मंगलवार, 31 मई 2022

जो नॉन मुस्लिम को काफिर बताएं, वो गलत है

जो नॉन मुस्लिम को काफिर बताएं, वो गलत है 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। जमीयत उलेमा-ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने एक कार्यक्रम में मोदी सरकार की विदेश नीति की सराहना की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में जिस तरह की विदेश नीति देखने को मिली है, उसकी तारीफ होनी चाहिए। अगर तारीफ नहीं होती है तो कंजूसी या नाइंसाफी होगी। मदनी ने कहा कि दुनियाभर में भारत की एक स्वतंत्र भूमिका बहुत दिनों के बाद देखने को मिली है।
मौलना मदनी ने कहा कि पीएम मोदी ने (देश नहीं झुकने दूंगा) इसको प्रैक्टिकली करके दिखाया है। इसके अलावा मदनी ने कार्यक्रम में और भी तमाम मुद्दों पर अपनी राय रखी। इस दौरान एंकर ने मदनी से सवाल किया कि आखिर हिंदुओं को काफिर क्यों कहा जाता है ?

हिंदू काफिर है या नहीं ?
इसपर मदनी ने समझाते हुए कहा, “कुछ टर्मनोलॉजी है। हमारे यहां बहुत पहले यह फैसला हुआ कि अगर काफिर कहने से किसी को तकलीफ होती है तो उसे काफिर नहीं कहा जा सकता है। दूसरा, जो लड़ने वाला हो, उसके लिए काफिर शब्द का इस्तेमाल होता है। तीसरा ये कि जो भी नॉन मुस्लिम को काफिर बताएं, वो गलत है।
लाउडस्पीकर पर बोले मदनी: अजान और लाउडस्पीकर के मुद्दे पर मदनी ने कहा कि जब अजान को लाउडस्पीकर से हटा लिया जाए, तो इसमें क्या बुरा है। कम आवाज में लाउडस्पीकर रखना ये सही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में सभी वर्गों पर एक समान नियम लागू किया गया। केवल खास वर्ग को ही टारगेट किया जाए वो गलत है।
हिजाब पर मदनी बोले: उन्होंने हिजाब मामले पर कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए कि मुस्लिम लड़किया हिजाब की वजह से पढ़ने ना जाएं। मुसलमानों को 20 साल तक बच्चों की शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा हिंदी को लेकर मदनी ने कहा कि उर्दू हमारी मदर टंग भले है, लेकिन हिंदी के विकास और उत्थान पर भी काम होना चाहिए। हालांकि मदनी ने ज्ञानवापी मुद्दे पर कहा किसी पब्लिक प्लेटफॉर्म पर इस विषय में बात नहीं की जाएगी।
मदनी ने कहा कि बीते कुछ समय में मुसलमानों की जिंदगी में बदलाव तो आया है, हालांकि कहीं तकलीफ तो है लेकिन बदलाव को मना नहीं किया जा सकता है। वहीं, बुलडोजर की कार्रवाई पर मदनी ने मध्य प्रदेश के खरगोन का उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार की तरफ से पक्षपात की कार्रवाई हुई है। हम सरकार को मौका देना चाहते हैं, सुधार नहीं हुआ तो कोर्ट में जाएंगे।
मदरसे को सरकारी पैसे मिलने पर मौलाना मदनी ने कहा कि, सरकार जिस भी मदरसे को पैसे दे रही है, उसे देना बंद करे। मदरसे को सरकार के पैसे की क्या जरुरत है। अगर सरकार को किसी समुदाय का उत्थान करना है, उसकी मदद करनी है तो सरकार को स्कूल बनाना चाहिए। अगर कोई समुदाय अपना मदरसा या गुरुकुल चलाना चाहता है तो वो अपने पैसे से चलाए।

ईडी द्वारा की गई कार्यवाही को राजनीतिक षड्यंत्र बताया

ईडी द्वारा की गई कार्यवाही को राजनीतिक षड्यंत्र बताया

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेता एवं दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन पर मनी लांड्रिंग के तहत ईडी द्वारा की गई कार्यवाही को आम आदमी पार्टी के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने राजनीतिक षड्यंत्र बताया है। उन्होंने कहा कि सत्येंद्र जैन पूरी तरह बेकसूर हैं और हमें अपनी न्यायपालिका पर भरोसा है।
जांच में सहयोग न करने पर सत्येंद्र जैन को किया गिरफ्तार
जानकारी के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार कर लिया था। ईडी का कहना है कि जैन उनके खिलाफ चल रही मनी लॉन्ड्रिंग की जांच में केंद्रीय जांच एजेंसी के साथ सहयोग नहीं कर रहे थे। जैन को इस मामले में कथित तौर पर शामिल बताया जा रहा है। जैन को केंद्रीय एजेंसी ने धन शोधन रोकथाम कानून की धाराओं के तहत कोलकाता की एक कंपनी से जुड़े हवाला लेन-देन से संबंधित एक मामले में गिरफ्तार किया गया है। जैन की गिरफ्तारी उनके परिवार और कंपनियों के नियंत्रण वाली कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्की के एक महीने बाद हुई है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो  ने अगस्त, 2017 में जैन और उनके परिवार के खिलाफ 1.62 करोड़ रुपये तक की कथित मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि ‘आप’ के नेता और उनके परिवार ने 2011-12 में 11.78 करोड़ रुपये और 2015-16 में 4.63 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के लिए चार शेल कंपनियों बनाई थीं। ईडी ने सीबीआई की एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच शुरू की थी।
ईडी ने वर्ष 2018 में शकूर बस्ती के ‘आप’ विधायक से मामले के सिलसिले में पूछताछ की थी। ईडी ने अपने बयान में कहा कि 2015-16 के दौरान, जब जैन एक लोक सेवक थे, उनके स्वामत्वि वाली और उनके द्वारा नियंत्रित कंपनियों को हवाला के माध्यम से कोलकाता स्थित प्रवेश ऑपरेटरों को कैश ट्रांसफर के बदले शेल कंपनियों से 4.81 करोड़ रुपये की आवास प्रवष्टियिां प्राप्त हुईं। बयान में कहा गया कि इन राशियों का उपयोग सीधे जमीन की खरीद या दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि की खरीद के लिए किए गए ऋण की अदायगी के लिए किया गया था।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  

1. अंक-235, (वर्ष-05)
2. बुधवार, जून 1, 2022
3. शक-1944, ज्येष्ठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि-दूज, विक्रमी सवंत-2079।
4. सूर्योदय प्रातः 05:33, सूर्यास्त: 07:01।
5. न्‍यूनतम तापमान- 28 डी.सै., अधिकतम-39+ डी.सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
http://www.universalexpress.page/
www.universalexpress.in
email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :- +919350302745
           (सर्वाधिकार सुरक्षित)

सोमवार, 30 मई 2022

वरासत के लंबित प्रकरणों का निस्तारण, निर्देश दिया

वरासत के लंबित प्रकरणों का निस्तारण, निर्देश दिया

हरिशंकर त्रिपाठी

देवरिया। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सोमवार को वर्चुअल माध्यम से जनपद में चल रहे वरासत दर्ज करने के विशेष अभियान की समीक्षा की। उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में निरंतर भ्रमणशील रहते हुए इस अभियान के तहत 20 जून तक निर्विवादित वरासत के लंबित प्रकरणों का निस्तारण करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने आगाह किया कि जनहित के इस कार्य में कोताही बरतने वालों पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।जिलाधिकारी ने समस्त कृषकों, काश्तकारों व भूस्वामियों से अनुरोध किया है कि वे विशेष अभियान के अंतर्गत अपनी निर्विवादित वरासत दर्ज करा लें। यदि निर्विवादित वरासत दर्ज करने में किसी भी स्तर पर समस्या आ रही हो तो वे संबंधित तहसील के एसडीएम से अथवा स्वयं उनसे संपर्क कर सकते हैं। उनकी समस्याओं का त्वरित निराकरण कर वरासत दर्ज कराया जाएगा।


जिलाधिकारी ने कहा कि 20 जून तक सभी लेखपालों को प्रमाणपत्र देना होगा कि उनके क्षेत्र में निर्विवादित वरासत का एक भी प्रकरण लंबित नहीं है। इसके पश्चात यदि उनके संज्ञान में निर्विवादित वरासत का एक भी लंबित प्रकरण आया तो संबंधित लेखपाल के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाएगी।जिलाधिकारी ने बताया कि विशेष अभियान के तहत दिनांक 1 जून 2022 से 7 जून 2022 तक राजस्व निरीक्षकों द्वारा जांच एवं आदेश पारित करने की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाएगा। 8 जून 2022 से राजस्व निरीक्षक निरीक्षक द्वारा नामांतरण आदेश को आर-6 में दर्ज करने के पश्चात खतौनी की प्रविष्टियों को भूलेख सॉफ्टवेयर में आद्यवधिक किया जाएगा।

दिनांक 15 जून 2022 से 17 जून 2022 तक जिलाधिकारी द्वारा प्रत्येक लेखपाल सहित राजस्व निरीक्षक, तहसीलदार तथा उप जिलाधिकारी से इस आशय का प्रमाण पत्र प्राप्त किया जाएगा कि उनके क्षेत्र के अंतर्गत स्थित राजस्व ग्रामों में निर्विवाद उत्तराधिकारी वरासत का कोई भी प्रकरण दर्ज होने से अवशेष नहीं है। 18 जून 2022 से 20 जून 2022 तक अभियान के अंतर्गत जनपद के प्रत्येक तहसील के 10% राजस्व ग्रामों को रैंडमली चिन्हित करते हुए उनसे अपर जिला अधिकारी उप जिलाधिकारियों व अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा इस तथ्य की जांच कराई जाएगी कि निर्विवाद उत्तराधिकार का कोई प्रकरण दर्ज होने से शेष नहीं बचा है। समीक्षा बैठक में मुख्य राजस्व अधिकारी अमृत लाल बिंद, एसडीएम/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गुँजन द्विवेदी, एसडीएम सौरभ सिंह, एसडीएम संजीव उपाध्याय, एसडीएम गजेंद्र सिंह, एसडीएम अरुण कुमार सहित राजस्व विभाग के विभिन्न अधिकारी मौजूद थे। 


राज्यसभा चुनाव के लिए 16 उम्मीदवारों की घोषणा

राज्यसभा चुनाव के लिए 16 उम्मीदवारों की घोषणा 

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। राज्यसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। सूची के अनुसार, 16 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार, राज्यसभा की 57 सीटों पर 10 जून को चुनाव होने है। 31 मई को नामांकन की आखिरी तारीख है।
लिस्ट के अनुसार, बीजेपी ने मध्य प्रदेश से कविता पाटीदार, कर्नाटक से निर्मला सीतारमण और जग्गेश, महाराष्ट्र से पीयूष गोयल और डॉक्टर अनिल सुखदेव राव, राजस्थान से घनश्याम तिवारी, उत्तर प्रदेश से लक्ष्मीकांत बाजपेई, राधा मोहन अग्रवाल, सुरेंद्र सिंह नागर, बाबूराम निषाद, दर्शना सिंह, संगीता यादव, उत्तराखंड से कल्पना सैनी,हरियाणा से कृष्ण लाल पंवार, बिहार से सतीश चंद्र दुबे तथा शंभू शरण पटेल को उम्मीदवार बनाया गया है।

एक घंटे में 2 लाख से अधिक लोगों ने लाइक्‍स किया

एक घंटे में 2 लाख से अधिक लोगों ने लाइक्‍स किया 

कविता गर्ग  
मुंबई। अभिनेत्री दिशा पटानी सोशल मीडिया पर हमेशा सक्रिय रहती है। वह लगातार कुछ न कुछ तस्‍वीरें और वीडियो साझा करती रहती है।
दिशा के फैंस की संख्‍या लाखों में है। वे उनके वीडियो और फोटो को खूब देखते हैं। उसे पसंद करते हैं और कमेंट करते हैं।
दिशा पटानी ने सोमवार को अपने इंस्‍टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है। इसमें वह डांस करती नजर आ रही है। इस वीडियो को महज एक घंटे में दो लाख से अधिक लोगों ने लाइक्‍स किया है।

कूड़े से सर्वाधिक कमाई वाला निगम बना, गाजियाबाद

कूड़े से सर्वाधिक कमाई वाला निगम बना, गाजियाबाद

अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। उत्‍तर प्रदेश में गाजियाबाद नगर निगम कूड़े से सबसे अधिक कमाई वाला निगम बन गया है। गाजियाबाद नगर निगम ने घरों से निकलने वाले कूड़े को बेचना शुरू किया, इससे निगम को 22 लाख रुपये की कमाई हुई है। यह पायलट प्रोजेक्‍ट के रूप में शुरू किया गया है, जो पूरी तरह से सफल रहा है। इससे गाजियाबाद नगर निगम को दोहरा लाभ हुआ। पहला कूड़े का निपटान शुरू हो गया है और दूसरा कमाई भी हो रही है।
गाजियाबाद नगर निगम के नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर के अनुसार पहले सूखे कूड़े को ऐसे ही दे दिया जाता था। लेकिन अब नियम में कुछ परिवर्तन करते हुए 3 महीने पहले एक पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई। इसके तहत सूखे कूड़े के रूप में इकट्ठा होने वाले एल्‍यूमिनियम के कैन, कांच की बोतल, गत्ता और कई तरह की अन्य प्लास्टिक और पॉलीथिन समेत बड़ी मात्रा में कूड़ा एकत्र होता है। जिले में यह सूखा कूड़ा करीब 750 मीट्रिक टन हर महीने निकलता है, जिसे बाजार में बेचकर 22 लाख रुपये प्रति माह की कमाई हो रही है।
समस्‍या बनी कमाई का जरिया...
गाजियाबाद में घरों से निकलने वाला कूड़ा निगम के लिए सरदर्द बना हुआ था। इसे डंप करने के लिए जगह की समस्‍या आ रही थी, लेकिन गाजियाबाद नगर निगम ने इस कूड़े का समाधान खोज लिया है। इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया, जिसके चलते निगम ने गीले कूड़े से खाद बनाना शुरू किया और सूखे कूड़े को बेचकर अब कमाई करना भी शुरू कर दी है। कूड़े से हर महीने कमाई के लिए टेंडर छोड़ा जाएगा।
गाजियाबाद नगर निगम के अनुसार हर महीने घरों से सूखे कूड़े के रूप में इकट्ठा होने वाले एल्‍यूमिनियम के कैन, कांच की बोतल, गत्ता और कई तरह की अन्य प्लास्टिक और पॉलीथिन समेत 750 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है। पायलट प्रोजेक्ट के सफल होने के बाद अब नगर निगम ने इसे बाकायदा कंपनियों को टेंडर दिए जाने की योजना तैयार की है। इस तरह कूड़े से कमाई और बढ़ने की संभावना है।

मुफ्त में मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवाएंगी, सरकार

मुफ्त में मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवाएंगी, सरकार

रोशनी पांडेय
नई दिल्ली। कोरोना काल में मोतियाबिंद की सर्जरी का इंतजार कर रहे करोड़ों मरीजों को मोदी सरकार बहुत बड़ी खुशखबरी देने जा रही है। पिछले दो सालों से आंख सही होने के इंतजार में बैठे लगभग डेढ़ करोड़ गरीब लोगों को मोदी सरकार अब मुफ्त में मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवाएंगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय जून के पहले सप्ताह से देश के हर हिस्से में बैठे लोगों को यह सुवधा प्रदान करेगी। इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने देश के सभी बड़े सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी अस्पतालों को भी तैयार रहने को कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, ‘कोरोना के कारण मोतियाबिंद के लगभग डेढ़ करोड़ मरीजों का अभी तक आंखों का ऑपरेशन नहीं हो सका है। इसलिए अगले दो-तीन सालों के अंदर तकरीबन 3 करोड़ लोगों का आंख का ऑपरेशन करवाया जाएगा।
बता दें कि देश के सरकारी और निजी अस्पतालों में हर साल मोतियाबिंद के 50-60 लाख आपरेशन किए जाते रहे हैं, लेकिन मार्च 2020 में कोरोना महामारी आने के बाद आपरेशन लगभग बंद कर दिया गया। इसका परिणाम यह हुआ कि अब देश में लगभग डेढ़ करोड़ लोगों को मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराना अनिवार्य हो गया है। ये लोग पिछले दो सालों से भी ज्यादा समय से मोतियाबिंद के ऑपरेशन का इंतजार कर रहे हैं। अब, जब कोरोना के मामले में काफी कमी आई है और देश में वैक्सीनेशन ड्राइव भी सफल रहा तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की पहल पर यह मुहिम शुरू की शुरुआत होगी। मोतियाबिंद आपरेशन, देशव्यापी मोतियाबिंद आपरेशन, स्वास्थ्य मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, मोदी सरकार, अस्पताल, प्राइवेट अस्पताल, मुफ्त ऑपरेशन, मुफ्त इलाज,
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंकीपॉक्स को लेकर हवाई अड्डों पर सर्तकता बरतने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय पिछले कुछ दिनों से राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ मिलकर विशेष अभियान की रूपरेखा तैयार कर रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक, इसके लिए सभी सरकारी अस्पतालों में विशेष व्यवस्था की जा रही है। इसके तहत केंद्र सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों के सरकारों को मदद देगी।
इन लोगों को निजी अस्पतालों में भी फ्री में इलाज
बता दें कि जो मरीज आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी सूची में शामिल हैं, उन्हें निजी अस्पतालों में भी मुफ्त में ऑपरेशन किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि अगले दो-तीन सालों में 2.50 करोड़ लोगों का मोतियाबिंद का आपरेशन किया जाना है। मोतियाबिंद आपरेशन, देशव्यापी मोतियाबिंद आपरेशन, स्वास्थ्य मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, मोदी सरकार, अस्पताल, प्राइवेट अस्पताल, मुफ्त ऑपरेशन, मुफ्त इलाज,
आंखों के गंभीर रोगों में शुमार मोतियाबिंद का अगर समय पर ऑपरेशन नहीं होता है तो रौशनी जाने का खतरा बन जता है।
गौरतलब है कि आंखों के गंभीर रोगों में शुमार मोतियाबिंद का अगर समय पर ऑपरेशन नहीं होता है तो रौशनी जाने का खतरा बन जता है। अमूमन 40 साल के बाद लोगों को यह बीमारी होती है। हालांकि, अब छोटे उम्र के बच्चों में भी यह बीमारी नजर आने लगी है। लेकिन, उम्र बढ़ने के साथ यह बीमारी ज्यादा होती है। इसके साथ ही डायबिटीज, शराब का बहुतायत मात्रा में सेवन करने से, अनुवांशिक कारण, बहुत अधिक सूरज की रौशनी में रहने से, हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों सहित बहुत ज्यादा स्मोकिंग की आदत से यह बीमारी हो जाती है।

भाजपा के नेता अभिजात को हाउस अरेस्ट किया

भाजपा के नेता अभिजात को हाउस अरेस्ट किया 

हरिओम उपाध्याय  

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के नेता अभिजात मिश्रा ने हुसैनगंज स्थित छितवापुर पुलिस चौकी के सामने वाली रोड पर स्थित मस्जिद को शिवालय होने का दावा किया है। वहीं, सोमवार को वह परिसर में जलाभिषेक करने के लिए अपने समर्थकों के साथ निकले। लेकिन पुलिस ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया है। बता दें कि अभिजात ने सोशल मीडिया पर शिवलिंग में जलाभिषेक करने की बात कही थी। 

भाजपा नेता ने मुस्लिम समुदाय से किया आग्रह...

बता दें कि अभिजात ने सोशल मीडिया पर शिवलिंग में जलाभिषेक करने के ऐलान के बाद से ही मस्जिद की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।  अभिजात ने कहा कि 60 वर्ष पहले यहां पूजापाठ हुआ करता था। जबसे वहां मस्जिद स्थापित हुई, तबसे वहां नमाज पढ़ी जा रही है। 
साथ ही उन्होंने कहा कि मंदिर के परिसर में दो मीनारें खड़ी करके मस्जिद बनाई गई। उन्होंने बताया कि मुस्लिम समाज से आग्रह है कि जहां पर इस प्रकार के मंदिर मौजूद हैं, वहां से मुस्लिम भाई कब्जा हटा लें। वह जगह छोड़कर जहां चाहेंगे, वहां मस्जिद बनवा दी जाएगी। 

शाम 4 बजे आ सकता बड़ा फैसला...

ज्ञानवापी मस्जिद विवाद में सोमवार का दिन अहम है। श्रृंगार गौरी केस के पोषणीयता पर जिला जज की अदालत में बहस के बाद फैसला आ सकता है। कमीशन की कार्यवाही से जुड़े वीडियो और फोटोग्राफी सभी पक्षों को सौपी जाएगी और एक हफ्ते में आपत्तियां मांगी गई है। ज्ञानवापी से जुड़े एक और मामले में सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक कोर्ट की अदालत में अहम सुनवाई। इसमें ज्ञानवापी में मुस्लिमो के प्रवेश पर रोक, वजुखाने में मिले शिवलिंग की पूजा और ज्ञानवापी मस्जिद के मालिकाना हक हिंदुओ को मिले इसपर सुनवाई होगी।

चार धामों में दर्शन के लिए 12.83 लाख श्रद्धालु पहुंचें

चार धामों में दर्शन के लिए 12.83 लाख श्रद्धालु पहुंचें 

पंकज कपूर
देहरादून। उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा में इस साल रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इस साल अब तक चार धामों में दर्शन के लिए करीब 12.83 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। वहीं, इस बार तीर्थयात्रियों की मौत में भी रिकॉर्ड इजाफा देखने को मिल रहा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इस साल अब तक 106 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी हैं।
चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सबसे अधिक भीड़ केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में देखी जा रही है। यहां बद्रीनाथ धाम में अब तक जहां 4.28 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं। वहीं केदारनाथ धाम में 4.22 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। इसके अलावा गंगोत्री धाम में 2.38 लाख श्रद्धालु, जबकि यमुनोत्री धाम में 1.77 लाख श्रद्धालु आए। वहीं सिखों के पवित्र स्थल हेमकुंड साहिब में अब कर 16000 श्रद्धालु पहुंच चुके हैं।
वहीं इस तीर्थयात्रा के दौरान मृतकों की संख्या बढ़कर 106 जा पहुंची है। इनमें से 78 पुरुष और 28 महिलाएं शामिल हैं। मृतकों में सबसे अधिक केदारनाथ में 50 यात्रियों की मौत हो चुकी है। वहीं इसके अलावा बद्रीनाथ मं 21, यमुनोत्री में 28 और गंगोत्री धाम में 7 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है।
दरअसल, उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित चार धाम- बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री, के रास्ते में ह्रदय संबंधी समस्याओं के कारण श्रद्धालुओं की मौत की घटनाएं हर साल होती हैं, लेकिन इस बार यह संख्या कहीं ज्यादा है। पिछले सालों के आंकड़ों से साफ है कि वर्ष 2019 में 90 से ज्यादा, वर्ष 2018 में 102, वर्ष 2017 में 112 चारधाम तीर्थयात्रियों की मृत्यु हुई थी।

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने के मुद्दे पर 'निरंतर ध्यान'

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने के मुद्दे पर 'निरंतर ध्यान' 

इकबाल अंसारी  
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को कहा कि प्रशासन समाज के वंचित तबके को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने के मुद्दे पर “निरंतर ध्यान” दे रहा है। जो लंबे समय से अपने अधिकारों से वंचित था। सिन्हा आदिवासी समुदाय के कल्याण के लिए 51 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखने के मद्देनज़र पुलवामा जिले में थे। उन्होंने एक आदर्श जनजातीय पारगमन आवासीय विद्यालय, छात्रावास और समुदाय के लिए 18 अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
सिन्हा ने कहा, “यह सुनिश्चित करने के लिए निरंतर ध्यान दिया जा रहा है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उन लोगों तक पहुंचाई जाए जो लंबे समय से अपने अधिकारों से वंचित थे।” सिन्हा ने कहा, “नए छात्रावास, आधुनिक कक्षाएं और आदिवासी छात्रों के लिए रिकॉर्ड संख्या में छात्रवृत्ति आर्थिक समृद्धि और सर्वांगीण विकास के नए द्वार खोलेंगे।” उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं सामाजिक न्याय और समानता की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं।
सिन्हा ने कहा कि वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में आदिवासी समुदाय के लिए संभावनाएं उज्ज्वल हैं, क्योंकि समुदाय के लाभ के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जनजातीय समुदाय की संभावनाएं पहले कभी उतनी उज्ज्वल नहीं थीं, जितनी अब हैं। वन अधिकार अधिनियम, प्रधानमंत्री वन धन योजना, स्वास्थ्य देखभाल, परिवहन सुविधाएं, छात्रावास, पर्यटक गांव, कौशल विकास आदि हर एक पहल का उद्देश्य न्यायपूर्ण, निष्पक्ष और न्यायसंगत तरीके से जम्मू-कश्मीर की प्रगति सुनिश्चित करना है।
’’ सिन्हा ने आरोप लगाया कि आजादी के बाद से जम्मू-कश्मीर में आदिवासियों की उपेक्षा की गई और उनके साथ भेदभाव किया गया। उन्होंने कहा, “1976 से 2020 के बीच आदिवासी छात्रों के लिए केवल 26 छात्रावास स्थापित किए गए थे, जबकि 2023 तक 37 नए छात्रावास खोले जाएंगे।” सिन्हा ने कहा कि पिछले 21 महीनों में, सभी हाशिए पर पड़े लोगों और कमजोर समूहों के सशक्तीकरण के लिए कदम उठाए गए हैं।

जोगी की प्रतिमा स्थापित, स्थान आवंटित करने की मांग

जोगी की प्रतिमा स्थापित, स्थान आवंटित करने की मांग 

दुष्यंत टीकम  
जगदलपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने 29 मई को छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री माननीय अजीत जोगी की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में 30 मई को उनकी स्मृत्ति अजीत जोगी का स्मरण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनकी जनसेवा को याद किया।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के बस्तर जिला, अध्यक्ष व बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के मुख्य संयोजक नवनीत चांद के नेतृत्व, शहर, एवं जिला ब्लाक के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री माननीय अजीत जोगी की प्रतिमा स्थापित करने के लिए स्थान आवंटित करने की मांग, सरकार से की।  
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के जिला अध्यक्ष व मुक्ति मोर्चा के मुख्य संयोजक नवनीत चांद ने  कहा कि छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री माननीय अजीत जोगी एक युग पुरुष थे। छत्तीसगढ़ की माटी में एक गरीब आदिवासी के यहाँ जन्मे श्री जोगी ने गरीबी, लाचारी और असहाय से भरे विषम काल में पल-बढ़ कर, परिस्थितियों से लड़ कर, एक दक्ष गोल्ड मेडलिस्ट इंजीनियर, प्रोफेसर, आईपीएस एवं आईएएस बने और छत्तीसगढ़ राज्य बनने के उपरान्त प्रथम मुख्यमंत्री बनकर उन्होंने छत्तीसगढ़ की अस्मिता का मान बढ़ाया और सदैव किसानों व गरीबों का मसीहा बने रहें, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, असहाय और पिछड़ों के उत्थान और सेवा के लिए कार्य किया एवं संपूर्ण जीवन न्यौछावर किया।
नवनीत चांद ने कहा कि युगपुरुष माननीय अजीत जोगी जी छत्तीसगढ़ महतारी के सच्चे पुत्र थे।छत्तीसगढ़ के लोगों को जोगी से अपार स्नेह था और आम लोगों ने उन्हें कभी भी नेता नहीं, बल्कि घर के एक सदस्य के रूप में मान दिया। छत्तीसगढ़ के ढाई करोड़ जनता की जनभावनाओं का सम्मान करते हुए, छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री माननीय अजीत जोगी की प्रतीमा के लिए सरकार  सार्वजनिक स्थान पर जमीन आवंटित करें‌। ताकि उनकी प्रतीमा के स्वरुप से उनके आदर्श लोगों के हृदय में अविस्मरणीय बने रहें। माननीय अजीत जोगी जी की जीवनी, उनका परिश्रम और जनसेवा भाव उनकी प्रतीमा के प्रतीक के रूप में आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक बने। उक्त कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष नवनीत चांदमुक्ति मोर्चा जिला अध्यक्ष भरत कश्यप जिला उपाध्यक्ष , जगदलपुर विधानसभा प्रभारी नीलाम्बर सेठिया जगदलपुर ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष अजय बघेल ,शैलेन्द्र वर्मा,धनशाय बघेल ,मोहन मौर्य, कमल गजविर, गीता भारती,पाकलू, पीतम ,दयतारी, गुरमीत कौर, पिंकी तिलक, गीता नाग, कृष्णा, हीरालाल धर्मेंद्र, कुंदन ,बौद्धनाथ आदि सैकड़ों की संख्या में उपस्थित थे।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...