मंगलवार, 23 जुलाई 2019

नादान की दोस्ती जी का जंजाल (संपादकीय)


इसे कहते हैं नादान की दोस्ती जी का जंजाल।
कश्मीर मुद्दे पर अमरीका के राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद अपना मजाक उड़वाया। 
मोदी ने मध्यस्थता का प्रस्ताव नहीं किया-विदेशी मंत्री।

नई दिल्ली ! भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कई बार ऐसा प्रदर्शित करते हैं कि दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी उनके दोस्त हैं। पिछले दिनों ही जब दोनों की मुलाकात हुई तब भी ऐसा ही दर्शाया गया, लेकिन शायद मोदी यह भूल गए है कि डोनाल्ड ट्रंप पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा जैसे अक्लमंद और अंतर्राष्ट्रीय राजनीति को समझने वाले नहीं है। जब ज्यादा दोस्ताना होता है तो इधर-उधर की बातें भी होती हैं। इधर-उधर की बातों को लेकर ही 22 जुलाई को ट्रंप ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से कह दिया कि कश्मीर के मुद्दे पर भारत के प्र्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनसे मध्यस्थ की भूमिका निभाने की बात कही है। ट्रंप ने यह बात मीडिया के सामने कहीं, इसलिए बात का बतंगड़ बन गया। ट्रंप के बयान से जहां पाकिस्तान और प्रधानमंत्री इमरान खान खुश हो गए, वहीं भारत ने कड़ा ऐतराज जताया। भारत के विदेश मंत्रलाय ने साफ कहा कि पीएम मोदी ने कभी कश्मीर मुद्दे पर ट्रंप को मध्यस्थता करने के लिए नहीं कहा। भारत ने अमरीका प्रशासन के सामने भी विरोध जताया। यही वजह रही कि अमरीका के विदेश मंत्रालय को भी कहना पड़ा कि कश्मीर का मुद्दा भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय है। अमरीका ने बयान जारी कर कहा दिया कि वह कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता नहीं करेगा। 22 जुलाई को जिस तरह ट्रंप ने मध्यस्थता की बात कही उससे यही प्रतीत होता कि मोदी के लिए नादान की दोस्ती जी का जंजाल है। असल में ट्रंप के पास भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद को समझने की अक्ल ही नहीं है। मोदी ने हाल में लोकसभा का चुनाव राष्ट्रवाद के मुद्दे पर ही जीता है और इसमें कश्मीर समस्या अहम है। भारत पहले भी कह चुका है कि पाकिस्तान की शह पर ही कश्मीर में आतंकी गतिविधियां हो रही हैं। कश्मीर के अलगाववादियों की कमर तोडऩे के लिए अनुच्छेद 370 को हटाने की कोशिश भी की जा रही है। 
संसद में हंगामा:
23 जुलाई को लोकसभा और राज्यसभा में इसी मुद्दे को लेकर हंगामा हुआ। कांग्रेस की ओर से मांग की गई कि डोनाल्ड ट्रंप के बयान का खंडन स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आकर करें। लेकिन सरकार की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने कश्मीर मुद्दे पर ट्रंप से मध्यस्थता करने के लिए कभी नहीं कहा। कश्मीर का मुद्दा दोनों देशों की आपसी बातचीत से ही सुलझ सकता है और यह तभी संभव है जब पाकिस्तान सीम पार से आतंकवाद बंद करें। 
मोदी को थरूर का साथ:
कांग्रेस ने भले ही संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया, लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद शशि थरूर ने प्रधानमंत्री मोदी का बचाव किया है। संसद के बाहर थरूर ने मीडिया से कहा कि नरेन्द्र मोदी कभी भी डोनाल्ड ट्रंप के समक्ष मध्यस्थता का प्रस्ताव नहीं कर सकते हैं। थरूर ने कहा कि कश्मीर मुद्दा ट्रंप के समझ में नहीं आ रहा है, इसलिए इस तरह का बयान दिया है।
एस.पी.मित्तल


तीन हजार मदरसों में पढ़ाई ठप:राजस्थान


राजस्थान में सरकारी मदद से चलने वाले तीन हजार मदरसों में पढ़ाई ठप।
पैराटीचर्स हड़ताल पर। कांग्रेस सरकार पर वायदा खिलाफी का आरोप। 
29 जुलाई को विधानसभा घेराव।

जयपुर ! राजस्थान में सरकारी मदद से चलने वाले तीन हजार से भी ज्यादा मरदसों में 22 जुलाई से कामकाज ठप हो गया है। इन मदरसों में पढऩे वाले कोई डेढ़ लाख बच्चे पढ़ाई के साथ साथ पोषाहार से भी वंचित हो गए हैं। सरकार ने इन दिनों खसरा रूबेला के टीके लगाने का अभियान चला रखा है, लेकिन मदरसों के बच्चे इन टीकों से भी वंचित हैं। राजस्थान मदरसा शिक्षा सहयोगी संघ के बैनर तले 22 जुलाई से सात हजार मदरसा पैरा टीचर्स हड़ताल पर चले गए हैं। मदरसों के शिक्षकों में इस बात को लेकर गुस्सा है कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने अपने चुनावी वायदे को पूरा नहीं कर रही है। दिसम्बर 2018 में हुए विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में मदरसा पैरा टीचर्स को नियमित करने का वायदा किया था। लेकिन कांग्रेस की सरकार बन जाने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट शिक्षकों से संवाद तक नहीं कर रहे हैं। सरकार के इस रुख की वजह से ही प्रदेश भर के मदसा टीचर को हड़ताल पर जाना पड़ा है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष आजम खान ने बताया कि मौजूदा समय में मदरसा टीचर को 7 से 9 हजार रुपए तक का पारिश्रमिक मिल रहा है। जबकि हमारे शिक्षक राज्य सरकार के नियमित शिक्षकों की तरह पोषाहार से लेकर मतदाता सूची तक का कार्य करते हैं। इस परिश्रमिक को हासिल करने के लिए भी प्रति वर्ष वित्तीय विभाग से अनुमति लेनी होती है। कई शिक्षक तो अपने गृह जिले से दूसरे जिलों में नियुक्त है, जिन्हें 9 हजार रुपए में ही गुजारा करना होता है। ऐसे शिक्षक गत 20 वर्षों से मामूली पारिश्रमिक पर काम कर रहे हैं। खान ने कहा कि अब जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मानेगी तब तक हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने सुझाव दिया कि यदि मदरसा पैरा टीचर्स को स्थाई नियुक्ति देने में कोई तकनीकी अड़चन है तो टीचर्स का पारिश्रमिक 25 हजार रुपए प्रतिमाह कर दिया जाए। खान ने कहा कि कांग्रेस ने जब वायदा कर चुनाव जीता है तो अब सरकार बनने पर इस वायदे को पूरा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में 23 जुलाई को लगातार दूसरे दिन भी मदरसा टीचर हड़ताल पर रहे। जिला मुख्यालयों पर पैरा टीचर रोजाना प्रदर्शन कर रहे हैं। आगामी 29 जुलाई को प्रदेश भर के मदरसा टीचर जयपुर में विधानसभा का घेराव करेंगे। सभी शिक्षकों को 29 जुलाई को जयपुर पहुंचने के लिए कहा गया है। हड़ताल के संबंध में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9413062974 पर आजम खान से ली जा सकती है।
एस.पी.मित्तल


सूख गया बीसलपुर बांध,कहां है नेतानगरी


बरसात नहीं हुई तो क्या होगा अजमेर में पेयजल संकट का? 
31 जुलाई के बाद कहां से लाएंगे पानी?
सूख गया बीसलपुर बांध। कहां है भाजपा और कांग्रेस के नेता?



अजमेर ! सवाल यह है कि यदि बरसात नहीं हुई तो 31 जुलाई के बाद अजमेर में पीने का पानी कहां से आएगा? अजमेर जिले का एक मात्र स्त्रोत बीसलपुर बांध है। इस बांध से ही जयपुर, टोंक और दौसा जिले में पेयजल की सप्लाई की जा रही है। यही वजह है कि 31 जुलाई के बाद बांध में पानी नहीं बचेगा? अब जब मात्र दो दिन का पानी शेष रहा है तब राज्य सरकार के जलदाय विभाग के इंजीनियरों ने कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है। क्या 31 जुलाई के बाद अजमेर जिले के लोग प्यासे मर जाएंगे? अजमेर में पहले ही तीन चार दिन में एक बार और ग्रामीण क्षेत्रों में दस दिन में एक बार मात्र 45 मिनट के लिए पेयजल की सप्लाई की जा रही है। बीसलपुर बांध का भराव क्षेत्र चित्तौड़ के आसपास के क्षेत्र हैं। लेकिन अभी तक भी यहां पर्याप्त मात्रा में बरसात नहीं हुई है, इसलिए बांध में बरसात का पानी नहीं के बराबर आया है। इस समय प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और अजमेर जिले से कांग्रेस के दो विधायक हैं। एक रघु शर्मा जो प्रदेश के चिकित्सा मंत्री भी हैं और दूसरे मसूदा के राकेश पारीक। लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी के इन दोनों विधायकों ने अभी तक भी पेयजल संकट पर अपनी चिंता प्रकट नहीं की है और न ही जलदाय विभाग के इंजीनियरों से कोई सीधा संवाद किया है। हालांकि रघु शर्मा सरकार में ताकतवर मंत्री हैं, लेकिन पेयजल संकट पर उन्होंने भी चुप्पी साध रखी है। शायद हाल ही के लोकसभा चुनाव में करारी हार की वजह से कांग्रेस के विधायक नाराज हैं। जहां तक भाजपा के पांच विधायकों का सवाल है तो विपक्ष में होने का बहाना कर अपनी जिम्मेदारी से बच रहे हैं। भाजपा विधायकों का कहना है कि चम्बल नदी का पानी भीलवाड़ा से बीसलपुर बांध तक लाने के लिए गत भाजपा सरकार ने 600 करोड़ रुपए की योजना बनाई थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने बजट में इस योजना के लिए एक रुपया भी स्वीकृत नहीं किया है। कांग्रेस और भाजपा अपनी अपनी राजनीति की वजह से अजमेर के लोगों के सामने प्यासे मरने की स्थिति आ गई है। कोई भी यह बताने का तैयार नहीं है यदि 31 जुलाई तक बरसात का पानी बीसलपुर में नहीं आया तो फिर अजमेर में पानी की सप्लाई कहां से होगी? बीसलपुर बांध के अलावा अजमेर में ऐसा कोई जल स्त्रोत नहीं है जहां से पेयजल की सप्लाई हो सके। असल में अजमेर को प्यास मारने के पीछे सरकारों की भेदभाव पूर्ण नीति रही है। गत वर्ष भी वर्षा कम होने की वजह से बीसलपुर बांध पूरा नहीं भरा था। लेकिन सरकारों ने अजमेर में तो कटौती कर तीन दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई कर दी, जबकि जयपुर में रोजाना सप्लाई को जारी रखा गया। यह क्रम भाजपा के शासन से शुरू हुआ जो दिसम्बर 2018 से कांग्रेस के शासन में भी जारी रहा। यदि जयपुर में भी अजमेर की तरह कटौती की जाती तो बांध में पानी को बचाया जा सकता था। अजमेर की जनता भी धन्य है जो बीसलपुर बांध के सूख जाने पर भी खामोश है।
एस.पी.मित्तल


पुलिस:सख्ती अपराध पर लगाएगीअंकुश

प्रतापगढ़ ! आधा दर्जन से अधिक चोरियों के साथ ही एक लूट का कुंडा पुलिस ने किया खुलासा। कुंडा कोतवाल देवेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में एसएसआई सुरेश चौहान ने गश्त के दौरान देर रात चौसा गैस एजेंसी के पास से। सुनील कुमार उर्फ भोला विश्वकर्मा को किया 12 बोर के तमंचे दो जिंदा कारतूस एवं 750 ग्राम चांदी 2 तोला सोना ₹5000 नगद के साथ किया गिरफ्तार। अपने चार अन्य साथियों के साथ कुंडा क्षेत्र में आठ चोरी एक लूट कर चुका है! सुनील कुमार उर्फ भोला विश्वकर्मा। किसी बड़ी लूट करने की फिराक में था!


रुपेन्द्र शुक्ला 


तराई इलाकों में बारिश की संभावना:अलर्ट

पश्चिम चंपारण ! नेपाल के तराई इलाकों एवं पश्चिम चंपारण जिले में 23 एवं 24 तारीख को भारतीय मौसम विभाग के द्वारा भारी वर्षापात होने का अलर्ट दिया गया है। बरसात की संभावना को देखते हुए  जिला प्रशासन सकते में है! आनन-फानन में आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं! बरसात  की संभावना जरूर है! लेकिन यह आवश्यक नहीं है कि बारिश ज्यादा हो,  लेकिन उसके बावजूद भी सूचना के तहत आवश्यक कार्रवाई करना बड़ी चुनौती बन गई है! जिसके चलते  जिलाधिकारी के निर्देशन में  यह बचाव और राहत कार्य  शुरू कर दिया गया है! इस तैयारी हेतु सभी SDO, अंचल अधिकारी, BDO, CDPO के साथ आज VC के माध्यम से निर्देश दिया गया। बाढ़ आने वाली सभी संभावित पंचायतों में राहत शिविरों, सामुदायिक रसोई का संचालन किया जाएगा।


स्वास्थ्य मंत्री के घूस लेने का मामला:रांची

सदन में हंगामा, स्वास्थ्य मंत्री के घूस लेने के मामले की जांच की मांग


रांची। झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुुरू होते ही हंगामा होने लगा। स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी के घूस लेने के कथित वीडियो के वायरल होने को लेकर विपक्ष के नेता सदन में हंगामा करने लगे। झामुमो ने इसकी जांच की मांग की। दूसरी तरफ स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि घूस लेने का आरोप प्रमाणित हुआ तो वे त्यागपत्र दे देंगे। इसी दौरान हंगामा करते हुए झामुमो के विधायक वेल में पहुंचे गए। नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने अपने ऊपर सीएनटी के विरुद्ध खरीदी गई जमीन की जांच के लिए गठित एसआइटी की रिपोर्ट सदन में रखने की मांग की। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष पर आरोप लग रहा है। इसलिए इसकी रिपोर्ट सदन में रखी जाए।


इधर, सदन के बाहर कांग्रेस और झामुमो के विधायक अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना पर बैठ गए। वे झारखंड को सूखाग्रस्त घोषित करने और राहत कार्य चलाने की मांग करने लगे। स्वास्थ्य मंत्री को हटाने की भी मांग की। प्रदर्शन के दौरान विपक्ष के नेता मॉब लिंचिग, फसल बीमा का अविलंब भुगतान, राज्य में 24 घंटे बिजली को लेकर भी रघुवर सरकार को घेर रहे थे। धरना-प्रदर्शन कर रहे नेताओं में कांग्रेस के सुखदेव भगत, जेएमएम विधायक कुणाल षाड़ंगी व बसपा विधायक कुशवाहा शिव पूजन मेहता के अलावा, मनोज यादव, हेमंत सोरेन, जगरन्नाथ महतो, फुरकान अंसारी आदि मुख्य रूप से शामिल हैं।


रिश्वत लेते दबोचा कर्मचारी : एसीबी

ACB ने 3 हजार रुपये रिश्वत लेते पूर्वी टुंडी अंचल के राजस्व कर्मचारी को दबोचा


धनबाद। भ्रष्टाचार विरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने धनबाद जिले के पूर्वी टुंडी अंचल के राजस्व कर्मचारी रमेश सिंह को तीन हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। सिंह दाखिल-खारिज कराने के लिए अंचल अधिकारी के नाम पर रिश्वत ले रहे थे।


पूर्वी टुंडी अंचल के घुरनी बेड़ा, सुंदरपहाड़ी निवासी राकेश कर्मकार ने एसीबी से राजस्व कर्मचारी की शिकायत की थी। कर्मकार ने शिकायत में कहा था कि उसने 2017 में जमीन खरीदी। उसका दाखिल-खारिज कराने के लिए आवेदन दिया था। आवेदन को राजस्व कर्मचारी दाब कर रखे थे। साथ ही दाखिल-खारिज करने के लिए 16 हजार रुपये की मांग की। राजस्व कर्मचारी का कहना था कि अंचल अधिकारी को भी देना पड़ता है। अंत में राजस्व कर्मचारी 9 हजार रुपये रिश्वत लेकर दाखिल-खारिज करने को तैयार हुए। हालांकि राकेश कर्मकार इसके लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने एसीबी से शिकायत की। इसके बाद एसीबी ने जाल बिछाया। और राकेश से रिश्वत की पहली किश्त 3 हजार रुपये लेते हुए रमेश को मंगलवार को एसीबी ने धर दबोचा। रमेश पूर्वी टुंडी अंचल कार्यालय से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार करने के बाद एसीबी ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस निरीक्षक जुल्फिकार अली को अनुसंधानकर्ता बनाया गया है।


वज्रपात ने ली एक और जान:गढ़वा

वज्रपात से अशर्फी की मौत


संवाददाता-विवेक चौबे


गढ़वा ! जिले के कांडी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम-जयनगरा निवासी- रामजी मेहता के पुत्र-अशर्फी मेहता की मौत हो गयी।मौत का कारण वज्रपात बताया जा रहा है।उक्त घटना सोमवार दो बजे की है।परिजनों के अनुसार अशरफी भैंस चराने गांव से दो किमी दूर चाचर नामक स्थान पर गया था।भैंस चराने के क्रम में ही जोरों से गर्जन के साथ वज्रपात हुआ,जिससे की मौके पर ही उसकी मौत हो गयी।उस वक्त अशरफी के परिवार भी वहां मौजूद थे,किन्तु उसके अलावे किसी को कुछ नहीं हुआ।बाल-बाल बचे लोग।बता दें की अशरफी अत्यंत निर्धन परिवार से था।उसी के सहारे ही तो उसके वृद्ध माता-पिता सहित पत्नी व छोटे-छोटे बच्चों का पालन-पोषण हुआ करता था।वज्रपात से अशरफी की मौत की खबर सुन ग्रामीणों की भीड़ लग गयी।गांव में सन्नाटा सा छा गया।परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।उक्त घटना की सुचना पाकर कांडी थाना एसआई-ददन साह अपने दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे।उन्होंने पोस्टमार्टम के लिए शव को गढ़वा भेज दिया।वहीँ विधायक प्रतिनिधि-अजय सिंह व अंचलाधिकारी-राकेश सहाय मौके पर पहुंचकर रोते-बिलखते परिजनों को ढांढस बंधाया।श्री सिंह ने कहा की सरकारी लाभ परिवार को दिया जाएगा।मौके पर- बजरंगी मेहता,भरत मेहता,एसपी सिंह,कमलेश मेहता,अनिल मेहता,जयप्रकाश मेहता सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।वहीँ दूसरे तरफ ग्राम-मोखापि निवासी-गोविन्द यादव की एक गाय व एक बैल की मौत की भी खबर मिली।


नाग-पंचमी:उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

संवाददाता – योगेन्द्र द्विवेदी 
अलवर,गोविंदगढ़! नाग पंचमी का पर्व सोमवार को आस्था व श्रद्धा के साथ धूमधाम से मनाया, इस दिन शिवालयों में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा था व घंटे घड़ियालों की आवाजें और शंखनाद की गूँज गूँजती रही थी। प्रभात समय मे संगीत मय प्रभात फैरी निकाली गई, जिसमे ग्रामीणो ने बधाई चढ कर भाग लिया,  यह पर्व धार्मिक परम्पराओ के अनुसार मनाया जाता है।  
सावन के पहले सोमवार के अवसर पर कस्बे के महादेव शिवालय में भी शिवभक्तों व महिलाओं की दिन भर भीड़ भाड़ बनी रही थी ।
कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी सावन के पहले सोमवार के अवसर विभिन्न शिवालयों व मंदिरों में शिवभक्तों व श्रद्धालुओं सहित महिलाओं की भी भीड़ उमड़ पड़ी थी।
 इस पर्व पर महिलाएं लाल लहरिया की चुनरी व साड़ी पहनकर सजधजकर बगीचियों या जंगलो की ओर जाकर सर्पों व नागों की बांबियों एवं झाड़ियों के पास सामूहिक रूप से पूजा अर्चना कर नाग देवता के लिए अंकुरित चने व दूध का प्रसाद चढ़ाकर सुख समृद्धि की कामनाएं की ।


रामबास, में स्थित शिवालय में पूजा अर्चना करती श्रद्धालु महिलाएँ।


फर्जी आईपीएस अधिकारी गिरफ्तार:मोतिहारी

मोतिहारी होटल से फर्जी आइपीएस अधिकारी गिरफ्तार


 युवकों से नौकरी के नाम पर ठगता था पैसा


दर्जनों बेरोजगार युवकों से अबतक ठग चुका है 30 लाख
 
मोतिहारी ! शहर के मीना बाजार गांधी चौक स्थित एक आवासीय होटल से फर्जी आईपीएस अधिकारी पकड़ा गया! नगर पुलिस ने सूचना के आधार  पर छापेमारी कर उसे  गिरफ्तार किया लिया! उसके पास से आईपीएस ऑफिसर आईकार्ड, आधार कार्ड, पर्स व दो सेलफोन  बरामद हुए हैं! वह रक्सौल के कौड़िहार चौक का प्रकाश कुमार मिश्रा है! खुद को आईपीएस अधिकारी बता बेरोजगार युवकों से गार्ड की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी कर रहा था!अबतक दो दर्जन से अधिक  युवकों से करीब 30 लाख रुपये से अधिक की ठगी कर चुका है!
 
  नगर इंस्पेक्टर अभय कुमार ने बताया कि ठगी के शिकार पताही थाने के बेलाबैजू गांव के शिवम कुमार ने थाने पर पहुंच उसकी पहचान की! बताया  कि एक दोस्त के माध्यम से प्रकाश से उसकी जान-पहचान हुई! प्रकाश ने खुद को आईपीएस बताते हुए अपना आईकार्ड दिखाया! उसने नौकरी दिलाने की बात कही! इसके एवज में 20 हजार रुपये लिया और गार्ड की नौकरी दिलायी!
 
उसके साथ दोस्त मृत्युंजय भी 45 दिनों तक गार्ड की नौकरी की. मानदेय नहीं मिला तो दोनों ने काम छोड़ दिया! उसने आगे बताया है कि उनके तरह कई लड़के उसके चंगुल में फंस उसके पास गार्ड की नौकरी की! पैसा वापस मांगने पर कार्ड दिखा पुलिस को बुला जेल भेजने की धमकी देता था! नगर इंस्पेक्टर ने बताया कि शिवम के आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है!


अखिलेश सुरक्षा से ब्लैक-कैट कमांडो हटाए

लखनऊ ! केंद्र सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सुरक्षा हटायी ।ब्लैक कैट कमांडो के घेरे में अब नहीं चलेंगे अखिलेश!सुरक्षा में लगे सभी NSG कमांडो वापस बुलाये गये!2012 में केंद्र की तत्कालीन काँग्रेस सरकार ने मुख्यमंत्री बनते ही अखिलेश यादव को दी थी NSG सुरक्षा!केंद्र की सुरक्षा समिति ने समीक्षा के बाद अखिलेश यादव को सुरक्षा के लिये अनुपयुक्त पाया !गृह मंत्रालय से की सुरक्षा वापस लेने की सिफारिश ! भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने सुरक्षा वापस लिये जाने के फैसले की सूचना यूपी सरकार को भेजी ।


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...