गुरुवार, 18 अगस्त 2022

पूर्व ग्राम प्रधान की हत्या के मामलें में जमानत अर्जी रद्द 

पूर्व ग्राम प्रधान की हत्या के मामलें में जमानत अर्जी रद्द 

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुज़फ्फरनगर। पावटी में पूर्व ग्राम प्रधान शराफत अली की हत्या के मामलें में आरोपी अनीस की जमानत अर्जी ज़िला ज़ज़ ने रद्द कर दी है। ज़िला ज़ज़ चवन प्रकाश ने यह बताते हुए अर्ज़ी रद कर दी कि यह ज़मानत योग्य मामला नही है। अभियोजन की ओर से जिला शासकीय अधिवक्ता राजीव शर्मा और वादी की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता दुष्यंत त्यागी व फ़िरोज़ राणा ने पैरवी कर ज़मानत का विरोध किया।

गत10 जून 2022 को पूर्व ग्राम प्रधान शराफत अली की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने धारा 147,148,149,302,307,452 व 506 के तहत मामला दर्ज किया था।

फ्लिपकार्ट: उपभोक्ता अधिकारों का उल्लंघन, जुर्माना 

फ्लिपकार्ट: उपभोक्ता अधिकारों का उल्लंघन, जुर्माना 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण-सीसीपीए ने अनिवार्य मानकों के उल्लंघन करते हुए घरेलू प्रेशर कुकर की बिक्री की अनुमति देने के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ‘फ्लिपकार्ट’ द्वारा उपभोक्ता अधिकारों के उल्लंघन के मामले में एक आदेश पारित किया है। मुख्य आयुक्त निधि खरे की अध्यक्षता में, सीसीपीए ने फ्लिपकार्ट को अपने प्लेटफॉर्म पर बेचे जाने वाले सभी 598 प्रेशर कुकरों के बारे में उपभोक्ताओं को सूचित करने, प्रेशर कुकरों को वापस लेने और उपभोक्ताओं को उनकी कीमतों की प्रतिपूर्ति करने और 45 दिनों के भीतर इसकी अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। कंपनी को अपने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर ऐसे प्रेशर कुकर की बिक्री की अनुमति देने और उपभोक्ताओं के अधिकारों का उल्लंघन करने हेतु 1,00,000 रुपये का जुर्माना देने का भी निर्देश दिया गया है।

केंद्र सरकार, समय-समय पर, गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों (क्यूसीओ) को अधिसूचित करती है, जो उपभोक्ताओं को क्षति और नुकसान के जोखिम से बचाने और बड़े पैमाने पर जनता के हित में उत्पाद के लिए मानक चिह्न के उपयोग और मानक के लिए अनिवार्य अनुरूपता निर्दिष्ट करती है। 01.02.2021 को लागू हुआ घरेलू प्रेशर कुकर (गुणवत्ता नियंत्रण) आदेश, सभी घरेलू प्रेशर कुकरों के लिए आईएस 2347:2017 के अनुरूप होना अनिवार्य है। इसलिए 01.02.2021 से सभी प्रेशर कुकर, चाहे वे ऑनलाइन या ऑफलाइन बेचे जा रहे हों, को IS 2347:2017 के अनुरूप होना चाहिए और इस पर पूरा ध्यान देने की आवश्यकता है। सीसीपीए ने पाया कि ‘फ्लिपकार्ट के उपयोग की शर्तों’ के प्रावधान उत्पाद के प्रत्येक चालान पर ‘पावर्ड बाय फ्लिपकार्ट’ जैसे शब्दों का अनिवार्य उपयोग और विभिन्न लाभों के वितरण के लिए विक्रेताओं को अपने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर प्रेशर कुकर की बिक्री में सोने, चांदी और कांस्य के रूप में प्रतिष्ठित करना फ्लिपकार्ट द्वारा निभाई गई भूमिका की ओर इशारा करता है। फ्लिपकार्ट ने अपने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर ऐसे प्रेशर कुकर की बिक्री के माध्यम से कुल 1,84,263 रुपये प्राप्त किये हैं। सीसीपीए द्वारा यह पाया गया कि जब फ्लिपकार्ट को ऐसे प्रेशर कुकर की बिक्री से व्यावसायिक रूप से लाभ हुआ है, तो वह उपभोक्ताओं को उनकी बिक्री से उत्पन्न होने वाली भूमिका और जिम्मेदारी से खुद को अलग नहीं कर सकता है।

उपभोक्ताओं के बीच जागरूकता और गुणवत्ता की समझ बढ़ाने के लिए, सीसीपीए ने केंद्र सरकार द्वारा प्रकाशित क्यूसीओ का उल्लंघन करने वाले नकली और फर्ज़ी सामानों की बिक्री को रोकने के लिए एक देशव्यापी अभियान शुरू किया है। अभियान के हिस्से के रूप में पहचाने जाने वाले दैनिक उपयोग के उत्पादों में हेलमेट, घरेलू प्रेशर कुकर और रसोई गैस सिलेंडर शामिल हैं। सीसीपीए ने देश भर के जिला कलेक्टरों को इस तरह के उत्पादों के निर्माण या बिक्री से संबंधित अनुचित व्यापार प्रथाओं और उपभोक्ता अधिकारों के उल्लंघन की जांच करने और कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए लिखा है। अभियान के अंतर्गत, बीआईएस ने कई गैर-मानक हेलमेट और प्रेशर कुकर की तलाशी और जब्ती की है। 1,435 प्रेशर कुकर और 1,088 हेलमेट जो अनिवार्य मानकों के अनुरूप नहीं थे, उन्हें बीआईएस द्वारा जब्त कर लिया गया है। सीसीपीए ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को कानून के अंतर्गत अपेक्षित कार्रवाई करना और उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए केंद्र सरकार द्वारा अनिवार्य उपयोग के लिए निर्देशित मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए भी पत्र लिखा है।

इसके अलावा, सीसीपीए ने भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के महानिदेशक को बीआईएस अधिनियम, 2016 के प्रावधानों के अंतर्गत अनिवार्य मानकों के उल्लंघन के अपराधों का तत्काल संज्ञान लेने के लिए बीआईएस की सभी क्षेत्रीय शाखाओं को विधिवत अधिसूचित करने के लिए लिखा है। उपभोक्ता कार्य विभाग द्वारा नए शॉर्ट कोड ‘1915’ को जारी किये जाने के बाद से, अधिक से अधिक उपभोक्ता राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन पर अपनी शिकायतें दर्ज करा रहे हैं। यह ध्यान रखना प्रासंगिक है कि एनसीएच पर पंजीकृत सभी शिकायतों के अनुपात में ई-कॉमर्स खंड उच्चतम है। जुलाई 2022 के महीने में, एनसीएच पर सभी शिकायतों का 38 प्रतिशत हिस्सा ई-कॉमर्स से संबंधित था। ई-कॉमर्स में उपभोक्ता शिकायतों की प्रमुख श्रेणियों में दोषपूर्ण उत्पाद की डिलीवरी, भुगतान की गई राशि की वापसी में विफलता, उत्पाद की डिलीवरी में देरी आदि शामिल हैं। सीसीपीए ने अधिनियम की धारा 18 (2) (जे) के अंतर्गत सुरक्षा नोटिस भी जारी किए हैं। ताकि उपभोक्ताओं को ऐसे सामान खरीदने के प्रति सचेत और सावधान किया जा सके जो वैध आईएसआई मार्क नहीं रखते हैं और अनिवार्य बीआईएस मानकों का उल्लंघन करते हैं। जहां पहला सुरक्षा नोटिस हेलमेट, प्रेशर कुकर और रसोई गैस सिलेंडर के संबंध में जारी किया गया था, वहीं दूसरा सुरक्षा नोटिस घरेलू सामान के संबंध में जारी किया गया था, जिसमें इलेक्ट्रिक इमर्शन वॉटर हीटर, सिलाई मशीन, माइक्रोवेव ओवन, एलपीजी के साथ घरेलू गैस स्टोव आदि शामिल हैं।

अग्रवाल ने चिकित्सालय का भौतिक निरीक्षण किया 

अग्रवाल ने चिकित्सालय का भौतिक निरीक्षण किया 

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने जिला चिकित्सालय का भौतिक निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर मंडल के 3 जिलों के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की थी। उसी के तहत उन्होंने आज जिला चिकित्सालय पहुंचकर औचक निरीक्षण किया है उन्होंने चिकित्सकों की कमी क़ो महसूस हो किया। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में चिकित्सकों की इस वक्त कमी है।

जिसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार सतर्क है और चिकित्सा सुविधा को बेहतर करने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि सीएमओ डॉ महावीर सिंह फौजदार और सीएमएस डॉ अनिल कुमार ने उन्हें चिकित्सकों की कमी से अवगत किया है इस पर उन्होंने बताया कि वह चिकित्सा मंत्री से मिलकर बात करेंगे और जनपद को बेहतर चिकित्सक देने का प्रयास करेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा कि वह फर्जी चिकित्सालय के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करेंगे। आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल में कहा कि उन्होंने तीमारदारों व मरीजों से भी बात की है, जिससे उन्हें लगा कि सभी संतुष्ट है और उन्हें प्रॉपर इलाज और सभी तरह की जांच है जिला चिकित्सालय में मिल रही है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरी एक ऐसा प्रोफेशन है, जो समय से तैयार नहीं होते, इस प्रोफेशन में लंबा समय लगता है। और चिकित्सा के स्पेशलिस्ट के लिए काफ़ी समय लगता है। जिसके लिए योगी सरकार लगातार प्रयासरत है और जल्द ही प्रदेश में चिकित्सकों की कमी को पूरा कर लिया जाएगा।

कृष्ण-पक्ष की अष्टमी को मनाई जाएगी 'जन्माष्टमी'

कृष्ण-पक्ष की अष्टमी को मनाई जाएगी 'जन्माष्टमी' 

सरस्वती उपाध्याय 

हिंदू धर्म में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है‌। इस दिन भक्त व्रत रखते हैं और भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं। पंचांग के अनुसार, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण-पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कृष्ण का जन्म मध्य रात्रि में हुआ था। इस लिहाज से कुछ लोग श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 18 अगस्त को मनाएंगे, वहीं उदया तिथि की गणना के अनुसार 19 अगस्त को जन्माष्टमी मनाना भी उत्तम है।

कृष्ण भगवान को पंजीरी के साथ पंचामृत का भोग बहत प्रिय है। मान्यता है कि बिना पंचामृत के श्रीकृष्ण की पूजा अधूरी रह जाती है। इस लिए इन्हें पंचामृत का भोग जरूर लगाना चाहिए।पंचामृत दूध, दही, घी, शहद, चीनी से बनकर तैयार होता है। इसे देवताओं का पेय भी कहते हैं। श्री कृष्ण पूजा में भगवान को पंचामृत का भोग लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है। इसलिए श्री कृष्ण जन्मोत्सव यानी जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण को पंचामृत का भोग जरूर लगाना चाहिए‌। इससे भगवान कृष्ण अत्यंत प्रसन्न होते हैं तथा भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते है। जिन पर भगवान कृष्ण का आशीर्वाद होता है। उन्हें कभी किसी चीज की कमी नहीं होती। घर-परिवार में शांति बनी रहती है। नौकरी और व्यापार में तरक्की होती है। भगवान कृष्ण की कृपा से सुख समृद्धि में वृद्धि होती है। पंचामृत को चरणामृत भी कहते हैं। शास्त्रों में बताया गया है कि पंचामृत से प्रतिरक्षा में सुधार होता है। मस्तिष्क तेज होता है‌। पंचामृत के उपयोग से पित्त दोष भी संतुलित होता है।

श्रीकृष्ण 'जन्माष्टमी' पर वृंदावन-मथुरा में रहेंगे, सीएम 

श्रीकृष्ण 'जन्माष्टमी' पर वृंदावन-मथुरा में रहेंगे, सीएम 

संदीप मिश्र 

आगरा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर वृंदावन और मथुरा में रहेंगे। फिलहाल मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है। लेकिन, करीब चार घंटे ब्रज में सीएम के कार्यक्रम की उम्मीद जताई जा रही है। लखनऊ से चलकर सीएम का उड़नखटोला वृंदावन के पवनहंस हेलीपैड पर पहुंचेगा। यहां से सीएम योगी आदित्यनाथ सबसे पहले अन्नपूर्णा भोजनालय का उद्घाटन करने पहुंचेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ 19 अगस्त को लखनऊ से वृंदावन पहुंचेंगे। यहां सबसे पहले अन्नपूर्णा भोजनालय का लोकार्पण करेंगे। यहां वह संतों के साथ भोजन करेंगे। इस दौरान भोजनालय में सहयोग देने वाले करीब एक हजार लोग भी शामिल होंगे, साथ ही योग गुरु बाबा रामदेव भी समारोह में मौजूद रहेंगे। सीएम पानीगांव संपर्क मार्ग स्थित पर्यटक सुविधा केंद्र के समीप प्रस्तावित सेंटर फार लिविंग ट्रेडिशन (सामुदायिक भवन) का शिलान्यास करेंगे।

25 इलेक्ट्रिक बसें होंगी शुरू...

शिलान्यास कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर्यटक सुविधा केंद्र में सभा को संबोधित करने के साथ ब्रजमंडल में चलाई जा रही 25 नई इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके बाद जनप्रतिनिधियों संग विकास कार्यों पर चर्चा के बाद मथुरा के लिए रवाना हो जाएंगे। मुख्यमंत्री का अभी मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम नहीं जारी हुआ है, लेकिन बताया जा रहा है कि वह दोपहर एक बजे आएंगे।

कंपनी ग्रैविटी पेमेंट्स के सीईओ प्राइस ने इस्तीफा दिया 

कंपनी ग्रैविटी पेमेंट्स के सीईओ प्राइस ने इस्तीफा दिया 

अखिलेश पांडेय 

वाशिंगटन डीसी/सिएटल। इंटरनेट पर दरियादिल बॉस की पहचान से चर्चा में आए एक कंपनी के सीईओ ने इस्तीफा दे दिया है। दरअसल, अमेरिकी कंपनी ग्रैविटी पेमेंट्स के सीईओ डैन प्राइस ने एक महिला को प्रताड़ित करने का आरोप लगने के बाद इस्तीफा दे दिया है। वर्ष 2015 में उन्होंने अपने कर्मचारियों का न्यूनतम सालाना वेतन 80,000 डॉलर (यानी करीब 63,65,008 रुपए सालाना) करने के लिए अपनी 1 मिलियन डॉलर की सैलरी में कटौती की थी। प्राइस ने ईमेल में लिखा कि उनकी मौजूदगी कर्मचारियों के लिए रुकावट बन गई थी।

बता दें कि बीते दिनों अमेरिकी कंपनी ग्रैविटी पेमेंट्स के सीईओ डैन प्राइस अपने कर्मचारियों के अनुकूल बनाई गई पॉलिसियों को लेकर इंटरनेट पर छाया हुए थे। डैन प्राइस, जो सिएटल में ग्रेविटी पेमेंट्स के प्रमुख हैं, उन्होंने कहा था कि वह अपने कर्मचारियों को प्रति वर्ष 80 हजार डॉलर का न्यूनतम वेतन दे रहे हैं। इसके अलावा, सीइओ ने इस बात का भी दावा किया कि वह अपने सभी कर्मचारियों को रिमोट यानी ऑफिस से बाहर और फ्लेक्सिबल ऑवर में काम करने की सुविधा दे रहे हैं। इसके अलावा, सभी कर्मचारियों को पैरेंटल लीव भी दी जाएगी। डैन प्राइस ने अन्य कंपनियों को अपने कर्मचारियों के साथ भी इसी तरह का व्यवहार और सम्मान करने की गुजारिश की। उन्होंने ट्वीट किया, मेरी कंपनी कम से कम 80 हजार डॉलर का वेतन देती है। लोगों को जहां से मन करे वहां से काम करने का ऑप्शन देती है। कंपनी पूरी सुविधाएं देती है और पेड पैरेंटल लीव भी देती है। हमें अभी तक नौकरी के लिए 300 एप्लिकेशन आए हैं। उन्होंने कहा, कोई भी ऐसी कंपनी में काम नहीं करना चाहता है, जहां कर्मचारियों को उचित वेतन नहीं दिया जाता है और उनका सम्मान नहीं होता है।

डैन ने अपने ट्वीट में यह भी बताया है कि ऐसे शानदार जॉब डिस्क्रिप्शन की वजह से उनकी कंपनी में एक वेकेंसी निकलने पर कम से कम 300 एप्लीकेशन आ जाते हैं। हालांकि अपने देश में जहां एक वेकेंसी के लिए हजारों एप्लीकेशन की बातें सुनने को मिलती हैं, 300 का आंकड़ा कुछ भी नहीं है, लेकिन डैन ने इस संख्या का जिक्र जिस फख्र के साथ किया है, उससे जाहिर है कि अमेरिका के लिए यह जरूर बड़ी बात है। डैन प्राइस ने अपने ट्वीट में आगे लिखा है, कई बार ऐसा कहा जाता है कि काम करना कोई नहीं चाहता। लेकिन दरअसल बात यह होती है कि कंपनियां अपने कर्मचारियों को वाजिब वेतन नहीं देतीं और न ही उनके साथ सम्मानजनक बर्ताव किया जाता है।

ट्रंप की भारत यात्रा को लेकर खुलासा, 38 लाख खर्च 

ट्रंप की भारत यात्रा को लेकर खुलासा, 38 लाख खर्च 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। एक आरटीआई के जवाब में जानकारी मिली है कि 2020 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 36 घंटे की भारत यात्रा पर केंद्र ने 38 लाख रुपए खर्च किए थे। एक आरटीआई एक्टिविस्ट द्वारा दाखिल आरटीआई के जवाब में विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। डोनाल्ड ट्रंप 2020 में अपनी पत्नी मेलानिया, बेटी इवांका और दामाद जेरेड कुश्नर के साथ दो दिनों के लिए 24-25 फरवरी को भारत यात्रा पर आए थे।

इस दौरान उन्होंने अहमदाबाद, आगरा और दिल्ली की यात्रा की। वो 24 फरवरी को तीन घंटे के लिए अहमदाबाद में थे और 22 किलोमीटर लंबा रोडशो किया, साबरमती आश्रम पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की और तब नए मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम में एक भव्य कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने केन्द्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम नमस्ते ट्रंप में हिस्सा लिया, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे।उसके बाद ट्रंप हेलिकॉप्टर से आगरा के ताजमहल गए। बाद में 25 फरवरी को वो एक द्विपक्षी बातचीत के लिए दिल्ली पहुंचे। एक्टिविस्ट मिशाल भटेना द्वारा दाखिल आरटीआई में ट्रंप की यात्रा पर आए खर्च- जिसमें उनके खाने, रहने, सुरक्षा, फ्लाइट्स और ट्रांसपोर्ट पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा गया था।

एक्टिविस्ट ने 24 अक्टूबर 2020 में ही आरटीआई फाइल की थी लेकिन विदेश मंत्रालय की तरफ से कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। बाद में उन्होंने सेंट्रल इन्फोर्मेशन कमिशन में अपील की और तब मंत्रालय ने सीआईसी को यह जानकारी दी। आरटीआई के जवाब में केन्द्र ने कहा कि राज्य के प्रमुखों/सरकार के प्रमुखों द्वारा आने वाली राज्य यात्राओं पर मेजबान देशों द्वारा किए जाने वाले ख़र्च एक अच्छी तरह से स्थापित प्रथा है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत मानदंडों के मुताबिक है। इस संदर्भ में, भारत सरकार ने रहने, खाने, लॉजिस्टिक्स पर 24-25 फरवरी तक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप द्वारा भारत की राजकीय यात्रा के संबंध में कुछ खर्च किए, जो लगभग 38,00,000 रुपए खर्च होने का अनुमान है।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...