दिसपुर। कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी असम में होने वाले चुनावी रण के मद्देनजर 1 व 2 मार्च असम में रहेंगी और कई कार्यक्रमों को संबोधित करेंगी। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा 1 व 2 मार्च को असम का दौरा करेंगी। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर वे असम में जनता को सम्बोधित करेंगी। 1 मार्च को वे सुबह 8.30 बजे गुवाहटी के कामाख्या मंदिर में पहुंचेंगी, जहां कांग्रेसियों द्वारा उनका स्वागत किया जायेगा। पूर्वाह्न 11 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। इसके बाद वे उत्तर लखीमपुर जिले के सोनारी पंचायत में जायेंगीगांव
रविवार, 28 फ़रवरी 2021
शनिवार, 6 फ़रवरी 2021
मैनेजमेंट के लिये अटल सहित 11 नेता रवाना
दिसपुर। असम के पर्यवेक्षक एवँ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निदेशानुसार छत्तीसगढ़ के 12 कांग्रेस नेताओं को असम विधानसभा चुनाव में बूथ मैनेजमेंट,एवँ जोन ,सेक्टर के प्रशिक्षण के लिए ,आज सुबह रायपुर विमानतल से दिल्ली से गुवाहाटी के लिए रवाना हुए,जिसमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव भी शामिल है। बताते चले कि अटल श्रीवास्तव को संघठन में कार्य करने का अच्छा खासा अनुभव रहा है। अभी हाल ही में बिलासपुर नगर निगम में कांग्रेस के निर्विरोध महापौर बनाये जाने में एवँ बिलासपुर, मुंगेली जिला पंचायत में कांग्रेस समर्पित अध्यक्ष बनाये जाने में उनकी विशेष भूमिका रही। कांग्रेस के विपक्ष में रहते हुए भी उन्होंने प्रदेश के महामंत्री का दायित्व संभालते हुए,पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी एवँ तत्कलीन प्रदेश अध्यक्ष एवँ वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अनेक बढ़ी सभाओ एवँ कार्यक्रम का सफल संचालन किया था। इन्ही सब अनुभवों को देखते हुए अटल श्रीवास्तव को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए बूथ मैनेजमेंट टीम का सदस्य बना के असम भेजा गया है। 12 सदस्यीय टीम में प्रमुख रूप से मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा,संसदीय सलाहकार राजेश तिवारी,पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी सहित अन्य नेता भी शामिल है।
रविवार, 24 जनवरी 2021
बोडो समझौते उग्रवाद के अंत का प्रारंभ: गृहमंत्री
सोमवार, 28 दिसंबर 2020
असम में होगें मदद से चलने वाले मदरसे बंद
दिसपुर। असम सरकार ने एक अप्रैल 2021 से राज्य में सभी सरकारी मदरसों को बंद करने और उन्हें स्कूलों में बदलने संबंधी एक विधेयक सोमवार को विधानसभा में पेश किया। राज्य में विपक्ष की आपत्ति के बावजूद शिक्षा मंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने विधानसभा के तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र के पहले दिन असम निरसन विधेयक, 2020 को पेश किया। विधेयक में दो मौजूदा कानूनों असम मदरसा शिक्षा (प्रांतीयकरण) कानून, 1995 और असम मदरसा शिक्षा (कर्मचारियों की सेवा का प्रांतीयकरण और मदरसा शिक्षण संस्थानों का पुनर्गठन) कानून, 2018 को निरस्त करने का प्रस्ताव दिया गया है। शर्मा ने कहा, ‘विधेयक निजी मदरसे पर नियंत्रण और उनको बंद करने के लिए नहीं है। उन्होंने कहा कि विधेयक के ‘लक्ष्यों और उद्देश्यों के बयान’ में ‘निजी’ शब्द गलती से शामिल हो गया। उन्होंने कहा कि सभी मदरसे उच्च प्राथमिक, उच्च और माध्यमिक स्कूलों में बदले जाएंगे और शिक्षक तथा गैर शिक्षण कर्मचारियों के वेतन, भत्ते और सेवा शर्तों में कोई बदलाव नहीं होगा। मंत्री ने पूर्व में कहा था कि असम में सरकार संचालित 610 मदरसे हैं।
रविवार, 27 दिसंबर 2020
गृह मंत्री ने कामाख्या मंदिर में की पूजा-अर्चना
'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा
'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा संदीप मिश्र शाहजहांपुर। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि मौजूदा...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
-
55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...
-
वर्षा: पानी में डूबी दिल्ली, बाढ़ के हालात बनें इकबाल अंसारी नई दिल्ली। इन दिनों उत्तर भारत में हो रही भारी बारिश ने कहर बर...