय मेरी मां कैलो देवी को जाता है, जो इसकी अच्छे से देखभाल करती हैं। हम उसकी लगातार निगरानी रखते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि उसे सबसे अच्छा चारा मिले।'


मुर्रा भैंस सरस्वती ने कई प्रतियोगिताएं जीतीं
सरस्वती ने इससे पहले भी कई मौकों पर ढांडा को गर्व का मौका दिया है। वह बताते हैं, 'सरस्वती ने पिछले साल भी 29.31 किलो दूध देते हुए यहां फर्स्ट प्राइज जीता था। इसके अलावा हिसार के सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ बफैलो रिसर्च के एक कार्यक्रम में 28.7 किलो दूध का उत्पादन करते हुए भी वह अव्वल रही थी। यही नहीं हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के एक आयोजन में भी 28.8 किलो मिल्क प्रडक्शन के साथ उसने प्रतियोगिता जीती थी।'


सुखबीर ने 51 लाख का ऑफर ठुकाराया था
ढांडा कहते हैं, 'लोगों ने सरस्वती को खरीदने के लिए मुझसे संपर्क किया। कुछ ने तो मुझे 51 लाख रुपये तक का ऑफर किया लेकिन मैंने उन्हें बताया कि यह बेचने के लिए नहीं है। मैं इसको खुद से दूर नहीं कर सकता। हमने हाल ही में उसके एक बछड़े को तमिलनाडु के एक शख्स को 4.5 लाख रुपये में बेचा है। हमारे पास दो और भैंसें- गंगा, जमुना हैं।' इस बीच रिजल्ट का ऐलान होने के बाद विजेता सरस्वती को देखने के लिए पशुप्रेमियों की भीड़ उमड़ पड़ी।


चुनाव ड्यूटी में जवान लड़े, 4 की मौत

रायपुर/सुकमा। रांची और धनबाद में चुनाव ड्यूटी के लिए छत्तीसगढ़ से गये जवान आपस में लड़ गए जिसमें चार जवानों की मौत हो गई। जबकि तीन जवान घायल हैं। पहला मामला रांची के खेलगांव का है, जबकि दूसरा मामला धनबाद के गोमिया का है। झारखंड में बीते 24 घंटे के भीतर यह इस तरह की दूसरी वारदात है. सोमवार को ही रांची में छत्‍तीसगढ़ आर्म्ड फोर्सेज के एक जवान ने छुट्टी के विवाद में अपने एक अफसर पर अंधाधुंध फायरिंग कर उसकी जान ले ली थी. बाद में जवान ने खुद को भी गोली मारकर आत्‍महत्‍या कर ली थी।


जानकारी के मुताबिक झारखंड में चुनाव कराने को लेकर छत्तीसगढ़ से 226वीं बटालियन झारखंड गयी थी। मृतकों में अस्टिटेंट कमांडेंट साहुल हरसन सहित एएसआई पुरनानंद भुईंया और दो जवान शामिल हैं। दो घायल जवान को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक जवान गोमिया के हाईस्कूल में ठहरे जवान की आपस में गोलीबारी हो गयी, जिसमें चार की मौत हो गयी। झारखंड में दूसरे चरण का चुनाव संपन्न करा लौट रहे सुरक्षाबल के जवानों ने सोमवार को अपने ही तीन अफसरों की जान ले ली। बोकारो के गोमिया स्थित कुर्कनाला में भोजन की बात को लेकर हुए विवाद में जवानों ने अपने अफसरों पर ही फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में असिस्टेंट कमांडेंट समेत दो अधिकारियों की मौत हो गई, जबकि चार जवान घायल हो गए। रांची में छुट्टी के विवाद में सुरक्षा बल के एक जवान ने अपने कंपनी कमांडिंग अफसर को गोलियों से भूनने के बाद खुद को भी गोली मार आत्‍महत्‍या कर ली।


दरअसल, सोमवार को चाईबासा से द्वितीय चरण का चुनाव संपन्न कराकर लौट रहे सीआरपीएफ के जवानों और अधिकारियों को बोकारो के गोमिया स्थित कुर्कनाला के उच्च विद्यालय और मध्य विद्यालय में सीआरपीएफ की 226वीं बटालियन को ठहराया गया था। करीब दो बजे जवान विद्यालय में पहुंचे थे। रात में करीब 8.30 में खाना खाने को लेकर दोनों विद्यालयों में ठहरे जवानों में विवाद हो गया। जिसके बाद जवानों ने एक दूसरे पर गोलीबारी शुरू कर दी।


इस गोलीबारी में सीआरपीएफ के दो अधिकारियों, असिस्टेंट कमांडेंट साहुल अहसन और एएसआइ पूर्णानंद भुइयां की मौत मौके पर ही हो गई, जबकि गोली लगने से घायल दो कांस्टेबल उपेंद्र यादव और हरिश्चंद्र गोखले को रात 12 बजे हेलीकॉप्टर से इलाज के लिए रांची भेजा गया है। इनके अलावा दो घायल जवानों खुखलरी और दीपेंद्र कुमार का इलाज बोकारो में ही चल रहा है।


हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...