सोमवार, 18 नवंबर 2019

विद्यालय में ताला लगा, छात्रों ने किया प्रदर्शन

गरियाबंद। जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम हरदी के माध्यमिक शाला के बच्चों एवं पालकों ने स्कूल में ताला लगा दिया है और दरवाजे के बाहर बैठकर शासन-प्रशासन और शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। पालको एवं बच्चों में इसे लेकर खासी नाराजगी है उनका कहना है कि 3 में से 2 शिक्षक पिछले 2 माह से स्कूल नहीं आ रहे हैं वहीं संस्था की प्राचार्य से भी पालक नाराज हैं। इसके अलावा पालकों का कहना है कि वे कई दिनों से शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों से शिक्षकों की मांग कर रहे हैं मगर कोई ध्यान नहीं दे रहा है, ऐसे में उनके पास तालाबंदी के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था। क्योंकि 102 दर्ज संख्या वाले स्कूल में मात्र एक शिक्षिका पढ़ाने तथा सभी किस्म के जरूरी कार्यालय अकेले तो कर ही नहीं सकती। 3 से 4 शिक्षकों की जरूरत पड़ती है ऐसे में बच्चों की पढ़ाई ठप हो रही है अभी तक कई कक्षाओं में केवल पाठ एक और पाठ दो ही पढ़ाया गया है, जबकि अर्धवार्षिक परीक्षा के आसपास सिलेबस आधा पूरा हो चुका होना था। लगातार शिक्षकों के मांग के बाद भी तो शासन की अनदेखी पर ग्रामीण आक्रोशित नजर आ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि तालाबंदी के बावजूद कोई वरिष्ठ अधिकारी गांव नहीं पहुंचे यह दुखद है।


संसद का 250 वां शीतकालीन सत्र प्रारंभ

नई दिल्ली। लोकसभा और राज्यसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया। यह संसद का 250वां सत्र है। इसी सत्र के दरमियान 26 नवंबर को संविधान सत्र पड़ेगा। सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी सांसदों को बधाई दी और कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर बातचीत के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि संवाद और चर्चा होनी चाहिए, सभी को संसद में चर्चा को समृद्ध बनाने में योगदान देना चाहिए। वहीं लोकसभा में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी का कहना है कि संसद बहस, चर्चा और वार्ता के लिए होती है।


सुषमा-जेटली समेत दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि


लोकसभा और राज्यसभा में सुषमा स्वराज और अरुण जेटली समेत दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई। राज्यसभा में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा, 'मैं अरुण जेटली को निजी तौर पर जानता था। हमारे बीच की राजनीतिक खटास हमारे निजी संबंधों के कारण मिठास में बदल जाती थी। छात्र जीवन से लेकर मृत्यु तक, उनका जीवन बहुत सक्रिय रहा। वह एक अच्छे छात्र, वक्ता और नेता थे। जेटली जी जैसे लोगों के जाने से अकेले किसी पार्टी को नहीं बल्कि पूरे देश को नुकसान हुआ है। मैं उनकी आत्मा की शांति की दुआ करता हूं।'


इलेक्ट्रिक कार से संसद पहुंचे जावड़ेकर


केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर संसद के सत्र में हिस्सा लेने के लिए इलेक्ट्रिक कार से पहुंचे। उन्होंने कहा, 'सरकार धीरे-धीरे इलेक्ट्रिक कारों की ओर जा रही है क्योंकि वे प्रदूषण मुक्त हैं। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वह प्रदूषण से लड़ाई में योगदान दें। वह सार्वजनिक परिवहन, इलेक्ट्रिक वाहनों आदि का इस्तेमाल करें।'


बहस, चर्चा और वार्ता के लिए होती है संसद


लोकसभा में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'हम प्रधानमंत्री और सत्तारूढ़ पार्टी से उम्मीद करते हैं कि आम जनता के हित से जुड़े सभी मुद्दों पर संसद के अंदर चर्चा की अनुमति दी जानी चाहिए। संसद बहस, चर्चा और वार्ता के लिए होती है। सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए यह सरकार पर निर्भर करता है कि वह विपक्षी दलों को अपने विचार व्यक्त करने, अपनी राय को उचित तरीके से रखने दे। यह संसदीय लोकतंत्र का सार है।'


संवाद और चर्चा होने चाहिए: प्रधानमंत्री


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद का सत्र शुरू होने से पहले कहा, 'यह 2019 का अंतिम सत्र है। यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह राज्यसभा का 250वां सत्र है। इस सत्र के दरमियान 26 नवंबर को हमारा संविधान दिवस पड़ेगा। इस दिन हमारे संविधान को 70 वर्ष पूरे हो जाएंगे। पिछले कुछ दिनों में मुझे लगभग सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से मिलने का अवसर मिला। पिछला सत्र सभी सांसदों के समर्थन और सक्रिय भागीदारी के कारण अभूतपूर्व था, जो न केवल सरकार या कोष पीठ (ट्रेजरी बेंच) की ही नहीं बल्कि संपूर्ण संसद की उपलब्धि है। हम सभी मुद्दों पर खुलकर चर्चा चाहते हैं। यह जरूरी है कि गुणवत्ता वाली बहस हो, संवाद और चर्चा होनी चाहिए, सभी को संसद में चर्चा को समृद्ध बनाने में योगदान देना चाहिए।'


बीकानेर सड़क हादसे में 10 लोगों की मौत

बीकानेर। राजस्थान के बीकानेर जिले के सेरूणा थानांतर्गत सेरूणा-झंझेऊ मार्ग पर सोमवार सुबह बस व ट्रक में जबरदस्त टक्कर के बाद आग लग गई। इस भयावह हादसे में दस लोगों की मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलने के बाद सेरूणा पुलिस व ग्रामीणों ने 18 से अधिक घायलों को पीबीएम अस्पताल के लिए रवाना किया है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार बीकानेर के सेरूणा थाना अंतर्गत के नेशनल हाईवे-11 पर सोमवार सुबह ट्रक एवं बस के बीच जबरदस्त भिड़ंत होने के बाद दोनों ही वाहनों में आग लग गई। इस भयानक हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई। साथ ही करीब 18 लोग घायल हो गए। घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। समाचार लिखे जाने तक मौके पर राहत कार्य जारी है।


सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक बीकानेर से रवाना हुई एक स्लीपर बस की झंझेऊ गांव के पास सामने से आ रहे ट्रक से जबरदस्त टक्कर हो गई। जिससे दोनों वाहनों में आग लग गई। आसपास के ट्यूबवेल से पाईप लगाकर दोनों वाहनों में लगी आग पर काबू पाया गया। तब तक 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि अन्य घायलों को सेरूणा पुलिस व ग्रामीणों के माध्यम से बीकानेर के पीबीएम अस्पताल पहुंचाया गया है। मृतकों की संख्या के बारे में अधिकारिक पुष्टि पुलिस द्वारा नहीं की गई है। उल्लेखनीय है कि इसी मार्ग पर एक दिन पहले बस स्टैंड पर बस का इंतजार कर रहे चार लोगों को अनियंत्रित हुई कार ने कुचल दिया था।


जम्मू-कश्मीर में होंगे तबादले, फेरबदल

नई दिल्ली। केंद्र शासित जम्मू कश्मीर में बड़े स्तर पर प्रशासनिक फेरबदल तय है। आगामी दिनों में एलजी गिरीश चंद्र मुर्मू इस संबंध में आदेश जारी कर सकते हैं। कई प्रशासनिक विभागों के सचिवों के अलावा विभागाध्यक्षों को इधर से उधर करने के अलावा सलाहकारों को विभागों को बंटवारा होगा। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार नए केंद्र शासित प्रदेश में एलजी नई टीम के साथ सुशासन के एजेंडे पर आगे बढ़ना चाहते हैं। इसके लिए पिछले कुछ दिनों से एलजी विभिन्न स्तर पर चर्चा कर चुके हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी वह अपनी मंशा बता चुके हैं। प्रथम चरण में कई प्रशासनिक सचिवों व विभागाध्यक्षों के विभागों को बदला जाएगा। इसमें प्रशासनिक सचिव स्तर के तबादले करने की तैयारी है। वहीं फेरबदल के दूसरे चरण में डीसी स्तर के अधिकारियों को इधर से उधर किया जाएगा। दरअसल केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर में केंद्र शासित प्रदेश के तौर पर जनता को सुशासन का अहसास दिलाना चाहती है। इसके लिए उपराज्यपाल जीसी मुर्मू को नई टीम का साथ देने की व्यवस्था की जा रही है। उधर, उपराज्यपाल अपने सलाहकारों फारूक खान और केके शर्मा के लिए विभागों पर भी गृह मंत्रालय से चर्चा कर चुके हैं। दोनों सलाहकारों को दो दिन तक विभागों की कमान भी सौंपी जा सकती है।


बोबडे ने 47 वें प्रधान न्यायाधीश की शपथ ली

नई दिल्ली। जस्टिस शरद अरविंद बोबडे ने सोमवार को देश के 47वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने न्यायमूर्ति बोबड़े (63) को शपथ ग्रहण कराई। जस्टिस रंजन गोगोई रविवार को सेवानिवृत्त हुए जिसके बाद न्यायमूर्ति बोबडे ने प्रधान न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली। प्रधान न्यायाधीश को तौर पर जस्टिस बोबडे का कार्यकाल करीब 17 महीने का होगा और वह 23 अप्रैल 2021 को सेवानिवृत्त होंगे। इस मौके पर उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कैबिनेट मंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। शपथ लेने के बाद जस्टिस बोबड़े ने अपनी मां का आशीर्वाद लिया।


जस्टिस बोबड़े का जन्म 24 अप्रैल 1956 को नागपुर में हुआ। उनके पिता मशहूर वकील थे। उन्होंने नागपुर यूनिवर्सिटी से कला व कानून में स्नातक किया। 1978 में महाराष्ट्र बार काउंसिल में उन्होंने बतौर अधिवक्ता अपना पंजीकरण कराया। हाईकोर्ट की नागपुर पीठ में 21 साल तक अपनी सेवाएं देने वाले जस्टिस बोबड़े ने मार्च, 2000 में बॉम्बे हाईकोर्ट के अतिरिक्त जज के रूप में शपथ ली। 16 अक्तूबर 2012 को वह मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बने। 12 अप्रैल 2013 को उनकी पदोन्नति सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में हुई।


अयोध्या के अलावा जस्टिस बोबड़े और भी कई महत्वपूर्ण मामलों पर फैसला देने वाली पीठ का हिस्सा रह चुके हैं। अगस्त, 2017 में तत्कालीन चीफ जस्टिस जेएस खेहर की अध्यक्षता वाली नौ सदस्यीय संविधान पीठ का हिस्सा रहे जस्टिस बोबड़े ने निजता के अधिकार को मौलिक अधिकार करार दिया था। वह 2015 में उस तीन सदस्यीय पीठ में शामिल थे, जिसने स्पष्ट किया कि भारत के किसी भी नागरिक को आधार संख्या के अभाव में मूल सेवाओं और सरकारी सेवाओं से वंचित नहीं किया जा सकता। हाल ही में उनकी अध्यक्षता वाली दो सदस्यीय पीठ ने बीसीसीआई का प्रशासन देखने के लिए पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक विनोद राय की अध्यक्षता में बनाई गई प्रशासकों की समिति को निर्देश दिया कि वे निर्वाचित सदस्यों के लिए कार्यभार छोड़ें।


दोकलाम विवाद संबंधों को प्रभावित करेगा

नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच दो सफल अनौपचारिक वार्ता हुई हैं। इसके जरिए दोनों देशों ने कई मुद्दों पर बात की है और उन्हें सुलझाने पर सहमति बनाई है लेकिन फिर भी कुछ मुद्दों को लेकर दोनों में विवाद हो सकता है। दोकलाम के बाद उपजा यह विवाद दोनों देशों के संबंधों को प्रभावित कर सकता है। जहां एक तरफ चीन भारत सरकार के जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने का विरोध कर रहा है वहीं अब दलाई लामा और तिब्बत मामला दोनों देशों के संबंधों को और प्रभावित कर सकता है। इस महीने चीन ने भारत से आधिकारिक तौर पर कहा है कि कोई भी वरिष्ठ भारतीय नेता या सरकारी अधिकारी का दलाई लामा से मिलना दोनों देशों के द्विपक्षीय रिश्तों को प्रभावित कर सकता है। यह बात चीन ने भारतीय अधिकारियों को हाल ही में धर्मशाला में हुई राइजिंग हिमाचल ग्लोबल इंनवेस्टर्स समिट से पहले कही। बता दें कि धर्मशाला को शरणार्थी तिब्बत सरकार का स्थान भी माना जाता है। इस समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। चीन कई बार इस बात की संभावना जता चुका है कि केंद्र और राज्य सरकारों के भारतीय नेता और अधिकारी धार्मिक नेता से मुलाकात करते रहते हैं।


चीन को जवाब देते हुए भारत ने कहा कि दलाई लामा को कोई भी राजनीतिक गतिविधि करने की इजाजत नहीं है और यह समिट भी एक गैर-राजनीतिक कार्यक्रम है। धार्मिक स्वंत्रता मामले में अमेरिकी राजदूत सैम ब्राउनबैक ने धर्मशाला में कुछ हफ्ते पहले दलाई लामा से मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि यह बात चीन के दिमाग में है। पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई जिसके बाद मामले को सुलझा लिया गया। यह काफी संवेदनशील समय है क्योंकि कुछ हफ्तों से दलाई लामा के पुनर्जन्म की सुर्खिया अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छाई हुई हैं। 84 साल के 14वें दलाई लामा और अमेरिका इस बात को सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि चीन को उनका उत्तराधिकारी चुनने की इजाजत न दी जाए। यहां तक कि अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।


मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति को दी बधाई

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे से रविवार की शाम टेलीफोन पर बातचीत की तथा चुनाव में विजय पर उन्हें अपनी और भारत की जनता की ओर से बधाई दी।पड़ोसी देश के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति गोतबया ने मोदी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि वह अपने कार्यकाल के दौरान भारत के साथ विकास एवं सुरक्षा संबंधी सहयोग बढ़ाने के लिए तत्पर हैं।


श्रीलंका में शनिवार को संपन्न चुनावों में विपक्षी दल श्रीलंका पीपुल्स पार्टी (एसएलपीपी) के उम्मीदवार गोतबया राजपक्षे ने जीत हासिल की। चुनाव नतीजे आने के बाद मोदी ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति को दिन में बधाई दी थी तथा शाम को टेलीफोन पर उनसे बातचीत की।


मोदी ने पड़ोसी देश के नेता से कहा कि दोनों देशों के बीच पुराने सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और सभ्यतागत रिश्ते हैं। उन्होंने इन मैत्रीपूर्ण संबंधों के और मजबूत होने का विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राजपक्षे के कुशल नेतृत्व में श्रीलंका विकास, समृद्धि और शांति के रास्ते पर आगे बढ़ेगा।मोदी ने गोतबया राजपक्षे को भारत यात्रा का निमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।


पाकिस्तानी नेता ने लगाई, मदद की गुहार

लंदन। इंग्लैंड में रह रहे पाकिस्तानी नेता और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के प्रमुख अल्ताफ हुसैन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा है कि वह उन्हें भारत में शरण दें या फिर आर्थिक मदद करें।


विदित हो कि अल्ताफ 27 साल पहले लंदन चले गए थे, क्योंकि उन्हें पाकिस्तान में अपना जीवन सुरक्षित नहीं लग रहा था और तत्कालीन प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो एमक्यूएम के कार्यकर्ताओं पर कहर बरपा रही थीं। पाकिस्तान में वह आतंकवाद के आरोपित हैं।पाकिस्तानी समाचार चैनल जियो टीवी के मुताबिक, जमानत में छूट मिलने के बाद पहली बार भाषण देने पहुंचे अल्ताफ हुसैन ने कहा कि वह भारत जाना चाहते हैं, जहां उनके पूर्वज रहे हैं। उन्होंने कहा, ''अगर प्रधानमंत्री मोदी मुझे भारत आने की इजाजत देते हैं और वहां शरण मिलती है तो फिर मैं अपने साथियों के साथ वहां पहुंच जाऊंगा, क्योंकि मेरे दादा को वहीं दफनाया गया है। इसके अलावा मेरे हजारों रिश्तेदारों को भी वहीं दफनाया गया है। मैं भारत में उनके मजार पर जाना चाहता हूं।''


हुसैन ने यह भी कहा कि अगर मोदी उन्हें भारत में शरण देने का खतरा नहीं मोल सकते हैं तो फिर कम से कम वह उन्हें पैसों से मदद कर दे। उन्होंने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर भी निशाना साधा और कहा कि अगर उन्हें भारत पसंद नहीं है तो फिर वह पाकिस्तान चले जाएं।


रूसी कंपनी ने लगाया देरी का आरोप

दुबई। रूस की सरकारी कंपनी रॉस्टेक ने 140 हेलीकॉप्टर की खरीद के लिए भारत पर समझौता में देर करने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस संबंध में सारी सूचनाएं मुहैया करा दी गई है।समाचार एजेंसी रॉटर्स के मुताबिक, मुख्य कार्यकारी आंद्रे बोगिंस्की ने कहा कि अगर भारत नौसेना के के लिए खरीदे जाने वाले सौ हेलीकॉप्टर्स के ऑर्डर को इसके साथ जोड़ता है तो उसे काफी फायदा होगा।


विदित हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत केए 226 टी हेलीकॉप्टर की खरीद के लिए रूस के साथ साल 2015 में एक करार किया था जिसे रॉस्टेक कंपनी बनाएगी। इस करार के मुताबिक, रूस 40 हेलीकॉप्टर बना बनाया देगा, जबकि शेष सौ भारत में बनेगा।


इस बीच दोनों देशों के बीच नौसेना के लिए भी सौ हेलीकॉप्टर की खरीद को लेकर बातचीत आरंभिक चरण में है। दुबई एयर शो के दौरान बोगिंस्की ने रॉयटर्स से कहा कि सभी सूचनाएं उपलब्ध कराए जाने के बावजूद भारत ने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है। लेकिन कोई कारण समझ में नहीं आ रहा है। उन्होंने इस बात को दोहराया कि अगर सेना और नौसेना के आर्डर एक साथ कर दिए जाते हैं तो भारत को बड़ा फायदा होगा।


उन्होंने कहा कि नए वीआरटी -500 हेलीकॉप्टर अपनी पहली उड़ान साल 2021 में भरेगा और उन्हें यकीन है कि भारत और मध्यपूर्व देश इसमें दिलचस्पी लेंगे। रूस ने साल 2035 तक एक हजार वीआरटी हेलीकॉप्टर बेचने का लक्ष्य रखा है।


संसद तक पैदल मार्च करेंगे जेएनयू छात्र

नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने थोड़ी नर्मी जरूर दिखाई, लेकिन छात्र अब भी अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। छात्रसंघ के सदस्य और अन्य विद्यार्थी प्रशासन द्वारा फीस बढ़ाए जाने के फैसले को पूरी तरह वापस लेने की मांग करते हुए सोमवार को संसद तक मार्च करने वाले हैं। इसी के मद्देनजर आज सुबह से ही जेएनयू परिसर के बाहर भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती नजर आई। वहीं दूसरी ओर विश्वविद्यालय प्रबंधन ने विरोध और हड़ताल पर उतरे छात्रों को सख्त चेतावनी दी है। विवि का कहना है कि यदि विद्यार्थी हड़ताल से वापस नहीं लौटे तो उनका दाखिला रद्द कर दिया जाएगा।  रविवार को विवि प्रबंधन ने इस संबंध में एक सर्कुलर भी जारी किया। इसमें विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों से वापस अपनी कक्षाओं में जाकर पढ़ाई करने की अपील की गई थी। सर्कुलर में ये भी कहा गया है कि विवि शैक्षणिक कार्यक्रम के तहत आगामी 12 दिसंबर से परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं। ऐसे में छात्रों के पास परीक्षाओं की तैयारियां करने के लिए कुछ ही समय बचा है। इसके अलावा एमफिल और पीएचडी के शोध आदि जमा करने और उसे मूल्यांकन शाखा को भेजने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर निर्धारित है। विवि ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि इस अवधि को लेकर छात्रों को किसी भी प्रकार की राहत नहीं मिलेगी।


अनियंत्रित यात्री बस पलटी पांच की मौत

बिहार से राजस्थान जा रही यात्री बस पलटी, 5 की मौत


देवरिया। उत्तर प्रदेश के देवरिया के भुजौली गांव के पास रविवार की देर शाम एक टूरिस्ट बस अनियंत्रित होकर पलट गई, जिससे बस में सवार यात्रियों में से 5 लोगों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। वहीं हादसे में 15 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल रवाना किया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक बस बिहार के सीतामढ़ी से जयपुर जा रही थी, कि तभी देवरिया के पास बस अनियंत्रित होकर पलट गई।


हादसे की जानकारी मिलने पर घटनास्थल पहुंचे बचाव दल ने राहत बचाव कार्य शुरू किया और सभी घायलों और मृतकों को बस से बाहर निकाला। घायलों को इलाज के लिए मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर किया गया है। हादसे में दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनके परिजनों को हादसे की सूचना दी जा चुकी है। घटना रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र टोल प्लाजा नेशनल हाईवे-28 की है।


हादसे की जानकारी मिलने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद देवरिया में हुई इस सड़क दुर्घटना में लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को इस हादसे में घायल हुए लोगों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं।


गाजियाबाद पुलिस ने पकड़े 143 अपराधी

अविनाश श्रीवास्तव


गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस ने पिछले 12 घंटों में अब तक 143 अपराधियों को पकड़ा है। गाजियाबाद पुलिस ने यह ऑपरेशन कल रात शुरू किया था। जिले में बढ़ रहे अपराध को लेकर गाजियाबाद पुलिस काफी सतर्क हो गई है। पुलिस आपराधिक गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है और लगातार छापेमारी की जा रही है। गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि हमने ऑपरेशन ऑल आउट की योजना बनाई है जिसमें पुलिस स्टेशन के आधार पर करीब 200 अपराधियों की लिस्ट तैयार की गई है, जिन्हें पकड़ा जाना है। इसके लिए पुलिस की टीम तैयार हो चुकी है। बता दें कि ऑपरेशन ऑल आउट कश्मीर से चर्चा में आया था। घाटी में 3 साल पहले सुरक्षाबलों ने यह अभियान शुरू किया था। बीते 3 वर्षों में 600 से ज्यादा आतंकवादी मारे जा चुके हैं। ऑपरेशन ऑलआउट के तहत सेना की रणनीति है कि आतंकी कमांडर चुने जाने या चर्चा में आते ही जल्द से जल्द टॉप आतंकियों को खत्म कर दिया जाए।


पराविद्या की दीक्षा

गतांक से...
 आज मैं तुम्हें विशेषता में नहीं, केवल यह आज जहां हमारी आकाशवाणी जा रही है। वहां एक भव्य यज्ञ का आयोजन हुआ। मैं प्रभु से प्रार्थना करता रहता हूं। अपने गुरुदेव से आज्ञा पाता हूं। हे यजमान, तेरे जीवन का सौभाग्य अखंड बना रहे, सदैव उसके ग्रह में दर्व का सदुपयोग होता रहे। धर्म का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। आधुनिक जगत में जितना धर्म का दुरुपयोग किया जाता है। उससे भी समाज में हीनता चली आती है। आज मैं विशेषता में जाना नहीं चाहता हूं। विचार क्या है कि धर्म का सदुपयोग हो। अखंडता में सदैव यजमान बना रहे। यह मेरा सदैव एक नृत्य बना रहे। क्रिया, विचारों की क्रिया में रत रहना चाहिए। पूज्य-पाद गुरुदेव से आज्ञा पता हुआ, अपने विचार व्यक्त करता रहता हूं और वे विचार है कि नाना प्रकार की जो वृतिया विद्यमान है। वह राष्ट्र में समाप्त करनी चाहिए। राष्ट्रवेता अपने में विशुद्ध कर्तव्यवादी बने और कर्तव्य वादी ही राष्ट्रवेता रहे या ना रहे। परंतु मुझे तो अपने कर्तव्य का पालन करना है। परंतु पदलोलुकता में जब राजा परिणत हो जाता है, तो समाज में भी अभाव रह जाता है। मानवता समाप्त हो जाती है। विचार आता रहता है और मैंने कई काल में अपने पूज्य-पाद गुरुदेव से अपने विचार व्यक्त भी किया है। आज मैं विशेष चर्चा नहीं दे रहा हूं। विचार केवल यह है कि समाज में महानता होनी चाहिए। महाराजा विश्वमित्र के सहित चारों राजकुमार ब्रह्मचारी के साथ विद्यालय में अध्यन कर रहे हैं। मैं इस समय जो उदगीत गा रहा हूं कि राम व लक्ष्मण ही उनके सहित गए। परंतु ऐसा नहीं है,मुझे ऐसा स्मरण है कि चारों भ्राता ने अपने में प्राय अस्त्र-शस्त्रों की विद्या प्राप्त की और वे अध्ययन करने में तत्पर रहें। क्योंकि राष्ट्र ऐसा आरोपण नहीं कर रहा है। पुरोहित भी नहीं कर रहा है ।पुरोहित कहते हैं कि सब विद्वान धनुर्विद्या को पान करने वाले हैं। बहुत पुरातन काल में हमारे यहां प्रणाली रही है। परंपरागतो से यह प्रणाली रही है। वर्तमान में है या नहीं इसके ऊपर जाना भी नहीं चाहता, परंतु परंपरा की प्रणालियां यह रही है कि मेरी पुत्रीया बालकों को भयंकर वनों में ले जाकर के अस्त्र-शस्त्र की शिक्षा देती रही है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


नवंबर 19, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-105 (साल-01)
2. मंगलवार, नवंबर 19, 2019
3. शक-1941, मार्गशीर्ष-कृष्ण पक्ष, तिथि- अष्टमी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:36,सूर्यास्त 05:32
5. न्‍यूनतम तापमान -13 डी.सै.,अधिकतम-24+ डी.सै., छिटपुट बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


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रविवार, 17 नवंबर 2019

साधू-संत समाज को आहत कर रही सरकार

महंत आशीष गिरी ने खुद को क्यों मारी गोली, जाने पूरी खबर


प्रयागराज। संत समाज इस समय शौक में है। आज सुबह निरंजनी अखाड़े के महंत आशीष गिरी ने लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मार ली। घटना की खबर मिलते ही डीआईजी, एसपी सिटी समेत फॉरेंसिंक टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई। उन्हें करीब से जानने वाले धर्मगुरुओं का कहना है कि वह अपनी बीमारी को लेकर काफी परेशान रहते थे। बताते हैं कि उनका लिवर खराब हो गया था, इसी से वह परेशान रहते थे। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी भी मौके पर पहुंच गए। खबरों में बताया जा रहा है कि आज सुबह ही अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने आशीष गिरी से फोन पर बात की थी। उन्हें नाश्ते के लिए मठ में बुलाया था। फोन पर आशीष गिरी ने कहा था कि वह स्नान करने के बाद आ रहे हैं। कुछ देर बाद जब वह नहीं आए, तब मठ के लोग उनके आवास पर गए। दूसरी मंजिल पर बने कमरे का दरवाजा खुला था। नीचे जमीन पर बिस्तर पर खून से लथपथ आशीष गिरी का शरीर पड़ा था। उनके हाथ में पिस्टल थी। बताया जा रहा है कि आशीष गिरी हाई ब्लड प्रेशर और पेट की बीमारी से परेशान थे।
रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी


नेताओं ने बसपा छोड़ कांग्रेस की सदस्यता ली

प्रयागराज। बसपा को इलाहाबाद से लगा झटका, भाजपा से सभी दल के नेता इस कदर प्रभावित है की सत्ता और प्रभाव की चाह में अपनी विचारधारा के विरुद्ध खड़े होने सेेे नहीं नहीं कतरा रहे हैं। परिणाम चाहे जो भीी हो, सुख-सुविधा और सत्ता की चाह आदमीी को अपने कर्तव्य से भटकानेेे के लिए सबसेे महत्वपूर्ण एवं कारगर रास्ता है!
इलाहाबाद से बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष आरके गौतम शहर उत्तरी विधानसभा के कोषाध्यक्ष श्रीश चंद्र दुबे, शहर उत्तरी के सेक्टर अध्यक्ष रितेश कुमार सहित सैकड़ों कार्यकर्ता आज लखनऊ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री पीएल पुनिया के नेर्तत्व में कांग्रेस पार्टी की सदस्ययता ग्रहण कीी।



रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी


सीएम टीम में किस-किसको मिलेगा स्थान

राणा ओबराय
हरियाणा मन्त्रिमण्डल के बाद अब सीएम की टीम में किस-किस को मिलेगा स्थान, पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी हो सकते हैं मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार
चंडीगढ़। आखिरकार 20 दिनों के बाद हरियाणा मंत्रिमंडल के गठन का कार्य पूरा हो ही गया। वैसे तो मंत्रिमंडल के गठन होने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री कार्यालय में अधिकारियों को तुरंत समायोजित कर दिया जाता है। परंतु अब की बार मुख्यमंत्री को मंत्रिमंडल की तरह अपने कार्यालय में अधिकारियों और नेताओं को फिट करने के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। आईएएस अधिकारियों और पूर्व में ओएसडी व एडवाइजर के पद पर रहे सभी मुख्यमंत्री की टीम में शामिल होना चाहते हैं सभी अपने आकाओं के द्वारा अपनी गोटियां फिट कर रहे हैं ! अब देखना यह है कि सीएमओ में स्थान पाने में कौन-कौन से आईएएस और पूर्व में ओएसडी आदि रहे स्थान पाने में कामयाब होते हैं। खट्टर सरकार में प्रधान सचिव व अतिरिक्त प्रधान सचिव राजेश खुल्लर तथा वी उमाशंकर अपने- अपने पद पर बने रह सकते हैं! निजी सुत्रो के अनुसार यदि मुख्यमंत्री अपने कार्यालय में प्रधान सचिव को बदलते हैं तो आईएएस सुधीर राजपाल, अनुराग रस्तोगी अथवा संजीव कौशल मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव हो सकते हैं! यदि मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार की बात की जाए तो जिस तरह से पूर्व मीडिया सलाहकार अमित आर्य मुख्यमंत्री के इर्दगिर्द हमेशा देखे जाते हैं! तो इससे ऐसा लगता है कि वह इस बार पहले की तरह मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मीडिया सलाहकार चंडीगढ़ हो सकते हैं! पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन को मीडिया सलाहकार दिल्ली एनसीआर का कार्यभार सौंपा जा सकता है! सुत्रो की माने तो अबकी बार सीएमओ में स्थान पाने के लिए सबसे मुश्किल दौर पूर्व ओएसडी भूपेश्वर दयाल और अमरिंदर सिंह का चल रहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय में इनकी नियुक्ति को लेकर संशय बरकरार है। आरएसएस के कई सक्रिय कार्यकर्ता भी मुख्यमंत्री कार्यालय में स्थान पाने के लिए अपने अपने नेताओं से मुख्यमंत्री को सिफारिश करवाने में लगे हुए हैं! हो सकता है मुख्यमंत्री कार्यालय और निवास में अधिकारी के रूप में कुछ नए चेहरे देखने को मिले।निजी सुत्रो के अनुसार मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार पद के लिए पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी का नाम भी तेजी से आगे आ रहा है। क्योंकि सीएम मनोहर लाल के पूर्व राजनीतिक सलाहकार दीपक मंगला अबकी बार पलवल से विधायक बन गए हैं। इसलिए सीएम का राजनीतिक सलाहकार कोई अनुभवी नेता ही होना चाहिए जो सरकार और संगठन में पूरी तरह तालमेल बिठा सके!


कुछ प्रदूषण कम होने की संभावना:अरविंद

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को एक बार फिर कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण पराली जलने के कारण है और अब इसके लगभग खत्म होने पर वायु गुणवत्ता सुधर रही है। दिल्ली सरकार के संवाद एवं विकास आयोग के उपाध्यक्ष जैस्मीन शाह ने कुछ तस्वीरों के साथ एक ट्वीट साझा किया। तस्वीरों में पराली जलने की घटनाएं कम होने से दिल्ली वायु गुणवत्ता सुधरती हुई दिखाई जा रही थी।
शाह ने ट्वीट किया, दिल्ली के ज्यादातर भागों में बिल्कुल उसी समय एक्यूआई स्तर 200 (मध्यम स्तर) से कम चला गया, जब पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के खेतों में पराली जलाए जाने की घटनाएं कम हो रही हैं।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल ने कहा कि अक्टूबर के पहले महीने में पराली जलना शुरू होते ही एक्यूआई बढऩा शुरू हो गया था।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, उत्तर भारत में पराली जलने और वायु गुणवत्ता सूचकांक में बढऩे के बीच बहुत बड़ा संबंध देखा जा सकता है। अक्टूबर के पहले महीने में पराली जलना शुरू होते ही एक्यूआई बढऩा शुरू हो गया था। अब इसके लगभग खत्म होने पर वायु गुणवत्ता सुधर रही है।


कहां गायब हो रही है अपनी गोरियां

याद है, जब छोटे थे, तब स्कूल जाने के लिये अलह सुबह उठाया जाता था, यह कहकर देखो चिडिया आयी, देखो कौआ आया, वो देखो मोर आया। घर की मुण्डेर पर छोटी सी चिडिया चहकती रहती और उठकर स्कूल के लिये तैयार होने लगते। गरमी में कोयल की कूक मन को अलग ही सुकून देती थी। इसके बाद बच्चों को टीवी पर डोरीमॉन, नोमिता जैसे कार्टून कैरेक्टर्स को देखकर उठाया जाता था। अब तो मोबाईल पर ही सब कुछ उपलब्ध है, इसलिये टीवी की बजाय मोबाईल पर ही चित्र या कार्टून्स दिखाकर बच्चों को उठाने का जतन किया जाता है।


यह सच है, परिवर्तन बहुत ही तेजी से हुआ है, हमारी पीढी इस द्रुत गति से होने वाले परिवर्तन की साक्षात गवाह है। यह परिवर्तन सतत प्रक्रिया है, पर अस्सी के दशक के उपरांत परिवर्तन की गति को पंख लग चुके हैं। कल तक मुण्डेर पर बैठे कौए और अन्य पक्षियों के कलरव पर गाने भी बना करते थे, शकुन अपशकुन के मामले में भी अनेकानेक धारणाएं हुआ करती थीं।


विडंबना यही है कि हमने भाग दौड़ में आधुनिक दुनिया की कल्पना तो कर ली पर प्रकृति के साथ जो हमने छेड़छाड़ या सीधे शब्दों में कहें बलात्कार किया है, वह अक्ष्म्य ही है। इसका भोगमान कोई ओर नहीं वरन हमारी आने वाली पीढ़ी को ही भोगना है। ईश्वर ने इस कायनात की रचना की है। इस सृष्टि में जितने भी जीव जंतु प्रभु ने बनाये हैं, सबकी अपनी अलग-अलग भूमिका और महत्व है। स्वच्छंद विचरण करने वाले पक्षियों पर अघोषित तौर पर मानव का हस्तक्षेप भारी पड़ा है। अपने सुख सुविधा और स्वाद के चक्कर में पक्षियों को प्रश्रय देने के स्थान पर मौत के घाट उतारा गया, जिससे इनकी संख्या में तेजी से गिरावट दर्ज की गयी, रही सही कसर पर्यावरण प्रदूषण ने पूरी कर दी।


हमें यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि आज पक्षियों की सैकड़ों प्रजातियां विलुप्तप्राय हैं। गिद्ध, सारस, कोयल, गोरैया, कौवा आदि अब बमुश्किल ही दिख पाते हैं। गुज़रे जमाने में राजा महाराजाओं से लेकर नवाबों की थाली की शान होने वाली शीली, बटेर, दिघोची, तीतर, लालशर जैसी चिडिया अब देखने को नहीं मिलतीं। अनेक निरामिष भोजनालयों में अब भुने हुए तीतर या बटेर के स्थान पर गोरैया को ही परोसा जाता रहा है। गाय, भैंस का दूध बढ़ाने की गरज़ से दी जाने वाली दवाओं का प्रतिकूल असर भी देखने को मिला है। इनके मृत शरीर का भक्षण कर पर्यावरण का एक सशक्त पहेरूआ गिद्ध अब देखे से नहीं दिखता है। पक्षियों की संख्या में कमी से पर्यावरण विशेषज्ञों की पेशानी पर चिंता की लकीरें साफ दिखायी पड़ने लगी हैं।


पर्यावरण विदों की मानें तो पक्षियों का होना मानव स्वास्थ्य के लिये अत्यावश्यक है। ये मानव जीवों के लिये खतरनाक कीट पतंगों को अपना निवाला बनाकर मनुष्यों की रक्षा करते हैं। ये पक्षी ही हैं जो कीट पतंगों के अलावा मृत जानवरों के अपशिष्ट को भी धरती से समाप्त करते हैं। विलुप्त होते पक्षियों को लेकर सरकारी और गैर सरकारी संगठन चिंता जाहिर कर रस्म अदायगी से बाज नहीं आते हैं। मन राखन लाल की भूमिका निभाने वाले इन संगठनों ने कभी भी पक्षियों को बचाने की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की है। यहाँ तक कि भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा भी ग्रामीणों को जागरूक बनाने की दिशा में डाक्यूमेंटरी या विज्ञापनों का निर्माण तक नहीं करवाया गया है। परिणाम यह है! कि दीगर पक्षियों के अलावा हर घर में चहकने वाली गोरैया भी अब दुर्लभ पक्षी की श्रेणी में आ चुकी है।


एक समय था! जब घरों में महिलाओं द्वारा गेहूँ या चावल बीनते समय कुछ दाने इन चिड़ियों के लिये जानबूझकर गिरा दिये जाते थे। इन दानों के चक्कर में घरों के आसपास चिड़िया चहकती रहती थीं। अब मॉल्स और डिब्बा बंद प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के बढ़े प्रचलन ने इन पक्षियों के मुँह से निवाला छीन लिया है। इसके अलावा शहरों में सीना ताने खड़े मोबाईल टॉवर की चुम्बकीय तरंगों, वाहनों के द्वारा छोड़े जाने वाले धुंए ने भी पक्षियों के लिये प्रतिकूल माहौल तैयार किया है। एक अनुमान के अनुसार पक्षियों के कम होने के पीछे कामोत्तेजक दवाओं का तेजी से प्रचलन में आना है। असंयमित खानपान और रहन सहन के चलते कामोत्तेजक दवाओं का बाज़ार तेजी से गर्माया है। गोरैया के अण्डों का इस्तेमाल कामोत्तेजक दवाओं में किया जाता है। चीन के माफिया सरगनाओं ने गैण्डे के सींग से सेक्स बढाने की दवाएं ईज़ाद की। कल तक गैण्डों से आच्छादित भारत के जंगलों में अब इनकी तादाद महज़ 200 से भी कम ही रह गयी है।


अब समय आ चुका है !कि पक्षियों को बचाने की दिशा में हम जागरूक हो जायें। हमें हर हाल में पक्षियों के जीने के लिये अनुकूल माहौल प्रशस्त करना ही होगा। पक्षियों की तादाद अगर दिनों दिन कम होती गयी!  तो पर्यावरण का जो असंतुलन निर्मित होगा उसका भोगमान किसी और को नहीं हमारी आने वाली पीढ़ी को ही भोगना होगा, जिसके उज्ज्वल भविष्य के लिये आज हम धन दौलत एकत्र कर छोड़ जाने वाले हैं। दिल्ली में पर्यावरण का असंतुलन साफ दिखायी देता है। सर्दी आते ही दिल्ली में जब चाहे तब शालाएं बंद करवा दी जाती हैं। सिवनी में आबोहवा अभी ठीक है पर अगर हम नहीं चेते तो हमारे जिले का हाल भी भविष्य में दिल्ली जैसा हो जाये तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिये। हम अपने वंशजों को धन दौलत, संपन्नता, सुविधाएं तो देकर इस दुनिया से रूखसत हो जायेंगे, किन्तु जब पर्यावरण असंतुलित होगा तब हमारी आने वाली पीढ़ी जिस कठिनाई में जीवन व्यतीत करेगी उसका अंदाज़ा आज लगाना असंभव ही है। सरकार को चाहिये कि वह गैर सरकारी संगठनों के साथ मिलकर पक्षियों को बचाने की दिशा में तत्काल ही कोई मुहिम की ठोस कार्ययोजना बनाये ताकि पक्षियों के कलरव को आने वाली पीढ़ी सुन सके और महसूस कर सके!


अब रबड़ के टायर वाली मेट्रो चलेगी

नई दिल्ली! आने वाले दिनों में देश के किसी शहर में अगर रबड़ के टायर वाली मेट्रो चलती नजर आए तो हैरानी नहीं होनी चाहिए! लाइट मेट्रो के बाद अब केंद्र सरकार टायर वाली मेट्रो चलाने की तैयारी कर रही है! इसके लिए नीति भी तैयार की जा रही है| यह बात ग्रे लाइन पर मेट्रो के उद्घाटन के दौरान केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कही है|


पायलट ने भेजा आपात संदेश, पाकिस्तान ने भारतीय विमान को ऐसे बचाया


उन्होंने कहा कि मेट्रो बड़े शहरों के लिए सफल सार्वजिनक परिवहन की सुविधा है| देश में शहरीकरण तेजी से बढ़ रहा है! इससे वर्ष 2030 तक देश की करीब 60 करोड़ आबादी शहरों में होगी! दिल्ली मेट्रो की सफलता के बाद द्वितीय व तृतीय स्तर के शहरों में भी मेट्रो जैसी सुविधाओं की मांग हो रही है! मेट्रो लाइट के बाद अब मेट्रो ऑन टायर्स नीति पर काम किया जा रहा है| इस तरह के मेट्रो के विकास में खर्च और भी कम हो जाएगा!


लापता श्रेयांश की लाश मिली कुँए में, आंगन में खेलते वक़्त गिरने की आशंकाडी एमआरसी के अधिकारी कहते हैं! कि दुनिया के कुछ शहरों में टायर्स मेट्रो चल रही हैं! यह मेट्रो भी रेलवे ट्रैक पर चलती है, लेकिन पहियों में टायर का इस्तेमाल होता है! पेरिस में सबसे पहले इसका इस्तेमाल किया गया है| टायर वाली मेट्रो पेरिस, हांक कांग समेत कई देशों में सफलतापूर्वक चल रही है! इसके रफ्तार तकरीबन 60 किलोमीटर प्रति घंटा होती है! और इसको बनाने में अब चल रही मेट्रो से 30 प्रतिशत कम खर्च आता है!


पटना में मामूली विवाद में मारपीट,गोलाबारी, मौत

पटना। राजधानी पटना के सिटी इलाके में रविवार को जमकर बवाल हुआ। घटना बाईपास थाना क्षेत्र के रानीपुर पैजावा की है जहां गाड़ी बैक करने के मामूली से विवाद को लेकर दो गुटों में जमकर मारपीट और गोलीबारी हो गई। गोलीबारी की इस घटना में पूर्व वार्ड पार्षद गीता देवी के पुत्र रवि कुमार नामक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना से गुस्साए मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा मचाया। इस दौरान आक्रोशितों ने सड़क पर आगजनी कर फोरलेन को लगभग 5 घंटे तक जाम कर दिया जिससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी। आक्रोशितों ने फोरलेन से गुजरने वाले वाहनों में भी तोडफ़ोड़ की साथ ही वाहन चालकों के साथ भी मारपीट की। आक्रोशितों ने हमलावरों की पांच मोटरसाइकिल को भी आग के हवाले कर दिया। हंगामा शांत कराने पहुंची पुलिस को भी उपद्रवियों ने खदेड़ दिया और उनपर पथराव शुरू कर दिया। घटना की कवरेज करने गए पत्रकारों को भी उपद्रवियों ने खदेड़ दिया। इस दौरान उपद्रवियों द्वारा कई राउंड हवाई फायरिंग भी की गई। रोड़ेबाजी में तीन-चार लोग घायल हो गए हैं। फोरलेन जाम हंगामा की सूचना मिलते ही सिटी एसपी पटना पूर्वी, एडिशनल एसपी समेत विभिन्न थानों की भारी संख्या में पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर काफी मशक्कत के बाद आक्रोशित लोगों को शांत करा कर फोरलेन पर परिचालन सामान्य कराया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज भेज दिया। बताया जाता है कि पूर्व वार्ड पार्षद गीता देवी के पति देवेंद्र सिंह अपनी कार में सवार होकर रानीपुर पैजावा के रास्ते गुजर रहे थे, इसी दौरान उसी इलाके के रहने वाले विजय कुमार सिंह की गाड़ी से उनकी गाड़ी की मामूली टक्कर हो गई। बस इसी बात को लेकर दोनों के बीच बकझक शुरू हो गई और देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट शुरू हो गयी। इसी दौरान हथियारबंद अपराधियों ने पूर्व वार्ड पार्षद के बेटे रवि कुमार पर गोली चला दी, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी।


पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...