शुक्रवार, 14 जून 2019

पेट्रोल के भाव में गिरावट दर्ज जारी

दिल्ली में पेट्रोल का भाव 5 महीने के निचले स्तर पर, गिरावटजारी


 नई दिल्ली ! पेट्रोल और डीजल के दाम में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट जारी रही। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटकर पांच महीने के निचले स्तर पर आ गई हैं। दिल्ली के पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल 70.18 रुपए लीटर मिलने लगा है और डीजल 64.17 रुपए प्रति लीटर बिकने लगा है।


इससे पहले दिल्ली में 14 जनवरी, 2019 को पेट्रोल का भाव 70.13 रुपए प्रति लीटर था, जबकि डीजल का भाव दिल्ली में इससे सस्ता 13 जनवरी, 2019 को 63.69 रुपए लीटर था। दिल्ली में 14 जनवरी को डीजल 64.18 रुपए प्रति लीटर था।


तेल विपनण कंपनियों ने शुक्रवार को दिल्ली और कोलकाता में पेट्रोल के दाम में 17 पैसे प्रति लीटर, जबकि मुंबई में 16 पैसे और चेन्नई में 18 पैसे प्रति लीटर की कटौती की। डीजल के दाम दिल्ली और कोलकाता में 16 पैसे, जबकि मुंबई और चेन्नई में 17 पैसे प्रति लीटर कम हो गए हैं।


इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम घटकर क्रमश: 70.18 रुपए, 72.44 रुपए, 75.88 रुपए और 72.90 रुपए प्रति लीटर हो गए। डीजल के दाम भी चारों महानगरों में घटकर क्रमश: 64.17 रुपए, 66.09 रुपए, 67.28 रुपए और 67.88 रुपए प्रति लीटर हो गए हैं।


ममता से नाराज 80 डॉक्टरों ने दिया सामूहिक इस्तीफा

ममता से नाराज कोलकाता के 80 डॉक्टरों ने दिया सामूहिक इस्तीफा


पश्चिम बंगाल में हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों में से 80 ने बड़ा कदम उठाते हुए इस्तीफा दे दिया है। कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दो जूनियर डॉक्टरों पर हमला होने और उनके गंभीर रूप से घायल होने के बाद पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टर मंगलवार से हड़ताल पर हैं।


मिली जानकारी के अनुसार डॉक्टर, राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान से नाराज हैं। डॉक्टरों की मांग है कि ममता बनर्जी अपने बयान के लिए माफी मांगे। इस्तीफा देने वाले डॉक्टरों में कोलकाता के आरजीआर मेडिकल कॉलेज से संबद्ध हैं।


वहीं दूसरी तरफ एनआरएस कॉलेज में डॉक्टरों से मारपीट के मामले में प्रोफेसर शैबाल कुमार मुखर्जी ने कॉलेज के प्रिंसिपल और सौरभ चटोपाध्याय ने वाइस प्रिंसिपल के पद से इस्तीफा दे दिया। मेडिकल कॉलेज में बाद हुए हालातों पर दुख जताते हुए कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर शैबाल कुमार मुखर्जी ने अपने पद से गुरुवार शाम को इस्तीफा दे दिया। इसके बाद कॉलेज वाइस प्रिंसिपल और सौरभ चटोपाध्याय ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।


सुरक्षा बलो को मिली कामयाबी दो आतंकी ढेर

पुलवामा में सुरक्षाबलों को कामयाबी, मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर


 पुलवामा ! जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले में शुक्रवार को आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए हैं। खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए जब सुरक्षाकर्मियों ने अवंतीपोरा के ग्राव-बंदिना गांव में घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया, तो वहां छिपे आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी थी। पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ अभी जारी है।


गौरतलब है कि अनंतनाग में गुरुवार को हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी स्थानीय संगठन ने ली थी जिसका मुखिया जरगर है। जरगर वही शख्स है जिसे आईसी-814 विमान अपहरण कांड में यात्रियों की रिहाई के बदले छोड़ा गया था। सुरक्षाबलों का कहना है कि पुलवामा में छिपे आतंकियों की तलाश में अभियान चलाया जा रहा है।


ममता बनर्जी के अल्टीमेट अपने बिगड़े हालात

ममता बनर्जी के अल्टीमेटम ने बिगाड़े हालात- स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों पर हमले के विरोध में आज देशव्यापी हड़ताल पर गए डॉक्टरों से काम ना रोकने की अपील की है। केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि सरकार डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगी। ऐसे में डॉक्टर सिर्फ सांकेतिक प्रदर्शन करें लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं को ठप ना करें।


हर्षवर्धन ने कहा, ममता बनर्जी से मेरी अपील है कि वो मामले को अपने अहम से ना जोड़ें, उन्होंने डॉक्टरों को अल्टीमेटम दिया जिसका नतीजा ये हुआ कि देशभर के डॉक्टरों में गुस्सा देखने को मिल रहा है। मैंने ममता बनर्जी को लिखा है और उनसे बात भी करने की कोशिश कर रहा हूं ताकि मामले को हल निकाला जा सके। डॉक्टरों के एक दल भी हर्षवर्धन से मिला है और पश्चिम बंगाल के मामले पर बात की है।


पश्चिम बंगाल में डॉक्टर के साथ मारपीट की घटना के बाद जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल को अब देशभर के डॉक्टरों का समर्थन मिल रहा है। पश्चिम बंगाल के डॉक्टरों का समर्थन करते हुए राजधानी में दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने आज हड़ताल बुलाई है। डॉक्टरों ने आज काम का बहिष्कार करने का फैसला किया है, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हैं। दिल्ली और महाराष्ट्र के अलावा पंजाब, केरल, राजस्थान, बिहार और मध्य प्रदेश में भी डॉक्टर हड़ताल पर!


अमित पर निशाना साधने वाले, जेडीयू प्रवक्ता का इस्तीफा

अमित शाह पर निशाना साधने वाले अजय आलोक का जेडीयू प्रवक्ता पद से इस्तीफा


जनता दल यूनाइटेड के तेजतर्रार नेता और पार्टी के प्रवक्ता अजय आलोक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अजय आलोक ने ट्वीट कर अपने फैसले की जानकारी दी। अजय आलोक का ये इस्तीफा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधने के बाद आया है। अजय आलोक के इस इस्तीफे को अमित शाह पर किए गए उनके हमले से जोड़कर देखा जा रहा है।


ट्विटर पर अजय आलोक ने लिखा, 'मुझे लगता है कि मैं अच्छा काम नहीं कर रहा हूं, मेरी और पार्टी की विचारधारा निश्चित तौर पर मेल नहीं खा रही है। पार्टी और अध्यक्ष का आभार जिन्होंने हमेशा मेरा समर्थन किया। मैं नीतीश कुमार के लिए शर्मिंदगी का कारण नहीं बनना चाहता हूं।


जदयू नेता अजय आलोक ने कहा था कि बीएसएफ की मदद से बांग्लादेशी घुसपैठिए देश के अंदर आते है। बॉर्डर पर बीएसएफ अधिकारी 5 हजार रुपए में घुसपैठियों को सरहद पार कराते हैं। इसके लिए बीएसएफ जिम्मेदार है इसलिए भाजपा बार-बार इस मुद्दे पर बनर्जी को कटघरे में खड़ा करना बंद करे।


कर्मचारी राज्य बीमा में 4 फ़ीसदी होगा अंशदान

कर्मचारी राज्य बीमा में अब सिर्फ 4 फीसदी अंशदान देना होगा


केंद्र सरकार ने कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआई) के स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम में नियोक्ता एवं कर्मचारियों के कुल अंशदान को 6.5 प्रतिशत से घटाकर 4 प्रतिशत करने का फैसला किया है। इससे 12.85 लाख नियोक्ताओं को हर साल 5,000 करोड़ रुपए की बचत होगी एवं 3.6 करोड़ कर्मचारी लाभान्वित होंगे।


श्रम मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक घटी हुई दरें इस साल एक जुलाई से प्रभावी होंगी। मंत्रालय ने विज्ञप्ति में कहा है, 'सरकार ने ईएसआई कानून के अंतर्गत एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए अंशदान की दर 6.5 प्रतिशत से घटाकर 4 प्रतिशत (नियोक्ता का अंशदान 4.75 प्रतिशत से घटाकर 3.25 प्रतिशत और कर्मचारी का अंशदान 1.75 प्रतिशत से घटाकर 0.75 प्रतिशत) करने का फैसला किया है।'


करीब 12.85 लाख नियोक्ताओं और 3.6 करोड़ कर्मचारियों ने वित्त वर्ष 2018-19 में ईएसआई योजना में 22,279 करोड़ रुपए का अंशदान किया। ऐसे में आकलन किया जाए तो यह बात निकलकर समझ में आती है कि अंशदान की दर में कमी से इन कंपनियों को सालाना कम-से-कम 5,000 करोड़ रुपए की बचत होगी।


विज्ञप्ति में कहा गया है कि अंशदान की घटी हुई दर से कामगारों को बहुत राहत मिलेगी तथा इससे और अधिक कामगारों को ईएसआई योजना के अंतर्गत नामांकित कर पाना तथा ज्यादा से ज्यादा श्रमिक बल को औपचारिक क्षेत्र के अंतर्गत लाना सुगम हो सकेगा।


समाज को आतंकवाद मुक्त बनाना ही लक्ष्य

पीएम मोदी का आतंक पर वार, कहा- समाज को इससे मुक्त कराना जरूरी


शंघाई को-ऑपरेशन समिट में हिस्सा लेने के लिए गए प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को सम्मेलन में दिए अपने संबोधन में सीधे तौर पर आतंकवाद और आतंक का समर्थन करने वाले देशों पर हमला किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में साफ कहा कि पिछले दिनों श्रीलंका दौरे पर आतंकवाद का घिनौना चेहरा देखा। इस आतंकवाद के खिलाफ सभी देश मिलकर लड़ें और इस आतंकवाद को लेकर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जाना चाहिए।


प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में हेल्थ को-ऑपरेशन की बात कही और इसमें टी शब्द को टेररिज्म से अंकित करते हुए कहा कि पिछले रविवार को श्रीलंका में आतंकी हमले के शिकार हुए चर्च का दौरा किया तो आतंकवाद के घिनौने रूप का स्मरण हो आया। इस आतंकवाद से निपटने के लिए सभी मानवतावादी देशों को अपनी संकिर्णता से ऊपर उठकर एकजुट होने की जरूरत है।


पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले, संरक्षण देने वाले और फंडिंग करने वालों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए और दुनिया को इसके खिलाफ एकजुट होना होगा। दुनिया की सभी मानवतावादी ताकतें एक हों। आतंकवाद के खिलाफ एक वैश्विक सम्मेलन का हम आह्वान करते हैं।


'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा  संदीप मिश्र  शाहजहांपुर। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि मौजूदा...