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सोमवार, 15 मई 2023

दो कैदियों को स्थानांतरित करने पर नोटिस जारी 

दो कैदियों को स्थानांतरित करने पर नोटिस जारी 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। तिहाड़ जेल के प्रशासन ने दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की सेल (जेल की कोठरी) में दो कैदियों को स्थानांतरित करने को लेकर जेल नंबर सात के अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जैन ने जेल प्रशासन को एक अर्जी दी थी। जिसमें कहा गया था कि वह अकेलापन महसूस कर रहे हैं और अवसाद में हैं। अत: उनके साथ दो कैदियों को रखा जाए।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अधीक्षक ने इस मामले में प्रशासन को सूचित किए बिना अथवा विचार-विमर्श किए बिना कैदियों का स्थानांतरण किया। उन्होंने कहा कि जब जेल प्रशासन को इसकी जानकारी मिली तो संबंधित पुलिस अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, जिन्होंने कैदियों को वापस उनकी सेल में भेज दिया।

अधिकारी के अनुसार, महानिदेशक संजय बेनीवाल ने तिहाड़ जेल की जेल नंबर सात के अधीक्षक को दिशानिर्देशों का पालन किए बिना दिल्ली के पूर्व मंत्री के सेल में कैदियों को स्थानांतरित करने तथा यह कदम उठाने से पहले जेल प्रशासन को इसकी सूचना नहीं देने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है और उनसे इस पर जनकारी देने को कहा गया है।  जैन को प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन से जुड़े एक मामले में 31 मई 2022 को गिरफ्तार किया था।

रविवार, 14 मई 2023

चुनाव की मतगणना के दूसरे दिन मैनपुरी पहुंचे यादव 

चुनाव की मतगणना के दूसरे दिन मैनपुरी पहुंचे यादव 

संदीप मिश्र 

मैनपुरी। उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव की मतगणना के दूसरे दिन यानी रविवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव मैनपुरी पहुंचे। यहां सबसे पहले सपा प्रमुख पूर्व पैकफेड चेयरमैन तोताराम यादव के आवास पहुंचे। उनकी अनुज वधू के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने परिवार को ढांढस बंधाया और हर कदम पर साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया। इसके बाद बाद उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। मतगणना के दौरान घटी घटनाओं के बारे में जानकारी ली।मैंनपुरी नगर पालिका और बेबर नगर पंचायत के चुनाव परिणाम पर उन्होंने विस्तृत जानकारी ली। 

इस मौके पर उन्होंने कार्यकर्ताओं को कई संदेश दिए। चुनाव में हुई हार पर मंथन के दौरान कार्यकर्ताओं ने अधिकारियों द्वारा धांधली करने की बात कही गई। इस सपा मुखिया ने कहा कि प्रशासन के जो अफसर चुनाव में धांधली करवा रहे हैं, उनके नाम कार्यकर्ता अपने पास नोट कर लें। समय आने पर उन्हें माकूल जवाब दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में निकाय चुनाव में प्रशासन के माध्यम से भाजपा ने धांधली की है। इस पर सपा लगातार नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संयम बरतते हुए पैनी निगाह रखने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जल्द ही वह मैनपुरी में एक कार्यक्रम रखेंगे। वह कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी करेंगे। यहां से वह एटा के लिए रवाना हो गए।

जनजातीय समुदायों के लोग बन रहें है अधिकारी 

जनजातीय समुदायों के लोग बन रहें है अधिकारी 

इकबाल अंसारी 

गांधीनगर/बनासकांठा। गुजरात की कांग्रेस विधायक गेनीबेन ठाकोर ने दावा किया है कि वर्षों पहले अपना धर्म बदलकर ईसाई बनने वाले जनजातीय समुदायों के कई लोग अब भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी बन रहे हैं।

ठाकोर ने शनिवार को बनासकांठा जिले के भाभर गांव में वाल्मीकि समुदाय के जोड़ों के एक सामूहिक विवाह समारोह में ‘‘हिंदू धर्म को बचाने के लिए काम कर रहे धर्म गुरुओं से क्रांतिकारी कदम उठाने की’’ अपील की, ताकि हिंदुओं को धर्मांतरण करने से रोका जा सके। बहरहाल, इस समारोह के दौरान ठाकोर के साथ मंच पर मौजूद गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता शंकर चौधरी ने कहा कि आईएएस, आईपीएस अधिकारी बनने का लालच दिए जाने पर ईसाई धर्म अपनाने वाले जनजातीय लोगों को बाद में एहसास हो गया कि यह वादा झूठा है।

वाव विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक चुनी गईं ठाकोर ने समारोह में दावा किया, ‘‘जनजातीय क्षेत्रों के लोगों ने कई साल पहले ईसाई धर्म को अपना लिया था और आज वे आईएएस, आईपीएस, मामलातदार (राजस्व अधिकारी) और डीडीओ (जिला विकास अधिकारी) बन गए हैं। गुजरात में सरकारी नौकरी कर रहे अधिकतर लोग वे हैं, जो धर्म बदलकर ईसाई बने थे।’’

उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति समुदाय भी बौद्ध धर्म की ओर आकर्षित हो रहा है। ठाकोर ने कहा, ‘‘हिंदू धर्म को बचाने के लिए काम कर रहे धर्म गुरुओं और नेताओं से मेरा कहना है कि यदि हमने इन समुदायों के लिए क्रांतिकारी कदम नहीं उठाया, तो आने वाले समय में वे अन्य धर्मों को अपना लेंगे।’’ उन्होंने कहा कि यदि जनजातीय एवं दलित समुदायों के लोगों को सुरक्षा और सम्मान दिया जाए, तो वे धर्मांतरण के बारे में नहीं सोचेंगे।

बहरहाल, चौधरी ने कहा कि कुछ लोगों को यह लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने के लिए राजी किया गया था कि उनके बच्चे आईएएस अधिकारी बनेंगे, ‘‘लेकिन धर्मांतरण करने वाले लोगों को पता चला कि उनके बेटे आईएएस, आईपीएस अधिकारी नहीं बने।’’ राज्य की भाजपा सरकार ने जून 2021 में गुजरात धार्मिक स्वतंत्रता (संशोधन) अधिनियम पारित किया था, जो विवाह के माध्यम से जबरन या धोखाधड़ी से धर्म परिवर्तन कराए जाने पर दंडित करता है।

गुजरात उच्च न्यायालय ने कुछ महीने बाद संशोधित अधिनियम की कुछ धाराओं पर रोक लगा दी। इसके बाद राज्य सरकार ने उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देते हुए उच्चतम न्यायालय का रुख किया था।

उम्मीद: शिवकुमार का समर्थन करेंगे सिद्दारमैया

उम्मीद: शिवकुमार का समर्थन करेंगे सिद्दारमैया

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरु/तुमकुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दावेदारी के बीच पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने रविवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया उनका समर्थन करेंगे। श्री शिवकुमार ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा किया।

अपने दावे को लेकर तर्क देते हुए उन्होंने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पार्टी को जिताने की चुनौती लिए जाने के दौरान शीर्ष नेता पीछे हट गए थे, तब वह आगे आये और इसकी जिम्मेदारी ली। उन्होंने कहा, “ इससे पहले कि मैं पार्टी की जिम्मेदारी लेता, दिनेश गुंडुराव साहब और सिद्दारमैया साहब - दोनों ने यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया कि यह उनके हाथ से बाहर है।

इसके बाद सोनिया गांधी ने मुझे बुलाया और यह जिम्मेदारी दी।” उन्होंने कहा “ सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य नेताओं ने जेल में मुझसे मुलाकात की और मुझे ताकत दी। मैंने अपने लिए कुछ नहीं किया। मैंने इसे पार्टी के लिए किया है। दिन-रात मैंने कड़ी मेहनत की है और सभी को अपने साथ लिया। सभी ने सहयोग किया तथा इसी कड़ी मेहनत के कारण हम सत्ता पाने में कामयाब रहे।”

उन्होंने कहा, “ इससे पहले 2018 में मुझे मंत्री नहीं बनाया गया था, लेकिन मैंने अच्छा व्यवहार किया। मैंने तब सिद्दारमैया के लिए काम किया और मैं अपने लिए उनसे भी उम्मीद करता हूं।” शिवकुमार ने हालांकि स्पष्ट किया कि उनके और सिद्दारमैया के बीच कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने कहा, “कुछ लोग कहते हैं कि मेरे और उनके बीच मतभेद हैं, लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है।”

इस बीच मुख्यमंत्री के अन्य दावेदार सिद्दारमैया अपने पक्ष में विधायकों से समर्थन जुटा रहे हैं। वह उन कई विधायकों के साथ कांग्रेस नेता बैराथी सुरेश के कार्यालय में बैठक कर रहे हैँ , जो उनके समर्थक बताये जा रहे हैं। इससे पहले पूर्व मंत्री प्रियांक खड़गे, एमबी पाटिल, जमीर अहमद खान और अन्य ने सिद्दारमैया से मुलाकात की। एक सवाल के जवाब में कांग्रेस नेता सैयद नसीर हुसैन ने कहा कि मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा दो-तीन दिन में कर दी जायेगी। उन्होंने कहा, “हम भी जल्द से जल्द कैबिनेट के गठन की तैयारी कर रहे हैं।” 

शनिवार, 13 मई 2023

देश में 'भाजपा' की उल्टी गिनती शुरू: सिंह 

देश में 'भाजपा' की उल्टी गिनती शुरू: सिंह 

श्रीराम मौर्य 

शिमला। हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह ने दावा किया कि देश में अब भाजपा की उल्टी गिनती शुरू हो गई हैं, और 2024 में केंद्र में कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार बनेगी। सिंह ने कर्नाटक के मतदाताओं का भी आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि पार्टी कार्यकर्ताओं के मनोबल से अब देश के अन्य राज्यों में भी कांग्रेस अपनी जीत का परचम लहराएंगी।

सिंह ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणामों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि लोगों ने भाजपा की धुव्रीकरण की राजनीति को पूरी तरह ठुकरा दी हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के बाद कर्नाटक में कांग्रेस की शानदार जीत से साबित हो गया है कि देश में भाजपा के खिलाफ हवा चल पड़ी हैं। उन्होंने कहा है कि देश मे अब भाजपा की उल्टी गिनती शुरू हो गई हैं, और 2024 में केंद्र में कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार बनेगी।

कर्नाटक में कांग्रेस की शानदार जीत पर खुशी व्यक्त करते हुए प्रतिभा सिंह ने कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व मालिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित सभी नेताओं को बधाई दी हैं। 

कर्नाटक ने 'विकास की राजनीति' को चुना: गहलोत 

कर्नाटक ने 'विकास की राजनीति' को चुना: गहलोत 

नरेश राघानी 

जयपुर। राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के अब तक के रुझानों में कांग्रेस की निर्णायक बढ़त पर प्रतिक्रिया जताते हुए शनिवार को कहा, कि कर्नाटक ने सांप्रदायिक राजनीति को नकार कर विकास की राजनीति को चुना है।

गहलोत ने कहा कि आने वाले राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भी इसकी पुनरावृत्ति होगी। इन राज्यों में भी इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जयपुर स्थित पार्टी के प्रदेश मुख्यालय के सामने जश्न मनाया। गहलोत ने ट्वीट किया, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कर्नाटक में जो माहौल दिखा था, आज उसी का नतीजा कर्नाटक के चुनाव परिणाम में स्पष्ट दिख रहा है। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष  मल्लिकार्जुन खड़गे,  राहुल गांधी एवं श्रीमती प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने शानदार अभियान चलाया। उन्‍होंने लिखा, कर्नाटक ने सांप्रदायिक राजनीति को नकार कर विकास की राजनीति को चुना है।

आने वाले राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भी इसकी पुनरावृत्ति होगी। उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस शनिवार को जारी मतगणना के रुझानों के अनुसार 113 के जादुई आंकड़े को पार करते हुए राज्य में अपने दम पर सरकार बनाती और दक्षिण में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एकमात्र गढ़ कर्नाटक में सेंध लगाने की राह पर दिख रही है।

वहीं, जयपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यहां प्रदेश कांग्रेस समिति (पीसीसी) कार्यालय के सामने पटाखे फोड़े और मिठाइयां बांटी। राजस्थान में इस साल के आखिर में चुनाव होने हैं और पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि कर्नाटक में पार्टी के प्रदर्शन का राजस्थान में भी सकारात्मक असर पड़ेगा।

एक कार्यकर्ता ने पार्टी कार्यालय के सामने संवाददाताओं से कहा, कि पार्टी कर्नाटक में एक मजबूत जनादेश के साथ जीतने जा रही है। राजस्थान में, राज्य सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों के कारण माहौल पहले से ही पार्टी के पक्ष में है और हमें पूरी उम्मीद है कि पार्टी विधानसभा चुनाव में राज्य में सत्ता बरकरार रखेगी। एक अन्य कार्यकर्ता ने कहा, कर्नाटक में परिणाम पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की मेहनत का परिणाम है और हम सभी बहुत खुश और उत्साहित हैं।

चुनाव: अपनी छाप छोड़ने में विफल रही है 'भाजपा'

चुनाव: अपनी छाप छोड़ने में विफल रही है 'भाजपा'

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए जारी मतगणना के बीच मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस चुनाव में अपनी छाप छोड़ने में विफल रही है। मतगणना के रुझानों के अनुसार कांग्रेस स्पष्ट बहुमत हासिल करने की दिशा में बढ़ रही है।

निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध ताजा रुझानों के अनुसार, राज्य की 224 विधानसभा सीट में से कांग्रेस 130 पर, जबकि भाजपा 66 पर आगे है। जनता दल (सेक्युलर) 22 सीट पर आगे है। बोम्मई ने कहा, प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) और पार्टी कार्यकर्ताओं सहित सभी के काफी प्रयासों के बावजूद हम अपनी छाप नहीं छोड़ पाए हैं।

उन्होंने कहा, परिणाम आने के बाद हम विस्तृत विश्लेषण करेंगे। हम इन नतीजों को गंभीरता से लेंगे और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी को पुनर्गठित करने की कोशिश करेंगे। 

गांधी ने प्रदेश की जनता का आभार जताया

गांधी ने प्रदेश की जनता का आभार जताया

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/बेंगलुरु। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत तय नजर आने के बाद शनिवार को प्रदेश की जनता का आभार जताया और कहा कि यह देश को जोड़ने वाली राजनीति की जीत है।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए धुआंधार प्रचार करने वाली प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘कांग्रेस पार्टी को ऐतिहासिक जनादेश देने के लिए कर्नाटक की जनता को तहे दिल से धन्यवाद। ये आपके मुद्दों की जीत है। यह कर्नाटक की प्रगति के विचार को प्राथमिकता देने की जीत है। यह देश को जोड़ने वाली राजनीति की जीत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक कांग्रेस के तमाम मेहनती कार्यकर्ताओं व नेताओं को मेरी शुभकामनाएं। आप सबकी मेहनत रंग लाई। कांग्रेस पार्टी पूरी लगन के साथ कर्नाटक की जनता को दी गई गारंटी को लागू करने का काम करेगी। जय कर्नाटक, जय कांग्रेस।’’

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को जारी मतगणना में 136 सीट पर बढ़त के साथ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती दिख रही है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 64 सीट पर आगे है। भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों से यह जानकारी मिली। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध अपराह्न दो बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, राज्य की 224 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को 10 सीट पर जीत मिल गई है, जबकि 126 सीट पर बढ़त बनाए हुए है।

वहीं, सत्तारूढ़ भाजपा को 4 सीट पर जीत मिली गई है, जबकि 60 सीट पर बढ़त बनाए हुए है। उधर, जनता दल (सेक्युलर) के खाते में एक सीट आई है और 19 पर बढ़त हासिल है, जबकि चार सीट पर अन्य को बढ़त हासिल है।

'भाजपा' की हार की पूरी जिम्मेदारी लेंगे बोम्मई 

'भाजपा' की हार की पूरी जिम्मेदारी लेंगे बोम्मई 

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरु/शिग्गांव। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को कहा कि वह विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हार की पूरी जिम्मेदारी लेंगे और पार्टी आने वाले दिनों में एक जिम्मेदार विपक्ष के रूप में काम करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ‘बहुत संगठित’ चुनावी रणनीति उसकी जीत के प्रमुख कारणों में से एक हो सकती है। 

बोम्मई ने यहां पत्रकारों से चर्चा में कहा, ‘‘चुनाव परिणाम अंतिम चरण में हैं। मैं जनादेश को अत्यंत सम्मान के साथ स्वीकार करता हूं। मैं भाजपा की इस हार की जिम्मेदारी लेता हूं, किसी और की जिम्मेदारी नहीं है। राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में मैं जिम्मेदारी लेता हूं। इस हार का पूरा विश्लेषण करने की आवश्यकता है, क्योंकि इसके कई कारण हैं।’’ उन्होंने कहा कि पार्टी हर निर्वाचन क्षेत्र में प्रदर्शन का विस्तार से विश्लेषण करेगी। 

उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी कमियों को दूर करने की कोशिश करेंगे, खुद को संगठित करेंगे और पार्टी एक बार फिर वापसी करेगी। हम एक राष्ट्रीय पार्टी हैं और अपनी गलतियों को सुधारते हुए लोकसभा चुनाव जीतने के लिए संगठनात्मक और प्रशासनिक रूप से सभी आवश्यक तैयारियां करेंगे।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का करिश्मा काम नहीं आया, मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परिणाम के कई कारण हैं और कोई भी गहन विश्लेषण के बाद ही इसके बारे में बात कर सकता है। 

उन्होंने कहा, ‘‘नतीजे अभी भी आ रहे हैं, अभी इस बारे में बोलना सही नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस की संगठित चुनावी रणनीति उनकी जीत के प्रमुख कारणों में से एक हो सकती है। उन्हें चुनने के लिए शिग्गांव विधानसभा क्षेत्र के लोगों को धन्यवाद देते हुए बोम्मई ने कहा कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए काम जारी रखेंगे। 

प्रतिद्वंद्वी को 46,006 मतों के अंतर से पराजित किया 

प्रतिद्वंद्वी को 46,006 मतों के अंतर से पराजित किया 

इकबाल अंसारी 

मैसूर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने शनिवार को वरुणा निर्वाचन क्षेत्र में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 46,006 मतों के अंतर से पराजित कर जीत हासिल की। वह नौवीं बार विधायक चुने गए हैं।

निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, सिद्धरमैया (75) को 1,19,430 वोट जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी और प्रभावशाली लिंगायत नेता वी. सोमन्ना को 73,424 वोट मिले। बहुजन समाज पार्टी का उम्मीदवार 1,075 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहा।

पांच बार के विधायक और निवर्तमान राज्य आवास मंत्री सोमन्ना को पहली बार बेंगलुरु में उनके गोविंदराज नगर निर्वाचन क्षेत्र से स्थानांतरित कर वरुणा सीट से कांग्रेस के मजबूत नेता के सामने चुनाव मैदान में उतारा गया था। 

शुक्रवार, 12 मई 2023

पीएम मेरी तारीफ नहीं करते हैं, मुझ पर तंज कसते हैं

पीएम मेरी तारीफ नहीं करते हैं, मुझ पर तंज कसते हैं

नरेश राघानी 

जयपुर/अलवर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मेरी तारीफ नहीं करते है, बल्कि मुझ पर तंज कसते है। अलवर में मिनी सचिवालय का उद्घाटन करने आए श्री गहलोत से पत्रकारों के दौरान पुछे गए सवाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आपकी तारीफ करते हैं ? उन्होंने जवाब दिया कि वह मेरी तारीफ कहां करते हैं ? मेरी मौजूदगी में ही मुझे पर तंज कसते हैं।

उन्होंने कहा कि मुझे भी प्रोटोकॉल के नाते जाना पड़ा लेकिन यह जरूरी नहीं है। मंच द्वारा जब उन्होंने कहा कि साथ 70 सालों में कांग्रेस ने क्या किया ? तो यह बात सही नहीं है। लेकिन इस कार्यक्रम में कई नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स रेलवे के प्रोजेक्ट थे, इसलिए मेरी मौजूदगी रही और मुझे वहां जाना पड़ा। आज देश में जो विकास कार्य हुए हैं वो कांग्रेस की लीडर शिप के कारण है। उन्होंने कहा कि उनका राजनीतिक भाषण हो सकता है।

मुख्यमंत्री की मौजूदगी में यह परंपरा सही नहीं है। जब उनसे पूछा गया, कि एक तरफ तो मानेसर कैंप में यह कहा गया था कि भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस सरकार गिरा रही है। दूसरी तरफ भाजपा नेता वसुंधरा द्वारा राजस्थान की सरकार बचाने के सवाल पर उन्होंने जवाब दिया कि अभी तो मैं शिविर में लगा हुआ हूं, इसके अलावा मुझे कुछ दिखाई नहीं देता। वह इस सवाल के जवाब को टाल गए। सचिन पायलट की यात्रा का सवाल का जवाब भी उन्होंने नहीं दिया। 

अपने उम्मीदवारों को बुला रही है कांग्रेस: बोम्मई 

अपने उम्मीदवारों को बुला रही है कांग्रेस: बोम्मई 

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस अपने उम्मीदवारों को बुला रही है और अन्य दलों से बात कर रही है क्योंकि वह जानती है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पार्टी को बहुमत नहीं मिल रहा है और उसे अपने उम्मीदवारों पर भरोसा भी नहीं है। श्री बोम्मई ने यहां संवाददाताओं से कहा, “इसके दो मायने हैं।

पहला, उन्हें (कांग्रेस काे) बहुमत नहीं मिलेगा, इसलिए वे अन्य दलों से बात करने की कोशिश कर रहे हैं। और दूसरा, उन्हें अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है।” राज्य में अगली सरकार बनाने के लिए जीतने वाले उम्मीदवारों को खरीदने के लिए भारतीय जनता पार्टी के ‘ऑपरेशन कमल’ से बचने के वास्ते कांग्रेस के अपने उम्मीदवारों को बुलाने और बेंगलुरु में रिसॉर्ट बुक करने से संबंधित एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपने उम्मीदवारों पर भरोसा नहीं है।

अधिकांश एग्जिट पोल में कर्नाटक विधानसभा चुनाव में खंडित जनादेश की भविष्यवाणी के बाद कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों को बेंगलुरु बुलाया है। गौरतलब है कि 1952 के विधानसभा चुनाव के बाद से कर्नाटक में अब तक का सर्वाधिक 73.19 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

गठबंधन सरकार बनाने के लिए जनता दल (सेक्युलर) के साथ चुनाव बाद गठबंधन की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर बोम्मई ने कहा कि अभी ऐसी कोई संभावना नहीं है क्योंकि भाजपा को पर्याप्त बहुमत मिल रहा है। कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार के 141 सीटें हासिल करने के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए बोम्मई ने कहा,“ठीक है, उन्हें कल तक 141 से खुश रहने दें। वास्तविकता सामने आ जाएगी।”

यह पूछे जाने पर कि पार्टी के चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा, उन्होंने कहा,“देखते हैं। यह विधायक दल और संसदीय बोर्ड की बैठकों में तय किया जाएगा।” जद (एस) के साथ चुनाव बाद के गठबंधन पर एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “मैंने अभी देखा कि (श्री एच डी) कुमारस्वामी ने कहा कि वह किंगमेकर नहीं, बल्कि राजा बनेंगे।

हर किसी को अपना आकलन करने का अधिकार है।” कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतदान बुधवार शाम को संपन्न हुआ, जिसमें राज्य में 73.19 प्रतिशत मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने गुरुवार को अंतिम आंकड़े साझा करते हुए इसे एक रिकॉर्ड बताया।

‘अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस’ पर नर्सों की सराहना 

‘अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस’ पर नर्सों की सराहना 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को ‘अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस’ पर नर्सों की सराहना करते हुए कहा कि उनकी कड़ी मेहनत एवं निस्वार्थ समर्पण देश की स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की नींव है। ब्रिटिश नर्स एवं समाज सुधारक फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती के उपलक्ष्य में 12 मई को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है।

शाह ने ट्वीट किया, ‘‘अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर, मैं उन नर्सों को बधाई देता हूं, जिनकी कड़ी मेहनत एवं निस्वार्थ समर्पण हमारी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की नींव है। जीवन बचाने के लिए योगदान के उनके असाधारण उदाहरण, विशेष रूप से महामारी के दौरान, मानव जाति को प्रेरित करते रहेंगे।’’

पहले छात्रों को किताबी ज्ञान मिलता था, बदलाव 

पहले छात्रों को किताबी ज्ञान मिलता था, बदलाव 

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई शिक्षा नीति को व्यावहारिक शिक्षा पर केंद्रित बताते हुए शुक्रवार को कहा, कि पहले छात्रों को किताबी ज्ञान मिलता था। लेकिन, अब इससे बदलाव आएगा। साथ ही उन्होंने कहा, कि नई शिक्षा नीति को जमीनी स्तर पर लागू करने की जिम्मेदारी शिक्षकों की है।

अखिल भारतीय शिक्षा संघ के 29वें द्विवार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि गूगल डेटा और सूचना दे सकता है। लेकिन शिक्षकों की भूमिका छात्रों के मार्गदर्शक की होती है। मोदी ने कहा, ‘‘आज भारत 21वीं सदी की आधुनिक आवश्यकताओं के मुताबिक नयी व्यवस्थाओं का निर्माण कर रहा है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति इसी को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। हम इतने वर्षों से स्कूलों में पढ़ाई के नाम पर अपने बच्चों को केवल किताबी ज्ञान दे रहे थे। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति उस पुरानी अप्रासंगिक व्यवस्था को परिवर्तित कर रही है।’’

उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति व्यावहारिक शिक्षा पर केंद्रित है। प्रधानमंत्री ने शिक्षकों से अपील करते हुए कहा, ‘‘इस तरह की शिक्षा प्रणाली शिक्षा नीति के केंद्र में है और अब यह शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे इस प्रणाली को जमीन पर लागू करें।’’ उन्होंने याद किया कि कैसे उनके स्कूल के एक शिक्षक उन्हें और अन्य छात्रों को अनाज का उपयोग करके संख्याओं के बारे में बताते थे। शिक्षा नीति में किए गए बदलावों का जिक्र करते हुए, मोदी ने छात्रों को उनकी मातृभाषा में प्राथमिक शिक्षा देने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि नई नीति ने इसके लिए प्रावधान किए हैं।

मोदी ने कहा कि स्थानीय भाषाओं में दी जाने वाली शिक्षा से गांवों के प्रतिभाशाली युवाओं को शिक्षक बनने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी स्वतंत्रता के बाद, अंग्रेजी एक प्रमुख भाषा बन गई। आज भी, माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे अंग्रेजी माध्यम में पढ़ें। नतीजतन, गांवों और गरीब परिवार की पृष्ठभूमि के प्रतिभाशाली शिक्षकों को सिर्फ इसलिए अवसर मिलना बंद हो गए क्योंकि उन्हें कभी अंग्रेजी सीखने का मौका नहीं मिला। चूंकि नई शिक्षा नीति स्थानीय भाषाओं में शिक्षा पर जोर देता है, इसलिए यह ऐसे शिक्षकों को अवसर प्राप्त करने में भी मदद करेगी।’’

शिक्षण के महान पेशे की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा कि जब भी वह भूटान और सऊदी अरब के शाही शासकों सहित किसी भी विश्व नेता से मिले, तो उन्होंने उन्हें बताया कि उन्होंने भारत के शिक्षकों से अपनी शिक्षा प्राप्त की है। मोदी ने कहा कि सऊदी अरब के शाह (सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद), जो एक बहुत वरिष्ठ और सम्मानित नेता हैं, ने मुझे बताया कि उनके शिक्षक गुजरात से थे।

मोदी ने कहा कि हालांकि वह अपने पूरे जीवन में कभी शिक्षक नहीं रहे, लेकिन वह आजीवन एक ऐसे छात्र रहे हैं जो समाज में हो रही चीजों को देखता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री होने के बावजूद, वह अभी भी अपने स्कूल के उन शिक्षकों के संपर्क में हैं, जो जीवित हैं। मोदी ने कहा कि बच्चे को आकार देने में प्राथमिक शिक्षक की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि परिवार के बाद वह शिक्षक ही होता है जिसके साथ वह सबसे अधिक समय बिताता है और शिक्षक के व्यवहार और तौर-तरीकों से सीखता है। अपने संबोधन में मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि छात्रों और स्कूलों के बीच लगाव आज कम होता जा रहा है। क्योंकि, छात्रों को अपनी पढ़ाई खत्म करने के बाद शायद ही अपना स्कूल याद रहता है।

इस कम होते लगाव को पाटने के लिए, प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि स्कूल प्रबंधन को शिक्षकों और स्थानीय निवासियों के साथ मिलकर हर साल उस स्कूल का स्थापना दिवस मनाना शुरू करना चाहिए और पुराने छात्रों को आमंत्रित करना चाहिए।

गुरुवार, 11 मई 2023

‘स्मार्ट स्कूल-स्मार्ट ब्लॉक’ कार्यक्रम का शुभारंभ

‘स्मार्ट स्कूल-स्मार्ट ब्लॉक’ कार्यक्रम का शुभारंभ

पंकज कपूर 

देहरादून/चंपावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बृहस्पतिवार को चंपावत पहुंचे। यहां उन्होंने गोरल चौड़ मैदान के समीप स्थित आडिटोरियम में ‘संपर्क फाउंडेशन’ के कार्यक्रम में प्रतिभाग किया और ‘स्मार्ट स्कूल-स्मार्ट ब्लॉक’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

इस मौके पर उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को चंपावत में आयोजित संपर्क फाउंडेशन द्वारा स्थापित ‘स्मार्ट स्कूल-स्मार्ट ब्लॉक’ कार्यक्रम में आए हुए आप सभी लोगों का मैं स्वागत करता हूं। मैं आशा करता हूं कि मैं फाउंडेशन शिक्षा के क्षेत्र के नए आयाम को हासिल करता रहेगा। मैं आज अभिभूत हूं कि इस कार्यक्रम के शुरू होने से चम्पावत विकास के क्षेत्र में एक कदम और आगे बढ़ गया है। इस कार्यक्रम के प्रथम चरण में 137 स्कूल चिन्हित किए गए हैं। जिनमें बच्चे खेल-खेल में ज्ञान को हासिल कर पाएंगे।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य नवाचार के माध्यम से छात्रों की बौद्धिक क्षमता का विकास करना है। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि विज्ञान और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर हम कम ऊर्जा के साथ अधिक काम कर सकते हैं। सीएम ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त करता हूं कि उनके नेतृत्व में भारत को जी 20 की अध्यक्षता मिली। पहले बड़े कार्यक्रम कुछ ही जगह पर होते थे। लेकिन, बृहस्पतिवार को वो कार्यक्रम छोटे- छोटे स्थानों पर भी हो रहे हैं। उत्तराखण्ड राज्य को भी तीन बैठकों की मेजबानी मिली है। इससे पहले चम्पावत पहुंचने पर हैलीपेड में भाजपा के तमाम कार्यकर्ताओं व प्रशासनिक अधिकारियों ने सीएम धामी का स्वागत किया।

'भाजपा' में शामिल हुए सिंह, सदस्यता ग्रहण की

'भाजपा' में शामिल हुए सिंह, सदस्यता ग्रहण की

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंत्रिपरिषद के सदस्य रह चुके जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) के पूर्व नेता रामचंद्र प्रसाद सिंह उर्फ आरसीपी सिंह बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, पार्टी महासचिव अरुण सिंह और राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी की मौजूदगी में आरसीपी सिंह ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।

कभी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबियों में शुमार रहे आरसीपी सिंह ने पिछले साल अगस्त में जदयू से इस्तीफा दे दिया था। भाजपा से नजदीकियों के चलते जदयू ने उन्हें दोबारा राज्यसभा भी नहीं भेजा। इसके बाद उन्हें केंद्रीय मंत्री का पद भी गंवाना पड़ा था।

जदयू छोड़ने के बाद से ही आरसीपी सिंह के भाजपा में जाने के कयास लगाए जा रहे थे। वह कुर्मी समाज से आते हैं। कुर्मी मतदाता नीतीश कुमार के समर्थक माने जाते हैं, क्योंकि वह खुद भी इसी समाज से ताल्लुक रखते हैं।

परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे 'पीएम'

परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे 'पीएम'

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को गुजरात के गांधीनगर में लगभग 4,400 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। पत्र सूचना ब्यूरो की गुरुवार को यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार, मोदी शुक्रवार लगभग साढ़े 10 बजे सुबह गांधीनगर में अखिल भारतीय शिक्षा संघ अधिवेशन में सम्मिलित होंगे।

उसके बाद वह 12 बजे दोपहर को गांधीनगर में लगभग 4400 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। लगभग तीन बजे अपराह्न प्रधानमंत्री गिफ्ट सिटी जायेंगे। गांधीनगर के कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री 2450 करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।

इनमें शहरी विकास विभाग, जलापूर्ति विभाग, सड़क और यातायत विभाग तथा खान और खनिज विभाग की परियोजनायें शामिल हैं, जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाना है। उनमें बनासकांठा जिले की बहुग्रामीण पेयजल आपूर्ति योजनायें, अहमदाबाद में नदी पर ओवरब्रिज, नारोडा जीआईडीसी में अपशिष्ट जल संग्रहण नेटवर्क, मेहसाणा और अहमदाबाद में सीवर उपचार संयंत्र, दाहेगाम में प्रेक्षागृह आदि शामिल हैं। जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी जानी है, उनमें जूनागढ़ जिले में बल्क पाइपलाइन परियोजना, गांधीनगर जिले में जलापूर्ति योजनाओं को बढ़ाना, फ्लाईओवर ब्रिज, नये जल वितरण स्टेशन, विभिन्न शहरी सड़कों का निर्माण आदि शामिल है। प्रधानमंत्री पीएमएवाई (ग्रामीण और शहरी) परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे।

इसके साथ ही इस योजना के तहत निर्मित लगभग 19 हजार मकानों के गृहप्रवेश में सम्मिलित होंगे। वे कार्यक्रम के दौरान योजना के लाभार्थियों को मकानों की चाबियां सौंपेंगे। इन परियोजनाओं की कुल लागत लगभग 1950 करोड़ रुपये है। मोदी गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (गिफ्ट सिटी), गांधीनगर का दौरा भी करेंगे। दौरे के समय वे गिफ्ट सिटी में चलने वाली विभिन्न परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा करेंगे। गिफ्ट-आईएफएससी संस्थाओं के साथ बातचीत भी होगी, ताकि गिफ्ट सिटी में भावी योजनाओं तथा संस्थाओं के अनुभवों को समझा जा सके।

प्रधानमंत्री शहर की मुख्य अधोरचना सुविधाओं को भी देखेंगे, जिनमें अंडरग्राउंड यूटीलिटी टनल और ‘ऑटोमेटेड वेस्ट कलेक्शन सेग्रीगेशन प्लांट शामिल हैं। प्रधानमंत्री अखिल भारतीय शिक्षा संघ अधिवेशन में भी सम्मिलित होंगे जो अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक परिसंघ का 29वां द्विवार्षिक सम्मेलन है। इस सम्मेलन की विषयवस्तु टीचर्स आर एट दी हार्ट ऑफ ट्रांसफॉर्मिंग एडूकेशन (शिक्षा को परिवर्तित करने में शिक्षकों की केंद्रीय भूमिका) है। 

बुधवार, 10 मई 2023

भगवान श्रीनाथजी के दर्शन कर, पूजा-अर्चना की

भगवान श्रीनाथजी के दर्शन कर, पूजा-अर्चना की

अकांशु उपाध्याय/नरेश राघानी 

नई दिल्ली/जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को राजस्थान के राजसमंद जिले में स्थित विख्यात नाथद्वारा मंदिर में भगवान श्रीनाथजी के दर्शन किए और पूजा-अर्चना की। उन्होंने श्रीनाथजी की आरती में भी हिस्सा लिया। इस दौरान मंदिर में वेद मंत्र का पाठ किया गया। मोदी ने मंदिर के ललन चौक पर ब्राह्मणों को प्रसाद दक्षिणा दी।

मंदिर के मुख्‍य महाराज विशाल बावा ने प्रधानमंत्री का अभिनंदन किया। विशाल बावा ने प्रधानमंत्री को पारंपरिक फेंटा, उपर्णा, रजाई, प्रसाद और पान-बीड़ा भी सौंपा। प्रधानमंत्री ने कुछ समय मंदिर में बिताया। इससे पहले मंदिर जाने के रास्ते में सड़क के दोनों ओर लोगों ने कतारबद्ध होकर मोदी का अभिवादन किया।

मोदी के काफिले पर पुष्प वर्षा भी की गई और लोगों ने 'मोदी-मोदी' के नारे लगाए। इसके बाद मोदी ने विभिन्‍न विकास परियोजनाओं के लोकार्पण कार्यक्रम में भाग लिया। प्रधानमंत्री मोदी सुबह विशेष विमान से उदयपुर पहुंचे। यहां से वह हेलीकाप्‍टर से नाथद्वारा पहुंचे जहां राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने उनकी अगवानी की।

मंगलवार, 9 मई 2023

मणिपुर: हिंसा, केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया 

मणिपुर: हिंसा, केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया 

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/इंफाल। कांग्रेस ने मणिपुर में जारी हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त करते मंगलवार को हुए एक सप्ताह से वहां जारी हिंसा के लिए केंद्र तथा राज्य सरकार को जिम्मेदार बताया और कहा कि जब मामला उच्चतम न्यायालय पहुंचा, तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को अपनी भूमिका को लेकर वहां मुंह की खानी पड़ी है।

कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, कि मणिपुर की स्थिति बहुत ही चिंताजनक हो गई है। राज्य चल रहे हालातों को अब नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। वहां भाजपा सरकार की नाकामी स्पष्ट रूप से सामने आई है और अब साफ हो गया है कि राज्य में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है।

प्रवक्ता ने कहा कि यहां हालत कितनी खराब हैं ? इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री वीरेन सिंह ने सोमवार को खुद कहा कि राज्य में हिंसा में 60 लोग मारे जा चुके हैं, 250 से ज्यादा घायल हैं। 1700 से 2000 बेघर हुए हैं और करीब 10000 लोगों को अपने आवासों को छोड़कर इधर-उधर भागना पड़ा है। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री ने सरकारी आंकड़ा बताया है जबकि वास्तविक स्थिति भिन्न है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस मुद्दे को लेकर न्यायालय के सामने जो तथ्य पेश किए हैं, उससे साफ है की भाजपा सरकार ने हलफनामे में जिस तरह से जवाब दिया है‌। वह कई तरह के सवाल खड़े करता है, उससे साफ हो गया है कि भाजपा सरकार की गलतियों का खामियाजा मणिपुर के लोग भुगत रहे है। कांग्रेस प्रवक्ता ने इस हिंसा को केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार की विफलता बताया और कहा कि यदि उसने मुद्दे को सही तरीके से निपटा दिया होता, तो मणिपुर जल नहीं रहा होता और वहां के लोग भाजपा सरकार की नाकामयाबी का फल इस तरह से नहीं भुगत रहे होते।

सीएम नीतीश ने पटनायक से मुलाकात की

सीएम नीतीश ने पटनायक से मुलाकात की

अविनाश श्रीवास्तव/इकबाल अंसारी 

पटना/भुवनेश्वर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को यहां नवीन निवास में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की। दोनों के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत हुई। हालांकि, दोनों मुख्यमंत्रियों ने दावा किया कि बैठक के दौरान अगले साल लोकसभा चुनाव के लिए जद (यू) और बीजू जनता दल (बीजद) के बीच किसी भी राजनीतिक गठबंधन बनाने पर कोई चर्चा नहीं हुई।

नीतीश ने ओडिशा के मुख्यमंत्री के आवास पर पटनायक के साथ दोपहर का भोजन किया और फिर संयुक्त रूप से मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि उनका बहुत पुराना नाता है। पटनायक ने पत्रकारों से कहा, “आज किसी भी गठबंधन पर कोई चर्चा नहीं हुई। मुझे खुशी है कि नीतीश जी भुवनेश्वर आए। जब ​हम अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में थे, तब से पुराने दोस्त और सहयोगी हैं।”

पटनायक ने कहा कि ओडिशा सरकार भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिये आने वाले पर्यटकों के वास्ते सुविधाओं के निर्माण को लेकर बिहार सरकार को मुफ्त में 1.5 एकड़ जमीन मुहैया कराएगी। पटनायक ने नीतीश से मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट किया, “भुवनेश्वर में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर खुशी हुई। ओडिशा का बिहार और पड़ोसी राज्य के लोगों के साथ एक विशेष संबंध है। आशा है कि ओडिशा की उनकी यात्री सुखद रही होगी।” कुमार ने कहा, “उनके (नवीन के) पिता बीजू बाबू और नवीन जी के साथ हमारे संबंध बहुत पुराने हैं। कोविड महामारी के कारण, हम मिल नहीं पाए। कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। हमारे बीच अच्छे संबंध हैं और कोई भी राजनीतिक अटकल लगाने की जरूरत नहीं है।”

अगले साल के चुनावों से पहले गैर-भाजपा दलों के साथ आने की चर्चा है, लेकिन दोनों नेताओं ने राजनीति पर चर्चा होने की बात से इनकार कर दिया। इससे पहले दिन में बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर राज्य के मंत्री अशोक चंद्र पांडा और बीजद उपाध्यक्ष देवी प्रसाद मिश्रा ने कुमार का स्वागत किया। कुमार का आज भुवनेश्वर से रवाना होने का कार्यक्रम है।

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...