शुक्रवार, 23 जुलाई 2021
आकाश के नए संस्करण का सफल परीक्षण किया
गुरुवार, 22 जुलाई 2021
स्नेह: पालतू बिल्ली ने कोबरा को घर में घुसने से रोका
रविवार, 18 जुलाई 2021
12वीं कक्षा के छात्रों के लिए 26 से शुरू होंगी कक्षाएं
रविवार, 4 जुलाई 2021
ग्रैंड रोड समेत सभी सड़कों को सील किया जाएंगा
पुरी। विश्व प्रसिद्ध तीर्थनगरी पुरी में रथयात्रा के मौके पर श्रद्धालुओं की भीड़ को रोकने के लिए 11 जुलाई से दो दिन के लिए निषेधाज्ञा (धारा-144) लागू रहेगी और भगवान जगन्नाथ मंदिर को जोड़ने वाली ग्रैंड रोड समेत सभी सड़कों को सील कर दिया जाएगा। मंदिर प्रशासन की शनिवार को यहां आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया कि इस बार केवल सेवक ही तीनों रथों को खीचेंगे तथा कोई भी अधिकारी रथ खींचने में भाग नहीं लेंगे। बैठक में रथ यात्रा के आयोजन के संबंध में अन्य निर्णय भी लिए गए। जगन्नाथ मंदिर के मुख्य प्रशासक डॉ. कृष्ण कुमार ने कहा कि केवल आरटी पीसीआर परीक्षण में नेगेटिव रिपोर्ट वाले सेवकों को ही रथयात्रा में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।
इसके साथ ही मंदिर के अधिकारियों और पुलिस कर्मियों के अलावा लगभग 2200 सेवकों को कार उत्सव से पहले कोविड परीक्षण से गुजरना होगा।मंदिर प्रशासन की ओर से करीब 6,000 लीटर सैनिटाइजर खरीदे जा चुके हैं। सेवादारों को रथ खींचने से पहले सैनिटाइज़र और एक-एक तौलिया दिया जाएगा। डॉ. कुमार ने कहा कि रथों पर अपनी मौजूदगी को कम से कम करने के लिए सेवकों ने सहमत जताई है तथा उनकी ओर से कोई बाधा उत्पन्न नहीं जाएगी।
बुधवार, 30 जून 2021
मोहंती को अरब अमीरात का ‘गोल्डन वीजा’ मिला
सोमवार, 28 जून 2021
सक्षम 'अग्नि प्राइम’ मिसाइल का सफल परीक्षण किया
भुवनेश्वर। भारत ने अपनी आधुनिक परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम ‘अग्नि प्राइम’ मिसाइल का ओडिशा के तट पर स्थित सैन्य अड्डे से सोमवार को सफल प्रायोगिक परीक्षण किया। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। इसने बताया कि सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल की मारक क्षमता 1000 से 2000 किलोमीटर की है। डीआरडीओ के एक सूत्र ने बताया कि चिकनी सतह वाली यह मिसाइल अग्नि श्रृंखला का उन्नत स्वरूप है। जिसका ओडिशा के अब्दुल कलाम द्वीप से सुबह 10 बजकर 55 मिनट पर चल प्रक्षेपक से प्रायोगिक परीक्षण किया गया।
तटीय हिस्से पर लगे परिष्कृत ‘ट्रैकिंग रडार’ और टेलीमेटरी के जरिए इसके प्रक्षेप पथ की निगरानी की गई। बयान में बताया गया कि परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम मिसाइल को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है। यह उच्च स्तर की सटीकता के साथ मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा करती है।
गुरुवार, 17 जून 2021
लॉकडाउन को 1 जुलाई तक बढ़ाने का फैसला किया
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने बुधवार को कोविड-19 की वजह से लागू आंशिक लॉकडाउन की अवधि एक जुलाई तक बढ़ाने का फैसला किया। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसके साथ ही राज्य को संक्रमण के मामलों की संख्या के आधार पर दो श्रेणियों में विभाजित किया गया है। मुख्य सचिव एससी महापात्रा ने बताया कि पूर्व में लागू पांबदियां अब एक जुलाई सुबह पांच बजे तक जारी रहेंगी। उन्होंने बताया कि शनिवार और रविवार को सप्ताहांत लॉकडाउन भी इस महीने के अंत तक पूरे राज्य में लागू रहेगा। अधिकारी ने बताया कि राज्य के दक्षिण और पश्चिमी हिस्सों के 17 जिलों को ‘ए’ श्रेणी में रखा गया है और इन जिलों में संक्रमण दर पांच प्रतिशत या इससे कम है जबकि तटीय क्षेत्र के अन्य 13 जिलों को ‘बी’श्रेणी में रखा गया है।
उन्होंने बताया कि ‘ए’ श्रेणी में सुंदरगढ़, झारसुगुडा, बारगढ़, संबलपुर, कालाहांडी, बोलंगीर, गंजम, कंधमाल और कोरापुट आदि जिलों को रखा गया है और यहां पर आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को सुबह छह बजे से शाम के पांच बजे तक खोलने की अनुमति होगी। उन्होंने कहा कि ‘बी’ श्रेणी के जिलों में ऐसी दुकानें सुबह छह बजे से दोपहर एक बजे तक ही खोली जा सकेंगी। इस श्रेणी में खुर्दा, पुरी,कटक, केंद्रपाड़ा, धेंकनाल, बालासोर और मयूरभंज आदि जिलों को रखा गया है।महापात्रा ने कहा कि राज्य सरकार ने मिठाई की दुकानों को इस शर्त पर खोलने की अनुमति दी है कि वे सामान का पार्सल देंगे। वहीं ‘ए’ श्रेणी के जिलों में रेहड़ी-पटरी की दुकानों को भी ‘सामान खरीदों और जाओ’ के नियम के आधार पर खोलने की अनुमति दी गई है।
मुख्य सचिव ने कहा कि सुबह छह बजे से नौ बजे तक लोगों को टहलने की अनुमति होगी। लेकिन पार्क एक जुलाई तक बंद रहेंगे। उन्होंने बताया कि आवश्यक सेवाओं, औद्योगिक और निर्माण गतिविधियों, मालवाहक वाहनों को परिचालन की अनुमति होगी लेकिन सार्वजनिक बस सेवा उपलब्ध नहीं होगी। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन को कोविड-19 के मामले बढ़ने पर और पाबंदी लगाने का अधिकार होगा। महापात्रा ने बताया कि छत्तीसगढ़ और झारखंड से लगती राज्य की सीमा खोल दी गई है। यह फैसला पड़ोसी राज्यों में कोविड-19 के कम होते मामलों के मद्देनजर लिया गया है। लेकिन पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश की सीमा पर पाबंदी पूर्व की तरह लागू रहेगी।
शुक्रवार, 28 मई 2021
चक्रवात ‘यास’ से हुए नुकसान की समीक्षा की: पीएम
भुवनेश्वर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को भुवनेश्वर पहुंचे और यहां एक बैठक में चक्रवात ‘यास’ से राज्य के विभिन्न इलाकों में हुए नुकसान की समीक्षा की। राज्यपाल गणेशी लाल, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय मंत्रियों धर्मेंद्र प्रधान और प्रताप सारंगी ने बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। ज्ञात हो कि चक्रवात यास से जुड़ी घटनाओं में अब तक चार लोगों की मौत हो गयी जबकि इसके कारण ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड में 21 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। चक्रवात के कारण ओडिशा में तीन लोगों और पश्चिम बंगाल में एक व्यक्ति की मौत हो गयी।
पश्चिम बंगाल सरकार ने दावा किया है कि इस प्राकृतिक आपदा के कारण कम से कम एक करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। ‘ताउते’ के बाद एक सप्ताह के भीतर देश के तटों से टकराने वाला ‘यास’ दूसरा चक्रवाती तूफान है। प्रधानमंत्री ओडिशा के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण भी करेंगे। इसके बाद वह पश्चिम बंगाल के चक्रवात प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे और वहां भी एक समीक्षा बैठक करेंगे। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को उत्तर 24 परगना जिले में चक्रवात प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि मुख्य सचिव अलापन बंदोपाध्याय के साथ मुख्यमंत्री ने हिंगलगंज, हसनाबाद, संदेशखली, पिनाखा और जिले के अन्य इलाकों में चक्रवात के बाद की स्थिति का जायजा लिया। ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने देखा है कि अधिकतर क्षेत्र जलमग्न हैं। मकान और खेतों के बड़े भू-भाग जलमग्न हैं। इस संबंध में फील्ड सर्वेक्षण भी किया जायेगा। उन्होंने जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों और खंड विकास पदाधिकारियों के साथ प्रशासनिक बैठक भी की। पूर्वी मेदिनीपुर, दक्षिण एवं उत्तर 24 परगना जिलों में कई इलाके चक्रवात ‘यास’ से प्रभावित हैं। चक्रवात ‘यास’ बुधवार सुबह पड़ोसी ओडिशा के तट से टकराया था। इसके चलते इन जिलों में कई जगहों पर भारी बारिश हुई और तेज चक्रवाती तूफान आये। बनर्जी बाद में दक्षिण 24 परगना जिले के चक्रवात प्रभावित इलाकों और पूर्वी मेदिनीपुर में नतटीय शहर दीघा का भी दौरा करेंगी।
बुधवार, 26 मई 2021
'यास' ओडिशा के निकट पहुंचा, हलचल हुईं तेज
बालासोर। ओडशा के भद्रक जिले में धामरा बंदरगार के निकट गंभीर चक्रवाती तूफान ‘यास’ के पहुंचने की प्रक्रिया बुधवार सुबह नौ बजे शुरू हो गई। एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवात बालासोर से करीब 50 किलोमीटर दूर तट पर बहनागा ब्लॉक के निकट धामरा के उत्तर और बहनागा के दक्षिण में पहुंचा। ‘डॉपलर’ रडार डेटा के अनुसार, इस दौरान 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पी के जेना ने बताया कि चक्रवात के पहुंचने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और इस प्रक्रिया को पूरा होने में तीन से चार घंटे का समय लगेगा। बालासोर और भद्रक जिले इससे सबसे अधिक प्रभावित होंगे। उन्होंने बताया कि करीब 5.80 लाख लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाया गया है।
मौसम विभाग ने पहले कहा था कि चक्रवात के दौरान हवा की गति 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटा रहने और इसके बढ़कर 185 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचने की संभावना है। जेना ने कहा कि चक्रवात अनुमानित समय से कुछ घंटों की देरी से पहुंचा क्योंकि इसकी रफ्तार 15-16 किलोमीटर प्रति घंटे से कम होकर 12 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई। उन्होंने बताया कि देर रात दो बजे के बाद चक्रवात की तीव्रता और नहीं बढ़ी। जेना ने कहा कि तीव्रता में कमी आने के कारण चक्रवात के पहुंचने के दौरान 165 किलोमीटर प्रति घंटे के बजाय 130 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। उन्होंने बताया कि इस दौरान कुछ जगह पेड़ उखड़ गए, लेकिन कोई बड़ी घटना नहीं हुई। कोलकाता में अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल में पूर्वी मिदनापुर और दक्षिण 24 परगना के तटीय इलाकों में चक्रवात के कारण पानी भर गया और नदियों में जलस्तर बढ़ गया।
पूर्वी मिदनापुर के दीघा में 90 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चलीं, जबकि दक्षिण 24 परगना के फ्रेसरगंज में 68 किलोमीटर और कोलकाता में 62 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। दक्षिण बंगाल में भी मंगलवार रात के बाद से काफी बारिश हुई है। मौसम विभाग ने चक्रवात के दस्तक देने के दौरान पूर्वी मिदनापुर के निचले तटीय इलाकों में समुद्र में दो से चार मीटर और दक्षिण 24 परगना में दो मीटर ऊंची लहरें उठने का अनुमान जताया था। भुवनेश्वर में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने बताया कि ओडिशा के अधिकतर हिस्सों में बारिश हुई। राज्य में पिछले 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश भद्रक जिले के चांदबाली (273 मिमी) में हुई। इससे बाद पारादीप (197 मिमी), बालासोर (51 मिमी) और भुवनेश्वर (49 मिमी) में बारिश हुई।
रविवार, 2 मई 2021
सरकार ने 14 दिनों के पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की
शनिवार, 13 मार्च 2021
भाजपा विधायक ने सदन में सैनिटाइजर पी लिया
शनिवार, 13 फ़रवरी 2021
1800 किलो गांजा जब्त, 3.5 करोड़ है कीमत
सोमवार, 1 फ़रवरी 2021
ओडिशा में पलटी पिकअप, 10 की मौत 15 घायल
इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके
इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके अखिलेश पांडेय जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...
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महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
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55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...
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वर्षा: पानी में डूबी दिल्ली, बाढ़ के हालात बनें इकबाल अंसारी नई दिल्ली। इन दिनों उत्तर भारत में हो रही भारी बारिश ने कहर बर...