बुधवार, 23 मार्च 2022

बजरंगबली को 'दलित' बताने पर सीएम को नोटिस

बजरंगबली को 'दलित' बताने पर सीएम को नोटिस   

हरिओम उपाध्याय           
लखनऊ। 18वीं विधानसभा के गठन के लिए हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को राज्य में दोबारा से प्रचंड जीत दिलाने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अदालत की ओर से नोटिस जारी किया गया है। बजरंगबली को दलित बताने के मामलें को लेकर दायर की गई याचिका के संबंध में अदालत ने सीएम योगी को यह नोटिस भेजा है, कि जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने इस मामलें की अगली सुनवाई 26 अप्रैल, निर्धारित की है।
बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मऊ के जिला एवं सत्र न्यायाधीश की ओर से नोटिस जारी किया गया है। 
दोहरीघाट थाना क्षेत्र के भगवानपुरा कस्बा निवासी नवलकिशोर शर्मा ने एमपी एमएलए विशेष कोर्ट की मजिस्ट्रेट श्वेता चौधरी की अदालत में एक परिवाद दाखिल किया था। इसमें मुख्यमंत्री अजय बिष्ट उर्फ योगी आदित्यनाथ को आरोपी बनाया गया है। नवल किशोर की ओर से की गई शिकायत में कहा गया है कि योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान के अलवर जनपद के मालखेड़ा में वर्ष 2018 की 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव के दौरान आयोजित की गई एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि बजरंगबली बनवासी गिरीवासी और दलित थे। नवल किशोर के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस बयान से परिवादी व बजरंगबली में आस्था रखने वालों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एमपी एमएलए कोर्ट की ओर से इस शिकायत को खारिज कर दिया गया था। 
जज श्वेता चौधरी ने 11 मार्च को कहा था कि घटना स्थल राजस्थान का है और यह मऊ क्षेत्राधिकार से बाहर का मामला है। याची नवल किशोर की ओर से इस मामले को जिला अदालत में चुनौती दी गई है। सुनवाई के बाद मुख्य न्यायाधीश ने फौजदारी निगरानी के रूप में दर्ज कर सुनवाई के लिए 26 अप्रैल की तिथि निर्धारित की है।

पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती नेे बीजेपी पर बोला हमला

पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती नेे बीजेपी पर बोला हमला  

इकबाल अंसारी        
श्रीनगर। हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ जहां एक तरफ बॉक्स ऑफिस पर जमकर कमाई कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ इस फिल्म को लेकर बवाल भी मचा हुआ है। इस फिल्म पर जमकर राजनीति हो रही है। अब इस फिल्म को लेकर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती की तरफ से बयान सामने आया है। 
जिसमें उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोलते हुए कहा है कि अगर बीजेपी ने कश्मीरी पंडितों को लेकर कुछ किया होता तो आज हालात अलग होते।

24 को राज्य विधानसभा संबोधित करेंगे राष्ट्रपति

24 को राज्य विधानसभा संबोधित करेंगे राष्ट्रपति 

इकबाल अंसारी    

गांधीनगर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गुजरात के अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान बृहस्पतिवार (24 मार्च) को राज्य विधानसभा को संबोधित करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष निमाबेन आचार्य ने बुधवार को यह जानकारी दी। आचार्य ने मौजूदा बजट सत्र के दौरान सदन को बताया कि भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में केंद्र सरकार की पहल ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत, राष्ट्रपति कोविंद 24 मार्च को पूर्वान्ह्र 11 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच गुजरात विधानसभा को संबोधित करेंगे।

गुजरात के रक्षा जनसंपर्क अधिकारी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि शुक्रवार को कोविंद जामनगर में आयोजित होने वाले एक समारोह में भारतीय नौसेना के जहाज (आईएनएस) ‘वलसुरा’ को ‘प्रेसिडेंट कलर’ प्रदान करेंगे। ‘प्रेसिडेंट कलर’ राष्ट्र के लिए असाधारण सेवा के सम्मान में एक सैन्य इकाई को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। वर्ष 1942 में स्थापित आईएनएस वलसुरा, भारतीय नौसेना का एक प्रमुख प्रशिक्षण प्रतिष्ठान है।

आवेदन, प्रतिनियुक्ति के आधार पर की जाएगी भर्ती

आवेदन, प्रतिनियुक्ति के आधार पर की जाएगी भर्ती  

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने भर्ती निकाली है। यूआईडीएआई की ओर से असिस्टेंट डायरेक्टर, जेटीओ यानी जूनियर ट्रांसलेशन ऑफिसर और असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर के पदों को भरने के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। आवेदन की अंतिम तिथि बुधवार, 23 मार्च, 2022 है। यूआईडीएआई की यह भर्ती दिल्ली स्थित मुख्यालय के लिए है। भर्ती बाह्य सेवा शर्तों यानी, प्रतिनियुक्ति के आधार पर की जाएगी।
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने अपनी एक अधिसूचना में कहा कि यूआईडीएआई अपने मुख्यालय, नई दिल्ली में सहायक निदेशक- राजभाषा, कनिष्ठ अनुवाद अधिकारी एवं सहायक अनुभाग अधिकारी के पदों को प्रतिनियुक्ति के आधार पर भरने का इच्छुक है। उपरोक्त भर्ती में आवेदन के इच्छुक उम्मीदवार अधिसूचना विज्ञापन में दिए गए निर्धारित प्रपत्र को भरकर अपना फॉर्म “सहायक महानिदेशक (एचआर), भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई), चतुर्थ तल, बंगला साहिब मार्ग, काली मंदिर के पीछे, गोल मार्केट, नई दिल्ली- 110001” के पते पर जमा कर सकते हैं।
गैर-सरकारी कर्मचारी व अभ्यर्थी पात्र नहीं।
अधिसूचना विज्ञापन में कहा गया है कि सभी तरह से पूर्ण आवेदन पत्र प्राप्त करने की अंतिम तिथि 23 मार्च, 2022 है। चूंकि यह रिक्तियां प्रतिनियुक्ति के आधार पर भरी जानी है, अत: गैर-सरकारी कर्मचारी व अभ्यर्थी पात्र नहीं हैं। यानी कि इस भर्ती में सिर्फ केंद्र सरकार के कर्मचारी, राज्य सरकारों के अधीन विभागों के कर्मचारी या फिर सार्वजनिक क्षेत्र में सेवाएं दे रहे सरकारी कर्मचारी ही आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि के बाद मिलने वाले या अधूरे पाए गए आवेदन पत्रों पर विचार नहीं किया जाएगा। उम्मीदवार विस्तृत जानकारी के लिए यूआईडीएआई की वेबसाइट www.uidai.gov.in का करियर सेक्शन देख सकते हैं।

अन्य राज्यों में होने वाले चुनाव के लिए कसी कमर

अन्य राज्यों में होने वाले चुनाव के लिए कसी कमर  

अमित शर्मा        

चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी ने अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस ली है। पंजाब में धमाकेदार जीत को अभी 2 सप्ताह ही नहीं हुए और आप (आम आदमी पार्टी), आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। मिली जानकारी के अनुसार, आप ने 6 राज्यों में चुनाव प्रभारी नियुक्त कर दिए है और आप के ये चुनाव प्रभारी पार्टी के प्रसार मिशन में जुट गए है। बता दें आगामी विधानसभा चुनाव वाले राज्यों में आप ने इन नेताओं को चुनाव प्रभारी नियुक्त किए है। हिमाचल की कमान दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन संभालेंगे। बीते दिनों आप के नेता गोपाल राय छत्तीसगढ़ में विजय यात्रा निकाल रहे है, तो वहीं सौरभ भारद्वाज को हरियाणा में पार्टी खड़ी करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके आलावा भाजपा के गढ़ गुजरात की जिम्मेदारी पंजाब चुनाव के समय में कुशल रणनीतिकार की पहचान बनाने वाले IIT प्रोफेसर संदीप पाठक को दी गई है। आम आदमी पार्टी की इस रणनीति से यह साफ़ है की यह विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जगह लेना चाहती है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ऐसे राज्य जहां भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है उन राज्यों में आप अपनी पकड़ बनाना चाहती है। अपनी इस रणनीति के तहत आप पार्टी छत्तीसगढ़ और गुजरात में पूरा जोर लगा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक अभी आप लोकसभा चुनाव 2024 पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे है बल्कि विधानसभा चुनाव के माध्यम से अन्य राज्यों में अपने कैडर तैयार करने पर फोकस कर रही है। इसलिए अभी आप सिर्फ चार राज्यों में फोकस कर रही है। छत्तीसगढ़ और गुजरात के साथ ही आप पंजाब के पड़ोसी राज्य हिमाचल और हरियाणा भी प्रसार बढ़ा कर रही है। गुजरात में भाजपा का कार्यकाल अगले साल 18 फ़रवरी तक पूरा होने वाला है, ऐसे में गुजरात विधानसभा चुनाव इसी साल के आखिरी महीनों में किया जा सकता है। बता दें आम आदमी पार्टी पहले भी गुजरात मे विधानसभा चुनाव लड़ चुकी है। पार्टी का संगठन जमीनी स्तर पर काफी सक्रीय है। इसके साथ ही अक्टूबर, 2021 को गुजरात में हुए नगर निगम चुनाव में भी आम आदमी पार्टी, कांग्रेस को पछाड़ कर अपना सिक्का जमाने में कामयाब हो गई है।

पंजाब से सटा हुआ हिमाचल प्रदेश आप के लिए बेहद खास है। बता दें फिलहाल हिमाचल में भाजपा कि सरकार है, लेकिन भाजपा का कार्यकाल अगले साल 8 जनवरी को पूरा हो जाएगा। जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि हिमाचल में भी 2022 के नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव हो सकते है। इसके आलावा आप ने हिमाचल के सभी 68 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर दिया। हिमाचल के ऊना और कांगड़ा पर आप का सबसे ज्यादा फोकस होगा। कांगड़ा इलाके में ही राज्य की सबसे ज्यादा 15 विधानसभा सीटें आती हैं। हरियाणा आम आदमी पार्टी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसकी दो वजहें है- पहली यह कि, हरियाणा आप शासित दिल्ली और पंजाब के बीच आता है और दूसरी यह कि अरविंद केजरीवाल खुद भी हरियाणा से है। बता दें हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी पंजाब चुनाव के बाद से सक्रीय हो गई है। आप ने हरियाणा का प्रभारी सांसद सुशील गुप्ता को चुना है।

एक साक्षात्कार में आप के चुनाव प्रभारी सौरभ भारद्वाज ने बताया कि, “पार्टी हरियाणा में एकदम नए सिरे संगठन को तैयार कर रही है। हमने आम आदमी पार्टी की राज्य कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। पार्टी पूरे हरियाणा में सदस्यता अभियान चला रही है और दूसरी पार्टी के नेताओं को AAP में शामिल करने की रणनीति पर काम कर रही है। हम कांग्रेस की खोई हुई साख के जरिए अपनी पार्टी के संदेश को लोगों तक ले जा रहे हैं। लोग भी ये समझ रहे हैं कि कांग्रेस अब भाजपा से मुकाबला करने की स्थिति में नहीं है, इसलिए लोग नए विकल्प को मौका देंगे। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 21 मार्च को आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रभारी गोपाल राय ने विजय यात्रा निकालते हुए ‘बदलबो छत्तीसगढ़’ का नारा दिया है। बता दें ऐसा ही बदलाव का नारा आप ने पंजाब विधानसभा चुनाव में भी लगाया था। आप 2017 में छत्तीसगढ़ के चुनावी दंगल में अपने हाथ आजमा चुकी है। लेकिन यहां उसे बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था।

फिट-एनर्जेटिक बनाने में कारगर हैं सौंफ का पानी

फिट-एनर्जेटिक बनाने में कारगर हैं सौंफ का पानी    

सरस्वती उपाध्याय      
फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर गर्मी के सीजन में ये एक चीज शरीर को ठंडा करने के साथ ही कई सारी बीमारियों से भी बचाती है। ये कोई और नहीं, बल्कि सौंफ का पानी है। सौंफ में भरपूर फाइबर मिलता है, जो वजन घटाने में भी मदद करता है। आप भी वेट लॉस करना चाहते हैं तो हर दिन सुबह सौंफ का पानी जरूर पीएं।
सौंफ का पानी को डाइट में शामिल करने से वजन भी कम होता है। शरीर को फिट और एनर्जेटिक बनाने के लिए सौंफ का पानी काफी कारगर है। आइए सौंफ के पानी के ऐसे ही जबरदस्त फायदों के बारे में जानते हैं, साथ ही ये भी जान लें कि इसे बनाने का तरीका क्या है।
सौंफ का पानी डिटॉक्सिफायर के रूप पर काम करता है। सौंफ का पानी पीने से शरीर से विषाक्त पदार्थ निकल जाते हैं। खाना खाने के बाद सौंफ का पीएं तो खाना आसानी से पच जाता है। सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ ही जिंक, सेलेनियम, फास्फोरस और मैग्नीशियम पाए जाते हैं। इन पोषक तत्वों के होने के कारण सौंफ हमारे शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करने का काम करता है।
सौंफ के पानी से होते है ये फायदे...
सौंफ का पानी पीने से इन्सुलिन का लेवल कंट्रोल में रहता है। सुबह-सुबह सौंफ का पानी पीने से ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है।
फाइबर से भरपूर होने की वजह से सौंफ का पानी वजन घटाने में काफी मदद करता है।
सौंफ का पानी पीने से शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और बैड कोलेस्ट्रॉल पर कंट्रोल करता है।
सौंफ का पानी पीने से डाइजेशन भी बेहतर होता है।
सौंफ का पानी पीने से दिल से जुड़ी बीमारियां दूर हो जाती हैं।
सौंफ पेट को ठंडा रखता है, इससे एसिडिटी और कब्ज की समस्या से निजात मिलती है।
सौंफ का पानी पीने नियमित पीते हैं तो आँखों की रौशनी तेज होती है।
ऐसे बनाएं सौंफ का पानी...
करीब एक बड़ा चम्मच सौंफ लें।
एक गिलास पानी में उसे रात भर भिगो कर रखें।
सुबह भिगोए हुए सौंफ को हाथों से अच्छे से मसल लें और छान कर इसका पानी पी जाएं।
या आप सौंफ के पानी को उबाल कर भी इसे पी सकते हैं।
सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। 

आयरन का अधिक मात्रा में सेवन करना नुकसानदायक

आयरन का अधिक मात्रा में सेवन करना नुकसानदायक  

सरस्वती उपाध्याय                

आयरन एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। हालांकि, इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से आपके स्वास्थ्य और शरीर को नुकसान हो सकता है। आयरन के अधिक सेवन के दुष्प्रभावों को जानने के लिए पढ़ें। किसी भी चीज का अधिक मात्रा में सेवन करना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। आयरन के साथ भी यह समस्या है। यह एक आवश्यक खनिज है, जो आपके शरीर को ऊर्जा, चयापचय को बढ़ावा देने के साथ-साथ उचित प्रतिरक्षा और श्वसन कार्यों के लिए भी आवश्यक है। तो इसका सीधा सा मतलब है कि आपको रोजाना आयरन की जरूरत है। जबकि ज्यादातर महिलाएं आयरन की कमी से जूझती हैं और उन्हें आयरन सप्लीमेंट लेने पड़ते हैं। पर क्या आप जानती हैं कि इनकी ओवरडोज़ भी आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। नहीं। तो ज्यादा आयरन के साइड इफैक्ट्स के लिए इसे पढ़ें। 

सेवन करना भी एक अच्छा विचार नहीं है। हां, सिर्फ इसलिए कि आयरन महत्वपूर्ण है, इसका मतलब यह नहीं है कि आप इसका अधिक मात्रा में सेवन करें। क्योंकि आयरन के अधिक सेवन से कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं।किसी भी पोषक तत्व के सेवन का गोल्डन रूल उसकी सही मात्रा है। हरि लक्ष्मी, सलाहकार आहार विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ, मदरहुड अस्पताल, अलवरपेट, चेन्नई ने हेल्थशॉट्स से इस बारे में बात की। वे बता रहे हैं बहुत अधिक आयरन के सेवन के दुष्प्रभाव।

आयरन स्वस्थ आहार का एक अनिवार्य हिस्सा है। यह हीमोग्लोबिन का एक महत्वपूर्ण तत्व बनाता है जो लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाता है। हीमोग्लोबिन का स्तर अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमारे शरीर में कोशिकाओं को ऑक्सीजन की आपूर्ति निर्धारित करता है। उन्होंने आगे कहा, “हालांकि आयरन उपयोगी है और शरीर के कई बुनियादी कार्यों में एक आवश्यक भूमिका निभाता है, लेकिन अधिक मात्रा में सेवन करने पर यह हानिकारक हो सकता है। वास्तव में, पाचन तंत्र अवशोषित आयरन की मात्रा को कसकर नियंत्रित करता है, जिससे अतिरिक्त आयरन अवशोषण विषाक्त हो सकता है‌।

हेपसीडिन हार्मोन आयरन के अवशोषण को नियंत्रित करता है और शरीर में संग्रहित आयरन को संतुलित स्तर पर रखने के लिए जिम्मेदार होता है। लेकिन जब आप अत्यधिक मात्रा में आयरन का सेवन करती हैं, तो यह आपको नुकसान करने लगता है। जब आप लंबे समय तक या एक ही डोज में आयरन की उच्च खुराक लेते हैं, तो आयरन की विषाक्तता होती है। इसके लक्षणों में मतली, पेट दर्द, उल्टी और दस्त शामिल हो सकते हैं। समय के साथ शरीर में जमा अतिरिक्त आयरन लिवर और मस्तिष्क जैसे अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। उस मामले में, तत्काल चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता है।

 यह एक अनुवांशिक विकार है, जहां शरीर बहुत अधिक आयरन को अवशोषित करता है जिसके परिणामस्वरूप आयरन ओवरलोड हो जाता है। लक्ष्मी के अनुसार “इस स्थिति वाले लोगों को अपने आयरन के सेवन के बारे में बेहद सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि इससे कुछ गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव हो सकते हैं। लीवर में आयरन जमा होने से सिरोसिस हो सकता है और अगर यह अग्न्याशय में जमा हो जाए, तो इससे मधुमेह भी हो सकता है। यदि आपकी यह स्थिति है, तो आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें और विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों को आयरन युक्त चीजों के साथ मिलाने से भी बचें। यदि इसे अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो यह स्थिति गठिया, यकृत की समस्याओं, कैंसर और हृदय की समस्याओं जैसी बीमारियों के जोखिम को बढ़ा देती है।

ऐसे अध्ययन हैं, जो बताते हैं कि शरीर में अतिरिक्त आयरन आपको बैक्टीरिया के संक्रमण के लिए भी अतिसंवेदनशील बना सकता है। इसलिए, जिन रोगियों में संक्रमण का खतरा अधिक होता है, उन्हें अपने आयरन के सेवन को नियंत्रित करना चाहिए। आयरन की अधिक खपत प्रारंभिक अवस्था में लक्षण नहीं दिखाती है इसलिए सावधान रहें और इसे कम मात्रा में सेवन करें।

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ  पंकज कपूर  देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा...