गुरुवार, 3 अक्तूबर 2019

आपके सितारे पक्ष में रहेंगे:मीन

राशिफल


वृषभ:आपका प्रयास आज रंग लाएगा। शुभ समाचार मिलेगा। नए अवसर प्राप्त होंगे जिनसे जीवन में उत्साह एवं आनंद का संचार होगा। अपनों से सहयोग मिलेगा, मित्र भी साथ देंगे। नौकरी में नए विचारों और उर्जा से अच्छा प्रदर्शन करेंगे। 
मिथुन:आर्थिक मामलों में दिन लाभप्रद रहेगा। कहीं से धन की प्राप्ति हो सकती है। कोई चाहत पूरी हो सकती है। यात्रा मंगलमय होगी। कम प्रयास से ही आप मान-सम्मान और यश प्राप्त कर लेंगे। कुल मिलकर दिन शुभ रहेगा।


कर्क: स्वास्थ्य नरम रहेगा। साझेदारी के काम में समझदारी और सतर्क रहने की जरूरत है। अपने भी आज बेगानों का व्यवहार करेंगे। अपने काम से मतलब रखिए, विवादों में फंसकर अपना नुकसान करवा सकते हैं। दुर्गा नामावली का पाठ करना शुभ रहेगा।


सिंह:आज का दिन उतार-चढ़ाव भरा रहेगा। संयम से दिन बिताएं। कोई अप्रिय समाचार मिल सकता है या कोई अप्रिय घटना हो सकती है जिससे निराश होंगे। सोच-समझकर ही यात्रा एवं कार्य-व्यवहार करें। साधु-संतों का आशीर्वाद मन में उर्जा का संचार करेगा। 


कन्या:आज सितारे आपके पक्ष में हैं। आपकी यात्रा लाभप्रद रहेगी। मान-सम्मान और प्रभाव बढ़ेगा। कार्यों में सफलता मिलेगी। जितनी मेहनत और प्रयास करेंगे उस अनुपात में लाभ प्राप्त होगा। अधिकारी वर्ग से सहायता मिलेगी, विरोधी निर्बल रहेंगे।
तुला:आज का दिन आनंद और उत्साह में बीतेगा। कहीं आपका धन फंसा है तो आज मिल सकता है। जिन क्षेत्रों में प्रयास करेंगे उनमें सफलता मिलेगी। सामाजिक क्षेत्र में सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे। धर्म-कर्म के काम में रुचि लेंगे।


वृश्चिक:आज कुछ नए संपर्क बन सकते हैं जिनसे आपको लाभ मिलेगा। कोई अटका हुआ काम बनने से आप प्रसन्न रहेंगे। महिला मित्रों और संबंधियों से मधुर संबंध बनाकर रखें, फायदा होगा। अतिउत्साह से नुकसान हो सकता है, जोखिम लें मगर समझदारी से।


धनु:आज आपको धैर्य और संयम से काम लेना होगा नहीं तो कार्यों में बाधाओं का सामना करना होगा। कठिनाई के बाद सफलता मिलेगी। किसी बात से मन खिन्न रह सकता है। कुछ उलटे-सीधे खर्च भी होंगे। धर्म-कर्म में भी मन आज उचाट रह सकता है। 
मकर:आज का दिन आपके लिए उत्साहवर्धक है। कोई शुभ समाचार मिल सकता है, उन्नति का अवसर मिलेगा। कहीं से आज उपहार या पुरस्कार मिल सकता है। जो लोग यात्रा पर जा रहे हैं उनकी यात्रा सुखद और मजेदार रहेगी। पारिवारिक जीवन में तालमेल बना रहेगा।


कुंभ:आज आपके ऊपर काम का दबाव रहेगा, व्यस्त रहेंगे। धन खर्च होगा लेकिन सुख-समृद्धि के साधन भी बढ़ेंगे। गुप्त शत्रु परेशान कर सकते हैं। स्वास्थ्य के मामले में लापरवाही ना करें। पारिवारिक जीवन में तालमेल से तनाव कम होगा।


मीन:बीते कई दिनों से चली आ रही परेशानी आज दूर होगी। भाग्य का पूरा-पूरा साथ मिलेगा, कम प्रयास में ही सफलता प्राप्त कर लेंगे। विरोधियों का प्रभाव कम होगा। मन को शांत रखकर काम करते रहिए आज, सब कुछ आपके पक्ष में होगा।


विशाल जलीय गोह

गोह (Monitor lizard) सरीसृपों के स्क्वामेटा (Squamata) गण के वैरानिडी (Varanidae) कुल के जीव हैं, जिनका शरीर छिपकली के सदृश, लेकिन उससे बहुत बड़ा होता है।


गोह छिपकिलियों के निकट संबंधी हैं, जो अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, अरब और एशिया आदि देशों में फैले हुए हैं। ये छोटे बड़े सभी तरह के होते है, जिनमें से कुछ की लंबाई तो 10 फुट तक पहुँच जाती है। इनका रंग प्राय: भूरा रहता है। इनका शरीर छोटे छोटे शल्कों से भरा रहता है। इनकी जबान साँप की तरह दुफंकी, पंजे मजबूत, दुम चपटी और शरीर गोल रहता है। इनमें कुछ अपना अधिक समय vchh में


जातियाँ 


बंगाल गोह (Varanus benghalensis)


मलेशिया (बोर्नियो) का विशाल जलीय गोह
इनकी कई जातियाँ हैं, लेकिन इनमें सबसे बड़ा ड्रैगन ऑव दि ईस्ट इंडियन ब्लैंड (Dragon of the East Indian bland) लंबाई में लगभग 10 फुट तक पहुँच जाता है। नील का गोह (नाइल मॉनिटर / Nile Monitor, V. niloticus) अफ्रीका का बहुत प्रसिद्ध गोह है और तीसरा (V. exanthematicus) अफ्रीका के पश्चिमी भागों में काफी संख्या में पाया जाता है। इसकी पकड़ बहुत ही मजबूत होती है।


भारत में गोहों की छ: जातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें कवरा गोह (V. Salvator) सबसे प्रसिद्ध है। इसके बच्चे चटकीले रंग के होते हैं, जिनकी पीठ पर बिंदियाँ पड़ी रहती हैं और जिन्हें हमारे देश में लोग 'बिसखोपरा' नाम का दूसरा जीव समझते हैं। लागों का ऐसा विश्वास है कि बिसखोपरा बहुत जहरीला होता है, लेकिन वास्तव में ऐसा है नहीं। बिसखोपरा कोई अलग जीव न होकर गोह के बच्चे हैं, जो जहरीले नही होते।


रहन-सहन:-गोह पानी व दलदल से प्यार करती है। साँप की तरह जीभ लपलपाती रहती। लगभग सात फुट से ज्यादा। पूँछ लंबी, चपटी, देह की बजाय भारी। दाँत नुकीले, थूथन का सिरा चपटा, सिर दबा हैआ आर अगुलिया साधारण लबाइ की होती हैं। पूछ की मार बडा असर करती है।


गोह जब दौडती है तब पूछ ऊपर उठा लेती है। गोह मेंढक, कीडे-मकोडे, मछलियाँ और केकडे खाती है। यह बडी गुस्सैल स्वभाव की है। गोह आजकल बरसात से पहले किसी बिल या छेद में १५ से २० तक अडे देती है। मादा अंडों को छिपाने के लिए फिर भर देती है और बहकाने के लिए चारों ओर दो-तीन और बिल खोदकर छोड देती है। आठ नौ महीने के बाद कहीं सफेद रग के अंडे फूटते है। छोटे बच्चों के शरीर पर बिंदिया, व चमकदार छल्ले होते है। गोह पानी में रहती है। तराकी में दक्ष है यह, साथ में तेज धावक व वृक्ष पर चढने में माहिर हैोती है। पुराने समय में जो काम हाथीघोडे नहीं कर पाते थे, उसे गोह आसानी से कर देती थी। इनकी कमर में रसा बाधकर दीवार पर फेंक दिया जाता था और जब ये अपने पंजों से जमकर दीवार पकड लेती थी, तब रस्सी के सहारे ऊपर चढ जाते थे।


प्रंशात महासागर के आदिवासी गोह खाते भी है। यहाँ इनकी खाल के लिए शिकार किया जाता है। गोह वन्य-प्राणी अधिनियम के तहत संकटगत अबल सूची में शामिल है।


मां शक्ति रूपेण संस्थिता

कात्यायनी नवदुर्गा या हिंदू देवी पार्वती (शक्ति) के नौ रूपों में छठवीं रूप हैं


कात्यायिनी - नवदुर्गाओं में षष्ठम्
देवनागरी-कात्यायिनी
संबंध-हिन्दू देवी
मंत्र-चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहन। कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी ॥
अस्त्र-कमल व तलवार
जीवनसाथी-शिव
सवारी-सिंह
'कात्यायनी' अमरकोष में पार्वती के लिए दूसरा नाम है, संस्कृत शब्दकोश में उमा, कात्यायनी, गौरी, काली, हेेमावती व ईश्वरी इन्हीं के अन्य नाम हैं। शक्तिवाद में उन्हें शक्ति या दुर्गा, जिसमे भद्रकाली और चंडिका भी शामिल है, में भी प्रचलित हैं। यजुर्वेद के तैत्तिरीय आरण्यक में उनका उल्लेख प्रथम किया है। स्कन्द पुराण में उल्लेख है कि वे परमेश्वर के नैसर्गिक क्रोध से उत्पन्न हुई थीं , जिन्होंने देवी पार्वती द्वारा दी गई सिंह पर आरूढ़ होकर महिषासुर का वध किया। वे शक्ति की आदि रूपा है, जिसका उल्लेख पाणिनि पर पतञ्जलि के महाभाष्य में किया गया है, जो दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व में रचित है। उनका वर्णन देवीभागवत पुराण, और मार्कंडेय ऋषि द्वारा रचित मार्कंडेय पुराण के देवी महात्म्य में किया गया है जिसे ४०० से ५०० ईसा में लिपिबद्ध किया गया था। बौद्ध और जैन ग्रंथों और कई तांत्रिक ग्रंथों, विशेष रूप से कालिका पुराण (१० वीं शताब्दी) में उनका उल्लेख है, जिसमें उद्यान या उड़ीसा में देवी कात्यायनी और भगवान जगन्नाथ का स्थान बताया गया है।


परम्परागत रूप से देवी दुर्गा की तरह वे लाल रंग से जुड़ी हुई हैं। नवरात्रि उत्सव के षष्ठी को उनकी पूजा की जाती है। उस दिन साधक का मन 'आज्ञा चक्र' में स्थित होता है। योगसाधना में इस आज्ञा चक्र का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। इस चक्र में स्थित मन वाला साधक माँ कात्यायनी के चरणों में अपना सर्वस्व निवेदित कर देता है। परिपूर्ण आत्मदान करने वाले ऐसे भक्तों को सहज भाव से माँ के दर्शन प्राप्त हो जाते हैं।


श्लोक:-चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहन ।
कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी ॥
कथा उपासना:-नवरात्रि का छठा दिन माँ कात्यायनी की उपासना का दिन होता है। इनके पूजन से अद्भुत शक्ति का संचार होता है व दुश्मनों का संहार करने में ये सक्षम बनाती हैं। इनका ध्यान गोधुली बेला में करना होता है। प्रत्येक सर्वसाधारण के लिए आराधना योग्य यह श्लोक सरल और स्पष्ट है। माँ जगदम्बे की भक्ति पाने के लिए इसे कंठस्थ कर नवरात्रि में छठे दिन इसका जाप करना चाहिए।


या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥
अर्थ : हे माँ! सर्वत्र विराजमान और शक्ति -रूपिणी प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ।इसके अतिरिक्त जिन कन्याओ के विवाह मे विलम्ब हो रहा हो, उन्हे इस दिन माँ कात्यायनी की उपासना अवश्य करनी चाहिए, जिससे उन्हे मनोवान्छित वर की प्राप्ति होती है।


विवाह के लिये कात्यायनी मन्त्र--ॐ कात्यायनी महामाये महायोगिन्यधीश्वरि । नंदगोपसुतम् देवि पतिम् मे कुरुते नम:॥


महिमा:- माँ को जो सच्चे मन से याद करता है उसके रोग, शोक, संताप, भय आदि सर्वथा विनष्ट हो जाते हैं। जन्म-जन्मांतर के पापों को विनष्ट करने के लिए माँ की शरणागत होकर उनकी पूजा-उपासना के लिए तत्पर होना चाहिए।


संकल्प विवेचना और धारणा

गतांक से...
 देवी, जब हम जैसे पुत्र माता के गर्भ स्थल में होते हैं तो सप्‍त माह  में दोनों मंडलों की कांतिया आती रहती है और उनके उपयोग को ग्रहण करते हुए । 'अमृतम ब्रह्मणम्‌ ब्रह्म कृतम' गर्भ में विद्यमान बालक में बुद्धि का निर्माण करते हैं। बुद्धि की वर्तिका का जन्म होता है। यदि उस माह में माता के गर्भ से यदि 'विक्षालम्‌ ब्रहे' पृथक हो जाए तो उसको जीवन शक्ति प्राप्त नहीं होती है। यह जीवन की आभा का निर्माण करने वाले हैं। प्रभु ने इस ब्रह्मांड को और पिंड को दोनों को एक सूत्र में लाने का प्रयास किया है। विचार-विनिमय करते, उन्होंने कहा हे प्रभु, यह जो चंद्रमा है इसका मूल क्या है? चंद्रमा का मूल सोम है। उन्होंने कहा सोम का मूल क्या है? उन्होंने कहा सोम का मूल सूर्य कहलाता है। क्योंकि सूर्य से जो कांति आती है शीतल बन जाती है। अमृतमयी बन जाती है। इसकी उत्पत्ति का मूल सूर्य कहलाता है। सूर्य से नाना प्रकार की किरणें आती रहती है। यही सोम बनकर के कृषि को उधरवा में गमन कराती रहती है और खनिज-खाध में भी यही विद्यमान रहती है। मेरे पुत्रों देखो, जब ऋषि ने इस प्रकार वर्णन किया तो माता अरुंधति मौन हो गई। इसी विचार में प्रातः काल हो गया प्रातकाल होते ही  ऋषि वशिष्ठ और अरुंधती अपने आसन से पृथक हुए और अपनी क्रियाओं से निवृत्त हुए। उसके पूर्व राजा दशरथ उनके समीप जा पहुंचे। ऋषि वशिष्ठ बोले कि हे राजन, तुम किस काल में पधारे हो? उन्होंने कहा प्रभु मैं तो सांयकाल आ गया था परंतु तुम्हारे विचार इतने गंभीर हो रहे थे। मैं उन में इतना मगन हो गया कि मुझे कोई प्रतीत ही नहीं हुआ। वह बड़े मन प्रसन्न हुए और 'मंगलम ब्रव्‍हे' राजा से कहा कहो भगवान कैसे आगमन हुआ? उन्होंने कहा प्रभु मैं इस समय बड़ा आपातकाल में हूं। वशिष्ट बोले कि क्या आपातकाल है, उन्होंने कहा कि माता 'ब्राह्मणोंमें वर्तम्‌' देखो माता अरुंधति और आप दोनों को मैं चाहता हूं कि राष्ट्र गृह में जाकर के कौशल्या जी को शिक्षा दें। क्योंकि कौशल्य जी राष्ट्र का अनुकरण नहीं कर रही है। क्षुदा से पीड़ित रहती है अथवा नहीं। इसको मैं नहीं जान पाया। उन्होंने स्वीकार किया और अपनी क्रियाओं से निवृत्त होकर के उनके वाहन में विद्यमान हो करके गमन किया। भ्रमण करते हुए राष्ट्र गृह अयोध्या में आ गए। पर्दाप्रण हुआ तो एक आनंदवत छा गया।
 ब्रह्मावेता राष्ट्र आगमन होना एक सौभाग्य था। राष्ट्रीय ग्रह में आना और भी सौभाग्य था। कौशल्या जी के समीप पहुंचे माता कौशल्या जी ने उन्हें 3 आसन प्रदान किए। एक राजा का, एक माता का और एक पित्र का। जब यह आसन पर विद्यमान हो गए। तो उन्होंने बारी-बारी चरणों को स्पर्श किया और कहा कि भगवान आज कैसे मेरा सौभाग्य जागरूक हो गया है मैं कितनी सौभाग्यशाली हूं। हे भगवान, आप उदगीत गाइए, कैसे आगमन हुआ है। बिना सूचना के बिना कोई कारण के, ऋषि वशिष्ठ मुनि बोले देवी, तुम शांतम व्रहे क्रता। वे शांत विधमान हो गई। ऋषि वशिष्ठ मुनि बोले की हे दिव्या, हे पुत्री, तुमसे हम कुछ प्रसन्न करना चाहते हैं। कौशल्या जी ने कहा भगवान जो मुझे आज्ञा देंगे मैं उसका आदर करूंगी और उसको धारण करूंगी। उन्होंने कहा तो हे दिव्या, हमने यह श्रवन किया है कि तुम राष्ट्र का अनुग्रह नहीं कर रही हो। उन्होंने कहा प्रभु मैं नहीं कर पा रही हूं। उन्होंने कहा कि मैं अपने  उदर स्थल से ऐसे महापुरुष संतान को जन्म देना चाहती हूं त्याग और तपस्या में अपने जीवन को व्‍यतीत करे,मेरी कामना है उसी कामना में सदैव तत्पर रहती हूं। प्रभु जब उन्होंने ऐसा कहा हे ब्रहमणेब्रह' हमारी इच्छा यह है कि तुम राष्ट्र के अन्न को ग्रहण करो। उन्होंने कहा प्रभु मैं राष्ट्र के अन्‍न कों ग्रहण नहीं करूंगी। यह मेरा संकल्प हो गया है और यह जो परमात्मा का जगत है, यह संकल्प में ही नहीं रहता है। यदि परमात्मा का संकल्प है जब परमात्मा ने तप किया था। तपस्या में बहुदा ब्रह्मा को बहुदा की इच्छा बनी तो यह ब्रह्मांड नाना प्रकार के लोक-लोकातंरो में परिणत हो गया। हे प्रभु, यह प्रभु का संकल्प है जितनी आयु उन्हें प्रदान की है उतनी आयु में रहेंगे। उतने समय उनका पिंड बना रहेगा। प्राण सत्ता चली जाएगी, प्राण छिन्न-भिन्न हो जाएगा। प्रभु संकल्पमयी यह संसार है और मैं अपने संकल्पों को नष्ट नहीं करूंगी।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


October 04, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-61 (साल-01)
2. शुक्रवार, 04 अक्टूबर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन,शुक्‍लपक्ष,तिथि -षष्‍ठी , विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:15,सूर्यास्त 06:09
5. न्‍यूनतम तापमान -22 डी.सै.,अधिकतम-32+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी,हल्‍की बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102


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बुधवार, 2 अक्तूबर 2019

स्कंदमाता रूपेण संस्थिता

नवरात्रि का पाँचवाँ दिन स्कंदमाता की उपासना का दिन होता है। मोक्ष के द्वार खोलने वाली माता परम सुखदायी हैं। माँ अपने भक्तों की समस्त इच्छाओं की पूर्ति करती हैं।


स्कंदमाता - नवदुर्गाओं में पंचम
देवनागरी-स्कंदमाता
संबंध-हिन्दू देवी
अस्त्र-कमल
जीवनसाथी-शिव
सवारी-सिंह
श्लोक:-सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया। शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी।।


कथा:-भगवान स्कंद 'कुमार कार्तिकेय' नाम से भी जाने जाते हैं। ये प्रसिद्ध देवासुर संग्राम में देवताओं के सेनापति बने थे। पुराणों में इन्हें कुमार और शक्ति कहकर इनकी महिमा का वर्णन किया गया है। इन्हीं भगवान स्कंद की माता होने के कारण माँ दुर्गाजी के इस स्वरूप को स्कंदमाता के नाम से जाना जाता है।


स्वरूप:-स्कंदमाता की चार भुजाएँ हैं। इनके दाहिनी तरफ की नीचे वाली भुजा, जो ऊपर की ओर उठी हुई है, उसमें कमल पुष्प है। बाईं तरफ की ऊपर वाली भुजा में वरमुद्रा में तथा नीचे वाली भुजा जो ऊपर की ओर उठी है उसमें भी कमल पुष्प ली हुई हैं। इनका वर्ण पूर्णतः शुभ्र है। ये कमल के आसन पर विराजमान रहती हैं। इसी कारण इन्हें पद्मासना देवी भी कहा जाता है। सिंह भी इनका वाहन है।


महत्व:-नवरात्रि-पूजन के पाँचवें दिन का शास्त्रों में पुष्कल महत्व बताया गया है। इस चक्र में अवस्थित मन वाले साधक की समस्त बाह्य क्रियाओं एवं चित्तवृत्तियों का लोप हो जाता है। वह विशुद्ध चैतन्य स्वरूप की ओर अग्रसर हो रहा होता है।साधक का मन समस्त लौकिक, सांसारिक, मायिक बंधनों से विमुक्त होकर पद्मासना माँ स्कंदमाता के स्वरूप में पूर्णतः तल्लीन होता है। इस समय साधक को पूर्ण सावधानी के साथ उपासना की ओर अग्रसर होना चाहिए। उसे अपनी समस्त ध्यान-वृत्तियों को एकाग्र रखते हुए साधना के पथ पर आगे बढ़ना चाहिए। माँ स्कंदमाता की उपासना से भक्त की समस्त इच्छाएँ पूर्ण हो जाती हैं। इस मृत्युलोक में ही उसे परम शांति और सुख का अनुभव होने लगता है। उसके लिए मोक्ष का द्वार स्वमेव सुलभ हो जाता है। स्कंदमाता की उपासना से बालरूप स्कंद भगवान की उपासना भी स्वमेव हो जाती है। यह विशेषता केवल इन्हीं को प्राप्त है, अतः साधक को स्कंदमाता की उपासना की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। सूर्यमंडल की अधिष्ठात्री देवी होने के कारण इनका उपासक अलौकिक तेज एवं कांति से संपन्न हो जाता है। एक अलौकिक प्रभामंडल अदृश्य भाव से सदैव उसके चतुर्दिक्‌ परिव्याप्त रहता है। यह प्रभामंडल प्रतिक्षण उसके योगक्षेम का निर्वहन करता रहता है।


हमें एकाग्रभाव से मन को पवित्र रखकर माँ की शरण में आने का प्रयत्न करना चाहिए। इस घोर भवसागर के दुःखों से मुक्ति पाकर मोक्ष का मार्ग सुलभ बनाने का इससे उत्तम उपाय दूसरा नहीं है।


हर वर्ग की मदद करेगी को-ओपरेटिव सोसाइटी

विकास कोऑपरेटिव अर्बन थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट सोसायटी के कार्यक्रम में भावना बिष्ट ने कहा, हर वर्ग की मदद करेगी सोसायटी


गाजियाबाद। लोनी स्‍थित बेटा हाजीपुर के राजनगर शांति वाटिका में विकास कोआपरेटिव अर्बन थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट सोसाइटी का कार्यक्रम हुआ एस एस ऑफिसर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है और गरीबों के हित में काम करने वाली है। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित समाज सेविका भावना बिष्ट का सोसायटी के लोगों ने फुल मालाओं वाले शाॅल उड़ाकर स्वागत किया।


विकास कोऑपरेटिव अर्बन थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट सोसायटी के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाज सेविका भावना बिष्ट ने कहा कि यह सोसाइटी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है और किसी बैंक या चिटफंड की तरह नहीं है कि पैसा जमा कर साल 2 साल में भाग जाए यह सोसाइटी लोगों के हित के लिए बनाई गई है जिसमें मध्यम वर्ग के और गरीबों को की सहायता कर सकें। जैसे कि लोगों के यहां जवान बेटियों जाती है लेकिन पैसे के कारण हो बेटियों की शादी नहीं कर पाते हैं तो ऐसे लोग बैंक से कम ब्याज दर पर पैसा लेकर बेटियों की शादी अभी करा सकते हैं अगर कोई और परेशानी जैसे की बीमारी है तो सोसायटी से पैसा लेकर अपना इलाज करवा सकते हैं। आजकल की स्थिति को देखते हुए हर व्यक्ति और हर वर्ग के व्यक्ति असावती से जुड़कर निकट भविष्य में कम ब्याज दर पर पैसा लेकर फायदा उठा सकता है और इसमें से सब ठीक ही लोग पूरी तरह से लोगों की मदद भी करेंगे। वहीं अगर देखा जाए तो आज के समय में कोई व्यक्ति किसी की मदद नहीं करता हालांकि अलओसी पड़ोसियों को अगर देख लिया जाए किसी चीज की अगर जरूरत पड़ने लगे तो साफ हाथ खड़े कर देते हैं और तरह-तरह के बहाने बना देते हैं लेकिन मदद कोई नहीं करता तो इसीलिए इससे साउथी का गठन किया गया जिससे लोनी क्षेत्र के लोग इस सोसायटी से जुड़कर फायदा उठा सकते हैं। भाई अगर बैंकों की बात करें तो बैंक अमीर आदमियों को तो पैसे दे देता है लेकिन गरीब आदमियों को पैसा लेने के लिए सैकड़ों बार चक्कर लगाने पड़ते हैं और चप्पलें भी टूट जाती हैं और इतनी कागजों की मांग की जाती है कि वह उनकी पूर्ति ही नहीं कर पाते और अंततः निराश होकर घर बैठ जाते हैं जब भी किसी व्यक्ति को ऐसी आवश्यकता पड़े तो वो सोसाइटी से मिलकर कम ब्याज दर पर पैसा लेकर अपने सभी काम कर सकता है। इस अवसर पर उपस्थित रहे नरेश रावण, शिव सिंह रावत, राकेश वत्स,गिरिश आदि सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।


इनेलो के 64 उम्मीदवारों की सूची जारी

राणा ओबरॉय


 इनेलो प्रदेशाध्यक्ष बीरबल दास ढालिया ने 64 उम्मीदवारों की एक सूची की जारी

चंडीगढ़। इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी की चुनाव समिति की बैठक चौधरी ओमप्रकाश चौटाला की अध्यक्षता में दिल्ली में हुई जिसके उपरांत प्रदेशाध्यक्ष बीरबल दास ढालिया ने 64 उम्मीदवारों की एक सूची जारी की है। इन घोषित प्रत्याशियों में 12 महिलाएं हैं। प्रदेशाध्यक्ष ने यह भी बताया कि उम्मीदवारों के चयन के समय समाज के सभी वर्गों एवं समीकरणों को ध्यान में रखकर निर्णय लिया गया है और उन्हें पूर्ण आशा है कि इन उम्मीदवारों को चुनाव में मतदाताओं का पूरा समर्थन मिलेगा।
अभय सिंह चौटाला 46- ऐलनाबाद, करुणदीप चौधरी 02-पंचकुला, जगमाल सिंह 03-नारायणगढ़, ओंकार सिंह 04-अम्बाला कैंट, श्रीमती दया रानी दुखेड़ी 06-मुलाना (अनुसूचित), दिलबाग सिंह पूर्व विधायक 09- यमुनानगर, राजबीर कम्बोज 10-रादौर, श्रीमती सपना बड़शामी 11-लाडवा, श्रीमती कलावती सैन 13-थानेसर, ओमप्रकाश ढांडा गांव किठाना, 16-कलायत, सिद्धार्थ सैनी पुत्र स्व. मेहर सिंह सैनी 17-कैथल, ज्ञान सिंह गुज्जर एडवोकेट 18-पुण्डरी, मनिंद्र राणा पुत्र श्रीमती रेखा राणा पूर्व विधायक 22-घरौंडा, धर्मवीर पाढा 23-असंध, कुलदीप राठी 24-पानीपत ग्रामीण, सुरेश सैनी 25-पानीपत शहर, रवि कल्सन 26-इसराना (अनुसूचित), श्रीमती पे्रमलता छोक्कर 27-समालखा, विजेंद्र सिंह शेखूपुर 28-गन्नौर, इंद्रजीत दहिया 29-राई, विनोद चौहान 30-खरखौदा (अनुसूचित), बालकृष्ण शर्मा 31-सोनीपत, ओमप्रकाश गोयल 32-गोहाना, जोगेंद्र मलिक 33-बडोदा, जोगेंद्र कालवा 35-सफीदों, विजेंद्र रेढू 36-जींद, सतपाल गैंडाखेड़ा 37-उचाना कलां, सुशील पुत्र सूबे सिंह 38-नरवाना (अनुसूचित), डॉ. सीता राम पूर्व विधायक 43-डबवाली, अशोक वर्मा 44-रानियां, राजेश गोदारा 47-आदमपुर, श्रीमती ललिता टांक 48-उकलाना (अनुसूचित), जस्सी पेटवाड़, प्रदेश युवा संयोजक 49-नारनौंद, अमित सैनी 52-हिसार, सतपाल काजला हलका प्रधान 53-नलवा, राज सिंह गागड़वास 54-लोहारू, विजय पंचगामा 55-बाढड़ा, नितिन जांगू जिला युवा संयोजक 56-दादरी, श्रीमती कमला रानी 58-तोशाम, श्रीमती धर्मों देवी पत्नी श्री जगन्नाथ पूर्व मंत्री 59-बवानीखेड़ा (अनुसूचित), कृष्ण कौशिक 61-गढ़ी सांपला-किलोई, बलराज खासा गांव भाली, 63-कलानौर (अनुसूचित), नफे सिंह राठी पूर्व विधायक 64-बहादुरगढ़, महावीर गुलिया 65-बादली, जोगेंद्र 66-झज्जर (अनुसूचित), ओम पहलवान 67-बेरी, श्रीमती नीतू यादव पत्नी श्री हर्षवर्धन 68-अटेली, राजेंद्र शेखावत पूर्व सरपंच ढाना 69-महेंद्रगढ़, राजेश सिहार जिला युवा प्रधान 70-नारनौल, श्रीमती सुमन विरेंद्र गोठड़ी 71-नांगलचौधरी, सम्पत ढहीनवाल 72-बावल (अनुसूचित), किरणपाल यादव 73-कोसली, श्रीमती कमला शर्मा 74-रेवाड़ी, सुखबीर तंवर 75-पटौदी (अनुसूचित), सोनू ठाकरान 76-बादशाहपुर, रोहताश खटाणा 78-सोहना, नासिर हुसैन पुत्र श्री बद्रुद्दीन 79-नूंह, श्रीमती रानी रावत 82-हथीन, सतपाल देशवाल 84-पलवल, नरेंद्र अत्री एडवोकेट 85-पिरथला, कुमारी जगजीत कौर पन्नू 86-फरीदाबाद एनआईटी, अजय भड़ाना 87-बडख़ल, सोमेश चंदेला 89-फरीदाबाद और उमेश भाटी 90-तिगांव।
बीरबल दास ढालिया ने यह भी कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि इनेलो के यह प्रत्याशी एक बार फिर प्रदेश के समाज में सभी 36 बिरादरियों को एकजुट करने में सफल रहेंगे। उनके इस प्रयास से पिछले पांच वर्षों में जिस तरीके से समाज को बांटने का प्रयास किया गया है उसका अंत होगा।


किसान:गांधीवादी विचारधारा को खतरा

अविनाश श्रीवास्तव


गाजियाबाद। गांधी जयंती के मौके पर मंडोला विहार योजना से प्रभावित किसान जोकि अपनी अधिग्रहित जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर 2 दिसम्बर 2016 से शान्ति पूर्वक सत्याग्रह कर रहे हैं। आज सत्याग्रही किसानो ने गांधी जी की फोटो पर फूल माला अर्पित करने के बाद अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। किसान अर्धनग्न होकर, दिल्ली सहारनपुर रोड के किनारे बैठकर सरकार द्वारा पीड़ित किसानो की अनदेखी करने पर अपना रोष प्रकट करते हुए नजर आये। किसानो ने सरकार को किसान विरोधी करार दिया और सरकार व् सरकारी विभाग आवास विकास परिषद के खिलाफ नारेबाजी करते हुए किसानो ने गांधी वादी विचार धारा को खतरे में बताया । 
सत्याग्रही किसानो ने गांधी जी की अहिंसा वादी विचार धारा को जिन्दा रखते हुए अपने आंदोलन को तीन वर्षो से चला रखा है लेकिन सरकार की तरफ से मांगो की अनदेखी व् कानून का गलत स्तेमाल करके  किसानो पर लगातार की जा रही दमनात्मक कार्यवाहियों के चलते किसानो में रोष व्याप्त है जिसको लेकर किसान एक बार फिर अपने आंदोलन के क्रम में अनिश्चित कालीन आमरण अनशन करने को मजबूर हैं । पीड़ित धरनारत किसान पहले भी तीन बार आमरण अनशन कर चुके हैं लेकिन कोरे अस्वासन पर ही किसानो का अनशन खुलवाकर उन्हें छला गया। अबकी बार किसानो ने दृढ़ निश्चय किया है कि अपनी मातृभूमि के लिए प्राणों की आहुति दे देंगे लेकिन अपना अनशन आश्वासन पर नही खोलेंगे। आमरण अनशन पर बैठने की तारीख अभी तय नही की गई है जल्द ही आधिकारिक रूप से तारीख की घोषणा करके सैकड़ो किसान आमरण पर बैठेंगे। आज धरने पर सैकड़ो किसान व् किसान महिलाये मौजूद रहे। किसान मुकेश त्यागी ने गांधी जी का वेश धारण करके धरनारत किसानो को सत्य और अहिंसा का पाठ भी पढ़ाया।


'पदयात्रा-संदेश यात्रा' की राजनीति

गांधी जयंती पर अजमेर में भाजपा की पद यात्रा और कांग्रेस की संदेश यात्रा।

देश भर में गांधी जयंती उत्साह और संकल्प के साथ मनाई गई। सांसद भागीरथ चौधरी के नेतृत्व में पद यात्रा तथा कांग्रेस की ओर से अजमेर शहर में संदेश यात्रा निकाली गई। चूंकि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है, इसलिए संदेश यात्रा में सरकार का पूरा लवाजमा रहा। हालांकि इस यात्रा को सफल बनाने के लिए महात्मा गांधी जीवन दर्शन के जिला समन्वयक और पूर्व विधायक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती और समन्वयक शक्ति प्रताप ने विशेष प्रयास किए। शहर में निकाली गई इस पद यात्रा में जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप सिंह, अधिकारी सहित स्कूली बच्चे शामिल रहे, अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी ने इस यात्रा में खासतौर से भाग लिया। इस मौके पर गांधीवादी विचारक डॉ. बाहेती ने कहा कि आज भी महात्मा गांधी की प्रासांगिकता बनी हुई है। महात्मा गांधी के बताए हुए रास्ते पर चल कर ही समाज का निर्माण किया जा सकता है।  वहीं पुष्कर में भाजपा सांसद चौधरी के नेतृत्व में निकाली गई पद यात्रा में विधायक श्रीमती अनिता भदेल, सुरेश सिंह रावत, भाजपा के जिला अध्यक्ष बीपी सारस्वत आदि भाजपा नेता उपस्थित रहे। सांसद चौधरी ने कहा कि महात्मा गांधी के मार्ग पर चलते हुए ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2 अक्टूबर से सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। इससे पहले गांधी जयंती पर स्वच्छता अभियान की भी शुरुआत की गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी महात्मा गांधी को लेकर सिर्फ भाषण नहीं देते बल्कि उनके बताए कार्यों पर अमल भी करते हैं। यही वजह है कि आज देश में घर घर शौचालय बन गए हैं। 
एस.पी.मित्तल


1हजार डॉक्टरों पर 11 हजार का काम

11 हजार पशु चिकित्सकों के स्थान पर राजस्थान में मात्र एक हजार नियुक्त।
डिग्री के बाद भी बेरोजगार हैं चिकित्सक। 
सात साल से नहीं हुई भर्ती। 

हर सरकार ग्रामीण विकास का दवा करती है, लेकिन जमीनी हकीकत अलग होती है। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक राजस्थान में करीब 577 लाख पशुधन है। मानकों के अनुसार पांच हजार पशुधन पर एक चिकित्सक की नियुक्ति होनी चाहिए। इस लिहाज से राजस्थान के सरकारी पशु चिकित्सालयों में 11 हजार चिकित्सक होने चाहिए, लेकिन इसे दुर्भाग्यपूर्ण कहा जाएगा कि राजस्थान में मात्र एक हजार पशु चिकित्सक ही नियुक्त हैं। सरकार के ग्रामीण विकास के दावों की पोल तो तब खुलती है, जब स्वीकृत पदों पर भी नियुक्ति नहीं होती। राज्य सरकार ने 1937 पद स्वीकृत कर रखे हैं, लेकिन मौजूदा समय में 929 पद रिक्त पड़े हैं। एक ओर युवा डिग्री लेकर इधर-उधर भटक रहा है तो दूसरी ओर सरकारों के गैर जिम्मेदाराना रवैये की वजह से पिछले सात वर्षों से पशु चिकित्सकों की भर्ती नहीं हुई है। 577 लाख पशुधन की देखभाल मात्र एक हजार चिकित्सक कैसे कर रहे होंगे, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। राजस्थान पशु चिकित्सक बेरोजगार संघ के बैनर तले हजारों युवा लम्बे अर्सें से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन निर्वाचित सरकारों में सुनने वाला कोई नहीं है। युवाओं को जो आंदोलन भाजपा के शासन में करना पड़ता था वहीं अब कांग्रेस के शासन में करना पड़ रहा है। कांग्रेस सरकार ने रिटायर आईएएस दीपक उप्रेती को राजस्थान लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया था ताकि विभिन्न पदों की भर्ती की प्रक्रिया को तेज किया जा सके, लेकिन अभी तक उप्रेती की प्रभावी भूमिका सामने नहीं आई है। आयोग की वजह से हजारों युवाओं को अभी धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है। राजस्थान पशु चिकित्सक बेरोजगार संघ के मीडिया प्रभारी डॉ. नरसीराम गुर्जर ने बताया कि सरकार ने 900 पदों पर भर्ती का प्रस्ताव आयोग के पास भिजवा दिया है, लेकिन आयोग के ढीले रवैये की वजह से भर्ती की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। बेरोजगार युवक आयोग में धक्के खाते हैं, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। पशु चिकित्सकों के आंदोलन के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9694005684 पर डॉ. नरसीराम गुर्जर से ली जा सकती है। 
एस.पी.मित्तल


कांग्रेस का मतभेद सार्वजनिक

इधर सीएम अशोक गहलोत ने देश में डर का माहौल बताया, उधर दिग्गज कांग्रेसी रामेश्वर डूडी ने अपनी ही सरकार को तानाशाह कहा। अब जनता देगी जवाब। 

जयपुर। राजस्थान में गांधी जयंती के अवसर पर कांग्रेस और प्रदेश सरकार को लेकर अजीब स्थिति रही। सीएम अशोक गहलोत ने गांधी जयंती के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेते हुए कहा कि देश में डर का माहौल है। केन्द्र की भाजपा सरकार की नीतियों की वजह से सामाजिक तानाबाना बिगड़ गया है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की साम्प्रदायिक सोच के चलते हालात बहुत बिगड़ गए हैं। कांग्रेस ने अब तक देश में लोकतंत्र को बचाए रखा, लेकिन अब लोकतंत्र को खतरा हो गया है। हमारी संवैधानिक संस्थाएं दबाव में काम कर रही हैं। कांग्रेस आज भी गांधी जी के बताए मार्ग पर चल रही है। सीएम गहलोत जब स्वयं को महात्मा गांधी का अनुयायी मानते हुए प्रवचन दे रहे थे, तभी जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के कार्यालय पर जोरदार हंगामा हो रहा था। कांग्रेस के ही कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करने के लिए स्टेडियम पर वाटर केकन, वज्र वाहन, क्यूआरटी आरएसी आदि के सशस्त्र जवान तैनात किए गए। ऐसे तनाव पूर्ण माहौल में जब कांग्रेस के दिग्गज नेता और क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव में सीएम गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को चुनौती देने वाले रामेश्वर डूडी पहुंचे तो हालात बेकाबू हो गए। धक्का मुक्की के बीच डूडी ने आरसीए के कार्यालय में प्रवेश किया। डूडी का कहना रहा रहा कि सरकार ने तानाशाह रवैया अपना रखा है। अब प्रदेश की जनता सरकार को जवाब देगी। यानि डूडी ने अपनी ही सरकार को कठघरे  में खड़ा कर दिया। एक तरफ सीएम गहलोत देश में डर का माहौल बता रहे है तो दूसरी ओर उन्हीं की पार्टी के नेता गहलोत सरकार को तानाशाह कह रहे हैं। जब कांग्रेस के नेताओं को ही मुख्यमंत्री पर भरोसा नहीं है तो गहलोत के कथन के क्या मायने हैं। डूडी के समर्थकों ने आरसीए दफ्तर के बाहर ही नारा लागया। आरसीए का अध्यक्ष कैसा हो, रामेश्वर डूडी जैसा हो। समर्थकों का कहना है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने बेरोजगार पुत्र को रोजगार दिलवाने के लिए आरसीए का अध्यक्ष बनवा रहे हैं। मालूम हो कि वैभव गहलोत  को ही अध्यक्ष बनवाने के लिए रामेश्वर डूडी वाले नागौर जिला क्रिकेट संघ को भी अयोग्य घोषित कर दिया है। नागौर के साथ साथ अलवर और श्रीगंगानगर जिला संघों को भी अयोग्य माना गया है। देखना है कि क्रिकेट की जंग राजस्थान में कांग्रेस को कितना नुकसान पहुंचगी। 
एस.पी.मित्तल


हरियाणा बसपा के 27 प्रत्याशियों का ऐलान

चंडीगढ़। बहुजन समाज पार्टी(बसपा) ने हरियाणा विधानसभा चुनावों के मद्देनजर 27 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। बसपा सुप्रीमो मायावती के कार्यालय से उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की गई है। बसपा ने बेरी विधानसभा सीट से रमेश दलाल को टिकट दिया है, आरक्षित वर्ग की सीट इसराना से सुनीता सभ्रवाल को टिकट दिया है। रानिया विधानसभा सीट से दया राम और डबवाली विधानसभा से सुभाष नंबरदार को टिकट दिया गया है। बसपा ने दादरी विधानसभा सीट से बक्शी सैनी को टिकट दिया है, वहीं कालका से अश्विनी नागरा को उतारा है।



आतंकी कलीमुद्दीन ने किए कई खुलासे

रांची। झारखंड पुलिस के आतंक निरोधी दस्ता (एटीएस) के हाथों गिरफ्तार किया गया अलकायदा का आतंकी मौलाना कलीमुद्दीन ने अपने कोलकाता कनेक्शन का भी खुलासा किया है। पता चला है कि कोलकाता में उसका बेटा हुजैफा रहता है। कलीमुद्दीन भी लंबे समय तक कोलकाता में रहा है और महानगर के अलावा बंगाल के विभिन्न हिस्सों का दौरा कर उसने कई आतंकियों को तैयार किया है। एटीएस की पूछताछ में इस बात का खुलासा होने के बाद कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) सक्रिय हो गई है। एसटीएफ की एक टीम झारखंड की राजधानी रांची के लिए रवाना हुई है जहां मौलाना कलीमुद्दीन से पूछताछ होनी है।


वही कलीमुद्दीन से पूछताछ में पता चला है कि अलकायदा से जुड़ने वालों को सऊदी अरब से काठमांडू के रास्ते पाकिस्तान भेजा जाता है, जहां से वे प्रशिक्षण लेकर लौटते हैं। जमशेदपुर के धतकीडीह का अब्दुल सामी, अबु सूफियान और मसूद प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। अब्दुल सामी तिहाड़ जेल जबकि मसूद जमशेदपुर के घाघीडीह जेल में बंद हैं। 2016 में इन दोनों की गिरफ्तारी हुई थी. सामी दिल्ली के पास हरियाणा के मेवात और मसूद जमशेदपुर से गिरफ्तार हुआ था. सामी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने गिरफ्तार किया था। बुधवार को एसटीएफ सूत्रों ने बताया कि मौलाना कलीमुद्दीन ने झारखंड के अलावा ओडिसा और पश्चिम बंगाल में अपने विशाल नेटवर्क के बारे में खुलासा किया है। उसके बेटे और परिवार के अन्य सदस्यों की मौजूदगी कोलकाता में ही है जिन पर निगरानी रखी जा रही है। कलीमुद्दीन से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी की पश्चिम बंगाल से उसके आतंक नेटवर्क का क्या कुछ कनेक्शन रहा है। दरअसल 21 सितंबर की रात को जमशेदपुर से कोलकाता आने के लिए वह रवाना हुआ था। टाटानगर स्टेशन पर एटीएस की टीम ने उसे गिरफ्तार किया था। उसका एक अन्य सहयोगी है जिसका नाम अब्दुल रहमान कटकी है। 2015 में उसे ओडिशा में गिरफ्तार कर लिया गया था और तब से लेकर अब तक वह तिहाड़ जेल में बंद है।


पूछताछ में उसी ने इस बात का खुलासा किया था कि दुनिया का सबसे खूंखार आतंकी माना जाने वाला ओसामा बिन लादेन का संगठन अलकायदा का भारत में नेटवर्क चलाने की जिम्मेदारी मौलाना कलीमुद्दीन का है। उसके बाद से सुरक्षा एजेंसियां उसकी तलाश में जुटी हुई थी। कोलकाता पुलिस की एसटीएफ और अन्य एजेंसियों से भी उसकी जानकारी साझा की गई थी। देश भर की सुरक्षा एजेंसियों उसकी तलाश में थी लेकिन वह सब को चकमा देने में सफल रहा था। आखिरकार उसे झारखंड पुलिस की एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है। अब जबकि उसने अपने कोलकाता कनेक्शन का खुलासा किया है तो बंगाल की सुरक्षा एजेंसियां भी चौकस हो गई हैं। आतंकी ने बताया है कि उसने झारखंड के अलावा बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में अलकायदा के नेटवर्क को मजबूत किया है। कई जगहों पर उसने आतंकियों का स्लीपर सेल तैयार किया है जिन्हें सऊदी अरब से काठमांडू के रास्ते ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान भेजा जाता था। वहां से प्रशिक्षण लेकर ही आतंकी भारत लौटते थे जहां आतंकी नेटवर्क फैलाने और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रची जाती थी।


'गांधी संदेश यात्रा' कांग्रेस का हंगामा

नई दिल्‍ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बापू की 150वीं जयंती के मौके पर कहा, राष्ट्रपिता ने दिखाया है कि कैसे सभी जीवित प्राणियों के लिए प्रेम और अहिंसा ही एकमात्र तरीका है जिससे हम कट्टरता और घृणा को परास्त कर सकते हैं। मंगलवार सुबह सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर कांग्रेस अध्यक्ष (अंतरिम) सोनिया गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  आरएसएस) पर हमला बोला है। सोनिया गांधी ने कहा कि कुछ लोग आरएसएस को भारत का प्रतीक बनाना चाहते हैं। पदयात्रा जब राजघाट पहुंची तो कांग्रेस की अतंरिम अध्यक्ष सोनिया ने कहा, 'भारत की बुनियाद में गांधी के सिद्धांत है। कांग्रेस हमेशा गांधीजी के सिद्धांतों पर चली। जो पूर्ण सत्ता चाहते हैं वह गांधी को कभी समझ नहीं पाए। गांधीजी प्रेम के लिए खड़े रहे, नफरत के लिए नहीं। झूठ की राजनीति वाले गांधी को नहीं समझ सकते। आज देश में युवा बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं।'


कांग्रेस ने गांधी जी, गांधीवाद और गांधी का संदेश पहुंचाने के लिए निकाली पदयात्रा


कांग्रेस की तरह आज (बुधवार) से बीजेपी ने 'गांधी संकल्प यात्रा' शुरू कर दी है। इस यात्रा को गृहमंत्री अमित शाह ने हरी झंडी दिखाई। कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि  मैं देशभर के करोड़ों कार्यकर्ताओं को कहना चाहता हूं कि गांधी 150 हम सब के लिए संकल्प का वर्ष बने, गांधी 150 राष्ट्र को एक मुकाम आगे ले जाने का वर्ष बने।


 


'बसपा' कार्यालय पर 'बसपा' का धरना

लखनऊ । बसपा के इतिहास में अभूतपूर्व घटना घटित हुई जब बसपा नेता अनुभव चक के नेर्तत्व में सैकड़ो कार्यकर्ता और पदाधिकारी बहिन कुमारी मायावती की नीतियों और बसपा में बहुजन नायक ईवी रामस्वामी पेरियार के अपमान के विरोध में बसपा के लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय और बसपा सुप्रीमो मायावती के 9 माल एवेन्यू स्थित आवास पर प्रदर्शन करने जा धमके। प्रदर्शनकारी नारे लिखी हुई तख्तियां अपने हाथों में लिए हुए थे जिनमें लिखा हुआ था। प्रत्याशी बनना हो या पदाधिकारी,पहले बताओ थैली है कितनी भारी, बी एस पी की क्या पहचान,सतीश परेश और खानदान कांशीराम तेरी नेक कमाई,बहिन जी ने बेच खाई कांशीराम तेरा मिशन अधूरा,बहिन जी ने डुबो दिया पूरा।


अनुभव चक और समर्थकों को देखते ही कार्यालय और आवास पर हलचल मच गई आनन फानन में पुलिस भी बुला ली गयी पर प्रदर्शनकारियों के नेता अनुभव चक ने कहा कि हमने अपने जीवन के 18 कीमती वर्ष बहुजन समाज पार्टी को कांशीराम साहब और बहुजन नायकों के बताए रास्ते पर अर्थात मिशन पर चलने के लिये दिए थे। पर आज BSP (Bahujan Samaj Party) न रहकर पूरी तरह से Bhai Satish Party (BSP) बन चुकी है और इसीलिये अब इस पार्टी में बहुजन नायकों का अपमान होना प्रारम्भ हो गया है,साथ ही साथ अभी भी बहिनजी अपने धन- मोह को छोड़ नहीं पा रही है और अपनी कमियों को दूर करने की जगह हर बार हार का ठीकरा ई वी एम पर फोड़ रही है।ऐसे में ये जरूरी था कि पहली बार बहिन जी के आवास पर चढ़ कर प्रदर्शन किया जाए और उनके आवास के प्रवेश द्वार पर निवास पर तैनात सुरक्षा कर्मियों और पुलिस कर्मियो के विरोध के बाद भी निवास-कु.मायावती राष्ट्रीय अध्यक्ष Bhai Satish Party(BSP) का बैनर लगा दिया।।वहीं पर कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए अनुभव चक ने कहा कि कांशीराम ने जिस जाति तोड़ो समाज जोड़ो और समता मूलक समाज की परिकल्पना के साथ बसपा की स्थापना की थी बसपा अब उस मिशन से भटक चुकी है।आज की तारीख में बसपा मायावती के परिजनों और चाटुकारों और सतीश मिश्रा के परिजनों के निर्देश पर चल रही है। मायावती के आवास के बाहर काफी देर नारे बाजी और हंगामे की स्थित बनी रही।कार्यक्रम के बाद सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने बसपा से इस्तीफा दे दिया।अनुभव चक के समर्थन में इस्तीफा देने वालो में प्रमुख रूप से बबलू पासवान(जिला प्रभारी),राजेन्द्र गुप्ता(जिला प्रभारी),जे पी सोनकर(नगर कोषाध्यक्ष),अमित संखवार(मंडल संयोजक वामसेफ कानपुर),अनिल चक(पूर्व जिला अध्यक्ष भाईचारा कमेटी),राजकिशोर चक(मंडल संयोजक),प्रभात खटीक(पूर्व जिला अध्यक्ष झांसी), वीरेंद्र गौतम(पूर्व पार्षद प्रत्याशी वार्ड 11),अजीत कठेरिया(पूर्व पार्षद प्रत्याशी वार्ड 27),mohd फिरदौस(पूर्व पार्षद प्रत्याशी वार्ड 49),संजय सोनकर (पूर्व पार्षद प्रत्याशी वार्ड 7),वीरेंद्र सोनकर(पूर्व पार्षद प्रत्याशी वार्ड 44),मनीष चक (पूर्व जिला संयोजक),हरेंद्र संखवार पूर्व जिला अध्यक्ष कानपुर देहात, आदि सैकड़ो कार्यकर्ता शामिल थे।


विपक्ष भजन गाता नजर आएगा:योगी

लखनऊ। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर जहां एक ओर सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार विधानसभा में एक अनोखा रिकॉर्ड बनाएगी तो वहीं राजधानी की सड़कों पर राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस अपनी ताकत का प्रदर्शन करती नजर आएगी। दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव गांधी प्रतिमा पर कार्यकर्ताओं संग भजन गाते नजर आएंगे। बापू की 150वीं जयंती के अवसर पर योगी सरकार बुधवार सुबह 11 बजे से गुरवार रात 11 बजे तक विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर इतिहास बनाएगी। हालांकि सरकार के इस विशेष सत्र का विपक्षी दलों समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस ने बहिष्कार किया है।
प्रियंका दिखाएंगी ताकत
दरअसल, जहां सरकार के लिए बापू की जयंती स्वच्छता का सन्देश देने का सहारा बनी है, वहीं विपक्ष के लिए सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की लाठी बनी है। शाहजहांपुर चिन्मयानंद प्रकरण में कांग्रेस के न्याय पदयात्रा के दौरान नेताओं की गिरफ़्तारी से नाराज कांग्रेस आज लखनऊ के सड़कों पर आक्रोश पदयात्रा निकालने जा रही है। प्रदेशभर से जुट रहे कार्यकर्ताओं का नेतृत्व खुद राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा करेंगी और सरकार के खिलाफ पदयात्र निकाली जाएगी। गांधी जयंती पर पहले से जो पदयात्र प्रस्तावित थी, उसे कांग्रेस ने जनाक्रोश यात्र नाम दे दिया। अब इसकी अगुआई करने के लिए प्रियंका आ रही हैं। विधानमंडल दल की उपनेता आराधना मिश्र ने बताया कि प्रियंका सुबह 10 बजे लखनऊ एयरपोर्ट और 11.55 बजे शहीद स्मारक पहुंचेंगी। 12 बजे वह प्रदेशभर के कार्यकर्ताओं के साथ यहां से मौन पदयात्र शुरू कर लगभग 1.30 बजे जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित करेंगी।
सपा करेगी गांधी प्रतिमा पर भजन
जहां एक और कांग्रेस जनाक्रोश पदयात्रा निकालेगी तो वहीँ समाजवादी पार्टी गांधी प्रतिमा के सामने भजन जाएंगे। समाजवादी पार्टी के दलनेता व नेता विरोधी दल रामगोविदं चौधरी ने बताया कि सपा कार्यकर्ता गांधी जयंती पर उनके प्रिय भजन गाएंगे। हजरतगंज के जीपीओ पार्क स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास अखिलेश यादव व पार्टी के तमाम नेता और कार्यकर्ता उनके प्रिय भजनों, राष्ट्रगान तथा देश प्रेम के अन्य गीतो के साथ गांधीजी के जीवनदर्शन पर चर्चा करेंगे। साथ ही उनकी कल्पना के भारत के निर्माण के लिए संकल्प लिया जाएगा।
बिना विपक्ष का होगा विशेष सत्र
विधानसभा के विशेष सत्र में विपक्ष की गैर मौजूदगी में 36 घाटे तक संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा निर्धारित लक्ष्य विजन 2030 पर चर्चा होगी। इस सत्र में गरीबी उन्मूलन, भुखमरी समाप्त करना, सबका स्वस्थ जीवन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, लैंगिक समानता, सुरक्षित जल व स्वच्छता का सतत प्रबंधन, किफायती, सतत एवं आधुनिक ऊर्जा, आर्थिक विकास, उद्यमिता अभिनवीकरण एवं अवस्थापना, असमानता कम करना, समावेशी एवं सुरक्षित शहर, सतत उपभोग एवं उत्पादन, जलवायु परिवर्तन, भूमि पर जीवन, शांतिपूर्ण एवं समावेशी संस्थाओं का निर्माण आदि विषय शामिल है।


बेटे को बचाने के चक्कर में गई जान

कानपुर। कानपुर के नजीराबाद थाना क्षेत्र की कोकाकोला क्रॉसिंग के पास मंगलवार शाम को पिता-पुत्र की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। घर में विवाद के बाद बेटा आत्महत्या करने क्रासिंग पहुंचा था। पीछे-पीछे पिता भी पहुंच गए। बेटे को बचाने में वे भी ट्रेन की चपेट में आ गए। नजीराबाद के नेहरू नगर निवासी प्रेम कुमार श्रीवास्तव (50) बांसमंडी स्थित मसूद कांप्लेक्स में कपड़े की दुकान में काम करते थे। उनका बेटा नमन श्रीवास्तव (16) बीएनएसडी इंटर कॉलेज में 12वीं का छात्र था। पुलिस के मुताबिक नमन ने करीब एक सप्ताह पहले 13 हजार रुपये का ऑनलाइन मोबाइल खरीदा था।


पैसों का भुगतान बहन नैंसी के एटीएम से कर दिया था।सोमवार को नैंसी को इसकी जानकारी हुई, तब से घर में विवाद चल रहा था। मंगलवार सुबह नमन का पिता से भी झगड़ा हुआ। इसके बाद शाम करीब साढ़े छह बजे नमन खुदकुशी की धमकी देकर घर से निकल गया।


पीछे-पीछे प्रेम कुमार भी चल दिए। नमन क्रॉसिंग के पास रेलवे ट्रैक के किनारे बैठा था। प्रेम कुमार भी बगल में बैठ गए और उसे समझाने लगे। इसी बीच ट्रेन आई तो नमन ट्रैक पर पहुंच गया। प्रेम भी उसे बचाने के लिए आगे बढ़े और दोनों ट्रेन की चपेट में आ गए। मौके पर मौत हो गई। नजीराबाद थाने के एसएसआई नरेश पाल सिंह ने बताया कि घरेलू विवाद की बात सामने आई है। जांच की जा रही है।


दरोगा को मारे घुसे थप्पड़, फरार

उन्नाव। एक तरफ यूपी पुलिस ताबड़तोड़ एनकाउंटर करने में लगी है, वहीं उन्नाव की पुलिस अपराधियों से पिटती नजर आ रही है। जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में फैसल नाम का वारंटी, एसआई के साथ मारपीट करता दिख रहा है। पूरा मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के सिंगरौसी गांव का बताया जा रहा है।


जानकारी के मुताबिक, मामला उन्नाव जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के सिंगरौसी गांव का है। पुलिस कई दिनों से फरार चल रहे फैसल को पकड़ने रविवार को सिंगरौसी गांव पहुंची थी। इसी दौरान जब पुलिस फैसल को पकड़ कर ले जाने लगी तो उसने दरोगा के साथ मारपीट की। जिसका वीडियो वायरल हो रहा है।इस वीडियो में वारंटी फैजल, दारोगा को थप्पड़ और घूंसे मारता हुआ नजर आ रहा है। वहीं खुद को पुलिस से छुड़ाने के लिए अपने साथियों को बुलाता नजर आ रहा है। जिसके बाद वांछित फैजल, मोहल्ले वालों की मदद से फरार भी हो गया। बताया जा रहा है कि दारोगा, मारपीट में काफी घायल हो गए। तीन पुलिसवालों के होते हुए भी पिट गए दारोगा


वायरल हो रहे वीडियो में नजर आ रहा है कि तीन पुलिस वाले वांछित फैजल को पकड़े हुए हैं। तीन पुलिसवालों के होते हुए भी फैजल, दारोगा को थप्पड़ और घूंसे मारता दिख रहा है। इतना ही नहीं वह अपने लोगों को भी बुला रहा है। वहीं, उन्नाव एसपी एमपी वर्मा ने बताया कि पुलिस से मारपीट करने के मामले में हारून को पकड़कर है। पूछताछ के दौरान हारून ने रूआब, सावेज, अभिषेक, आकाश, सारूल, गुड्डू, सारिक, महफूज के नाम बताएं। जिसके बाद पुलिस 10 नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इनके विरुद्ध पुलिस पार्टी पर हमला करने, कार्य में बाधा पहुंचाने के संबंध में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसमें टीमें बनाकर के गिरफ्तारी की कार्रवाई की जा रही है। जांच के बाद अग्रिम अन्य कार्रवाई भी की जाएगी।


परिवार का सामूहिक आत्महत्या का प्रयास

दौसा जिले में एक परिवार ने बीती रात सामूहिक आत्महत्या करने का प्रयास किया। बताया जा रहा है कि एक ही परिवार के सभी सदस्यों ने जहरीले पदार्थ का सेवन करके जाने देने की कोशिश की।


दौसा। राजस्थान के दौसा जिले में एक परिवार के 5 लोगों  ने मंगलवार की रात सामूहिक आत्महत्या करने का प्रयास किया। बताया जा रहा है कि परिवार के सभी सदस्यों ने जहरीले पदार्थ का सेवन करके जाने देने की कोशिश की। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत ही मौके पर पहुंची और घर के सभी सदस्यों को स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल में पहुंचाया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।


सभी सदस्यों को दौसा जिला अस्पताल में कराया भर्ती 


घटना जिले के टोरडा गांव की है, जहां एक परिवार के सभी सदस्यों ने जहर पीकर अपनी जान देने की कोशिश की। इस पूरे घटनाक्रम में सुरेश बैरवा, संजय बैरवा, रेखा बैरवा, बिन्नो बैरवा व किशन लाल बैरवा ने जहरीले पदार्थ का सेवन किया है। सिकंदरा थाना पुलिस को जब इस घटना की जानकारी मिली तो वह तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने परिवार के सभी सदस्यों को दौसा जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से परिवार के सभी सदस्यों की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें जयपुर  रेफर कर दिया गया।


खुदकुशी के प्रयास करने के कारणों का नहीं हुआ खुलासा


हालांकि आत्महत्या के प्रयास का वास्तविक कारणों का अभी तक पता नहीं चला है, लेकिन संभावना जताई जा रही है कि परिवार की किसी सदस्य ने अन्य धर्म में शादी कर ली थी, जिसकी वजह से परिवार ने यह कदम उठाया है। फिलहाल पुलिस आस-पास के लोगों से भी पूछताछ में जुटी है। पुलिस का कहना है कि इलाज के बाद मामले का खुलासा हो पाएगा।


संपूर्ण समाधान दिवस मात्र दिखावा

भानु प्रताप


शामली। कैराना तहसील मे अक्तुबर माह के प्रथम सम्पूर्ण समाधान दिवस का तहसील सभा कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में कुल 59 शिकायते आयी। जिनमे से केवल 4 शिकायतो का ही मौके पर निस्तारण कराया गया। मंगलवार को उपजिलाधिकारी डा अमितपाल शर्मा की अध्यक्षता में तहसील समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें अवैध कब्‍जे, पेशन, जमीनी विवाद से संबधित कुल 59 शिकायते आयी। जिनमें से 4 शिकायतो को मौके पर निस्तारण कराया गया। बाकी शिकायतो को एक सप्ताह में निस्तारण हेतू संबधित विभागीय अधिकारियो को प्रेषित कर दिया गया। वही 4-5 अधिकारियो के समय पर नही पहुचने के कारण उन्हे कारण बताओ नोटिस भी जारी किए गये। इस अवसर पर सीओ प्रदीप सिंह, तहसीलदार रनबीर सिंह के अलावा अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।


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