रविवार, 21 अगस्त 2022

पूर्व राष्ट्रपति को अपनी 'मातृभूमि' लौटने का अधिकार 

पूर्व राष्ट्रपति को अपनी 'मातृभूमि' लौटने का अधिकार 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

कोलंबो। श्रीलंका के मुख्य विपक्षी दल समागी जना बालवेगया (एसजेबी) ने कहा है कि देश के पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को देश लौटने का अधिकार है, लेकिन धन के दुरुपयोग के आरोपों के लिए उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए, क्योंकि उन्हें कानूनी छूट नहीं है। राजपक्षे (73) देश छोड़कर चले गए हैं और देश की अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन के लिए सरकार के खिलाफ हुए विद्रोह के कारण उन्होंने पिछले महीने इस्तीफा दे दिया था। एसजेबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अजीत पी. परेरा के हवाले से बताया, ‘‘गोटबाया राजपक्षे इस देश के नागरिक हैं और उन्हें अपनी मातृभूमि लौटने का अधिकार है।

इस अधिकार से कोई इनकार नहीं कर सकता। लेकिन, धन के दुरुपयोग के आरोपों के लिए उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।’’ श्रीलंका का संविधान पूर्व राष्ट्रपतियों को व्यक्तिगत सुरक्षा और कर्मचारियों के साथ एक कार्यालय सहित विशेषाधिकार देता है। परेरा ने शुक्रवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘उनके खिलाफ अपने माता-पिता के स्मारक के लिए राजकीय कोष को कथित रूप से खर्च करने का मामला था। उन्हें मुकदमे का सामना करना होगा और दोषी पाए जाने पर दंडित किया जाना चाहिए, क्योंकि उन्हें संविधान के अनुसार कानूनी छूट नहीं है।’’

एसजेबी ने राजपक्षे की सरकार पर भारत द्वारा प्रदान की गई एक अरब अमेरीकी डॉलर की ऋण सुविधा का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है, जो कि वित्तीय सहायता के तहत नकदी की कमी वाले राष्ट्र को अपने अभूतपूर्व आर्थिक संकट से निपटने में मदद करने के लिए दी गई थी। बृहस्पतिवार की एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राजपक्षे अमेरिका के ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं क्योंकि वह अपनी पत्नी लोमा राजपक्षे के अमेरिकी नागरिक होने के कारण आवेदन करने के योग्य हैं। राजपक्षे ने 2019 का राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए अपनी अमेरिकी नागरिकता त्याग दी थी।

समाज को जागृत, एकीकृत करने का काम: आरएसएस

समाज को जागृत, एकीकृत करने का काम: आरएसएस 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सरसंघचालक मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) समाज को जागृत एवं एकीकृत करने का काम कर रहा है। ताकि भारत सम्पूर्ण विश्व के लिये एक ‘आदर्श समाज’ के रूप में उभर सके। भागवत ने कहा कि लोगों को समाज की सेवा के लिये सामुदायिक भाव के साथ आगे आना चाहिए, व्यक्तिगत रूप से नहीं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दिल्ली इकाई द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भागवत ने संघ के स्वयंसेवकों द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न कल्याण कार्यो का उल्लेख किया।सरसंघचालक ने कहा, संघ, समाज को जागृत एवं एकीकृत करने के लिये तथा एक इकाई के रूप में अधिक संगठित करने के लिये काम कर रहा है ताकि भारत सम्पूर्ण विश्व के लिये एक ‘आदर्श समाज’ के रूप में उभर सके। उन्होंने कहा कि देश की स्वतंत्रता के लिये समाज के विभिन्न वर्गो से अनेक विभूतियों ने योगदान एवं बलिदान दिया।

भागवत ने कहा कि भारतीयों का डीएनए और बुनियादी स्वभाव है कि वे समाज के रूप में सोचते हैं, व्यक्तिगत रूप से नहीं तथा हमें इन्हें और प्रोत्साहित करने की जरूरत है। कल्याण कार्यो का उल्लेख करते हुए भागवत ने कहा कि संघ के स्वयंसेवक बिना व्यक्तिगत हितों पर ध्यान दिये हुए सम्पूर्ण समाज के लिये काम करते हैं। उन्होंने कहा कि हमें कल्याण कार्य करते समय ‘मैं और मेरा’ के भाव से ऊपर उठने की जरूरत है और इससे हमें एक समाज के रूप में विकसित होने में मदद मिलेगी।

किसान यूनियन के नेता टिकैत को हिरासत में लिया

किसान यूनियन के नेता टिकैत को हिरासत में लिया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को हिरासत में ले लिया गया है। बताया जा रहा है कि वे दिल्ली के जंतर-मंतर पर सोमवार को होने वाले किसान संगठनों के प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आ रहे थे। वहीं, इस प्रदर्शन से पहले दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। दिल्ली-हरियाणा टिकरी बॉर्डर पर पुलिस ने बैरिकेड्स लगा दिए हैं। दरअसल सोमवार को किसानों ने यहां प्रदर्शन का ऐलान किया है, जिसके लिए वे कल राष्ट्रीय राजधानी पहुंचना शुरू कर देंगे।

राकेश टिकैत को दिल्ली पुलिस ने मधु विहार थाने में रखा है। राकेश टिकैत ने ट्वीट कर कहा, ‘सरकार के इशारे पर काम कर रही दिल्ली पुलिस किसानों की आवाज को नहीं दबा सकती। यह गिरफ्तारी एक नई क्रांति लेकर आएगी। यह संघर्ष अंतिम सांस तक जारी रहेगा। 'ना रुकेंगे, ना थकेंगे, ना झुकेंगे।' सरकार के इशारे पर काम कर रही दिल्ली पुलिस किसानों की आवाज को नहीं दबा सकती। यह गिरफ्तारी एक नई क्रांति लेकर आएगी।

जापान के पीएम किशिदा कोरोना पॉजिटिव मिलें 

जापान के पीएम किशिदा कोरोना पॉजिटिव मिलें 

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/टोक्यो। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। जापान के प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार उनको कोविड के हल्के लक्षणों के साथ इस महामारी से संक्रमित पाए गए हैं। वह अगले हफ्ते ही ट्यूनीशिया में एक अफ्रीकी विकास सम्मेलन में भाग लेने वाले थे।जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा कोविड पॉजीटिव आए। उन्हें कोविड के हल्के लक्षण हैं। 

इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भी ट्वीट कर उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि मैं मेरे मित्र के जल्द स्वस्थ्य होने की प्रार्थना करता हूं।

अगले सप्ताह नए अस्पताल का उद्घाटन करेंगे, पीएम 

अगले सप्ताह नए अस्पताल का उद्घाटन करेंगे, पीएम 

राणा ओबरॉय 

चंडीगढ़/फरीदाबाद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले सप्ताह यहां अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित 2,600 बिस्तरों वाले एक नए निजी अस्पताल का उद्घाटन करेंगे। लगभग 130 एकड़ जमीन पर निर्मित इस अस्पताल में पूरी तरह स्वचालित केंद्रीकृत प्रयोगशाला, रोगी वार्ड और बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) की व्यवस्था होगी। ‘अमृता अस्पताल’ में सात मंजिला अनुसंधान खंड है और माता अमृतानंदमयी मठ के तत्वावधान में छह वर्ष की अवधि में इसका निर्माण किया गया है। प्रधानमंत्री 24 अगस्त को इस अस्पताल का उद्घाटन करेंगे।

अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि नए सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में शुरू में 500 बिस्तरों की व्यवस्था होगी। अगले पांच वर्ष के दौरान चरणबद्ध तरीके से इसके पूरी तरह से चालू होने की उम्मीद है। उन्होंने दावा किया कि 81 विशिष्टताओं वाले इस अस्पताल का संचालन पूरी तरह शुरू होने के बाद यह दिल्ली-एनसीआर और देश का सबसे बड़ा अस्पताल बन जाएगा। हॉस्पिटल के ‘रेजिडेंट मेडिकल डायरेक्टर’ डॉ. संजीव के सिंह के अनुसार, परियोजना की कल्पना पहली बार 2012 में की गई थी और प्रारंभिक योजना इसे दिल्ली में स्थापित करने की थी, लेकिन अंततः इसे फरीदाबाद में बनाने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि परियोजना के लिए जमीनी कार्य 2016 के मध्य में शुरू हुआ था, जिसमें कृषि भूमि के अधिग्रहण जैसे कई कारकों के कारण देरी हुई थी। इसके बाद कोविड-19 महामारी के चलते लागू लॉकडाउन के दौरान इसमें और देरी हुई।

उन्होंने बताया, “हालांकि, कोविड से हमने कुछ सबक सीखे, और कुछ डिजाइन फिर से तैयार किए। लोगों को सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए कुछ प्रबंध किए गए, क्योंकि कोविड-19 छींकने या खांसने से निकलने वाली बूंदों (ड्रापलेट्स) के जरिए तेजी से फैल रहा था। इसलिए हमने ‘निगेटिव प्रेशर रूम’ तैयार किया। यह एक तरह का पृथक कक्ष है, जिसमें संदिग्ध रोगियों को दूसरे रोगियों से दूर रखा जा सकता है। यह एक नियमित पृथक कक्ष से अलग है।” गौरतलब है कि अमृता हॉस्पिटल देश में माता अमृतानंदमयी मठ के तत्वावधान में बनाया गया दूसरा अस्पताल है। पहला अस्पताल 1998 में कोच्चि में स्थापित किया गया था। दिल्ली-मथुरा रोड के पास फरीदाबाद के सेक्टर 88 में एक करोड़ वर्ग फुट भूमि पर बनाए गए इस हॉस्पिटल का निर्माण किया गया है। परिसर में एक मेडिकल कॉलेज, एक अनुसंधान ब्लॉक और आठ उत्कृष्टता केंद्र भी होंगे, जिनमें गैस्ट्रो-साइंसेज, गुर्दा विज्ञान, हड्डी रोग, प्रत्यारोपण और जच्चा-बच्चा देखभाल केंद्र शामिल हैं।

सिंह को सीएम का शिक्षा सलाहकार नामित किया

सिंह को सीएम का शिक्षा सलाहकार नामित किया

संदीप मिश्र 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को नयी ऊंचाईयों तक पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए प्रख्यात शिक्षाविद प्रो धीरेन्द्र पाल सिंह को राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शिक्षा सलाहकार नामित किया है।

मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि नियोजन विभाग के सचिव आलोक कुमार की ओर से इस संबंध में पत्र जारी कर दिया गया है। प्रो. सिंह 2018 से 2021 तक विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के चेयरमैन रह चुके हैं। उन्होंने लगभग चार दशकों के अपने करियर में भारतीय उच्च शिक्षा में कई अकादमिक संस्थाओं का नेतृत्व किया है।

वह उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू), मध्य प्रदेश में सागर स्थित डा हरी सिंह गौर विश्वविद्यालय और इंदौर स्थित देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलपति भी रह चुके हैं। इसके अलावा निदेशक के रूप में राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (नैक) का उन्होंने नेतृत्व किया है।

मुफ्ती को एक बार फिर घर में नजरबंद किया, आरोप

मुफ्ती को एक बार फिर घर में नजरबंद किया, आरोप 

इकबाल अंसारी 

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती को एक बार फिर उनके घर में नजरबंद (House Arrest) कर दिया गया है। इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट करके दी। इसी के साथ महबूबा मुफ्ती ने कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) की स्थिति के लिए केंद्र की मोदी सरकार (Modi Govt) पर एक बार फिर हमला बोला है। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रविवार को ट्वीट कर आरोप लगाया कि सरकार ने उन्हें नजरबंद कर दिया है। उन्होंने अपने घर के बाहर तैनात CRPF और मुख्य गेट पर लगे ताले की फोटो भी शेयर की है। महबूबा ने ट्वीट कर कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से मुझे सुरक्षा का हवाला देकर नजरबंद कर लिया है, मगर वे लोग खुद ही घाटी के कोने-कोने में घूम रहे हैं।

महबूबा ने कहा कि केंद्र सरकार कश्मीरी पंडितों के दर्द को छिपाना चाहती है। उनकी निर्दयी नीतियों की वजह से उन लोगों की टारगेट किलिंग की जा रही है, जिन्होंने कश्मीर नहीं छोड़ा है। इस तरह से सरकार हमें सबके सामने कश्मीरी पंडितों का दुश्मन प्रोजेक्ट कर रही है। इसीलिए मुझे आज हाउस अरेस्ट कर लिया गया है।महबूबा मुफ्ती रविवार को सुनील कुमार भट्ट के परिवार से मिलने जा रही थीं। भट्ट की 16 अगस्त को आतंकियों ने हत्या कर दी थी। दक्षिण कश्मीर के शोपियां में आतंकियों ने सुनील और उनके भाई पर हमला किया था, जिसमें सुनील की मौत हो गई थी। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन अल बद्र ने ली थी। महबूबा को 3 महीने पहले यानी 13 मई को भी प्रशासन ने हाउस अरेस्ट किया था, उस वक्त वे बडगाम जा रही थीं। उस वक्त वे टारगेट किलिंग में मारे गए कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट के परिजनों से मिलने जा रही थीं।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...