बुधवार, 8 जून 2022

आने वाले साल, स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश करने के होंगे

आने वाले साल, स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश करने के होंगे

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि आने वाले साल, स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में निवेश करने के होंगे। उन्होंने पिछले आठ वर्षों में इस क्षेत्र को मजबूत करने की दिशा में अपनी सरकार की ओर से किए गए कार्यों पर गर्व भी जताया। प्रधानमंत्री की यह प्रतिक्रिया एक सरकारी पोर्टल की ओर से स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को रेखांकित करती एक विस्तृत जानकारी को ट्विटर पर साझा करने के साथ दी।
पोर्टल के मुताबिक स्वस्थ भारत के निर्माण हेतु पिछले 8 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवा ढांचों पर अभूतपूर्व निवेश हुआ है, जिससे आज न केवल आयुष्मान भारत से किफायती इलाज संभव हुआ है बल्कि देश आज स्वास्थ्य क्षेत्र में डिजिटल होने की ओर निरंतर अग्रसर है। उसने कहा कि 3.26 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य लाभ मिला, छह नए एम्स क्रियान्वित किए गए और कोविड-19 से मुकाबले के लिए दुनिया का सबसे बड़ा और पहला डिजिटल टीकाकरण अभियान चलाया गया जबकि देश में 2014 के बाद चिकित्सा महाविद्यालयों की संख्या में 55 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।पोर्टल के अनुसार हर जिले में एक चिकित्सा महाविद्यालय खोले जाने का लक्ष्य भी इस सरकार ने निर्धारित किया है। मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘आने वाले साल उन लोगों के होंगे, जिन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश किया है। भारत में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र को मजबूत करने के लिए हमारी सरकार ने पिछले आठ सालों में जो काम किए हैं, मुझे उस पर गर्व है। प्रधानमंत्री ने नमो एप पर छपा एक आलेख भी साझा किया, जिसमें विस्तार से बताया गया है कि भविष्य में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में क्रांति लाने में कौन सी चीजें ‘‘गेमचेंजर’’ साबित होंगी।
मोदी ने इसके साथ ही ट्वीट किया, ‘‘स्वास्थ्य देखभाल हमारे प्रमुख फोकस क्षेत्रों में से एक है। पिछले 8 साल स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को बढ़ाने, हर भारतीय के लिए सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने और इस क्षेत्र के साथ प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने के बारे में रहे हैं।’’ ज्ञात हो कि 30 मई को प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने सत्ता में आठ साल पूरे किए थे। प्रधानमंत्री इन सालों में विभिन्न क्षेत्रों में हासिल की गई सरकार की उपलब्धियों का ब्योरा ट्विटर पर साझा कर रहे हैं।

भारतीय प्रोफेशनल मुक्केबाज ने सीएम से मुलाकात की

भारतीय प्रोफेशनल मुक्केबाज ने सीएम से मुलाकात की

दुष्यंत टीकम  
रायपुर। छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बुधवार को यहां उनके निवास कार्यालय में भारतीय प्रोफेशनल मुक्केबाज विजेन्दर सिंह ने सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ छत्तीसगढ़ में खेलों विशेष रूप से बॉक्सिंग के खेल को बढ़ावा देने की संभावनाओं पर चर्चा की।
श्री विजेंदर सिंह भारत के ऐसे पहले बॉक्सर हैं, जिन्होंने ओलंपिक में कोई पदक जीता है। विजेंदर सिंह ने मुख्यमंत्री से छत्तीसगढ़ में प्रोफेशनल बॉक्सिंग मैच कराने का आग्रह किया, जिस पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने रायपुर में मैच करने की सहमति दी। 
इस मैच में विजेंदर सिंह का मुकाबला अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाज से होगा। विजेंदर सिंह ने वर्ष 2008 के बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। श्री विजेंदर सिंह ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को बॉक्सिंग ग्लव्स भेंट किए। मुख्यमंत्री ने भी श्री विजेंदर सिंह को राजकीय गमछा और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।

प्लैटिनम को ज्यादा किफायती बनाने का तरीका, खोजा

प्लैटिनम को ज्यादा किफायती बनाने का तरीका, खोजा

सुनील श्रीवास्तव
सिडनी। वैज्ञानिकों ने उत्प्रेरक के तौर पर प्लैटिनम को और ज्यादा किफायती बनाने का तरीका खोज लिया है। इसे कम तापमान वाले तरल में बदलकर ऐसा किया जा सकता है।
सदियों से प्लैटिनम, सोना, रूथेनियम और पैलेडियम जैसी नोबल धातुओं को रासायनिक प्रतिक्रियाओं के लिए बढ़िया कैटालिस्ट माना जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अन्य धातुओं की तुलना में वे परमाणुओं के बीच कैमिकल बॉन्ड्स को बेहतर तरीके से तोड़ देते हैं। लेकिन नोबल मेटल दुर्लभ और महंगे होते हैं। इसलिए बड़े पैमाने पर औद्योगिक निर्माता आमतौर पर लोहे जैसे सस्ते विकल्प चुनते हैं।
नेचर केमिस्ट्री जर्नल में प्रकाशित हुए शोध के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया के UNSW सिडनी और RMIT के शोधकर्ताओं ने प्लैटिनम परमाणुओं को विभाजित करके, प्लैटिनम को लिक्विड गैलियम है, ताकि प्लैटिनम की थोड़ी मात्रा में ज्यादा उत्प्रेरक क्षमता हो।
प्लैटिनम का मेल्टिंग तापमान आमतौर पर 1,700 ºC होता है, जिसका मतलब यह है कि जब इसे उत्प्रेरक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है तो यह ठोस होता है। प्लेटिनम को गैलियम मैट्रिक्स में डालकर, इसने गैलियम के मेल्टिंग प्वाइंट अपना लिया।
गैलियम एक नरम, चांदी और नॉन-टॉक्सिक मेटल है जो 29.8 डिग्री सेल्सियस तापमान पर पिघलता है। लिक्विड गैलियम की एक खास बात यह है कि यह हर अणु में अलग-अलग परमाणुओं को अलग करके, धातुओं को घोलता है (जैसे पानी नमक और चीनी को घोलता है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि इस आविष्कार से ऊर्जा की लागत बचेगी और औद्योगिक विनिर्माण में उत्सर्जन कम होगा। गैलियम लोहे की तरह सस्ता नहीं है, लेकिन इसे एक ही रिएक्शन के लिए बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि प्लैटिनम की तरह, गैलियम रिएक्शन के दौरान निष्क्रिय या टूटता नहीं है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि गैलियम में प्लेटिनम को घोलने के लिए कुछ घंटों के लिए तापमान 400 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ाना होता है। टीम को उम्मीद है कि उनकी इस तकनीक से फर्टिलाइज़र से लेकर ग्रीन फ्यूल सेल्स तक, ज्यादा स्वच्छ और सस्ते प्रॉडक्ट तैयार होंगे।

वैज्ञानिकों ने धरती का एक और दुश्मन खोज निकाला

वैज्ञानिकों ने धरती का एक और दुश्मन खोज निकाला

अखिलेश पांडेय     
वाशिंगटन डीसी। अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने स्पेस में धरती का एक और दुश्मन खोज निकाला है। पहले यह एस्टेरॉयड हमारे गृह को नुकसान नहीं पहुंचाने वाला था लेकिन अब इसके गति की दिशा बदल चुकी है। यह पृथ्वी के लिए कुख्यात उल्कापिंड है जो धरती से तेजी से टकरा सकता है।
ऐस्टेरॉयड की गति से वैज्ञानिकों को आश्चर्य।
उल्कापिंड एपोफिस के पुराने सारे डेटा बदल गए। इसका कारण उसकी गति की दिशा का बदलना माना जा रहा है। इसके बाद साइंटिस्ट्स ने ऐस्टेरॉ के करीब पहुंचने के दौरान नए सिरे से शुरुआत करनी पड़ी। वैज्ञानिकों ने दिसंबर 2020 से मार्च 2021 में एस्टेरॉयड का अध्ययन किया। जिसमें पता चला कि एस्टेरॉयड धरती के बगल न निकल कर सीधे टक्कर करेगा।

तबाही मचा सकता है 'कुख्यात उल्कापिंड'...
वैज्ञानिकों का दावा है कि एस्टेरॉयड साल 2029 में धरती से टकरा सकता है। पहले इसके नीले ग्रह के बगल से निकलाने की आशंका थी लेकिन अब वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इसकी पृथ्वी से भयंकर टक्कर हो सकती है। यह ग्रह जिस गति से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है 13 अप्रैल 2029 तक पृथ्वी की सतर स टकरा सकता है।

18 देशों के 100 से अधिक वैज्ञानिकों ने की स्टडी...
अंतरिक्ष में कई एस्टेरॉयड ऐसे हैं जो पृथ्वी के दुश्मम हैं। पृथ्वी को उल्कापिंडों से होने वाले नुकसान पर सर्वे किया गया। इससे जुड़ा अध्ययन देश के 18 देशों के वैज्ञानिकों ने किया है। जिसमें यह देखा गया कि संभावित रूप से खतरनाक क्षुद्रग्रहों किस तरह धरती को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

48 साथ बाद एक और उल्कापिंड पृथ्वी से टकराएगा...
पृथ्वी पर तबाही मचाने वाले कुख्यात एस्टेरॉयड का नाम एपोफिस है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अनुसार एपफिस 1200 फीट चौड़ा है। इसका आकार साढ़े तीन फुटबाल के मैदान के बराबर है। जिस गति से यह धरती की ओर बढ़ रहा है अगर यही गति और दिशा रही तो यह 48 साल बाद 2068 तक पृथ्वी से टकरा सकता है।
2004 में उल्कापिंडों एपोफिस का चला था पता।
 2004 में पहली बार एपोफिस की मौजूदगी का पता चला था। इसको लेकर अंतरिक्ष की वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी ने दुनिया में हलचल मचा दी थी। अध्ययन में पता चला कि एपोफिस 2029 में वर्ग एक से शुरू होकर पृथ्वी को प्रभावित नहीं कर रहा था। वस्तु की कक्षा में बड़ी अनिश्चितताएं थीं।

व्हाट्सएप को 3 नए फीचर्स का परीक्षण करते, देखा

व्हाट्सएप को 3 नए फीचर्स का परीक्षण करते, देखा

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव  
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। व्हाट्सएप कई नए फीचर्स पर काम कर रहा है। अभी मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप को तीन नए फीचर्स का परीक्षण करते हुए देखा गया है। इसमें जिसमें अंडू बटन, एडिट टेक्स्ट मैसेज ऑप्शन और डबल वेरिफिकेशन फीचर शामिल है। बता दें कि ये सभी फीचर्स अभी विकास स्तर पर है। व्हाट्सएप से संबंधित सभी घटनाक्रमों पर नज़र रखने वाले वाबिटेन्फो ने बताया कि व्हाट्सएप जल्द ही यूजर्स को मैसेज भेजने के बाद उन्हें एडिट करने दे सकता है। इसके अलावा यह एक अंडू बटन और डबल वेरिफिकेशन फीचर पर भी काम कर रहा था, तो आइए व्हाट्सएप के अपकमिंग फीचर्स के बारे में जानते हैं।
व्हाट्सएप एक एडिट बटन पर काम कर रहा है, जो यूजर्स को मैसेज भेजने के बाद उन्हें एडिट करने की सुविधा देगा। वर्तमान सेटअप केवल यूजर्स को भेजे गए मैसेज को हटाने की अनुमति देता है, आपको उन्हें एडिट करने का विकल्प नहीं मिलता है। व्हाट्सएप ने कथित तौर पर पांच साल पहले फीचर पर काम करना शुरू किया था, लेकिन ट्विटर पर इसकी सूचना मिलने के तुरंत बाद इसे बंद कर दिया गया था। ने उस एडिट फीचर का स्क्रीनशॉट शेयर किया है। जिसे अभी डेवलप किया जा रहा है।
व्हाट्सएप एक अंडू बटन भी विकसित कर रहा है। यह सुविधा तब काम आएगी जब आप “डिलीट फॉर मी” विकल्प दबाकर उस चैट को दोबारा से हासिल करना चाहते हैं, जिसे आपने डिलीट कर दिया है। कभी-कभी आप गलती से “डिलीट फॉर मी” बटन दबाते हैं बजाय “डिलीट फॉर एवरीवन” दबा देते है।ऐसे में अंडू बटन आपको अपने गलतियों को ठीक करने में मदद करेगा, लेकिन आप इसे केवल एक निश्चित समय सीमा के भीतर ही इस्तेमाल कर सकते हैं।
व्हाट्सएप अपने यूजर्स की सुरक्षा बढ़ाने के लिए डबल वेरिफिकेशन फीचर पर भी काम कर रहा है। जब भी आप किसी अन्य स्मार्टफोन से अपने व्हाट्सएप अकाउंट में लॉग इन करने का प्रयास करेंगे तो आपको डबल वेरिफिकेशन प्रक्रिया से गुजरना होगा।

भोग कार्यक्रम में भाग लेने के लिए एकत्रित हुए, लोग

भोग कार्यक्रम में भाग लेने के लिए एकत्रित हुए, लोग

अमित शर्मा  
मानसा। पंजाब के मानसा में सिद्धू मूसेवाला के भोग कार्यक्रम (मृत्यु के बाद की रस्म) में भाग लेने के लिए बुधवार को बड़ी संख्या में लोग यहां अनाज मंडी में एकत्रित हुए। ये लोग पंजाब, हरियाणा और अन्य जगहों से आए थे। इस दौरान कई लोगों ने मूसेवाला की तस्वीरों वाली टी-शर्ट पहन रखी थी। कई बच्चे दिवंगत गायक जैसे कपड़े पहन रखे थे। कई लोगों के हाथों में पोस्टर थे जिन पर ’29 मई काला दिन’ और ‘मूसेवाला अमर रहें’ लिखा था।
कई लोग ‘मूसेवाला के लिए न्याय’ की मांग कर रहे थे। कुछ लोगों के हाथों में गायक की तस्वीरों वाले झंडे थे। इस मौके पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। अंतिम अरदास में भाग लेने आए जालंधर के एक वकील ने मांग की कि राज्य सरकार गायक के परिवार को न्याय दिलाए। उन्होंने कहा, “मूसेवाला की हत्या की जांच जल्दी की जानी चाहिए और हत्या में शामिल लोगों को फांसी की सज़ा मिलनी चाहिए।
राजस्थान के गंगानगर से तीन दोस्त बुधवार सुबह चार बजे मूसेवाला को श्रद्धांजलि देने मानसा पहुंचे। उनमें से एक ने कहा “जब हमें मूसवाला की मौत के बारे में पता चला तो हम स्तब्ध रह गए।” मूसेवाला की तस्वीर वाले पोस्टर लेकर हरियाणा के फतेहाबाद और सिरसा जिलों से युवाओं का एक समूह कार्यक्रम में शामिल होने आया। उन्होंने मांग की कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को जल्द से जल्द सज़ा दी जानी चाहिए। लुधियाना के एक परिवार ने मूसेवाला की तस्वीरों वाले बैज लोगों को बांटे।
गौरतलब है कि पंजाब के मानसा जिले में 29 मई को अज्ञात हमलावरों ने मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मूसेवाला की हत्या के बाद राज्य पुलिस ने इस घटना को आपसी रंजिश का मामला करार दिया। हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का हाथ बताया जा रहा है।

राजनीति: दो दिवसीय दौरे पर बंगाल पहुंचें, नड्डा

राजनीति: दो दिवसीय दौरे पर बंगाल पहुंचें, नड्डा

मिनाक्षी लोढी
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में नेतृत्व और जमीनी स्तर पर पद और दायित्व को लेकर चल रहे अन्तर विरोध के बीच पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा दो दिवसीय दौरे पर बुधवार को पश्चिम बंगाल पहुंचे। वह आगामी पंचायत चुनावों से पहले प्रदेश भर में संगठन को बढ़ावा देंगे। मंगलवार शाम नड्डा के हवाई अड्डे पर पहुंचने राज्य के बड़े नेताओं ने उनका स्वागत किया। इसके बाद अधिकतर नेताओं ने रात में उनसे उसी होटल में मुलाकात की जहां वह ठहरे हुए थे।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, सांसद दिलीप घोष, अमित मालवीय, लॉकेट चटर्जी और राज्य विधानसभा के विपक्ष के नेता और नंदीग्राम से विधायक सुवेंधु अधिकारी और अग्निमित्र पॉल ने नड्डा से मुलाकात की। इन नेताओं ने इस दौरान अगले 48 घंटों में पार्टी के मामलों और उनके यात्रा कार्यक्रम के संबंध में चर्चा की।इस कार्यक्रम के बीच दिन में नड्डा द्वारा बुधवार दोपहर को राष्ट्रीय पुस्तकालय परिसर में राज्य कार्यकारी समिति की बैठक के एक सत्र का उद्घाटन करने और राज्य नेतृत्व को संबोधित करने की उम्मीद है।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...