रविवार, 19 मार्च 2023

'आरबीआई' के डिप्टी गवर्नर पद के लिए आवेदन मांगे

'आरबीआई' के डिप्टी गवर्नर पद के लिए आवेदन मांगे

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर पद के लिए आवेदन मांगे हैं। नये डिप्टी गवर्नर एमके जैन का स्थान लेंगे जिनका बढ़ाया गया कार्यकाल जून में पूरा हो रहा है। एक सार्वजनिक अधिसूचना के अनुसार, आवदेक को बैंकिंग और वित्तीय बाजार संचालन में कम से कम 15 साल का अनुभव होना चाहिए। इससे संकेत मिलते हैं कि निजी क्षेत्र के उम्मीदवारों पर भी विचार किया जाएगा। पारंपरिक तौर पर, चार में से एक उप गवर्नर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकिंग उद्योग से है। अगर सरकार किसी को निजी क्षेत्र से चुनती है तो यह आरबीआई के इतिहास में पहली बार होगा।

सार्वजनिक क्षेत्र के वरिष्ठ बैंक अधिकारी जैन को उप गवर्नर के तौर पर 2018 में शुरु में तीन साल के लिए चुना गया था और 2021 में उनका कार्यकाल दो साल के लिए बढ़ा दिया गया था। केंद्रीय बैंक में चार उप गवर्नर हैं, जिनमें दो रैंक के अनुसार, एक वाणिज्यिक बैंक अधिकारी और अर्थशास्त्री होता है जो मौद्रिक नीति विभाग की अध्यक्षता करता है।अधिसूचना में कहा गया, “वित्तीय क्षेत्र नियामक नियुक्ति खोज समिति (एफएसआरएएससी) योग्यता के आधार पर पद के लिए आवेदन नहीं करने वाले किसी अन्य व्यक्ति की भी पहचान करने और उसकी सिफारिश करने के लिए स्वतंत्र है। समिति उत्कृष्ट उम्मीदवारों के संबंध में पात्रता और योग्यता/अनुभव मानदंड में छूट की भी सिफारिश कर सकती है।”

नोटिस के अनुसार, आवेदकों के पास पूर्णकालिक निदेशक या बोर्ड के सदस्य के रूप में व्यापक अनुभव होना चाहिए और वित्तीय क्षेत्र में पर्यवेक्षण और अनुपालन की बहुत वरिष्ठ स्तर पर समझ होनी चाहिए। अधिसूचना के अनुसार, आवेदन की अंतिम तिथि 10 अप्रैल है। आवेदक की आयु 22 जून, 2023 को 60 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। नियुक्ति तीन साल के लिए होगी। इस पद पर नियुक्ति होने पर वेतन 2.25 लाख रुपये (लेवल-17) प्रति महीना होगा।

दिल्ली पुलिस के नोटिस का प्रारंभिक जवाब भेजा

दिल्ली पुलिस के नोटिस का प्रारंभिक जवाब भेजा

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान ‘‘महिलाओं के यौन उत्पीड़न’’ से जुड़े अपने बयान के संबंध में दिल्ली पुलिस के नोटिस का रविवार को प्रारंभिक जवाब भेजा और 45 दिन की देरी के बाद अचानक की गई कार्रवाई पर सवाल उठाया। सूत्रों ने बताया कि पिछले पांच दिन में पुलिस के तीसरी बार राहुल गांधी के आवास पर पहुंचने के कुछ घंटे बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने चार पन्नों के अपने जवाब में 10 बिंदुओं का उल्लेख किया है। साथ ही कांग्रेस नेता की 30 जनवरी की टिप्पणी को लेकर दिल्ली पुलिस के नोटिस का विस्तृत जवाब देने के लिए 8-10 दिनों का समय मांगा है।

दिल्ली पुलिस ‘‘महिलाओं के यौन उत्पीड़न’’ के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान की गई टिप्पणी को लेकर उन्हें जारी नोटिस के सिलसिले में रविवार को यहां उनके आवास पहुंची। अधिकारियों ने बताया कि विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा के नेतृत्व में पुलिस दल सुबह करीब 10 बजे राहुल के 12, तुगलक लेन स्थित आवास पर पहुंचा और करीब दो घंटे बाद गांधी से मिल सका।

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस बल अपराह्न करीब एक बजे वापस लौट गया। दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया पोस्ट का संज्ञान लेते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को एक प्रश्नावली भेजी थी और उनसे “यौन उत्पीड़न की शिकायत को लेकर संपर्क करने वाली महिलाओं के बारे में विवरण देने” को कहा था। पुलिस के मुताबिक, राहुल ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के श्रीनगर चरण के दौरान बयान दिया था, “मैंने सुना है कि महिलाओं का अब भी यौन उत्पीड़न हो रहा है।”

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने कांग्रेस नेता से इन पीड़ितों का विवरण देने को कहा था, ताकि उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जा सके। सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी ने लगभग चार बजे प्रारंभिक जवाब भेजते हुए पुलिस कार्रवाई को ‘‘अभूतपूर्व’’ करार दिया और पूछा कि क्या अडाणी मुद्दे पर संसद के अंदर और बाहर उनके रुख से इस कार्रवाई का कोई संबंध है ? सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी ने अपने जवाब में श्रीनगर में उनकी टिप्पणी के 45 दिन के अंतराल के बाद पुलिस के ‘‘अचानक सक्रिय’’ होने पर भी सवाल खड़ा किया है। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यह भी पूछा है कि क्या राजनीतिक अभियानों को लेकर सत्तारूढ़ दल सहित किसी अन्य राजनीतिक दल की इस तरह के मामले में जांच की गई है या उनसे पूछताछ हुई है।

वैज्ञानिक मोलिना की 80वीं जयंती मना रहा है 'गूगल'

वैज्ञानिक मोलिना की 80वीं जयंती मना रहा है 'गूगल'

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। गूगल, नोबेल पुरस्कार विजेता रसायनज्ञ और पर्यावरण वैज्ञानिक मारियो मोलिना की 80वीं जयंती मना रहा है। कंपनी ने मैक्सिकन वैज्ञानिक की जयंती को चिन्हित किया, जिन्होंने अपने गगल डूडल के साथ पृथ्वी की सुरक्षात्मक ओजोन परत को बचाने के लिए सरकारों को एक साथ आने के लिए राजी करने का बीड़ा उठाया। आइए जानते हैं कि वैज्ञानिक मारियो मोलिना कौन हैं ?

1995 में मिला था रसायन विज्ञान के लिए नोबेल

डॉ. मारियो मोलिना ने क्लोरोफ्लोरोकार्बन गैसों या सीएफसी से पृथ्वी की ओजोन परत के लिए खतरे की खोज में अपनी भूमिका के लिए 1995 में रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार जीता था। साल 1995 में उन्हें रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

कौन हैं डॉ. मारियो मोलिना ? 

डॉ. मोलिना का जन्म मेक्सिको सिटी में 19 मार्च, 1943 को हुआ था। वो विज्ञान के प्रति बचपन से ही काफी जुनूनी थे। इसका अनुमान उसी से लगाया जा सकता है जब उन्होंने बचपन में अपने बाथरूम को ही एक अस्थायी प्रयोगशाला में बदल दिया था। इतना ही नहीं, अपने खिलौना माइक्रोस्कोप्स के जरिए वो छोटे-छोटे जीवों को सरकते हुए देखकर खुश हुआ करते थे। बचपन से ही इन्हें इस तरह के कामों में रूची आया करती थी।

पढ़ाई के बाद चले गए अमेरिका 

पढ़ाई की बात करें तो डॉ. मोलिना ने नेशनल ऑटोनॉमस यूनिवर्सिटी ऑफ़ मैक्सिको से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री और जर्मनी के फ़्रीबर्ग विश्वविद्यालय से उन्नत डिग्री हासिल की। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, वो कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले और बाद में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में पोस्टडॉक्टोरल शोध करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए।

1970 के दशक की शुरुआत में, डॉ. मोलिना ने शोध करना शुरू किया कि सिंथेटिक रसायन पृथ्वी के वायुमंडल को कैसे प्रभावित करते हैं। वो सबसे पहले ये पता लगाने वालों में से एक थे कि क्लोरोफ्लोरोकार्बन (एयर कंडीशनर, एयरोसोल स्प्रे और अन्य में पाया जाने वाला एक रसायन) ओजोन को तोड़ रहे थे और पराबैंगनी विकिरण को पृथ्वी की सतह तक पहुंचा रहे थे।

डॉ. मोलिना को उनकी महत्वपूर्ण वैज्ञानिक खोजों के लिए याद किया जाता है, जिसके लिए ग्रह की ओजोन परत अगले कुछ दशकों में पूरी तरह से ठीक होने के रास्ते पर है। मेक्सिको में एक प्रमुख रिसर्च इंस्टीट्यूट्ड है, जिसका नाम मारियो मोलिना सेंटर है, जो अधिक टिकाऊ दुनिया बनाने के लिए अपना काम जारी रखता है।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-157, (वर्ष-06)

2. सोमवार, मार्च 20, 2023

3. शक-1944, चैत्र, कृष्ण-पक्ष, तिथि-चतुर्दशी, विक्रमी सवंत-2079‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:40, सूर्यास्त: 06:23। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 15 डी.सै., अधिकतम- 24+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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(सर्वाधिकार सुरक्षित)

शनिवार, 18 मार्च 2023

डीएम व अधीक्षक ने आमजन की शिकायतों को सुना

डीएम व अधीक्षक ने आमजन की शिकायतों को सुना


तहसील सिराथू में डीएम एसपी सुनी जनशिकायतें

शिकायतों के निस्तारण में गुणवत्ता अवश्य सुनिश्चित करने के निर्देश

कौशाम्बी। जिलाधिकारी सुजीत कुमार एवं पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने तहसील सिराथू में आमजन की शिकायतों को सुना एवं सम्बन्धित अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण व समयान्तर्गत निस्तारित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने राजस्व से सम्बन्धित शिकायतों पर राजस्व एवं पुलिस की संयुक्त टीम को मौके पर जाकर शिकायत को निस्तारित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा, कि तहसील दिवस में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण समयान्तर्गत सुनिश्चित किया जाएं तथा आई.जी.आर.एस. के तहत प्राप्त शिकायतों को डिफाल्टर होने से पूर्व ही निस्तारित किया जाएं एवं शिकायतों के निस्तारण में गुणवत्ता अवश्य सुनिश्चित किया जाएं।

सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 80 शिकायतें प्राप्त हुई, जिसमें से 07 शिकायतों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। समाधान दिवस में शिकायतकर्ता श्री अर्जुन, निवासी ग्राम-बिदनपुर द्वारा प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया गया कि विपक्षी द्वारा उनकी भूमि पर जबरन कब्जा किया जा रहा है। जिस पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी को जॉच कराकर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार शिकायतकर्ता अनिल कुमार निवासी ग्राम-बिदनपुर, ककोढ़ा द्वारा प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया गया कि वरासत में नाम गलत दर्ज है, जिस पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी सिराथू को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

इसी प्रकार तहसील मंझनपुर में कुल 24 शिकायत प्राप्त हुई, जिनमें से 03 का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया तथा तहसील चायल में कुल 21 शिकायत प्राप्त हुई। जिनमें से 02 शिकायत का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ. रवि किशोर त्रिवेदी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुष्पेन्द्र कुमार, उप जिलाधिकारी राहुल देव भट्ट एवं क्षेत्राधिकारी डॉ. कृष्ण गोपाल सिंह सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।

गणेश साहू

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में 100वीं बार दर्शन: योगी 

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में 100वीं बार दर्शन: योगी 

संदीप मिश्र 

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार सुबह श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में 100वीं बार दर्शन करने वाले पहले सीएम भी बन गए हैं। 2017 में प्रदेश की सत्ता संभालने वाले योगी आदित्यनाथ जब भी काशी आते हैं, अमूमन हर बार बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाज़िरी जरूर लगाते हैं। सीएम योगी मंदिर में षोडषोपचार विधि से दर्शन पूजन कर लोक कल्याण की कामना करते हैं। वर्ष 2017 से अभी तक अपने पहले और दूसरे कार्यकाल में सीएम योगी आदित्यनाथ 100 बार बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने वाले पहले मुख्यमंत्री बन गये हैं। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को 113वीं बार वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर आए। दौरे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ने श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन पूजन किया है, जिसने नया कीर्तिमान बनाया है। 

योगी आदित्यनाथ महीने में एक बार या कभी-कभी दो बार काशी की यात्रा जरूर करते हैं। अपने हर दौरे में मुख्यमंत्री विकास कार्यो की समीक्षा और स्थलीय निरीक्षण करते हैं। जिसका परिणाम वाराणसी के चतुर्दिक विकास के रूप में दिखता है। वहीं 6 साल के हिसाब से देखें तो सीएम योगी औसतन हर 21 दिन पर काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करने पहुंचते हैं। योगी आदित्यनाथ अपने पहले और दूसरे कार्यकाल के 72 महीनों में करीब 100 बार बाबा विश्वनाथ के धाम पहुंचने वाले पहले सीएम बन गये  हैं। पहली बार उत्तर प्रदेश की कमान संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ 2017 से मार्च 2022 तक कुल 74 बार भगवान विशेश्वर से आशीर्वाद लेने पहुंचे थे।

श्री काशी विश्वनाथ के अर्चक डॉ नीरज कुमार पांडेय बताते हैं ये उनकी सनातन धर्म के प्रति और बाबा विश्वनाथ के प्रति अगाध श्रद्धा को दर्शाता है। सीएम योगी आदित्यनाथ षोडषोपचार पूजन एवं रूद्र सूक्त से विश्वनाथ जी का अभिषेक करते हैं। साथ ही विश्व के नाथ बाबा विश्वनाथ से लोक कल्याण, देश और प्रदेश के सर्व कल्याण के लिए कामना करते हैं। बता दें कि बीते साल 9 सितंबर को मुख्यमंत्री ने जब वाराणसी का 100वां दौरा किया था तब उन्होंने 88वीं बार श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन पूजन किया था। इसके बाद से लेकर 18 मार्च तक मुख्यमंत्री ने 12 बार बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई।

कब-कब दर्शन के लिए गए सीएम योगी, जानें...

वर्ष 2022, 9 सितंबर तक 88 बार 

वर्ष 2022, 1 अक्टूबर को 89वीं बार 

वर्ष 2022, 14 अक्टूबर को 90वीं बार

वर्ष 2022, 6 नवंबर को 91वीं बार

वर्ष 2022, 11 नवंबर को 92वीं बार 

वर्ष 2022, 11 दिसंबर को 93वीं बार 

वर्ष 2023, 8 जनवरी को 94वीं बार 

वर्ष 2023, 12 जनवरी को 95वीं बार 

वर्ष 2023, 19 जनवरी को 96वीं बार 

वर्ष 2023, 20 जनवरी को 97वीं  बार 

वर्ष 2023, 4 फ़रवरी को 98वीं बार 

वर्ष 2023, 13 फ़रवरी को 99वीं बार 

वर्ष 2023, 18 मार्च को 100वीं बार

बतौर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में 100 बार दर्शन पूजन कर इतिहास तो रचा ही है, इसके अलावा वे काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव के दरबार में 100 बार हाजिरी लगाने वाले मुख्यमंत्री भी बन गये हैं। मुख्यमंत्री ने शनिवार को सुबह बाबा काल भैरव मंदिर में विधि-विधान से दर्शन पूजन और आरती की। इस दौरान मंदिर के बाहर डमरू बजा रहे एक बालक को देख मुख्यमंत्री ने रुककर प्यार से उसका नाम पूछा और उससे उसकी पढ़ाई को लेकर जानकारी ली। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार सुबह सर्किट हाउस का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मुख्य रूप से नवनिर्मित भवन का निरीक्षण किया। सीएम योगी ने इससे पहले शुक्रवार शाम को वाराणसी पहुंचने के बाद विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को तमाम दिशा-निर्देश दिए। सीएम ने करखियांव स्थित इंटीग्रेटेड पैक हाउस, 34वीं वाहिनी पीएसी और रोहनिया थाने में बने बैरकों का निरीक्षण करते हुए अफसरों को दिशा-निर्देश दिये थे। वहीं शनिवार सुबह ही सीएम ने वाराणसी सर्किट हाउस के नवनिर्मित भवन का निरीक्षण किया।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...