शनिवार, 15 अक्तूबर 2022

16 फ़ीसदी मतदाताओं पर कांग्रेस का निशाना: चुनाव 

16 फ़ीसदी मतदाताओं पर कांग्रेस का निशाना: चुनाव 

अमित शर्मा 

शिमला। हिमाचल परिवर्तन प्रतिज्ञा रैली से चुनावी हुंकार भरने वाली कांग्रेस ने 16 फीसदी मतदाताओं पर निशाना साधा है। ओल्ड पेंशन इस विधानसभा चुनाव में कितना अहम मसला होगा। इसका अंदाजा प्रियंका गांधी की ओपीएस कर्मचारियों के समर्थन में लगी ब्रेक ने साबित कर दिया है।

कांग्रेस शुरुआत से ही अपनी प्राथमिकताओं में ओल्ड पेंशन को शामिल करती रही है और जो दस गारंटी पार्टी ने चुनाव से पहले तय की हैं। उनमें भी पहले नंबर पर ओल्ड पेंशन बहाल करने की बात को शामिल किया गया है। ओपीएस मांग रहे कर्मचारियों ने इसकी बहाली की उम्मीद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी लगाई थी। लेकिन उनकी घोषणाओं में पुरानी पेंशन का जिक्र नहीं आया, लेकिन सोलन में पहली ही रैली में प्रियंका गांधी ऐसा करने में कामयाब रहीं कि तमाम कर्मचारी और कांग्रेस नेता इस बात को भुनाने में लग गए हैं।

दरअसल, सोलन जा रही प्रियंका गांधी का काफिला ओपीएस के लिए क्रमिक अनशन कर रहे कर्मचारियों के पास आकर रुक गया। उन्होंने कर्मियों से बात की और पहली ही कैबिनेट में ओपीएस बहाल करने का आश्वासन देकर आगे बढ़ गईं। वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इस बात का ऐलान कर चुके हैं कि ओपीएस केंद्र सरकार की मदद के बगैर हल नहीं हो सकती है, जबकि कांग्रेस छत्तीसगढ़ और राजस्थान का हवाला देकर बार-बार इस मुद्दे को हवा दे रही है।

अस्पताल की छत पर 200 सड़ी हुई लाशें, दुर्दांत 

अस्पताल की छत पर 200 सड़ी हुई लाशें, दुर्दांत 

सुनील श्रीवास्तव 

इस्लामाबाद। पाकिस्तान पाकिस्तान में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। पाकिस्तान के मुल्तान के एक अस्पताल में कई लावारिस लाशों के छत पर मिलने से सनसनी फैल गई। पाकिस्तानी सरकार इस घटना के बाद हरकत में आई और तुरंत जांच के आदेश दे दिए।

500 से ज्यादा होने की आशंका जताई

जानकारी के अनुसार, निश्तार मेडिकल यूनिवर्सिटी के शिक्षण संस्थान निश्तार अस्पताल में शवों को खुले में सड़ते हुए देखा गया।ऊपर की मंजिल पर बिखरे हुए अवशेषों को फेंक दिया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक शवों की संख्या 500 से ज्यादा होने की आशंका जताई जा रही है। छत पर पड़े शवों की जानकारी पंजाब के मुख्यमंत्री सलाहकार चौधरी जमां गुर्जर ने दी। जिसके बाद अस्पताल में दहशत फैल गई।

निश्तार मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता डॉ सज्जाद मसूद ने दिल दहला देने वाली घटना पर एक बयान जारी किया और दावा किया कि खुले आसमान के नीचे शव सड़ने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सज्जाद ने कहा कि मामले की जांच के लिए विभिन्न जांच समितियों का गठन किया गया है और इस बात से इनकार किया कि छत पर इतनी संख्या में शव थे। उन्होंने दावा किया कि छत पर केवल चार शव थे जिन्हें प्राकृतिक रूप से सूखने के लिए छोड़ दिया गया था। इन्हें मेडिकल छात्रों की शिक्षा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता था।

उन्होंने कहा कि चार से पांच साल पुराने शवों का इस्तेमाल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए भी किया जाता था। हालांकि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कई शवों को छत पर फेंकते हुए देखा गया।जिसके बाद अफवाहें उड़ीं कि शवों को चील और गिद्धों के चारे के रूप में इस्तेमाल करने के लिए छत पर रखा गया था। घटना की जानकारी मिलने के बाद पंजाब के अतिरिक्त मुख्य सचिव दक्षिण साकिब जफर ने एक जांच कमेटी गठित कर मामले पर सख्त संज्ञान लिया।

तीन दिन में रिपोर्ट पेश करेंगे 

विशेष स्वास्थ्य सेवा सचिव ने घटना की गहन जांच के लिए छह सदस्यीय जांच समिति के गठन की अधिसूचना जारी की है।समिति की अध्यक्षता अतिरिक्त सचिव विशेष स्वास्थ्य देखभाल मुजामिल बशीर करेंगे। वह तीन दिनों में अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे।

केले के छिलके की चटनी, लाजवाब स्वाद

केले के छिलके की चटनी, लाजवाब स्वाद

सरस्वती  उपाध्याय 

ज्यादातर लोग कच्चे केले की सब्जी बनाने के बाद केले के छिलके को कूड़ेदान या फिर गाय को खाने के लिए फेंक देते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि केले के छिलके में केले से ज्यादा आयरन, प्रोटीन और पोषक तत्व मौजूद होते हैं। ऐसे में इस केले के छिलके का आपको भरपूर फायदा उठाना चाहिए और जब भी आप बाजार से कच्चा केला खरीद कर लाए तो इसके छिलके को फेंकने के बजाय आप टेस्टी चटनी बना सकती है। जी हां चटनी आपने शायद ठीक सुना है और आपने खाया भी नहीं होगा। अगर आप केले की चटनी  खाती है तो धनिया पुदीना और अन्य चटनी का स्वाद भूल जाएंगी और हर बार केले की चटनी बनाएंगी।

केले की चटनी बनाने के लिए जरूरी सामान

केले का छिलके – 6 से 7

कसा हुआ नारियल

खसखस का पेस्ट

हरी मिर्च

कलौंजी

सरसों का तेल और नमक स्वाद अनुसार

कच्चे केले की छिलके की चटनी कैसे बनाएं

इस चटनी को बनाने के लिए आप सबसे पहले केले के छिलके को छीलकर अच्छे से साफ धो लें फिर इसमें नमक डालकर तब तक उबालें जब यह थोड़ा नरम ना हो जाए। जब नर्म हो जाए तो अलग निकाल लें। इसको उबालते वक्त यह ध्यान रखना है कि इसको ज्यादा पकाना नहीं है। नहीं तो इसका स्वाद अच्छा नहीं होगा।

उबलते समय पानी में तेल की कुछ बूंदे डाल दें जिससे  इससे बर्तन में दाग नहीं लगते हैं। अब इन उबले हुए छिलकों को ठंडा करके कटी हुई हरी मिर्च कसा हुआ नारियल और खसखस के पेस्ट और एक चम्मच स्वाद अनुसार नमक डालकर मिक्सी में पीस लें। अब इस पेस्ट को कटोरी में डालकर हाथों से मसल लें। एक पैन में चटनी का तड़का तैयार करें और गर्म होने पर तेल डालकर चटनी को तड़का लगा दे और अच्छे से मिक्स करें। अगर आपको तड़का नहीं लगाना है तो ऊपर से सरसों का तेल डाल कर अच्छे से मिक्स कर लें। अब केले के छिलके से बनी चटनी तैयार है किसी भी रोटी या फिर पराठे के साथ खा सकते हैं।

मंगल का मिथुन में गोचर, प्रभावित होगी राशियां 

मंगल का मिथुन में गोचर, प्रभावित होगी राशियां 

ज्योतिषाचार्य हरिहर तिवारी

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 16 अक्टूबर के दिन मंगल मिथुन राशि में गोचर करने जा रहे हैं। जब भी कोई ग्रह गोचर करता है तो उसका प्रभाव सभी 12 राशियों के जातकों पर देखने को मिलता है। कुछ लोगों को शुभ तो कुछ को अशुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस बार का गोचर किन राशियों के लिए मंगलकारी रहने वाला है।

आइए जानें

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बता दें कि मंगल गोचर दोपहर 12 बजकर 04 मिनट पर होगा और 15 दिन बाद यानी 30 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 19 मिनट पर वक्री कर जाएंगे और 13 नवंबर तक ऐसे ही रहने वाले हैं। इस दौरान कुछ राशि वालों का भाग्योदय होने वाला है।

मेष राशि- मंगल का मिथुन राशि में गोचर इस राशि के जातकों का भाग्योदय करने वाला है।इनके जीवन में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। ऑफिस में लोगों की सराहना मिलेगी। सीनियर्स का सहयोग प्राप्त करने में कामयाब रहेंगे। मंगल गोचर के दौरान आपके कार्यों की प्रशंसा की जाएगी। इस अवधि में आप स्वच्छ रहेगा। आप लोगों को परिवार का सहयोग प्राप्त होगा।

वृष राशि- इस गोचर से इन राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। अगर आप अपना धन कहीं निवेश करते हैं, तो लाभ होगा। हालांकि, इस दौरान स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है। कार्यस्थल पर आपको सहकर्मियों का सहयोग प्राप्त होगा। वाणी पर संयम रखना होगा। इस दौरान कोई भी निर्णय सोच-समझ कर लेने की जरूरत है।

सिंह राशि- इन राशि वालों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। इस दौरान आर्थिक लाभ और व्यय दोनों होंगे। मेहनत का पूरा फल पाने में कामयाब रहेंगे।अचल संपत्ति में अगर निवेश करेंगे, तो लाभ मिलने की पूरी संभावना है। अगर शेयर मार्केट में भी निवेश करने की सोच रहे हैं, तो समय अनुकूल है। लेकिन किसी जानकार से सलाह के बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचे।

कुंभ राशि- इस राशि के जातकों को इस अवधि में अनुकूल परिणाम मिलेंगे। इस राशि के गोचर कुंडली में मंगल पंचम भाव में होगा, जो कि बच्चों, शिक्षा, ज्ञान और प्रेम का घर कहा जाता है। इस दौरान किसी शार्टकट का सहारा न लें। इस अवधि में किया गया कोई भी निवेश आपको भविष्य में लाभ दिलाएगा।

दीपावली पर मिट्टी के दीयों का अलग महत्व: उजाला 

दीपावली पर मिट्टी के दीयों का अलग महत्व: उजाला 

सरस्वती उपाध्याय

दीपोत्सव यानी दीपावली रोशनी का त्योहार है। जिसके आने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में बरेली के बाजारों में भी रौनक देखने को मिल रही है। रंग-बिरंगी फैंसी लाइटों और झालरों से बाजार पटे हैं। वहीं बाजार में इस बार कुछ नए आइटम भी आए हुए हैं, जो लोगों को काफी लुभा रहे हैं। हालांकि, दिवाली पर दीये का अपना एक अलग महत्व होता है, जिसे जलाने के लिए तेल/घी की आवश्यकता होती है, लेकिन इस बार दीये तेल से नहीं पानी से जलेंगे। जो बाजार में आसानी से मिल रहे हैं।

इस बार बाजार में इलेक्ट्रॉनिक दीये जगमगा रहे हैं, जिनमें पानी डालते ही उसमें लगी एलईडी लाइट जलने लगती है और खूबसूरत रोशनी आपका मन मोह लेती है। इन लाइटों की कीमत भी काफी किफायती है। इसके अलावा बाजार में लाइटिंग फाउंटेन, लालटेन, कलर इमोजी, बैलून लाइट, मल्टी लाइट दीये, शार्प लाइट, कलश लाइट, कलर फैन लाइट, कंदील और मल्टी कलर लाइटें भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं।

खास बात ये है कि बाजार में मौजूद सभी सामान स्वदेशी हैं, जिन्होंने चाइनीज झालरों और लाइटों को बुरी तरह से पटखनी दी है। हालांकि स्वदेशी सामान चाइनीज के मुकाबले महंगा है, लेकिन फिर भी ग्राहकों की पहली पसंद है।

बात करें बाजार में मिल रहे रंग बिरंगी लाइटों वाले सामानों के दामों की तो, लाइटिंग फाउंटेन की कीमत 550 से 650 रुपए , बैलून लाइट 410 से 450, लालटेन 110 से 125, इमोजी 35 से 50 और कलश लाइट दाम 120 से 135 रुपए तक हैं। वहीं पानी के दीये की कीमत 25.50 रुपए, मल्टी लाइट दीये 15 से 20 रुपए, शार्प लाइट 6000 से 8000, कलर फैन लाइट 550 रुपए की है। इनके अलावा मल्टी कलर लाइट 15 से 18 रुपये, गणेश जी की लाइट वाली मूर्ति 350 और कंडील की कीमत पांच रुपए से शुरू है।

बता दें, बाजार में मौजूद छोटी-बड़ी सभी तरह की कंदीलें स्वदेशी और हस्तनिर्मित हैं, जिन्हें घरों में रहने वाले महिलाओं ने अपने हाथों से बनाया है। इसके अलावा बाजार में तरह-तरह की रंग बिरंगी झालरें भी मौजूद हैं, जो लोगों को लुभाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही हैं।

चाय बेचने वाला 'प्रधानमंत्री' एक ढोंगी है: रंजन 

चाय बेचने वाला 'प्रधानमंत्री' एक ढोंगी है: रंजन 

अविनाश श्रीवास्तव 

पटना। जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने पीएम मोदी को डुप्लीकेट ओबीसी और बहुरुपिया बताया है। जेडीयू के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह चाय बेचनेवाला ढोंगी है और इसे एक्सपोज करने की जरूरत है। ललन सिंह ने बीजेपी छोड़कर जेडीयू में आए लोगों से कहा कि आपने अच्छा काम किया कि जेडीयू में आ गए। क्योंकि बीजेपी गड़बड़ जगह है।

ललन सिंह ने अपने संबोधन में कहा-‘2014 के चुनाव में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी देश भर में घूम के कहते रहे कि हम अति पिछड़ा हैं।। अति पिछड़ा हैं । जबकि गुजरात में अति पिछड़ा वर्ग नहीं है वहां पिछड़ा वर्ग है और ये तो पिछड़ा वर्ग में भी नहीं थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद इन्होंने अपने समाज को पिछड़ा वर्ग में शामिल कर लिया। ये तो डुप्लीकेट हैं। डुप्लीकेट आदमी देशभर में घूम-घूमकर कह रहा है कि हम अति पिछड़ा है।। अति पिछड़ा हैं।

ऐसे लोगों से बचने की जरूरत -ललन सिंह

उन्होंने कहा कि आप लोग गांव के आदमी हैं। गरीब लोग हैं। जानते हैं न बहरूपिया किसको कहते हैं? 12 दिन में 12 रूप दिखाता है। वो वही हैं। ये पूरी पार्टी बहुरुपिया है। ऐसे लोगों से बचने की जरुरत है। अतिपिछड़ा समाज ललन सिंह ने कहा-‘ये चाय बेचनेवाला ढोंगी है। इनको चाय भी बनाना आता है क्या? ऐसे ढोंगी को एक्सपोज करने की जरूरत है।

ललन सिंह बोले कि महंगाई पर चर्चा नहीं होती है, लेकिन चीता पर की चर्चा जाती है। क्या चीता भूख मिटाएगा? उन्होंने कहा कि देश में जो रोजगार है, उसे खत्म किया जा रहा है। महंगाई पर केंद्र सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है।

JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन(ललन) सिंह ने कहा कि BJP में रविशंकर प्रसाद, संजय जायसवाल, सुशील मोदी की हिम्मत है ये कहने का कि जो भाजपा आज है वो अटल बिहारी वाजपेयी, आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी का बनाया हुआ है? ये कह नहीं सकते हैं जिस दिन कहेंगे उस दिन इन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।

महाराष्ट्र के 70 लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार बनें 

महाराष्ट्र के 70 लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार बनें 

श्रीराम मौर्य   

देहरादून। सरकारों के तमाम दावों के बाबजूद केदारनाथ आने वाले तीर्थ यात्री हेली टिकटों की आनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं, ताजा मामला महाराष्ट्र के 70-सदस्यीय दल का है जो आनलाइन ठगी का शिकार हुए हैं, महाराष्ट्र से यहां पहुंचे सभी तीर्थ यात्रियों को बिना दर्शन के ही वापस लौटना पड़ा, दल के लीडर श्रीरामपुर-महाराष्ट्र निवासी देवीदास वाकचौरे ने बताया कि उन्होंने 5.89 लाख की धनराशि जमा कर 70 तीर्थ यात्रियों के टिकट आनलाइन बुक कराए थे, लेकिन, शुक्रवार को हेली कंपनी पवन हंस के दफ्तर में पहुंचने पर पता चला कि सारे टिकट फर्जी हैं, इस संबंध में पूछने पर कंपनी की ओर से उन्हें गढ़वाल मंडल विकास निगम के बुकिंग काउंटर पर जाने का कहा गया, वहां भी टिकट नकली बताए गए, इस पर उन्होंने साइबर क्राइम सेल में रिपोर्ट दर्ज कराई है, वहीं पूरे मामले में एसपी रुद्रप्रयाग आयुष अग्रवाल का कहना है कि हेली टिकटों में ठगी की कई शिकायतें प्राप्त हो रही हैं पुलिस इनमें लगातार कार्यवाही कर रही है।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

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