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शनिवार, 13 फ़रवरी 2021

जम्मू: टीआरएफ का शीर्ष आतंकी गिरफ्तार किया

श्रीनगर। द रिज़िस्टन्स फ्रंट’ (टीआरएफ) से जुड़े एक शीर्ष आतंकवादी को जम्मू कश्मीर के सांबा जिले से गिरफ्तार किया गया है। वह पिछले साल भाजपा के तीन नेताओं और एक पुलिसकर्मी की हत्या के सिलसिले में वांछित था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जहूर अहमद राठेर उर्फ साहिल, उर्फ खालिद जम्मू क्षेत्र के सांबा जिले में छिपा हुआ था। उसे अनंतनाग पुलिस ने विशिष्ट सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया है।टीआरएफ आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की एक शाखा है। राठेर की गिरफ्तारी से करीब हफ्ताभर पहले पुलिस ने लश्कर-ए-मुस्तफा के स्वयंभू कमांडर हिदायतुल्लाह मलिक उर्फ हसनैन को जम्मू के कुंजवानी से गिरफ्तार किया था। राठेर दक्षिण कश्मीर का रहने वाला है और पाकिस्तान से आने वाले हथियारों को लेने के लिए कथित रूप से सांबा चला गया था। अनंतनाग और सांबा पुलिस के संयुक्त अभियान के दौरान बारी ब्राह्मना इलाके में स्थित एक घर से उसे गिरफ्तार किया गया जो उसने किराये पर लिया हुआ था।

शीर्ष आतंकवादी की गिरफ्तारी को एक बड़ी कामयाबी बताते हुए अधिकारी ने कहा कि राठेर पिछले साल कुलगाम जिले में भाजपा के तीन नेताओं और दक्षिण कश्मीर के जिले के फुर्रा गांव में एक पुलिसकर्मी की हत्या में शामिल था। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि राठेर ने 2004 में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हथियार चलाने का प्रशिक्षण लिया था और पांच विदेशी आतंकियों के साथ भारत में घुस आया था। उसने 2006 में आत्मसमर्पण कर दिया था लेकिन पिछले साल वह फिर से आतंकवाद के रास्ते पर आ गया और टीआरएफ में शामिल हो गया।

रविवार, 7 फ़रवरी 2021

कश्मीर में सामने आया आतंकवाद का नया चेहरा

श्रीनगर। पिछले तीन साल में वैध वीजा पर कम अवधि के लिए पाकिस्तान गए करीब 100 कश्मीरी युवा या तो वापस नहीं आए हैं या लौटने के बाद लापता हो गए हैं, जिसके कारण सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। इन एजेंसियों को आशंका है कि ये युवा सीमा पार सक्रिय आतंकवादी समूहों के संभावित ‘स्लीपर सेल’ हैं।सुरक्षा एजेंसियों के विभिन्न अधिकारियों ने बताया कि उत्तर कश्मीर के हंदवाड़ा के सीमावर्ती इलाके के जंगलों में पिछले साल अप्रैल में पांच आतंकवादियों के मारे जाने के बाद उस समय सुरक्षा बल सतर्क हो गए, जब यह पता चला कि इनमें से एक आतंकवादी स्थानीय नागरिक है, जो 2018 में पाकिस्तान गया था और इसके बाद लौटा ही नहीं।

उन्होंने बताया कि पिछले साल एक अप्रैल से छह अप्रैल के बीच दक्षिण कश्मीर के शोपियां, कुलगाम और अनंतनाग जिलों के युवाओं को घुसपैठ कर रहे आतंकवादियों के समूहों में देखा गया और वे सभी वैध दस्तावेजों के साथ पाकिस्तान गए थे और इसके बाद कभी वापस नहीं आए। अधिकारियों ने बताया कि वाघा बॉर्डर पर आव्रजन अधिकारी और दिल्ली हवाई अड्डे के अधिकारियों समेत सुरक्षा एजेंसियां पिछले तीन साल से अधिक समय में सात से अधिक दिनों के लिए वैध वीजा पर यात्रा करने वाले कश्मीरी युवाओं के डेटा एकत्र कर रही हैं।

शनिवार, 6 फ़रवरी 2021

550 दिन के बाद जे-के में स्पीड इंटरनेट सेवा बहाल

श्रीनगर। केंद्रशासित जम्मू कश्मीर में पिछले वर्ष पांच अगस्त को संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए को निष्प्रभावी किये जाने के बाद निलंबित हाईस्पीड 4जी इंटरनेट सेवा 550 दिनों के बाद शुक्रवार को आधी रात से बहाल कर दी गयी। प्रदेश के मुख्य सचिव (उर्जा एवं सूचना) रोहित कंसल ने कल शाम अपने ट्वीट कर कहा, “जम्मू कश्मीर में 4जी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल की जा रही है।” बाद में मध्यरात्रि 24.00 बजे हाईस्पीड इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गयी और इसी के साथ लंबे समय से 2जी इंटरनेट के कारण समस्याओं से जूझ रहे ऑनलाइन पेशेवर वर्ग और अध्ययनरत छात्रों को राहत मिल गयी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रति आभार जताया है।

शुक्रवार, 5 फ़रवरी 2021

सक्रिय आतंकी सदस्य हवाईअड्डे से अरेस्ट किया

श्रीनगर। आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक सक्रिय सदस्य को शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने ट्वीट किया कि दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा निवासी मुनीब सोफी को कुलगाम जिला पुलिस ने गिरफ्तार किया। सोफी पाकिस्तानी आतंकवादी वालीद के लिए काम करता था, जिसे सुरक्षाबलों ने पिछले साल कुलगाम जिले में मुठभेड़ में मारेंं गए है। कश्मीर जोन पुलिस ने ट्वीट किया, ”कुलगाम पुलिस ने आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के वांछित शीर्ष सक्रिय सदस्य, बिजबेहरा निवासी मुनीब सोफी को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे नई दिल्ली से गिरफ्तार किया जिसे आज कतर से वापस भेजा गया था। वह पाकिस्तानी आतंकवादी वालीद के लिए काम करता था जो पिछले साल कुलगाम जिले में मुठभेड़ में मारा गया था।”

2 ईनामी सहित 5 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

पांच लाख के 2 ईनामी नक्सलियों सहित 5 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

दंतेवाड़ा। जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान के तहत 05-05 लाख के 2 ईनामी नक्सलियों में भैरमगढ़ एरिया कमेटी कमाण्डर एवं डीएकेएमएस अध्यक्ष सहित 05 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। विगत सात माह में लोन वर्राटू अभियान के तहत 74 ईनामी सहित कुल 293 नक्सलियों ने आत्मसर्पण कर मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं। आत्मसमपिर्तत नक्सलियों को 10 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि प्रदाय किया गया।
आत्मसमर्पित नक्सलियों में भैरमगढ़ एरिया कमेटी कमाण्डर एसीएम, एसी समन्वयक एवं डीएकेएमएस अध्यक्ष गंगू उर्फ लखन कुहडाम पिता स्व कुम्मा कुहडाम, भैरमगढ़ एरिया कमेटी कमाण्डर एसीएम एवं पश्चिम बस्तर डिविजन केएएमएस उपाध्यक्ष तथा भैरमगढ़ एरिया कमेटी केएएमएस अध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी उर्फ सन्नी ओयाम पति स्व संतोष ओयाम, नहाड़ी पंचायत मिलिशिया सदस्य हेमला बण्डी उर्फ काया डेंगा पिता देवा हेमला, गुमियापाल पंचायत मिलिशिया सदस्य, कोसा मड़काम पिता भीमा मड़काम, दुरमा पंचायत मिलिशिया सदस्य माड़वी हिड़मा उर्फ छेवटा पिता स्व गंगा माड़वी समाज की मुख्यधारा से जुड़कर विकास में सहयोग करने की इच्छा व्यक्त करते हुए सीआरपीएफ उप पुलिस महानिरीक्षक (परि) विनय कुमार सिंह, दन्तेवाड़ा एसपी डॉ अभिषेक पल्लव, सीआरपीएफ द्वितीय कमान अधिकारी (परि) राजीव तिवारी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यू.उदय किरण के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है।

बुधवार, 3 फ़रवरी 2021

देश की पहली युवा महिला पायलट बनी आयशा

25 वर्ष की आयू में देश की पहली युवा महिला पायलट बनी आयशा अजीज
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर एक 25 वर्षीय युवती इन दिनों चर्चाओं का विषय बनी हुई है। अपकी जानकारी के लिए बता देंज कि जम्मू के कश्मीर की रहने वाली 25 वर्षीय आयशा अजीज देश की पहली युवा महिला पायलट बनी हुई है। आयशा की कामयाबी के लिए कश्मीरी महिलाएं उन्हें अपनी एक सशक्त प्रतिनिधि के रूप में देखने लगी हैं।
अब देश की यह युवा महिला पायलट रूस के सोकोल एयरबेस पर फाइटर प्लेन मिग-29 उड़ाने का प्रशिक्षण दिया गया। बाद में आयशा ने बॉम्बे फ्लाइंग क्लब से एविएशन में ग्रेजुएट किया और साल 2017 में कॉमर्शियल पायलट का लाइसेंस हासिल किया आयशा 15 साल की उम्र में पायलट लाइसेंस पाने वाली सबसे युवा छात्र भी रही हैं। आयशा बताती हैं। कि पिछले कुछ सालों में कश्मीर की महिलाओं ने काफी प्रगति की है।

मंगलवार, 2 फ़रवरी 2021

जम्मू: क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में गिरावट दर्ज की

अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में हुआ ये काम, केंद्र सरकार ने जारी किया बयान
पालूराम  
श्रीनगर। केंद्र सरकार ने मंगलवार को बताया कि जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद इस संघ शासित क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई और इसका सबसे अधिक असर कश्मीर घाटी में हुआ है। राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में पर्यटन मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने बताया कि पिछले कुछ माह से पर्यटकों की आवक में वृद्धि दर्ज की गई है। पटेल ने कहा पांच अगस्त 2019 से जम्मू एवं कश्मीर में आने वाले पर्यटकों की संख्या में गिरावट आई है। जम्मू की तुलना में यह प्रभाव कश्मीर घाटी में अधिक दिखा। हालांकि पिछले कुछ माह से जम्मू एवं कश्मीर में पर्यटक आगमन में क्रमिक रूप से वृद्धि हो रही है। उन्होंने बताया कि जम्मू एवं कश्मीर और लद्दाख संघ शासित क्षेत्र के प्रशासन के अनुसार अगस्त 2019 से अब तक कश्मीर में 84, 326 पर्यटक आए जबकि जम्मू में 87,94,837 और लद्दाख में 1,00,931 पर्यटक आए। इस दौरान धार्मिक यात्रा पर जम्मू आने वाले पर्यटकों की कुल संख्या 76,80,775 रही। पांच अगस्त 2019 के बाद इन संघ शासित क्षेत्रों में पर्यटन और हस्तशिल्प क्षेत्रों में समाप्त हुई नौकरियों का ब्योरा पूछे जाने पर मंत्री ने बताया कि रोजगार के नुकसान के आकलन के लिए पर्यटन मंत्रालय ने कोई औपचारिक अध्ययन नहीं किया है। पटेल ने हालांकि कहा कि हस्तशिल्प क्षेत्र में जम्मू एवं कश्मीर में इस अवधि के दौरान रोजगार की कोई उल्लेखनीय कमी नहीं आयी है। उन्होंने कहा विभिन्न हस्तशिल्प कार्यकलापों में संलग्न कारीगर अपना कार्य कर रहे हैं। और सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उन्हें सहायता प्रदान कर रही है। केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से भी जम्मू एवं कश्मीर के कारीगरों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
ज्ञात हो कि पांच अगस्त, 2019 को ही केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया था। और जम्मू एवं कश्मीर को राज्य से संघ शासित प्रदेश बना दिया गया था। लद्दाख को भी संघ शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया था।

रविवार, 31 जनवरी 2021

सीआरपीएफ के जवानों ने बरामद किए 300 स्पाइक

सुकमा। सीआरपीएफ के जवानों ने नक्सलियों की बड़ी साजिश को नाकाम कर दी है। जवानों ने 27 गड्ढों में से 398 स्पाइक बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने जवानों को निशाना बनाने के लिए यह साजिश रची थी। मिली जानकारी के अनुसार सीआरपीएफ कमांडेंट डीएन यादव के निर्देश पर जवानों की टीम इलाके की सर्चिंग पर निकली थी। इसी दौरान पोलमपल्ली पालामड़गु के बीच 27 स्पाइक होल में से 398  स्पाइक बरामद की है।

शनिवार, 23 जनवरी 2021

बर्फबारी के कारण कश्मीर में विमान सेवाएं प्रभावित

भारी बर्फबारी के कारण कश्मीर में विमान सेवाएं प्रभावित

श्रीनगर। घाटी के अधिकतर हिस्सों में बर्फबारी के कारण शनिवार को कश्मीर आने-जाने वाली विमान सेवाएं प्रभावित हुईं। अधिकारियों ने बताया कि बर्फबारी तड़के शुरू हुई थी। और आखिरी रिपोर्ट मिलने तक जारी थी। अधिकारी ने कहा कि श्रीनगर हवाईअड्डे पर आज सुबह से ना किसी विमान ने उड़ान भरी और ना कोई उतरा। उन्होंने बताया कि ‘रनवे’ पर भी बर्फ इकट्ठी हो गई है।
अधिकारी ने कहा कि अब भी बर्फबारी हो रही है। और विमान संचालन के लिए रनवे को साफ करना मुश्किल हो रहा है। अधिकारियों ने बताया कि बर्फबारी के कारण कई उड़ानें स्थगित हुई हैं। उन्होंने बताया कि मौसम के बेहतर होने पर ही विमान सेवा बहाल करने का निर्णय किया जाएगा।

जम्मू: भूमि आवंटन नीति 2021-30 को मंजूरी

 श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर सरकार ने जम्मू-कश्मीर औद्योगिक भूमि आवंटन नीति 2021-30 को मंजूरी दे दी है। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि इसके तहत उच्च संरचित औद्योगिक लैंड बैंक उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे संघ शासित प्रदेश में समानता वाली औद्योगिक वृद्धि को प्रोत्साहन मिलेगा।

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में यहां हुई प्रशासनिक परिषद (एसी) की बैठक में औद्योगिक भूमि आवंटन नीति, 2021-30 को मंजूरी दी गई। प्रवक्ता ने कहा कि नई नीति का मकसद विभिन्न जमीन संबंधी मुद्दों को हल करना है जिनकी वजह से जम्मू-कश्मीर का औद्योगिक विकास प्रभावित हो रहा है।

रविवार, 17 जनवरी 2021

जम्मू-कश्मीर में 4.1 तीव्रता का भूकंप आया

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में शनिवार को 4.1 तीव्रता का भूकंप आया। हालांकि, इसमें किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है। जानकारी के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि भूकंप का झटका रात 10 बजकर एक मिनट पर महसूस किया गया और यह कटरा से 93 किलोमीटर पूर्व में 10 किलोमीटर की गहराई पर केंद्रित था। उन्होंने बताया कि झटके से लोगों में दहशत फैल गई। हालांकि इसमें जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

गुरुवार, 14 जनवरी 2021

कश्मीर की डल झील, 30 वर्ष बाद वही मंजर

श्रीनगर। कश्मीर की प्रसिद्ध डल झील और कई अन्य जलाशयों के अधिकांश हिस्सों में बृहस्पतिवार को पानी जम गया और पूरी घाटी में शीतलहर का प्रकोप जारी है। वहीं श्रीनगर में बीती रात पिछले 30 वर्षों में सबसे ठंडी रात रही। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 8.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। जो 30 वर्षों में शहर का सबसे कम तापमान है। उन्होंने बताया कि 1995 में श्रीनगर में तापमान शून्य से नीचे 8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जबकि 1991 में तापमान शून्य से नीचे 11.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। श्रीनगर में अब तक का सबसे कम तापमान 1893 में शून्य से 14.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया था। घाटी के बाकी हिस्सों में भी ठंड काफी बढ़ रही है। दक्षिण कश्मीर में वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए एक आधार शिविर के रूप में कार्य करने वाले पहलगाम पर्यटन रिसॉर्ट में न्यूनतम तापमान शून्य से 11.1 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। यह रिसॉर्ट जम्मू-कश्मीर में सबसे ठंडा स्थान रहा। गुलमर्ग पर्यटक स्थल में न्यूनतम तापमान शून्य से 7 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान शून्य से 6.7 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि दक्षिण में कोकेरनाग में शून्य से 10.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। भयंकर ठंड के कारण डल झील सहित कई जलाशयों का बहुत बड़ा हिस्सा जम गया। न्यूनतम तापमान में गिरावट से जलापूर्ति पाइपों में पानी जमने लगा है। शहर की कई सड़कों पर बर्फ की मोटी परत बिछी हुई है। जिससे लोगों के लिए गाड़ी चलाना मुश्किल हो गया है। वर्तमान में कश्मीर ‘चिल्लई-कलां’ की चपेट में है।

शुक्रवार, 8 जनवरी 2021

महिला को लेकर जवान घुटनों तक बर्फ में 2 किमी चले

श्रीनगर/ शिमला। कश्मीर और हिमाचल में बर्फबारी से स्थानीय लोगों को कई दिक्कतें हो रही हैं। दोनों राज्यों के कई जिलों में तेज हवा चलने और बर्फ गिरने से बिजली तक ठप हो गई है। इस माहौल में जम्मू-कश्मीर के आतंक प्रभावित जिले में एक अच्छी खबर सामने आई है। यहां एक गर्भवती महिला की डिलीवरी होनी थी और बर्फ की वजह से सभी रास्ते बंद थे। आसपास कोई डॉक्टर या हॉस्पिटल का इंतजाम भी नहीं था। ऐसे में सेना के जवान मददगार बनकर पहुंचे। उन्होंने महिला को खाट पर लिटाया और घुटनों तक बर्फ में दो किलोमीटर पैदल चलकर उसे मेन रोड तक ले गए। यहां से महिला को अस्पताल पहुंचाया गया। वहां उसने बेटे को जन्म दिया। यह घटना पांच जनवरी की है।

बर्फबारी से जिंदगी थमी, सैकड़ों पर्यटक फंसे
दस इंच बर्फबारी के बाद कश्मीर घाटी में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। 3 जनवरी से श्रीनगर से जाने वाली सभी फ्लाइट रद्द हैं। 300 किमी लंबे जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक बंद है। जाम में 6000 लोडेड ट्रक और यात्री वाहन फंसे हुए हैं। हजारों पर्यटक पहलगाम, गुलमर्ग, श्रीनगर में फंसे हुए हैं। बर्फबारी के बाद उत्तरी-दक्षिणी जिलों में पावर लाइन के ब्रेकडाउन से बिजली सप्लाई ठप हो गई है।

मंगलवार, 5 जनवरी 2021

बर्फबारी के कारण संपर्क टूटा, परीक्षाएं स्थगित

श्रीनगर। विभिन्न जगहों पर हिमपात और भूस्खलन के कारण 270 किलोमीटर लंबे श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग के बंद रहने के साथ-साथ मंगलवार को लगातार तीसरे दिन कश्मीर घाटी का समूचे देश से संपर्क टूटा रहा। यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जवाहर सुरंग, शैतान नाला और बनिहाल के दोनों तरफ लगातार हो रही बर्फबारी के कारण श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग रविवार से ही बंद है। इस कारण आवश्यक सामान ले जाने वाले वाहनों सहित बड़ी संख्या में वाहन राजमार्ग पर फंसे हुए हैं।उन्होंने कहा कि समरौली में हुयी बारिश के कारण पत्थरों के टूटने से एक विशाल शिलाखंड ऊपर से गिर गया। श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर नाशरी में भी पत्थर गिरे हैं और बर्फबारी हुयी है। इसके मद्देनजर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने राजमार्ग से बर्फ और पत्थरों को हटाने के लिये कर्मचारियों को मशीनों के साथ काम पर लगा दिया है।

लगातार जारी बर्फबारी और भूस्खलन राजमार्ग की सफाई के काम में बाधा उत्पन्न कर रहा है। काम पूरा होने के बाद फंसे हुये वाहनों को आगे बढ़ने की अनुमति दी जायेगी। पहले जवाहर सुरंग और बनिहाल के बीच फंसे जम्मू की ओर जाने वाले वाहनों को अनुमति दी जायेगी। अगले 36 घंटों के दौरान राजमार्ग पर और अधिक बर्फबारी और बारिश होने की संभावना जतायी गयी है जो फिर से आवागमन को बाधित कर सकता है। राजमार्ग पर फंसे हुये यात्रियों ने सोमवार शाम को प्रदर्शन कर राजमार्ग से बर्फ और पत्थरों को तत्काल हटाने की मांग की है।

फंसे हुये यात्रियों ने बनिहाल से फोन पर बताया कि राजमार्ग बंद होने की स्थिति में फंसे हुये यात्रियों को समायोजित करने के लिये जो शेड बनाये गये हैं उन पर सुरक्षा बलों का कब्जा है। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों ने उन्हें अपने घरों में आश्रय दिया है। यहां बुजुर्गों के अलावा महिलाओं और बच्चों सहित लगभग 400 यात्री फंसे हुये हैं। स्थानीय निवासी फंसे हुये यात्रियों को आवास के साथ-साथ भोजन और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करा रहे हैं। फंसे हुये यात्रियों ने मांग की है कि उन्हें कश्मीर तक पहुंचने के लिये नव निर्मित बनिहाल-काजीगुंड सुरंग का इस्तेमाल करने की अनुमति दी जाये।

विश्वविद्यालय और स्कूल बोर्ड परीक्षाएं स्थगित 
श्रीनगर समेत कश्मीर घाटी में मध्यम से भारी हिमपात के कारण कश्मीर विश्वविद्यालय (केयू), श्रीनगर क्लस्टर विश्वविद्यालय (सीयूएस), स्कूल शिक्षा बोर्ड (बोओएसई) की मंगलवार को आयोजित होने वाली सभी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है। केयू के अधिकारियों ने यहां कहा कि खराब मौसम के कारण परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है, जिनकी नयी तारीखों की बाद में अलग से सूचना दी जायेगी। सीयूएस के परीक्षा नियंत्रक मीर खुर्शीद अहमद ने कहा कि बर्फबारी के कारण मंगलवार को परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है। जल्द नयी तिथियों की घोषणा की जाएगी।

शनिवार, 2 जनवरी 2021

पुलवामा: आतंकी हमले में आठ नागरिक घायल हुए

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में पुलवामा जिले के त्राल में शनिवार को आतंकवादियों के ग्रेनेड हमले में कम से कम आठ नागरिक घायल हो गये। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों ने त्राल में बस स्टैंड के समीप सुरक्षा बलों के बंकर को लक्ष्य करके हथगोला फेंका लेकिन यह निशाने से चूक गया और कुछ दूर पर इससे विस्फोट हुआ। हमले में आसपास मौजूद आठ नागरिक घायल हो गये। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर है। घटना के बाद इलाके में भय का माहौल निर्मित हो गया। विस्फोट की आवाज शहर में बहुत दूर तक सुनाई दी और लोग अफरातफरी में सुरक्षित स्थान की ओर भागने लगे। सुरक्षा बलों ने तत्काल इलाके की घेराबंदी कर दी और हमले के जिम्मेदार आतंकवादियों को पकड़ने के लिए सघन अभियान छेड़ दिया है।

बुधवार, 30 दिसंबर 2020

सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 3 आतंकी ढेर, अभियान

जम्मू कश्मीर: सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में तीन आतंकवादी ढेर, सर्च अभियान जारी

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के बाहरी इलाके में मंगलवार शाम से जारी मुठभेड़ में बुधवार को तीन आतंकवादी मारे गये तथा सुरक्षा बलों का अभियान जारी है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना के आधार पर राष्ट्रीय राइफल्स, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह ने श्रीनगर-बारामूला राष्ट्रीय राजमार्ग पर उमराबाद लवायपोरा के समीप अभियान छेड़ा था।
सुरक्षा बल के जवान लक्षित इलाके की ओर बढ़ रहे थे, तभी एक मकान में छुपे आतंकवादियों ने स्वाचालित हथियारों से गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने भी गोलियां चलायीं। दोनों पक्षों के बीच काफी देर तक मुठभेड़ चलती रही। उन्होंने बताया कि अंधेरे और ठंड के कारण अभियान रोक दिया गया। सुरक्षा बलों ने कड़े गश्त और आतंकवादियों के भागने के प्रयास को विफल करने के लिए लक्षित मकान के आसपास लाइटें लगवायीं।
आज सुबह हाेने पर अभियान तेज कर दिया गया। करीब सात बजे तक दोनों तरफ से भीषण गोलीबारी हुई। इसी दौरान सुरक्षा बलों ने मकान में मोर्टार से गोले दागे, जहां आतंकवादी छुपे हुए थे। इसके बाद आतंकवादियों की ओर से गोलियां चलनी बंद हो जाने पर सुरक्षा बल के जवान मकान के भीतर घुसे। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गये हैं। मृत आतंकवादियों की शिनाख्ती का प्रयास किया जा रहा है।
अंतिम रिपोर्ट मिलने तक अभियान जारी था। कानून एवं व्यवस्था को बिगड़ने से रोकने के लिए समीप के इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों और पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। इलाके के निवासियों ने बताया कि सुरक्षा कारणों से सुरक्षा बलों ने लोगों को बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी, जिससे काफी संख्या में लोग अपने घरों से नहीं निकल सके।
दिल का दौरा पड़ने से सीआरपीएफ के जवान की मौत
श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में बुधवार को दिल का दौरा पड़ने से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान की मौत हो गई। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुलवामा में आज सुबह सीआरपीएफ के एक जवान को दिल का दौरा पड़ा। उसे तुरंत पुलवामा के जिला अस्पताल में ले जाया गया जहां चिकित्सिकों ने जवान को मृत घोषित कर दिया। जवान की पहचान विनोद कुमार के रूप में हुई है। सूत्रों ने बताया कि विनोद कुमार मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। वह सीआरपीएफ की 183 बटालियन में तैनात था।

शुक्रवार, 25 दिसंबर 2020

मुठभेड़: सेना ने अधिकारियों के खिलाफ जुटाएं सबूत

श्रीनगर। सेना ने शोपियां फर्जी मुठभेड़ में शामिल अपने अधिकारियों के खिलाफ सुबूत एकत्र करने का काम पूरा कर लिया है। इस मुठभेड़ में राजौरी जिले के तीन नागरिकों की मौत हो गयी थी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि फर्जी मुठभेड़ में शामिल जवानों की पहचान उजागर नहीं की गयी है। जांच संबंधी सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद सेना के दो अधिकारियों के कोर्ट मार्शल की कार्रवाई शुरू हो सकती है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि सुबूत एकत्र करने के कार्य की रिकार्डिंग की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है। आगे की कार्रवाई के लिए कानूनी सलाहकारों की मदद ली जा रही है। कर्नल कालिया ने कहा कि भारतीय सेना अभियानों की नैतिकता को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सेना के कानून के मुताबिक इस कार्रवाई की जानकारी उचित समय पर दी जायेगी। दरअसल सेना ने 18 जुलाई 2020 को शोपियां के अमशीपोरा में एक मुठभेड़ में तीन अज्ञात आतंकवादियों को मार गिराने का दावा किया था। सोशल मीडिया पर मारे गए आतंकवादियों की तस्वीरें आने के बाद उनके परिजनों ने इसका खंडन किया था। परिजनों के मुताबिक तीनों युवकों का आतंकवादियों से कोई संबंध नहीं था और वे शोपियां में श्रमिक के रूप में काम कर रहे थे। इसके बाद सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामले में अलग-अलग जांच के निर्देश दिए थे। अगस्त में इस मामले में जांच शुरू हुई थी। कोर्ट ऑफ इनक्वायरी ने सितंबर महीने में ही इसकी जांच पूरी कर ली थी और प्राथमिक जांच में सेना के अधिकारियों की भूमिका को लेकर संदेह व्यक्त किया था। इसके बाद सेना अधिनियम के तहत इन पर कार्रवाई शुरू हुई थी। पुलिस की एक टीम ने 13 अगस्त को राजौरी जाकर मारे गए युवकों के परिजनों के डीएनए नमूने लिए थे। यह डीएनए नमूने मुठभेड़ में मारे गए युवकों के नमूनों से मेल खाये, जिसके बाद अबरार अहमद, इम्तियाज अहमद और मोहम्मद इबरार नामक युवकों के शवों को उनके परिजनों को सौंप दिए गए और अक्टूबर में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।

गुरुवार, 24 दिसंबर 2020

पुलवामा में अल-बद्र के 4 आतंकी गिरफ्तार

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों ने गुरुवार को आतंकवादी संगठन अल-बद्र के चार आतंकवादियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी), राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने आज तड़के पुलवामा जिले के लारमोड़ में दादसारा में संयुक्त रूप से एक तलाशी अभियान चलाया।

बुधवार, 23 दिसंबर 2020

जम्मू-कश्मीर चुनाव में भाजपा ने दिखाया दमखम

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट काउंसिल चुनाव में मतगणना का काम अब लगभग खत्म हो गया है। इस चुनाव भारतीय जनता पार्टी ने पहली बार अपना दमखम दिखाया है। हालांकि गुपकार गठबंधन ने बहुमत हासिल कर लिया है। लेकिन अब तक 74 सीटें जीतकर भाजपा यहां पर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। अब तक 280 सीटों पर हुए चुनाव में 276 सीटों के नतीजे सामने आ चुके हैं। गुपकार गठबंधन की बड़ी पार्टियां नेशनल कॉन्फ्रेंस को 67, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को 27 और कांग्रेस ने 26 सीटों पर जीत का परचम लहराया है। गठबंधन के इस प्रदर्शन पर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती खासी खुश नजर आ रही हैं। उन्होंने लिखा, ‘शांति और निष्पक्ष तरीके से पूरे हुए चुनाव लोकतंत्र की जीत है। लेकिन जमीनी हकीकत सामान्य से कहीं दूर थी। जिसके खिलाफ गुपकार गठबंधन ने चुनाव लड़ा था।

मंगलवार, 22 दिसंबर 2020

एलओसी: पुंछ क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना ने दागे मोर्टार

जम्मू कश्मीर: पुंछ में पाकिस्तानी सेना ने दागे मोर्टार

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास स्थित अग्रिम चौकियों पर मंगलवार को पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी की गई और मोर्टार दागे गए। एक रक्षा प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस हमले में भारतीय पक्ष को कोई नुकसान नहीं हुआ।
प्रवक्ता ने कहा आज पूर्वाह्न साढ़े नौ बजे पाकिस्तानी सेना की ओर से बिना उकसावे के संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया। नियंत्रण रेखा पर पुंछ जिले के मनकोट सेक्टर में छोटे हथियारों से गोलीबारी की गई और मोर्टार दागे गए। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया। इससे पहले एक दिसंबर को राजौरी सेक्टर में पाकिस्तानी सेना की ओर से किए गए मोर्टार हमले में बीएसएफ के एक उप निरीक्षक शहीद हो गए थे।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...