रविवार, 20 नवंबर 2022

मारपीट के बाद पेशाब पिलाया, जूतों की माला पहनाई 

मारपीट के बाद पेशाब पिलाया, जूतों की माला पहनाई 

नरेश राघानी 

जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के पास हैवानियत भरी वारदात सामने आई है। दलित समाज के लोगों ने एक दंपति को बंधक बनाकर बेहरमी से मारपीट की। बाद में इस दंपति को जबरन पेशाब पिलाया और फिर जूतों की माला पहनाकर घूमाया। हैवानियत की हदें पार करने वाली यह घटना तीन महीने पहले की बताई जा रही है। लेकिन घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई। अब पीड़ित ने माधोराजपुरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

12 से ज्यादा लोगों ने की हैवानियत
टोंक जिले के मालपुरा निवासी दंपति इस वारदात के शिकार हुए हैं। युवक की शादी वर्ष 2006 में हुई थी। वर्ष 2015 में युवक और उसकी पत्नी से अनबन हो गई। इसके बाद वे अलग-अलग रहते हैं। पत्नी ने पति पर दहेज प्रताड़ना का मुकदमा कर रखा है। इसके बाद युवक ने दूसरा विवाह कर लिया। युवक का आरोप है कि गोपाल बागरिया, गोपाल की पत्नी कमला बागरिया, राजेन्द्र बागरिया, जगन्नाथ कालबेलिया और नौरती देवी सहित एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने दंपति के साथ बेरहमी से मारपीट की। मारपीट के बाद दोनों को जूतों की माला पहनाई गई और जबरन पेशाब पिलाया गया।

अवैध संबंधों के शक में जूतों की माला पहनाकर पिलाया पेशाब
युवक के साथ इस वारदात को अंजाम देने वाले उसकी पहली पत्नी के पीहर वाले लोग थे। हैवानियत करने वाले लोगों को यह संदेह था कि युवक का अपनी पहली पत्नी के भाई की पत्नी के साथ अवैध संबंध है। हालांकि उनके अवैध संबंधों की पुष्टि किसी ने नहीं की गई। केवल संदेह के आधार पर आरोपियों ने युवक और उसकी दूसरी पत्नी को बंधक बनाकर सुनसान स्थान पर ले गए। वहां दंपति के साथ मारपीट के बाद जूतों की माला पहनाई गई और पेशाल पिलाया गया।

पीड़ित ने हिम्मत करते मुकदमा दर्ज कराया
हैवानियत भरी यह घटना 22 मई की है। वारदात के बाद डर के मारे अंबालाल ने मुकदमा दर्ज नहीं कराया। अब उस घटना से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस हरकत में आई। पीड़ित पति ने हिम्मत करके माधोराजपुरा थाने में एक दर्जन से ज्यादा लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जयपुर ग्रामीण एसपी मनीष अग्रवाल ने बताया कि गोपाल बागरिया, कमला बागरिया, राजेन्द्र बागरिया, जगन्नाथ कालबेलिया और नौरती देवी को गिरफ्तार लिया है। जांच में अन्य आरोपियों के नाम पाए जाएंगे तो उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।

'भारत जोड़ो यात्रा' एक ''क्रांतिकारी क्षण’’ है: रमेश 

'भारत जोड़ो यात्रा' एक ''क्रांतिकारी क्षण’’ है: रमेश 

कविता गर्ग 

बुलढाना। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने रविवार को कहा कि 'भारत जोड़ो यात्रा' राष्ट्रीय राजनीति और पार्टी के लिए एक ‘‘क्रांतिकारी क्षण’’ है तथा इसे चुनावी सफलता में तब्दील करने में कुछ समय लगेगा। महाराष्ट्र में पदयात्रा के अंतिम दिन संवाददाताओं को संबोधित करते हुए रमेश ने दावा किया कि लोग एक विकल्प की तलाश कर रहे हैं तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से निजात पाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस एकमात्र विचारधारा है, जो भाजपा और आरएसएस का विकल्प प्रस्तुत करती है।

भारत जोड़ो यात्रा राष्ट्रीय राजनीति के लिए एक क्रांतिकारी क्षण है, एक कार्यक्रम नहीं।’’ रमेश ने कहा कि यात्रा की सफलता को चुनावी सफलता में तब्दील करने में कुछ वक्त लगेगा। उन्होंने कहा कि यात्रा महाराष्ट्र में 21 और 22 नवंबर को रुकी रहेगी और 23 नवंबर को मध्य प्रदेश की ओर बढ़ेगी। पार्टी ने इससे पहले कहा था कि यात्रा रविवार को मध्य प्रदेश की ओर बढ़ेगी और बुरहानपुर में रात्रि विश्राम करेगी। कांग्रेस के पहले के कार्यक्रम के मुताबिक, यात्रा को सोमवार को विश्राम दिया जाएगा। चुनाव प्रचार के लिए राहुल गांधी के सोमवार को गुजरात का दौरा करने का कार्यक्रम है।

रमेश ने यात्रा के लिए अत्यधिक अच्छी व्यवस्था करने को लेकर कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के नेतृत्व का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि पार्टी की प्रदेश इकाई यात्रा की सफलता के जरिये 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में सफल होने के लिए राज्य के सभी छह राजस्व संभागों में छह रैलियां आयोजित करेगी।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र कांग्रेस का गढ़ रहा है और यात्रा की सफलता पार्टी के चुनाव चिह्न ‘हाथ’ का राज्य में हर जगह नजर आना सुनिश्चित करेगी। रमेश ने कहा कि महिलाएं, युवक और किसान यात्रा के मुख्य भागीदार हैं। उन्होंने कहा, ‘‘दलित और ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) संगठनों के साथ अपनी बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि जाति आधारित जनगणना की तत्काल जरूरत है। ’’

उन्होंने दावा किया कि यात्रा ने एक प्रेरक संदेश दिया है और एक ‘नयी कांग्रेस’ उभर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी के आलोचकों की आवाज अब शांत हो गई है।’’ उन्होंने कहा कि संगठन में भविष्य में बदलाव यात्रा के अनुभवों के आधार पर किये जाएंगे। रमेश ने कहा कि यात्रा के दौरान आर्थिक विषमता, ध्रुवीकरण और राजनीतिक तानाशाही जैसे मुद्दों को उजागर किया गया। यात्रा के लिए महाराष्ट्र समन्वयक बालासाहेब थोराट ने कहा कि यात्रा के तहत राज्य में 380 किमी से अधिक की दूरी तय की गई है। उन्होंने कहा, ‘‘पदयात्रा के दौरान, लोगों के साथ राहुल गांधी की बातचीत स्मरणीय है।’’ 

सावरकर की आलोचना ने ऊर्जा पर पानी फेरा

सावरकर की आलोचना ने ऊर्जा पर पानी फेरा

कविता गर्ग 

मुंबई। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत ने रविवार को दावा किया कि राहुल गांधी द्वारा स्वतंत्रता सेनानी वी डी सावरकर की आलोचना ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के कारण पैदा हुई सकारात्मक ऊर्जा पर पानी फेर दिया। पार्टी के मुखपत्र सामना में अपने साप्ताहिक स्तंभ रोखठोक में राज्यसभा सदस्य राउत ने सवाल किया कि राहुल गांधी लोगों की भावनाओं को छूने वाले मुद्दे क्यों उठा रहे हैं और भाजपा को ध्यान भटकाने का मौका दे रहे हैं।

गौरतलब है कि राहुल ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान महाराष्ट्र में इस सप्ताह की शुरुआत में सावरकर पर टिप्पणी की थी, जिसे लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने दावा किया था कि सावरकर ने अंग्रेजों की मदद की थी और भय के चलते उन्हें माफीनामा लिखा था। धनशोधन के मामले में हाल में जमानत पर जेल से बाहर आए।

राउत ने कहा कि मैंने जेल में तीन महीने बिताए। कई स्वतंत्रता सेनानियों को मुंबई में आर्थर रोड जेल में बंद किया गया था। वहां एक स्मारक है। एक आम कैदी के रूप में, जेल में एक दिन भी बिताना मुश्किल है। सामना के कार्यकारी संपादक राउत ने कहा कि सावरकर ने अंडमान सेल्युलर जेल में 10 से अधिक साल बिताए और कई मुश्किलों का सामना किया।

ब्रिटिश शासन ने उन्हें धन शोधन के झूठे आरोपों पर गिरफ्तार नहीं किया था। उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र क्रांति की मशाल जलायी थी, इसलिए उन्हें अंडमान की जेल में रखा गया। उन्होंने कहा कि उम्रकैद की दो सजा का मतलब है कि जेल में 50 साल काटना। सावरकर के भाई नारायणराव को बिना शर्त रिहा कर दिया गया, जबकि सावरकर को शर्तों के साथ रिहा किया गया। इसे माफी नहीं कहा जा सकता।

राउत ने लेखक वाई डी फडके की किताब में एक उद्धरण का जिक्र किया, जिसमें कहा गया है कि सावरकर द्वारा लिखे पत्र का क्षमा याचना के रूप में गलत अर्थ निकाला गया। उन्होंने इसका जिक्र करते हुए कहा कि यह जेल से रिहा होने की रणनीति थी। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने भी 26 मई 1920 को ‘यंग इंडिया’ में लिखे अपने लेख के जरिए सावरकर और उनके भाई को रिहा करने की मांग की थी। 

राउत ने यह भी कहा कि अगर सावरकर ने जेल से रिहा होने के लिए ब्रिटिश शासन के खिलाफ हिंसक तरीके पर खेद भी जताया था तो इसे आत्मसमर्पण करना नहीं, बल्कि एक रणनीति समझा जाना चाहिए। शिवसेना के उद्धव ठाकरे खेमे के नेता ने कहा कि आज कई नेता डर से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष आत्मसमर्पण कर देते हैं, दल बदल लेते हैं और ईमानदारी गंवा देते हैं। सावरकर ने देश की आजादी के लिए 10 से अधिक वर्ष अंडमान जेल में बिताये। उन्होंने कहा कि सावरकर की आलोचना भारत जोड़ो यात्रा का एजेंडा नहीं था। 

राउत ने दावा किया कि सावरकर के खिलाफ बोलकर राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा से पैदा हुई सकारात्मक ऊर्जा और विश्वास पर पानी फेर दिया।उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने आठ साल तक सत्ता में रहने के बावजूद सावरकर को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित नहीं किया।

राउत ने कहा कि  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (भारत के प्रथम प्रधानमंत्री) जवाहरलाल नेहरू की छवि धूमिल करना बंद नहीं कर रहे हैं और राहुल गांधी भी सावरकर के साथ यही कर रहे हैं। यह देश के समक्ष एजेंडा नहीं है। इन परिस्थितियों में देश कैसे एकजुट हो सकता है।

अंबानी की बेटी ईशा ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया 

अंबानी की बेटी ईशा ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। देश के धनवान और बिजनेसमैन मुकेश अंबानी नाना बन गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनकी बेटी ईशा अंबानी ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया है। ईशा अंबानी की शादी उद्योगपति अजय और स्वाति पीरामल के बेटे आनंद पीरामल से हुई है। बताया जा रहा है कि जुड़वां बच्चों में एक लड़का दूसरी लड़की है। बेटी का नाम आदिया तो बेटा का कृष्णा रखा गया है।

एड़ी फटने का कारण, जानिए उपचार 

एड़ी फटने का कारण, जानिए उपचार 

सरस्वती उपाध्याय 

सर्दी के मौसम में हमें कई परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। उन्हीं में से एक ऐड़ी का फटना भी है। चाहें जितना भी ख्याल रख लें, एड़ियों को खूबसूरत बनाना मुश्किल हो जाता है। कड़ाके की ठंड का असर हमारी एड़ियों पर पड़ता है। कई बार हमारी एड़ी इतनी खराब हो जाती है की खून तक निकलने लगता है। आज हम आपको एड़ी फटने का कारण और उसके उपचार बताएंगे।

सर्दियों में एड़ी फटने का सबसे बड़ा कारण है सुर्ख-सर्द हवाएं। जो हमारी स्किन को एक दम ड्राई कर देती हैं। साथ ही ठंड के कारण हम लोग पानी पीना कम कर देते हैं, जिससे शरीर में नमी कम हो जाती है और हमारी स्किन रूखी होने लगती है। कई लोग अपनी स्किन की नमी को बरकरार रखने के लिए क्रीम या लोशन का इस्तेमाल करते हैं, पर कुछ लोग इसे अनदेखा कर देते हैं, जिससे हमारी स्किन खराब होने लगती है। गर्म पानी से नहाना भी स्किन ड्राई होने का एक कारण होता है।

ये भी हैं कारण
-हार्श साबुन से पैर धोना।
-एड़ियों को ज्यादा रब करना।
-डायबिटीज से भी फट जाती हैं एड़ी।
-Vitamin-E की कमी से भी फटती है एड़ी।

कैसे रख सकते हैं एड़ियां मुलायम
-एड़ी को नर्म रखने के लिए उसमें अच्छी क्रीम लगाएं. कोशिश करें की रात में क्रीम लगाकर।
-पुमिक स्टोन(एड़ी साफ करने का पत्थर) से एड़ियों को साफ करना चाहिए।
-ठंड में पैरों को बचाने के लिए मोजे पहन के रखना चाहिए।
-डाइट में हरी सब्जियां शामिल करे।
-खूब सारा पानी पिएं।

एड़ी को मुलायम बनाने के लिए कुछ टिप्स

  • पपीते के पल्प में थोड़ा लेमन जूस मिलाकर 20 मिनट के लिए एड़ी पर लगाएं। फिर एक तौलिए से पोंछ लें।
  • एक बाल्टी में गर्म पानी लें, उसमें एक कप शहद डाल लें। उसमें 20 मिनट के लिए पैरों को डूबा लें। इसके बाद एड़ी को स्क्रब करें।
  • एड़ियों को 15 मिनट तक जैतून के तेल से मसाज करें। इसके बाद मोजे पहन लें. एक घंटे तक ऐसा करने के बाद पैरों को गुनगुने पानी से धो लें।
  • पैरों को 20 मिनट गुनगुने पानी में डूबो लें। इसके बाद एक चम्मच वैसलीन और तीन चम्मच लेमन जूस मिलाकर एड़ियों पर लगा लें. इसके बाद मोजे पहन कर सो जाएं।

भारत जोड़ो यात्रा: आयोजन के पोस्टर फाड़े, हंगामा

भारत जोड़ो यात्रा: आयोजन के पोस्टर फाड़े, हंगामा

सत्यनारायण   

खंडवा। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो की उपयात्रा लेकर खंडवा पहुंचे भोपाल के विधायक आरिफ मसूद के स्वागत में शहर में लगाए गए पोस्टर फाड़ने का मामला सामने आया है। खंडवा के भगत सिंह चौक क्षेत्र में पोस्टर और फ्लैक्स को नुकसान पहुंचाए जाने की सूचना पर स्थानीय पार्षद, कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे।वहीं पुलिस ने भी मोर्चा संभाला।

कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इस तरह की हरकतों से भारत जोड़ो यात्रा पर तो कोई असर नहीं पड़ेगा। लेकिन, स्थानीय स्तर पर असामाजिक तत्व माहौल खराब करने का काम कर रहे हैं। इस पूरे मामले पर पुलिस जांच में जुटी हैं।बता दें शनिवार देरशाम आरिफ मसूद उपयात्रा लेकर खंडवा पहुंचे थे। और उनके स्वागत के लिए शहर में जगह-जगह पोस्टर बैनर लगाए गए थे। लेकिन देररात कुछ असामाजिक तत्वों ने इन पोस्टर फाड़ने और फ्लैक्स को नुकसान पहुंचाने का काम किया। अब पुलिस आसपास में लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी की तलाश में जुट गई है।

मिथिला में मैथिली विवाह के गीतों की गूंज प्रारंभ 

मिथिला में मैथिली विवाह के गीतों की गूंज प्रारंभ   

अविनाश श्रीवास्तव   

बेगूसराय। सांस्कृतिक विरासत, लोक कला और सनातन धर्म के प्रतीक मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की अर्धांगिनी सीता के मायके मिथिला में एक बार फिर हर घर में मैथिली विवाह गीत गूंजने लगे हैं। यह तैयारी की जा रही है अगहन शुक्ल पक्ष पंचमी के दिन होने वाले जानकी विवाह महोत्सव के लिए। इस वर्ष 28 नवम्बर को राम जानकी विवाह महोत्सव होगा। यह दिन भले ही सीता और राम के विवाह का हो, लेकिन मिथिला में लोग राम विवाह नहीं, जानकी विवाह महोत्सव मनाते हैं तथा पूरे देश में मिथिलांचल का ही दो जगह एक जनकपुर और दूसरा मिथिला का प्रवेश द्वार बेगूसराय का बीहट है, जहां की धूमधाम से विवाह महोत्सव मनाया जाता है।

दोनों जगह पर इस महोत्सव में शामिल होने के लिए ना केवल दूर-दूर से लोग आते हैं, बल्कि मिथिला के पाहुन श्रीराम और उनके भाई लक्ष्मण के स्वरूप भी अयोध्या से आते हैं।विवाह पंचमी को लेकर मिथिला के प्रवेश द्वार बीहट में स्थित विश्वनाथ मंदिर में तैयारी काफी काफी तेज हो गई है। 27 नवम्बर को देव आमंत्रण, मंडपाच्छादन, मटकोर प्रोशेसन, चुमावन एवं जागरण होगा। 28 नवम्बर की रात विवाह से पूर्व बारात झांकी निकाली जाएगी। 29 नवम्बर को पूरे विधि विधान के साथ रामकलेवा (ज्योनार) तथा 30 नवम्बर को चौठ-चौठारी के साथ चार दिवसीय महोत्सव का समापन होगा।

सबसे बड़ी बात है कि यहां ना सिर्फ विवाह का महोत्सव मनाया जाता है। बल्कि वैष्णव माधुर्य भक्ति के परिचायक विश्वनाथ मंदिर बीहट में बेटी की शादी की तरह मिथिला परंपरा के अनुसार सभी रस्म निभाए जाते हैं। अवध (अयोध्या) से आए श्री राम के स्वरूप दूल्हा से मिथिलांचल की बेटियां हास-परिहास करती है और विवाह की रस्म पूरा होने के बाद सम्मान के साथ उन्हें विदा किया जाता है। विवाह महोत्सव में राजा जनक की भूमिका निभाने वाले विश्वनाथ मंदिर के पीठासीन आचार्य राजकिशोर जी उपाध्याय ने बताया कि लोक उत्सव और लोक पर्व की जागृत परंपरा के वाहक मिथिला के हर घर में श्रीराम जानकी की पूजा होती है। विश्वनाथ मंदिर में प्रत्येक दिन रामार्चन के माध्यम रस्में निभाई जाती है।

सभी माह के शुक्ल तथा कृष्ण पक्ष की पंचमी को विवाह रस्म होता है। लेकिन प्रत्येक वर्ष अगहन शुक्ल पक्ष की पंचमी को श्रीजानकी विवाह महोत्सव का आयोजन होता रहा है। श्रीसिय रनिवास में महोत्सव की तैयारी तेज हो गई है। अयोध्या से 14 वर्ष से कम उम्र के रामस्वरूप दूल्हा आएंगे तथा जिस तरह से पौराणिक काल में गुरु संग स्वयंवर में आए श्रीराम का सभी रस्म मिथिला में किया गया था, उसी प्रकार से यहां भी रामस्वरूप आए बालक का सभी रस्में पूरे विधि विधान से की जाएगी। विश्वनाथ मंदिर का श्रीजानकी विवाह महोत्सव सनातन संस्कृति तथा धार्मिक महत्ता को बढ़ाने के साथ ही वैष्णव माधुर्य भक्ति का परिचायक भी है, लोग यहां परब्रह्म की अराधना दासभक्ति से करते हैं।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...