गुरुवार, 17 अक्तूबर 2019

15 साल पुराने खूनी खेल का पर्दाफाश

तिरुअनंतपुरम। केरल में एक ही परिवार के कई लोगों की 17 साल की अवधि में हत्‍या (Murder) का मामला सामने आया था। अब मल्‍टीपल मर्डर केस (Multiple Murder Case) की मुख्‍य आरोपी (Main Accused) शिकायतकर्ता पर मामला वापस लेने का दबाव डाल रही है। हत्‍याकांड में पीड़ित रॉय थॉमस के भाई रोजो जोसेफ ने बताया कि रॉय की पूर्व पत्‍नी और मामले में मुख्‍य आरोपी जॉली जोसेफ शक के आधार पर उसके खिलाफ की गई शिकायत वापस लेने पर जोर दे रही है। हाल में जॉली और एमएस मैथ्‍यू को रॉय की हत्‍या करने के शक में गिरफ्तार कर लिया गया है।


मामले की जांच खत्‍म होने के थी करीब, जॉली ने रख दी शर्त
अमेरिका (US) से हाल में केरल (Kerala) लौटे रोजो ने जॉली के खिलाफ अवैध तरीके से उसके पिता की संपत्ति कब्‍जाने के लिए फर्जी दस्‍तावेजों (Forged Documents) का इस्‍तेमाल करने का सिविल केस (Civil Case) दर्ज कराया थाा। यह संपत्ति जॉली के ससुर (Father-in-Law) और रोजो के पिता टॉम थॉमस पुन्‍नमत्‍तम के नाम पर है। रोजो ने बताया कि जब मामले की जांच खत्‍म होने के करीब थी तब जॉली ने इसे सही मुकाम तक पहुंचाने के लिए एक शर्त रखी। उसने कहा कि बाकी शिकायतें वापस लेने पर ही वह मदद करेगी। मैं इस पर सहमत नहीं हुआ। मैं संपत्ति विवाद से जुड़े मामले (Property Dispute Case) को बिलकुल अलग मामले के तौर पर ले रहा हूं।


केरल पुलिस ने नौ घंटे तक रोजो जोसेफ का बयान दर्ज किया
रोजो ने कहा कि जब उन्‍हें कुछ अन्‍य लोगों की मौत को लेकर जॉली के विरोधाभासी बयानों (Contradictory Statements) पर संदेह हुआ तो उन्‍होंने एक अलग शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मंगलवार को करीब नौ घंटे तक रोजो का बयान (Statement) दर्ज किया। रोजो का बयान पूरा नहीं होने के कारण बुधवार को भी दर्ज किया जाएगाा। बयान दर्ज कराने के लिए रोजो अपनी बहन रेंजी थॉमस के साथ थाने पहुंचे थे। रोजो ने बताया कि हमने पुलिस को कोई नया दस्‍तावेज नहीं दिया है। मामले की जांच पहले से मौजूद तथ्‍यों पर की गई है। जांच के दौरान हमारे ज्‍यादातर संदेह यकीन में बदले हैं। हमने इतनी बड़ी साजिश की कल्‍पना नहीं की थी।


नौ साल के अंतराल में की गई माता-पिता और भाई की हत्‍या
रोजो ने कहा कि मामले की जांच सही दिशा में जा रही है। हत्‍याकांड में रोजो की मां अन्‍नम्‍मा का 2002 और पिता टॉम का 2008 में मर्डर किया गया थाा। इसके बाद 2011 में रोजो के भाई की हत्‍या कर दी गई थी। रोजो ने कहा कि मृतकों और उनके परिजनों को न्‍याय मिलना चाहिए। इनके अलावा रॉय और रोजो के चाचा मैथ्‍यु की फरवरी 2014, चचेरे भाई शाजू जकारिया की पत्‍नी सिली शाजू की जनवरी 2016 और उनकी दो साल की बेटी अल्‍पाइन शाजू की हत्‍या मई 2014 में की गई। पुलिस इन सभी मामलों की जांच कर रही है। ये सभी हत्‍याएं 17 साल की अवधि में खाने में जहर मिलाकर (Poison-laden food) देकर की गईंं।


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