सोमवार, 31 जनवरी 2022

आग्नेयास्त्र की तस्करी, गिरोह का भंडाफोड़ किया

आग्नेयास्त्र की तस्करी, गिरोह का भंडाफोड़ किया   

अकांशु उपाध्याय            नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने हथियारों (आग्नेयास्त्र) की तस्करी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ कर 60 वर्षीय तस्कर को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि तस्कर के पास से 10 अत्याधुनिक पिस्तौल और 20 जिंदा कारतूस जब्त किए गए हैं।

पुलिस के मुताबिक आरोपी की पहचान कासिम अली के रूप में की गयी है और वह उत्तर प्रदेश के हमीरपुर का रहने वाला है। कासिम मध्य प्रदेश से हथियार और गोला-बारूद मंगवाता था और दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आगे उनकी तस्करी करता था। पुलिस के मुताबिक कासिम ने पिछले तीन वर्षों के दौरान दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 500 से अधिक आग्नेयास्त्रों की आपूर्ति की है।

दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ के उपायुक्त जसमीत सिंह ने कहा कि पुलिस की टीम को सूचना मिली थी कि कासिम अपने सहयोगियों की मदद से दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हथियारों की तस्करी करने का काम करता था। उसके और गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए पुलिस ने निगरानी शुरू की। इस संबंध में जानकारी जुटाने के लिए गुप्त सूत्रों को तैनात किया गया था। पुलिस उपायुक्त के मुताबिक आरोपी कासिम को शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात यहां पुल प्रह्लादपुर के पास एमबी रोड से गिरफ्तार किया गया। कासिम इस काम में पिछले 15 वर्षों से शामिल था।

खुदकुशी मामलें से जुड़ी जांच सीबीआई को सौंपीं

खुदकुशी मामलें से जुड़ी जांच सीबीआई को सौंपीं  

इकबाल अंसारी         मद्रास। मद्रास उच्च न्यायालय की पीठ ने सोमवार को 17 वर्षीय लड़की के खुदकुशी मामलें से जुड़ी जांच सीबीआई को सौंपने का निर्देश दिया। आरोप है कि लड़की को कथित रूप से धर्म परिवर्तित करके ईसाई बनने के लिए बाध्य किया गया था। न्यामूर्ति जीआर स्वामीनाथन ने मामले की सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता, लड़की के पिता और स्कूल प्रबंधन की दलीलों के मद्देनजर जांच हस्तांतरित करने का आदेश दिया।

आदेश में कहा गया है कि लड़की को मरणोपरांत न्याय दिलाना अदालत का कर्तव्य है, लेकिन अब तक के हालात से ऐसा लग रहा है कि जांच सही दिशा में आगे नहीं बढ़ रही है। न्यायमूर्ति स्वामीनाथन ने कहा कि ‘मैं सीबीआई निदेशक, नई दिल्ली को निर्देश देता हूं कि वह राज्य पुलिस से जांच अपने हाथ में लेने के लिए एक अधिकारी नियुक्त करें। सीबीआई स्वतंत्र जांच करेगी और इस आदेश में की गई किसी भी टिप्पणी को ध्यान में नहीं रखेगी।

तंजावुर के मिशनरी स्कूल की 17 वर्षीय छात्रा अरियालुर जिले की रहने वाली थी, जिसने कुछ दिन पहले कथित रूप से खुदकुशी कर ली थी। छात्रावास में रह रही इस लड़की को कथित रूप से धर्म परिवर्तन करके ईसाई धर्म अपनाने के लिए बाध्य किया गया था। इस संबंध में वीडियो भी वायरल हुआ था। हालांकि, स्कूल प्रबंधन ने आरोपों को खारिज करते हुए इस ममाले में स्वार्थ तलाशने वाले तत्वों को दोषी ठहराया है। इस मामले में पीड़िता के पिता ने पहले सीबी-सीआईडी की मांग की थी, लेकिन अंतिम सुनवाई के दौरान उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की।

कोविड डैशबोर्ड पर भारत का गलत नक्शा दिखाया

कोविड डैशबोर्ड पर भारत का गलत नक्शा दिखाया 

अखिलेश पांडेय          वाशिंगटन डीसी/ नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन के कोविड डैशबोर्ड पर भारत का गलत नक्शा दिखाया गया है। इसके बाद तृणमूल कांग्रेस के सांसद ने नरेंद्र मोदी सरकार से इस पर सख्त रुख अपनाने को कहा है। नक्शे में जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान और अरुणाचल प्रदेश को चीन का हिस्सा दिखाया गया है।

तृणमूल कांग्रेस के सांसद शांतनु सेन ने पीएम नरेंद्र मोदी को खत लिखा और गलती को लेकर रविवार को ट्वीट भी किया। उन्होंने पीएम मोदी को लिखे खत में कहा, 'जब मैंने डबल्यूएचओ की साइट पर क्लिक किया, तो दुनिया का नक्शा मेरे सामने आया। जब मैंने उसे भारत के हिस्से को लेकर जूम किया तो एक नीला नक्शा मेरे सामने आया और जम्मू-कश्मीर के लिए दो अलग-अलग रंग दिखाई पड़े। सेन ने कहा कि जब उन्होंने नीले हिस्से पर क्लिक किया, तो नक्शा उन्हें भारत का डेटा दिखा रहा था, लेकिन दूसरा हिस्सा पाकिस्तान का कोविड-19 डेटा दिखा रहा था। तृणमूल कांग्रेस सांसद ने यह भी दावा किया कि अरुणाचल प्रदेश राज्य के एक हिस्से का अलग से सीमांकन किया गया था।

इसे एक गंभीर अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बताते हुए टीएमसी सांसद ने कहा कि भारत सरकार को इसकी जांच करनी चाहिए थी और इस मुद्दे को बहुत पहले ही उठाना चाहिए था। सेन ने यह भी कहा कि भारत के लोगों को सूचित किया जाना चाहिए कि इतनी बड़ी गलती को कैसे नजरअंदाज किया जा रहा है। 2021 में, ट्विटर ने भारत के नक्शे को गलत तरीके से पेश किया, जिसमें जम्मू और कश्मीर को एक अलग देश और लद्दाख के बड़े हिस्से को चीन के रूप में दर्शाया गया। ठीक दस महीने पहले, अक्टूबर 2020 में, ट्विटर ने लेह को पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के हिस्से के रूप में जियो-टैग किया था, जिसे लेकर भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव अजय साहनी ने ट्विटर के संस्थापक और वैश्विक प्रमुख जैक डोर्सी को एक खत भी लिखा था। सरकार ने खत में कहा कि ट्विटर की ओर से भारत की संप्रभुता और अखंडता का अनादर करने का कोई भी प्रयास गैरकानूनी और पूरी तरह से अस्वीकार्य है। कड़ी प्रतिक्रिया के बाद, ट्विटर ने गलत नक्शा हटा दिया, जो पहले ट्विटर वेबसाइट के करियर सेक्शन में 'ट्वीप लाइफ' टाइटल के तहत नजर आ रहा था।

मणिपुर में बीजेपी प्रत्याशियों की घोषणा, बवाल

मणिपुर में बीजेपी प्रत्याशियों की घोषणा, बवाल    
इकबाल अंसारी          
इंफाल। मणिपुर में बीजेपी प्रत्याशियों की घोषणा होते ही बवाल हो गया और ढेरों इस्तीफे हुए। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के पुतले जलाए और नारे लगाए। रविवार को हुए विरोध प्रदर्शन से मणिपुर बीजेपी के कई नेता काफी हताश और निराश नजर आए।राज्य के विभिन्न हिस्सों में पार्टी कार्यालयों में तोड़फोड़ की गई और प्रदर्शनकारी कई इलाकों में तख्तियों के साथ जमा हो गए। 
इंफाल में बीजेपी मुख्यालय के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।रिपोर्टों में कहा गया है कि कई नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है, हालांकि सटीक संख्या स्पष्ट नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, ज्यादातर असंतुष्ट नेता वे थे जिन्हें कांग्रेस के दलबदलुओं को टिकट देने के लिए किनारे लगा गया था।बीजेपी में शामिल होने वाले कम से कम 10 पूर्व कांग्रेस नेताओं को टिकट दिया गया क्योंकि बीजेपी ने घोषणा की कि वह मणिपुर विधानसभा चुनाव में सभी 60 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, उम्मीदवारों की सूची जारी करेगी। मणिपुर में जैसे ही बीजेपी प्रत्याशियों की सूची जारी हुई, वहां कार्यकर्ताओं ने बगावत कर दी। उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पुतले फूंके। कार्यकर्ता इस बात से नाराज हैं कि वहां बीजेपी ने दलबदलुओं को टिकट दिया है। 

बीजेपी सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री के अधिकांश वफादारों को पार्टी का टिकट मिला है। तीन महिलाएं कांगपोकपी की नेमचा किपगेन, चंदेल की एसएस ओलिश और नौरिया पखंगलकपा की सोराइसम केबी देवी हैं। बीजेपी ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के तीन पूर्व अधिकारियों को भी मैदान में उतारा है। ये हैं - नुंगबा से डिंगंगलुंग गंगमेई, काकचिंग से येंगखोम सुरचंद्र सिंह और उरीपोक से रघुमणि सिंह। बीजेपी के मणिपुर चुनाव प्रभारी भूपेंद्र ने कहा, "बीजेपी सभी 60 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और अपने दम पर बहुमत हासिल करेगी। मोदी सरकार ने सुनिश्चित किया है कि मणिपुर को एक स्थिर सरकार मिले और वह क्षेत्र के विकास और शांति को सुनिश्चित करना जारी रखेगी।" मणिपुर विधानसभा में बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए बहुमत में है। इसमें बीजेपी के 30 विधायक, नेशनल पीपुल्स पार्टी के तीन विधायक, नगा पीपुल्स फ्रंट के चार और तीन निर्दलीय विधायक शामिल हैं।

अगर तीसरा बच्चा पैदा, 11.50 लाख का बोनस

अगर तीसरा बच्चा पैदा, 11.50 लाख का बोनस     
अखिलेश पांंडेेय      
बीजिंग। पहली बार सुनने में ये थोड़ा अजीब जरूर लगेगा। जी हां, चीन में इन दिनों कंपनियां अपने कर्मचारियों को ये ऑफर दे रही हैं कि अगर तीसरा बच्चा पैदा करते हो, तो 1 साल की छुट्टी और 11.50 लाख रुपए का बोनस दिया जाएगा। कंपनियों का ये ऑफर लोगों को खूब पसंद आ रहा है और अब लोग अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं। चीन में आर्थिक संकट के बीच सरकार लोगों को ये ऑफर दे रही है।दरअसल, चीन में लंबे समय से सिंगल चाइल्ड पॉलिसी थी। सरकार ने बढ़ती आबादी को कंट्रोल करने के लिए लंबे समय तक सिंगल चाइल्ड पॉलिसी को अपनाया, लेकिन अब चीन में डेमोग्राफी पर कुछ सालों से संकट पैदा हो गया है। 
चीन की कुल आबादी में अधिक उम्र वाले ज्यादा होने लगे हैं और कामकाजी उम्र के लोगों की कमी हो रही है, इसीलिए अब सरकार ने लोगों को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करना शुरू कर दिया है।चाइनजी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में बेबी बोनस, एक्सटेंडेड पेड लीव्स, टैक्स छूट, बच्चों को पालने के लिए सब्सिडी जैसे लाभ भी कंपनियां अपने कर्मचारियों को दे रही हैं। चीन की 'बीजिंग दाबियॉन्ग टेक्नोलॉजी ग्रुप' कंपनी अपने कर्मचारियों को सबसे तगड़ा ऑफर दे रही है।कंपनी का ऑफर है तीसरा बच्चा पैदा करने पर कर्मचारियों को करीब 11.50 लाख रुपए कैश और सालभर की छुट्टी मिलेगी। महिला कर्मचारियों के लिए यह छुट्टी 12 महीने तक की है, जबकि पैरेंटल लीव 9 महीने तक की दी जा रही है। इसके अलावा कंपनी पहला और दूसरा बच्चा पैदा करने पर भी 3.54 लाख रुपए और 60 लाख रुपए की राशि कर्मचारियों को दे रही है।

5 राज्यों में कोविड-19 की स्थिति का जायजा लिया

5 राज्यों में कोविड-19 की स्थिति का जायजा लिया  
अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव वाले पांच राज्यों में कोरोना वायरस (कोविड-19) की स्थिति का जायजा लेने के लिए निर्वाचन आयोग की सोमवार को अहम बैठक हुई। चीफ इलेक्शन कमीशन सुशील चंद्रा ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव से मुलाकात के बाद रैलियों पर बैन के संबंध में फैसला लिया। बैठक में यह तय किया गया कि 11 फरवरी तक राजनीतिक रैलियों और रोड शो पर रोक रहेगी। हालांकि अब 20 लोग डोर-टू-डोर जाकर चुनाव प्रचार कर सकते हैं।
वहीं, 1000 लोगों के साथ जनसभा करने की भी अनुमति दी गई है। बता दें कि इससे पहले कोरोना मामलों में वृद्धि का हवाला देते हुए, चुनाव आयोग ने 8 जनवरी को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर के लिए मतदान कार्यक्रम की घोषणा के दौरान प्रत्यक्ष रैली और रोड शो पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसे अब बढ़ाकर 11 फरवरी तक कर दिया गया है।

बीएसएनएल ने 2 रिचार्ज प्लान्स पेश कियें, वैलिडिटी

बीएसएनएल ने 2 रिचार्ज प्लान्स पेश कियें, वैलिडिटी 
अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। बीएसएनएल ने 2,999 रुपये और 299 रुपये के दो रिचार्ज प्लान्स पेश किये हैं। जिन्हें 1 फरवरी 2022 से उपलब्ध किया जाएगा।
2,999 रुपये वाले प्लान में बीएसएनएल 365 दिनों की वैलिडिटी के साथ आया है और इसे एक प्रमोशनल प्लान के तौर पर पेश किया गया है। इस प्लान में 365 दिनों की वैलिडिटी मिलती है, लेकिन अगर आप 31 मार्च 2022 से पहले रीचार्ज कराते हैं तो आपको 90 दिनों की एक्स्ट्रा वैलिडिटी मिलेगी। इस प्लान में डेली 3 जीबी डेटा के साथ अनलिमिटेड कॉलिंग की सुविधा दी जा रही है और रेज 100 एसएमएस भी मिलेंगे।
बीएसएनएल के 299 रुपये वाले रीचार्ज प्लान की बात करें, तो इसे 30 दिनों की वैलिडिटी के साथ पेश किया गया है। इसके साथ ही, इस प्रीपेड रीचार्ज प्लान में भी रोजाना 3 जीबी डेटा के साथ अनलिमिटेड कॉलिंग और रोजाना 100 एसएमएस के भी बेनिफिट्स मिलेंगे।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...