रविवार, 10 नवंबर 2019

फ्लाइट में महिला से छेड़छाड़,आपात लैंडिंग

न्यूयॉर्क। अमेरिकन एयरलाइंस की एक फ्लाइट में महिला से छेड़छाड़ का बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पूरा मामला तब हुआ जब फ्लाइट ने उड़ान भरी थी। बताया जा रहा कि ये महिला यात्री अपनी सीट पर बैठी हुई थीं, इसी दौरान उनके बगल में बैठे हुए सहयात्री ने पहले तो उनका हाथ पकड़ने की कोशिश की। लेकिन जब महिला ने इसका विरोध किया तो आरोपी शख्स ने महिला को जबरन पकड़ने की कोशिश शुरू कर दी। आरोपी शख्स की हरकत के चलते फ्लाइट को डाइवर्ट भी करना पड़ गया और आपात लैंडिंग कराई गई।


पूरा मामला तब सामने आया जब अमेरिकी एयरलाइंस की एक फ्लाइट नॉर्थ कैरोलिना के चार्लोट से साल्ट लेक सिटी जा रही थीं। इसी दौरान फ्लाइट में मौजूद एक शख्स ने उसके बगल वाली सीट पर बैठी महिला से बदतमीजी की कोशिश की। मामले में दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक, आरोपी शख्स की पहचान जेम्स क्लेटॉन चोलेविन्सकी के तौर पर हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी शख्स ने जिस महिला से छेड़छाड़ की कोशिश की वो फ्लाइट में बीच वाली सीट पर बैठी थी। जानकारी के मुताबिक, फ्लाइट के उड़ान भरते ही आरोपी जेम्स ने अपने बगल में बैठी हुई महिला सहयात्री से छेड़छाड़ शुरू कर दी। पहले तो उसने महिला यात्री की हाथ और बांह पर पकड़ने की कोशिश की। इस पर महिला यात्री ने उसे समझाया और सचेत भी किया। बावजूद इसके आरोपी शख्स नहीं माना और उसने महिला को पकड़ने की कोशिश की, उसकी लगातार बढ़ रही छेड़खानी पर महिला ने उसे सचेत किया। बावजूद इसके आरोपी नहीं माना तो महिला ने शोर मचा दिया। उसने तुरंत आरोपी जेम्स की शिकायत चालक दल से कर दी।
यही नहीं महिला ने चालक दल से उसकी और उसके साथ यात्रा कर रही अपनी बेटी की सीटें बदलने के लिए कहा। चालक दल ने उनकी सीटें बदल दीं लेकिन आरोपी शख्स के व्यवहार में बदलाव नहीं आया। उसने फिर से वही हरकत करने की कोशिश की तो फ्लाइट के चालक दल ने तुरंत ही प्लेन की इमरजेंसी लैंडिंग का फैसला लिया। यही नहीं उन्होंने पास में स्थित तुलसा एयरपोर्ट पर फ्लाइट की आपात लैंडिंग कराई। इसके बाद छेड़छाड़ के आरोपी शख्स को तुरंत ही पुलिस के हवाले कर दिया। अमेरिकन एयरलाइंस के प्रवक्ता ने फ्लाइट में हुई घटना को लेकर आधिकारिक बयान जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि कि चालक दल ने अचानक ही जो आपात लैंडिंग का फैसला लिया, वह एयरलाइन के नियमों के मुताबिक ही था। फिलहाल पुलिस आरोपी शख्स के खिलाफ छेड़छाड़ के संबंध में मामला दर्ज कर लिया। वहीं पूरे मामले की जांच की जा रही है।


अहमदाबाद-बेंगलुरु रूट पर प्रतिदिन फ्लाइट

नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष में एयर एशिया इंडिया नई फ्लाइट शुरू करने जा रही है। विमानन कंपनी अहमदाबाद-बंगलुरु रूट पर डेली फ्लाइट शुरू करेगी। साथ ही कंपनी की महीने के अंत तक गुजरात की वाणिज्यिक राजधानी को दिल्ली, गोवा और हैदराबाद जैसे अन्य प्रमुख शहरों से जोडऩे के लिए विभिन्न उड़ानें शुरू करने की भी योजना है। इसकी जानकारी कंपनी के ही एक अधिकारी ने दी। अहमदाबाद-बंगलुरु रूट पर कंपनी 22 नवंबर से सेवा शुरू करेगी। खास बात ये है कि अहमदाबाद एयरलाइन के नेटवर्क में यह 21वां डेस्टिनेशन होगा। इस संबंध  में एयरलाइन के मुख्य परिचालन अधिकारी संजय कुमार ने कहा है कि हम जल्दी ही अहमदाबाद-दिल्ली रूट पर विमान सेवा शुरू करेंगे। इसमें उड़ानों की संख्या रोजाना तीन होगी। साथ ही हम अहमदाबाद-बंगलुरु रूट पर सेवा बढ़ाकर रोजाना दो बार करेंगे। आगे अहमदाबाद-गोवा और अहमदाबाद-हैदराबाद रूट पर भी जल्द ही उड़ानें शुरू की जाएंगी। संजय कुमार ने कहा है कि कंपनी का साल 2020 तक कुछ और शहरों में उड़ाने शुरू करने की योजना है। बता दें कि 10 अक्टूबर 2019 तक एयरलाइन के पास कुल 20 विमानों का बेड़ा था, जिसके बाद कंपनी ने चार और विमान जोड़े। उन्होंने कहा कि फिलहाल हमारे बेड़े में विमानों की संख्या 24 है और हम साल के अंत तक पांच और विमान शामिल करेंगे।


एप्पल का दो करोड़ आईफोन बेचने का प्लान

नई दिल्ली। दुनिया की दिग्गज प्रीमियम मोबाइल फोन निर्माता कंपनी एप्पल की एनालिस्ट मिंग-ची कू ने बताया कि कंपनी का लक्ष्य साल 2020 में आईफोन के लांच होने वाले एसई 2 मोबाइल फोन के दो करोड़ फोन बेचने का है।


एप्पल के सूत्रों के मुताबिक अगर कंपनी के प्लान के मुताबिक सबकुछ होता रहा तो डिवाइस की 3 करोड़ यूनिट तक भी बेची जा सकती हैं। इस फोन को आम आदमी की पहुंच में रखने के लिए कंपनी इसकी कीमत को कम रखेगी। जिससे आम लोग इसे खरीद सकें। एसई 2 में यूज किए जाने वाले मदरबोर्ड में दस लेयर वाले सब्सट्रेक्ट जैसे पीसीबी का इस्तेमाल हो सकता है जो कि आईफोन 11 वर्जन में भी यूज की गई है। इस डिवाइस का मॉडल आईफोन 8 की तरह काफीकुछ होगा।


सरकार गठन पर खींचतान, दलों की बैठक

मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर खींचतान जारी है। भाजपा, शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा ने अपने-अपने विधायकों की बैठक बुलाई है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की तरफ से भाजपा को सरकार गठन के लिए न्योता मिलने पर शिवसेना ने बयान दिया। पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि भाजपा सोमवार तक सरकार बनाने के लिए बहुमत जुटाने में नाकाम रहती है तो शिवसेना अपने प्लान पर अमल करेगी। हमारे नेता व्यापारी नहीं हैं। डील शब्द का अर्थ है- व्यापार यानी नफा-नुकसान। हमने किसी से कोई डील नहीं की। किसी की हिम्मत नहीं है कि शिवसेना के विधायकों को तोड़ सके।
राउत ने कहा, ”उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि अगर भाजपा के पास बहुमत था तो रिजल्ट आने के 24 घंटे में सरकार बनाने का दावा पेश क्यों नहीं किया। फिलहाल हमने किसी भी तरह के गठबंधन पर विचार नहीं किया है। अभी भाजपा को सरकार बनाने का निमंत्रण दिया गया है तो हम अपने संस्कारों के हिसाब से उन्हें शुभकामनाएं देते हैं। मुझे नहीं लगता कि भाजपा सरकार बनाने के लिए बहुमत जुटा पाएगी।”
”मुझे बताया गया है कि राज्यपाल ने भाजपा को 11 नवंबर को रात 8 बजे तक अपने फैसले के बारे में बताने के लिए कहा है। अगर कोई सरकार बनाने के लिए तैयार नहीं है तो शिवसेना ये जिम्मा ले सकती है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी रविवार को पार्टी के विधायकों के साथ बैठक करेंगे। कांग्रेस और राकांपा राज्य की दुश्मन नहीं है। कुछ मुद्दों पर पार्टियों में मतभेद तो होता ही है।”


2000 के नोट की जमाखोरी,बंद कर देना चाहिए

नई दिल्ली। नोटबंदी के तीन साल पूरे होने पर आर्थिक मामलों के पूर्व सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा है कि 2000 के नोटों का बड़ा हिस्सा सर्कुलेशन में नहीं है। इनकी जमाखोरी हो रही है, इन्हें बंद कर देना चाहिए। गर्ग के मुताबिक सिस्टम में काफी ज्यादा नकदी मौजूद है। 2000 के नोट बंद करने से कोई परेशानी नहीं होगी।
गर्ग ने कहा कि दुनियाभर में डिजिटल पेमेंट का चलन बढ़ रहा है। भारत में भी ऐसा हो रहा है, हालांकि इसकी रफ्तार धीमी है। यहां 85% भुगतान कैश में हो रहे हैं। गर्ग ने सुझाव दिया कि बड़े कैश लेन-देन पर टैक्स या शुल्क लगाने, डिजिटल पेमेंट को आसान बनाने जैसे कदमों से देश को कैशलेस बनाने में मदद मिलेगी।


कालेधन पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी का ऐलान किया था। उस वक्त 500 और 1000 के नोट बंद कर दिए गए। इसके बदले 500 का नया नोट जारी किया था। सरकार ने 1000 का नोट पूरी तरह हटा लिया और पहली बार 2000 का नोट जारी किया था।


पति की प्रेमिका के घर में लगाई आग

भरतपुर। पॉश कॉलोनी सूर्या सिटी में महिला डॉक्टर ने डॉक्टर पति की प्रेमिका के घर आग लगा दी और बाहर से कुंडी बंद कर दी। दम घुटने से युवती और उसके 6 साल के बच्चे की मौत हो गई। बचाने के प्रयास में भाई भी झुलस गया। युवती डॉक्टर दंपती की क्लीनिक पर काम किया करती थी। पति से अफेयर की खबर लगने पर महिला डॉक्टर ने उसे निकाल दिया था। बावजूद, डॉक्टर और युवती का मिलना-जुलना जारी था। डॉक्टर ने उसे रहने के लिए मकान भी दे रखा था।


महिला डॉक्टर सीमा गुप्ता, सास सुलेखा के साथ डॉक्टर पति सुदीप गुप्ता की प्रेमिका दीपा गुर्जर को डराने-धमकाने के लिए पहुंची। दोनों के बीच कहासुनी चल ही रही थी कि अचानक उग्र हुई महिला डॉक्टर ने अपने साथ लाई स्प्रिट की बोतल को फर्नीचर पर उड़ेलकर आग लगा दी और घर के बाहर से कुंडी लगा दी। इस बीच आग इतनी भयानक हो गई कि कोई भी घर में घुसने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। मौके पर पहुंचे दीपा के भाई अनुज ने घर में घुसने का प्रयास किया, लेकिन वह भी झुलस गया। आखिरकार, दम घुटने से डॉ. दीपा गुर्जर और उनके 6 वर्षीय बेटे की मौत हो गई।


दमकल की गाड़ियां करीब आधा घंटे में आग बुझा पाईं। वारदात का पता लगने के बाद राजकीय आरबीएम अस्पताल में फिजीशियन डॉ. सुदीप गुप्ता के अलावा एसपी हैदर अली जैदी, सीओ सिटी हवा सिंह रायपुरिया भी मौके पर पहुंचे। देर रात तक मामले को लेकर पीड़ित पक्ष की ओर से कोई भी मामला दर्ज नहीं कराया गया था। पुलिस ने डॉ. सुदीप, उनकी पत्नी डॉ. सीमा व मां सुलेखा को हिरासत में लिया है। डॉ. सुदीप का शहर में काली बगीची इलाके में श्रीराम अस्पताल है।


न्याय प्रदान करने में उत्तर-प्रदेश काफी पिछड़ा

नई दिल्ली। आम नागरिकों को न्याय मुहैया कराने में महाराष्ट्र राज्यों की सूची में शीर्ष पर है। वहीं, केरल दूसरे, तमिलनाडु तीसरे, पंजाब चौथे और हरियाणा पांचवें स्थान पर है। टाटा ट्रस्ट के द्वारा जारी इंडिया जस्टिस 2019 रिपोर्ट के मुताबिक, एक करोड़ से कम जनसंख्या वाले राज्यों में गोवा पहले, सिक्किम और हिमाचल प्रदेश क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर है।


इंडिया जस्टिस रिपोर्ट 2019 विभिन्न सरकारी संस्थाओं जैसे पुलिस, न्यायपालिका, कारागार और कानूनी सहायता पर आधारित होती है। रिपोर्ट जारी करते हुए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस एमबी लोकुर ने कहा- रिपोर्ट में हमारी न्यायिक व्यवस्था में गंभीर खामियां पाई गई हैं। न्यायिक व्यवस्था के समक्ष मुख्यधारा के मुद्दों पर न्याय देने को लेकर गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। यह मुद्दे हमारी सोसाइटी, सरकार और अर्थव्यवस्था को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं।


रिपोर्ट के मुताबिक, विभिन्न संस्थाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व निम्न स्तर पर रहा है। देशभर में न्याय और कानून व्यवस्था में महिलाओं की संख्या काफी कम है। जेल कर्मचारियों में 10% महिलाएं हैं। हाईकोर्ट और लोअर कोर्ट के सभी जजों में महिला जज 26.5% हैं। जेलों में क्षमता से अधिक 114% कैदी हैं जबकि इनमें से 68% कैदी अंडरट्रायल हैं।


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...