रविवार, 12 जून 2022

'लोकतंत्र' में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं: ठाकुर

'लोकतंत्र' में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं: ठाकुर

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के संदर्भ में बोलते हुए कहा, कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री ठाकुर ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात रखने का मौका मिलना चाहिए और जब बातचीत के माध्यम से समस्याओं को हल किया जा सकता है तो पथराव, आगजनी और उपद्रव के लिए कोई जगह नहीं है।
साथ ही उन्होंने कहा कि चाहे नेता हो या कोई संगठन, आग में घी नहीं डालना चाहिए क्योंकि इससे लोगों के साथ-साथ राज्य को भी नुकसान होता है। वहीं केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कानून और व्यवस्था राज्य का विषय है और इसे बनाए रखने के लिए उन्हें सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

मेरठ: 'गंगा डॉल्फिन पार्क' बनाने की कवायद प्रारंभ

मेरठ: 'गंगा डॉल्फिन पार्क' बनाने की कवायद प्रारंभ

हरिओम उपाध्याय/सत्येंद्र पंवार 
लखनऊ/मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में हस्तिनापुर से लेकर बिजनौर बैराज और नरौरा बैराज तक डॉल्फिन की संख्या में लगातार इज़ाफा हो रहा है। बीते दिनों हुई डॉल्फिन की गणना में भी सुखद परिणाम सामने आए थे। यहां चालीस से ज्यादा संख्या में ये ख़ूबसूरत जीव पाया गया था। इस ख़ुशख़बरी को देखते हुए अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने यहां गंगा डॉल्फिन पार्क को लेकर एक्शन प्लान प्रस्तुत करने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अब वन विभाग गंगा डॉल्फिन पार्क का एक्शन प्लान तैयार कर रहा है।
मेरठ में ज़िला वन अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि बिहार की तर्ज़ पर मेरठ में गंगा डॉल्फिन पार्क बनाने की कवायद शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि इसे लेकर एक्शन प्लान बनाकर सरकार को दिया जाएगा। डीएफओ ने बताया कि डॉल्फिन के संरक्षण के लिए वन विभाग लगातार प्रयासरत है।साथ ही ईको टूरिज़्म पार्क बनाए जाने को लेकर भी कवायद जारी है।
गौरतलब है कि बीते दिनों डॉल्फिन की गणना के दौरान मेरठ के हस्तिनापुर स्थित मख़दूमपुर गंगा घाट पर ख़ूबसूरत डॉल्फिन दिखी थी। गणना कर रही टीम ने उस समय डॉल्फिन के साथ सेल्फी भी ली थी। वन विभाग वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और डबल्यू डबल्यू एफ की पांच टीमों ने जलीय जंतु डॉल्फिन की गणना की हैं।आमतौर पर डॉल्फिन की गणना हो जाती है लेकिन तस्वीर कैमरे में कै़द नहीं हो पाती लेकिन इस बार डॉल्फिन की काउंटिंग के समय न सिर्फ डॉल्फिन कैमरे में क़ैद हुई थी बल्कि टीम ने भी इस ख़ूबसूरत जलीय जंतु के साथ सेल्फी ली थी।
इधर बीते दिनों मुख्यमंत्री ने यूपी राज्य वन्यजीव बोर्ड की 13वीं बैठक की अध्यक्षता की थी। मुख्यमंत्री ने 04 वन्यजीव रेस्क्यू सेंटर का शिलान्यास भी किया था। जनपद चित्रकूट स्थित रानीपुर वन्यजीव विहार को टाइगर रिजर्व के रूप में विकसित किए जाने के भी निर्देश दिए गए थे। यह प्रदेश का चौथा टाइगर रिजर्व होगा। प्रदेश में ‘डॉल्फिन पार्क’ की स्थापना की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश के साथ वन्यजीव रेस्क्यू सेण्टर बहिलपुरवा चित्रकूट वन प्रभाग, हस्तिनापुर मेरठ वन प्रभाग, गोपालपुर पीलीभीत टाइगर रिजर्व तथा मधवलिया महराजगंज में स्थापित किये जाने की बात कही गई। लखनऊ के कुकरैल वन क्षेत्र में नाइट सफारी और अत्याधुनिक चिड़ियाघर का विकास कराया जाना है, इसे लेकर वन, नगर विकास, आवास एवं लोक निर्माण विभाग मिलकर कार्ययोजना तैयार करे ऐसा कहा गया।
‘एक जनपद-एक गन्तव्य’ योजना के अन्तर्गत हर जनपद में ईको पर्यटन के अनुकूल स्थलों पर पर्यटन सुविधाओं को विकसित किया जाने का भी निर्देश दिया गया है। स्थानीय और योग्य युवाओं को चयनित कर ‘नेचर गाइड’ के रूप में प्रशिक्षण और यूनीफॉर्म उपलब्ध करायी जाने की बात भी कही गई है। पर्यटकों को ईको पर्यटन स्थलों की ओर आकर्षित करने के लिए पर्यटन एवं संस्कृति विभाग कार्ययोजना बनायें, टूर ऑपरेटर्स को इससे जोड़ा जाये ऐसा भी कहा गया।वन्यजीवों के रेस्क्यू में संवेदनशीलता के साथ मानकों का पूरा ध्यान रखा जाने का भी निर्देश इस समीक्षा बैठक में दिया गया। अगले महीने आयोजित होने वाले ‘वन महोत्सव’ की सभी तैयारियां समय से पूरी किए जाने का भी निर्देश दिया गया।

एक ‘कंगारू अदालत’ चला रहे हैं, सीएम: मुफ्ती

एक ‘कंगारू अदालत’ चला रहे हैं, सीएम: मुफ्ती 

इकबाल अंसारी 
श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने रविवार को कहा कि ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक ‘कंगारू अदालत’ (अवैध अदालत) चला रहे हैं। जहां अल्पसंख्यकों के स्वामित्व वाली इमारतों को लगातार ध्वस्त किया जाता है। मुफ्ती की यह टिप्पणी उत्तर प्रदेश में कानपुर विकास प्राधिकरण द्वारा रविवार को की गई एक कार्रवाई के बाद आई है, जिसके तहत शहर में पिछले सप्ताह हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के मुख्य आरोपी के एक करीबी सहयोगी के स्वामित्व वाली एक बहुमंजिला इमारत ध्वस्त कर दी।
महबूबा ने ट्वीट किया, ‘ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कोई कंगारू अदालत चला रहे हैं, जहां अल्पसंख्यकों के स्वामित्व वाली इमारतों को नियमित रूप से ध्वस्त किया जाता है। घर जीवन बर्बाद हो जाते है। दुर्भाग्य से न्यायपालिका मौन रहकर देखती रहती है। क्या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोष जताया जाएगा, तब भारत सरकार इस बारे में अपने रुख में बदलाव करेगी।
पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भाजपा के पूर्व नेताओं की टिप्पणियों से उपजे विवाद पर कहा था कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार अपने प्रवक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करने के मूड में नहीं थी, लेकिन खाड़ी देशों का दबाव बढ़ने के बाद उनके पास कोई रास्ता नहीं बचा था‌‌। उन्होंने कहा था कि हम सभी मुसलमान कुछ भी बर्दाश्त कर सकते हैं लेकिन प्यारे पैगंबर (PBUH) के खिलाफ टिप्पणी बर्दाश्त नहीं कर सकते। एक मुसलमान पैगंबर की मर्यादा के लिए अपनी जान भी कुर्बान कर सकता है। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भारत के खिलाफ अल-कायदा के खतरे की निंदा करती हैं, लेकिन साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि अब भाजपा इस खतरे का इस्तेमाल अपने इस कथन को मजबूत करने के लिए करेगी कि ‘हिंदू खतरे में हैं।बीजेपी और केंद्र सरकार को कोसते हुए उन्होंने कहा था कि कार्रवाई तभी हुई जब खाड़ी देशों ने भारत पर अपना दबाव बनाया। उन्हें (भाजपा) कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया गया अन्यथा वे उन्हें दंडित करने के मूड में नहीं थे। इसके अलावा उन्होंने पूर्व भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के खिलाफ की गई कार्रवाई पर सवाल भी उठाया।पीडीपी प्रमुख ने कहा कि पैगंबर विरोधी टिप्पणी के लिए उनके प्रवक्ता के खिलाफ की गई कार्रवाई बहुत मामूली है और आरोप लगाया कि जल्द ही उन लोगों (नूपुर शर्मा, नवीन जिंदल) को पुरस्कृत किया जाएगा और उन्हें माला पहनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता इस्लाम और मुसलमानों से नफरत के लिए जाने जाते हैं।

शामली: 'गरीब कल्याण सम्मेलन' कार्यक्रम का आयोजन

शामली: 'गरीब कल्याण सम्मेलन' कार्यक्रम का आयोजन

भानु प्रताप उपाध्याय  
शामली। वर्ष 2017 में प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद से गुंडा माफियाओं पर कार्रवाई करते हुए उन्हें सबक सिखाने का काम किया जा रहा है। इसके पहले जनपद शामली के कैराना व मुजफ्फरनगर, बागपत जिलों में व्यापारियों में भय का माहौल था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। योगी सरकार माफिय पर कार्रवाई कर रही है। ये बातें केंद्र सरकार के आठ वर्ष पूरे होने के अवसर पर रविवार को शामली के वीवी इंटर कालेज में आयोजित गरीब कल्याण सम्मेलन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व्यावासायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग कपिल देव अग्रवाल ने कहीं। केंद्र सरकार के आठ वर्ष पूरे होने के अवसर पर शामली के वीवी इंटर कालेज में गरीब कल्याण सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 
कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व्यावासायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग कपिल देव अग्रवाल ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी एवं प्रदेश की योगी सरकार लगातार विकास कार्यों से जनता को लाभांवित कर रही हैं। साल 2014 से पहले जिन माताओं के घर में गैस कनेक्शन नहीं था, केंद्र सरकार ने उनको गैस कनेक्शन देने का काम किया। माता बहनों को शौच के लिए जंगल में जाना पड़ता था, लेकिन मोदी सरकार ने घर-घर शौचालय देकर महिलाओं के सम्मान को बढ़ाया है। जनधन खाता खुलवाए और खातों में पेंशन योजना भेजी गई। वहीं प्रतिवर्ष 6000 किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि भेजी जा रही है। उन्‍होंने कहा कि वर्तमान सरकार जाति धर्म से परे होकर अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कहा कि 2017 में प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद जहां जनपद शामली के कैराना व मुजफ्फरनगर, बागपत जिलों में व्यापारियों में भय का माहौल था। योगी सरकार ने आज उन गुंडा माफियाओं पर कार्रवाई करते हुए उन्हें सबक सिखाने का काम किया है। सांसद प्रदीप चौधरी ने कहा कि सरकार अंतिम पंक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचा रही है। क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल ने कहा कि भाजपा सरकार ने इतना विकास किया है, जितना पिछले 70 सालों में भी नहीं हो सका था। 
कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूह की 664 महिलाओं को दो करोड़ नौ लाख 14 हजार की धनराशि जारी की गई। विभिन्न विभागों के पांच-पांच लाभार्थियों को डेमो चाबी, चेक, लैपटॉप आदि का वितरण किया गया। इसके साथ ही स्वच्छ भारत मिशन के तहत पांच ग्राम प्रधानों को प्रशस्ति पत्र, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के पांच लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड, बाल विकास परियोजना के तहत आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन का वितरण किया गया। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी प्रमोद कुमार, उप कृषि निदेशक शिव कुमार केसरी, उपायुक्त स्वतः रोजगार शैलेन व्यास, जिला कार्यक्रम अधिकारी संतोष कुमार श्रीवास्तव समेत विभिन्न् अधिकारी व भाजपा कार्यकता पदाधिकारी मोजूद रहे।

टिकैत ने महिला पत्रकार को भूतनी संबोधित किया

टिकैत ने महिला पत्रकार को भूतनी संबोधित किया 

अकांशु उपाध्याय/संदीप मिश्र  
नई दिल्ली/बुलंदशहर। भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। बुलंदशहर में आयोजित किसान पंचायत में पहुंचे राकेश टिकैत ने एक महिला पत्रकार को भूतनी कह दिया। इसके बाद वहां मौजूद पत्रकारों ने इसका विरोध किया। वहीं, महिला पत्रकार ने राकेश टिकैत के द्वारा खुद को भूतनी संबोधित करने पर आपत्ति दर्ज की है। रविवार को आयोजित किसान पंचायत में राकेश टिकैत का यह बयान विवादित बन चुका है।
किसान पंचायत के दौरान स्थानीय मीडिया के लोग राकेश टिकैत से बात करने पहुंचे थे। राकेश टिकैत से तमाम पत्रकार तरह तरह के सवाल कर रहे थे। इसी बीच एक महिला पत्रकार ने राकेश टिकैत से कहा कि आप औरंगजेब की कब्र पर फूल चढ़ाने गए थे। इस तरह राकेश टिकैत ने कहा कि हम फूल चढ़ाने नहीं गए। राकेश टिकैत आगे बोले लेकिन औरंगजेब मरते समय एक अच्छी जगह मरा। औरंगजेब ने जहां अपने प्राण त्यागे वहां जैन मंदिर है और शिव मंदिर भी है।
इसके बाद महिला पत्रकार ने राकेश टिकैत से सवाल किया कि औरंगजेब के प्राण त्यागने का तो पता नहीं लेकिन आपको क्या नहीं पता है कि औरंगजेब ने कितने मंदिर तोड़े थे और कितनी मस्जिद बनवाई थी। इस सवाल का राकेश टिकैत जवाब नहीं दे रहे थे। इस पर राकेश टिकैत ने सवाल का जवाब दिए बगैर बात घुमाते हुए कहा कि राजनीतिक पार्टियां एक बीमारी है।
राकेश टिकैत से जब महिला पत्रकार ने सवाल किया कि आप राजनीतिक पार्टियों को बीमारियां कैसे कह सकते हैं। तो राकेश टिकैत ने इसका भी जवाब नहीं दिया और अन्य बात करने लगे।महिला द्वारा लगातार सवाल पूछने पर राकेश टिकैत ने महिला पत्रकार को भूतनी कहकर संबोधित किया। इसपर महिला पत्रकार ने आपत्ति दर्ज कराई और कहा कि मैं लड़की हूं आप मुझे भूतनी कैसे कह सकते हैं। आपको मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। इसपर राकेश टिकैत बोले की तुम मेरी बात सुनते ही नहीं हो। बता दें कि राकेश टिकैत के इस बयान के बाद अन्य पत्रकारों ने भी नाराजगी जताई।

सहारनपुर: 2 हादसों में दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल

सहारनपुर: 2 हादसों में दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल 

भानु प्रताप उपाध्याय            
सहारनपुर। उत्तर-प्रदेश के सहारनपुर में रविवार को 2 अलग-अलग हादसों में दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। पुलिस ने घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया।
सहारनपुर के गागलहेड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत देहरादून सहारनपुर हाईवे पर शिवालिक ढाबे के निकट श्रद्धालुओं की टूरिस्ट बस खाई में पलटीं। दो दर्जन से अधिक यात्री घायल हुए। पुलिस ने घायलों को हरोड़ा सीएचसी मे भर्ती कराया है। पुलिस नें मौके पर पहुंचकर क्रेन की मदद से बस को बाहर निकाला श्रदालुओं से भरी बस महाराष्ट्र से केदारनाथ जा रही थीं। पुलिस ने श्रद्धालुओं के लिए भोजन आदि की भी व्यवस्था की है।

तैयारी: राष्ट्रपति बनने के लिए चुनाव लड़ेंगे, यादव

तैयारी: राष्ट्रपति बनने के लिए चुनाव लड़ेंगे, यादव

अकांशु उपाध्याय/अविनाश श्रीवास्तव
नई दिल्ली/पटना। राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को मतदान होगा। अभी तक बीजेपी या कांग्रेस पार्टी की तरफ से इस पद के लिए किसी के नाम का ऐलान नहीं हुआ है। लेकिन, इस बीच बिहार के लालू प्रसाद यादव राष्ट्रपति बनने के लिए चुनाव लड़ने जा रहे है। नामांकन दाखिल करने के लिए वह 15 जून को दिल्ली पहुंचने की तैयारी कर रहे हैं। आपको बता दें कि हम बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बात नहीं कर रहे, बल्कि सारण के रहने वाले लालू प्रसाद यादव की बात कर रहे हैं।
सारण जिले के मढ़ौरा नगर पंचायत क्षेत्र स्थित यादव रहीमपुर के निवासी लालू प्रसाद यादव ने साल 2017 में हुए राष्ट्रपति चुनाव के लिए भी नामांकन किया था। लेकिन संख्या बल पूरा नहीं होने के चलते उनका नामांकन रद्द हो गया था। इस बार वो पूरी तैयारी में है। नामांकन दाखिल करने के लिए वो 15 जून को जाने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने इसके लिए फ्लाइट का टिकट भी बुक करा लिया है।
जानकारी के मुताबिक, लालू प्रसाद यादव नगर पंचायत से लेकर राष्ट्रपति चुनाव तक में अपना भाग्य आजमा चुके हैं। ये बात अलग है कि उन्हें आज तक सफलता नहीं मिली है। वो साल 2001 में सबसे पहले वार्ड पंचायत चुनाव लड़े थे, इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद साल 2006 और 2009 तक वार्ड पंचायत का चुनाव लड़े और हार गए।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...